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प्रदेश की तरक्की, सुख शांति और खुशहाली के लिए मांगा आशीर्वाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 2 मार्च। मंगलवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रदेश के पूर्व केबिनेट मंत्री तथा रायपुर दक्षिण के विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सहपरिवार भूतेश्वरनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना की। उन्होंने भगवान शिव का दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक कर प्रदेश के तरक्की, सुख-शांति तथा खुशहाली का आर्शीवाद मांगा।
इस अवसर पर उनके साथ भाजुयमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू, नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन, प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख विकास साहू भी उनके साथ पहुंचे थे। इसके पूर्व उन्होंने राजिम कुलेश्वर मंदिर तथा बारूका समीप स्थित कचना ध्रुवा मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री अग्रवाल ने सभी शिवभक्तों को महाशिवरात्रि की शुभकामनायें भी दी। श्री अग्रवाल ने कहा कि मरौदा स्थित भूतेश्वरनाथ मंदिर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में एक ख्याति प्राप्त शिवलिंग है। जिनके प्रति लोगो का अटुट विश्वास है और आस्था है। महाशिवरात्री और सावन मास में यहां पहुंचने वाली हजारो श्रध्दालुओं की भीड़ स्वयं इसकी महिमा का गुणमान करती है। इस दौरान उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश साहू, मंडल अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके, अजय रोहरा, आशीष शर्मा, जितेन्द्र सोनकर, वंश गोपाल सिन्हा, प्रहलाद ठाकुर, गुलेश्वरी ठाकुर, जयकिशन अग्रवाल, हर्षित अग्रवाल, संजू साहू सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का गरियाबंद क्षेत्र से काफी लगाव रहा। हर साल वे सहपरिवार विश्वप्रसिद्ध भूतेश्वरनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचते है। मंदिर के विकास के लिए भी उन्होंने कई प्रयास किए। श्री अग्रवाल के आगमन से उनके स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके समर्थको में भी उत्साह रहता है।
विभागीय एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते नहीं हो रहा निर्माण
शिव भिलेपारिया
गरियाबंद, 1 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर स्तिथ घुटकू नवापारा एवं ग्राम पंचायत हरदी के आश्रित ग्राम कासरबाय के बीच पगार नाल पर बने रपटा 2008-09 में आये भीषण बाढ़ से हुई, क्षतिग्रस्त जो आज भी जर्जर अवस्था में लगभग 14 साल से हैं, इस कारण से लगभग 35 गांवों के लोगों को 50 किमी का अतिरक्ति सफर करना पड़ रहा है। पुलिया निर्माण नहीं होने से आसपास के ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
उक्त रपटा पर पुन: निर्माण की मांग को लेकर ग्रामवासियों द्वारा सम्बंधित विभाग, जनप्रतिनिधियों को आवेदन दे गुहार लगाते रह गए, बीते एक साल पूर्व केंद्रीय मंत्री के सांसद चुन्नीलाल साहू को मांग का आवेदन ग्रामवासियों के द्वारा दिया गया। फिर भी कुछ पहल नहीं हुआ। ग्रामवासियों द्वारा मांग करते रहे साल दर साल अधिकारियों, जनप्रतिनिधियो तक बदल गया, किंतु तस्वीर नहीं बदली, तस्वीर तो जर्जर रपटा की।
ग्राम पंचायत हरदी के पूर्व सरपंच दयालाल ध्रुव ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते हुए 14 साल से क्षतिग्रस्त रपटा से क्षेत्र की आम नागरिको उक्त क्षतिग्रस्त रपटा से मिल रहे पीड़ा को बताया, जिसमें 30 से 35 ग्राम प्रभावित हो रहा है।
ये ग्राम पंचायत कर रहे मांग
ग्राम पंचायत हरदी, घुटकू नवापारा, बेहराबुडा, कस, कसेरू, कोचबाय के सरपंच मनीष ध्रुव, रविन्द्र कुमार, गुलशन ठाकुर, इंद्राणी ध्रुव, लिलाम्बर सिंह एवं ग्राम पंचायत हरदी के पूर्व सरपंच दयालाल ध्रुव ने बताया कि पगार नाला में बनाया गया रपटा 2008-09 आये बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो जाने से आने जाने की परेशानियों से विगत 14 साल से क्षेत्र की जनता परेशान हो रहा हैं। क्षेत्र की जनताओं की पीड़ा सुनने, समझने के लिए अब तक कोई पहल नहीं किया गया, जनप्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों का आवेदन देते आ रहे है।
उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध जतमई घाम जाने के लिए अधिकांश क्षेत्र के लोग इसी मार्ग का उपयोग इसलिए करते हैं, क्योंकि जतमई घाम दूरी यहां से 20 किलोमीटर तय कर पहुंच जाते हैं दर्शनार्थी। अन्य मार्ग छुरा की ओर जाने पर 50 से 52 किलोमीटर दूरी एवं पांडुका होते हुए जाने से लगभग 52 किलोमीटर दूरी तय करना पड़ता हैं, इसीलिए जतमई घाम जाने के लिए आसपास क्षेत्र के लोग इसी मार्ग का अधिकांश उपयोग करते हैं। किंतु क्षति ग्रस्त रपटा में आये दिन घटना दुर्घटना होना आम बात इसीलिए क्षेत्र के लोगों द्वारा लगतार पुल बनाने की मांग समय समय पर जनप्रतिनिधियों विधायक , संसद एवं सम्बंधित विभागों को किया जाता रहा हैं ।
मामले में प्रधमन्त्री ग्राम सडक़ योजना के मुख्य कार्यपालन यंत्री प्रदीप वर्मा ने बताया कि सडक़ प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ का हैं, किंतु ग्रामीणों द्वारा पुल निर्माण की मांग किया जा रहा हैं, इसलिए ब्रिज जी बी डी बता पाएंगे। वहीं ब्रिज जी बी डी के ई गंजिर ने कहा कि देखा नहीं हैं, आफिस पहुंच कर फाइल देख कर बता पाऊंगा।
राजिम, 1 मार्च। महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं का त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान किया। कुलेश्वर महादेव मंदिर और राजीव लोचन मंदिर में सर्वाधिक भीड़ रही। इन मंदिरों में दर्शन पूजन करने लंबी लाइन लगी रही और लोग घंटों एक दूसरे से चिपककर खड़े रहे, वो भी बिना मास्क के। हालांकि मंदिरों के पुजारी बार-बार अनाउंस कर मास्क लगाने की अपील करते रहे लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ।
स्नान के बाद बालू से शिव पार्वती की प्रतिकृति बनाकर लोगों ने पूजा अर्चना भी की और दीप आरती कर संगम की धार में जलते दीपक प्रवाहित किए गए। स्नान कुंडों में नहाते समय भी लोगों की भीड़ रही।
