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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 27 फरवरी। ‘‘तोड़ तोड़ के बंधनों को देखो, बहने आती हैं आएंगी, वह तो नया जमाना लाएंगे,’’ यह गीत यूं ही नहीं लिखा गया है, महिला अगर ठान ले तो हर काम संभव है। राजिम माघी पुन्नी मेला के विशाल आयोजन में महिलाएं इस बार बढ़-चढक़र अपनी जिम्मेदारियां निभा रही हैं।
श्रद्धालुओं से लेकर अधिकारी और कर्मचारियों के लिए भोजन व्यवस्था फिंगेश्वर विकासखण्ड के शुभ सवेरा कलस्टर के समूहों द्वारा ही किया जा रहा है। प्रतिदिन एक हजार से लेकर 15 सौ लोगों का लिए खाना बनाना चुनौती पूर्ण कार्य था, जिसे स्वीकर कर स्वादिष्ट और लजीज भोजन समय पर परोसा जा रहा है। सद्व्यहार के साथ खाना खिलाने से लोग संतुष्ट होकर जा रहे हैं। इतना ही नहीं राजिम मेला में महिला कमांडो के माध्यम से प्रतिदिन सफाई की जिम्मेदारी भी इन्हीं कंधों पर है। राजिम मेला में इस बार सरस मेला आकर्षण का केंद्र है, जहां 80 महिला समूह के द्वारा बनाए गए उत्पादों को विक्रय करने का अवसर मिला है। अपने हुनर और बेहतरीन कारीगरी के दम पर महिलाओं द्वारा बनाए गए बांस से निर्मित वस्तुएं हाथों-हाथ बिक रही हैं।
यहां तक मेले में आने वाले मुख्य अतिथि, मंत्रीगण को भेंट करने वाले गुलदस्ते और फूल भी बांस से निर्मित है, जिसे तिरंगा कलस्टर रानी परतेवा अंतर्गत जय मां भवानी समूह एवं जय मां चण्डी छुरा महिला समूहों ने बनाया है। इसकी सराहना राज्यपाल से लेकर मंत्री गण भी कर चुके हैं इसके ना केवल इन्हें संबल मिलता है बल्कि आय बढ़ाने का अवसर भी मिलता है। इसी तरह जनपद सीईओ रूची शर्मा के मार्गदर्शन में तुलसी मैय्या लोहझर समूह एवं शीतला महिला समूह रानी परतेवा द्वारा विविध परिधानों और पारम्परागत परिवेश में महिलाएं संगवारी सेल्फी जोन बनाकर एक नया नई पहल की है।
इससे महिलाओं को आय भी हो रही है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि राजिम माघी पुन्नी मेला में इस बार महिलाओं ने विशेष छाप छोड़ी है और अपने हुनर और कुशलता के दम पर आय अर्जित करने का अवसर भी हासिल किया है। महिला समूहों की सदस्यों ने बताया कि कलेक्टर नम्रता गांधी के मार्गदर्शन में उन्हें नया रास्ता मिला है। अब वे आगे पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने काम में जुट गई है। उनके मार्गदर्शन से ही मेला में महिला समूहों की अलग ही छाप दिखाई देती है।
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राजिम, 27 फरवरी। पिछड़ा वर्ग मोर्चा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद चंदूलाल साहू के जन्मदिवस 1 मार्च को राजिम में कार्यक्रम है। इस दौरान वे प्रात: 6 श्री कुलेश्वर नाथ महादेव भगवान का दर्शन-पूजन कर प्रदेश एवं देश वासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।
तत्पश्चात प्रात: 8 परम पिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेंटर नवापारा में परमपिता शिव परमात्मा का ध्वजारोहण मुख्य अतिथि की आसंदी करेंगे, जिसमें नारायण भाई , पुष्पा बहन , सुभाष शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहेंगे । प्रात: 9.30 बजे गौशाला राजिम में गौमाता को खिचड़ी खिलाएंगे । इसके बाद 10.30 बजे गायत्री मंदिर राजिम में हवन पूजन भोग भंडारा के बाद उद्बोधन देंगे । दोपहर 12 बजे साहू समाज युवा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित भोग भंडारा में श्री साहू जी शामिल होकर भोग प्रसाद लोगों को वितरित करेंगे । अपरान्ह 3 बजे यादव ठेठवार समाज महासभा राजिम के प्रांतीय युवा सम्मेलन के महा भंडारा एवं रक्तदान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे । इस आशय की जानकारी भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता महेश यादव ने दी है।
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नवापारा-राजिम, 27 फरवरी। वेदांता समूह के अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा संचालित नँद घर प्रोग्राम के तहत ऑपरेशन और मेंटेनेंस पार्टनर जनमित्रम कल्याण समिति रायगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में नँद घरों के भीतर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ावा देने और जागरूकता लाने के उद्देश्य से चाबी हैंड ओवर कार्यक्रम का आयोजन अभनपुर ब्लॉक के ग्राम धुसेरा में किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरपंच जितेश्वरी साहू एवं कामेश्वर साहू थे। विशिष्ट अतिथियों के रूप में गांव के सचिव संतु धु्रव, मितानिन सजनी यादव, कुमेश्वरी यादव, हमन बैस और नंद घर कमेटी के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुपरवॉइजर स्मिता धु्रव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चमेली बैस, लता मानिकपुरी, सहायिका गौतरहीन गिलहरे, भुनेश्वरी साहू सराहनीय योगदान रहा।
जनमित्रम की ओर से कार्यक्रम का निर्वहन नँद घर जिला प्रबंधक धर्मेंद्र साहू द्वारा किया गया तथा प्रबंधन नँद घर परियोजना रायपुर क्षेत्र के क्लस्टर कोर्डिनेटर पारक साहू, तुकेश्वर साहू, चंद्रकांत साहू, प्रियंका पाण्डेय, लोमाश साहू द्वारा किया गया।
कार्यक्रम उपरांत समस्त अतिथियों के मध्य नँद घर की चाबी सौपी गई। कार्यक्रम के अंत मे मुख्य अतिथि जितेश्वरी साहू द्वारा नँद घर परियोजना के विभिन्न पहलुओं को सराहते हुए आगे इसी तरह के आयोजन होने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
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राजिम, 27 फरवरी। ग्राम पंचायत तर्रा में बजरंग क्रिकेट क्लब द्वारा आयोजित क्षेत्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता का जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू के मुख्य आतिथ्य एवं क्षेत्र क्रमांक दो के सदस्य रोहित साहू की अध्यक्षता में शुभारंभ हुआ। इस दौरान अतिथियों ने फीता काटकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया व प्रतिभागी खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने सभी खिलाडिय़ों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए खेल को निरंतर बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्रयासों से ही हम धीरे-धीरे बड़े लक्ष्यों की ओर अग्रसर होते हैं। आपके द्वारा किया गया छोटा सा प्रयास ही खिलाडिय़ों को भविष्य के बड़े मंचो के लिए तैयार करेगी।
अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने कहा कि इस खेल प्रतियोगिता में जहां खिलाडिय़ों को आगे बढऩे का मौका मिलेगा तो वहीं इस प्रतियोगिता के जरिए खिलाडिय़ों को अपना हुनर दिखाने का भी मौका मिलेगा। इस अवसर पर जनपद सभापति संतोष सेन, ग्राम पंचायत तर्रा की सरपँच श्रीमती सुमिन्त्रा बंजारे, शिकन्दर बंजारे, यादराम साहू, जनक पटेल, गोलू पटेल, डगेन्द्र, भूषण नेताम, राजू पटेल, चेमन साहू, तुकेश साहू सहित ग्रामवासी व खिलाडिय़ों की उपस्थिति रही।
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राजिम, 27 फरवरी। फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम पंचायत तरीघाट में हाईस्कूल के आहता निर्माण एवं बोरखनन हेतु क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामवासियों की उपस्थिति में भूमिपूजन किया।
शिक्षा मद से पांच लाख बीस हजार रुपये की लागत से शासकीय हाईस्कूल तरीघाट में आहता निर्माण तथा पंद्रहवें वित्त विभाग निधि जिला पंचायत से एक लाख रुपए की लागत से बोरखनन का कार्य किया जाएगा। हाईस्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने कहा कि विद्यालयीन छात्र देश के भविष्य हैं। विद्यार्थियों को हरसंभव सुविधा उपलब्ध हो और उन्हें शिक्षा के साथ-साथ अन्य सुविधाएं प्रदान हो, यह हमारी प्राथमिकता भी है एवं परम् उत्तरदायित्व भी।
बाउंड्री वॉल नहीं होने से स्कूल का सौंदर्यीकरण अच्छे ढंग से नहीं हो पा रहा था और सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से भी बाउंड्री वॉल बनाना अति आवश्यक था। इसके साथ ही पेयजल स्रोतों की कमी से बच्चों को पीने के पानी के लिए मुसीबतों का सामना करना पड़ता था। आज आप सभी के आशीर्वाद और प्रयास से यह कार्य फलीभूत होने जा रहा है।
इस दौरान कार्यक्रम में सरपंच जया साहू, सेवानिवृत्त शिक्षक बीआर साहू, शाला विकास समिति अध्यक्ष डॉ कोमल साहू, पूर्व अध्यक्ष चेमन वर्मा, ग्राम विकास समिति अध्यक्ष बंशीलाल साहू, रोशनलाल साहू, रामसिंग वर्मा, महेश्वरी वर्मा, अनुराधा वर्मा, सचिव संतोष साहू, प्रभारी प्राचार्य ओमप्रकाश यदु, पवन साहू, लक्ष्मण साहू, नीतू शाह, पुष्पा कवर, जागेश्वर साहू सहित पंचगण ग्रामवासी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 27 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला के द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने नवापारा नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी के नवापारा सिंधी कॉलोनी स्थित निवास पहुंचकर मध्यानी के नवविवाहित पुत्र एवं पुत्रवधू को आशीर्वाद दिया।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों श्री मध्यानी के पुत्र का विवाह समारोह था, लेकिन कोरोना संक्रमण काल के कारण मंत्री डहरिया कार्यक्रम में नहीं आ पाए थे, मंत्री डहरिया को मध्यानी परिवार अपने बीच पाकर अति प्रसन्न हुए तथा डहरिया का हृदय से स्वागत करते हुए उनका आभार व्यक्त भी किया।
इस दौरान श्री मध्यानी ने नगर विकास के संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए विभाग में जमा किए गए। प्रस्ताव पर अतिशीघ्र कार्यवाही करते हुए नगर विकास की गति को और रफ्तार देने की निवेदन किया, जिस पर मंत्री ने सभी विकास कार्यों के लिए राशि आबंटन कर विकास में सहयोग करने का भरोसा दिलाया।
इस अवसर परनिवास स्थान पर नपा.उपाध्यक्ष चतुर जगत, सभापति अजय साहू, अजय कोचर, अनूप खरे, मंगराज सोनकर, हेमंत साहनी,अर्जुन साहू,फागूराम देवांगन, विधायक प्रतिनिधि चंद्रहास साहू, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सौरभ शर्मा, विकास नरवानी,गुड्डी नरवानी, धनेश्वरी डांडे, गीता साहू, मुन्ना कुर्रे, बल्लू साहू, नगर पालिका सीएमओ संतोष विश्वकर्मा, नगर पंचायत राजिम सीएमओ मानकर, सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
नवापारा-राजिम, 27 फरवरी। गोबरा नवापारा पुलिस ने खुलेआम चाकू लहराने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार नवापारा बस स्टैण्ड का रहने वाला युवक विनोद दुलानी सुभाष चौक के पास खुलेआम चाकू लहराकर आने-जाने वाले लोगों को भयभीत कर रहा था। इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी बोधन साहू के निर्देश पर पुलिस बल मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध आम्र्स एक्ट की धारा 25-27 तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश किया और आरोपी को जेल भेज दिया गया।
सांसद ने कहा राजिम को प्रसाद योजना में जोडऩे संस्कृति मंत्री से करेंगे निवेदन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 26 फरवरी। शुक्रवार को महानदी मैया की महाआरती के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से निवेदन किया है। सांसद ने राजिम की जनता के माध्यम से मांग रख रहे हैं कि राजिम जिला बने। जिला बनाने का अधिकार राज्य सरकार को है चाहे तो वह जिला बना सकती है। तीन जिला गरियाबंद, रायपुर, धमतरी मिलाकर मेला लगता है। उन्होंने कहा कि तीनों जिला के जनप्रतिनिधियों एवं यहां के स्थानीय लोगों को बैठकर समन्वय स्थापित करना चाहिए।
राजिम बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल है यह छत्तीसगढ़ का प्रयाग है जैसे बिलासपुर न्यायधानी है रायपुर राजधानी है उसी तरह से राजिम सांस्कृतिक धानी है। इसको जितना ज्यादा विकसित करेंगे उतना राजिम का विकास होगा। राजिम के विकास क्रम को बढ़ाने के लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्री जय किशन रेड्डी से भेंट करूंगा, जिस प्रकार से डोंगरगढ़ को केंद्र सरकार द्वारा प्रसाद योजना के तहत 52-53 करोड़ रुपया दिया गया है उसी प्रकार से राजिम को प्रसाद योजना में जोडक़र इनके अधोसंरचना, विकास, संरक्षण, संवर्धन के लिए निवेदन करूंगा। राजिम कुंभ सही था कि पुन्नी मेला, इस पर उन्होंने हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार जब जब आएगी तब तब नाम बदलेंगे।
