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काम में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 सितंबर। शनिवार को तालाब में डूबने से हुई छात्र की मौत के बाद कलेक्टर ने शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने के चलते छात्रावास अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं। निलंबन अवधि में अधीक्षक का मुख्यालय खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बीजापुर निर्धारित किया गया है।
ज्ञात हो कि बीजापुर विकासखण्ड के तोयनार प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास के 11वीं कक्षा के छात्र राजेश टिंगे (16) की शनिवार को तालाब में डूबने से मौत हो गई।
उक्त संस्था में छात्रावास अधीक्षक के पद पर भूपेश गंगवाल पदस्थ हैं, को कलेक्टर बीजापुर ने शासकीय कार्यो में लापरवाही बरतने के चलते उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बीजापुर निर्धारित किया गया हैं।
तोयनार बालक आश्रम का छात्र था
बीजापुर, 2 सितंबर। बालक आश्रम तोयनार के एक छात्र की तालाब में डूबने से मौत हो गई। छात्र अपने दोस्तों के साथ नहाने गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर ब्लॉक के तोयनार में संचालित बालक आश्रम तोयनार के छात्र राजेश टिंगे (16) की शनिवार को तालाब में डूबने से मौत हो गई। छात्र राजेश 11वीं का छात्र था और वह बालक आश्रम तोयनार में रहता था। बीजापुर के मंडल संयोजक विष्णु दुर्गम ने बताया कि छात्र राजेश टिंगे भोपालपटनम ब्लॉक उसकालेड गांव का रहने वाला था। वह शुक्रवार को ही आश्रम आया था। शनिवार को वह अपने साथियों के साथ तालाब गया था। जहां दोपहर 3 बजे के करीब डूबने से उनकी मौत हो गई। मंडल संयोजक दुर्गम ने बताया कि छात्र का शव जिला अस्पताल के मच्र्यूरी में रखा गया है। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 सितंबर। ग्राम कोदवा में बाइक सवार व्यक्ति की कार की ठोकर लगने से मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना में बाइक सवार एक महिला व एक युवती भी घायल हुई है। सभी घायलों को साजा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार बेेमेतरा दुर्ग मार्ग के ग्राम कोदवा चौक में क्रेशर प्लांट के सामने शुक्रवार को कार से खैरागढ़ जा रहे कार चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए दुर्ग से बेेमेतरा की ओर जा रहे बाइक सवार संतोष चंद्राकर को ठोकर मार दी। ठोकर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक चला रहे संतोष के सिर व अन्य अंगों में गंभीर चोट आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं बाइक में बैठी संतोष की पत्नी हेमलता चंद्राकर व बेटी उमेश्वरी को चोटें आई हैं। वहीं ठोकर से कार का सामने का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है, जिससे वह सडक़ किनारे झाडिय़ों में घुस गया। कार में बैठे लोगों को भी चोट पहुंची है। सभी को लोगों की मदद से सीएससी साजा भेजा गया है। मृतक के शव का पीएम कर परिजनों को सौंपा गया है।
मृतक भिलाई का निवासी था, जो अपने परिवार के साथ बाइक से थानखम्हरिया जाने के लिए रवाना हुआ था। वहीं घायलों को रायपुर रेफर किया गया हैै। पुलिस ने ठोकर मारने वाले वाहन चालक के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 सितंबर। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सर्चिंग पर निकली सुरक्षाबलों की संयुक्त पार्टी ने सावनार डीएकेएमएस अध्यक्ष को पकडऩे में सफलता हासिल की है। जवानों ने उसके कब्जे से विस्फोटक भी बरामद किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीते सोमवार को डीआरजी बीजापुर, एसटीएफ व सीआरपीएफ 85 तथा 222 बटालियन की सयुंक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान पर तोडक़ा, पालनार व सावनार की ओर निकली थी।
अभियान के दौरान बुधवार को सावनार के जंगल में गस्त सर्चिंग के दौरान सावनार डीएकेएमएस अध्यक्ष आयतू पदम उम्र 35 निवासी सावनार मुकापारा थाना गंगालूर को पकड़ा गया। इसके कब्जे से जवानों ने 1 थैला में से 5 किलो का 1 टिफिन बम, 2 जिलेटिन, 3 फिट काडेक्स वायर तथा 2 डेटोनेटर बरामद किया गया है। पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया नक्सली पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से रास्ते पर आईईडी प्लांट करने की योजना बना रहा था। पकड़े गए नक्सली के विरुद्ध गंगालूर थाना में वैधानिक कार्यवाही के बाद न्यायिक रिमांड पर न्ययालय बीजापुर में पेश किया गया है।
मोहम्मद इमरान खान
भोपालपटनम, 31 अगस्त (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। सीएम भूपेश बघेल की घोषणा कागजों में उलझकर फाइल बंद हो गई है। चार साल पूर्व चौपाल चर्चा में भोपालपटनम पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाईस्कूल मैदान में आयोजित सभा में यहां बांस का कागज कारखाना खोलने की घोषणा की थी। उसके बाद इसकी तैयारियां जोरो पर चल रही थी, अब इसका जिक्र कोई नहीं करता है।
