रायगढ़

जेएसडब्ल्यू हादसा- जेई की मुंबई में 28 दिन बाद मौत
18-Jul-2021 1:38 PM
जेएसडब्ल्यू हादसा- जेई की मुंबई में 28 दिन बाद मौत

 मृतकों की संख्या बढ़कर अब दो 
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
 रायगढ़, 18 जुलाई।
जेएसडब्ल्यू हादसे में शनिवार की दोपहर जूनियर इंजीनियर शिव साहू की मुंबई के नेशनल बर्न हॉस्पिटल में लंबे उपचार के बाद मौत हो गई। ज्ञात हो कि जेएसडब्ल्यू  हादसे में असिस्टेंट मैनेजर शंकर कटकवार की पहले ही रायपुर में मौत हो चुकी है। हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर अब दो हो चुकी है।

गौरतलब है कि रविवार 20 जून को दोपहर नहरपाली स्थित जेएसडब्ल्यू कम्पनी के डीआरआई सेक्शन कीलन नम्बर 4 के डीएससी में चेंबर जाम हो गया था। चेम्बर जाम होने की सूचना पर मेंटेनेंस के लिए एजीएम जीवनन्दन देशमुख की पांच सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची थी, जहां मेंटेनेंस के दौरान चेम्बर के प्लेट खुल जाने पर एजीएम समेत पांचों अधिकारी गर्म डस्ट से बुरी तरह झुलस गए थे। नाजुक हालत में उन्हें जिंदल फोर्टिस हॉस्पिटल ले जाया गया था। जिंदल हॉस्पिटल में संक्रमण बढऩे और हालात में सुधार नहीं होने पर बेहतर इलाज के रायपुर भेजा गया था। जहां सहायक मैनेजर शंकर कटकवार की इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि शिव साहू को गम्भीर हालत में मुंबई के अस्पटताल में भर्ती किया गया था। पिछले तीन चार दिनों से उसकी हालत काफी खराब हो गई थी। वेंटिलेटर में रखा गया था। शनिवार की दोपहर अचानक हालात जो खराब हुई, फिर सुधर नहीं पाई।

तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
शिव साहू (43 वर्ष) मूलत: जांजगीर चाम्पा जिले के नावापारा गांव का रहने वाले थे। बारह साल पहले उसकी पोस्टिंग बतौर टेक्नीशियन के पद पर मोनेट में हुई थीं। कार्य में लगन औऱ मेहनत के दम पर उसे जूनियर इंजीनियर के पद पर प्रमोशन दिया गया था। बताया जाता है कि शिव के तीन बच्चे दो बेटे और एक बेटी है।

 जूनियर इंजीनियर की मौत के बाद परिवार पर वज्रपात हुआ है। परिवार में कमाने वाला इकलौता शिव ही था। इस मामले में हादसे के बाद जांच के लिए पुलिस और औद्योगिक सुरक्षा की टीम अभी तक जांच कर रही है, लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी मोनेट प्रबंधन पर क्या कार्रवाई की गई, इसका कोई पता नहीं चला है।

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