महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 जुलाई। कल समाजसेवी व जनपद सदस्य प्रतिनिधि लोकेश चन्द्राकर ने पशु चिकित्सा विभाग पहुंच कर अधिकारी व कर्मचारियों की विशेष बैठक ली।
श्री चन्द्राकर ने बैठक में कहा कि आज शहर में आवारा मवेशियों से नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हर रोज दुर्घटनाएं हो रही हैं। शहर की यातायात व्यवस्था चौपट है। इन सबके अलावा मवेशियों की जान भी खतरे में पड़ गई है। तेज रफ्तार वाहनों के चपेट में आकर हर दिन मवेशी घायल हो रहे हैं और लोग इन मवेशियों को इलाज के लिए स्थानीय पशु चिकित्सालय में छोड़े जा रहे हैं पर चिकित्सालय परिसर में पड़े इन मवेशियों की स्थिति बेहद चिंताजनक है।
लोकेश का कहना है कि पशु चिकित्सकों द्वारा अस्पताल में उपलब्ध दवाइयों से घायल पशुओं का इलाज तो कर रहे हैं पर दवाइयों के अभाव में अस्पताल परिसर में छोड़े गए घायल मवेशी तड़प रहे हैं। शहर की कोई ऐसी सडक़ नहीं, जहां बड़ी तादाद में मवेशी सडक़ पर विचरण न करते हों। दिन भर शहर के विभिन्न मार्गों में स्वच्छंद विचरण कर रहे मवेशियों से आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
शहर के चौक-चौराहों में एक ही जगह सैकड़ों की संख्या में चौबीसों घंटे मवेशी डटे रहते हैं। शहर के आंतरिक हिस्सों में भी आवारा मवेशियों से न सिर्फ यातायात व्यवस्था चौपट है वहीं लोगों की जान भी खतरे में पड़ गई है।