कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 29 जुलाई। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष चंदन साहू ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पांच लाख किसान आज सडक़ों पर उतरे हुए हैं, लेकिन किसानों की बात करने वाला कोई नहीं है। खाद-बीज के लिए किसानों को दर-दर की ठोकर खानी पड़ रही है। राज्य में खाद की कमी नहीं है, लेकिन अव्यवस्था के कारण यह स्थिति बनी हुई है।
आगे कहा कि किसान खाद के लिए सोसाइटियों का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन वहां खाद है ही नहीं। पूरा खाद व्यापारियों के पास है। राज्य में एक कृत्रिम अभाव पैदा किया जा रहा है। मजबूरी में किसानों को उनसे महंगे दामों पर खाद की खरीदी करनी पड़ रही है। इस सरकार की नींव किसानों ने रखी थी, लेकिन इनके शासन में किसान याचक बन गए हैं। जनता ने आपको (कांग्रेस) को चुनकर भेजा है, इसलिए खाद की व्यवस्था करना आपकी जिम्मेदारी है।
कांग्रेसी नेता नंदू दीवान द्वारा भाजपा के किसानों के नाम पर घडिय़ाली आसू बहाने वाले गैर जिम्मेदाराना वक्तव्य का कटाक्ष करते जारी अपनी विज्ञप्ति मे चंदन साहू ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता व्यापारी हैं। यही वजह है कि राज्य को मिलने वाले खाद में से 60 फीसद व्यापारियों को दिया जा रहा है बाकी 40 फीसद सोसाइटियों को दिया जा रहा है।
उन्होंने खाद संकट को कृत्रिम करार देते हुए कहा कि पिछले साल के बचे खाद और इस साल मिले खाद का उचित प्रबंधन किया जाता तो यह संकट नहीं आता।
भाजपा द्वारा लगातार किए जा रहे आंदोलन और प्रशासन पर बनाए जाने वाले दबाव के बाद जिला प्रशासन ने खुद स्वीकारा है कि जिले में वर्षाऋ तु के प्रारंभ होने के बाद लगातार किसानों द्वारा उर्वरकों को सहकारी समितियों द्वारा उपलब्ध कराये जाने की मांग की जा रही थी। आपूर्ति पक्ष के कमजोर होने के कारण उर्वरकों की सप्लाई समय पर नहीं हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा लगातार उर्वरकों की आपूर्ति हेतु मांगपत्र भेजकर उर्वरक मंगाये गए, जिसके तहत् मंगलवार को राज्य शासन द्वारा जिले को 340 मेगा टन यूरिया की आपूर्ति की गई। इसलिए कांग्रेसियों को अनर्गल बयानबाजी करने से पहले अपनी प्रबंधन की खामियों पर ध्यान देना चाहिए।