दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 जुलाई। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए मुकम्मल तैयारियों के साथ ही अभी उपलब्ध समय में निर्माण कार्यों एवं अन्य विभागीय गतिविधियों पर फोकस करें. बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए शासन ने ऐहतियात के साथ एवं प्रोटोकाल का पालन करते हुए 2 अगस्त से स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। इसे देखते हुए अपनी तैयारियां पूरी कर लें। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल खोलने के संबंध में पालक समितियों की स्वीकृति ले लें। 50 प्रतिशत का रोस्टर होना चाहिए, जो स्कूल नहीं आना चाहते, उन्हें बाध्य न करें. इसके साथ ही स्कूल खुलने से पूर्व सभी निजी एवं शासकीय स्कूलों का सैनिटाइजेशन करा लें। इसके साथ ही किसी भी तरह की टूट-फूट हो तो उसकी भी मरम्मत कर लें। बैठक में अपर कलेक्टर सुश्री नूपुर राशि पन्ना, रिसाली नगर निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे, अपर कलेक्टर बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने तीसरी लहर को देखते हुए टास्क फोर्स की बैठक में दिए गए निर्देशों के पालन की समीक्षा भी की। उन्होंने सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन पाइपलाइन अथवा सिलेंडर की स्थिति, जनरेटर, एंबुलेंस, सर्जिकल यूनिट की तैयारियों के बाबत पूछा। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करा लें।
कलेक्टर ने कहा कि बरसात के मौके पर मौसमी बीमारियां फैलने की आशंका रहती है। इसके लिए जरूरी है कि सभी नगरीय निकाय एवं बड़े गांवों से सैंपल पीएचई विभाग में जांच के लिए नियमित रूप से भेजते रहे। उन्होंने कहा कि सैंपल की मात्रा अधिक होनी चाहिए, जिन नगरीय निकायों ने कम सैंपल भेजे हैं, वे सैंपल की संख्या बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि पानी में ई-कोलाई जैसे बैक्टीरिया की पहचान के लिए नियमित रूप से सैंपल भेजना एवं पर्याप्त संख्या में भेजना बेहद जरूरी है। इस सबसे अहम नागरिक सुविधा पर काम की मानिटरिंग नियमित रूप से करें।