चौपाल कार्यक्रम में सीएम ने लगभग सौ करोड़ की लागत से कागज कारखाना बनाने की घोषणा की थी। देखा जाए तो कागज का कारखाना खोलने की मांग पिछले 4 दशक से ज्यादा समय से की जा रही है। महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमा से सटा भोपालपटनम बस्तर के पश्चिमी छोर पर बसा कस्बा है। यह इलाका बेहद पिछड़ा हुआ है।
अविभाजित मध्यप्रदेश में इस इलाके के कुचनूर व पेगड़ापल्ली की खदानों से कोरंडम का खनन होता था, पर बाद में वन कानूनों की वजह से वह परियोजना बंद हो गई, इसका भी कारण नक्सली समस्या है।
जानकारी के मुताबिक सीएम के घोषणा के बाद जिले व राज्य के बड़े अफसरों का आना-जाना लगा हुआ था। उद्योग विभाग के अफसरों ने गोल्लागुड़ा गांव के पास मर्रीगुड़ा जंगल में लगभग 100 एकड़ भूमि का चयन भी किया गया था।
जिला उद्योग विभाग की जानकारी के अनुसार संसाधनों की कमी के कारण कागज कारखाने की प्रक्रिया थम गई है व राज्य से कहा गया है कि उस जगह फैक्ट्री को खोलने योग्य नही ऐसी जानकारी मिली है।
जब प्रक्रिया चल रही थी, तब अफसरों की हलचल जोरों पर थी, यह सबको देखकर ग्रामीणों में खुशी की लहर थी। कारखाना खुलने से आवागमन रोजगार से लेकर बहुत सी सुविधाएं मिलेंगी, पर अब यह सपना बनकर रह गया।
अंतरराज्यीय सीमाओं से सटा भोपालपटनम पुलों के अभाव में दूसरे राज्यों से कटा रहा पर अब हालात बदले हैं। बस्ती के पास इंद्रावती नदी बहती है। नदी के उस पार महाराष्ट्र का गढ़चिरौली जिला है। इंद्रावती पर तिमेड़ का पुल बनने के बाद इस रूट पर आवाजाही बढ़ी है। दक्षिण की ओर तारलागुड़ा के रास्ते में छोटे-बड़े पुल बन चुके हैं और सडक़ का डामरीकरण भी पूरा हो चुका है। इस इलाके में अब बड़ी गाडिय़ा व माल वाहनों की आवाजाही दिखाई देती है। रोड बनाने के बाद रोटी बेटी का नाता भी जुड़ा है।
बंद पड़े हुए हैं बांस के 29 कूप
विभागीय जानकारी के मुताबिक जिले में कुल बांस के 29 कूप हैं, जिसमें भोपालपटनम के छ: कूपों में ही उत्पादन हो रहा था, पर वह भी दो साल से बंद है। जानकारी के मुताबिक कागज कारखाना खोलने के लिए कच्चे माल की जिले में कमी है। इधर चर्चाओं में यह बात हो रही है कि अगर कच्चे माल की कमी है तो दूसरे जिलों से बास को लाकर कारखाना संचालित किया जा सकता है।
इस संबंध में जिला उद्योग अधिकारी एसए बिलुंग का कहना है कि संसाधनों की कमी के कारण यह प्रोजेक्ट डिले हो गया है। कच्चा माल का उत्पादन कम है। बाकी प्रक्रिया राज्य स्तर का है, क्योंकि बड़ा प्रोजेक्ट है।
तोयनार थाना में था पदस्थ, गंगालूर में हुई वारदात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 31 अगस्त। तोयनार थाना में पदस्थ जवान का नक्सलियों ने अपहरण करने के बाद धारदार हथियार से हत्या कर दी है। जवान छुट्टी में अपने घर जांगला आया हुआ था। यहां से वह अपने भतीजे को छोडऩे गंगालूर के डुवाली पारा गया हुआ था। जहां यह वारदात घटित हुई।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर जिले के तोयनार थाना में पदस्थ सहायक आरक्षक बुधराम अवलम छुट्टी में अपने घर जांगला गया हुआ था। बुधवार को रक्षाबंधन के दिन वह अपने भतीजे को छोडऩे मोटरसाइकिल से गंगालूर के डुवालीपारा गया हुआ था। इस बीच डुवालीपारा में कुछ नक्सलियों ने जवान बुधराम का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी।
घटना की खबर मिलने के बाद गंगालूर थाना से पुलिस बल घटनास्थल पहुंची और शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगालूर में पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्नम, 27 अगस्त। नगर के क्लब ग्राउंड में रंग-बिरंगी राखियां, मिठाइयों से दुकानें सज गई हैं।
रक्षा बंधन की रौनक मार्केट में अच्छी खासी दिखाई दे रही है, व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों को सजाकर ग्राहकों का इन्तजार कर रहे है। ग्राहकों को लुभाने के लिए भोपालपटनम के सभी बाजार सज चुके हैं। कपड़े के बाजार से लेकर खिलौने-गिफ्ट आइटम और राखी बेचने वाले बाजारों में इन दिनों अच्छी खासी रौनक है।
राखियां की वैरायटी में ओम स्वास्तिक बनी हुई राखी, मिरर राखी, कार्टून राखी, झुमके वाली राखी, देयो राखी, एडी की राखियां, सिल्वर पॉलिश राखी, गोल्डन पॉलिश राखी, गणेश व भैया भाभी राखी खास हैं। राखियों की कीमत 2 रुपए से लेकर 200 रुपए तक है। इसके आलाव तरह-तरह की मिठाईयां दुकानदारों ने अपने दुकानों में सजा कर रखी है। वहीं रेडीमेट मिठाइयों की दुकाने भी सजी है यह भी प्लास्टिक डब्बों में सोनपापड़ी, रसगुल्ला, पेड़ा, बर्फी, बालूशाही जैसी डिब्बेबंद मिठाईयां बाजार में मौजूद है।
गीदम के किशन राजे दो दशक से राखियां बेच रहे है। इसके अलावा उनका सीजन के काम है। किशन राजे बताते है कि वह तकरीबन छब्बीस साल से यह राखियों का धंधा कर रहे है। मगर पहले जैसा काम नहीं रहा है। पांच साल पहले जैसा धंधा हुआ करता था अब वो बात नहीं है, मगर आज भी इनकी ग्राहकों में अच्छी पकड़ है।
