गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 23 जुलाई। गौधन न्याय योजना में पशुपालकों को न्याय दिलाने गुरूवार को यादव समाज प्रमुखों ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी गौधन न्याय योजना के अंतर्गत पिछले 6 महीने से नवापारा क्षेत्र में गोबर खरीदी बंद है।
कोरोना काल के चलते पशुपालकों को महंगा पशुचारा खरीदने में और अपने परिवार के जीवकोपार्जन में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार के मंशा अनुरूप शुरू किए गए योजना से किसान पशुपालकों के जीवन स्तर में लगातार सुधार हो रहा था, मगर स्थानीय स्तर पर गौधन न्याय योजना को बंद करने से लोगों का विश्वास सरकार के प्रति निराशाजनक है। प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अधिकारी इस योजना के प्रति सजग नहीं है, जिसके चलते पशुपालकों में रोष व्याप्त है।
चूंकि छत्तीसगढ़ में लगभग 25 लाख यादव निवासरत है। जिनका मुख्य व्यवसाय पशुपालन है। छत्तीसगढ़ सरकार में जितने बोर्ड, आयोग, निगम बने सभी में संबंधित जाति वर्ग को ही महत्व मिला, मगर जब बात यादव समाज से संबंधित गौ सेवा आयोग दुग्ध संघ में गैर यादव को अध्यक्ष मनोनीत किया गया। यादव समाज को अनदेखा किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
ज्ञापन देने वालों में समाज प्रमुख मनोहरलाल यादव, जगदीश यादव, सागर यादव, जितेन्द्र यादव, तुला राम साहू, रामाधार यादव, मोहन यादव, प्यारेलाल यादव, सोहन देवांगन, राजा यादव, बल्ला यादव, नरेश यादव आदि उपस्थित थे।