महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 जुलाई। बसना शहर में हुई 7,94,000/- रुपए नगदी की हुई चोरी का 24 घंटे के अंदर पर्दाफाश पुलिस ने कर लिया है। प्रार्थी ही चोरी का मास्टरमाइंड निकला। आरोपी से चोरी की गई रकम शत प्रतिशत बरामद कर ली गई है। आरोपी ठेकेदार ने कर्ज में डूबने व पैसों के लालच में मनगढ़ंत कहानी रचना बताया।
पुलिस के अनुसार 18 जुलाई को प्रार्थी तुफैन खान (27) वार्ड नं. 5 अम्बेडकर वार्ड बसना महासमुन्द के द्वारा थाना बसना में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि 17 जुलाई को बसना निवासी सबिर भाई से दूसरे को देने के लिए 50, 100, 200, 500 रूपये के नोट का बंडल रकम कुल 7,94,000/- रूपये लाया था। रात को अपने घर कमरे के अलमारी में रखकर सो गया था कि सुबह लगभग 6 बजे उठकर देखा तो अलमारी खुला था एवं घर का दरवाजा भी टूटा हुआ था। उक्त नगदी रकम को कोई अज्ञात चोर घर का ताला तोडक़र अन्दर घुस कर रात्रि में चोरी कर ले गया।
पुलिस अधीक्षक महासमुन्द दिव्यांग पटेल ने घटना की गंभीरता को देखते हुये सायबर सेल एवं थाना बसना पुलिस की टीम को आरोपी की पता तलाश करने हेतु निर्देशित किया। दोनों टीम को अलग-अलग दिशाओं में सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी सहायता की मदद से अज्ञात आरोपी के बारे में जानकारी एकत्र करना शुरू किया। घर के सदस्य से पूछताछ करने का प्रारंभ किया गया। टीम प्रभारियों को छोटी सी छोटी जानकारी एकत्रित कर अज्ञात आरोपियों तक पहुंचने हेतु हरसंभव प्रसाय करने निर्देशित किया गया।
टीम द्वारा मुखबिरों को सक्रिय कर एवं तकनीकी सहायता की मदद से आरोपी के बारे में पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान घटना के परिस्थितीजन्य साक्ष्य व घटनास्थल का सूक्ष्मता से अध्ययन करने से यह पता चला कि चोरी करने वाला व्यक्ति यही आस पास का है। तभी टीम द्वारा घर के आसपास 100 से 300 मी. के ऐरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, तभी पुलिस को रात्रि करीब 3 बजे प्रार्थी खुद दीवार कूद कर भागते दिखा। इसके अलावा कोई घर के अन्दर आना जाना नहीं दिखा।
पुलिस टीम को यह संदेह हुआ कि घटना प्रार्थी खुद किया हुआ है। जिसे टीम के द्वारा प्रार्थी मो. तुफेल खान को थाना बसना में लाकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में पुलिस की टीम को पूछताछ करने पर उसके बयानों विभिन्नता मिली, तभी टीम द्वारा उसके हाव-भाव को देखकर सख्ती के साथ पूछताछ किया गया, जिस पर वह टूट गया।
आरोपी ने बताया, मंै ठेकेदारी का काम करता हूं। ठेकेदारी के कर्ज से घिरा हुआ था और मनमीत सलूजा से उधारी में 5,00,000/- रूपये लिया था, जिसका 2,50,000/- रूपये पटाया था तथा शेष रकम बचा था, जो पैसा के लिए बार-बार बोलता था। इसके अलावा लक्ष्मी इलेक्ट्रीकल्स से भी सामान लिया था जिसका करीबन 4,00,000/- रूपये था। कर्ज में डूबने के कारण मैं पैसे की तलाश में था कि 17 जुलाई को मेरे मौसा बाजीपाली निवासी मो. इलियास है, ने सब्बीर भाई जफर किराना की दुकान से 7,94,000/- रूपये जाकर ले लेना तथा मुझे जरूरत पडऩे से देना है बताये थे, जिसको मंै शाम को करीब 4: बजे जफर किराना जाकर सब्बीर भाई से 7,94,000/- रूपये लिया और घर जाकर मेरे कमरे की पलंग के नीचे 50,000/- रूपये को छुपा रखा था तथा बाकी रकम सुनील अहुजा के मकान बनाने की साईड के झोपड़ी में 7,44,000/- रूपये को छिपा कर रखा था। कर्ज से परेशान होकर उक्त चोरी की मनगढ़ंत कहानी मेरे द्वारा रची गयी है। आरोपी से रुपए जब्त कर उसके खिलाफ धारा 380, 457,193,407 के तहत् कार्रवाई की गई है।
यह सम्पूर्ण कार्रवाई पुलिस अधीक्षक महासमुन्द दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन में अति. पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर साहू एवं अनु. अधिकारी(पु) सरायपाली विकास पाटले के निर्देशन में थाना प्रभारी बसना निरीक्षक लेख राम ठाकुर सायबर सेल महासमुन्द प्रभारी उनि. संजय सिंह राजपूत, सउनि. विजय मिश्रा प्रआर. प्रकाश नंद आर. रवि यादव, ललित यादव, त्रीनाथ प्रधान, संदीप भोई, युगल पटेल, हेमन्त नायक, योगेन्द्र दुबे, कामता आवडे, हरि साहू के द्वारा की गई है।