धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 20 जुलाई। संसद के मानसून सत्र में सरकार पर हठधर्मिता अपनाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता योगेश चन्द्राकर ने बयान जारी कर केन्द्र सरकार को देश के ज्वलंत मुद्दों पर बहस कराने का आग्रह किया है ।
लिखित बयान में देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के कुरुद प्रवक्ता ने बताया कि एक तरफ जहां पूरा हिंदुस्तान वैश्विक कोरोना महामारी की आपदा से जूझते हुए सम्भावित तीसरी लहर के लिए दहशतज़दा है, वहीं दूसरी ओर अदूरदर्शी केंद्रीय नेतृत्व के कारण देश के कोने कोने में बढ़ती महंगाई , घटती आमदनी, और बेरोजगारी से त्राहि त्राहि मची हुई है। 19 जुलाई से शुरू मानसुन सत्र में कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल के सांसदों ने मोदी सरकार से महंगाई पर देश को जवाब देने का दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नही रेंगी। पिछले डेढ़ साल में देशभर में लाखों परिवारों को कोरोना महामारी ने हताहत किया है, व्यापार-उद्योग की कमर ढीली हो चुकी है,, बेरोजगारी का आलम सातवें आसमान पर है,गृहणियों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है, ऐसे विकट समय मे केंद्रीय नेतृत्व को दीर्घकालीन, ठोस और दूरदर्शी निर्णय लेकर देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी बनती है लेकिन मोदी सरकार अपनी उस जवाबदेही को निभा पाने में अक्षम प्रतीत हो रही है। देश मे बढ़ती हुई महंगाई ने करोड़ों परिवार के आर्थिक बजट का कमर तोडक़र रख दी है। जिससे देशभर में सरकार की गलत नीतियों के कारण आक्रोश का वातावरण स्थापित हो चुका है।
लोग अब मोदी सरकार के ऐसे अच्छे दिन से खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। और अपनी चुनी हुई सरकार से बढ़ती महंगाई पर जवाब चाहते हैं इसलिए मोदी सरकार को सदन में बढ़ती महंगाई और देश की चरमराती अर्थव्यवस्था पर लोकतंत्र के असली मालिक जनता जनार्दन को जवाब देना चाहिए।