गरियाबंद
कलेक्टर को ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 30 जून। धान उपार्जन केंद्रों में समर्थन मूल्य पर खरीदी किये गये धान का उठाव उपरांत खरीदी केंद्रों में लगभग 107453.00 क्विंटल धान परिवहन हेतु शेष है। अब तक जिम्मेदार परिवहनकर्ताओं द्वारा धान का उठाव नहीं किये जाने से उपार्जन केंद्रों को अतिरिक्त सुरक्षा व्यय एवं सूखती के चलते हो रही कमी (शॉर्टेज) की भरपाई विपणन संघ से कराने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
मंगलवार को जिले के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों में एक दिसंबर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक धान खरीदी किया गया, किंतु आज तक खरीदी केन्द्रों में लगभग 107453.00 क्विंटल धान परिवहन हेतु शेष है। लचर व्यवस्था के चलते 6 माह बीत गए, पर खरीदी केन्द्रों से धान उठाव नहीं हुआ, जिसका खमियाजा धान खरीदी केंद्रों को बारिश के दिनों में भुगतना पड़ रहा है।
धान खरीदी नीति के तहत 72 घंटे में परिवहन किया जाना है, परंतु आज भी मैनपुर, गोहरापदर, देवभोग, खरीदी केंद्रों से धान का उठाव नहीं होने से सुखत/ कमी (शॉर्टेज ), असमायिक वर्षा आंधी तूफान ओला वृष्टि के कारण धान खराब हुई हैं। वहीं समितियों को हमाली पल्टी, चौकीदार, विद्युत व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था में अतिरिक्त व्यय हो रहा है। धान खरीदी के दौरान एवं अब तक खरीदी केन्द्र के कर्मचारियों द्वारा धान परिवहन हेतु जिला विपणन अधिकारी एवं उच्च अधिकारी को पत्र के माध्यम से बार-बार अवगत कराया गया है, परन्तु अभी तक धान का परिवहन नहीं किया गया हैं। अत: समितियों में होने वाले समस्त सुखत/कमी एवं अतिरिक्त सुरक्षा व्यय की भरपाई विपणन संघ से कराई जाये।
समिति कर्मचारी मानसिक रूप से परेशान हैं। कभी भी कुछ घटना घट सकती हैं, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से रामलाल साहू, प्रमोद कुमार यादव, कुलेश्वर निर्मलकर, भूपेंद्र यादव, सुरेन्द्र कुमार सिन्हा, चंद्रशेखर साहू, मौजूद रहे।