इन्होंने बताया कि यह डोरी ज्यादा बिकती है, जिसकी कीमत 2 रुपये से लेकर 20 रुपये तक है। पहले बाहर से दो दुकानें आती थी उस समय ग्राहकों का हुजूम लगा रहता था, अब बीजापुर से भी कई दुकानें आने लगी है। वीरेंद्र साहू ने बताया कि यह आकर अच्छी खासी कमाई होती है।
मगर इस बार मौसम खराब है इसका असर बिक्री पर पड़ सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 अगस्त। नगर के पुराना बस स्टैंड चौक स्थित दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा ने अपने पिता स्व. दशरथ लाल मिश्रा की आठवीं पुण्यतिथि पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ भोग प्रसादी के रूप में खीर पुरी का वितरण किया गया।
इस दौरान मंदिर समिति के सदस्य उत्तम चंद माहेश्वरी, मुरारी लाल गुप्ता, सुनील तिवारी , सनतधर दिवान, नीलय शर्मा, मनीष छाबड़ा, राजा छाबड़ा ,अनदिशंकर मिश्रा ,अनुष्का मिश्रा , राघवशंकर मिश्रा सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे, जिन्होंने इस कार्य में सहयोग किया। प्रसाद वितरण का कार्य पूरे दिन चलते रहा। राहगीर तथा तथा ग्रामीण अंचल से अपने विभिन्न कामों को लेकर जिला मुख्यालय पहुँचे लोगों ने भी प्रसाद ग्रहण किया।
लिपिकों का प्रशासन को अल्टीमेटम, कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 अगस्त। योग्य व पर्याप्त लिपिक होने के बावजूद कुछ विभागों में गैर लिपिकों से लिपिकीय कार्य लिया जा रहा है, जिससे लिपिक संघ आहत हैं। संघ ने जिला प्रशासन को गैर लिपिकों को हटाने एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। बावजूद नहीं हटाये जाने पर लिपिक संघ चरणबद्ध आंदोलन करेगा। इस आशय का एक ज्ञापन संघ ने कलेक्टर के नाम से एडीएम को सौंपा है।
लिपिक संघ बीजापुर के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पसपुल के नेतृत्व में गुरुवार को गैर लिपिक कर्मचारी जो लिपिकीय कार्य में संलग्न है को लिपिकीय कार्य से पृथक करने के लिए कलेक्टर बीजापुर के नाम ज्ञापन एसडीएम पवन कुमार प्रेमी को सौंपा गया। इस दौरान मिथिलेश नीलम, विजय कुडिय़ाम, बसन्त समतुल, गजेन्द्र यालम व दिनेश बघेल मौजूद रहे।
जिलाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पसपुल ने बताया कि लंबे समय से गैर लिपिक कर्मचारी जो लिपिक कार्य मे संग्लन हैं। यदि उन्हें एक सप्ताह के अंदर लिपिकीय कार्य से अलग नहीं करने की स्थिति में जिले के समस्त लिपिक चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
पसपुल ने बताया कि पहले भी इस बारे में ज्ञापन सौपा गया था। जिसमें कुछ विभागों को छोडक़र बहुत से विभागों में योग्य व पर्याप्त लिपिकों के होने के बावजूद भी गैर लिपिकों से कार्य लिया जा रहा है, जो उचित नहीं हैं।
जिला अध्यक्ष लिपिक संघ बीजापुर राजेन्द्र कुमार पसपुल द्वारा अवगत कराया गया कि लंबी अवधि से गैर लिपिक कर्मचारी जो लिपिक कार्य में संलग्न है को यदि एक सप्ताह के भीतर लिपिकीय कार्य से पृथक नहीं करने की स्थिति में जिले के समस्त लिपिक चरणबद्ध आंदोलन हेतु बाध्य होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
पूर्व में उक्त सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा गया था जिसमें कुछ विभागों को छोडक़र बहुत से विभागों में योग्य एवं पर्याप्त लिपिकों के होने के बावजूद भी गैर लिपिकों से कार्य लिया जा रहा है जो उचित नहीं। गैर लिपिकों से कार्य लेने वाले विभागों में मुख्य रूप से जिला पंचायत बीजापुर, जिला शिक्षा कार्यालय बीजापुर, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग एवं महाप्रबंधक उद्योग व्यापार केंद्र बीजापुर है।
लिपिकों का प्रशासन को अल्टीमेटम, कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अगस्त। योग्य व पर्याप्त लिपिक होने के बावजूद कुछ विभागों में गैर लिपिकों से लिपिकीय कार्य लिया जा रहा है, जिससे लिपिक संघ आहत हैं। संघ ने जिला प्रशासन को गैर लिपिकों को हटाने एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। बावजूद नहीं हटाये जाने पर लिपिक संघ चरणबद्ध आंदोलन करेगा। इस आशय का एक ज्ञापन संघ ने कलेक्टर के नाम से एडीएम को सौंपा है।
लिपिक संघ बीजापुर के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पसपुल के नेतृत्व में गुरुवार को गैर लिपिक कर्मचारी जो लिपिकीय कार्य में संलग्न है को लिपिकीय कार्य से पृथक करने के लिए कलेक्टर बीजापुर के नाम ज्ञापन एसडीएम पवन कुमार प्रेमी को सौंपा गया। इस दौरान मिथिलेश नीलम, विजय कुडिय़ाम, बसन्त समतुल, गजेन्द्र यालम व दिनेश बघेल मौजूद रहे।
जिलाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पसपुल ने बताया कि लंबे समय से गैर लिपिक कर्मचारी जो लिपिक कार्य मे संग्लन हैं। यदि उन्हें एक सप्ताह के अंदर लिपिकीय कार्य से अलग नहीं करने की स्थिति में जिले के समस्त लिपिक चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
पसपुल ने बताया कि पहले भी इस बारे में ज्ञापन सौपा गया था। जिसमें कुछ विभागों को छोडक़र बहुत से विभागों में योग्य व पर्याप्त लिपिकों के होने के बावजूद भी गैर लिपिकों से कार्य लिया जा रहा है, जो उचित नहीं हैं।
जिला अध्यक्ष लिपिक संघ बीजापुर राजेन्द्र कुमार पसपुल द्वारा अवगत कराया गया कि लंबी अवधि से गैर लिपिक कर्मचारी जो लिपिक कार्य में संलग्न है को यदि एक सप्ताह के भीतर लिपिकीय कार्य से पृथक नहीं करने की स्थिति में जिले के समस्त लिपिक चरणबद्ध आंदोलन हेतु बाध्य होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
पूर्व में उक्त सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा गया था जिसमें कुछ विभागों को छोडक़र बहुत से विभागों में योग्य एवं पर्याप्त लिपिकों के होने के बावजूद भी गैर लिपिकों से कार्य लिया जा रहा है जो उचित नहीं। गैर लिपिकों से कार्य लेने वाले विभागों में मुख्य रूप से जिला पंचायत बीजापुर, जिला शिक्षा कार्यालय बीजापुर, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग एवं महाप्रबंधक उद्योग व्यापार केंद्र बीजापुर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अगस्त। विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांगने भाजपा के सात स्थानीय नेताओं ने राजधानी पहुंचकर प्रदेश संगठन मंत्री को आवेदन देकर विधानसभा का टिकट मांगा हैं। इनमें पूर्व विधायक महेश गागड़ा भी शामिल हैं।
बीजापुर विधानसभा से कांग्रेस से टिकट मांगने 7 नेताओं ने पार्टी को आवेदन दिया हैं। वहीं अब भाजपा नेताओं ने भी बीजापुर विधानसभा से चुनाव लडऩे पार्टी आला कमान से टिकट मांगने दावेदारी की हैं।
गुरुवार को बीजापुर से रायपुर पहुंचे भाजपा के सात नेताओं ने प्रदेश संगठन मंत्री को आवेदन देकर विधानसभा चुनाव लडऩे की मंशा जाहिर की हैं। इनमें भाजपा जिला उपाध्यक्ष, किसान मोर्चा के दंतेवाड़ा प्रभारी व 4 बार के सरपंच जग्गू राम तेलामी, एसटी मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व पार्षद नंदकिशोर राणा, महिला मोर्चा की महामंत्री व 2 बार की जिला पंचायत सदस्य जानकी कोरसा, किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष व बेंगलूर सरपंच सुकमन कश्यप, भाजपा जिला मंत्री व पूर्व महामंत्री पुरुषोत्तम शाह, किसान मोर्चा महामंत्री राममूर्ति कक्केम, एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष जिलाराम राणा व पूर्व मंत्री व बीजापुर के पूर्व विधायक महेश गागड़ा शामिल हैं। ये सभी दावेदार राजधानी पहुंच कर प्रदेश संगठन मंत्री से मिलकर अपनी दावेदारी पेश की है।
भाजपा नेता व टिकट के अहम दावेदार नंदकिशोर राणा ने बताया कि बीजापुर विधानसभा से टिकट के सभी सात दावेदार रायपुर पहुंचकर प्रदेश संगठन मंत्री के समक्ष विधिवत रूप से टिकट मांगने के लिए आवेदन दिया है।
सॉफ्टबॉल में चयन, भारतीय टीम के कोच बने बीजापुर के श्रम निरीक्षक
महिला अंडर 18 एशिया कप चैंपियनशिप 29 से
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अगस्त। आगामी 29 अगस्त से 3 सितंबर तक चीन के पिंगटाउन आइलैंड में अंडर 18 महिला एशिया कप चैंपियनशिप का आयोजन होने जा रहा है। इस स्पर्धा के लिए देश भर से भारतीय टीम में 16 महिला खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। जिसमें नक्सलगढ़ बीजापुर से स्पोर्ट्स एकेडमी की सॉफ्टबॉल खिलाड़ी रेणुका व विमला का भी चयन इस स्पर्धा के लिए किया गया हैं।
चीन में होने वाले इस चैंपियनशिप में बीजापुर की ये लकडिय़ां अपना दमखम दिखाएंगी। वही बीजापुर श्रम निरीक्षक को इस चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम का कोच भी बनाया गया है।
भारतीय सॉफ्टबॉल की टीम आगामी 26 अगस्त को दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट से चीन के लिए उड़ान भरेगी। देश के अलग अलग राज्यों से इस प्रतियोगिता के लिए चयन किये गए 16 खिलाडिय़ों में तेलंगाना से 4, महाराष्ट्र से 2, केरल से 2, दिल्ली से 1, मध्य प्रदेश से 1, राजस्थान से 2, जम्मू से 1, आंध्र प्रदेश से 1 व छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से 2 खिलाडिय़ों चयन किया गया है। जिसमें बीजापुर स्पोर्ट्स एकेडमी की सॉफ्टबॉल खिलाड़ी रेणुका तेलम पिता स्व.नागेश तेलम व विमला तेलम पिता हिरमा तेलम शामिल हैं। वहीं हेड कोच व जिले के श्रम निरीक्षक सोपान कर्णवार को भारतीय सॉफ्टबॉल टीम का कोच बनाया गया है।
सूचना के बाद वन अमले ने दी दबिश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अगस्त। इंद्रावती टाइगर रिजर्व के मद्देड़ बफर क्षेत्र के भोपालपटनम से मुखबिर की सूचना पर वन अमले ने एक कांग्रेस नेता व एक अन्य व्यक्ति के घर पर दबिश देकर डेढ़ लाख रुपये का सागौन चिरान जब्त किया। विभाग की इस कार्रवाई के बाद भोपालपटनम क्षेत्र में जहां हडक़ंप मच गया है, तो वहीं भोपालपटनम से बीजापुर तक राजनीति गरमा गई है।
