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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 23 अक्टूबर। बसस्टैंड स्थित श्री श्री महाकाली मंदिर शक्तिकानन में वार्षिक काली पूजा की तैयारिया अंतिम चरण पर है। ज्ञात हो कि 45 वर्षों से बंगीय समाज वार्षिक उत्सव करते आ रहे हैं।
वार्षिक काली पूजा के अध्यक्ष संजीत हलदर ने बताया कि 24 अक्टूबर को मध्य रात्रि में माता का जन्मोत्सव, 25 एवं 26 अक्टूबर को माता की आरती, ज्योत, जागरण एवं महाप्रसाद (भण्डारा )का भी आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि दो दिवसीय जागराता में कोलकाता से कलाकार आऐंगे, जिससे तीन दिवसीय कार्यक्रमों में मां का विभिन्न प्रकार से आरती सम्पन्न होगी, मुख्यत: दो दिन जागरण किया जाएगा। काली पूजा की तैयारी अब अपने अंतिम चरण में है। सुकमा व अन्य क्षेत्र में जहां जहां बंगीय समाज है, वहां धूमधाम से काली पूजा होती है।
अध्यक्ष ने बताया कि यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा मुहैया कराने की पूरी व्यवस्था की गई है। पूजा का शुभारंभ सोमवार को होगी। इसकी तैयारी की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि तैयारियां पूरी होने के बाद विधिवत मां काली की पूजा-अर्चना शुरू होगी।
युवाओं में पूजा को लेकर उत्साह
प्रति वर्ष होने वाली काली पूजा में युवाओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। पिछले कुछ वर्षों से युवा पूजा की भागदौड़ सम्भाल रखे हैं, जो युवाओं को धार्मिक जागरणों में बढ़-चढक़र भाग लेने प्रेरित करते हंै। वरिष्ठ वर्गों के मार्गदर्शन से होने वाले इस वार्षिक उत्सव में माताओं व बहनों की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण होती है। वे जागरण में भाग लेकर पूरी रात भर होने वाली पूजा सम्पन्न करवाते हैं।
वार्षिक काली पूजा की तैयारी मेें रवीन बाला, काजोल देवनाथ ,संजीत हलदर, अजय मंण्डल, विकास राय ,अजय घोष, रवि हलदर ,राजेश दास शिव शंकर सिकधर जितेंद्र, दिलीप बिस्वास, सुजीत हलदर जुटे हैं।
श्रीश्री महाकाली मंदिर, शक्तिकानन का उद्भभव
शबरी नदी के टट पर बसा सुकमा का एक मात्र काली मंदिर जो अपने पूर्व मे साधनाओं का प्रतिफल ही है जो वर्तमान में सौन्दर्य व अपार लोकप्रियता लिए है। आचार्य स्व. नरेन्द्र गिरी वैदिक काली जी प्रथम पुजा पाठ शुरू किए। वे 1977 में इस मंदिर का निर्माण कराए थे, जो परंपरागत पूजाओं के क्रम में इसी परिवार से पूजा पाठ सम्पन्न होती है और आंतरिक भाग में भक्तों के लिए एक और आकर्षण का केन्द्र है, वहां अन्दर ही राधे कृष्ण, हनुमान व शिवालय और, काली मां के अनन्य भक्त रामकृष्ण परमहंस की भी मूर्ति स्थापित की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 22 अक्टूबर। भाजपा किसान मोर्चा ने आज किसानों के विभिन्न मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौपने हुऐ मांग कीे अभी हाल में हुए बे-मौसम बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिची हुई हैं जो सरकारी मद के बिना इन समस्या से उठना सम्भव नही दिख रहा वहीं किसान मोर्चा के लगातार आंदोलन के चलते सरकार 1 नवंबर से धान खरीदी तो प्रारंभ कर रही है, किन्तु पूर्व वर्षों में हुई बरसात की कमी व बीज की कमी सरकार पूर्व ही दुरुस्त करें। आगे से किसान मोर्चा निम्न बिन्दुओं पर जल्द पहल प्रारंभ करेगा।
जिले के समस्त जलाशय से सिंचाई हेतु रवि फसल एवं उतरा के लिए किसानों के मांग अनुसार क्षेत्र रकबा और पानी दिये जाने का दिनांक तथा (अधिसूचना) सुनिश्चित किया जाए। बे-मौसम बारिश के चलते धान, सोयाबीन व अन्य फसलें बर्बाद हो गई है। जिसकी तत्काल सर्वे प्रारंभ कराई जाए व क्षतिपूर्ति प्रदान किए जाए। बे-मौसम बारिश से खराब हुए फसलों उचित सर्वे कर किसानों को प्रधानमंत्री बीमा का वास्तविक लाभ प्रदान किए जाए।
नवंबर से प्रारंभ हो रहे धान खरीदी की सम्पूर्ण तैयारी सुनिश्चित करें ताकि किसानों को बरदाने व टोकन के नाम से भटकना न पड़ें।
इस मौके पर मौजूद रहे भाजपा जिलाध्यक्ष बारसे धनीराम, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण नाग, आयता राम मंण्डावी, संजय शोडी , विवेक यादव, महेन्द्र सिंग भदौरिया, दिलिप पेद्दी, आलम हासमी, राजकुमार कश्यप, रमाकांत, राजेन्द्र कुलदीप, राजेश चौधरी, राजकुमार श्रीवाणे, व अन्य मोर्चा के कार्यकर्ता मौजूद रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 22 अक्टूबर। कृषि भूमि पर सामाजिक भवनों या अन्य शासकीय भवन बनाने के नाम से पुलिस फोर्स लगाकर बेदखल किया जा रहा है। इसे रोकने मूलवासी जमीन बचाओ मंच ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि जिला-सुकमा में मूलवासियों के पुरखों की खेती जमीन पर जबरदस्ती प्रशासन द्वारा अधिग्रहण की जा रही है जिसे तत्काल रोका जाना चाहिए व काबिजों को पट्टा दिया जायें। सुकमा जिला 5वीं अनूसूची क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। आरोप है कि शासन द्वारा नगर पंचायत बनाकर पेसा कानून के नियमों को शिथिल कर दिया और लगातार मूलवासियों के पुरखों के खेती जमीन पर प्रशासन द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है।
सुकमा जिला बनने के बाद कुम्हारास पावारास, सुपनार, पुसामीपारा के आदिवासी किसानों की जमीन पर शासन, प्रशासन द्वारा शासकीय भवनों व अन्य विकास कार्य के नाम से जमीन छीना गया, थोड़ा बहुत शेष है। उसे पट्टा नहीं कह कर पुलिस फोर्स तैनात कर धमका कर खेती जमीन पर अधिग्रहण किया जा रहा है। किसान सरकारे नहीं थी, तब से इस जमीन पर काबिज है। अब शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है कि पट्टा देना जबकिी वे सैकड़ो वर्षों से खेती कर रहे हैं, उनकी जीविका खेती पर ही निर्भर है।
कृषि भूमि पर सामाजिक भवनों या अन्य शासकीय भवन बनाने के नाम से पुलिस फोर्स लगाकर हमारे जमीन से बेदखल नहीं किया जा सकता है। हमारे जीवनयापन का एक मात्र साधन कृषि है, हमारे खेती जमीन पर भवनों का निर्माण किया जाएगा तो हम गरीब आदिवासीयों का जीवन मुश्किल हो जाएगा।
पावारास के किसान सोड़ी दूला पिता हिरमा वेट्टी भीमा, योगेशवंजाम, यमला सोनू की खेती जमीन पर 18/10/2022 को पटवारी तहसीलदार, पुलिसफोर्स तैनात कर खेती जमीन पर गड्डे खुदवाय गये, किसानों द्वारा विरोध करने पर जेल भेजने की धमकी भी दी गई। इसमें पट्टे की जमीन भी है और सैकड़ों वर्षों से खेती करते आ रहे है। इस तरह किसानों के जमीन पर अधिग्रहण करना बिल्कुल अनुचित है।
मूलवासी जमीन बचाओं मंच -नगर पालिका परिषद सुकमा शासन प्रशासन द्वारा पुरखों से काबिज व पट्टे की खेती जमीन पर भवनों का निर्माण का विरोध करती है।
मूलवासियों के पुरखों की खेती जमीन पर शासकीय या अन्य भवनों का निर्माण नहीं किया जाये। सोड़ी दूला, वेट्टी भीमा योगेश वंजाम यमला सोनू की पुरखों की खेती जमीन है, जहां अन्य लोगों द्वारा अधिग्रहण किया जा रहा है। पट्टे की भी जमीन है, तत्काल अधिग्रहण को रोका जाये तथा अधिग्रहण की गई कार्यवाही को निरस्त किया जाये।
3. पुरखों से काबिज मूलवासियों के खेती जमीन का पट्टा दिया जाये व वनाधिकार कानून 2006 के अनुसार तत्काल नगरीय क्षेत्र सुकमा के सभी किसानों को पट्टा दिया जाय।
4. खेती जमीन पर अधिग्रहण की कार्यवाही बंद किया जाये व पूरे नगर पालिका क्षेत्र में मूलवासियों के खेती जमीन पर शासकीय या किसी अन्य कार्य के लिये ग्रामवासियों की सहमति बिना जमीन अधिग्रहण कार्यवाही नहीं किया जाये।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 21 अक्टूबर। कृषि भूमि पर सामाजिक भवनों या अन्य शासकीय भवन बनाने के नाम से पुलिस फोर्स लगाकर बेदखल किया जा रहा है। इसे रोकने मूलवासी जमीन बचाओ मंच ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि जिला-सुकमा में मूलवासियों के पुरखों की खेती जमीन पर जबरदस्ती प्रशासन द्वारा अधिग्रहण की जा रही है जिसे तत्काल रोका जाना चाहिए व काबिजों को पट्टा दिया जायें। सुकमा जिला 5वीं अनूसूची क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। आरोप है कि शासन द्वारा नगर पंचायत बनाकर पेसा कानून के नियमों को शिथिल कर दिया और लगातार मूलवासियों के पुरखों के खेती जमीन पर प्रशासन द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है।
