कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 28 जुलाई। छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ के बैनर तले केशकाल ब्लॉक के समस्त 9 लेम्प्सों के कर्मचारी अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर विगत 24 जुलाई से केशकाल के जिला सहकारी बैंक के सामने धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। धरना पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि धान खरीदी के पश्चात परिहवन न होने से धान में आ रही सुखत का अतिरिक्त खर्च समितियों वापस करने, धान खरीदी नीति के आवश्यक बिंदुओं पर संशोधन करने समेत कुल पांच सूत्रीय मांगों को जब तक शासन प्रशासन पूरा नहीं करती, तब तक हमारा यह अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
नरेश नेताम ने बताया कि हम सभी विगत 24 जुलाई से धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। हमारी मुख्य मांगें है कि धान परिवहन देरी के कारण धान में आ रही सुखत व अतिरिक्त खर्चा की राशि समितियों को वापस करवाने, प्रदेश के 2058 सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को सातवें वेतनमान वेतन अनुदान पंजीयक शीघ्र लागू करने, शासकीय कर्मचारी की भाति नियमित कर वेतनमान दिए जाने, प्रदेश के 2058 सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को सेवा नियम 2018 के अनुसार प्रबंधक की भर्ती 50 प्रतिशत के स्थान पर 100 प्रतिशत समिति के संस्था प्रबंधकों को केडर प्रबंधक पद पर सदिलियन करते के लिए बैंक के अन्य रिक्त पदों पर समिति के अन्य कर्मचारियों को 100 प्रतिशत संविलियन के माध्यम से किया जाने, सहकारी समिति सेवा नियम 2018 में आशिक संशोधन कर अनुशंसित टीप को तत्काल लागू करने और पांचवीं मांग खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 की धान खरीदी नीति में आवश्यक बिन्दुओं पर विपणन संघ बैंक व समिति और संघ के बीच में कमेटी गठित कर धान खरीदी नीति में आवश्यक संशोधन किया जाने की मांग शामिल हैं। जब तक हमारी मांगे पूरी नही होंगी हमारा यह प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा ।
तथा इस धरना प्रदर्शन से प्रभावित होने वाले शासकीय कार्यों की पूर्ण जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।