(तस्वीर/‘ छत्तीसगढ़’/ लीलाराम साहू)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च। पिछड़ा वर्ग मोर्चा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद चंदूलाल साहू के आज जन्मदिवस पर राजिम स्थित उनके निवास में उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। पूर्व सांसद श्री साहू सभी का बधाई स्वीकार कर उनका आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सर्व प्रथम वे प्रात: श्री राजीम लोचन, श्री कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर, राजिम तेलिन भक्तिन माता मंदिर पहुंचकर का दर्शन पूजन कर प्रदेश एवं देश वासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। तत्पश्चात परम पिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेंटर नवापारा में परमपिता शिव परमात्मा का ध्वजारोहण मुख्य अतिथि की आसंदी से किया, जिसमें नारायण भाई , पुष्पा बहन ,सुभाष शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहें।
गौशाला राजिम में गौमाता को खिचड़ी खिलाया इसके बाद गायत्री मंदिर राजिम में हवन पूजन भोग भंडारा के बाद उद्बोधन दिया।
मौके पर महेश यादव, सुनील श्रीवास्तव,अजय खरे, प्रदीप जैन, आशीष पांडे, मनोज देवांगन, पूरन यादव, भरत यादव, आकाश ठाकुर, रितेश साहू, वीरेंद्र साहू, युवा नेता राजू साहू फिंगेश्वर, लिकेश्वर साहू, विजय दुबे, डॉ रामकुमार साहू, डॉ महेंद्र साहू, प्रभाकर राव मोरे,नंदू साहू, भागवत साहू, ललित साहू, जिला पंचायत सदस्य गण चंद्रशेखर साहू, रोहित साहू, मंदिर समिति के राजू साहू सहित बड़ी संख्या में शुभचिंतक उपस्थित थे। वहीं पुन्नी मेला स्थल पर साहू समाज युवा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित भोग भंडारा में श्री साहू शामिल होकर भोग प्रसाद लोगों को परोसा, अपरान्ह 3 बजे यादव ठेठवार समाज महासभा राजिम के प्रांतीय युवा सम्मेलन के महा भंडारा एवं रक्तदान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च । राजिम माघी पुन्नी मेला में राजिम भक्तिन मंदिर समिति के द्वारा आयोजित भोग भंडारा में प्रतिदिन हजारों लोग शामिल होकर प्रसादी ग्रहण कर रहे हैं। 28 फरवरी सोमवार को भोग भंडारा साहू समाज के भीष्म पितामह रहे स्वर्गीय भुनेश्वर साहू के स्मृति में श्रीमती उमा बाई साहू एवं जिला साहू संघ गरियाबंद तथा तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित था। कार्यक्रम में राजिम क्षेत्र के पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय शामिल होकर राजिम माता भोग भंडारा में अपना विशेष योगदान दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि साहू समाज के द्वारा यह सराहनीय एवं प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है इससे राजिम नवापारा नगर के सभी समाज के लोगों को प्रेरणा लेना चाहिए और आने वाले समय में सर्व समाज के लोग इस पुनीत कार्य में शामिल हो।
इस अवसर पर तेलधानी बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू, प्रदेश साहू संघ के कार्यकारी अध्यक्ष हलधर साहू, महामंत्री टहल राम साहू, जिला साहू संघ गरियाबंद के अध्यक्ष भुनेश्वर साहू, राजिम माता समिति के अध्यक्ष डॉ महेंद्र साहू, प्रदेश साहू संघ के संयुक्त सचिव लाला साहू, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष राघोबा महाडिक, जिला पंचायत सदस्य द्वय रोहित साहू, चंद्रशेखर साहू, जनपद पंचायत फिंगेश्वर के अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा जगन्नाथ साहू, भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष सोमप्रकाश साहू, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ओमप्रकाश साहू, युवा प्रकोष्ठ राजिम माता समिति के संयोजक राजू साहू, जिला महामंत्री दिलीप साहू, राजिम माता भोग भंडारा के व्यवस्था प्रमुख रामकुमार साहू, मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. लीलाराम साहू, पूर्व अध्यक्ष भोले साहू, पूर्व सचिव श्याम साहू, नगर साहू संघ के अध्यक्ष भवानी शंकर साहू, सचिव राजू साहू, उपाध्यक्ष लोकनाथ साहू, सुशील साहू, जिला उपाध्यक्ष टीकम साहू, संगठन मंत्री कॉमन साहू, हरीश साहू, महिला प्रकोष्ठ के वत्सला साहू, अर्चना साहू, सुरेखा साहू, रुकमणी साहू, इंदु साहू, देवकी साहू, श्रीमती उमा साहू, रिकेश साहू, संगठन सचिव वीरेंद्र साहू, घनश्याम साहू, किशोर साहू, प्रकाश साहू, संजय साहू, डायमंड साहू, इंजीनियर होरीलाल साहू, रोशन साहू, प्रीतम साहू, पुखराज साहू, मनीष साहू, वेद प्रकाश साहू, बल्लू साहू, हरीश साहू, नेपाल साहू, ओंकार साहू, राजा साहू, टीकम साहू, हरिशंकर साहू, मनीष साहू, मोहित साहू, आशीष साहू, जितेंद्र साहू, तुकेश साहू, यशवंत साहू एवं राजिम नगर के रामबाई साहू, प्रेमबाई, श्रीमती मीना साहू, सीमा साहू, हीरा साहू, विष्णु साहू, कुन्दन साहू, ईश्वरी साहू विशेष रूप उपस्थित रहे एवं भोग भंडारा में सेवा कार्य किये।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च । आकाशवाणी, दूरदर्शन के पंडवानी गायिका ख्याति प्राप्त स्व.श्रीमति तुलसी बाई मानिकपुरी के निधन पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रुपसिंग साहू श्रद्धांजलि अर्पित की है। श्री साहू ने स्व. मानिकपुरी के असमय मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए मृतक के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त किया है।
श्री साहू ने इस दुख की घड़ी में समाज उनके साथ है। स्व. तुलसीबाई का इस तरह अकस्मात परलोक सिधार जाना एक कला के क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। इस दौरान श्रीमति लक्ष्मी ठाकुर सरपंच, गजेन्द्र ठाकुर, ईश्वर निर्मलकर, हेमलाल नेताम (पूर्व सरपंच रानीपरतेवा), रुपेश साहू, तेजराम साहू, मदन साहू, भानू प्रताप साहू, गंगादीन साहू, मोनू साहू, प्रकाश, जीवन टाण्डे, तेजराम निर्मलकर, तपेश्वर साहू, मेखन दास, मुकेश दास, शीतल निर्मलकर, सुप्रीत दास, लालजी सिन्हा आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च। हल्की गुलाबी ठंड के बीच महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर मंगलवार के तडक़े सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालु ने राजिम के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाए और भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर अपने आप को धन्य किया। धर्म के प्रति आस्था का जूनुन सोमवार की रात से ही देखने को मिल रहा था। आस्था और श्रद्धा के चलते भोलेनाथ महादेव जी के प्रति अटूट भक्ति रखने वाले भक्त सुबह 3 बजे से ही राजिम संगम की धार में डुबकी लगाने पहुंच गए थे।