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों बीजापुर इंद्रावती टाइगर रिजर्व के मद्देड़ बफर क्षेत्र के भोपालपटनम नगर क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 9 से कांग्रेस पार्षद विजार खान के रालापल्ली निवास पर दबिश देकर वन अमले ने 2 सागौन चिरान 0.665 घनमीटर बरामद किया गया, वहीं शेख बाबा पिता रहीम निवासी रालापल्ली के यहां से 68 नग सागौन चिरान 1.394 घनमीटर सागौन चिरान बरामद कर जब्त किया गया है।
इंद्रावती टाइगर रिजर्व के एसडीओ मनोज बघेल ने बताया कि मुखबिर से सूचना के आधार पर भोपालपटनम में सामान्य वन मंडल व इंद्रावती टाइगर रिजर्व की संयुक्त टीम ने पार्षद विजार खान व शेख बाबा के यहां से दबिश देकर 2 घनमीटर सागौन चिरान पकड़ा गया। एसडीओ बघेल ने बताया कि पकड़े गए सागौन चिरान की अनुमानित कीमत 1 लाख 50 हजार के करीब की है।
इधर वन विभाग की इस छापेमारी के बाद जहां लोगों में हडक़ंप मच गया है, तो वही इस कार्यवाही को लेकर भोपालपटनम नगर में बीजापुर तक राजनीति गरमा गई हैं।
कांग्रेस में लगी चुनाव लडऩे वालों की कतार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अगस्त। प्रदेश में विधानसभा चुनावों की सुगबुगाहट के बीच बीजापुर विधानसभा में कांग्रेस से दावेदारी करने कतार लग गई हैं। कांग्रेस के नेता टिकट पाने के लिए अब जोर आजमाइश कर दावेदारी को आगे आने लगे हैं।
सोमवार को कांग्रेस से टिकट के लिए पहली दावेदारी जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म के करने के बाद मंगलवार को आवेदन जमा करने के अंतिम दिन जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम व जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे ने भी दावेदारी पेश कर बीजापुर कांग्रेस की राजनीति को गर्मा दिया हैं। अब तक समझा जा रहा था कि वर्तमान विधायक विक्रम मंडावी ही दावेदारी पेश करेंगे, लेकिन चुनाव लडऩे की चाह रखने वाले नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन देकर अपनी मंशा जाहिर कर दी हैं।
मंगलवार को कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन करने का आखिरी दिन था। सुबह जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे ने नगर कांग्रेस कमेटी के पास दावेदारी का आवेदन सौंपा। इसके बाद दोपहर में जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम अपने समर्थकों के साथ उसूर ब्लाक कांग्रेस कमेटी को आवेदन देकर टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश की हैं।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश 2008 से सक्रिय राजनीति में हैं। मूलत: उसूर ब्लॉक के ग्राम जारपल्ली के रहने वाले कमलेश कारम जिला पंचायत उपाध्यक्ष के अलावा संगठन में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव के पद पर हैं। कमलेश की युवाओं में अच्छी पकड़ मानी जाती हैं। उनका फोकस स्वास्थ्य व शिक्षा पर विशेष तौर पर हैं। वहीं दूसरी ओर भोपालपटनम ब्लॉक से चुनाव लडऩे की मंशा रखने वाले पूर्व सरपंच मिच्चा समैया, किसान संघ के अध्यक्ष व कांग्रेस नेता वल्वा मदनैया व युवा नेता हरीश पामभोई ने भी ब्लाक कांग्रेस कमेटी को दावेदारी का आवेदन देकर पार्टी से टिकट मांगा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अगस्त। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर जिला इकाई बीजापुर में मंगलवार को छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारियों के विभिन्न लंबित मांगों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में राज्य के कर्मचारियों द्वारा हाल ही में महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता का आदेश कर्मचारी हित में जारी करने के कारण मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
साथ ही प्रदेश के लिपिक एवं अन्य संवर्ग के कर्मचारियों की वेतन विसंगति तथा पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करते हुए कर्मचारी हित के सिफारिसों को लागू करने की मांग रखी। सेवानिवृत्ति पर अर्जित अवकाश नगदीकरण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन मध्य प्रदेश की भांति देने, नव नियुक्त कर्मचारियों का 3 वर्ष सेवा अवधि में 70, 80, 90त्न मिलने वाली स्टाइपेंड की बाध्यता समाप्त कर सेवा अवधि से पूर्ण वेतन पूर्व की भांति प्रदान करने,साथ ही कांग्रेस की जन घोषणा पत्र 2018 के अनुसार समस्त अधिकारी कर्मचारियों को सेवा काल में चार स्तरीय वेतनमान के आदेश करने, व्याख्याता, प्रधान पाठक, माध्यमिक शाला से प्राचार्य पदोन्नति को विधानसभा चुनाव के पूर्व आदेश करने और इसके अलावा हाल ही में मुख्यमंत्री की घोषणा अनुरूप प्रदेश के पटवारियों को संसाधन भत्ता 500 प्रदाय करने का आदेश अभिलंब जारी किया जावे।
