सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 2 जुलाई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोल्लापल्ली में पदस्थ ग्रामीण सहायक चिकित्सक रुद्रमणी वैष्णव 9 साल से क्षेत्र के पहुंचविहिन गांवों में बाइक से जाकर स्वास्थ्य शिविर एवं टीकाकरण करने पहुंच जाते थे, जिससे धीरे-धीरे लोगों का विश्वास भी बढ़ा है। अब ग्रामीण स्वयं इलाज व टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे हैं।
ग्रामीण सहायक चिकित्सक रुद्रमणी वैष्णव वर्ष 2012 से अब तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोल्लापल्ली में कार्यरत हैं। जहां पहले न टीकाकरण होता था, न संस्थागत प्रसव, न ही कोई स्वास्थ्य शिविर। उस समय न रोड थी, न नेटवर्क न बिजली, इसके बावजूद वे बाइक से मरईगुड़ा से गोल्लापाली, किस्टाराम, मेहता बाँदा ये सभी गांवों में स्वास्थ्य शिविर एवं टीकाकरण करने गांव-गांव पहुंच जाते थे। फिर धीरे-धीरे आसपास के गांवों में शिविर लगाने लगे। जहां उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं था, अब वो संचालित होने लगी है। लोगों का विश्वास भी बढ़ा है। अब सभी जगह वैक्सीनेशन और डिलीवरी होने लगा है। कोरोनाकाल में सभी गांवों में घूम-घूम कर काम किये। कोविड टेस्ट किये। वैक्सीनेशन 45+ वालों का 80 फीसदी किये और अभी 18+ वालों का वैक्सीन लगाना चालू है, अब तक 60 फीसदी हो चुका है। डॉ. वैष्णव मूलत: कवर्धा के निवासी हैं।
जिपं अध्यक्ष हरीश लखमा ने कहा कि डॉ. वैष्णव ने यहां पदस्थ होने के बाद जो सेवा की है, वह अनुकरणीय है।