गरियाबंद

सोनेसिल्ली के 23 किसान परिवारों का राजधानी के लिए पैदल मार्च
26-Jul-2021 7:40 PM
सोनेसिल्ली के 23 किसान परिवारों का राजधानी के लिए पैदल मार्च

   एसडीएम के लिखित स्थगन आदेश से पदयात्री वापस लौटे    

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 26 जुलाई। सोनासिल्ली के 23 किसान परिवारों को कृषि भूमि से बेदखल करने के विरोध में किसान राजधानी के लिए पैदल निकले। एसडीएम के लिखित स्थगन आदेश के बाद वापस लौटे।

ज्ञात हो कि पिछले दिनों एसडीएम, तहसीलदार राजस्व विभाग की टीम ने सोनेसिल्ली में मुख्य मार्ग के दोनों ओर की बेशकीमती 126 एकड़ कृषि भूमि किसानों से खाली करवा ली थी। गांव के 23 गरीब भूमिहीन परिवारों को 1970 में ग्राम पंचायत कुर्रा आश्रित ग्राम सोनेसिल्ली में तत्कालीन मप्र सरकार द्वारा जीवनयापन के लिए कृषि भूमि प्रदान की गई थी।

इस पर ये परिवार 51 साल से खेती करते आ रहे थे। इनका आरोप है कि सरपंच गोमेश्वरी साहू, सरपंच पति अजय साहू व उपसरपंच ताराचंद साहू ने जबरदस्ती जमीन से बेदखल करवा दिया था। किसानों का आरोप है कि सरपंच के हस्तक्षेप से ही उनसे जमीन खाली करवाई गई। इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई थी लेकिन पीडि़तों के पक्ष में कोई सुनवाई न होने से नाराज परिवार शनिवार सुबह 5 बजे से पैदल मार्च कर कलेक्टर और मंत्रियों से गुहार लगाने राजधानी रायपुर के लिए निकले थे।

अभनपुर एसडीएम निर्भय साहू को जैसे ही पीडि़त परिवारों के रायपुर पैदल मार्च की जानकारी हुई वे पदयात्रियों से मिलने माना बस्ती वनोपज जांच नाका के पास पहुंचे। पदयात्रियों से चर्चा कर एसडीएम ने उक्त भूमि पर सरपंच के किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप न करने का स्थगन आदेश लिखित में जारी किया। इसके बाद पदयात्री वापस हो गए।

उल्लेखनीय है जमीन बेदखली से एक दिन पहले पीडि़त कृषक परिवार अपनी गुहार लगाने विधायक धनेंद्र साहू के गृहग्राम तोरला पहुंचे थे जहां विधायक से मुलाकात न होने पर आक्रोशित हो गए थे तथा उनका घर घेरकर खिलाफ नारेबाजी भी की थी। राजस्व विभाग की तय कार्रवाई के तहत अगले दिन 3 खसरे में बंटी 126 एकड़ जमीन खाली करवा ली गई। 23 किसान अपने परिवार सहित शनिवार सुबह 5 बजे रायपुर तक पदयात्रा के लिए निकले थे, जो कलेक्टर से मिलकर प्रशासन द्वारा उनसे मुक्त कराई गई जमीन वापस करने की मांग करने जा रहे थे। पदयात्रा करते जब ये 30 किलोमीटर दूर माना पहुंचे, तो वहां अभनपुर एसडीएम निर्भय साहू के नेतृत्व में अभनपुर व गोबरा नवापारा थाना की संयुक्त पुलिस ने उन्हें आगे बढऩे से रोक लिया। एसडीएम पदयात्रियों को उनकी मांग पर विचार करने का आश्वासन देते हुए वापिस लौट जाने की बात कहते रहे लेकिन पदयात्री लिखित आश्वासन के बिना मानने को तैयार नहीं थे।

आखिरकार लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद एसडीएम ने इन पदयात्रियों को लिखित में आश्वासन दिया कि आगामी आदेश तक सोनेसिल्ली पंचायत द्वारा पदयात्री किसानों की जमीन पर किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा। इसके बाद पदयात्री माने और एसडीएम के प्रति आभार व्यक्त किया। इसके बाद पुलिस ने सभी पदयात्रियों को रायपुर-राजिम सवारी बस से सोनेसिल्ली के लिए रवाना किया। चर्चा में पीडि़त किसान बिसहत राम साहू, विजय यादव, पंचूराम साहू, त्रिलोचन यादव, नंदलाल तारक, रामकुमार, साहू, उमा बाई साहू, दूमेश्वरी साहू, खिलेश्वर साहू, लीलाबाई यादव, युवराज तारक के साथ अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के उपाध्यक्ष मदनलाल साहू, सचिव तेजराम विद्रोही, अभनपुर थाना प्रभारी बोधन साहू, माना थाना प्रभारी रावते, गोबरा नवापारा के सहायक निरीक्षक श्रवण मिश्रा उपस्थित थे। पदयात्रा में महिला, पुरुष किसानों के साथ युवा एवं बच्चे भी शामिल थे।

पंचायत के इस रवैये से नाराज किसानों ने अपनाया सत्याग्रह का रास्ता

मालूम हो कि सोनेसिल्ली के रहने वाले इन पदयात्री किसानों को लगभग 50 वर्ष पूर्व शासन ने ग्राम की शासकीय बंजर भूमि काश्तकारी हेतु दी थी। इन किसानों द्वारा तभी से बंजर जमीन को उपजाऊ बनाकर खेती की जा रही थी लेकिन लगभग डेढ़ महीने पूर्व ग्राम पंचायत की मांग पर प्रशासन द्वारा इनकी जमीनों को अतिक्रमणमुक्त कर अधिग्रहित करते हुए आरक्षित भूमि का बोर्ड लगा दिया गया था। इससे इन भूमिहीन किसानों के समक्ष भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई थी। प्रशासन और शासन से समस्या का समाधान नहीं हुआ तो इन लोगों ने प्रशासन द्वारा अतिक्रमणमुक्त कर अधिग्रहित की गई अपनी जमीन पर धान की बोआई कर दी लेकिन पंचायत द्वारा उनके द्वारा बोआई की गई जमीन पर मनरेगा के तहत पौधारोपण कर दिया गया। पंचायत के इस रवैये से नाराज इन किसानों ने सत्याग्रह का रास्ता अपनाते हुए रायपुर तक पदयात्रा कर कलेक्टर से गुहार लगाने का निर्णय लिया था।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news