इन सभी 6 मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने हेतु जिला अध्यक्ष बीरा राजबाबू के नेतृत्व में ब्लॉक अध्यक्ष बृजलाल पुजारी, बेमर सिंह नाग,रेणुका नेताम फेडरेशन के सचिव कैलाश रामटेके, सी.वेंकटेश्वर, रेशमा गोड्डे, सोनाधर मांझी, लिपिक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पसपुल , प्रवीर बोज्जी, संतोष इमडी,रघु तलांडी ,संगीता जरमिया, राधा उप्पल , के.जी.महेश्वर, मिथलेश नीलम श्रवण रापर्ती, उमेश लिंगम, विजय कुडियम सहित विभिन्न विभाग के कई कर्मचारी ज्ञापन सौंपने भोजन अवकाश में जिला कार्यालय पहुंचे तथा डिप्टी कलेक्टर विकास सार्वे को उक्त ज्ञापन सौंपा गया।
नगर कांग्रेस अध्यक्ष को दिया दावेदारी का फॉर्म
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अगस्त। छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों की सुगबुगाहट के बीच बीजापुर में कांग्रेस के दावेदार अब जोर आजमाइश करने दावेदारी को आगे आने लगे हैं। तीस साल से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म ने पहला आवेदन लेकर नगर कांग्रेस कमेटी के पास जमा कर दावेदारी को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है।
सोमवार को फार्म जमा करने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म ने चर्चा करते हुए बताया कि टिकट मांगने का अधिकार सबको है। इसमें पार्टी जो निर्णय लेगी उसका पालन करेंगे।
गौरतलब है कि 1990 से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय आदिवासी नेता शंकर कुडिय़म 3 बार भैरमगढ़ में जनपद सदस्य, 1 बार जनपद उपाध्यक्ष, 1 बार जिला पंचायत उपाध्यक्ष और वर्तमान में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं।
शंकर कुडिय़म का जन्म बीजापुर ब्लॉक के तोयनार गांव में हुआ लेकिन उनका परिवार भैरमगढ़ के सकनापल्ली में बसा हुआ है। प्रारंभिक शिक्षा भोपालपटनम से कर आगे की पढ़ाई नैमेड़ में पूरी की। सरल और मिलनसार स्वभाव के चलते शंकर की पकड़ आदिवासी समाज में गहरी है।
1996 से चुनाव लडक़र जितने वाले शंकर कभी चुनाव हारे नहीं, जिसके चलते उनकी दावेदारी को लेकर कांग्रेस की राजनीति गर्म हो गई है। सामाजिक नेता के तौर पर 20 बरस से आदिवासी समाज की सेवा में लगे शंकर की पकड़ भैरमगढ़, बीजापुर और भोपालपटनम में काफी मजबूत है।
24 घंटे बाद भी पूर्व सरपंच का कोई सुराग नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 अगस्त। रविवार की दोपहर एक बजे के करीब फरसेगढ़ से 10 किलोमीटर दूर दामारम पहाड़ी पर चिकटराज देव की पूजा करने सैकड़ों ग्रामीणों पहुंचे हुए थे। तभी यहां आ धमके नक्सलियों ने पूर्व सरपंच महेश गोटा सहित 50 से ज्यादा ग्रामीण को अगवा कर लिया था। पूछताछ के बाद सभी ग्रामीणों को नक्सलियों ने छोड़ दिया, लेकिन फरसेगढ़ के पूर्व सरपंच महेश गोटा को नक्सली बंधक बनाकर ले गए।
24 घण्टे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी महेश गोटा के वापस नहीं आने से उनकी मासूम बेटी राजकुमारी दिव्यानी गोटा ने वीडियो के माध्यम से नक्सलियों से पिता को छोडऩे मार्मिक अपील की है। बच्ची का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
ज्ञात हो कि 24 घण्टे बाद भी महेश गोटा का कोई सुराग नही मिला है। महेश गोटा की बेटी ने नक्सलियों से अपील की है कि उनके पिता को नक्सली छोड़ दें।
महेश गोटा का नक्सलियों ने दूसरी बार अपहरण किया है। इससे पहले 2012 में जब सलवा जुडूम और भाजपा नेता चिन्नाराम गोटा की हत्या की गई थी, तब भी महेश गोटा को नक्सलियों ने 7 दिन तक अपने साथ रखा था। गोटा परिवार के 3 लोगों की हत्या नक्सली पहले कर चुके हैं।
अपहरण मामले में अब तक भाजपा नेताओं की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अपहृत महेश गोटा को ढूंढने परिजन उसी पहाड़ी की ओर गए हुए हैं, जहां से नक्सलियो ने उनका अपहरण कर लिया था। गांव वाले भी महेश को तलाश कर रहे हैं।
महेश गोटा की 5 साल की बेटी राजकुमारी दिव्यानी गोटा ने वीडियो के माध्यम से नक्सलियों से मार्मिक अपील करते हुए कहा है कि मेरे पापा पूजा करने गए थे। मैं चाहती हूं कि मेरे पापा को नक्सली जल्दी छोड़ दें।
गंगालूर मार्ग पर किकलेर पहाड़ी के पास मिला विस्फोटक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 अगस्त। गंगालूर मार्ग पर किकलेर पहाड़ी के पास नक्सलियों द्वारा प्लांट किये गये डायरेक्सनल पाईप बम बरामद कर जवानों ने उसे निष्क्रिय दिया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को डीआरजी, सीआरपीएफ 85 बटालियन व बीडीएस की संयुक्त टीम रोड ओपनिंग पर थी। जिसे दौरान गंगालूर से करीब 4 किलोमीटर पहले किकलेर पहाड़ी के पास नक्सलियों द्वारा जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से प्लांट किये गये 15 किलो वजनी डायरेक्सनल पाईप बम को जवानों ने बरामद किया। जिसे बीडीएस की टीम ने वहीं निष्क्रिय कर दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 20 अगस्त। जिले के मद्देड़ थाना क्षेत्र के मुत्तापुर निवासी एक ग्रामीण चिंतावागु नदी में बहकर लापता हो गया है। जिसका 24 घण्टे के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। परिजनों ने मद्देड़ थाना में इसकी सूचना दे दी है।
