बलौदा बाजार

बायपास के अधूरे हिस्से में बरसात में भर जाता है कीचड़
26-Jul-2021 6:52 PM
  बायपास के अधूरे हिस्से में बरसात में भर जाता है कीचड़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदा बाजार, 26 जुलाई। बायपास के एक अधूरे हिस्से का निर्माण तीन से चार वर्ष बाद भी आज तक अधूरा है, जिसकी वजह से यहां बायपास में बरसात के दिनों में बायपास के अधूरे हिस्से में कीचड़ भर जाता है। वहीं साल के शेष महीने में धूल उड़ती रहती है।

 अधूरे हिस्से के निर्माण को लेकर स्थानीय नेताओं द्वारा चक्काजाम धरना तक दिया गया परंतु आज तक बायपास के अधूरे हिस्से का निर्माण नहीं किया जा सका है। इस संबंध में संबंधित विभाग से लेकर प्रशासनिक अधिकारी भी कुछ स्पष्ट नहीं बता रहे हैं। बायपास के अधूरे रहने का असर नगर के यातायात में भी पढ़ता रहता है, जिसकी वजह से रात्रि 10 बजे नो एंट्री खुलते ही हैवी वाहन बायपास के बजाय नगर के भीतर से गुजरते हैं। बाईपास के अधूरे पेज का निर्माण करा पाने में शासन प्रशासन के फेल होने की वजह से लोगों को बायपास का फायदा नहीं मिल सका है।

बरसात में दलदली हो जाता है मार्ग

बायपास के इस 1.88 किलोमीटर के पैच का जायजा लिया गया तो तेज धूप की वजह से मार्ग में धूल ही धूल नजर आई। एक बड़े वाहन के गुजरते ही धूल का ऐसा गुब्बारा उड़ता है कि कुछ देर तक कुछ नजर ही नहीं आता है। तेज बारिश होते ही इस पैच में कीचड़ भर जाता है। आसपास के इलाकों में काली मिट्टी तथा मुरूम होने की वजह से बारिश होने तथा इस मार्ग हैवी वाहनों के गुजरने की वजह से पूरे 1.88 के बीच में दलदल हो जाता है, जिसकी वजह से इस पेज में आए दिन वाहन कीचड़ में फंस रहे हैं। इस पैच में किसी वाहन के फंसते ही दोनों और सडक़ों वाहनों की कतार लग जाती है।

वहीं बायपास के किनारे के ग्रामों भाटागांव,  कोकड़ी, परसाहदेर के ग्रामीणों ने बताया कि जब बाईपास का निर्माण हो रहा था तब ग्रामीण सोचते थे कि बायपास स्टार्ट होने के बाद इसके किनारे नए नए रोजगार तैयार होंगे, परंतु बायपास का अधूरा निर्माण सिरदर्द बन गया है।

प्रतिदिन गुजरते हैं 5000 से अधिक वाहन

गौरतलब हो कि इस बायपास से जिले के प्रमुख चार सीमेंट संयंत्रों के साथ ही साथ जांजगीर, रायगढ़, बिलासपुर तथा रायपुर जिलों के लिए प्रतिदिन 5000 से अधिक हैवी वाहन गुजरते हैं, परंतु बायपास का अधूरा पैच पूरी योजना पर सवालिया निशान लगा रहा है। सूत्रों के अनुसार जिला मुख्यालय बलौदा बाजार शहर के लिए बनाए गए बायपास अंतर्गत लगभग लगभग 1.88 किलो मीटर बायपास सडक़ के एक निजी सीमेंट संयंत्र के माइंस एरिया में आने के कारण उक्त दूरी में सडक़ निर्माण आज तक नहीं हुआ है।

सूत्रों के अनुसार उक्त सीमेंट संयंत्र द्वारा रोड के लिए जमीन व सडक़ निर्माण के लिए मांग अनुसार राशि 3-4 वर्ष पूर्व ही शासन के पास जमा करा दी गई है। बावजूद इसके उक्त अधूरे मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो पा रहा है।

विदित हो कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा 16 जनवरी 2005 को बलौदाबाजार प्रथम प्रवास के दौरान नगर के लिए बायपास की घोषणा की थी। उक्त घोषणा के 10 वर्ष बाद वर्ष 2015-16 में लोक निर्माण विभाग द्वारा बलौदा बाजार के लिए सडक़ का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। 12.5 किलोमीटर लंबे बायपास मार्ग का बीते 3 से 4 साल पूर्व से ही हो चुका है, परंतु 1.88 किलोमीटर अधूरा है।

सूत्रों के अनुसार बायपास का यह स्थान एक निजी सीमेंट संयंत्र के एरिया में आ रहा है, जिससे लेकर बायपास के नक्शे में बदलाव की प्रक्रिया अपनाई गई थी, परंतु प्रशासनिक लचर सिस्टम की विफलता का परिणाम यह है कि आज भी क्षेत्र के हजारों लोग बायपास के लाभ से वंचित हो रहे हैं। रायपुर रोड, लवण रोड तथा भाटापारा रोड के जिस स्थान से बायपास स्टार्ट होती है। वहां लोक निर्माण विभाग संभाग बलौदा बाजार के बड़े बोर्ड जरूर लटके हुए हैं, परंतु योजना आज तक पूरी नहीं हुई है।

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