गरियाबंद
नवापारा-राजिम, 19 जुलाई। सतनामी समाज रायपुर जिला अध्यक्ष कमल कुर्रे ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि जिस प्रकार से सरकार ने निगम मंडल एवं आयोग की सूची जारी किया गया है, जिसको देखते हुए साफ जाहिर है कि भूपेश सरकार जातिवाद कर रही है। मंडल में हमारे समाज के कुछ ही लोगों को झुनझुना रूप पद दिया गया है। अन्य समाज की उपेक्षा इससे साफ दिख रहा है। इसमें हमारे समाज की अनदेखी कर सिर्फ वोटबैंक का इस्तेमाल कर रहे हैं। 15 सालों तक भाजपा ने आरक्षण को काट दिया था, जिसका बदला सतनामी समाज ने भाजपा को छत्तीसगढ़ से हटाने में अपनी ताकात दिखाया, जिसमें भाजपा को छत्तीसगढ़ में हार का मुंह देखना पडा। वर्ष 2018 में कॉंग्रेस पाटी ने कहा था कि हमारी सरकार आने पर आरक्षण को 16 प्रतिशत आरक्षण पूरा देंगे एवं अभी तक सरकारी नौकरी में रहने वाले लोगों को पदोन्नति में आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। लेकिन आज तक किसी सरकार में बने हुए विधायक या मंत्रियों ने आवाज नहीं उठाये, न ही कुछ कदम उठाये।
श्री कुर्रे ने कहा कि सरकार हमें हल्के में न ले पिछले चुनाव में हमने सरकार बदल दिया था। अगर हमें हमारा हक नहीं मिला तो 2023 के चुनाव में इसका खामियाजा कांग्रेस सरकार को भुगतना पड़ेगा। सतनामी समाज के लोगों को खासकर युवाओं को सिर्फ झंडा उठाने के काबिल समझते हैं। जब पद या पॉवर देने की बारी आती है, तब समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर दूसरों को दे दिया जाता है। आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा। हम समस्त युवा प्रकोष्ठ इस तरह के कार्य से अक्रोशित हैं। हम आने वाले समय मे इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा।