राजनांदगांव
दूसरे दिन सडक़ें दिखी चौड़ी, व्यापारिक मार्ग से कम हुआ बेजा कब्जा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 जुलाई। शहर के व्यापारिक मार्गों में बेजा कब्जा कर व्यापार करने के खिलाफ निगम की सख्त कार्रवाई का कारगर असर रहा। दूसरे दिन शहर के भीतरी मार्ग जहां काफी चौड़े और बेजा कब्जे से मुक्त नजर आए। वहीं दुकानदारों ने निगम के कड़े रूख को देखते हुए अपने दुकान के हद से ही व्यवसाय किया। लिहाजा व्यापारिक दबाव झेलने वाले मार्ग में लोगों को आवाजाही में सहुलियत हुई।
निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी की अगुवाई में मंगलवार को पूरे प्रमुख मार्गों में डेरा जमाकर व्यापार करने वाले लोगों पर निगम ने सख्ती दिखाई। निगम आयुक्त पुलिस बल लेकर खुद रास्तों को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए डटे रहे। लंबे समय बाद हुई कार्रवाई से व्यापारियों में भले ही नाराजगी दिखी, लेकिन आम लोगों के लिए मुख्य रास्तों से आवागमन करना सुगम हो गया। इसी के चलते बुधवार को सभी बड़े व्यापारिक मार्गों पर अतिक्रमण नजर नहीं आया।
ईमाम चौक से मानव मंदिर चौक के बीच हंडी पसरा का कारोबार भी सिमटा रहा। वहीं ठेले खोमचों के जरिये रास्ते में जमे रहने वाले व्यापारी भी आज गायब रहे। जूनी हटरी से गुडाखू लाईन मार्ग में भी ट्रेफिक का दबाव नजर नहीं आया। सडक़ के किनारे सब्जी व्यापार करने वालों को भी निगम ने सख्ती दिखाई दी। बताया जा रहा है कि मटका दुकानों को हाट बाजार में शिफ्ट करने का आयुक्त ने निर्देश दिया है। निगम के निर्देश का पालन नहीं करने पर आयुक्त ने कड़ी कार्रवाई करने के लिए मटका व्यापारियों को चेताया है।
बताया जा रहा है कि शहर के भीतरी मार्गों में व्यापार करने से अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। यातायात पुलिस को अंदरूनी रास्तों को सुगम बनाने के लिए अतिरिक्त ताकत झोंकनी पड़ती है। चिल्हर कारोबार करने वालों की वजह से स्थाई दुकानदारों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। सडक़ में धीरे-धीरे व्यापार करने के लिए दुकानदार आगे निकलकर बेजा कब्जा करने की जुगत में रहते थे। यही कारण है कि गुडाखू लाइन, कामठी लाइन, सिनेमा लाइन, ईमाम चौक से जयस्तंभ चौक समेत कुछ और मार्गों में सडक़ के किनारे व्यापार होने से लोगों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ रही थी।
कई बार आला अफसरों को भी जाम में फंसने से परेशानी का सामना करना पड़ता था। निगम के सफाई कर्मचारियों को भीड़ निर्मित होने की स्थिति में सफाई करने में व्यवहारिक दिक्कतें होती रही। बताया जा रहा है कि कई हिस्सों को बेजा मुक्त करने के लिए निगम आयुक्त ने एक अभियान छेड़ा है। पहले ही दिन निगम आयुक्त के कड़े तेवर देखकर व्यापारियों ने कारोबार को समेट लिया। यह भी साफ है कि लगातार कार्रवाई करने से ही शहर के मार्ग अतिक्रमण मुक्त होंगे।