कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 28 जुलाई। विकासखंड के सुदूर वनांचल के बैगा बाहुल्य नक्सल प्रभावित ग्राम पंचायत दुलदुला के आश्रित ग्राम बेंदा में डायल 112 चिल्फी की टीम ने प्रसव पीड़ा में कराहती प्रसूता महिला को अस्पताल पहुंचाने का सराहनीय काम किया है।
घटना के विषय में जानकारी देते हुए डायल 112 टीम के आरक्षक बीरबल यादव ने बताया कि सुबह से ही क्षेत्र में मौसम खराब होने के चलते बारिश हो रही थी, उसी दौरान ग्राम बेंदा के संजय मेरावी जो कि टिकरापारा में निवास करता है उसकी पत्नी रामवती डिलीवरी के पूर्व लेबर पेन से तड़प रही थी ।खराब मौसम व लगातार बारिश के चलते ,जंगल का रास्ता होने के कारण संजय व उसके परिवार वालों को प्रसव से कराहती महिला को अस्पताल शिफ्ट करने में परेशानी हो रही थी ।उसी दौरान संजय को व उसके परिवार वालों को सुझा कि क्यों न 112 की टीम को फोन किया जाए उन्होंने 112 की टीम को कॉल कर अपनी समस्या से अवगत कराया। जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए 112 की टीम ग्राम बेंदा के टिकरापारा पहुंच आरक्षक बीरबल यादव व चालक भोलाराम छेदावी के सहयोग से प्रसूता को चिल्फी अस्पताल प्रसव हेतु पहुंचाया गया।
डायल112 से वनांचल में मिल रहा है सहयोग
डायल 112 से चिल्फी सहित अन्य सभी थाना क्षेत्रों में सभी प्रकार का सहयोग व राहत लोगों को मिल रही हैं। इसी कड़ी में चिल्फी थाना में पैंथर 1 व पेंथर.2 का तत्काल सहयोग क्षेत्र के लोगों को एक्सिडेंटल केस में तो मिल ही रहा है साथ ही क्षेत्र के बैगा आदिवासियों को स्वास्थ्य सुविधा को लेकर भी बराबर लोगों को सुविधाएं प्रदान की जा रही है। धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में इन लोगों को अस्पताल पहुंचाने के अलावा एनएच में लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर पीडि़तों को अस्पताल पहुंचाकर जान बचाने का नेक कार्य डायल 112 की टीम द्वारा किया जा रहा है। लगातार उनकी टीम द्वारा गंभीर दुर्घटना में घायल लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोड़ला व जिला चिकित्सालय कवर्धा पहुंचाकर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कर जान बचाने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है जिसकी लोगों द्वारा प्रशंसा की जा रही है।