बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 जुलाई। बेरोजगार युवती को काम दिलाने के नाम पर रायगढ़ से बुलाकर देह व्यापार कराने और प्रताड़ित करने के आरोप में सरकंडा पुलिस ने एक मां बेटी को गिरफ्तार किया है।
सरकंडा थाना प्रभारी जेपी गुप्ता से मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ जिले की पीड़ित युवती (22 वर्ष) का फेसबुक के जरिए अशोक विहार फेस वन सरकंडा निवासी दुर्गेश्वरी वैष्णव (37 वर्ष) से परिचय हुआ। दुर्गेश्वरी ने युवती को बताया कि उसका बिलासपुर में ब्यूटी पार्लर है और उसे यहां आने पर वह काम दे सकती है। बेरोजगार पीड़ित युवती काम मिलने के लालच में यहां पहुंच गई। यहां उसे खुशबू ब्यूटी पार्लर में काम पर रख लिया गया। इस बीच कोरोना संकट के कारण ब्यूटी पार्लर को बंद करना पड़ा। पीड़ित युवती को आरोपियों ने अपने ही घर पर रोक लिया। कुछ दिन बाद उसे बेवफा में शामिल होने के लिए दबाव डालने लगी। बात नहीं मानने पर उसके साथ मारपीट भी शुरू कर दी गई। पूरे मामले में दुर्गेश्वरी की बेटी भी साथ दे रही थी।
उसके चुंगल से पीड़ित युवती बहुत दिन से भागने की कोशिश कर रही थी। 24 जुलाई को चकमा देकर उनके घर से भाग गई। 2 दिन बाद शहर में छिप कर रही 26 तारीख को उसने सरकंडा थाने में पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। थाना पहुंचने से पहले उसने जहर पी लिया था। इसके चलते उसे थाने में उल्टियां होने लगी। उसे तुरंत इलाज के लिए सिम्स चिकित्सालय ले जाया गया। हालत सुधारने के बाद उससे बयान लिया गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने दुर्गेश्वरी और उसकी बेटी सुमन को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों का मोबाइल फोन जप्त कर जांच की जा रही है ताकि उक्त घटना में संलिप्त अन्य लोगों का पता किया जा सके। पुलिस ने बताया है कि पहले भी कुछ अन्य युवतियों को दोनों मां बेटी अपने जाल में फंसा कर देह व्यापार करा चुके हैं। इस आरोप में उन्हें पुलिस पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। पीड़ित युवती को उसके घर रायगढ़ भेज दिया गया है।