सुकमा जिला बनने के बाद कुम्हारास पावारास, सुपनार, पुसामीपारा के आदिवासी किसानों की जमीन पर शासन, प्रशासन द्वारा शासकीय भवनों व अन्य विकास कार्य के नाम से जमीन छीना गया, थोड़ा बहुत शेष है। उसे पट्टा नहीं कह कर पुलिस फोर्स तैनात कर धमका कर खेती जमीन पर अधिग्रहण किया जा रहा है। किसान सरकारे नहीं थी, तब से इस जमीन पर काबिज है। अब शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है कि पट्टा देना जबकिी वे सैकड़ो वर्षों से खेती कर रहे हैं, उनकी जीविका खेती पर ही निर्भर है।
कृषि भूमि पर सामाजिक भवनों या अन्य शासकीय भवन बनाने के नाम से पुलिस फोर्स लगाकर हमारे जमीन से बेदखल नहीं किया जा सकता है। हमारे जीवनयापन का एक मात्र साधन कृषि है, हमारे खेती जमीन पर भवनों का निर्माण किया जाएगा तो हम गरीब आदिवासीयों का जीवन मुश्किल हो जाएगा।
पावारास के किसान सोड़ी दूला पिता हिरमा वेट्टी भीमा, योगेशवंजाम, यमला सोनू की खेती जमीन पर 18/10/2022 को पटवारी तहसीलदार, पुलिसफोर्स तैनात कर खेती जमीन पर गड्डे खुदवाय गये, किसानों द्वारा विरोध करने पर जेल भेजने की धमकी भी दी गई। इसमें पट्टे की जमीन भी है और सैकड़ों वर्षों से खेती करते आ रहे है। इस तरह किसानों के जमीन पर अधिग्रहण करना बिल्कुल अनुचित है।
मूलवासी जमीन बचाओं मंच -नगर पालिका परिषद सुकमा शासन प्रशासन द्वारा पुरखों से काबिज व पट्टे की खेती जमीन पर भवनों का निर्माण का विरोध करती है।
प्रमुख मांगें-
1. मूलवासियों के पुरखों की खेती जमीन पर शासकीय या अन्य भवनों का निर्माण नहीं किया जाये।
2. सोड़ी दूला, वेट्टी भीमा योगेश वंजाम यमला सोनू की पुरखों की खेती जमीन है, जहां अन्य लोगों द्वारा अधिग्रहण किया जा रहा है। पट्टे की भी जमीन है, तत्काल अधिग्रहण को रोका जाये तथा अधिग्रहण की गई कार्यवाही को निरस्त किया जाये।
3. पुरखों से काबिज मूलवासियों के खेती जमीन का पट्टा दिया जाये व वनाधिकार कानून 2006 के अनुसार तत्काल नगरीय क्षेत्र सुकमा के सभी किसानों को पट्टा दिया जाय।
4. खेती जमीन पर अधिग्रहण की कार्यवाही बंद किया जाये व पूरे नगर पालिका क्षेत्र में मूलवासियों के खेती जमीन पर शासकीय या किसी अन्य कार्य के लिये ग्रामवासियों की सहमति बिना जमीन अधिग्रहण कार्यवाही नहीं किया जाये।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 अक्टूबर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर बारसे धनीराम को नया जिलाध्यक्ष मनोनीत किया गया। भाजपा के नये जिला अध्यक्ष बारसे धनीराम के सुकमा में प्रवेश करते ही कार्यकर्ताओं व जिला भूतपुर्व पदाधिकारियों ने फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। लंबे काफिले के साथ जिला अध्यक्ष का सुकमा में नगर में जुलूस की शक्ल में प्रवेश किया।
प्रदेश महामंत्री ने मंगलवार पार्टी की ओर से धनीराम के मनोनयन का पत्र जारी किया। इसमें कहा गया कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार बारसे धनीराम को सुकमा जिले में पार्टी का जिलाध्यक्ष घोषित किया जाता है। ज्ञात हो कि बारसे धनीराम जिला के भाजपा में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
जिला अध्यक्ष बनने के बाद बारसे ने कहा कि संगठन ने जो उन्हें जिम्मेदारी दी है, उसे निभाएंगे। उन्होंने कहा कि सुकमा जिले के विधानसभा और बस्तर लोकसभा सीट पर भाजपा को जीत दिलाने के लिए संगठन के बड़े अधिकारियों का सहयोग लेंगे और पार्टी में नया व्यक्ति को भाजपा में जोडक़र संगठन का कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि किसी कारण बस जो पार्टी छोड़ चुके हैं उन्हें भी वापस लाएंगे। ज्ञात हो कि पूर्व जिला अध्यक्ष हुंगाराम मडक़ाम के कार्यकाल समाप्ति के बाद ही बारसे धनीराम का चयन हुआ है।
सुकमा आगमन होते ही बारसे धनीराम सर्वप्रथम मां काली के दरबार पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसी भी जीत या हार वे मां काली को ही समर्पित करते रहे है आज उनको प्रदेश नेतृत्व ने जिले का दायित्व दिया जिसका निर्वहन पूरे निष्ठा से करूंगा।
पारम्परिक नाच से स्वागत
पारम्परिक वेशभूषा में कार्यकर्ताओं को देख बारसे धनीराम अभिभूत हुए। कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ उनका स्वागत किया। स्वागत की कड़ी में ढोल-नगाड़ों की थाप के सुमधुर ध्वनिया गूंज रही थी। उनके साथ कई बड़े भूतपूर्व पदाधिकारी मौजूद रहे व अन्य अतिथि भी शामिल हुए। इस दौरान बीजेपी व युवामोर्चा,व अन्य मोर्चा के समस्त कार्यकर्ता मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 अक्टूबर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का 24वाँ राष्ट्रीय महाधिवेशन 14 से 18 अक्टूबर तक आंध्रप्रदेश , विजयवाड़ा में धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस मौके पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ क्यूबा, साउथ अफ्रीका, चाइना, अमेरिका, नेपाल, बंगलादेश, वियतनाम, रसिया, फ्रांस श्रीलंका आदि विभिन्न देशों के कम्युनिस्ट पार्टी ने हिस्सा लिया है। निश्चित तौर पर राष्ट्रीय महाधिवेशन में देश में नई ऊर्जा के साथ पार्टी मजबूत होगी।
नवनिर्वाचित राष्ट्रीय सचिव - कामरेड डी. राजा चुने गये । राष्ट्रीय कौन्सिल में छत्तीसगढ़ से कामरेड मनीष कुंजाम (सुकमा), सत्यनारायण कामलेश (जाजगीर चांपा) , मंजू कवासी (सुकमा) को लिये गये। कामरेड मनीष कुंजाम को राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया।
छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए मनीष कुंजाम, सी .आर . बक्शी, आरडीसीपी राव, हरिनाथ सिंह, रामा सोडी , महेश कुंजाम(एआईएसएफ) मंजू कवासी, रामूराम मौर्य, मनोज पाण्डे, पुष्पा सोडी,आरती कवासी प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 18 अक्टूबर। आरक्षण कटौती के विरोध मेें जिले के बसस्टैंड परिसर से रैली की शक्ल में चलकर नगरपंचायत और सरकारी विधायक निवास का भाजपाइयों ने घेराव किया व आगे ऐसे ही यथा स्थिति बनी रही तो बड़े आंदोलन की चेतावनी देते हुए आरक्षण कटौती पर जमकर बरसे।
सुकमा भाजपा जिला अध्यक्ष हुंगा राम मरकाम, बारसे धनीराम के नेतृत्व में जंगी प्रदर्शन शुरु हुआ। इस घेराव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था काफी थी, जो उग्र भीड़ को नियंत्रित कर रही थी, जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई थी, लेकिन पुलिस के द्वारा लगाई गई बैरीकेडिंग भाजपाईयों को रोक न सका और तोडक़र विधायक आवास तक पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया।
जिला अध्यक्ष हुंगा राम मरकाम ने कहा कि सुकमा जिले में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। ऐसे कृत्य को तत्काल बंद करें। उन्होंने आगे कहा फारेस्ट विभाग ने एक्शन लेते हुए उक्त जमीन पर बाउंड्री वॉल निर्माण कर दी है । एसडीएम को ज्ञापन सौंपते वक्त कहा कि फारेस्ट विभाग ने एक्शन लेते हुए उनका कार्य कर चुकी है। अभी एसडीएम सुकमा को कहा कि फर्जी तरीक़े से कागजात तैयार करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो व गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो भाजपा उग्र आंदोलन करने में बाध्य होगी, और साथ ही नगरपालिका को और राजस्व को कांग्रेसी पार्षद के द्वारा रिजर्व फारेस्ट की जमीन को अतिक्रमण कर भ्रष्टाचार करने का कार्य कैसे किया जवाब देना होगा।
भाजपा के नेता व वरिष्ठ नेता बारसे धनीराम भी आरक्षण कटौती व जि़ले में व्याप्त भ्रष्टाचार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा जिले के प्रत्येक सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता की कमी है, जिससे जि़ले भर में विभिन्न कार्ययोजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही है। जिम्मेदार खुद भ्रष्टाचार होते देख रहे है। कांग्रेस सरकार कांग्रेस हितैषी बनीं हुई है और पक्षपात हो रहा है। ऐसे कृत्य तत्काल बंद करें। छत्तीसगढ़ आरक्षण कटौती पर उन्होंने कहा राज्य के कोने कोने मे आंदोलन का दौर चल रहा है। प्रदेश भाजपा अनुसूचित जन जाति मोर्चा के बैनर तले जंगी प्रदर्शन कर घेराव किया जा रहा है।
