बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जुलाई। सर्व आदिवासी समाज बस्तर बस्तर ब्लॉक का गठन किया गया। इस समारोह में समाज प्रमुखों द्वारा आदिवासी हक अधिकार मुद्दे पर अपना -अपना मंच साझा करने का मौका दिया गया ।
बस्तर जिले युवा प्रभाग सन्तु मौर्य ने कहा कि हमारे समाज को आर्थिक के साथ सामाजिक राजनीतिक पर ध्यान देने की जरूरत ओर इस पर बल देने की जरूरत है, इसके साथ ही बस्तर के आदिवासी व्यापार क्षेत्र में अपना जल ,जंगल- जमीन के परिभाषित करते हुए हेमंत बस्तरिया ने कहा कि हमारी जल जंगल जमीन जो हमें संसाधन प्राप्त होता है इसका हक और अधिकार सिर्फ आदिवासी का चाहे जंगल से महुआ ,टोरा, बेहड़ा चार , सरगी बीज इमली हो इसका सही मूल्य अब सिर्फ आदिवासी तय करेंगे ,इन्होंने इस जल, जंगल -जमीन को तोडऩे का काम कर रहे हैं, उसको सबक सिखाना है वही लोग हमारा आदिवासियो जल, जंगल- जमीन के संसाधन हानि पुहचाते है साथ खनिज संसाधन को अपनी पारंपरिक ग्राम सभा के माध्यम से गांव की रोजगार युवाओं को लेने का हौसला दिया गया । शारदा कश्यप ने कहा कि नव गठित कार्यकारणी को हुंकार भरते हुए कहा कि हमें शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार के साथ पहला प्राथमिकता है कि जल, जंगल- जमीन को हमारे आने वाले पीढ़ी के लिए संजोय कर रखेंगे और जल जंगल जमीन को किसी भी हालत में हमारे भविष्य के लिए लड़ेंगे और जीतेंगे । इससे पहले हम कुछ सीखेंगे इस तरह हुंकार भरी सर्व आदिवासी समाज बस्तर ब्लॉक का कार्यकारिणी गठित किया। सामान्य प्रभाग कार्यकारणी-संरक्षक मनीराम कश्यप, गणेश बघेल, अध्यक्ष मानसिंह कश्यप,उपाध्यक्ष रामचंद्र बघेल,गुड्डू कश्यप, सुखराम बघेल , वैधनाथ मौर्य, सचिव हेमराज बघेल, कोषाध्यक्ष दिनेश नाग, विधि सलाहकार देवदास कश्यप, मीडिया प्रभारी मंगल बघेल।
महिला प्रभाग से
अध्यक्ष डोमाय मौर्य, उपाध्यक्ष कुंती कश्यप, भाग्यवती,रामबती, सदस्य फूलमती नाग,बिंदेश्वरी नेताम।
युवा प्रभाग से
अध्यक्ष लखेश्वर कश्यप, उपाध्यक्ष हीरा कश्यप, लम्बोधर कश्यप, गोवर्धन बघेल, जगरनाथ कश्यप, सचिव कमलेश कश्यप, कोषाध्यक्ष बनसिंह मौर्य, विधि सलाहकार मोहन कश्यप, मीडिया प्रभारी ओमेश्वर कश्यप।
इस दौरान प्रदेश संयुक्त सचिव शारदा कश्यप, जिला अध्यक्ष गंगा नाग, जिला पंचायत सदस्य गणेश बघेल, जिला उपाध्यक्ष भोला मरकाम, हेमंत बस्तरिया, बैधनाथ मौर्य, सन्तु मौर्य, नर सिंह बघेल, पूरन सिंह कश्यप ,कमलु राम कश्यप, भरत कश्यप, मोहन कश्यप,रमाय मौर्य, रामु कश्यप, लक्ष्मण बघेल , प्रशांत बघेल आदि सैकड़ों आदिवासी समाज से उपस्थित थे।