सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 26 जून। आज सुबह सुकमा जिले के धुर नक्सल प्रभावित चिंतलनार थाना अंतर्गत रावगुड़ा पहाड़ी इलाकों में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने लगाए गए 15 से 20 किलो के प्रेशर बम को सुरक्षाबलों ने निष्क्रिय कर नक्सलियों के मंसूबे को एक बार फिर से नाकाम कर दिया।
सुबह करीब 8.30 बजे कोबरा 201 की टीम को चिंतलनार कैम्प से लगभग ढाई किमी दूर रावगुड़ा पहाड़ी के आसपास प्रेशर बम मिलने की सूचना मिली। चिंतलनार कैम्प में स्थित 201 कोबरा वाहिनी ने कमांडेंट 201 कोबरा बटालियन सौमित्र राय व उप कमांडेंट नितिन बगाडे के निर्देशन पर रावगुड़ा एरिया में सर्चिंग अभियान चलाया, जिसमें बम निरोधक दस्ते द्वारा आईईडी को खोजकर निष्क्रिय किया। यह 15-20 किग्रा का प्रेशर बम सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए माओवादियों द्वारा लगाया गया था, लेकिन 201 कोबरा वाहिनी के समय पर सजगता से कार्यवाही कर माओवादियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
नई-नई तकनीक से पेट्रोलिंग वाले इलाके में निशाना बनाने की कोशिश
गौरतलब है कि नक्सलियों द्वारा जवानों को निशाना बनाने के लिए प्रेशर आईडी की नई-नई तकनीकों का हर बार उपयोग किया जाता है। इस बार जो आईईडी कोबरा 201 के जवानों द्वारा बरामद किया गया, इसमें लकड़ी के दो छोर के बीच ब्लेड में तार को लगाकर सामान्य रूप से पेड़ के नीचे रखा गया था, क्योंकि लकड़ी भी वनोपज का हिस्सा है और आमतौर पर वह जवानों की नजर से ओझल रहेगा, लेकिन इन इलाकों में सुरक्षा बल बेहद एहतियात बरतते हैं। इसके अलावा ज्ञात नक्सलियों ने यह प्रेशर आईईडी उन इलाकों में लगाया, जहां सुरक्षा बलों की पेट्रोलिंग की संभावनाएं ज्यादा रहती है। जाहिर है नक्सली जवानों के पेट्रोलिंग वाले इलाकों पर भी नजर बनाए हुए हैं और उन इलाकों में जवानों को निशाना बनाने की फिराक में भी हो सकते हैं । बताया जा रहा है कि यह प्रेशर आईईडी एक पेड़ के नीचे मिला, जहां नक्सलियों ने जवानों के आराम करने वहीं रुकने की संभावना जताते हुए वहां प्रेशर आईईडी लगाया गया।