कोरिया

एसडीएम से एकतरफा समझौते को लेकर शिक्षकों में नाराजगी, ब्लॉक अध्यक्ष का इस्तीफा
27-Jul-2021 10:46 PM
एसडीएम से एकतरफा समझौते को लेकर शिक्षकों  में नाराजगी, ब्लॉक अध्यक्ष का इस्तीफा

बिहारपुर में शिक्षकों को ‘हराम की खा रहे हो’ कहे जाने का मामला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 27 जुलाई।
एसडीएम के विवादित बोल के मामले में टीचर्स एसोसिएशन के बीच दो फाड़ हो गया है। संगठन के जिला अध्यक्ष ने जहां मामले में सुलह की बात कही है, वहीं ब्लॉक अध्यक्ष ने इसे शिक्षकों के मान सम्मान के खिलाफ बताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। 

पूरे घटनाक्रम में जिला अध्यक्ष की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बिहारपुर में शिक्षकों के संबंध में कथित रूप से आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के मुद्दे पर एसडीएम नयनतारा सिंह तोमर ने न तो माफी मांगी है और न ये बात मानी है कि उन्होंने ऐसा कुछ कहा।  बावजूद जिला अध्यक्ष ने उनसे मुलाकात के बाद यह बयान जारी कर दिया कि बातचीत सौहार्दपूर्ण रही और आगे से सब मिल-जुलकर कार्य करेंगे। 

जिला अध्यक्ष के इस रवैये के खिलाफ अध्यक्ष  टीचर्स एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया और जिसे जिला अध्यक्ष ने स्वीकार भी कर लिया।
टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने रविवार को बैठक के बाद बताया कि मामले का पटाक्षेप हो गया है। माफी के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई शर्त लेकर थोड़ी बातचीत में नहीं जाया करते हैं। संविलियन को लेकर हम लोग मुख्यमंत्री से ऐसे ही खुशहाल माहौल में मिले थे। सोमवार को सुलह को लेकर वे सोशल मीडिया में ट्रोल हुए। उनसे मामले के पटाक्षेप को लेकर सवाल किया गया। उन्होंने कहा कि एसडीएम के साथ मुलाकात में भी अकेले नहीं गए थे बल्कि सब लोगों के बीच बैठकर सुलह हुई है।

जिला अध्यक्ष से पूछा गया कि आपने एसडीएम से सुबह सुलह की और इधर ब्लॉक अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया। वे आपको एसडीएम का रिश्तेदार भी बता रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि आरोप प्रत्यारोप की बातें चलती रहती है। सभी लोगों ने अपने विचार वहां बैठक में रखे। मैंने अकेले बात की, ऐसा कहना बिल्कुल झूठ है। एसडीएम द्वारा बोले जाने के साक्षी के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मामले का पटाक्षेप हो गया है, सभी ने अपनी बातें रखी है। ब्लॉक अध्यक्ष का इस्तीफा मैं स्वीकार कर लूंगा।

ज्ञात हो कि रविवार को शिक्षकों के साथ एसडीएम कि जिला अध्यक्ष की रविवार को एसडीएम से मुलाकात उनके कार्यालय में हुई। शनिवार की रात संकुल में बैठक होने की बात कर आने से मना करने वाले जिला अध्यक्ष उदय प्रताप अचानक मनेन्द्रगढ पहुंच गए। उन्होने यह तय किया कि 7 सदस्यीय दल एसडीएम से मिलने जाएगा। मामले को लेकर मनेन्द्रगढ रेस्ट हाउस में काफी देर मंत्रणा हुई। रविवार के दिन ही एसडीएम सभी सातों पदाधिकारी एसडीएम के कार्यालय पहुंचे। बातचीत में एसडीएम ने माफी मांगी और न ही ये बात मानी कि उन्होंने शिक्षकों को कुछ भी विवादित कहा है। सिर्फ जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह से ही एसडीएम की बात होती रही, परन्तु जब उन्होंने कहा कि ऐसा मंैने नहीं बोला है तो जिला अध्यक्ष को छोड़ शिक्षको ने कड़ा विरोध किया।  

जिला अध्यक्ष के द्वारा मामले को खत्म करने की बात कर डाली जिसके बाद ब्लॉक अध्यक्ष अभय तिवारी एसडीएम कक्ष से बाहर निकल आए। वहीं जिला अध्यक्ष ने मीडिया को बताया कि बातचीत बडी ही सौहार्दपूर्ण रही और अब सब मिलकर काम करेगें। ऐसा करने पर भी शिक्षकों ने विरोध जताया। ब्लॉक अध्यक्ष के बाद और भी इस्तीफे होने के आसार नजर आ रहे है। मामला जल्दी शांत होते नहीं दिख रहा है।  

