रायगढ़
महिला शिकायत शाखा ने शुरू की जांच
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायगढ़., 18 जुलाई। रायगढ़ जिले का एकमात्र स्टेडियम एक बार फिर विवादों में घिर गया है। पहले अपनी बदहाली और इस स्टेडियम के भीतर अनैतिक कृत्यों के चलते चर्चा में था और अब यहां बॉस्केटबॉल की कोचिंग देने वाली महिला खिलाड़ी पर फिजिकल टेस्ट के बहाने नाबालिग खिलाडिय़ों के कपड़े उतरवाने का आरोप लगा है।
शिकायत के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है, वहीं महिला कोच ने इसे झूठा व बेबुनियाद बताते हुए किसी भी जांच में सहयोग देने की बात कही है।
ज्ञात हो कि स्टेडियम के ही खेल अधिकारी पर भी ऐसे ही गंभीर आरोप पहले लग चुके हैं।
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक महिला कोच ने बच्चों को जेल परिसर में स्थित अपने रूम में बुलाया और फिर उसे फिजिकल टेस्ट के बहाने दूसरे कमरे में कोच के सामने कपड़े उतरवाने का दबाव बनाया। हालांकि बच्चों ने ऐसा करने से मना कर दिया और परिजनों को आकर घटना की जानकारी दी।
शिकायत के अनुसार इस मामले में तीन बच्चे शामिल हैं, जिन्होंने यह आरोप लगाया कि दूसरे कमरे में बैठे कोच के सामने फिजिकल टेस्ट के लिए जाने को कहा। इसी दौरान नाबालिग खिलाडिय़ों को कपड़े उतारने को भी कहा गया। एक बच्ची ने तो ऐसा करने से मना कर दिया लेकिन दो बच्चियों के कपड़े उतरवाए गए। बहरहाल इस पूरे मामले की जांच महिला शिकायत शाखा ने शुरू कर दी है।
ज्ञात हो कि बॉस्केटबॉल की कोच अंजू जोशी जिला जेल में बतौर प्रहरी के रूप में कार्यरत हंै। साथ ही वह राष्ट्रीय स्तर पर अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए कई बार जिले का गौरव बढ़ाया है।
प्रारंभिक जांच में पीडि़त नाबालिगों के बयान लिए जा रहे हैं और उनकी सच्चाई जानने के लिए और भी बयान लेकर आगे की कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।