धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 17 जुलाई। वरिष्ठ कांग्रेसी नारद धु्रव ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि केरेगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कई वर्षों से संचालित है, पर कभी डॉक्टर की कमी तो कभी कम समय के लिए आना फिर चले जाना ऐसे कई समस्याओं के कारण केरेगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिछड़ता गया और लोग स्वास्थ्य लाभ से वंचित होते रहे।
श्री धु्रव ने आगे कहा कि केरेगांव एक आदिवासी बाहुल क्षेत्र है, जिस पर अधिकांश लोग मजदूर या लघु कृषक है, जो कि इलाज के लिये 25 - 30 कलोमीटर जाने में सक्षम नहीं है। आज से तीन साल पहले डॉ.तुषार कांत मरकाम का पोस्टिंग केरेगांव स्वास्थ्य केंद्र में हुआ था। इलाज अच्छा होने के कारण हर दिन काफी भीड़ हुआ करता था दूर-दूर से मरीज आते थे। कोई गंभीर बीमारी हो तो डॉक्टर खुद अपने कार से मरीज को बड़ी हॉस्पिटल में एडमिट कराते थे।
धीरे-धीरे उनके मेहनत ने और भी रंग लाई पीजी में सेलेक्ट हो गया। तीन साल पी.जी.कोर्स पूरा होने के बाद आज फिर केरेगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 जुलाई ज्वाईनिंग लिया। कल तक दो मरीज के लिये दरकार थी। आज डॉ. मरकाम के आने से दूसरे दिन से ही 25 मरीज अपना इलाज कराकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। डॉ. मरकाम के आने की खबर से क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है।