इस दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा मनोज देव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धनीराम बारसे, आदिवासी मोर्चा जिलाध्यक्ष अन्नू मंडावी, जिला मंत्री संजय सोडी, जिला महामंत्री भाजपा संजय शुक्ला, जिला महामंत्री भाजपा महेंद्र सिंह भदौरिया, विश्व राज सिंग चौहान जिला कोषाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह चौहान,युवा मोर्चा अध्यक्ष मडकाम भीमा, युवा मोर्चा महामंत्री राजकुमार कश्यप, जिला उपाध्यक्ष पार्वती प्रधानी शंकर, पूर्व सरपंच परदेशी नाग व सरपंच मुका राम नाग की मौजूदगी रही।
आदिवासियों की 32 प्रतिशत आरक्षण को 20 प्रतिशत करने व जि़ले में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के विरोध में , स्थानीय बेरोजगारों भर्ती नहीं कर बाहरी लोगों को भर्ती करना का विरोध जताया गया और ग्राम पंचायत गोगंला की सडक़ मार्ग वर्षों से जर्जर है, उक्त सडक़ को तत्काल डामरीकरण किया जाने, और एन एच 30 राष्ट्रीय राजमार्ग जर्जर हो चुकी है, जिसे तत्काल नवीनीकरण करने आदि मांगें है।
तोंगपाल (जिला सुकमा), 17 अक्टूबर। सुकमा से जगदलपुर तक सोलह सूत्रीय मांगों को लेकर भाजपा के युवाविंग भाजयुमो की सत्याग्रह पदयात्रा चौथे दिन झीरमघाटी से भाजपा का जयघोष करते हुए निकली।
ज्ञात हो कि आदिवासियों को 32 प्रतिशत आरक्षण, राष्ट्रीय राजमार्ग के खस्ताहाल, सुकमा जिले में अवैध रेत उत्खनन, जुआ, सट्टा, पूरे जिले भर में गाँव-गाँव तक अवैध अंग्रेजी शराब के फैले व्यापार जैसी अन्य 16 बिन्दुओं पर मांगों को लेकर भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी के नेतृत्व यह सत्याग्रह पदयात्रा निकाली जा रही है, जिसे ग्रामीणों का अपार समर्थन भी मिल रहा है।
तोंगपाल, कूकानार, छिंदगढ़, रोकेल के ग्रामीणों ने कहा कि यह सभी ज्वलन्त मुद्दे हैं, जिस पर भाजपा को पहले ही आंदोलन करना चाहिए था, जिसे अब किया जा रहा है।
झीरमघाटी में सत्याग्रह पदयात्रियों ने आने जाने वाली वाहनों को अपने मांगों से सम्बंधित पर्चे वितरित किए व जनहित में किए जा रहे इस अभियान में समर्थन हेतु अपील भी की।
हनुमान चालीसा का पाठ किया
शनिवार की रात्रि तोंगपाल में श्री दुर्गा माता मंदिर में सभी पदयात्रियों ने तोंगपाल के वृद्ध एवं भक्तजनो के साथ भजन कीर्तन व हनुमान चालीसा का पाठ भी किया व तोंगपाल के साथ साथ पूरे जिले की उन्नति के लिए प्रार्थना भी की।
तोंगपाल दुर्गा मंदिर में चलाया स्वच्छता अभियान
रविवार की सुबह यह पदयात्रा दरभा की ओर निकलने से पहले सभी पदयात्रियों ने तोंगपाल में स्थित श्री दुर्गा माता मंदिर में स्वच्छता अभियान चला कर साफ सफाई भी की।
सुरक्षा की रही उत्तम व्यवस्था
पूरी पदयात्रा के दौरान ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुकमा,छिंदगढ़, कूकानार,व तोंगपाल की पुलिस ने जिले की सीमा तक कर रखी थी इसके पश्चात दरभा पुलिस ने झीरमघाटी के बाद सुरक्षा की व्यवस्था अपने हांथो में ले रखी थी।
इस यात्रा के दौरान मीडिया ने दीपिका से पूछा कि आज जहां से चन्द घंटों में गाडिय़ों से गुजरने में नेताओं को डर लगता है ऐसे में आप यह पदयात्रा निकाल रही हैं, आपको डर नहीं लगता। इस पर उन्होंने कहा कि मेरे सभी मुद्दे जनहित से जुड़े हुए हैं जिससे आम आदमी को लाभ होने वाला हैं, ऐसे में मुझे यह नहीं लगता है कि हमारी इस मांग से किसी को कोई आपत्ति हो सकती है.
सुकमा से मां काली का आशीर्वाद लेकर हमारी यह पदयात्रा निकली है और जगदलपुर में मां दन्तेश्वरी का आशीर्वाद प्राप्त कर इसका समापन होगा और अभी तक किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई है और माता के आशीर्वाद व वरिष्ठ जनों के मार्गदर्शन से आगे भी कोई परेशानी नहीं आएगी।
एआईवायएफ ने राज्यपाल के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 16 अक्टूबर। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 (जगदलपुर से सुकमा) उत्तर भारत से दक्षिण भारत (आन्ध्रप्रदेश, तेलगाना, कर्नाटक, केरलव तमिलनाडु) को जोडऩे वाला प्रमुख सडक़ है। जो मध्य भारत से गुजरने के कारण मध्य भारत का जीवन रेखा कहलाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 जगदलपुर से सुकमा के मध्य सडक़ अत्यन्त जर्जर हो चुका है, जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दक्षिण बस्तर क्षेत्र में स्वास्थ सुविधा के लिए मेडिकल कॉलेज डिमरापाल या अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं में गंभीर मरीजों को ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना आम जनता को करना पड़ता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 (जगदलपुर से सुकमा) का अतिशीघ्र नवनीकरण किये जाने को लेकर एआईवायएफ ने तोंगपाल तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि जर्जर व गड्ढों में तब्दील रोड ऐसी परीस्थिति में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 को अतिशीघ्र नवनीकरण की आवश्यकता है, इसलिए ऑल इंडिया युथ फेडरेशन जिला परिषद सुकमा के द्वारा धरना प्रदर्शन और चक्काजाम के आन्दोलन के माध्यम से शासन प्रशासन का ध्यानकर्षण करा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के जगदलपुर से सुकमा के जर्जर हुए मार्ग को अतिशीघ्र नवनीकरण (मरम्मत) करें। आए दिन राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर लगातार जर्जर सडक़ के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही है।
पाकेला से लेकर दरभा तक जर्जर
वैसे एनएच 30 जिला मुख्यालय से लेकर केशलूर तक खराब है, लेकिन बीच-बीच में थोड़ी सडक़ ठीक है। खासकर पाकेला से लेकर तोंगपाल तक तो सडक़ का बुरा हाल है। सडक़ का एक भी ऐसा भाग नहीं होगा जो जर्जर न हुआ हो। दुपहिया से लेकर ट्रक व बस चालकों को हादसे का डर हर समय बना रहता है।
एआईवायएफ का कुकानार में रोड में धान बोकर, विरोध प्रदर्शन
राष्ट्रीय राजमार्ग 30 की जर्जर सडक़ की स्थिति को देखते हुए कुकानार में एआईवायएफ नेएनएच 30 को लगभग आधे घण्टे जाम कर धान रोपण कर राज्य सरकार और स्थानीय विधायक को ध्यानाकर्षण कराया गया। जल्द नवनीकरण नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
राजेश नाग जीवन लाल बघेल एआईवायएफ ब्लाक सचिव, दिनेश मुचाकी एआईवायएफ ब्लाक उपाध्यक्ष, उमेश मरकाम जिला सचिव एआईएसएफ, रामकुमार पोडियाम एआईएसएफ ब्लाक अध्यक्ष, गोविन्द नाग, सुकडा मुचाकी, रामसिंह नाग, बुधराम नाग, दिनेश मरकाम, मुकेश, यशवन्त, उमेश मंडावी, गंगा मुचाकी और फेडरेशन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सीएमओ ने जल्द समाधान का दिया आश्वासन, तब माने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 15 अक्टूबर। सुकमा जिले के दोरनापाल नगर पंचायत में पानी की किल्लत से लोग लंबे समय से जूझ रहे हैं। लोग जल कर के नाम पर 180 रु. प्रतिमाह का भुगतान कर रहे हैं जिसके बदले उन्हें नगरीय प्रशासन सुचारु रुप से पानी देने में नाकाम दिखाई दे रहा है।
वार्ड के लोगों ने बताया कि महीनों बीत गए और हमारे वार्ड में नल से कम टैंकर के भरोसे ज्यादा पानी मिल रहा है इसे ना केवल हमारी मुश्किलें बड़ी है बल्कि समय की भी बर्बादी हो रही है। लगातार लोगों को हो रही असुविधा हो और शिकायत के बावजूद कोई स्थाई समाधान न होने से नाराज जनप्रतिनिधियों को आखिर धरने पर बैठना पड़ गया।
नेता प्रतिपक्ष और पार्षद धर्मेंद्र सिंह भदोरिया, पार्षद सोढ़ी मंगली, पार्षद लक्ष्मी चौहान ,पार्षद मडक़म मंगी समेत वार्ड के लोग खाली बर्तन लेकर धरने पर बैठ गए और अपनी मांगों को लेकर नारे लगाते नजर आए।