छत्तीसगढ़ राज्य बना कांग्रेस की सरकार बनी तब राजीवलोचन महोत्सव मना चुके हैं उसके बाद अब राजिम माघी पुन्नी मेला मना रहे हैं कांग्रेस में जब जब मुख्यमंत्री बदलेंगे लगता है तब तक नाम बदलेगा। मेला का जो हश्र किया है इनको केवल मंच में आकर माला पहनने और एक दूसरे को ब्रिटिसाइज करने के अलावा और कुछ नहीं है केवल वाहवाही लूट रही है। कांग्रेस सरकार को राजिम की प्रासंगिकता से कोई लेना देना नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 15 साल में राजिम की महत्ता को बढ़ाने का काम किया है। महाकुंभ से लेकर कुंभ कल्प का नाम दिया गया था, इससे राजिम का महत्वपूर्ण स्थान बन गया था। कांग्रेस ने इनके महत्व को घटाने का काम किया है। साधु संतों की कम उपस्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि इस सरकार ने मात्र अपने आप को प्रस्थापित करने का काम किया है। नवीन मेला स्थल को लेकर कहा कि इनके पास कोई सोच एवं विजन नहीं है कि हम कैसे काम करें तथा राजिम के महत्व को कैसे आगे बढ़ाएं। देखते हैं कि यह सरकार क्या करती है जनता के सामने स्पष्ट हो जाएगा। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य द्वय रोहित साहू, चंद्रशेखर साहू, भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष सोमप्रकाश साहू समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 26 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आगामी 27, 28 फरवरी एवं 01 मार्च को पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। इसमें 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियोरोधी खुराक पिलाई जाएगी।
धमतरी जिला द्वारा माघी पुन्नी मेला में स्वास्थ्य विभाग का स्टॉल लगाया गया है, जहां ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक चित्रसेन साहू द्वारा लोगों को कोविड-19 के वैक्सिनेशन संबंधित जानकारी पोस्टर के माध्यम से दे रहे हैं और मेला में घुम रहे लोगों को मास्क लगाने एवं सैनेटाईजर का उपयोग करने निर्देश दे रहे है। श्री साहू ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27-28 फरवरी तथा 1 मार्च को पल्सपोलियों अभियान चलाया जाएगा। जिसमे 5 वर्ष तक के बच्चो को स्टॉल में पल्स पोलियो की दवाई पिलाई जाइगी। स्टॉल में टीकाकरण, मुख्यमंत्री हाट-बाजर क्लीनिक, कुष्ठ रोगों के लक्षण सहित स्वास्थ्य संबंधित जानकारी दे रहे हैं।
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नवापारा-राजिम, 26 फरवरी । नगर के कुम्हार पारा में आम आदमी पार्टी की बैठक आप नेता मोहन चक्रधारी के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श कर रणनीति बनाई गई तथा पार्टी में नए कार्यकर्ताओं को जोड़ गया। इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष मोहन चक्रधारी ने कहा कि संगठन विस्तार और पार्टी में अधिक से अधिक सदस्य बनाकर पार्टी को अधिक मजबूत करना है। पार्टी आगामी सभी चुनाव मजबूती के साथ लड़ेगी। उन्होंने कहा कि अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए आम आदमी पार्टी शहर और गाँव में सदस्यता अभियान चलायेगी। आप के कार्यकर्ता गरीबों की आवाज बनें। श्री चक्रधारी ने बताया कि अरविंद केजरीवाल की सरकार के कार्यों को देखकर लोग आम आदमी पार्टी की तरफ जल्द ही जुड रहे हैं। युवाओं में दिल्ली की शिक्षा मॉडल, स्वास्थ्य व्यवस्था को देखकर पार्टी में जुडऩे का एक अलग ही उत्साह दिखा गया। बैठक में मोहन चक्रधारी के अलावा विस उपाध्यक्ष संजय विश्वकर्मा, युवा अध्यक्ष राज यादव, रोशन साहू, खोमेश सिन्हा, दीपक निषाद उपस्थित थे। इस दौरान नुनेश चक्रधारी, लीलाराम विश्वकर्मा, मनीष चक्रधारी, पूनम प्रकाश चक्रधारी, नवीन देवांगन, निरंजन निर्मलकर, नारायण यादव सहित अन्य लोग आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेकर पार्टी हित में काम करने की बात कही।
सांसद चुन्नीलाल साहू हुए शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 26 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला में राजिम भक्तिन मंदिर समिति द्वारा निशुल्क भोजन भंडारे में एक दिन का सम्पूर्ण सहयोग भामाशाह साहू सद्भाव समिति नवापारा के तत्वावधान में किया गया। ज्ञात हो कि प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू एवं तेलगानी बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू के आतिथ्य में संध्याकालीन महाआरती के पश्चात यह भोजन भंडारा का शुभारंभ किया गया। राजिम भक्तिन मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ महेंद्र साहू, प्रदेश संयुक्त सचिव लाला साहू, युवा प्रकोष्ठ के समस्त कार्यकर्ताओं के साथ यह कार्यक्रम संपन्न हो रहा है।
कार्यक्रम में महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू की गरिमामय उपस्थिति रही। भामाशाह साहू सद्भाव समिति के समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों के द्वारा सहयोग किया गया। जिसमें संरक्षक मकसूदन राम साहू, घनश्याम साहू, एसआर सोन, अध्यक्ष मोहनलाल साहू, उपाध्यक्ष रोमनलाल साहू, मानिकराम साहू, कोषाध्यक्ष कोमल सिंह साहू, सचिव रमेश कुमार सोनसायटी, सह सचिव डेरहू राम साहू, खिया राम साहू, लाला साहू, रविशंकर साहू, दिनेश साहू, हेमलाल साहू, पुणेद्र साहू, संपत साहू, सुरेंद्र साहू, डॉ राम नारायण साहू, सेवानिवृत्त शिक्षक नारायण लाल साहू सहित समिति के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों का सहयोग रहा। निशुल्क भंडारा का आयोजन को सभी लोगों ने मुक्त कंठ से सराहनीय कार्य बता रहे हैं।
बिहान एवं पंच सरपंच सम्मेलन में जुटे जिले भर के महिला समूह एवं पंचायत प्रतिनिधि
पंचायतों को और ज्यादा ताकत मिलें - अमितेष शुक्ल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 26 फरवरी। माघी पुन्नी मेला के दसवें दिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बिहान स्व सहायता समूह एवं पंच सरपंच सम्मेलन में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी. एस. सिंहदेव ने विडियो कान्ॅफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहान के माध्यम से बहनें एकजुट होकर आय अर्जित करे और आर्थिक रूप से संपन्न बनें। बहनें इतना सशक्त हो जाए कि उनके खर्च करने की स्थिति में सुधार हो। कम से कम एक बहन की आय 6000 से 8000 रूपया मासिक आमदानी होनी चाहिए। बहनें समूह के माध्यम से अलग अलग सामाग्री तैयार करे ताकि इनका विक्रय आसानी से हो।