महाशिवरात्रि पर इस पुण्य स्नान को काफी महत्व माना जाता है, इसलिए तडक़े सुबह से लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुगण पुण्य स्नान कर दीपदान किया। पश्चात दर्शनार्थियों की लम्बी लाईन श्री कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर और श्री राजीव लोचन मंदिर, बाबा गरीब नाथ की ओर लग गई। श्रद्धालुगण भगवान के दर्शन करने लाईन में डटे अपनी बारी की इंतजार करते रहे। यह सिलसिला तडक़े तीन बजे से जारी रहा है। वैसे महाशिवरात्रि पर्व में नहाने के बाद दीपदान करने की परंपरा कई सौ वर्षों पहले से ही चली आ रही है। इस परंपरा और श्रद्धा का पालन आज भी श्रद्धालुगण करते देखा गया है। नदी की धार में दोने में रखा दीपक की लौ किसी जुगनू की भांति चमकती नजर आई। कई महिलाओं ने रेत का शिवलिंग बना कर बहुत ही श्रद्धा के साथ बेल पत्ता, धतुरा के फूल चढ़ाकर आरती भी किया। मान्यता के अनुसार यहां कई भक्त नदी अपने मासूम बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया है। श्रीकुलेश्वर मंदिर क्षेत्र में जगह-जगह पंडितों का हुजुम भी लगा हुआ था, जहां भगवान श्री सत्यनारायण और शिवजी की कथा भी श्रद्धालुजन करा रहे थे।
महाशिवरात्रि पर संगम स्नान का है खास महत्व
वैसे तो पर्व व त्योहार में स्नान का अपना अलग महत्व होता है, लेकिन महाशिवरात्रि पर त्रिवेणी संगम में स्नान करने का खास कारण है। बताया जाता है महाशिवरात्रि में किसी भी प्रहर अगर भोलेबाबा की प्रार्थना कि जाए, तो मॉ पार्वती और भोलेनाथ सीधे भक्तों की मनोंकामनाएॅ पूरी करते है। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है।
कहा जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि को भगवान शंकर का ब्रम्हा से रूद्र के रूप में अवतरण हुआ था। भगवान शंकर के शरीर पर शमशान के भस्म गले में सर्पो की हार कंठ में विश जटाओं में पावन गंगा तथा माथे में प्रलयंकारी ज्वाला उनकी पहचान है। माना जाता है कि महानदी, सोंढूर, पैरी के संगम में स्नान करने से तन पवित्र तो होते है बल्कि मन की मलिनता दूर हो जाती है। इस दिन संगम की सूखी रेत पर सूखा लहरा लेने का भी परंपरा है। विश्वास है कि भोलेनाथ अन्य वेश धारण कर मेले का भ्रमण करते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च । माघी पुन्नी मेला में लोक कलाकारों की मंचीय प्रस्तुति के लिए दो मंच बनाये गये है, जिनमें मुख्य महोत्सव मंच में प्रदेश के प्रसिद्ध कलाकारों की प्रस्तुति हो रही है। यह लोक संस्कृति एवं लोककला छनकर बाहर आ रही है। प्रतिदिन हजारों दर्शक दीर्घा पर डटे रहते है। सतरंगी छठा की महक इस मंच से देशभर में भ्रमण कर रही है। सुआ, कर्मा, ददरिया, गौरा-गौरी गीत, राउत नाचा, पंथी, पंडवानी, आदिवासी नृत्य से लेकर देश भक्ति की गुंज हो रही है। इसके माध्यम से कलाकारों को मंच मिल रहा है तो कला पारखियों को जानने एवं समझने का अवसर मिल रहा है। मीडिया के माध्यम से इन्हें प्रचारित करने का विशेष काम हो रहा है। इसी कड़ी में प्रशासन द्वारा स्थापित मीडिया सेंटर में आने वाले प्रत्येक कलाकारों से बातचीत कर उनकी समस्या, कला यात्रा तथा कला सीख रहे नये पौधे कलाकार को आगे बढऩे के लिए क्या करना चाहिए जैसी अनेक जानकारियां वरिष्ठ लोक कलाकारों के मुंह से सुनने को मिल रहा है। इससे आने वाली पीढ़ी को आगे बढऩे में सहायता मिल रही है तो दूसरी ओर इन कलाकारों का उत्साहवर्धन हो रहा है। मीडिया सेंटर के द्वारा प्रत्येक कला संस्था को स्मृति स्वरूप तुरंत फोटो लेकर फ्रेम के साथ ही चिन्हारी दिया जा रहा है।
इस संबंध में छत्तीसगढ़ लोक संस्था के संचालक महेश्वरदास साहू ने कहा कि यह चिन्हारी हमें जिन्दगी भर याद रहेगा। राजिम में जो सम्मान मिला है हम इसे कभी नहीं भूल पायेंगे। उन्होंने मीडिया टीम को धन्यवाद भी ज्ञापित किया। गरियाबंद जिला जनसम्पर्क अधिकारी एमएस सोरी एवं सहायक जनसम्पर्क अधिकारी पोषण साहू के मार्गदर्शन में संचालित मीडिया सेंटर से मेला सम्बंधित जानकारी आम लोगों तक समाचार पत्र, इलेक्ट्रानिक मीडिया तथा अनेक सोशल मीडिया के माध्मय से पहुंच रही है।
मीडिया सेंटर संचालक श्रीकांत साहू, सह-संचालक युवराज साहू, रोशन साहू, रिपोर्टर संतोष सोनकर, सरोज कंसारी, योगेश साहू, चेतन चौहान सहित पूरी टीम अच्छी कवरेज देने में लगे हुए है। सही एवं सटीक समाचार लोगों तक पहुंच रही है। यहां से प्रत्येक कलाकार प्रसन्न होकर जा रहे है। वह अपने ही जुबान से खुद कह रहे है कि सरकार की यह योजना अनुकरणीय है, इससे कलाकारों का उत्साहवर्धन के साथ छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को बल मिला है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च । राजिम माघी पुन्नी मेला में श्रद्धा आस्था और संस्कृति के साथ-साथ लोगों को शासन की जनकल्याण कारी योजनाओं का भी बखुबी प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंच के पास विभिन्न विभागों द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रदर्शित करते हुए स्टॉल लगाए गए है। जो दूर-दराज क्षेत्र से आए और स्थानीय लोगों को खुब लुभा रही है।
शासन के कृषि उद्यानिकी, पशुधन, मछलीपालन विभाग द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी में सबसे ज्यादा किसान आकर्षित हो रही है। इसमें शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी को बेहरीन ढ़ंग से प्रस्तुत किया गया है। यहा किसानों द्वारा उत्पादित मुली, गोभी, टमाटर आदि फसल आकर्षण के केन्द्र बने हुए है। प्रदर्शनी के प्रभारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी है नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी।
यह सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। इसके लागू होने से राज्य में रोजगार के मौके ग्रामीण स्तर पर मिलना शुरू हो गया। ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती का आधार है। राज्य में यह योजना लागू होने के बाद से भूजल के रिचार्ज में बढ़ोत्तरी, सिंचाई के जल की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता, अर्गेनिक खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद तथा पशुओं की देखभाल व उनके लिए चारे की व्यवस्था हो रही है।
छत्तीसगढ़ में नालों को नरवा कहा जाता है, जिसमें बरसात के पानी को रोककर भूगर्भिय जल को रिचार्ज किया जाता है। उन्होंने बताया कि पशुओं के लिए डे-केयर सेंटर बनाये जा रहे है। जिसमें पशुओं की देखभाल की जाती है। घुरवा का मतलब गड्ढा, जिसमें गोबर को जमा किया जाता है जो उच्चकोटि की खाद बनती है और इसे किसानों को कम कीमत पर बेंची जाती है। बगीचा योजनो लाभार्थी के घर से सटा हुआ होता है जिसमें उच्चकोटि के पोषण के लिए फल तथा सब्जियां उगाई जाती है। इस विभाग की प्रदर्शनी बहुत ही सुंदर और आकर्षक है, जिसे देखने के लिए भीड़ जुटी रहती है और नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी की जानकारी सभी मेलार्थी ले रहे है।
