राजनांदगांव
पीएचई व बिजली दफ्तर का घेराव कर प्रदर्शन की तैयारी में ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 21 जुलाई। लो-वोल्टेज व पॉवर कट से आर्सेनिक प्रभावित ब्लॉक के दो दर्जन गांवों में पिछले चार दिन से पीने का पानी नहीं मिल रहा है। बरसात के मौसम में इन गांवों के ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इससे ग्रामीणों में शासन व प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है, वहीं नाराज ग्रामीण पीएचई व बिजली कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं।
मिली जानकारी के अनुसार विकासखंड के आर्सेनिक प्रभावित गांवों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए वर्ष 2017 से समूह जल संयंत्र योजना के माध्यम से पेयजल आपूर्ति हो रही है। इस योजना का संचालन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ब्लॉक मुख्यालय से पिछले चार वर्षों से किया जा रहा है।
कौडूटोला के उदेराम साहू, बेनीप्रसाद साहू, जादूटोला के उदय प्रकाश यादव, देवनारायण नेताम, भनसुला के डेरहाराम मेश्राम, बिहरीकला से पन्नालाल मेश्राम ने बताया कि चार दिन से समूह जल संयंत्र योजना फेल हो गई है। नलों से पानी नहीं आ रहा है। गांव में बारिश के मौसम में पीने के पानी की व्यवस्था के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले चार दिन से पानी नहीं मिल रहा है। पीएचई विभाग से शिकायत करने पर वे कहते हैं कि पॉवर सप्लाई व लो-वोल्टेज के कारण व्यवस्था बाधित हो रही है तो हम क्या कर सकते हैं?
पीएचई व बिजली कंपनी का करेंगे घेराव करेंगे ग्रामीण
समूह जल संयंत्र योजना से नियमित पेयजल आपूर्ति की मांग को लेकर आर्सेनिक प्रभावित गांव के ग्रामीण लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सब-डिवीजन कार्यालय एवं छग राज्य विद्युत वितरण कंपनी के सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। कौडूटोला के किसान नेता उदेराम साहू, बेनीप्रसाद साहू, जादूटोला के किसान नेता सेवानिवृत्त अधिकारी देवनारायण नेताम, उदय प्रकाश यादव एवं भनसुला के डेरहाराम मेश्राम ने कहा कि अब पानी सिर से निकल चुका है और अब उनके पास सडक़ में उतरने एवं आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा हुआ है।
ग्रामीणों ने कहा कि पानी के लिए रोज-रोज तड़पने से अच्छा है कि हम अब आर-पार की लड़ाई लड़े। यदि विभाग पेयजल आपूर्ति नहीं कर पा रहा है तो हम अपनी पुरानी व्यवस्था में वापस लौट जाएंगे। इससे हमें रोज-रोज इनका रास्ता देखना और परेशान नहीं होना पड़ेगा। किसान नेताओं ने चेतवानी दी कि यदि दो दिन के अंदर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बहाल नहीं हुई तो वे बिजली कंपनी व पीएचई कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
पीएचई एसडीओ एचके शंडे ने बताया कि योजना के क्रियान्वयन के लिए उन्हें इटेंकवेल व फिल्टर प्लांट में जितनी पॉवर की आवश्यकता है, वह उन्हें मिल नहीं पा रहा है, इसलिए पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो रही है। बिजली कंपनी के अफसरों को मांग के अनुरूप पॉवर उपलब्ध कराने हेतु चर्चा की गई है और पत्र लिखा गया है।
बिजली कंपनी के जेई बीएन कुर्रे ने कहा कि लोड बढऩे के कारण बार-बार ट्रिपिंग व लो-वोल्टेज की समस्या आ रही है। शीर्ष अफसरों को सूचना दी गई है। उन्होंने बताया कि लोकल स्तर पर कहीं कोई पॉवर कट नहीं हो रहा है। आगे से सप्लाई नहीं मिलने पर ही बिजली गुल हो रही है।