उन्होंने ने पंचायत प्रतिनिधियों को कहा की ई पंचायत के माध्यम से अधोसंरचना की जानकारी ऑनलाईन मिलेगी, उन्होने बताया कि सडक़े पांच साल के अंतर्गत खराब हो जाती है तो उसे सुधारने की पूरी जिम्मेदारी ठेकेदार की है। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ मेें टूट फुट की स्थिति मे 10 साल से ज्यादा समय होने पर उन्नयन के लिए अलग से फंड की व्यवस्था हैैं। उन्होने इस आयोजन के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को बधाई दी। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि प्रथम पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं राजिम विधायक अमितेश शुक्ल ने कहा कि पंचायतों को और ज्यादा ताकत मिले इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निरंतर प्रयासरत है। प्रदेश सरकार ने जो कहा था उसे धीरे धीरे करके पूरा किया जा रहा है। बिहान के अलग अलग समूह होते है हमारा प्रयास है कि सभी बहनो को लाभ मिले। उन्होने कहा कि पंचायती राज में अब पैसा नीचे तक पहुच रहा है। यह पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की देन है।
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू ने कहा कि राजिम प्रदेश का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है यहां आदिकाल से मेला लग रहा है। हजारो साल से राजिम मेला की परंपरा है। राजिम की महत्ता अपने आप मे पूर्ण है। यहांॅं साक्षात तीन नदियो का संगम है। भगवान विष्णु श्रीराजीवलोचन के रूप मे विराजमान तथा महादेव कुलेश्वरनाथ के रूप में संगम मे स्थित है अर्थात यह धरा हरि और हर की है।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य मधुबाला रात्रे, जनपद पंचायत फिगेंश्वर के अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू, सरपंच संघ के अध्यक्ष होमन साहू ने सम्बोधित किया। जिला पंचायत सीईओ रोक्तिमा यादव ने प्रतिवेदन के माध्यम से बिहान की जानकारी दी। सम्मेलन में अतिथियो ने लैपटॉप, टेबलेट एवं चेक हितग्राहियो को वितरण किया। जिनमेे 184 स्व सहायता समूहों को चक्रिय निधि की राशि कुल 27 लाख 60 हजार रूपया, का चेक, सामुदायिक निवेश निधि में 119 समूहों को कलस्टर संगठन के माध्यम से राशि 71लाख 40 हजार रूपये का चेक वितरण किया। बैंक लिकेंज के अंतर्गत 102 समूहो को 2.04 करोड़ रूपये का चेक प्रदान किया गया। इसी तरह से 3 लैपटॉप बीसी सखी को दिया गया। टैबलेट गरियाबंद एवं मैनपुर विकासखंड के उत्थान सखी को दिया गया। कार्यक्रम में नगरपालिका नवापारा के अध्यक्ष धनराज मध्यानी, जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू, चंद्रशेखर साहू, भावसिंह साहू, पद्मा दुबे, रूपेश साहू ,विकास तिवारी, गिरीश रजानी, लालचंद मेघवानी, प्रीती पांडे, मनीष दुबे, चंद्रहास साहू, मनीषा शर्मा, सतानंद निषाद, योगेष साहू आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 26 फरवरी । राजिम माघी पुन्नी मेला में श्रद्धा, आस्था और संस्कृति के साथ-साथ लोगों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का भी बखूबी प्रदर्शित किया गया है। मेला में गरियाबंद और धमतरी जिला द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रदर्शित करते हुए स्टॉल लगाए गए हैं। जो दूर-दराज क्षेत्र से आए और स्थानीय लोगों को खूब लुभा रही है।ं उद्यानिकी विभाग की प्रदर्शनी में साग सब्जी एवं फलदार पौधे फल, फुल संबंधित जानकारी दे रहे हैं। सब्जियों के उत्पादन को पोस्टर एवं पाम्पलेट के माध्यम से बता रहे हैं। स्टॉल में उपस्थित पूरनराम साहू ने बताया कि शासकीय योजनाओ के तहत विभाग द्वारा फलोद्यान टाप वर्किंग कार्यक्रम, सुक्ष्म सिंचाई योजना, सामुदायिक फ्रेसिंग योजना, नदी कछार सब्जी उत्पादन योजना में किसानो को अनुदान दिया जाता है। श्री साहू द्वारा नए किस्म के साग सब्जियो जैसे हरा गोभी, साथ ही ग्राफ्टेड, टमाटर की उन्नत खेती एवं खाद के उपयोग के बारे मे विस्तार से बता रहे है। स्टॉल मे जिमीकांदा, हल्दी, गेंदाफूल, नींबू, लीची, चीकू, काजू, बादाम, आम, एप्पल बेर, कटहल, अमरूद के पौधे ब्रिक्री हेतु रखे गए है, जिन्हें लोग खरीद भी रहे हैं।
छैला बाबू आहि...गीत ने दर्शकों को आनंदित किया
राजिम, 26 फरवरी। माघी पुन्नी मेला में मुख्यमंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में पहली प्रस्तुति लोक सरगम छुईया के हिम्मत सिन्हा और कलाकारों ने मंच पर देश भक्ति गीत लहर लहर लहराबो ग तिरंगा.... इस गीत मे देश भक्ति के भाव भरे।
लोक सरगम के सबसे चर्चित गीत छैैला बाबू आहि परदेशी बाबू आहि की शानदार प्रस्तुति दी, जिसे देख दर्शक भी झूमने लगे। इनके कलाकरों ने कार्टून पात्रों में मोटू-पतलू, और अन्य की अवाज निकालकर खूब मनोरंजन किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में अनिता बारले ने रानी रोवत हे महल म, राजा रोवत हे दरबार म... गीतों से राजा भरथरी की पावन गाथा की प्रस्तुति दी। मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति लोकरंग मंच के दीपक चंद्राकर अर्जुन्दा द्वारा प्रस्तुत की गई। इन्होंने गणपति वंदना जय हो जय गणपति महराज.... से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अगली कडी के रूप में लघु नाटिका मैं छश्रीसगढ़ मईया हुँ... इस नाटिका में राम ननिहाल, राम वन गमन, शबरी मिलन, श्रृगी ऋषि, वर्तमान के स्वामी विवेकानंद, गुरू घासीदास के बारे में बताया। लघु नाटिका के अंत मे छश्रीसगढ़ महतारी के द्वारा छश्रीसगढ़ के जनता को श्रमवीर बनने के लिए प्रोत्साहित करते है।
लोक रंग के प्रसिद्ध गीत ऐ मोर करौन्दा.... ने भी दर्शकों को भी अपनी जगह पर झूमने के लिए मजबूर कर दिया। मन लागे कब होही मिलन... के साथ वनांचल में गाए जाने वाले परम्परागत गीत नाच गोरी तहुं ह... इस गीत की प्रस्तुति ऐसी थी कि पूरे बस्तर के दर्शन कराए। लोक रंग मंच की अंतिम प्रस्तुति के रूप मे विवाह संस्कार मे चुलमाटी से लेकर विदाई को गीतों के माध्यम से मंच पर दर्शाया गया। अभी वर्तमान मे स्थान स्थान पर विवाह कार्यक्रम हो रहे है इस कारण दर्शक भी विवाह संस्कार के रंग मे डूबते हुए नजर आए। कलाकारों का सम्मान केन्द्रीय समिति के विशिष्ट सदस्य, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने स्मृति चिन्ह भेंटकर किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 25 फरवरी। जिला के फिंगेश्वर, छुरा, गरियाबंद, मैनपुर, देवभोग विकासखंड से बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं अटल घाट के पास बने डोम मे छश्रीसगढ़ी संस्कृति के अलग-अलग रंग बिखेरा। प्रस्तुति देने के लिए छात्रों में जो ललक देखी गई वह तारिफे काबिल थी। छश्रीसगढ़ी वेषभूषा में तैयार हो कर आये इन बच्चों को देखने के लिए पालक भी पहुंचे हुए थे। एक तरह से यह मंच इनकी प्रतिभा को निखारने का वरदान दिखा।