जानकारी मिली है कि शनिवार को भोपालपटनम ब्लॉक के ग्राम पंचायत वंगापल्ली के आश्रित गांव मुत्तापुर निवासी पारेड शिवराम अपने दो अन्य साथी ग्रामीणों के साथ रोजमर्रा के सामान लेने चिंतावागु नदी पार कर मद्देड आ रहा था। इसी बीच नदी में अचानक पानी बढ़ गया। नदी के बहाव से जैसे तैसे शिवराम के दोनों साथी नदी पार हो गये। लेकिन शिवराम नदी के तेज बहाव को संभाल नहीं पाया और वह बह गया।
24 घण्टे बीतने के बाद भी शिवराम का कोई सुराग नहीं मिलने से रविवार को उसके परिजनों ने इसकी सूचना मद्देड थाना में दी है। बताया जा रहा है कि सभी ग्रामीण नदी को बर्तन के जरिये पार कर रहे हैं।
बीजापुर, 20 अगस्त। शनिवार की शाम जिला अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट में शॉर्ट सर्किट होने से आग भडक़ उठी। अस्पताल के कर्मचारियों ने अग्निशामक यंत्र की मदद से कुछ देर में ही आग पर काबू पा लिया और इससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
मिली जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का दो अलग-अलग सेटअप लगाया गया हैं। इसमें 1000 एलपीएम का एक और दूसरा 900 एलपीएम का एक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया हैं। शनिवार की शाम 7 से 8 बजे के बीच 1000 एमपीएम वाले ऑक्सीजन प्लांट में शॉर्ट सर्किट होने से अचानक आग भभक उठी।
करीब आधे घण्टे की मशक्कत के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने अग्निशामक यंत्र की मदद से आग पर काबू पा लिया। कर्मचारियों के त्वरित प्रयास से एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट मानस तिवारी ने बताया कि जैसे ही उन्हें ऑक्सीजन प्लांट में आग लगने की खबर लगी। वे तुरंत मौके पर पहुंचे और अग्निशामक यंत्र से आग को बुझाया गया। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन सप्लाई बाधित न हो, इसके लिए सिलेंडर से ऑक्सीजन सप्लाई चालू किया गया था। उन्होंने बताया कि करीब आधे घण्टे के भीतर स्थिति नियंत्रण में आकर सामान्य हो गई।
सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन का हड़ताल 10वें दिन भी जारी
बीजापुर, 19 अगस्त। सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले समस्त एलबी संवर्ग का आंदोलन शनिवार को 10वें दिन भी लगातार जारी था। अब शिक्षकों यह आंदोलन धीरे-धीरे उग्र रूप धारण कर रहा है। आज राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों में डीपीआई द्वारा हड़ताली शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर जारी आदेश की प्रतियां भी शिक्षकों द्वारा जलाई गई है।
10 अगस्त से लगातार जारी हड़ताल के 7 वे दिन 16 अगस्त को शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए आक्रोश रैली निकाली थी जिसमें पूरे प्रदेश के हजारों शिक्षको के साथ बीजापुर जिले के लगभग 200 शिक्षक भी शामिल हुए थे।भीड़ को संभालना सरकार के लिए मुश्किल हो गया था।
वहीं 18 अगस्त को समस्त शिक्षकों ने जेल भरो आंदोलन का एलान किया था, जिसमें 17 अगस्त की रात को ही प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा व प्रांतीय टीम के साथ बीजापुर जिले के 5 पदाधिकारियों को पुलिस अपने कब्जे में लेकर नजरबंद करके रखा था। इसी क्रम में शिक्षकों ने अपने कहे अनुसार बूढ़ा तालाब में एकजुट हुए, जहाँ से पुलिस द्वारा कमर कस कर हजारों की संख्या में एकत्रित हुए शिक्षकों को बूढ़ा तालाब से बसों में भर भर कर तूता आंदोलन स्थल में ले जाकर रखा गया।
शिक्षकों ने नाराज होकर अपने प्रांत अध्यक्ष की रिहाई के लिए वहीं पर धरना पर बैठ गए और शासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे इससे प्रशासन हरकत में आई और प्रांत अध्यक्ष और टीम के ऊपर 107,16 और अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए शाम 7 बजे उनको रिहा किया गया।
शासन के इस रवैया से आहत होकर प्रांतीय आव्हान पर 19 अगस्त को धरने में बैठे हजारों शिक्षकों ने डीपीआई द्वारा हड़ताली शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर निकाली गई शिक्षक विरोधी आदेश की प्रति को राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के समस्त जिला मुख्यालय व ब्लाक मुख्यालय के धरना स्थल पर जलाया गया। शासन और शिक्षकों के बीच लगातार रार मची हुई है,आंदोलन अभी खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। स्कूल में भी पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है सरकार को इस दिशा में शीघ्र ही पहल करते हुए निर्णय लेना होगा और शिक्षकों की मांग पूरी करनी होगी जिससे पढ़ाई व्यवस्था सुचारू ढंग से चल सके।
सिलगेर में नक्सलियों ने स्कूल भवन को बम से उड़ाया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 अगस्त। माओवाद की मांद कहे जाने वाले सिलगेर जहां झंडा फहराने को लेकर नक्सलियों ने 22 साल पहले स्कूल को बम से उड़ा दिया था, वहां अब तिरंगा शान से लहराने लगा है।
