बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 27 जुलाई। सावन मास प्रारंभ हो गया है और पहले सोमवार को शिवालयों में दिनभर भक्तोंं का तांता लगा रहा। जगह जगह मंदिरों में अभिषेक किये गये।
सावन में भक्तों द्वारा पूरे मास भर आराधना की जाएगी। इस दौरान रूद्राभिषेक से लेकर भजन पूजन का दौर चलेगा, हालांकि कोरोना महामारी का असर भी श्रावण मास में देखने को मिलेगा क्योकि ज्यादा संख्या में भक्तगण मंदिरों में प्रवेश नहीं कर पायेंगे। सामाजिक दूरी के साथ विभिन्न निर्देशों का पालन करना पडेगा जिसके लिए प्रशासन ने पहले हीं एडवाईजरी जारी कर दी है। सावन महीना मे भगवान शंकर की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है। क्षेत्र के मंदिर देवालयों में श्रावण मास में विशेष पूजा अर्चना की तैयारी चल रही है।
नगर पालिका स्थित शिव मंदिर वहीं खप्पर बाबा शिव मंदिर, नेहरू वार्ड स्थित, हनुमान मंदिर, शिव मंदिर सहित टोहड़ीघाट एवं रामपुर के मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पूरे सावन भर भक्त पहुंचते है। कहा जाता है कि समुद्र मंथन के हलाहल के बाद भगवान शिव ने मानवता की रक्षा के लिए विष का पान कर लिया था। जिसके कारण उनके होठ नीले पड़ गये थे। जिसे देवताओं ने जल चढ़ाकर कम किया था उसी समय से शिवजी को जल अर्पित करने की परंपरा की शुरूआत हुयी है। जो आज तक जारी है। कहा जाता है कि श्रावण मास में जो भक्त सच्चे मन से शिवजी को जल अर्पित करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।