कांकेर
कोरोना के चलतेरथ गुंडिचा मंदिर तक नहीं जाएगी
मंदिर से कुछ दूर तक ही रथ भ्रमण कर वापस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 11 जुलाई। जगन्नाथ भगवान इस साल भी अपनी मौसी के घर नहीं जाएंगे। कोरोना के कारण अधिक भीड़ से बचने रथ गुंडिचा मंदिर तक नहीं जाएगी। अस्वस्थ हो चुके भगवान को आज काढ़ा पिलाया गया। स्वस्थ होने के बाद सोमवार को वे अपने भक्तों को देखने रथ से निकलेंगे। रथयात्रा के एक दिन पूर्व रविवार को भगवान जगन्नाथ मंदिर में भगवान की पूजा-अर्चना की गई। जिसमें श्रद्धालुजनों ने मंदिर पहुंच कर भगवान को फ ल- फू ल का भोग लगाया।
रविवार को कांकेर के राजापारा स्थित जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र भगवान, सुभद्रा माता की पूजा-अर्चना की गई। हवन, आरती कर भगवान को भोग चढ़ाया गया। उसके बाद भगवान की अच्छे सेहत के लिए उन्हें काढ़ा पिलाया गया। उसके पश्चात उपस्थित जनों को प्रसाद वितरण करने के बाद काढ़ा पिलाया गया। माना जाता है कि विभिन्न जड़ी-बूटियों से बनाया गया यह काढ़ा अच्छे सेहत के लिए वरदायिनी साबित होती है। काढ़ा लेने लोगों में तांता लगा रहा।
भगवान जगन्नाथ सोमवार को रथ से शहर का भ्रमण कर भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। भ्रमण के बाद भगवान अपने मौसी गुंडिचा के घर टिकरा पारा स्थित गुंडिचा मंदिर जाते थे, परंतु कोरोना के चलते अधिक भीड़ न हो, इसलिए इस वर्ष भी वे मंदिर से कुछ दूर तक ही भगवान का रथ भ्रमण कर वापस हो जाएगा।
पूजा अर्चना में मुख्य रूप से मंदिर के मुख्य पुजारी जगन्नाथ सिंह चौहान, श्रवण चौहान, माखन सिंह, जितेंद्र तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।