राजिम, 1 मार्च। रायपुर एटीएस स्पेशल ब्रांच में पदस्थ सुखनंदन राठौर शनिवार को राजिम मेला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मेला क्षेत्र में घुमघुम कर पुरानी यादों को ताजा किया। उल्लेखनीय है कि माघी पुन्नी मेला 2021 में तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन सिंह राठौर एवं उनकी पूरी टीम ने शानदार व्यवस्था की थी।
कलाकारों को लाने ले जाने के अलावा चुस्त-दुरूस्त कार्यो के लिए उनकी खुब प्रशंसा हुई थी। उनके काम करने के ढंग से न सिर्फ अफसर बल्कि आम जनता एवं कलाकार भी खुश थे। वर्तमान में वे रायपुर एटीएस स्पेशल ब्रांच में पदस्थ है। श्री राठौर ने राजिम मेला में पहुंचकर मेला का भरपुर आनंद लिया। वे मुख्य मंच के नीचे लगे शासकीय प्रदर्शनी के सेल्फी जोन में सेल्फी लिया, सरस मेला में विभिन्न स्टालों का भ्रमण किया साथ ही गढ़ कलेवा में बने व्यंजन का स्वाद लिया।
महानदी आरती में शामिल महानदी मईया से सुख समृद्धि की कामना की। मीडिया सेंटर में पत्रकारों से मुलाकात की। इस दौरान उनका गुलाब भेंट कर सम्मान किया गया।
स्वभाविक मौत, पीएम के बाद खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 1 मार्च। गरियाबंद जिले में सोमवार की शाम एक तेंदुए का शव मिला। मामला गरियाबंद से 4 किमी दूर भिलाई गांव का है। इस पर ग्रामीणों की पहली नजर पड़ी तो उन्हें लगा कि तेंदुआ सुस्ता रहा है, सभी सहम गए थे, लेकिन जब काफी देर तक शरीर में कोई हरकत नहीं दिखी तो लगा कि उसकी मौत हो गई।
मृत तेंदुआ का पीएम के बाद वन विभाग के आला अधिकारियों एवं डॉक्टरों की उपस्थिति में जलाया गया। डॉक्टरों ने बताया लिवर खराब होने से स्वभाविक मृत्यु हुई है।
जानकारी के अनुसार मुख्यालय के नजदीकी ग्राम पंचायत पथरामोहन्दा आश्रित गाँव भिलाई के गौरसा खार में शाम लगभग 5 बजे मृत तेंदुआ ग्रामीणों द्वारा देखे जाने उपरान्त वन विभाग को सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंच मृत तेन्दुआ को कब्जे में लेकर गरियाबंद वन डिपो लाया गया, मंगलवार को नर्सरी गरियाबंद में वन मण्डलाधिकारी मंयक अग्रवाल, उप वन मण्डलाधिकारी मनोज चंद्राकर, वन परिक्षेत्र अधिकारी, डिप्टी, वन रक्षक एवं पशु चिकित्सक की उपस्तिथि में जलाया गया।
पशु चिकित्सक डॉ तमेश कवर ने बताया कि मंगलवार को सुबह लगभग सात बजे तीन डॉक्टरों की टीम, जिसमें डॉ प्रवीण राज, डॉ देवेश जोशी, डॉ तमेश कवर द्वारा पीएम नर्सरी गरियाबंद में किया गया।
डॉ कवर ने बताया कि उक्त तेन्दुआ का लिवर खराब होने के कारण स्वाभाविक मौत हुआ। वहीं तेन्दुआ के शरीर पर दांत नाखून मूछें सही सलामत मौजूद था। पीएम के बाद नर्सरी में ही वन विभाग व डॉक्टरों की मौजूदगी में जलाया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम,28 फरवरी । आम आदमी पार्टी गरियाबंद जिला अध्यक्ष राजा ठाकुर ने बताया कि पूरे प्रदेश में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व एवं प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डीजी के मार्गदर्शन में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है।
इसी तारतम्य में राजिम माघी पुन्नी मेला में आम आदमी पार्टी ने पंडाल लगाकर सदस्यता अभियान चलाया गया, इस दौरान बड़ी संख्या में आम आदमी से प्रभावित होकर सदस्यता ली। श्री ठाकुर ने बताया कि प्रदेश की जनता कांग्रेस और भाजपा से परेशान हो गई है। प्रदेश में बदलाव की लहर चल रही है।
लोग आम आदमी पार्टी को बेहतर विकल्प के रूप में देख रही है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के कार्यों से प्रभावित होकर लोगों का झुकाव बढ़ रही है इस ओर बढ़ रहा है। दिल्ली के शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी महिला सुरक्षा और अन्य तमाम जनता दिल्ली मॉडल से खुश है।
दिल्ली मॉडल की तर्ज पर लोग छत्तीसगढ़ में भी आदमी पार्टी को चाह रहे हैं। इसी उद्देश्य को लेकर आप द्वारा राजिम मेला में सदस्यता अभियान चलाया गया, जिसमें मेला घूमने आए लोग एकाएक पंडाल में पहुंचकर जानकारी लेकर सदस्यता अभियान में जुड़ते गए। इस अवसर पर प्रमुख रूप से गरियाबंद जिला अध्यक्ष राजा ठाकुर, जिला प्रवक्ता अरविंद शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष महेंद्र कौशिक, उपाध्यक्ष महादेव साहू, अभनपुर विधानसभा अध्यक्ष मोहन चक्रधारी, उपाध्यक्ष संजू विश्वकर्मा, युवा अध्यक्ष राज यादव आदि उपस्थित थे।
मोको कहां ढूंढे बंदे मैं तो तेरे पास में-कबीर मिशन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला के संत समागम में सदगुरू कबीर विश्व शांति मिशन (छत्तीसगढ संत संगठन) द्वारा लोगों को शांति का संदेश दिया। इस अवसर पर संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के ओएसडी गिरीश बिस्सा सहित अभिषेक पाठक संतो के साथ बैठकर भजन कीर्तन आनंद लिया। आचार्य श्रवणकुमार साहेब ने बताया कि अभी भी 5 सौ से अधिक संख्या में कबीर संत पहुंच चुके हैं। एक दो दिनों में बड़ी संख्या में कबीर संत पहुंच जाएंगे। संत घनश्याम साहेब मंदरौद ने सभा का संचालन करते हुए कहा कि सदगुरू कबीर विश्व शांति मिशन छतीसगढ़ के 120 से अधिक आश्रम को जोडक़र संगठन बना हुआ है जो विरक्त संतो का संगठन है जिनका मूल उद्देश्य कबीर की वाणी से प्रेममय शांतिमय, नशा मुक्ति समाज की स्थापना करना।
मिशन के अध्यक्ष संत रविकर साहेब ने कहा कि कबीर शास्वत शांति के उद्घोषक और मानवीय एकता के मसीहा है जिन्होंने निडरता के साथ सत्य, यथार्थ को स्पष्ट रूप से संदेश देते हुए कहा है मोको कहां ढूंढे बंदे मैं तो तेरे पास में, घूंघट के पट खोल रे तोको पीव मिलेंगे। कबीर का मूल संदेश है जीव दवा और आत्म पूजा कहहि कबीर धर्म नहीं दूजा।
संत बलवान साहेब ने कहा कि नशा सेतन और मन के लिए समाज के लिए घातक है। संत कुमार साहेब ने कहा कि कबीर स्पष्टवादी है, जातिवाद सम्प्रदायवाद, अंध विश्वास, भेदभाव सभी पर कड़ा प्रहार किया। कार्यक्रम में साध्वी संतोषी, साध्वी मनी प्रभा आदि ने अपने विचार रखे। इस दौरान पावन साहेब ने मधुर भजन की प्रस्तुति की। इस अवसर पर संत जितेन्द्र साहेब, हेमेंद्र साहेब, निरसन साहेब, रामेश्वर साहेब, साध्वी प्रगति, साध्वी सेवती, साध्वी भागा, साध्वी साधना आदि उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी । सोलह फरवरी से प्रारंभ हुए माघी पुन्नी मेला का समापन01 मार्च महाशिवरात्री को होगा। प्रतिवर्ष इस दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ती है। छत्तीसगढ़ से ही नही बल्कि पूरे देश से लोग पहुंचते है। त्रिवेणी संगम में तीन नदियां सोंढूर, पैरी एवं महानदी का मिलन होता है। यहां श्रद्धालुओं के स्नान के लिए दो स्नान कुंड बने है। दोनों में श्रद्धालुगण स्नान करते है तथा साधु-संतों का स्नान देखने लायक होती है। पुन्नी मेला के यह अंतिम स्नान साधु-संतों के डुबकी लगाते हुए अलौकिक दृष्य उभरकर सामने आती है।