घंटे भर धरने पर बैठे रहने के बाद नगर पंचायत सीएमओ गोखले पहुंचे और इस समस्या पर जल्द स्थाई निराकरण का आश्वासन दिया जिसके बाद समय सीमा पर मांग पूरी होने और लोगों की समस्या दूर करने बात रख जनप्रतिनिधि धरने से उठ गए।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष धर्मेंद्र भदोरिया ने बताया कि पानी की समस्या और लाइट की समस्या नगर पंचायत की की वालों में लंबे समय से बनी जिसका समाधान हाई नहीं निकाला जाता है नगर पंचायत में घटिया किस्म की लातों की खरीदी हुई है जिसकी वजह से लाइट हफ्ते भर में नहीं टिक पाता है, इधर लोग आने की किल्लत परेशान हैं, 180 रुपए प्रति माह देने के बावजूद अगर उन्हें टैंकर से पानी भरना पड़े तो इससे बुरा और क्या हो सकता है। हम जनप्रतिनिधि है और वार्डों की समस्याओं को लेकर चिंतित रहते हैं बार-बार नगर पंचायत जाते हैं। अधिकारियों को समस्याओं से अवगत करवाते हैं और इसके बावजूद काम नहीं होता ।
दूसरी तरफ कांग्रेस के लोग भारत छोड़ो यात्रा के नाम पर भाजपा पार्षद के वार्ड में जाकर यह कहते हैं कि यहां काम नहीं हो रहा और पार्षद देखने तक नहीं आती। सरकार में कांग्रेस नगर पंचायत में कांग्रेस इसके बावजूद यह कहना कि यहां काम नहीं हो रहा कहीं ना कहीं कांग्रेस अपने ही नाकामी का बखान करती फिर रही है । हमसे मेरी अपील है कि अपनी नाकामी इसका बखान करने की बजाय लोगों की समस्याओं पर ध्यान दें और उनको समस्याओं से निजात दिलाएं ।
सीएमओ एल एल गोखले ने बताया कि यह सब तकनीकी खराबी की वजह से हो रहा है कई बार ऐसा हो रहा है कि मोटर से पानी नही हो पाता उसकी दिक्कत आती है हमने उसे बनवाने भेज दिया है पर हम नही चाहते कि आगे इस प्रकार की समस्या आए फिलहाल जहां पानी नही मिला वहां टैंकर से पानी भेज रहे । हम जल्द स्थाई समाधान करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा/कूकानार, 14 अक्टूबर। सुकमा जिले के साथ-साथ पूरे बस्तर व छत्तीसगढ़ की मूलभूत समस्याओं को लेकर भाजयुमो के नेतृत्व में निकाली सत्याग्रह पदयात्रा आज छिंदगढ़ के बाद सुकमा से 35 किमी दूर अपने दूसरे पड़ाव में कूकानार पहुंची।
ज्ञात हो कि भाजयुमो की प्रदेश उपाध्यक्ष व अधिवक्ता दीपिका शोरी के नेतृत्व में कल दोपहर 12 बजे सुकमा की काली मंदिर से पूजा-अर्चना कर निकाली गई।
कूकानार में पदयात्रियों का किया भव्य स्वागत
विदित हो कि जन समस्याओं को लेकर निकली यह पदयात्रा छिंदगढ़ से रोकेल होते हुए कूकानार पहुंची। जैसे ही यह पदयात्रा कूकानार पहुंची ग्रामीणों नें स्थानीय बाजार स्थल पर पदयात्रियों का भव्य स्वागत किया। इस पदयात्रा में कूकानार, रोकेल,कोंटा, छिंदगढ़ व जिले के अंदरूनी गाँव से आए ग्रामीण शामिल रहे।
दीपिका ने बाजार स्थल में ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जबसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आई हुई है हर ओर भय, भूख, अराजकता, डर का माहौल है। महिलाओं में असुरक्षा की भावना आ गई है, नन्हीं नन्हीं बालिकाओं से रेप हो रहा है। सरकार के संरक्षण में रेत माफिया, शराब माफिया लगातार अपराध कर रहे हैं, बलात्कारी खुलेआम घूम रहे हैं। पिछले दिनों 7 माह के बाद बलात्कार का आरोपी युवक कांग्रेस के अध्यक्ष को पुलिस में सलाखों के पीछे भेजा है। इतने दिनों तक बलात्कारी कांग्रेस के नेताओं के संरक्षण में खुलेआम घूम रहा था व पीडि़ता के परिजनों को धमकाता रहा, इन्हीं सभी ज्वलन्त मुद्दों को लेकर हमारा यह सत्याग्रह पदयात्रा सुकमा से जगदलपुर तक चलेगी, जिसमें आप सभी का समर्थन मिलने पर मैं आभार व्यक्त करती हूं।
पदयात्रियों ने डोर टू डोर किया सम्पर्क
पूरे यात्रा के दौरान पदयात्रियों ने डोर टू डोर सम्पर्क किया। उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धता बताते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार की विफ़लताओं के संबंध में बताया, साथ ही सडक़ पर चलती हुई वाहनों के चालक परिचालकों को एनएच 30 की दुर्दशा के संबंध में भी बात की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 14 अक्टूबर। सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत सीआरपीएफ अधिकारी एवं जवानों के द्वारा सफाई अभियान चलाया गया। इस अभियान के माध्यम से स्थानीय लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया गया।
गुरुवार को सीआरपीएफ द्वितीय वाहिनी कमाण्डेन्ट एओएल 02 बटालियन पवन कुमार के नेतृत्व में सीआरपीएफ द्वितीय के द्वारा शबरी नगर सुकमा कैम्प के द्वारा आस-पास के मोहल्लों रास्तों आदि के चारों तरफ स्वच्छता अभियान के तहत साफ सफाई का कार्य किया गया। इसके अतिरिक्त कैम्प के पास के स्कूल के प्रांगण में भी जवानों के द्वारा झाडिय़ों की साफ-साफाई की गई। जवानों के द्वारा किए गए इस सराहनीय कार्य से मोहल्ले वासियों व स्कूल में अध्यापकों व बच्चों में बहुत ही हर्षोल्लास देखने को मिला एवं कैम्प के आस-पास के मोहल्ले वासियों ने स्वच्छता अभियान के तहत चलाये गये साफ सफाई अभियान की प्रशंसा की। स्वच्छता अभियान के तहत साफ-सफाई के मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी अनामी शरण, उप कमाण्डेन्ट भास्कर भट्टाचार्य वाहिनी के अधीनस्थ अधिकारी व जवान उपस्थित थे। द्वितीय कमान अधिकारी अनामी शरण ने बताया कि सीआरपीएफ सेकेंड बटालियन द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत आज शबरी नगर स्कूल एवं इस मोहल्ले में सफाई अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत आम जनों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 13 अक्टूबर। 14 वीं ट्राईवल यूथ एक्सचेन्ज प्रोग्राम के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के सुकमा जिला के आदिवासी युवाओं व युवतियों को सीआरपीएफ के 2री वाहिनी के सौजन्य नेहरू युवा केन्द्र जगदलपुर (छ.ग ) के द्वारा दूसरे विकसित राज्य में भेजकर वहाँ के संस्कृति तथा विकास से रूबरू कराने हेतु सुनहरा मौका दिया गया है। जिसमें इनको देश के प्रगतिशील क्षेत्र के गतिविधियों व विकास को नजदीक से देखने का मौका मिलेगा।
2 री वाहिनी, सीआरपीएफ सुकमा द्वारा 15 से 21 अक्टूबर तक युवाओं को जागरूक करने के मकसद से नेहरू युवा केन्द्र संगठन की सहायता से सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित इलाके जैसे छिन्दगढ़, कुकानार, फुलवगरी, पोलमपल्ली, चिन्तागुफा, द्रोनापाल, कुन्दनपाल, बोदागुड़ा, सामसेट्टी, कोर्रा, इर्राबोर, आसीरगुड़ा इन्जीराम एवं गादीरस आदि के युवाओं / युवतियों को नई दिल्ली के लिए भेजा जा रहा है। ताकि वे इस शहर का विकास नजदीक से देख सकें और वापस आने पर अपन क्षेत्र के लोगों को इससे संबंधित सभी प्रकार की जानकारी को साझा कर सकें व अपने क्षेत्र के विकास में अग्रणी भूमिका निभा सकें। युवाओं के मार्गदर्शन हेतु सीआरपीएफ के पुरूष एवं महिला कार्मिकों को भी इनके साथ नई दिल्ली भेजा गया है।
इस कार्यक्रम के तहत 21 युवाओं और 19 युवतियों को नई दिल्ली भ्रमण के लिए भेजा जा रहा है। इस मौके पर 2वीं बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी पवन कुमार के द्वारा हरी झण्डी दिखा कर भ्रमण के कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इस मौके पर 2 री वाहिनी के अनामी शरण द्वितीय कमान अधिकारी व भास्कर भट्टाचार्य, उप कमाण्डेन्ट तथा 2 री वाहिनी के अधीनस्थ अधिकारी व जवान उपस्थित थे। पवन कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी 2 री वाहिनी ने युवाओं को संबोधित करते हुए यह आशा जताई कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य यहां के युवाओं को बाहरी संस्कृति एवं विकसित कार्यों से रूबरू करवाया जा सके। जिससे यहाँ के युवा भ्रमण के दौरान अपने विचारों को दूसरों के साथ आदान-प्रदान कर सकें और वहाँ की संस्कृति व विकास की जानकारी हासिल कर सकें और जब वह वापस आयें तो एक नई सोच के साथ अपने गाँव में इसकी चर्चा करें। जिससे यहाँ के अधिक से अधिक लोग देश की मुख्य धारा से जुड़ सकें ।