छात्रों का रस्सा खिंच खेल बना आकर्षण बालक और बालिकाओं का रस्सा खींच प्रतियोगिता सम्पन्न हुआ, जिसमें अलग-अलग स्कूल के छात्रों ने भाग लिया इनमे प्रथम स्थान शा.उ.मा. विद्यालय छुईहा के छात्र नीतिश ध्रुव, मनीष कुमार, तेजेश्वर, ठाकेश्वर, समीर, हुनय, देवेन्द्र, राजू पटेल रहे। द्वितीय स्थान शा. उ.मा. विद्यालय राजिम के छात्र रहे। बालिका वर्ग से प्रथम स्थान हाईस्कूल बासीन के छात्रा डूमेश्वरी साहू, वैष्णवी, ममता, भूमिका, पुष्पा, कुलेश्वरी, टिकेश्वरी, यमुना रही। तृतीय स्थान शा.कन्या उ.मा. विद्यालय राजिम के छात्राओं को मिला।
प्रश्रमंच मे पूछे दानलीला
के रचयिता कौन
प्रश्नमंच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे सरल से लेकर कठिन प्रश्नों को छात्रों ने सरलता के साथ उश्रर देने के लिए खड़े हो गये। पूछा गया कि छत्तीसगढ़ी दानलीला के रचयिता कौन है। इतने पर एक छात्र ने जवाब दिया कि पं. सुन्दरलाल शर्मा। इसी तरह से बस्तर कि जीवनरेखा नदी का नाम बताईये। उश्रर दिया कि इन्द्रावती। लगातार प्रश्न पुछते गये और बच्चे उश्रर देते गये इससे उनकी सामान्य ज्ञान देखने को मिला। इसमे दो वर्ग थे पहला पूर्व माध्यमिक वर्ग से प्रथम शा. पूर्व मा. शाला दमौवापारा राजिम, मल्टीमूव इंग्लिष मीडियम स्कूल राजिम द्वितीय बालक शाला राजिम एवं तृतीय सरस्वती शिशु मंदिर राजिम रही। हायर सेकेण्डरी वर्ग से प्रथम बालक शाला राजिम, द्वितीय दै.स.हा.से. राजिम, तृतीय सरस्वती शिशु मंदिर राजिम तथा चतुर्थ शा.कन्या विद्यालय राजिम रही।
लोक खेल गोटा में पांचवीं के निशा प्रथम
छश्रीसगढ़ के लोक खेल गोटा मे प्रथम प्राथ. शाला राजिम के 5वीं के छात्रा निशा सेन रही। द्वितीय स्थान इसी स्कूल के मीनाक्षी पटेल रही। फूगडी मे कक्षा 3री के राजिम की छात्रा माही निषाद ने प्राप्त किया। सेजेश फिंगेश्वर 6वीं के छात्रा अंकिता यादव द्वितीय रही। भौंरा मे पूर्व मा.शाला राजिम के कक्षा 6वीं के छात्र चंदन साहू को प्रथम स्थान मिला। इसी स्कूल के कक्षा 7वीं के छात्र ईष्वर देवांगन द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसी तरह से गेंड़ी, मटका फोड, बालिका रस्सी कुद का आयोजन हुआ।
बच्चों ने रोबोटिक कार कार का मॉडल बनाया
कौंदकेरा स्कूल के छात्रों ने शिक्षकों के मार्गदर्शन से स्मार्ट सिटी का मॉडल शानदार बनाये थे। इनके अलावा स्मार्ट फॉरमिंग मॉडल, पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटना से बचने का मॉडल, स्मार्ट सेनेटाईजर, स्मार्ट डीटेक्टर जैसे अनेक मॉडल दिखाएं। शिक्षक सतीश मालवीय, मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि छात्रों ने बहुत मेहनत कर इन्हे बनाया है। लफंदी स्कूल के छात्रों ने हैण्ड सेनिटाईजर, कबाड से जुगाड, मध्यान भोजन सूरक्षा योजना, अंगना म शिक्षा को प्रदर्षित किया। शिक्षिका धनेश्वरी सिंहा, उषा साहू ने बताया कि बच्चों के माताओं को कीचन में खाद्य पदाथों को व्यवस्थित रखने के जानकारी भी दी जा रही है। पसौद स्कूल के षिक्षक अनिल मेघवानी एवं गोपाल कंसारी ने बच्चों द्वारा बनाये रोबोटिक कार के मॉडल्स को चलाकर दिखाया। सचमुच में इसमें उनकी सोच व श्रम दिख रहा था। इनके अलावा अंतरिक्ष सेटेलाईट, डिजीटल डस्टबीन के साथ हस्त लिखित पुस्तकें भी दिखाया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिखा नरवा गरवा घुरवा बारी की झलक
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूवात हुई तो संस्कृति के विभिन्न रंग मंच पर दिखे। सामुहिक पंथी नृत्य आदिमजाति कल्याण विभाग छुरा द्वारा प्रस्तुत किया गया। सेजेश स्कूल फिंगेश्वर के हेमलता एवं साथी ने नरवा गरवा घुरवा बारी पर शानदार चित्र प्रस्तुत किया। पढ़ई तुंहर द्वार पर गीत कौंदकेरा के पवन निषाद ने दिया। देश रंग पर छुरा, राजिम नगरी को प्रणाम फिंगेश्वर, छश्रीसगढ़ सरकार आगे संगी पर छुरा के भूमिका साहू व साथी ने सामुहिक नृत्य प्रस्तुत किया।
अरपा पैरी के धार कन्या शाला राजिम, मोर छंईया भूंईया जय होवे तोर.. पर सेजेश गरियाबंद ने एकल नृत्य किया। सेजेश स्कूल फिंगेश्वर के ईशु साहू, राजिम कन्या शाला, पू.मा.शाला पथर्रा, धवलपुर, रायपुर, पोंड़, नवापारा, धमतरी, हाटकेशर आदि विद्यालय के छात्रों ने एकल एवं सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। हरिहर स्कूल नवापारा के छात्रों ने अखाड़ा प्रदर्षन कर कर्तब दिखाए। यह कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा। कार्यक्रम का संचालन मुन्ना लाल देवदास ने किया। पूरे कार्यक्रम का मार्गदर्शन जिला षिक्षा अधिकारी करमन खटकर, डीएमसी श्याम चंद्राकर, बीईओ चन्द्रशेखर मिश्रा, बीआरसीसी टिकेन्द्र यदु आदि करते रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 25 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला में 24 फरवरी जनकी जयंती के अवसर पर दूसरा पर्व स्नान था। जंयती पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर पर कबीर पंथ एवं साहू समाज राजिम द्वारा भव्य जुलुस निकाला गया। यह जुलुस महामाया मंदिर से निकलकर सुंदरलाल शर्मा चौक, वीआईपी रोड, श्रीराजीव लोचन मंदिर होते हुए कुंड में समापन हुआ।
जानकी जयंती के अवसर पर श्रध्दालुओं ने त्रिवेणी संगम में पर्व स्नान कर पुण्य लाभ उठाया। सुबह स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ अटल घाट, संगम घाट, स्वर्ण तीर्थ घाट, नेहरू घाट, स्नान कुण्ड घाट में उमड़ी, इस दौरान दीपदान भी किया। महिलाएॅं सहित पुरूष व बच्चे स्नान उपरांत सूर्यदेव को अध्र्य दिया तथा रेत से शिवलिंग बनाकर जलाभिषेक किया। धतूरा केसरिया, शंकर, दूध, दही, सुगंधित तेल, सरसों तेल, गेंदा फूल चढ़ाकर शिवलिंग के अर्ध परिक्रमा किया। ऐसी मान्यता है कि जानकी जयंती के दिन जो भी विधि-विधान पूर्वक पूजन कर व्रत रखता है, उसें सोलह महादान, पृथ्वी दान व समस्त तीर्थ दर्शन का फल मिलता है। इस दिन सुहागिनें व्रत रखकर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती है।
