राजनांदगांव
राजनांदगांव, 26 जुलाई। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव में गत् दिनों नैक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्राचार्य डॉ. बीएन मेश्राम के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यशाला में राजनांदगांव जिले के 9 तथा बालोद जिले के 9 महाविद्यालयों ने सहभागिता की। कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में डॉ. सीएल देवांगन कुलसचिव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, डॉ. सुशीलचंद्र तिवारी अतिरिक्त संचालक दुर्ग संभाग, डॉ. जीए घनश्याम विशेष कर्तव्य अधिकारी राज्य गुणवत्ता प्रकोष्ठ रायपुर तथा प्रो. विकास पंचाक्षरी उपस्थित थे।
प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. बीएन मेश्राम ने कार्यशाला के आयोजन पर प्रकाश डालते कहा कि दोनों ही जिलों के महाविद्यालयों को समय-सीमा के भीतर अपना कार्य पूर्ण करने हेतु इसका आयोजन किया गया है। डॉ. सुशीलचंद्र तिवारी ने कहा कि दुर्ग संभाग के जितने भी महाविद्यालय है, उनको अपना कार्य अच्छे से करना होगा। जिससे उनके महाविद्यालयों को नैक अच्छे से अंक प्राप्त हो और उच्च शिक्षा की मंशा के अनुसार सभी महाविद्यालय अधिक से अधिक संसाधन अपने प्रयासों से उपलब्ध करवाए। डॉ. जीए घनश्याम ने नैक के सभी बिंदुओं पर प्रकाश डाला और कहा कि हमारा प्रस्तुतिकरण सबसे महत्वपूर्ण होता है। डॉ. सीएल देवांगन ने कहा कि विश्वविद्यालय का पूरा सहयोग सारे महाविद्यालयों को मिलेगा तथा सारे प्रपत्र समय सीमा के अंदर महाविद्यालय को उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
डॉ. नीलू श्रीवास्तव ने संचालन करते नैक के 7 बिंदुओं पर प्रकाश डाला तथा सभी विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न महाविद्यालय के प्राचार्यों तथा आईक्यूएसी संयोजकों के प्रश्नों का उत्तर दिया। इस अवसर पर जिला स्तरीय समिति के सदस्य डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. निवेदिता लाल एवं डॉ. अनिता साहा उपस्थित थे।