प्रमुख रूप से संगम घाट, अटल घाट, सोनतीर्थ घाट, नेहरू घाट, बेलाही घाट है। इन पांचों घाट के अलावा धार पर सुबह से स्नान का क्रम चलता है, श्रद्धालु डुबकी लगाते है तथा रेत से शिवलिंग बनाकर पूजा अर्चना करने की परंपरा यहां विद्यमान है। इस दिन श्रद्धालुगण सूखा लहरा भी लेते है। जनआस्था है कि मां पार्वती एवं शिवशंकर अन्य वेश धारण कर मेले का भ्रमण करते है। राजिम मेला अपनी विशालता के लिए जाना जाता है। तकरीबन 10 किमी के क्षेत्रफल में फैले इनकी सीमा तीन जिला धमतरी, रायपुर एवं गरियाबंद को छुती है। इसलिए तीनों जिला के नोडल अधिकारी व्यवस्था पर नजर गाड़ाए हुए है कि श्रद्धालुओं को कहीं पर कोई दिक्कत न हो।
यहां तीन सेतु भी है जिनमें राजिम पुल, बेलाही पुल एवं चौबेबांधा पुल। यहां पर लाईटिंग से परिक्रमा पथ की साफ नजर आती है। महानदी महाआरती आकर्षण का केन्द्र है। स्थानीय पंडित परिषद के द्वारा प्रतिदिन आरती में प्रतिष्ठित एवं आमजन सम्मिलित होते है। पीएचई विभाग के द्वारा पिआउ पानी के लिए नल की व्यवस्था की गई है। लंबे चौड़े सडक़ों पर लोग आसानी से आ-जा रहे है।
सीसीटीवी कैमरा से पूरे मेला क्षेत्र को एक स्क्रीन पर कैद कर लिया है जिसमें हर हरकत की खबर मिनटों में चल जाती है। पार्किंग के अलावा पुलिस बल हर चौंक-चौराहे पर तैनात है जिससे श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र पहुंचने में सहायता मिल रही है। मेला की ही अंदर मीना बाजार, सरस मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बहार है। जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है ताकि श्रद्धालुओं को कहीं पर दिक्कत न हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी । माघी पुन्नी मेला में रविवार को किसानों के चेहरे में उस समय चमक दिखी जब प्रदेश कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, सहकारिता एवं स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसिंह टेकाम, राजिम विधायक अमितेष शुक्ल ने अपने हाथों से हितग्राहियों को चेक तथा कृषि यंत्र मंच में ही प्रदान किये।
इस दौरान धमतरी जिला के जय मां जतमई महिला समूह के मुकेश्वरी साहू, लक्ष्मी साहू को स्प्रेयर प्रदान किया। स्प्रेयर मिलने से दोनों महिला जिनमें से एक अध्यक्ष है तथा दूसरा सचिव इनके खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इन्होंने बताया कि 7 एकड़ जमीन पर बाड़ी लगायेंगे। पूरी तैयारी हो गई है बस स्प्रेयर की कमी थी जिन्हें प्रदेश सरकार ने राजिम माघी पुन्नी मेला जैसे पुण्य स्थल पर प्रदान किए है। यहां मिलने से निश्चित ही उत्साह के साथ उत्पादन करने के लिए जी जान लगा देंगे।
मोहरेंगा के कृषक मोहनलाल मरार को 1 लाख 26 हजार मूल्य वाली पॉवर विडर यंत्र मिला यह राष्ट्रीय कृषि विकास योजना घटक यंत्रीकरण के माध्यम से मिला है जिनमें देय अंशदान राशि 50 हजार है इसमें कृषक के द्वारा मात्र 76 हजार रूपये देने पड़े है। पचास हजार की सब्सिडी मिलने से यह किसान कृषि विभाग के प्रति कृतज्ञता अर्पित किये। यह तीन एकड़ की जमीन पर उद्यानिकी की खेती करती है। इनके पास यह यंत्र नहीं था, जिससे इन्हें जोताई करने में दिक्कत आती थी। अब इनकी होने से न कि मोहन बल्कि परिवार के अन्य सदस्य भी यह काम आसानी से कर लेंगे।
हितग्राही राजकुमार साहू अपने दादा पुरनसिंह के नाम से दस हजार रूपए का चेक लिये। उन्होंने बताया कि जैविक खेती के माध्यम से रसायनिक, खाद के उपयोग अब नहीं करना पड़ रहा है। जैविक खाद से भूमि की उपजाऊ क्षमता बढ़ती है तथा कम लागत में अधिक मुनाफा होता है। दादाजी ने मुझे जैविक खेती करने की बात सिखायी थी। उनके नक्शे कदम पर चलकर मुझे अच्छी आमदनी हो रही है। इसी तरह से अनेक हितग्राहियों को सम्मान मिला और सबके चेहरे में प्रसन्नता बोल फूट रहे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 28 फरवरी। पल्स पोलियो अभियान के प्रथम चरण में गोबरा नवापारा के वार्ड- 17 के आंगनबाड़ी में नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी रविवार सुबह केंद्र में पहुंचे और बच्चे को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया।
सोमवार 28 फरवरी एवं मंगलवार 1 मार्च को कार्यकर्ताओं द्वारा सभी घरों में जाकर छूटे हुए बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाकर शत-प्रतिशत बच्चों को टीकाकृत किया जाएगा।
आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता शशि बांसवाड़ा संतोषी मानिकपुरी, मितानिन कल्याणी साहू, भारती साहू सहित वार्ड की महिलाएं बच्चों के साथ उपस्थित थीं, वहीं वार्ड- 2 के पार्षद मयाराम साहू एवं कुर्रा में मितानिन तिजियाँ बाई साहू ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रमिला बंजारे, अहिल्याबाई जांगड़े, आरएचओ सरोजिनी पटेल के साथ सामाजिक कार्यकर्ता मोतीलाल साहू की विशेष उपस्थिति में पोलियो की दो बूंद खुराक बच्चों को पिलाई गई।
मितानिन तिजियाँ साहू ने लोगों से अपील की कि अपने बच्चों को पोलियो से बचाने एवं सुरक्षा को बरकरार रखने के लिए हर बार अपने बच्चों को पोलियो की खुराक जरूर पिलाएं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला में रविवार को कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के मुख्य आतिथ्य एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में किसान सम्मेलन सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में 290 हितग्राहियों को 449 लाख रूपए का कृषि सामग्री एवं चेक वितरण किया गया।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि कृषि, जल संसाधन मंत्री श्री चौबे ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का न्याय मॉडल देशभर के लिए मॉडल बन गया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना एवं कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना से किसानों और लोगों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। आज उनके पास क्रय शक्ति बढ़ी है। उन्होने कहा कि देश में एक सीजन में 98 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी करने वाला देश का एक मात्र राज्य है। उन्होने कहा कि धान खरीदी से किसानों के खाते में अभी तक 20 हजार करोड़ रूपए जा चुका है। श्री चौबे ने कहा कि गोधन न्याय योजना से अब बिजली बनेगी। किसानों के ट्रेक्टर गोबर से उत्पन्न हुए बायो गैस से चलेगी। गौठानों में कुटीर उद्योग लगाया जाएगा। श्री चौबे ने कहा कि आने वाले समय में किसानों को धान का, गोबर का और उनके उत्पाद का बेहतर दाम मिलगा।