उल्लेखनीय हैं कि प्रयाग भूमि राजिम में जानकी जंयती स्नान का विशेष महत्व हैं। लोककथा के अनुसार त्रेतायुग में वनवास के दौरान राम लक्ष्मण सहित देवी सीता ब्रम्हऋषि लोमश से मिलने नदी मार्ग से होते हुए आश्रम पहुंचे और चर्तुमास रूककर आसुरी शक्तियों का समूह नाश किया। इस दौरान नदी में स्नान कर देवी सीता ने रेत से शिवलिंग बनाकर जलाभिषेक कर पूजन किया। तब से रेत से शिवलिंग बनाने की परम्परा चल पड़ी। माना जाता है कि इस तरह अनुष्ठान करने से हरि और हर सहित देवी सीता प्रसन्न होकर अबाध कृपा बरसाती है। शोभायात्रा में प्रमुख रूप से पूर्व सांसद चंदूलाल साहू जी, जिला पंचायत सदस्य द्वय रोहित साहू, चंद्रशेखर साहू, साहू समाज के जिलाध्यक्ष भुनेश्वर साहू, राजिम तेलीन भक्तिन समिति के अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र साहू, प्रदेश संयुक्त सचिव लाला साहू, नगर साहू समाज अध्यक्ष भवानी शंकर साहू, पूर्व अध्यक्ष भोले साहू, सचिव राजू साहू, टीकम साहू, राजू साहू, श्याम साहू, रामकुमार साहू, पार्षद अरविंद साहू, उत्तम निषाद, पूर्व पार्षद कुलेश्वर साहू, अधिवक्ता रामनारायण साहू, श्रवण यादव, मुकेश अवसरिया, चोवाराम साहू, लोकनाथ साहू, रूपलाल साहू, झाडूराम साहू, रामजीवन साहू, कुंदन साहू, विष्णु साहू, शोभाराम साहू, श्रीमती रामबाई साहू, उमा बाई साहू, प्रेमबाई, सीताबाई, सुशीला बाई, सुनीता साहू, बृजकुमारी, गणेशिया साहू तथा कबीर पंथ के आचार्य श्रवण साहेब जी, महंत दाऊदास जी, महंत ननकू दास जी, महंत खगेश दास जी, महंत पप्पूदास जी, दीवान ठाकुर राम, पुराजी नारायण दास जी, मि_ूदास जी, इदरमन दास, कृष्णा दास, कबीर आश्रम राजिम के अध्यक्ष मेघनाथ साहू सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
हास्य कलाकार कौशिक से चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 25 फरवरी। कलाकारों का कुंभ है राजिम का यह सांस्कृतिक मंच। जिसमें डूबकी लगाकर सफलता के ऊंचे मुकाम पर पहुंचने और छत्तीसगढ़ के लोक गीत, परंपरा, संस्कृति को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान कर रही है। उक्त बातें मीडिया सेंटर में पहुंचे दुर्ग से आए राग-अनुराग कला मंच के संचालक हेमलाल कौशिक ने कहा। उन्होने बताया कि 2019 में संस्था आरंभ किये जिसमें अब तक 76 से अधिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में दे चुके है। हास्य कलाकार के रूप में पहचान बना चुके है और अब तक छत्तीसगढ़ी, भोजपुरी और उडिय़ा में लगभग 100 से भी अधिक फिल्मों में काम कर चुके है। बॉलीवुड फिल्मों में प्रयास के जवाब में कहा कि छत्तीसगढ़ की भाषा, बोली, वेशभूषा से बेहद लगाव है, छत्तीसगढ़ में कला के बीज है।
इसलिए छत्तीसगढ़ी कलाकार के रूप में कार्य करना ही अधिक पसंद है। सुपरहिट फिल्म हस झन पगली फंस जबे मेरी सुपरहिट फिल्म है। आने वाली फिल्म बुलंद अमेज, इश्क में रिस्क, मिस्टर मंजनू, लव लेटर, चल हट कोई देख लेही। उम्मीद है कि इसे भी दर्शक खूब पसंद करेंगे। हास्य कलाकार के रूप में झुकाव के बारे में बताते हुए कहा कि पहले मैं बहुत ही नटखट था, गांव से जुड़ा था मेला, मड़ई और गांव के छ_ी, विवाह कार्यक्रमों में लोगों को हँसाया करता था यह धीरे-धीरे आदत बन गया।
सोचा क्यों न इसमें ही अपना भाग्य अजमाया जाए। तब से लेकर आज तक हर मंच में हास्य कलाकार के रूप में दर्शकों का काफी प्यार, दुलार और आशीर्वाद मिल रहा है। उन्होंने जानकारी दिया कि परिवार में कोई भी कलाकार नहीं है वह एक अपवाद के रूप में है जो उनके लिए ईश्वरीय देन है। छत्तीसगढ़ महतारी के लिए फिल्मों में आप क्या विशेष करते है जिससे छत्तीसगढ़ की गरिमा बनी रही पर कहा कि सबसे पहले अश्लीलता का प्रवेश फिल्मों में हम नहीं करते जो मूल चीजें है उसे ही दर्शानें का प्रयास करते है, अनर्गल बातें नहीं परोसते।
ऐसे कार्यक्रम का समावेश करते है जिसे परिवार में बैठकर लोग एक साथ देख सके।
उन्होंने नये कलाकारों से कहा कि छत्तीसगढ़ की महिमा का बखान करते हुए यह रामचंद्र की माता कौशिल्या की जन्मभूमि है। राजिम माघी पुन्नी मेला में प्रस्तुति देकर वे बहुत ही प्रसन्न हुए कहा कि यहां पहले से बेहतर व्यवस्था छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया गया है। कलाकार खूब मेहनत करे छश्रीसगढ़ में छश्रीसगढ़ी फिल्मों का स्कोप है। आने वाला समय पूरा देष छश्रीसगढिय़ा रंग मे रंगा होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 25 फरवरी । नीति आयोग के दिसंबर 21 के रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ का 29.91 फीसदी आबादी गरीबी रेखा के नीचे है। कोरोना काल के चलते अनेक परिवारों की आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय हो गया है। स्कूली विद्यार्थी भी अपने परिवार के जीवन-यापन के लिए खेतों एवं अन्य काम पर जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी मिश्रीलाल तारक जिलाध्यक्ष, यशवंत साहू विकासखंड अध्यक्ष, टी आर धनकर, शोभाराम साहू शंकर लाल साहू, मयाराम जांगड़े, आरडी साहू, तेज प्रताप साहू, सोहन लाल सेन, चोवाराम बंजारे आदि का कहना है कि कोरोना संक्रमण काल में लंबे समय तक स्कूल बंद रहने के कारण आम विद्यार्थियों में नियमित पढ़ाई करने की मानसिकता पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। शिक्षा के उद्देश्य के दृष्टिगत विद्यार्थियों को मुख्य धारा पुन: जोडक़र उनमें पढऩे की अभिरुचि जागृत करने विशेष कार्ययोजना तैयार कर राज्यव्यापी अभियान चलाने की आवश्यकता है।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में कटौती करने के निर्णय से स्कूल जरूर खुला रहेगा लेकिन विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण कारक है। मोबाइल-डाटा-नेटवर्क के उपलब्धता के बीच शिक्षकों ने बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन कराई है। मार्च में बोर्ड परीक्षा एवं अप्रैल में स्थानीय परीक्षा होगा।परीक्षाएँ तो केवल विद्यार्थियों के पढ़ाई को परखने के लिए होता है। मार्कशीट में केवल अंक रहता है, लेकिन जीवन की असली परीक्षा प्रतियोगिता परीक्षाओं और कैरियर शुरू होने के बाद होती है।