श्री पवन कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी ने युवाओं स यह भी अपील की कि इस कार्यक्रम केतहत नई दिल्ली में होने वाले विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा भाषण प्रतियोगिता मेंसभी युवा व युवति बढ़ चढ़ कर भाग लें और अपने क्षेत्र व राज्य का नाम रोशन करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 13 अक्टूबर। छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक की शुरूआत होने के साथ ही जिले में भी इसकी शुरूआत की गई। इस खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल जैसे-गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद इत्यादि में महिला, पुरूष प्रतिभागी उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। यह प्रतियोगिता गांव से लेकर राज्य स्तर तक 6 स्तरों पर होना है।
‘‘छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक’’ के अंतर्गत जिले के विभिन्न ग्रामों में आयोजित किए जा रहे खेलों में बच्चे, युवा और बुजुर्ग वर्ग के पुरूष व महिलाएं बड़े ही उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक से जहां नई पीढ़ी को पारंपरिक और देसी खेलों में रूझान मिला, तो वहीं पुरूषों के साथ महिलाओं ने भी अपने बचपन के दिनों में खेले जाने वाले खेलों को दिल से आनंद लिया। पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, फुगड़ी जैसे खेलों ने सभी वर्ग के खिलाडिय़ों में रोमांच भर दिया। किसी ने कबड्डी में दांव पेंच लगाए तो किसी ने अंत तक फुगड़ी में अपनी महारत दिखाई।
राजीव युवा मितान क्लब स्तर से शुरू हुई यह स्पर्धा अब जोन स्तर पर पहुंच चुकी है। इसके बाद छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक का आयोजन विकासखण्ड स्तर, नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर पर की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्त्तीसगढ़ की संस्कृति से लोगों को जोड़ कर रखने व स्थानीय खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए ‘‘छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक‘‘ का आयोजन 06 अक्टूबर से 06 जनवरी 2023 तक किया जा रहा है। इसके अंतर्गत दलीय एवं एकल श्रेणी में 14 प्रकार के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है, जिसमें 18 वर्ष से कम, 18 से 40 वर्ष एवं 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ में खेल से जुड़ी संस्कृति को एक नई पहचान दिलाने ‘‘छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक‘‘ के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार एक अनुठी पहल कर रही है।
छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक के आयोजन से अब फिर से लोगों में अपने स्थानीय खेलों के प्रति जागरूकता आएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में खेले जाने वाले खेल अब गांवों से निकलकर अपनी अलग पहचान बनाएंगे।
सुकमा, 12 अक्टूबर। सीमावर्ती राज्य ओडिशा से शराब लाकर अवैध रूप से बिक्री करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार मुखबिर सूचना पर थाना तोंगपाल से निरीक्षक विजय पटेल के हमराह स्टाफ को ग्राम कलारपारा चिड़पाल निवासी दाउद कश्यप के घर की तलाशी लेने पर एक सफेद रंग के प्लास्टिक बोरी में शराब बरामद किया गया। पूछताछ करने पर आरोपी दाउद कश्यप द्वारा सीमावर्ती राज्य ओडिशा से लाकर बिक्री करना बताया गया।
उक्त कृत्य पाये जाने से आरोपी दाउद कश्यप को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध थाना तोंगपाल में आबकारी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 11 अक्टूबर। जिला के सभी शालाओ में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। सुकमा जिला शिक्षा अधिकारी के दिशा निर्देश में जिला के सभी शालाओं में सी3 जिला समन्वयक महेश झरकर के द्वारा विषयो को जनजागरुकता संदेश कार्यक्रमों में संचालित किया गया।
छिंदगढ़ के स्वामी आत्मानंद स्कुल मे अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। सी3- सेन्टर फाँर कैटालाईजिंग चेंज के जिला समन्वयक ने सभी बालिका छात्रो को मार्गदर्शन किया।
महेश झरकर ने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है, ताकि बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके, 11 अक्टूबर के दिन बालिकाओं के अधिकारों व लैंगिक समानता जैसे, विषयों पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों एवं जन समुदायों को जागरूक करने की मुहिम चलाई जाती है।
झरकर ने कहा कि, हर ग्राम पंचायत ‘बाल हितैषी’ बनाने के लिए सिर्फ यह एक क्रांतिकारी अभियान ही नहीं बल्कि एक ऐसा कदम है जो हमारी बेटियों को आत्मनिर्भर एवं आत्म सक्षम बनाएगा। प्राचार्य एलबी कुजूर के निर्देश से, व्याख्याता वेदप्रकाश पांडे, शिक्षिका सरोज चौधरी, अंजू चव्हाण, मोहिनी साहू, ललिता पौडी, कोमलप्रसाद साहू, मनकी नाग कार्यक्रम में उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 11 अक्टूबर। भाजपा जिलाध्यक्ष सुकमा हूँगाराम मरकाम एवं भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर कहा कि भाजयुमो के नेतृत्व में सुकमा जिले की जनसमस्याओं को लेकर 16 सूत्रीय बिंदुओं पर हमने सुकमा से जगदलपुर तक सत्याग्रह पदयात्रा करना सुनिश्चित किया है।
उन्होंने कहा कि जबसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश बघेल की सरकार बनी है व कोन्टा विधायक कवासी लखमा मंत्री बने हैं, दिनों दिन सुकमा जिले में भय, भूख, भ्रष्टाचार, अनियमिताएं , आदिवासी ग्रामीणों की अज्ञात बीमारियों से मृत्यु होना आम बात हो गई है , पिछले तीन वर्षों में कोई उद्योग यहां के बेरोजगारों को नहीं दिया।
उन्होंने कांग्रेस सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी लापरवाही के कारण अनुसूचित जनजाति वर्ग को छत्तीसगढ़ में 32 फीसदी आरक्षण के स्थान पर 20 फीसदी हो गया है . जो पुन: यथावत हो।
जुआ, सट्टा, अंग्रेजी शराब का कारोबार पूरे जिले में फैला हुआ है
उन्होंने यह भी कहा कि सुकमा जिले में अवैध जुआ व अंग्रेजी शराब का कारोबार कोन्टा से तोंगपाल के साथ - साथ अंदरूनी गावों में कोचियों के द्वारा बेख़ौफ किया जा रहा है पुलिस भी मौन होकर इनका समर्थन कर रही है , शराब की शासकीय दुकानों में निर्धारित दरों से अधिक दर पर अंग्रेजी शराब बेची जा रही है आबकारी अधिकारियों के द्वारा इन पर कार्रवाई करना तो दूर उल्टा इन्हें खुली छूट दे दी गई है।
एनएच बदहाल, लोग परेशान
उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत को जोडऩे वाली एकमात्र सडक़ राष्ट्रीय राजमार्ग का हाल आप सभी देख रहे हैं यदि जल्द ही कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब हम इसे जानलेवा राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम जानेंगे , युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान नहीं किए जा रहे हैं।
पीएम आवास योजना शून्य
पीएम आवास पर सवाल उठाते हुए कहा कि शासन की सबसे महती योजना जिससे एक गरीब को पक्का मकान स्वीकृत होता है जो हर गरीब का सपना होता है हमारे जिले में इसकी प्रगति शून्य है हमने पिछले कई वर्षों में पूरे जिले में भ्रमण किया है व मीडिया के साथियों के सहयोग से लगातार शासन के सामने इन सारी समस्याओं को रखकर उसका निराकरण कराने का प्रयास किया भी किया है जिसमें कुछ कार्य हुए कुछ नहीं हुए हैं।
13 से 19 अक्टूबर तक होगी पदयात्रा
सुकमा जिला मुख्यालय के काली मंदिर से प्रारम्भ होने वाला यह सत्याग्रह पदयात्रा 13 से 19 अक्टूबर तक 7 दिनों में जगह जगह नुक्कड़ सभा करते हुए जगदलपुर पहुंचकर कमीश्नर को छत्तीसगढ़ की राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम सौपने के पश्चात समाप्त होगी
प्रमुख मांगें-
( 1 ) कांग्रेस सरकार के लापरवाही के कारण अनुसूचित जनजाति वर्ग को छत्तीसगढ़ में 32 त्न आरक्षण के स्थान पर 20 त्न हो गया है . जो पुन: यथावत हो ।
( 2 ) राष्ट्रीय राजमार्ग 30 का सुकमा से केशलूर तक नवीनीकरण कार्य किया जाए