इस अवसर पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री पं. श्यामाचरण शुक्ल का पुण्य स्मरण करते हुए अंचल में उनके द्वारा किए गए सिंचाई क्षमता का विस्तार और विकास कार्यों को बताया। श्री चौबे ने कहा कि उनके अधूरे कार्यों को अवश्य पूरा किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि राज्य में छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षा, सुपोषण और सभी क्षेत्रों में विकास किया है। उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल से अब हर माता-पिता की इच्छा पूरी होगी। बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दी जा रही है। इससे माता-पिता के सपने पूरे होंगे। उन्होंने आदिम जाति विकास विभाग द्वारा संचालित योजना की जानकारी भी दी। डॉ. टेकाम ने सांस्कृतिक दलों को प्रोत्साहन राशि, देवगुड़ी विकास, वन अधिकार पत्र और वनोपज खरीदी के सम्बंध में जानकारी दी। प्रथम ग्रामीण एवं पंचायत मंत्री एवं राजिम विधायक श्री अमितेष शुक्ल ने पूर्व मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ल की जयंती के अवसर पर उन्हें सादर नमन करते हुए कहा कि उनके भागीरथ प्रयासों से क्षेत्र में सिंचाई क्षमता में वृद्धि हुई है और किसानों की चिंता दूर हुई है। उन्होंने कहा कि आज किसान दो-दो फसल लेकर समृद्ध हो रहे हैं।
श्री शुक्ल ने गोधन न्याय योजना को अनोखी योजना बताते हुए कहा कि इसकी प्रशंसा देश भर में किया जा रहा है। सम्मेलन को छत्तीसगढ़ शाकाम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामकुमार पटेल, छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इसके पूर्व कृषक सम्मेलन में किसानों को शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई। सम्मेलन में कृषि विभाग द्वारा 23 कृषकों को आत्मा योजनान्तर्गत विकासखण्ड स्तरीय कृषि उत्पादकता पुरस्कार, 40 कृषकों को आरकेव्हीवाय योजना अंतर्गत मक्का मिनिकिट, 15 कृषकों को कृषि यांत्रिकीकरण सबमिशन योजना अंतर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर हस्तचलित कृषि यंत्र वितरण, अधोसंरचना मद से 20 स्व सहायता समूहों को नि:शुल्क ग्राश कटर एवं विद्युत पम्प तथा 54 कृषि, पशुपालन एवं मछलीपालन हेतु कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदाय किया गया। 5 कृषकों को पावर वीडर, 10 कृषकों को धनिया बीज, 23 कृषकों को आईस बाक्स का वितरण किया गया। 25 पशुपालकों को नर बकरा तथा 5 कृषकों को सूकरत्रीय सहित कुल 290 हितग्राहियों को 449 लाख रूपए का कृषि सामग्री एवं चेक वितरण किया गया।
सम्मेलन में योग अयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी, जनपद पंचायत अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू, जिला पंचायत सदस्य मधुबाला रात्रे, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू एवं श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, भावसिंह साहू, योगेश साहू, जीत सिंग, सौरभ शर्मा, रूपेश साहू, ताराचंद मेघवानी, विकास तिवारी, सुनील तिवारी आदि उपस्थित थे।
राजिम, 28 फरवरी । राजिम माघी पुन्नी मेला में 23 फरवरी से संत समागम को शुभारंभ हुआ है, जो 01 मार्च महाशिवरात्रि तक चलेगा। मेला स्थल में बने संत महात्माओं के सम्मेलन के लिए विशाल डोम बनाया गया है। साथ ही प्रशासन द्वारा सभी प्रकार की व्यवस्था की गई है। स्थानीय एवं दूर-दूर से आए साधु-संत महात्माओं के लिए स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था की गई है। व्यवस्था के प्रभारी एवं जिला पंचायत के लेखाधिकारी अभिषेक पाठक ने बताया कि मेले में पहुंचे साधु संतों को प्रतिदिन सुबह नाश्ता और दोपहर एवं रात्रि में भोजन की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन साधु-संतों एवं उनके सैकड़ो अनुयायियों सहित हजार से अधिक लोग भोजन ग्रहण कर रहे है।
यहां पर सुबह 7 बजे नाश्ता से लेकर रात्रि 11 बजे तक साधु संतों को भोजन की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा लोमष ऋषि आश्रम, सिद्धीविनायक आश्रम, दिगम्बर जूना अखाड़ा, कबीर आश्रम, कबीर ब्रम्हचारिणी, कबीर विश्वशांति मिशन, संत रविदास अखाड़ा, प्रजापति ब्रम्हकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय, निरंजनी अखाड़ा को भोजन पकाने हेतु बर्तन, गैस सिलेण्डर सहित आवश्यक अनाज किराना, सब्जी, फल एवं दूध आदि प्रतिदिन पहुंचाया जा रहा है। अधिकारियो द्वारा प्रत्येक अखाड़े एवं आश्रम के साधुओ के पास जाकर प्रतिदिन जरूरत के सामान उपलब्ध कराया जा रहा है साधु संतों के भोजन व्यवस्था में लगे प्रभारी अधिकारी के साथ अमित चंद्राकर डीएमओ गरियाबंद, पोखराज साहू, दीपक शर्मा, शाश्वत देवांगन, टीकमचंद पाल, योगेश यादव, गणेश मन्ना, सत्येन्द्र साहू, समीर शर्मा आदि व्यवस्था में लगे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। माघी पुन्नी मेला में प्रतिदिन श्रद्धालुगण स्नान के साथ मंदिर दर्शन में अपना पूरा समय दे रहे हैं। यहां आने के बाद सबसे पहले संगम में डुबकी लगाते है। नदी में स्नान का अपना अलग महत्व होता है। शस्त्रों में प्रयागराज में स्नान की महिमा बताई जाती है। राजिम छत्तीसगढ़ का प्रयाग है। जिस भांति उश्रर प्रदेश के प्रयाग में भक्तगण धार्मिक कृत्य कर पवित्रता महसूस करते हैं। उसी भांति इस भूमि में कदम रखते ही सबसे पहले नतमस्तक करना नहीं भूलते।
हरि और हर की नगरी के नाम से भी इन्हें जाना जाता है। भगवान विष्णु श्रीराजीवलोचन के रूप में विराजमान है। लोककथा के अनुसार सतयुग में राजा रत्नाकर ने जिनके यज्ञ से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु प्रकट हुए और उन्हें दो वरदान दिये जिनमें पहला श्रीराजीव लोचन के रूप में यहां सदा विराजमान रहने की तथा दूसरा मेरे बाद मेरे आने वाले वंशज आपके पूजा अर्चना तथा सेवा करते रहने की। इसी भांति त्रेतायुग वनवास काल के दौरान आयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट दशरथ पुत्र राम, पुत्रवधु सीता एवं छोटे भाई लक्ष्मण नदी मार्ग से होते हुए महर्षि लोमष से मिलने कमलक्षेत्र पहुंचे और चौमासा व्यतित कर यहां विद्यमान असुरी शक्तियों का समूल नाश किया।