फेडरेशन के कहना है कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है। यहां की लगभग 75 प्रतिशत आबादी का जीवन-यापन कृषि पर निर्भर है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में खेती-किसानी और किसानों की स्थिति को बेहतर बनाने कई अभिनव योजनाओं को शुरू किया है।छत्तीसगढ़ में खरीफ फसल जून-जुलाई में बोया जाता है एवं कटाई अक्टूबर से नवंबर में होता है।
वहीं रबी फसल को अक्टूबर से नवंबर में बोया जाता है और कटाई का समय मार्च से अप्रैल में होता है।
उनका कहना है कि स्कूलों में पहले 90 दिनों का अवकाश ग्रीष्मकालीन, दशहरा-दिवाली एवं शीतकालीन अवकाश के रूप में विद्यार्थियों को मिलता था। जोकि कृषि क्षेत्र के दृष्टिगत था। ग्रामीण क्षेत्र में विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ,अपने परिवार के उन्नति के लिए खेती-किसानी के कार्यों में अधिक भागीदारी रहते थे। राज्य के विकास के लिए कृषि का विकास होना जरूरी है। फेडरेशन के कहना है कि अवकाश में कटौती कर क्रमश: 61 दिन तथा 46 दिन किया गया था। अब स्कूल शिक्षा विभाग ने गर्मियों की छुट्टियों को 15 मई से 15 जून तक किया है। अब एक महीने का ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 16 जून से फिर स्कूल खुल जायेगा। विभाग के निर्णयानुसार परीक्षा के बाद भी 15 दिन तक विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रहेगा। जोकि अव्यवहारिक है।
फेडरेशन का कहना है कि छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (अवकाश) नियम 1977, नियम 25 के अंतर्गत अवकाश विभागों के शासकीय सेवकों को छोडक़र अन्य विभागों के शासकीय सेवकों को प्रत्येक वर्ष 30 दिवस का अर्जित अवकाश की पात्रता है। छत्तीसगढ़ मूलभूत नियम के अनुसार शिक्षकों को अवकाश विभाग का कर्मचारी माना गया है। फेडरेशन ने विश्रामावकाश के कुल 90 दिवस में कटौती किये गये अवकाश के एवज में अनुपातिक अर्जित अवकाश शिक्षकों को स्वीकृति आदेश जारी करने का माँग राज्य शासन से किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 24 फरवरी। जीत फिटनेस एंड सेल्फ डिफेंस सोसायटी के तत्वावधान में नौ दिवसीय ताइक्वांडो कैम्प का आयोजन किया गया था, जिसके समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तनु मिश्रा मौजूद थी।
इस अवसर पर नवापारा भाजयुमो मंडल अध्यक्ष नागेन्द्र वर्मा, कोषाध्यक्ष श्रेणिक जैन, मंडल उपाध्यक्ष राजू रजक, देवांगन समाज के सचिव संतोष देवांगन, संतोष मिश्रा आदि उपस्थित थे। उक्त कार्यक्रम जितेन्द्र कुमार के मार्गदर्शन में एएनआईएस कोच सागर निर्मलकर के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया और बच्चों को प्रमाण पत्र वितरण किया गया। श्रीमती वर्षा मिश्रा ने बताया कि आज के समय को देखते हुए लड़कियों को अपनी आत्म रक्षा और आत्म निर्भर बनने के लिए इस तरीके का प्रशिक्षण आवश्यक है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए जीत फिटनेस एंड सेल्फ डिफेंस सोसायटी की स्थापना की गई है और समय-समय पर बालिकाओं को नि:शुल्क आत्म रक्षा एवं योग प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे बच्चों के शारिरिक और मानसिक विकास में वृद्धि हो रही है।
इस अवसर पर जीत फिटनेस एंड सेल्फ डिफेंस सोसायटी की अध्यक्ष वर्षा मिश्रा, उपाध्यक्ष लता साहू, कोषाध्यक्ष पार्वती साहू और सचिव उर्मिला धु्रव, भारती देवांगन एवं पूजा देवांगन ने का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम में पालकगण संतोष साहू, मनीष वर्मा, रोहित सोनकर, नम्रता सोनकर, टुकेश देवांगन, दीपिका देवांगन, बांके लाल साहू, पूनम साहू, हेमलाल साहू, विजय साहू, उमेश्वरी पाल, पारुल साहू, हेमा साहू, चित्ररेखा, नागेश आदि मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 24 फरवरी। नगर की समाजसेवी संस्था श्रीसालासर सुंदरकांड जनकल्याण समिति व्दारा बुधवार को अंचल की प्रतिष्ठित संस्था शासकीय हरिहर उच्चतर माध्यमिक शाला में 28 निर्धन छात्रों की फीस 11 हजार 60 रूपये जमा किया गया। विदित हो कि उक्त संस्था व्दारा पूर्व में भी इस संस्था में बोर मशीन हेतु 9 हजार रूपये, 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले दो छात्रों को प्रत्येक 21 सौ रूपये, निर्धन छात्रों को शालेय गणवेश, पुस्तक, कापियां प्रदान की थी।
संस्था प्राचार्य श्रीमती संध्या शर्मा ने बताया कि श्रीसालासर सुंदरकांड जनकल्याण समिति विद्यालय में समय समय पर ऐसे छात्र जिनकी पढ़ाई में उनकी आर्थिक स्थिति बाधा डाल रही थी, ऐसे छात्रों को आगे बढ़ाने सहयोग करते रहते हैं। वहीं समिति के संस्थापक ने बताया कि हमारी समिति हमेशा निर्धन छात्र-छात्राओं का सहयोग करती रहती है। अभी कुछ दिनों पूर्व ही समिति व्दारा स्थानीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला में 74 निर्धन छात्राओं की फीस जमा की गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि नगर में यदि किसी का निधन हो जाता है तो समिति उसके दशगात्र भोजन का पूरा सामान उपलब्ध करवाती है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से समिति के संस्थापक राजू काबरा, संरक्षक पवनकुमार यदु, अध्यक्ष धरम साहू, सचिव ओमप्रकाश शर्मा, कोषाध्यक्ष नंदकिशोर राठी, उपाध्यक्ष सुमीत पंजवानी, सहसचिव कृष्णा यादव, सदस्य संतोष साहू, रूपेन्द्र चन्द्राकर, कुलेश्वर चक्रधारी, नेमीचंद साहू, मोहित साहू, धनराज साहू, गुलाब साहू एवं विद्यालय के एसएन देवंागन, बीएल अवसरिया, महेश वर्मा, सोमा शर्मा, संतोष छाबड़ा सहित अनेक शिक्षक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 24 फरवरी। त्रिवेणी संगम तट पर आयोजित राजिम माघी पुन्नी मेला में संत समागम समारोह के शुभारंभ समरोह में पहुंचे छत्तीसगढ़ शासन की राज्यपाल अनसुईया उईके ने कहा कि पवित्र नगरी राजिम में आकर अत्याधिक प्रसन्नता हो रही है।
राजिम पुन्नी मेले में आए साधु-संतों, श्रद्धालुजनों का मैं हार्दिक अभिनंदन करती हूं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की पवित्र नगरी राजिम में आने से हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। यहॉं न सिर्फ सोंढूर, पैरी एवं महानदी का संगम है बल्कि यहॉं धर्म अध्यात्म एवं आस्था का भी संगम है। साधु संतो का समागम छत्तीसगढ़ के साथ ही देशभर का आयोजन बन गया है। किसी भी मेले का सामुदायिक और सामाजिक महत्व होता है।