( 3 ) कोन्टा व उसके आसपास के पोलावरम परियोजना से प्रभावितों को आंध्रप्रदेश सरकार के आर आर पैकेज की तर्ज पर मुवावजा दिया जावे
( 4 ) जिले के युवाओं को रोजगार प्रदान किया जाए व बेरोजगारों को जन घोषणा पत्रानुसार 2500 रु प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाए
( 5 ) जिले में शिक्षा के लिए पर्याप्त सुविधा हो
( 6 ) जिले में लगातार अज्ञात बीमारियों से आदिवासियों की मृत्यु हो रही है अत: उत्तम स्वास्थ्य सुविधा मिले
( 7 ) रेडी टू ईट का कार्य महिलाओं से छीनकर उन्हें बेरोजगार कर दिया गया है उनके स्वरोजगार के लिए ठोस योजना बने
( 8 ) दक्षिण बस्तर में महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में ठोस कार्ययोजना बने
( 9 ) पीएम आवास योजना का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा है अत: पुन: सर्वे कार्य कर गरीब , आदिवासी , किसानों को योजना का लाभ दिया जावे
( 10 ) जिले में सडक़ , बिजली , पानी की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है इसकी बढोत्तरी के दिशा में कार्य किया जावे
( 11 ) सीधे जिला मुख्यालय या जनपद मुख्यालय से जोडऩे हेतु समस्त ग्रामों में आवश्यक पुल निर्माण किया जावे क्योंकि आज भी कई गांव पहुंच विहीन है
( 12 ) दोरनापाल में ग्रामीणों को मुक्तिधाम तक जाने में बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है दोरनापाल सहित जिले के समस्त ग्राम में स्थित मुक्तिधाम मार्ग का निर्माण किया जावे ।
( 13 ) अवैध शराब की बिक्री व जिले में जुआँ सट्टा का अवैध कारोबार बंद हो
( 14 ) छत्तीसगढ़ रसोइया संघ की सभी जायज मांगे जल्द पूर्ण किया जावे
( 15 ) जिले के समस्त पंचायतों में विधवा, बुजुर्ग, निराश्रितों का पुन: सर्वे कराकर वंचित लोगों को पेंशन का लाभ दिया जाए
( 16 ) पूरे जिले में अवैध रूप से रेत उत्खनन हो रहा है जिससे जिले में वाटर लेबल में लगातार कमी आ रही है अत: रेत का अवैध उत्खनन तत्काल बन्द हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 10 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ सरकार पर जनजाति विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सर्व आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया। बिलासपुर हाईकोर्ट ने आदिवासियों के आरक्षण को 32 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। इसे लेकर आदिवासी समाज ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रामक दिख रहे हैं।
आदिवासियों के आरक्षण में कटौती को लेकर सर्वआदिवासी समाज ने बसस्टैण्ड में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर आदिवासियों के आरक्षण को घटाकर 20 प्रतिशत करने को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा कि कांग्रेस सरकार के 3 साल में ही इन्होंने अपना रंग दिखा दिया। आदिवासी समाज के लिए इस सरकार की नियत साफ नहीं है। जनजाति वर्ग का 32 फीसदी आरक्षण समाप्त होने के बाद राज्य सरकार परेशान दिख रही है, हो सकता है यह दिखावटी या बनावटी हो, क्योंकि कोर्ट के आदेश के कुछ ही दिनों बाद राज्य सरकार कम किये गये 12 फीसदी को बांटने का आदेश प्रसारित करती है। और कहा जाता है कि न्यायालय के आदेश का पालन मजबूरी है।
सभा को संबोधित करते हुए रामा शोडी ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है। आरक्षण में कटौती करने पर जनजाति समाज को भारी नुकसान हुआ है। इस कांग्रेस सरकार का दोहरा चरित्र जनता के सामने आ गया है।
आरक्षण कटौती को लेकर सर्व आदिवासी समाज के नेता संजय शोडी ने कहा कि आदिवासी समाज को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार ने दोहरा चरित्र का प्रदर्शन किया है, वास्तव में यह जनजाति विरोधी सरकार है। भाजपा सरकार के समय भी यह मामला न्यायालय में लंबित था जहां भाजपा द्वारा जनजाति आरक्षण तथ्यों को सही तरीके से न्यायालय के समक्ष रखती रही जिससे 32 प्रतिशत आरक्षण बना रहा परंतु कांग्रेस सरकार के 3 साल में ही इन्होंने अपना रंग दिखा दिया।
धरना प्रदर्शन में मनीष कुंजाम, रामा शोडी, हडमा, बारसे, धनीराम, स्वयंमुका चिंगाराम मण्डावी
रामघर बघेल,सुखदेव प्रधानी,हांदा सोड़ी,सोमाराम मरकाम,दीपक कुमार बारसे, शंकर लाल नाग,लखमा कवासी,सलवम दुलेश कवासी विष्णु,कुहराम सोमा,राजेश कुमार नाग मंगलराम मांझी सुखराम नेगी,मानसाय भोयरअजमन बघेल,गंगा बघेल,डमरू राम बघेल रमेश कुमार नाग, देवा मरकाम उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 10 अक्टूबर। दशहरे के दिन सुदूर गोलापल्ली में डॉ. रुद्रमणि वैष्णव और उनकी टीम द्वारा मुख्यमंत्री हाटबाजार में शिविर लगाकर दूर दराज गांवों से आये हुए ग्रामीणों का उपचार एवं टीकाकरण किया गया। इस दौरान डॉ. वैष्णव द्वारा 42 मरीजो का उपचार किया गया ।
डॉ. रुद्रमणि वैष्णव के अलावा बी अनिता नर्स ,प्रतिभा नेताम,बी रावम्मा उपस्थित रहे। विदित हो कि डॉ. वैष्णव और उनकी टीम ने 2000 लोगों का कोरोना काल में टीका लगाया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 9 अक्टूबर । विजयादशमी के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने शहर में पथ संचलन किया। जगह-जगह लोगों के द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया।
शिशु मंदिर परिसर में स्वयं सेवक एकत्र हुए। जहा से पथ संचलन शुरू किया। जो महेश चौक होते हुए पुराना नाका चौक से होते हुए पटनम पारा चौक से राम मंदिर होते हुऐ काली मंदिर के सामने से । वहां से वापस शिशु मंदिर पहुंचकर समापन हुआ। पथ संचलन में आर.एस.एस के समस्त स्वम सेवक उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 9 अक्टूबर। पिछले सितम्बर माह में जिले के मारुकी गाँव मे 9 ग्रामीणों की लगातार मृत्यु हुई उनके परिजनों से मिलने भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी उनसे मिलने धुर नक्सल प्रभावित ग्राम मारुकी पहुंचकर उनसे बातचीत की।
दीपिका ने कहा कि जिला से स्वास्थ्य विभाग ने गाँव में पहुंचकर ग्रामीणों से बात किया उन्हें चिकित्सीय सुविधा मुहैया करवाई व मृत्यु के कारण का पीआरओ के द्वारा समाचार जारी कर अंधविश्वास बताया गया उसके पश्चात पुन: स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जिसमें 14 ग्रामीण बीमार पाए गए परन्तु उनमें से सिर्फ 8 ग्रामीण ही अस्पताल पहुंचे बाकी ने जाने से मना कर दिया।
मैं जिला प्रशासन से पूछना चाहती हूं कि जब आपने पूर्ण रूप से यह मान लिया है कि मारुकी में हो रही मृत्यु का कारण अंधविश्वास है तो शासन यहां पर ग्रामीणों को अंधविश्वास से दूर करने हेतु कोई जागरूकता अभियान क्यों नहीं चला रही है या क्या उन्हें और मौतों का इंतजार है मैंने शुक्रवार को स्वयं मारुकी गाँव जाकर वहां की स्तिथि देखी है जहां एक बुजुर्ग महिला को सांस में दिक्कत है व वो बुरी तरह से खांसी से पीडि़त हैं मैंने उन्हें अस्पताल जाकर स्वास्थ्य लाभ लेने हेतु कहा हैं,यहाँ आकर मैंने देखा कि अगर ग्रामीणों की मृत्यु नहीं हुई होती तो प्रशासन भी नहीं जागता क्योंकि पांच माह पूर्व यहाँ उपस्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया गया था जिसकी शुरुवात सितम्बर माह में ग्रामीणों की मृत्यु होने के बाद हुई थी व जिन मच्छरदानियों को बरसात के पूर्व वितरित किया जाना चाहिए वह बरसात की समाप्ति आने पर वितरित की जा रही है
मूलभूत सुविधाओं से दूर हैं मारुकी के निवासी
दीपिका ने बताया कि मारुकी के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से दूर हैं यहाँ पर पीएम आवास की प्रगति शून्य है,बहुत से बुजुर्ग हैं जिन्हें पेंशन की राशि भी नहीं मिलती है,
बुजुर्ग महिलाओं को किया कम्बल विरतण
दीपिका ने ग्रामवासियों की बैठक कर उन्हें बीमार व्यक्तियों को इलाज कराने हेतु उपस्वास्थ्य केंद्र व गम्भीर बीमारी से पीडि़त मरीजों को जिला चिकित्सालय जाने हेतु समझाइस देते हुए बैठक में आए बुजुर्ग व शिशुवती महिलाओं को कम्बल भी वितरित किया, दीपिका ने कहा कि यहां अंधविश्वास तो है परंतु यह कहकर हमारी जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती हम सबको मिलकर इनके बीच में फैली अंधविश्वास की भावना दूर करने हेतु लगातार प्रयास करना चाहिए मैं पुन: इनके बीच आकर अपना यह प्रयास जारी रखूंगी साथ ही मीडिया के माध्यम से जिला प्रशासन से भी अपील करती हूं कि वो भी इस कार्य में आगे आएं और अंधविश्वास दूर करने हेतु शिविर का आयोजन करें जिससे इतनी दुखद घटना की पुनरावृत्ति न हो।