रिश्तेदार है एसडीएम 
कुछ दिनों पूर्व एक पत्रकार ने बिना नाम लिखे सोशल मीडिया में कुछ विवादित पोस्ट डाली।
ऐसा बताया गया कि उक्त पोस्ट एसडीएम को लेकर है, जिसके बाद एक पंच जो उस व्हाट्सअप ग्रुप में नहीं थी, उसके द्वारा पत्रकार के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई। इधर, सोशल मीडिया में छाए रहने वाले जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने बकायदा उक्त पोस्ट को दुबारा लिखकर यह बताया कि ये देखिए यह कहीं से भी एक पत्रकार की भाषा नहीं लग रही है। वो मेरे रिश्तेदार हैं। 

तय था कि जिलाध्यक्ष ही करेंगे पटाक्षेप 
जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह लंबे समय से इस पद पर पदस्थ हैं और जब जब शिक्षकों के खिलाफ मामला सामने आया, इसी तरह पटाक्षेप करते रहे हैं। एसडीएम के मामले में पूर्व में यह तय था कि शांत बैठे जिला अध्यक्ष ऐन मौके पर आकर मामले को सुलझा लेंगे। 

क्या लिखा ब्लॉक अध्यक्ष ने 
नमस्कार, समस्त मेरे शिक्षक साथियों, मुझे यकीन था कि मेरे कुछ भी लिखे बिना आप में से भी किसी का एक भी मैसेज नहीं आएगा। आज एसडीएम मैडम द्वारा जो बैठक हुई उसमें जो निर्णायक मंडली थी वो थी जिला कार्यकारणी जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह,  एवं जिला सचिव महेश शिवहरे, प्रांतीय पदाधिकारी अशोक कुर्रे, साथ ही अभय तिवारी, गौरव त्रिपाठी , संजय ताम्रकार , सतीश सिंह। आज एसडीएम से मिलने जाने की सूचना भी जिला अध्यक्ष द्वारा ही  मिली। जब हम सभी मैडम से सौहार्द्रपूर्ण माहौल में मिलने गए तो उनके द्वारा किसी भी प्रकार की अगुवाई नहीं की गई। साथ ही जब हम से वार्ता शुरू हुई तो शुरुआत से लेकर अंत तक सिर्फ जिला अध्यक्ष द्वारा ही बात कही गई और मैडम द्वारा कुछ भी नहीं कहा गया। 

उन्होंने ये कहा कि हम लोग के कारण उनकी पूरे राज्य में बदनामी हुई। जब जब हमको मौका मिला हमने उनके द्वारा कही गई बातों पर ध्यानाकर्षण कर बताया गया कि आप के द्वारा क्या और क्यों ऐसी बात कही गई। उनके द्वारा कही गई बात को स्वीकार नहीं किया गया। वार्ता उपरांत जब फोटो खींचने जैसी बात आई तो उनका कहना था कि नहीं फोटो नहीं क्योंकि मीडिया वाले गलत रिप्रेजेंट करेगे। और यहां तक कहा गया कि आप लोग अपने ग्रुप में किसी भी प्रकार की गलती या माफी या खंडन जैसी बात नही करेंगे। 
मैंने उसी वक्त उनका चेबर छोड़ दिया। उसके बाद फोटो भी खींची गई, विज्ञप्ति भी जिला अध्यक्ष द्वारा जारी कर दी गई। रेस्ट हाउस मनेन्द्रगढ में इस पटाक्षेप का भी विरोध किया जिसमें अभय, गौरव, संजय ताम्रकार भईया, मौजूद थे। जिला अध्यक्ष द्वारा बार-बार मुझपर ही कहा गया कि सब ठीक हो गया। आप की मानसिकता ही विरोध की है और फिर मैं वहां से चला गया। साथियों मुझे आप सभी से खेद है और मैं क्षमा प्रार्थी भी हूं। मैं अपने और अपने साथियों के सम्मान के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करूंगा। आज मैंने निर्णय लिया है कि में अपना इस्तीफा देता हूं। मैं ऐसे जिलाध्यक्ष के साथ काम नहीं करूंगा जो अपने और अपने साथियों के सम्मान की रक्षा न कर सके। शुभ रात्रि।
 

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