महासमुन्द
अब किसानों को अच्छी बारिश की दरकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 30 जुलाई। आषाढ़ महीने में बारिश नहीं होने की वजह से इस बार रोपा का काम पिछड़ गया है। जिले में अभी तक केवल 20 हजार हेक्टेयर यानी 38 फीसदी में ही रोपाई का काम किसानों ने किया है। सावन में भी अब किसानों को अच्छी बारिश की दरकार है। हालांकि सावन के दूसरे दिन से बारिश जारी है लेकिन तेज बारिश अभी तक नहीं हुई है। आज भी सुबह से बारिश के नाम पर केवल फुहार पड़ रही है।
हल्की बारिश के बाद भी खेतों की मिट्टी नरम होते ही किसान अब रोपा कार्य में व्यस्त हो गए हैं। किसानों के मुताबिक यह बारिश पर्याप्त नहीं है। ऐसे बारिश से रोपाई का काम पिछड़ रहा है। इस बारिश से केवल लोगों को उमस से राहत मिली है। पिछले साल इसी तारीख तक जिले में 50 हेक्टेयर यानी 70 प्रतिशत तक रोपाई का काम हो गया था। इस बार तो रोपाई का लक्ष्य भी पहले से 18 हेक्टेयर कम है।
कृषि विभाग के उप संचालक आरके डोंगरे कहते हैं कि बारिश नहीं होने की वजह से इस साल रोपाई का काम बहुत पिछड़ गया है। वहीं नलकूप भी इस बार रिचार्ज नहीं हो पाया है। पानी की कमी के कारण किसान भी परेशान थे। सावन के दूसरे दिन से लगातार रिमझिम बारिश हो रही है, लेकिन किसानों को केवल तात्कालिक राहत है। यदि बारिश बंद हो जाती है तो किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं बोआई का काम 75 फीसदी पूरा हो गया है।
मौसम विज्ञान की मानें तो अगले 48 घंटे में बरसात की वापिसी संभावित है। लेकिन आज हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। मालूूम हो कि जिले में इस बार खरीफ फसल धान का लक्ष्य 2 लाख 40 हजार 260 हेक्टेयर है। दलहन 13.350 व तिलहन 3.540 हेक्टेयर एवं अन्य फसल 1.830 हेक्टेयर है। रोपा का कार्य इस बार 52.120 हेक्टेयर और बोआई 188.140 लक्ष्य है। अभी तक 20.240 व 158.778 हेक्टेयर में रोपा व बोआई का हुआ है। शेष काम जारी है।