उप स्वास्थ्य केंद्र का भी किया निरीक्षण
दीपिका ने इस दौरान मारुकी में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया जहां ग्रामीणों को दवाइयां व मच्छरदानियाँ वितरित की जा रही थी उन्होंने उपस्थित सभी ग्रामीणों को मच्छरदानी का इश्तेमाल करने हेतु कहा व उसके लाभ भी बताए।
*धुरनक्सल प्रभावित ग्राम है मारुकी-पहली दफा पहुंची है भाजपा नेत्री दीपिका*
बतादें की मारुकी धुरनक्सल प्रभावित ग्राम है जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर पहाडिय़ों के नीचे बसे इस गाँव में सिर्फ एक दफा तत्कालीन कलेक्टर नीरज बंसोड़ आए थे उसके बाद आज तक न कोई जनपद स्तर व न ही जिला स्तर का अधिकारी आकर यहां के ग्रामीणों से सीधा संपर्क किया है ग्रामीणों ने बताया कि पहली दफा कोई भाजपा का प्रतिनिधि उनके गांव आया है जिससे उन्होंने सीधा संवाद किया है,पूछने पर यह भी पता चला कि मारुकी के ज्यादातर ग्रामीण पिछ्ले तीन विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं किए हैं
*जर्जर सडक़ व जंगलो के बीच से पहुंचते हैं मारुकी*
विदित हो कि मारुकी तक पहुंचने हेतु लगभग 15 किमी तक जर्जर सडक़ व जंगलों के बीच से होकर गुजरना पड़ता है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 4 अक्टूबर। सुकमा में पुलिस अफसरों के समक्ष 7 नक्सलियों ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सली थाना एर्राबोर क्षेत्र में घटित विभिन्न गतिविधियों में शामिल रहे हैं, जिस पर न्यायालय द्वारा स्थायी वारंट जारी किया गया था ।
नक्सल उन्मूलन अभियान से प्रभावित होकर नक्सली संगठन में सक्रिय 7 नक्सलियों क्रमश: मडक़म मासा (मिलिशिया सदस्य ), माड़वी हिरमा (मिलिशिया सदस्य, स्थायी वारंटी), मडक़म भीमा (मिलिशिया सदस्य, स्थायी वारंटी), मडक़म बण्डी (सीएनएम सदस्य स्थायी वारंटी), मडक़म नंदा (मिलिशिया सदस्य, स्थायी वारंटी), सोड़ी जोगा (डीएकेएमएस सदस्य, स्थायी वारंटी), लछिन्दर (डीएकेएमएस सदस्य, स्थायी वारंटी) सभी निवासी थाना भेजी क्षेत्र जिला सुकमा के द्वारा ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में नीरज कुमार टूआईसी 219 वाहिनी सीआरपीएफ, किरण चव्हाण अति. पुलिस अधीक्षक नक्सल. ऑप्स सुकमा एवं प्रदीप कुमार सिंघा, सहायक कमाण्डेन्ट 219 वाहिनी सीआरपीएफ के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में 219 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा का सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन के पुनर्वास योजना के तहत प्रोत्साहन राशि व अन्य सुविधायेसभी नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने प्रोत्साहित करवाने में 219 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा का विशेष सहयोग रहा।
रेगडग़ट्टा की तरह पैरों में सूजन से जूझ रहे आधा दर्जन
रँगईगुड़ा से लौटकर अमन सिंह भदोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 3 अक्टूबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। सुकमा जिले के धुर नक्सल प्रभावित कोर्रापाड़ गांव में 24 घंटे के अंदर कुल 4 मौतों का मामला सामने आया है । जिस वजह से गांव में मातम पसर गया है और लोगों में एक तरह का डर भी बना हुआ है।
इन सबके बीच ‘छत्तीसगढ़’ की टीम कोर्रापाड़ पंचायत के रंगईगुड़ा पहुंचीं। हमारी टीम ने पाया कि वो गांव में रहकर घटा गांव की तरह ही कई लोग शरीर में सूजन की समस्या से जूझ रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ की टीम ने शवों का अंतिम संस्कार करते देखा। वहीं मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि 24 घंटे के अन्तराल ये सारी घटना हुई, जिसमें मडक़म सुकड़ी पति पोज्जा उम्र 70 वर्ष , पदम देवे पति हूंगा उम्र 75 वर्ष ,मडक़म मुक्का पिता हड़मा उम्र 32 वर्ष , कुहराम मुया पिता गंगा उम्र 25 वर्ष (पत्नी की अज्ञात बीमारी से मौत 1 साल पहले ) इससे गांव में मातम के साथ डर भी बन गया वो गांव में और मौत नहीं चाहते। इसके अलावा 2 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सरपंच राजू ने बताया कि गांव में पैर की सूजन की समस्या 15 दिन पहले पता चली थी, मैंने बीमार लोगों को जिला अस्पताल बेहतर उपचार के लिए ले जाने की तैयारी की थी पर मरीजों द्वारा गांव के वड्डे ( बैगा ) से झाड़ फूंक का इलाज करवाने की जिद्द की और अस्पताल जाने से इंकार कर दिया । मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों की जांच की।
भ्रांतियां ग्रामीणों को कर रही स्वास्थ्य सुविधाओं से दूर
गौरतलब है कि सुकमा जिले के अंदरुनी इलाके में ज्यादातर लोग अशिक्षित है जो आसानी से तरह-तरह की भ्रांतियों को विश्वास में ले लेते हैं । इसी तरह की स्थिति रेगडग़ट्टा में बनी थी औऱ अब रंगाइगुड़ा में बन रही है। ‘छत्तीसगढ़’ की टीम जब गांव पहुंची, तब मारे गए लोगों के परिवार का टेस्ट हो रहा था। इसके साथ टीम ने गांव के उस झाड़ फूंक करने वाले बैगा का टेस्ट किया जो मारे गए 2 बीमारों का झाड़-फूंक कर रहा था।
इस दौरान ये भैया भी पैर की सूजन से जूझने लगा टेस्ट में इसका मलेरिया पॉजिटिव भी आया, जिसके बाद डॉ. बक्शी ने उसे दवा खिलाने का प्रयास किया। जिस पर बैगा जिद पर अड़ गया कि मरना पसंद करूंगा मगर स्वास्थ्य विभाग की दवा नही खाऊंगा, क्योंकि उसका कहना है कि इसमें कई बीमारी है कोविड के वक्त कई वीडियो औऱ जानकारी सामने आई थी । जंगल से इसके लिए खुद जड़ीबूटी बनाऊंगा, कहने लगा । फिर सरपंच राजू, डॉ. बक्शी और ‘छत्तीसगढ़’ की टीम की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने उसे दवा खाने के लिए मनाया लेकिन बस्तर के कई गांव ऐसे है, जहां ये स्थिति है सरकार को भ्रांतियाँ मिटाने ग्राम सभा औऱ गांव गांव जागरूकता अभियान चलाना चाहिए।
इस मामले पर सीएमएचओ ध्रुव ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि 2 लोग बुजुर्ग थे जिससे उनकी मौत उम्रदराज होने से हो सकती है 2 अन्य की मौत के कारण पता लगा रहे हैं। ग्रामीण वड्डे की बात मानकर इलाज नहीं करवाते है जिससे इस तरह की स्थिति बन जाती है मलेरिया का वक्त पर इलाज न करवाने से भी इस तरह की बीमारी बन रही है टीम कल भी गांव गई थी आज भी गई है। हमारी टीम पूरा प्रयास कर रही कि जो बीमार है उन्हें उपचार कर स्वस्थ किया जाए ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 अक्टूबर। सुकमा जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में जिला स्तरीय राजीव युवा मितान क्लब का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में प्रदेश के आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा, विधायक चित्रकोट राजमन बेंजाम, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, बीजापुर जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर पोडियामी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू सहित समस्त जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने इस अवसर पर कहा कि क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने युवाशक्ति पर भरोसा दिखाया है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के कारण क्षेत्र में बदलाव दिख रहा है। जहां नई पीढ़ी को सामाजिक जिम्मेदारियां के प्रति जागरूक कर, मुख्यधारा से जोडक़र समाज को बेहतर बनाने की दिशा में सफल प्रयास किया जा रहा है । इन युवा क्लब द्वारा हर छोटी बड़ी क्रिया जो समाज हित में है जैसे वृक्षारोपण, आपदा के समय राहत पहुंचाना, शासकीय योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित करने हितग्राहियों का चयन करने, स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने, कुपोषण को दूर करने, जल और पर्यावरण का संरक्षण करने, रोजगारमूलक योजनाओं से युवाओं को जोडऩे, संस्कृति और परंपरा का संरक्षण आदि कार्य इन युवाओं की जिम्मेदारी है। राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से युवाओं को आर्थिक रुप से सहायता मिलेगी, जिससे वे इस कार्य के लिए दूसरे युवाओं को भी आसानी से जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा की शासन द्वारा आदिवासियों के हित में नीतियां बनाई जा रही है, जल जंगल जमीन का पट्टा दिया जा रहा है, ग्रामीण आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने महिलाओं, युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। पोटकपल्ली जैसे अंदरूनी गांव में बिजली पहुंचाई है।
