गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 30 जून। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल, अपर कलेक्टर जे.आर चौरसिया, प्रभारी जिला परिवहन अधिकारी शैलाभ साहू सहित गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फार मेमन, सी.एम.ओ सुश्री संध्या वर्मा,यातायात प्रभारी उमेश राय एवं संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में मुख्य मार्गों से मिलने वाले सहायक मार्ग पर रंबल स्ट्रीप पर लगाने एवं वाहन दुर्घटना रोकने व सडक़ों के किनारे अतिक्रमण हटाने पर जोर दिया गया। बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग राजिम से देवभोग तक निर्धारित पाइंट पर दुर्घटना रोकने संकेतक लगाने, यात्री वाहनों विशेषकर जीप, टैक्सियों में ओवर लोडिंग सवारी पर पुलिस विभाग द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित करने तथा गरियाबंद नगर में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे अतिक्रमण हटाने पर भी जोर दिया गया। मालगांव में क्रेश बेरियर लगाने के निर्देश दिये गए।
बैठक में शराब पीकर वाहन चलाने वाले और रोड़ किनारे बिना वजह अव्यवस्थित तरीके से वाहन पार्किंग करने वालो पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। बैठक में गरियाबंद बस स्टैण्ड पर किये गए अतिक्रमण को हटाने, बस स्टाप के लिए जगह निर्धारित करने, तिरंगा चैंक के रोड को मार्किंग करने, पुल-पुलिया पर रंग-रोगन करने, सडक़ में लावारिस पशुओं को हटाने तथा सडक़ों पर गड्ढ़ों को पाटने के निर्देश दिये।
इसी कड़ी में पुल-पुलियों के किनारे, ग्रामीण क्षेत्रों से मुख्य सडक़ पर जुडऩे वाले सडक़ों और घुमावदार सडक़ों पर संकेतक लगाने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फार मेमन ने नये बस स्टेंड के लिए जमीन, पार्किंग व्यवस्थापन के लिए सुझाव दिये तथा काउ केचर उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
ज्ञात है कि जिले में इस मई माह के अंत तक कुल 111 सडक़ दुर्घटना हुए है, जिसमें 45 मृत और 134 घायल हुए है। बैठक में आपातकालिन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में ट्रामा सेन्टर उन्नत किये जाने के संबंध में चर्चा की गई। साथ ही पुलिस विभाग को ऐसे वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने के निर्देश दिये गए है जो मोटरयान अधिनियम के विरूद्ध वाहन चलाते हैं। अत्यधिक दुर्घटना जन्य स्थल,ब्लैक स्पॉट को सुधार कर उस स्थल पर दुर्घटना शून्य करने पर चर्चा की गई। जिले में ऐसे 12 पॉइंट का चिन्हांकन किया गया है।