रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 जुलाई। विधानसभा में भूपेश सरकार ने आगामी खर्चे के लिये 2485.59 करोड़ का अनुपूरक बजट पारित किया। इस बजट में किसान, मजदूर के साथ अन्य वर्गो योजनाओं का उल्लेख किया गया है, परन्तु राज्य सरकार कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते के भुगतान के लिये बजट प्रावधान कोई उल्लेख नही किया है जिससे प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरो की आशा घोर निराशा में बदल गया है।
जारी विज्ञप्ति मे उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राज्य के पेंशनरों और कर्मचारियों के जुलाई 19 से कोविड के नाम पर रोके गये 5 प्रतिशत महंगाई राहत-भत्ता की राशि को एरियर सहित कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान-पंजाब की भांति पूरा 28त्न प्रतिशत तत्काल छत्तीसगढ़ राज्य में भी बिना देर किए देने की मांग किया है। साथ ही उन्होंने राज्य के पेंशनरो को वंचित रखकर छत्तीसगढ़ के व्यूरोक्रेट को छत्तीसगढ़ के कोष से दिए जा रहे 28 फीसदी महंगाई भत्ते की राशि के लगातार किए जा रहे भुगतान पर रोष जताया है।
वीरेन्द्र नामदेव एवं फेडरेशन से सम्बद्ध भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के अध्यक्ष जेपी मिश्रा,पेशनर्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष यशवन्त देवान तथा छत्तीसगढ़ प्रगतिशील पेन्शनर कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष आर पी शर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आग्रह किया है कि कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और अन्य केन्द्रीय नेताओं के महंगाई राहत-भत्ता के तत्काल भुगतान को लेकर केन्द्र सरकार पर हाल ही में दिये गए वक्तब्य को संज्ञान में ले और कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान और पंजाब की अनुशरण कर राज्य के पेंशनरों और कर्मचारियों को एरियर सहित महंगाई राहत-भत्ता देने के लिये आदेश प्रसारित करें।