इसी समय देवी सीता संगम में स्नान कर अपने हाथों से बालू के द्वारा शिवलिंग का निर्माण किया। यही श्री कुलेश्वरनाथ महादेव के रूप में प्रसिद्ध हुए। संगम के मध्य इनका विशाल मंदिर भक्तों को आकर्शित करते है। यहां शिव के अनेक शिवलिंग है जहां श्रद्धालुगण आकर विल्वपत्र, धतुरा, केसरैया, फुंडहर, दूध, दही, शक्कर, सरसों तेल, सुगंधित तेल, जल सहित अनेक पदार्थों से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है तथा उनके पंचाक्षरी मंत्र ओम् नम: शिवाय हमेशा गुंजायमान होता रहता है।
तट पर मामा-भांचा मंदिर है जिन्हें प्रथम दर्शन माना गया है। इनसे लगा हुआ प्रयागराज का सबसे बड़ा शिवलिंग भूतेश्वरनाथ महादेव भूतभावन है। मंदिरों के समूह के बीच दान-दानेश्वरनाथ महादेव, राज-राजेश्वरनाथ महादेव, रानी धर्मशाला में बाबा गरीबनाथ महादेव, पवन दीवान आश्रम में सोमेश्वरनाथ महादेव अद्र्धनारिश्वर रूप में विराजमान है। ऐसे ही अनेक शिवलिंग यहां भूमि फोडक़र एवं स्थापित है।
हरि के अनेक मंदिर भी स्थापित है जिनमें मुख्य मंदिर श्रीराजीव लोचन के साथ ही वामन अवतार भगवान, वराह अवतार, बद्रीनारायण, नरसिंह अवतार, साक्षी गोपाल, सूर्यदेव, लक्ष्मीनारायण, भगवान का विराट रूप आदि। इन मंदिरों में प्रतिदिन श्रद्धालु पहुंच रहे है और परिवार की खुशहाली की याचना जरूर कर रहे है। पूरे माघी पुन्नी मेला में लाखों श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। आस्था, श्रद्धा एवं आध्यात्म की भक्तिधारा निरंतर प्रवाहित हो रही है।
सीएम भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में होगा सम्पन्न
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। सोलह फरवरी से प्रारंभ हुए राजिम माघी पुन्नी मेला का समापन समरोह 01 मार्च को होगा। समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे।
समारोह की अध्यक्षता धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव, जल संसाधन एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन एवं परिवहन मंत्री मो. अकबर, वाणिज्य कर मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल, पीएचई मंत्री गुरू रूद्रकुमार, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रथम पंचायत मंत्री एवं राजिम विधायक Ÿअमितेष शुक्ल, पूर्व मंत्री एवं अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू, महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू, रायपुर सांसद सुनील सोनी, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज, संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, सिहावा विधायक लक्ष्मी धु्रव, रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल, कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, बिन्द्रनवागढ़ विधायक डमरूधर पुजारी मौजूद रहेंगा।
कार्यक्रम में गरियाबंद जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति नीरज ठाकुर, नवापारा नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी, राजिम नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर, फिंगेश्वर जनपद अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू, अभनपुर जनपद अध्यक्ष देवनंदनी साहू, मगरलोड जनपद अध्यक्ष ज्योति दिवाकर ठाकुर की गरिमामय उपस्थिति रहेगी।
इस अवसर पर श्री राजीव लोचन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रामसुंदरदास जी महाराज, सिरकट्टी आश्रम महंत गोवर्धन शरण जी महाराज, शद्दाणी दरबार के संत युधिष्टिर लाल महाराज जी, संत उमेशानंद जी महाराज, संत सिद्धेश्वरानंद जी महाराज, कबीर आश्रम संत विचार साहेब जी, प्रजापिता ब्रम्हाकुमार नारायण भाई जी तथा विशिष्ट साधु-संतों के पावन सानिध्य में सम्पन्न होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला का महानदी मैय्या की महाआरती स्थानीय विप्र समिति के संपूर्ण दायित्व संचालन में बड़ी भव्यता एवं दिव्यता के साथ संपन्न हो रही है। रविवार को इस विराट एवं विहंगम महानदी आरती में विशिष्ट यजमान स्वरूप छत्तीसगढ़ के प्रथम पंचायत मंत्री एवं राजिम विधायक अमितेष शुक्ल सपत्नीक शामिल होकर प्रदेश एवं क्षेत्र के सुख समृद्धि की कामना की।
मंचीय संबोधन में उन्होंने स्थानीय ब्राम्हणों द्वारा की जा रही वैदिक मंत्रों के साथ संगीतबद्ध सस्वर आरती से भाव विभोर होकर सभी आचार्य-णों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। महानदी आरती के रचनाकार एवं आरती संचालक डॉ. संतोष शर्मा कुंभज ने बताया कि महानदी मैया की आरती में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग शामिल हो रहे है एवं महाआरती की मौलिक एवं प्रत्यक्ष आरती से सभी मंत्रमुग्ध होकर धन्यता का अनुभव कर रहे है। विदित हो कि पिछले वर्ष से ही महाआरती का पूर्ण संचालन दायित्व यहां के स्थानीय ब्राम्हणों को प्रदान की -ई है।
श्रम एवं रोजगार सम्मेलन में हजार हितग्राहियों को 61 लाख का ऑनलाईन चेक वितरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 27 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला में शनिवार को श्रम एवं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होनें 1093 हितग्राहियों को 61 लाख रूपए का ऑनलाईन चेक वितरण किया तथा श्रम विभाग के योजनाओं से लाभान्वित किया। इस अवसर पर उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य में गरीब मजदूर और श्रमिकों के लिए अनेक योजनाएं संचालित है, जो मिशाल है। उन्होंने कहा कि राज्य सराकर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के ध्येय मंत्र को लेकर कार्य कर रही है।
श्रम विभाग में जन्म से लेकर मृत्य तक की योजनाएं संचालित है। श्रमिकों के हित के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। डॉ. डहरिया ने कहा कि स्वच्छता के रैंकिग में लगातार तीसरे वर्ष राज्य ने प्रथम स्थान हासिल किया है। उन्होंने सरकार की योजनाओं स्वामी आत्मानंद स्कूल, कर्ज माफी, बिजली बिल हॉफ, सिंचाई टैक्स मॉफ और अन्य योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर छत्तीगसढ़ छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अगुवाई में समाज के सभी वर्गों के लिए कार्य कर रही है। आज राज्य उन्नति की ओर अग्रसर हो रही है। और नए मार्ग प्रशस्त हो रहे हैं। श्री अग्रवाल ने राजिम माघी पुन्नी मेला आयोजन के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी। सभा को नवापारा नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में 1093 हितग्राहियों को डीबीटी के माध्यम से कुल 61 लाख 13 हजार रुपये वितरण किया गया। इसमें भगिनी प्रसुति योजनांतर्गत 255 हितग्राहियों, नवनिहाल छात्रवृत्ति 43 विद्यार्थियों को, श्रमिक प्रसुति 30 हितग्राहियों को, मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता अंतर्गत 31 लाख 40 हजार 5 सौ का चेक वितरण शामिल है।
