जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 2 जुलाई। एक ओर छत्तीसगढ़ सरकार जहां वैक्सीनेशन के महा अभियान को चलाकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच कर लोगों को टीकाकरण करने के लिए जागरूक कर रही है, वहीं दूसरी ओर वैक्सीनेशन सेंटर में ताले नजर आ रहे हैं। जहां ग्रामीणों को बताने के लिए कोई भी अधिकारी-कर्मचारी वैक्सीनेशन सेंटर में मौजूद नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ ने जानने की कोशिश की गई, तो पता चला कि पिछले 3 दिनों से वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन ही मौजूद नहीं है, जिसके कारण वैक्सीनेशन ठप पड़ा हुआ है।
आज पत्थलगांव वैक्सीनेशन सेंटर का ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता ने जायजा लिया, तो वहां मौजूद नीरज प्रजापति नाम के एक ग्रामीण ने टीकाकरण के लिए पहुंचना बताया। नीरज द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा ऑनलाइन सिस्टम से टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन करवाया गया है, किंतु इस सेंटर में ताला जड़ा पड़ा है। मेरे द्वारा कई घंटों से ताला खुलने का इंतजार किया जा रहा है न तो यहां कोई बताने वाला मौजूद है न ही किसी भी प्रकार की सूचना वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर चस्पा की गई।
भाजयुमो के उपाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि अंकित बंसल ने छत्तीसगढ़ सरकार के टीकाकरण अभियान के दावे को खोखला बताया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार केवल गोबर खरीदने में ही मस्त है। उसे वैक्सीनेशन सेंटर में लौट रहे ग्रामीण लोगों की कोई परवाह नजर नहीं है।
जहां वैक्सीन के लिए लाखों रुपए खर्च कर जागरूक करने के पोस्टर एवं महा अभियान छेड़ रखा है किंतु इसके विपरीत वैक्सीनेशन सेंटर में न तो दवाइयां है। न ही बताने वाला कोई सरकारी तंत्र का आदमी मौजूद है, कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीणों को बेवकूफ बनाने पर तुली हुई है। जमीनी हकीकत में वैक्सीनेशन सेंटर के पास कुछ और ही माजरा नजर आता है।
वैक्सीनेशन के बारे में जशपुर कलेक्टर महादेव कांवरे से पूछा गया तो उन्होंने वैक्सीन की कमी की बात बताई। पूरे राज्य में वैक्सीन नहीं आना इसका मूल कारण बताया।