राजनांदगांव
अब तक खाद विक्रय से 19 लाख की आय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 जुलाई। छत्तीसगढ शासन द्वारा खेतीहर किसानों तथा पशु पालकों के हित में गोधन न्याय योजना प्रारंभ किया गया है। योजना के तहत 2 रुपए किलो की दर से सरकार द्वारा पशुपालकों से गोबर खरीदा जा रहा है। गोबर से महिला स्व सहायता समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है।
खाद का खेतों में उपयोग कर फसल के उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों को फायदा हो रहा है। इसी प्रकार गोबर विक्रय करने से पशु मालिकों को भी आर्थिक लाभ मिल रहा है। साथ ही खाद बनाने से महिला स्व सहायता समूहों को भी रोजगार प्राप्त हो रही है। गोबर विक्रय होने से एक फायदा यह भी है कि पशु मालिक अपने जानवरों को बांधकर रख रहे हैं। जिससे रोड में जानवर बैठने से होने वाली दुर्घटना से भी निजात मिल रहा है।
गोधन न्याय योजना की क्रियान्वयन की कड़ी में नगर निगम राजनांदगांव के लिए शासन द्वारा 4 गौठान केन्द्र नवागांव, रेवाडीह, मोहारा एवं लखोली की स्वीकृति प्राप्त हुई, जहां गोबर खरीदी कर वर्मी खाद के अलावा, गमला, दीया एवं गोबर की लकड़ी बनायी जा रही है। वर्मी कम्पोस्ट का लाभ नागरिकों को दिए जाने नगर निगम द्वारा हाट बाजार में वर्मी कम्पोस्ट बिक्री केन्द्र भी प्रारंभ किया गया है, जहां न्यूनतम दर पर वर्मी कम्पोस्ट खाद का विक्रय किया जा रहा है। जिसके शुभारंभ अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत एवं महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने वर्मी कम्पोस्ट क्रय किया। खाद विक्रय के लिए वर्मी कम्पोस्ट 10 रुपए और सुपर कम्पोस्ट 6 रुपए प्रति किलो एवं सुपर कम्पोस्ट प्लस 6.50 रुपए प्रति किलो की दर निर्धारित है। इसमें सुविधा के लिए 5 एवं 10 किलो का पैकेट भी बनाया गया है। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली दीदीयों द्वारा भी घर-घर जाकर खाद का विक्रय किया जा रहा है। अब तक खाद विक्रय से लगभग 19 लाख रुपए की आय प्राप्त हुई है और अब नगर निगम खाद बेचने में प्रगति करते एमेजान एवं इंडिया मार्ट जैसी ई-कामर्स कंपनी के माध्यम से खाद विक्रय करना प्रारंभ कर रही है।
जिसकी शुरूआत में कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने प्रथम एवं नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने दूसरे नंबर पर ऑनलाइन आर्डर किए हैं। जिसका लाभ अतिशीघ्र नागरिकों को भी मिलेगा।