बस्तर
कोरोना वॉरियर्स पहुंचे कलेक्ट्रेट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 19 जुलाई। सोमवार को सुबह 3 माह के लिए नियुक्त किये गए कोरोना वॉरियर्स को प्रशासन ने सेवा समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया, जिसके बाद नौकरी से निकाले गए समस्त स्टाफ अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर से मिलने पहुंचे, लेकिन बस्तर कलेक्टर की अनुपस्थिति में अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
मामले के बारे में स्टाफ नर्स ने बताया कि कोविड-19 फाइनेंस सेल के अंतर्गत संविदा भर्ती के तहत स्टाफ नर्स, वार्ड ब्यॉय, वार्ड आया सबके लिए भर्ती की गई थी, जिसकी सेवा अवधि 3 माह के लिए थी, इस सेवा अवधि में हमने पूर्ण तन मन से अपना सर्वस्व न्यौछावर किया तथा अपनी जान जोखिम में डालकर कोविड-19 जैसी बीमारी के समय में सेवा प्रदान किया, आज समय पूरा होने पर हमें अपने कार्य मुक्त किया जा रहा है।
कोविड-19 जैसी महामारी में हमने पूर्ण रूप से अपना सब कुछ न्यौछावर करते हुए, जो सेवा प्रदान की है उस सेवा को निरस्त न करते हुए हमें फिर से अपने कार्य पर पुन उपस्थित होने पुन: प्रभार ग्रहण करने की अनुमति प्रदान करें।
इस दौरान स्टाफ ने आरोप लगाया कि 3 माह में केवल एक माह का ही वेतन दिया गया है, जबकि 2 माह का वेतन नहीं दिया गया है। कोविड के दौरान 8 से 9 घंटे काम भी करने के बाद भी हमें काम से निकाला जा रहा है, अभी वर्तमान में स्टाफ की काफी जरूरत है, लेकिन इन सबके बाद भी हमें निकाला जा रहा है।