कार्यक्रम में उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा, गोंगला, बुड़दी, चिंगावरम और निलावरम के कमजोर आर्थिक स्थिति वाले 20 हितग्रहियों को 10-10 हजार रुपए की स्वेच्छानुदान राशि प्रदान की। उन्होंने बताया कि सुकमा जिले के युवकों को रोजगार से जोडऩे के लिए शासन द्वारा बस्तर संभाग में विशेष कनिष्ठ कर्मचारी बोर्ड के माध्यम से विभिन्न पदों पर स्थानीय युवक युवतियों की भर्ती की जा रही है। जिले में शिक्षकों की कमी को देखते हुए जल्द ही शासन स्तर से व्यापम द्वारा और संभाग स्तर से जिले में शिक्षकों की भर्ती की जायेगी।
उन्होंने छिंदगढ़ ब्लॉक के ग्राम किंदरवाड़ा में सांस्कृतिक भवन के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही किंदरवाडा और कोयाबेकुर के नर्तक दलों को 25 हजार का पारितोषिक प्रदान किया।
विधायक राजमन बेंजाम ने राजीव युवा मितान क्लब की पृष्ठभूमि और उसके उद्देश्य बताते हुए, विगत दिवसों कोंटा क्षेत्र में आई बाढ़ में राहत कार्य के लिए राजीव युवा मितान क्लब के साथियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि युवा साथी वो पूंजी है, जो किसी क्षेत्र, प्रदेश को दिशा दे सकती हैं। युवाओं को समाज के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें सही दिशा देते हुए समाजिक दायित्वों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। युवा मितान क्लब के युवाओं से मरान भूमि में की जा रही कृषि, जिनका पंजीयन अभी तक नही हुआ है, ऐसे कृषकों का पंजीयन में सहयोग करने की अपील की। ताकि उन्हें राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत लाभ मिल सके।
*शासन की योजनाओं का प्रचार प्रसार, गांव क्षेत्र का विकास में अपना सहयोग दे युवा- मंडावी*
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि राजीव युवा मितान क्लब की बदौलत युवाओं की भूमिका शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में बढ़ी है। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के शासन में युवाओं को विभिन्न गतिविधियों से जोडक़र उनका बौद्धिक, आर्थिक और सामाजिक विकास किया जा रहा है। इन क्लब को साल भर में 25-25 हजार की चार किश्त प्रदान की जायेगी। उन्होंने कहा की युवा साथी गांव के विकास के साथ ही शासकीय योजनाओं के प्रचार प्रसार, शासकीय योजनाओं के लाभ लेने में यदि ग्रामीणों को कोई समस्या हो, तो उसका भी निदान करने में अपना सहयोग प्रदान करें।
*रोजगार मूलक गतिविधियों से जोडक़र युवाओं को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर- हरीश*
जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नेतृत्व में विभिन्न रोजगार मूलक योजनाओं से जोडक़र ग्रामीण युवाओं, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। राजीव युवा मितान क्लब इसी दिशा में सफल प्रयास है। जिसके माध्यम से गांव के विकास में युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। हम सबको चाहिए की अधिक से अधिक युवाओं को प्रेरित कर राजीव युवा मितान क्लब से जोड़े। गांव और युवा मजबूत होगा तब प्रदेश मजबूत होगा और देश मजबूत बनेगा।
आबकारी मंत्री सडक़ मार्ग से पूरे इलाके का कर रहे दौरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 30 सितंबर। ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई मंत्री सडक़ मार्ग से हमारे गांव आया है, हमारी समस्याएं सुनने, उनका निराकरण करने। यह कहना है कोंटा विकासखंड अंतर्गत दोरनापाल नगर पंचायत मुख्यालय से 44 किलोमीटर अंदर बसे ग्राम चिंतलनार वासियों का। आज उनके बीच प्रदेश के उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा का काफिला सडक़ मार्ग से होते हुए चिंतलनार पहुंचा। जहां उन्होंने लोगों से भेंट मुलाकात कर स्थानीय समस्याओं से अवगत हुए। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष बोडू राजा, जिला पंचायत सदस्य आदम्मा मरकाम, करतम मुया एवं अन्य जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे।
भेंट मुलाकात के दौरान उन्होंने सुकमा जिला में विकास कार्यों के बारे में बताते हुए कहा की शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता आदिवासी विकास है। उनके उत्थान के लिए नित नई कल्याणकारी नीतियां बनाई जा रही है। इसके साथ ही क्षेत्र में विकास, विश्वास और सुरक्षा के उद्देश्य को पूरा करते हुए कार्य किया जा रहा है। अंदरूनी क्षेत्र में सडक़ निर्माण से विकास की गति के साथ ही व्यापार को भी गति मिली है। जिन गांवों में बिजली नहीं पहुंची थी, आज वहां बिजली पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा की जल्द ही सुकमा से बीजापुर और दंतेवाड़ा के बीच बस परिवहन सेवा शुरू करने के प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बुरकापाल में भेंट मुलाकात के दौरान जेल से रिहा किए गए निर्दोष आदिवासियों से भी भेंट की।
चिंतलनार के लोगों को दी सौगात
मंत्री लखमा ने ग्रामीणों की मांग पर चिंतलनार में सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख की राशि प्रदान करने की घोषणा की। इसके साथ ही विधायक निधि से चिंतलनार दुर्गा समिति को भवन बनाने हेतु 6 लाख देने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन द्वारा मुख्य मार्ग में संचालित आश्रम को पुन: मूल गांव में संचालित किए जा रहे है। इसी अनुक्रम में वर्तमान में दोरनापाल में संचालित कन्या आश्रम चिंतलनार को पुन: चिंतलनार में संचालित करने की बात कहते हुए कन्या आश्रम निर्माण हेतु 2 करोड़ की घोषणा की।
साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दृष्टिकोण से चिंतलनार जगरगुंडा को 108 एंबुलेंस प्रदान करने की बात कही। उन्होंने कहा है की वर्तमान में जहां जगरगुंडा में उप तहसील संचालित किया जा रहा है, भविष्य में क्षेत्रवासियों की सुविधा के लिए एसडीएम कार्यालय भी खोलने का प्रयास किया जायेगा। साथ ही जगरगुंडा में जल्द ही मोबाइल टावर लगाने की बात कही।
मुकरम में ग्रामीणों ने की पटवारी की शिकायत, त्वरित कार्रवाई के दिए निर्देश
मुकरम में भेंट मुलाकात के दौरान ग्रामीणों ने मंत्री लखमा से पटवारी की शिकायत लगाई। जिसपर मंत्री ने लिखित शिकायत देने को कहा और एसडीएम को संबधित पटवारी के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए। मुकरम वासियों ने जमीन का पट्टा नही होने की बात भी बताई, जिसपर मंत्री ने एसडीएम को शीघ्र ही सर्वे पूर्ण कर आगे की कार्यवाही के निर्देश दिए है। मंत्री लखमा ने आज चिंतलनार, मुकरम, बुरकापाल, तेमेलवाडा, पुसवाड़ा, कांकेरलंका, पोलमपल्ली सहित अन्य स्थानों पर भेंट मुलाकात किया ।
बुर्कापाल में 121 निर्दोष आदिवासियों को देश की रक्षा में लगे जवानों की शहादत के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया यह गिरफ्तारी भाजपा की सरकार मैं की गई जब सरकार के हाथ असली चोर नहीं लगे तो कोतवाल को ही गिरफ्तार कर लेने जैसा माहौल बना इसकी जिम्मेदार भी भाजपा की सरकार है हमारी सरकार बस्तर में बेहतर काम कर रही है आज यह स्थिति है कि दोनों ओर से शांति बन रही है और बस्तर में विकास हो रहा है इसका आशीर्वाद यहां की जनता कवासी लखमा और भूपेश बघेल को जरूर देंगे