सिलगेर में केंद्रीय रिजर्व बल का कैम्प खुलने के बाद स्कूल की शुरुआत की गई और स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा भी फहराया गया। इस खास मौके में ग्रामीणों की मौजूदगी और उत्साह फोर्स के बीच बढ़ते विश्वास को बयां कर रहे थे।
बीजापुर से करीब 65 किलोमीटर दूर सिलगेर बीते 2 साल से आंदोलन के लिए चर्चा में है। यहां के ग्रामीण गोलीकांड में मारे गए ग्रामीणों के लिए सरकार से इंसाफ की मांग को लेकर आक्रोशित हैं। इस बीच सिलगेर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 229 बटालियन का कैम्प तैनात कर दी गई। यह वो इलाका है, जहां 2002 के बाद से नक्सलियों ने सडक़ में गड्ढे और दीवार खड़ाकर आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था। यह सडक़ बीजापुर जिले के बासागुड़ा से होते हुए सुकमा जिले के जगरगुंडा को जोड़ती है। अब इस रास्ते को बहाल करने की कवायद सरकार द्वारा की जा रही है।
28 जनवरी को सिलगेर में सीआरपीएफ 229 बटालियन की ए/एफ कंपनी की तैनाती की गई। सीआरपीएफ 229 बटालियन का कैम्प खुलने के बाद यहां स्कूल खोलने की कवायद की गई और फिर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यहां राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी फहराया गया।
यहां कभी झंडा फहराने को लेकर नक्सलियों ने आश्रम भवन को ही बम से उड़ा दिया था। अब वहां फिर से तिरंगे की शान कायम होने लगी है। सीआरपीएफ स्कूल सिलगेर के नाम से खोले गए स्कूल में सीआरपीएफ की मौजूदगी में सिलगेर के बच्चों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण ध्वजारोहण में शामिल हुए और राष्ट्रगान को सम्मान दिया। यह बदलाव सरकार और ग्रामीणों के बीच बढ़ते विश्वास और विकास की राह को आगे बढ़ाने के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है ।
मिरतुर स्कूल का प्रयोगशाला भवन, 10 साल से नहीं हुए एक भी प्रयोग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 अगस्त। जिले की बदहाल शिक्षा व्यवस्था सुधार के बजाए दिन ब दिन गर्त में जाती हुई नजर आ रही है। बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के हायर सेकेण्डरी स्कूल मिरतुर में 10 साल पहले बने प्रयोगशाला भवन की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि वहां बैठना जान जोखिम में डालने के बराबर है।
यह भवन अपनी बदहाली की कहानी खुद कह रहा है। बारिश में टपकती छत, बिना बिजली के कमरों में स्कूल प्रबंधन कैसे लैब को संचालित कर सकता है। यह सोचनीय पहलू है। यहां के भवन में खिड़कियां, जीर्ण-शीर्ण हालत में टूटी फूटी हैं, वहीं दीवार, छत और फर्श जगह-जगह से जर्जर हो चुके हैं। इतने बदहाल भवन में लैब के सामान को महज शोपीस जैसे रखे गए हैं।
संस्था के प्राचार्य डीडी नागेश ने बताया कि लैब भवन जैसा बनना था, वैसे बन नहीं पाया। उन्होंने बताया कि इसमें कम्प्यूटर क्लास भी लगना था, किंतु आज तक यहां के लिए कम्प्यूटर आया ही नहीं।
प्राचार्य नागेश का कहना है कि 10 साल पहले करीब 22 लाख रुपये की लागत से इस भवन का निर्माण कराया गया था। भवन की जर्जरता के चलते हम छात्रों को प्रयोग नहीं करा पाते है। जिससे उनकी पढ़ाई और परिणाम पर विपरीत असर पड़ रहा है।
इस बारे में बीईओ भैरमगढ़ एसआर नेताम से पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं हैं। उनका कहना था कि इस बारे में वहां के प्रिंसिपल ही बता पाएंगे।
विश्व फ़ोटो ग्राफी दिवस आज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 अगस्त। जिले के नक्सलगढ़ से एक बेहद खूबसूरत तस्वीर बाहर निकलकर आई है। ज्ञात हो कि बीजापुर अब पर्यटन क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है। ये तस्वीर बीजापुर जिले के नक्सलगढ़ पाताकुटरु की है, जहां आये दिन सैलानियों की भीड़ इस जगह पर देखने को मिलती है। उस जगह की विश्व फ़ोटो ग्राफी दिवस के अवसर पर एक मनमोहक तस्वीर सामने आई है। जिसे भरत दुर्गम ने अपने कैमरे में कैद किया है।
बीजापुर, 17 अगस्त। बस्तर के वरिष्ठ पत्रकार पंकज दाऊद का गुरुवार को इलाज के दौरान निधन हो गया। वे एक साल से अस्वस्थ चल रहे थे। उनका इलाज जगदलपुर के महारानी अस्पताल में चल रहा था। वे 58 वर्ष के थे। वे मूलत: जगदलपुर के रहने वाले थे और वर्तमान में बीजापुर जिले में पिछले 8 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे थे। उनके निधन की खबर से बस्तर के पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है।
पंकज दाऊद पिछले 40 बरस से पत्रकारिता क्षेत्र में सक्रिय थे। उन्होंने दैनिक भास्कर, नवभारत, नईदुनिया और पत्रिका जैसे अखबारों में अपनी सेवाएं दी। लोग उनके समाचार लेखन के दीवाने थे। वे ज्ञान के अथाह सागर थे और वे सभी से बड़ी ही शालीनता से पेश आते थे। उनके निधन की खबर के बाद पत्रकार जगत के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी उनके निधन की खबर पर शोक प्रकट किया है।