सम्मेलन में निजी प्र्रतिष्ठानों द्वारा 400 युवाओं का रोजगार के लिए पंजीयन किया गया है, साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए 100 युवाओं का कौशलिंग किया गया है। सम्मेलन में जनपद पंचायत अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू, जिला पंचायत सदस्य मधुबाला रात्रे, नवापारा नपा उपाध्यक्ष चतुर जगत, ताराचंद मेघवानी, विकास तिवारी, आनंद मतावले, सुनील तिवारी, मुन्ना कुर्रे, सुघ्घरमल आड़े, मंगराज सोनकर, धनेश्वरी डांडे आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 27 फरवरी। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम में आयोजित राजिम मेला में चौबीसो घंटे निर्वाध बिजली आपूर्ति के कारण इसकी भव्यता पर चार चाँद लग गया है। रंग-बिरंगी रोशनी से मेला स्थल का नजारा लोगों को लुभा रहा। रात में लोग दिन के उजाले जैसा महसूस करते हुए मेला का लुफ्त उठा रहे हैं। राजिम मेला क्षेत्र एवं राजिम पुल से लेकर बेलाही घाट पुल, चौबे बांधा पुल तक लाइटिंग के कारण यह इलाका दूधिया रोशनी से नहाता नजर आ रहा है।
मेले में बिजली व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए राजिम में विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री एलके साहू के नेतृत्व में पूरी टीम दिन-रात जुटी है। इस टीम में सहायक यंत्री शिवेंद्र साहू, एनके शुक्ला, पीवी राजेश श्री चंद्रवंशी और अन्य अधिकारी शामिल हैं।
मुख्य मंच में विद्युत व्यवस्था से साज-सज्जा में रौनक आ गई है। वहीं मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभाग द्वारा पूरे क्षेत्र में व्यवस्थित तरीके से लाइट लगाया है। नदी के भीतर करीब पांच किलोमीटर के दायरे में अस्थायी शहर बसा हुआ है। वहीं मेले में शरीक होने के लिए रोजाना हजारों श्रद्धालु आ रहे हैं। लक्ष्मण झूला में भी आकर्षण लाईटिंग से अद्भूत नजारा देखने को मिल रहा है।
लक्ष्मण झूला में ही राजिम के इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करता हुआ आकर्षक लेजर शो प्रस्तुत किया जा रहा है। लेजर शो के माध्यम से शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रदर्शित किया गया। मेला में लेजर शो आकर्षण का केंद्र रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 27 फरवरी। त्रिवेणी गंगा महाआरती विप्र समिति राजिम के पूर्ण संचालन दायित्व में राजिम माघी पुन्नी मेला में प्रतिदिन शाम 7 बजे अत्यंत भव्य एवं विराट महाआरती स्थानीय ब्राम्हणों के द्वारा किया जा रहा है जो अत्यंत सराहनीय एवं वंदनीय है। इस दिव्य महाआरती में दूर दूर से लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर महानदी मैया का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे है। आम श्रद्धालुजनो के साथ विशिष्ट जनप्रतिनिधिगण एवं शासन प्रशासन के अधिकारी भी आरती में शामिल होकर कृतार्थ हो रहे हैं।
महाआरती के संचालक डॉ. संतोष शर्मा कुम्भज ने बताया कि महानदी, पैरी और सोढूर का त्रिवेणी ज्ञान, कर्म एवं भक्ति का पावन संगम है। जहां भक्तजन महानदी मेें डुबकी लगाकर पुणयार्जन कर रहे है। आज के दिव्य महानदी आरती में विशेष यजमान स्वरूप महासमुंद लोकसभा के सांसद चुन्नीलाल साहू शामिल हुए।
विप्र समिति के अध्यक्ष एवं आरती प्रभारी पंडित राम शर्मा ने सांसद एवं अन्य अतिथि जिला पंचायत सदस्यद्वय रोहित साहू, चंद्रशेखर साहू को आरती कराई। आरती में शामिल होने वालो में प्रमुख रूप से रिकेश साहू, सोमप्रकाश साहू, पुष्पा गोस्वामी, सभापति ताराचंद मेघवानी, वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाडिय़ा, मनीषा शर्मा, पंडित कन्हैया तिवारी, विजय शर्मा, मदनमोहन, सुरज शर्मा, संस्कार मिश्रा, देवेन्द्र दुबे, संजय मिश्रा, संतोष मिश्रा, पदुम पांडे, भूपेन्द्र पांडे, आदित्य मिश्रा, पुरूषोत्तम मिश्रा एवं श्रीरामसंगीत कला केंद्र के तुला राम साहू एवं साथी थे। समिति के उपाध्यक्ष पंडित विजय शर्मा ने समस्त श्रद्धालुजनो को रोज महाआरती में शामिल होने अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 27 फरवरी। माघी पुन्नी मेला में सांस्कृतिक मुख्यमंच में छश्रीसगढ़ के प्रसिद्ध अभिनेत्री उर्वशी साहू और उपासना वैष्णव के लोकमंच ने सदाबाहार गीत चौंरा म गोंदा... पान खाई लेबे मोर राजा..., अब्बड़ बेरा होगे मोला जान दे..., तै बिलासपुरहिन अस मै रायगढिय़ा..., छिटीक अंजोरी निर्मल छइंहा... इन गीतों ने दर्शकों को एकबार फिर आकाशवाणी की याद आ गई। छोटे से श्याम कन्हैया..., झन जा राधा होबे लाले लाल ओ..., ये रायपुर वाले भाटो दिलदार हावे गा.. फाग गीत की प्रस्तुति ने विशाल मंच को होलीमय बना दिया।
मंच पर सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति स्नाकोश्रर महाविद्यालय के बी.एड के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षा संकाय के प्रोफेसर नैना पहाडिया द्वारा कोरोना से हुई आर्थिक एवं जन मानस में हुए क्षर्ति को नाटक में दर्शाया गया। जिसमें दर्शकों को बताया गया कि कोरोना अभी गया नहीं है, हमे मास्क लगाना, सेनिटाईजर का उपयोग करते रहना चाहिए, सामाजिक दूरी बनाए रखे। इन गाईड लाईनों को पालन करने के लिए दर्शकों से अपील की।
सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग गरियाबंद के द्वारा कोरोना से सम्बंधित जानकारी को गीत बनाकर मंचन किया। मंच पर कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति सुनील मानिकपुरी हमर पारा तुंहर पारा...नाईट स्टार ने गणेश वंदना से शुरूआत किया। जिसमें दम दमा दम मस्त कलिंदर..., नयना मिलाईके... इन गीतों ने एक नया रंग जमा दिया। सुनीक मानिकपुरी की अगली गीत माता पर आधारित था। तोर सेवा ल मै ह गावों ओ..., काली काली अमावस्या..., रात म भैरव के साथ म... ये उनका सुपर हिट गीतों में से एक है। का जादू डारे वो.., बाहों मे आओ न दि लमे समाओ न... ये गीत नागपुर पर आधारित थी, जिसे सुन दर्शक बहुत ही आनंदित हुए। स्टार नाईट का सबसे अधिक प्रसिद्ध गीत हमर पारा तुंहर पारा पारा रे पारा... ने धूम मचा दिया, गीत में दर्शक भी झूमने लगे।
आगे करमा तिहार मन भर रे संगी... ऐसे-ऐसे गीतों ने मंच में समा बांधे रखा। कार्यक्रम का सफल संचालन निरंजन साहू, रूपा साहू, मनोज सेन ने किया। कलाकारों का सम्मान केन्द्रीय समिति के विशिष्ट सदस्य रमेश पहाडिय़ा, लीलाराम साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा स्मृति चिन्ह भेंटकर किया गया।