कोरिया

जनऔषधि केन्द्र और एक निजी लैब सील
18-Jul-2021 8:14 PM
जनऔषधि केन्द्र और एक निजी लैब सील

   प्रतिबंधित दवाएं बरामद, खरीदी-बिक्री की जानकारी मांगी  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बैकुंठपुर, 18 जुलाई। जिले में पहली बार कलेक्टर श्याम धावडे के निर्देश पर जिला अस्पताल स्थित जन औषधि केन्द्र सहित समस्त दवा दुकानों और पैथोलॉजी लैबों पर प्रशासन की अलग अलग टीम ने छापेमारी की। अब तक जिला अस्पताल स्थित जन औषधि केन्द्र और एक निजी लैब को प्रशासन ने सील कर दिया है।

इस संबंध में खाद्य औषधि निरीक्षक संजय नेताम ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश वर जिले भर की दवा दुकानों, निजी लैब, एक्सरे सेंटरों पर औचक निरीक्षण किया जाना है, शुरूआत बैकुंठपुर से की गई है, एक निजी लैब और जन औषधि केन्द्र को सील किया गया है। कई मेडिकल स्टोर को एक-दो दिन का समय दिया गया है। आगे कार्यवाही जारी है।

कोरिया जिले में पहली बार हर दवा दुकान, पैथोलॉजी लैब के साथ एक्सरे सेंटरों पर प्रशासन की छापेमारी हुई। प्रशासन ने इस कार्य मे एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार के साथ अलग अलग ड्रग कंट्रोलर को नियुक्त कर निरीक्षण के निर्देश दिए। इससे पूर्व शनिवार की रात स्वयं कलेक्टर श्याम धावड़े, जिला पंचायत सीईओ के साथ जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण में पहुंचें थे जिसके बाद उन्होने जिला अस्पताल की कैटिन से लेकर हर वार्डो का मुआयना कर जिला अस्पताल प्रबंधन को हिदायत दी थी, सुबह होते ही उन्होंने टीम गठित कर स्वास्थ्य से जुड़े संस्थानों पर छापेमारी के निर्देश दिए।

80 फीसदी दवा कालातीत

जिला अस्पताल के जनऔषधि केन्द्र में छापा मारने पहुंची टीम ने केन्द्र में रखी दवाओं की जांच शुरू की, खाद्य औषधि निरीक्षक संजय नेताम की माने तो यहां 80 प्रतिशत दवाएं एक्सपाईरी पाई गई, वहीं उन्होंने बताया कि इनका जिला अस्पताल से अनुबंध भी खत्म हो चुका था, अनुबंध 2019 तक ही था, वही लायसेंस का रीनूयल फरवरी 2021 को होना था, जो नहीं किया गया। इन सभी खामियों के कारण जन औषधि केन्द्र को सील कर दिया गया।

प्रतिबंधित दवाएं मिलीं, मांगा जवाब

प्रशासन के साथ औषधि विभाग की टीम ने जब कुछ मेडिकल स्टोर पर छापामार कार्रवाई की। कुछ मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित दवा मिली, जिसे जब्त कर लिया गया। साथ ही बिना बिल के बेची जा रही दो दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी। कार्रवाई को लेकर अन्य दवा व्यवसायियों के साथ पैथोलैब संचालकों की धडक़नें बढ़ी रहीं। दवा की खरीदी बिक्री की जानकारी मांगी गई लेकिन दवा व्यवसायी इनकी खरीद-फरोख्त का कोई रिकार्ड नहीं दिखा सके। संदेह के आधार पर टीम ने दोनों दवाओं के सैंपल ले लिए। साथ ही दो दिन में खरीफ-फरोख्त अभिलेख प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कुछ दुकानों में एक्सपायरी डेटेड दवाओं को अलग से रखने की कोई व्यवस्था नहीं थी। इस संबंध में टीम ने व्यवसायियों को निर्देश दिए।

चिकित्सक की पर्ची से खरीदी-बिक्री

प्रशासन की टीम जिला अस्पताल के जन औषधि केन्द्र का निरीक्षण के बाद गढ़ेलपारा स्थित दो दवा दुकान पहुंचे, जहां एक दुकान में प्रतिबंधित दवा रखने और विक्रय और खरीदी की जानकारी ली गई। जिसके बाद उक्त दुकानदार ने खरीदी और चिकित्सक द्वारा उक्त ड्रग की लिखी पर्ची के साथ सभी दस्तावेज दिखाए, जिससे टीम पूरी तरह से संतुष्ट होकर आगे बढ़ी।

निजी लैब को किया सील

एक निजी लैब से उसका लायसेंस की मांग की, समय पर लायसेंस नही प्रस्तुत करने पर उक्त लैब को सील कर दिया गया। जब लैब सील को गया तो लायसेंस लेकर लैब संचालक पहुंचा तो उसे अधिकारियों ने नोटिस आने पर जवाब के साथ लायसेंस प्रस्तुत करने को कहा। 

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