कोरिया
मोबाइल टॉवर, पर 2 शुरू नहीं, एक 10 वर्षों से बिगड़ा पड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 25 जुलाई। आज जब लोग एक मिनट भी मोबाइल से दूर नहीं रह सकते, वहीं कोरिया जिले में ऐसे कई गांव है, जहां बिना मोबाइल कनेक्टिविटी के लोग रहने को मजबूर हंै। कहने को इस क्षेत्र में जीओ के दो टॉवर लगे हैं, पर एक भी शुरू नहीं हो पाया है,जबकि बीएसएनएल का एक टॉवर 10 वर्षों से बिगड़ा पड़ा है। वहीं जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से 225 किमी दूर होने के कारण वर्षों से समस्याएं जस की तस बनी हुई है।
आज मोबाईल हर हाथ की जरूरत बन गया है। मोबाईल के बिना कोई काम आज नहीं होता। हर समय हाथ में मोबाईल होना ही चाहिए लेकिन कोरिया जिले के भरतपुर जनपद पंचायत अंतर्गत कई गांव ऐसे हैं, जहां पर आज भी मोबाईल टावर की समस्या से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार भरतपुर जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बडग़ांवकला, बघेल, रूषनी, केसौडा, ढाब, तुमाडी, रौंकऐसे गांव हैं, यहां के लोग बिना मोबाइल की सुविधा के निवास कर रहे हंै। लोगों को मोबाईल टॉवर नहीं होने की समस्या से जूझना पड़ रहा है। जिसके कारण उक्त क्षेत्र के लोग देश दुनिया की जानकारी को प्राप्त नही ंकरने के अलावा अपने दूर रिश्तेदार परिचितों से संपर्क नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार उक्त क्षेत्र की करीब 22 सौ से 23 सौ के करीब जनसंख्या हंै। उक्त क्षेत्र में दो जियों मोबाईल टॉवर स्थापित किया गया है और एक बीएसएनएल का मोबाईल टॉवर लगाया तो गया है लेकिन बीएसएनएल का टॉवर पिछले 10 वर्षो से खराब है तो वह आज तक सुधार नहीं कराया जा सका है। वही ंजियो टॉवर शुरू ही नही हो पाया है। वैसे तो उक्त क्षेत्र के ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी मोबाईल टावर को लेकर है। संचार सुविधा का अभाव होने के कारण लोग एक दूसरे से संपर्क नहीं कर पा रहे हंै।
हाई स्कूल के बाद ज्यादातर छोड़ देते हंै पढ़ाई
जानकारी के अनुसार भरतपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम बडग़ांवकला में हाई स्कूल संचालित है, इस वजह से ज्यादातर विद्यार्थी हाई स्कूल उत्तीर्ण करने के बाद दूर जनकपुर व अन्य क्षेत्रों में बहुत कम जा पाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान लड़कियों को उठाना पड़ रहा है। 10वीं पास करने के बाद इस क्षेत्र की ज्यादातर घरों की लड़कियो ंको अभिभावक बाहर पढ़ाई करने नहीं भेजते। दूसरा आसपास के गांव बडग़ांवकला से दूर है जिस कारण छात्राएं हाई स्कूल की पढाई करने नहीं पहुच पाती है।
ग्रामीणों की मांग है कि यदि बडगॉवकला में हायर सेकेण्डरी स्कूल की सुविधा प्रदान कर दी जाये तथा बालिकाओं के लिए छात्रावास खोल दिया जाये तो क्षेत्र के कई लडकियॉ हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी स्कूल तक पढाई छात्रावास में रहकर कर सकती है। पूर्व सरपंच शिवचरण ने बताया कि आस पास के सभी गांव के बच्चे हाई स्कूल पढऩे आते हंै।
उन्होंने बताया कि बडग़ांवकला हाई स्कूल में करीब 12 किमी दूर तक के बच्चे पढऩे आते हैं, जिनमें बालिकाएं भी शामिल हंै। बालिकाओं को हॉस्टल सुविधा मिलती तो उन्हें आसानी रहती है। ंग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार हाई स्कूल बडग़ांवकला स्थित हाई स्कूल में सिर्फ चार शिक्षक ही पदस्थ हैं।
सोलर प्लांट दो माह से खराब
भरतपुर जनपद पंचायत के दूरस्थ गॉवों में से एक बडगांवकला के पूरबपारा में स्थापित सोलर प्लांट दो माह से खराब पडा हुआ है जिसका सुधार कार्य नहीं कराया जा रहा है जिस कारण ग्रामीणों केा अंधेरे में रात काटने की मजबूरी है।
ग्रामीणों ने बताया कि इसके पूर्व सोलर प्लांट की एक सीट उड़ गयी थी जिसे ठीक कराया गया। वही पश्चिम पारा में सोलर प्लांट से कुछ समय के लिए लाईट जलने की शिकायत ग्रामीणों ने करते हुए कहा कि इसे भी सुधार कराये जाने की जरूरत है ताकि पर्याप्त समय तक लोगों को रोशनी मिल सके। सरपंच जीवनलाल का कहना है कि बडग़ांवकला में काम तो पर्याप्त है लेकिन यहां बिजली ही नही रहती है जिसके अभाव में कोई काम नही हो रहा हैं।
दक्षिणपारा में न सडक़ न पानी
ग्राम बडग़ांवकला के दक्षिण पारा में पहुंचने के लिए सडक सुविधा का विस्तार नही ंकराया जा सका है और इसके अलावा प्रमुख समस्याओं में से एक पेयजल की समस्या है। यहां शुद्ध पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण अपने साधन से लोग पेयजल प्राप्त करते है तथा कई लोग ढोढ़ी का पानी पीने को मजबूर है। वहीं पिपरिया टोला में स्थित सोलर हैंडपंप का पाईट फट गया है जिसे कई महीने बीत जाने के बाद भी सुधार कार्य नही कराया गया जबकि पिपरियाटोला में 40 घर के परिवार रहते है जिन्हे शुद्ध पेयजल नही मिल पा रहा है। छात्रावास का सोलर हैंडपंप भी कई दिनों से खराब पड़ा हुआ है, वही आयुर्वेद औषधालय के पास का हैंडपंप भी काफी दिनों से बिगड़ा पड़ा है।
केल्हारी तक सडक़ सुविधा की मांग
बडगॉकला व आस पास के क्षेत्र के लोगों की मांग है कि केल्हारी जाने के लिए बडगांवकला से कच्चे रास्तें पर सडक की सुविधा हो। क्षेत्र के ग्रामीण जंगल के रास्ते पैदल व बाईक से केल्हारी तक पहुंचते है। यदि बडगॉवकला से केल्हारी तक सडक बना दी जाती है तो क्षेत्र के कई गॉवों के लोगों केा केल्हारी तक जाने की सडक सुविधा का लाभ मिल सकेगा और आसानी से लोगों का आना जाना हो सकेगा।
वैक्सीनेशन की अपेक्षित गति नहीं
ग्रामीणों के अनुसार बडग़ांवकला व उसके आस पास के गॉवो के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन भी अपेक्षित रूप से नही लग पाया है। ग्रामीण बताते है कि 45 प्लस वालों के लिए वैक्सीन आयी थी और कई लोगों ने पहला डोल लगवाया है लेकिन दूसरा डोज ज्यादातर लोगों को नहीं लग पाया है, वहीं 18 प्लस वाले ज्यादातर का वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है।