राज्यपाल ने भगवान श्री राजीवलोचन और महानदी आरती में शामिल होकर पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। समारोह में धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, राजिम विधायक अमितेश शुक्ल, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास, महंत गोवर्धन शरण जी महाराज, संत विचार साहेब, सिद्धेश्वरानंद जी महाराज, उमेश आनंद जी महाराज, कमलभाई चम्पारण जी देवदास जी महाराज मंच पर विशेष रूप से मौजूद थे। राज्यपाल ने कहा कि भारत साधु-संतों की भूमि रही है उनके आगमन से पवित्रता को प्राप्त करते है। संतों का जीवन सदैव परोपकार के लिए समर्पित रहता है। उन्होंने कहा कि राजिम पुन्नी मेले का सांस्कृतिक महत्व भी है।
इस मेले में लोकनाट्य और लोकनृत्य आयोजन होते रहे हैं। ऐसे आयोजन जनमानस को उनकी प्राचीन परंपराओ से जोड़े रखते हैं और नई पीढ़ी को उसका ज्ञान भी कराते है। सुश्री उईके ने कहा कि राजिम माघी पुन्नी मेला जैसे आयोजन पर्यटकों को अद्भुत अनुभव देने और आकर्षित करने में सक्षम हैं।
आज आवश्यकता इस बात की बढ़ गयी है कि हम कला, साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और संवर्धित करें तथा ऐसे प्रयास करें जिससे हमारी कला, संस्कृति और साहित्य से आने वाली पीढ़ी जुडे। राज्यपाल ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने नदियों, सरोवरों और वृक्षों की महत्ता और उनके संरक्षण पर विशेष बल दिया। आज इस बात की आवश्यकता है कि हम अपने पुरखों द्वारा दिखाई गई राह पर चलें और नदियों को तथा अपने आस-पास के वातावरण को साफ तथा प्रदूषण मुक्त बनाए रखें, पौधे लगाएं और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। राज्यपाल ने लोगों से अपील किया है कि कोरोनावायरस बचने के लिए अभी भी सावधानी बरतें और मास्क का उपयोग करें। जो वैक्सीन नही लगाए है वे वैक्सीन जरूर लगाएं।
इस बार की व्यवस्था को उन्होंने सराहा और कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में धर्मस्व मंत्री, विधायक अमितेश शुक्ल के मार्गदर्शन में बेहतर आयोजन किया गया है। सरस मेला के माध्यम और विभागीय स्टाल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। प्रशासन द्वारा प्रतिदिन योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। शराबबंदी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक अमितेश शुक्ल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि लक्ष्मण झूला का भी शुभारंभ जल्दी होने वाला है, यह प्रयास भी सराहनीय है। उन्होंने साधु संतों को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि हम मेला को लगातार अच्छा बनाने के लिए प्रयासरत है। यह मेला आस्था, आध्यात्मिक और संस्कृति का अद्भुत संगम है। वर्ष 2001 में राजिम महोत्सव का नाम दिया गया। आज पुन्नी मेला के रूप में आयोजन किया जा रहा है। इस बार मेला में हितग्राहियों को सीधा लाभ पहुंचाया गया है। जिसमे विभागीय मंत्री शामिल हो रहे है। उन्होंने मेला के दौरान गतिविधियों को रेखांकित किया। कहा कि हमारी सरकार ने स्थानीय को ही ध्यान में रखकर मेला के स्वरूप को बदला है। उन्होने कहा कि हमने श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा है।
मंत्री ने राजिम मेला के बारे में विस्तार से जानकारी दें। राजिम विधायक अमितेष शुक्ल ने कहा कि राजिम की इस पवित्र भूमि छत्तीसगढ़ के प्रयाग के नाम से जाना जाता है। उन्होंने इस क्षेत्र की महत्ता को रेखांकित किया। पुन्नी मेला सदियों से होता रहा है।
इस मंच से उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने 15 दिनों के लिए शराब बंद किया, जो ऐतिहासिक निर्णय है। इसके लिए मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास ने राजिम की महत्ता को बताते हुए इस भव्य आयोजन के लिए राज्य शासन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के संस्कृति को पुर्नस्थापित करने का नेक कार्य किया है। गरियाबंद कलेक्टर नम्रता गांधी ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि मेला में 80 महिला समुहों द्वारा सम्भागीय सरस मेला लगाया गया है जहां महिलाएं अपना उत्पाद बेचकर लाभ अर्जित कर रही है। उन्होंने बताया कि विभागीय स्टाल के माध्यम से शासकीय योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। इस अवसर पर गरियाबंद जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर, राजिम नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर, नवापारा के अध्यक्ष धनराज मध्यानी, जनपद पंचायत फिंगेश्वर के अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं कलेक्टर नम्रता गांधी, पुलिस अधीक्षक जे आर ठाकुर, अपर कलेक्टर जेआर चौरसिया मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 24 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला में पहुंचे अखाड़ों से नागा संत-सन्यासियों ने भगवान दत्तात्रेय का आह्वान करते हुए पेशवाई निकाली। यह पेशवाई दत्तात्रेय मंदिर से शस्त्र पूजन कर आरंभ किया गया। दत्तात्रेय मंदिर से प्रारंभ होकर सुंदरलाल शर्मा चौक, पंडित श्यामाचरण शुक्ला चौक, व्हीआईपी मार्ग, अटल घाट होते हुए लोमष ऋषि आश्रम स्थित अपने पंडाल में पहुंचे, जहां विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना कर भगवान दत्तात्रेय को स्थापित किया गया। पेशवाई के दौरान करतब दिखाते हुए शस्त्र प्रदर्शन करते हुए निकले।
उक्त अखाड़ों को देखने एवं नागा-साधुओं का आशीर्वाद प्राप्त करने सडक़ों के किनारे श्रध्दालुओं की भीड़ भक्ति भाव व रोमांच के साथ उमड़ पड़ी। पेशवाई यात्रा मे निकले साधु संतों के दर्शन पश्चात उन पर फूल बरसा कर अपनी श्रध्दा व्यक्त की। इस पेशवाई यात्रा में विभिन्न अखाड़ों के नागा-साधु, सन्यासियां अपने पारंपरिक आलौकिक श्रृंगार के साथ अस्त्र शस्त्र का प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रहे थे। इस मौके पर संस्कृति विभाग के ओएसडी गिरीश बिस्सा, लेखाधिकारी श्री पाठक सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारी गण नागा संतों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया और सुख समृद्धि के लिए आशीर्वाद लिया। यात्रा के दौरान साधु संतों से उपस्थित जनसमूह की सुरक्षा तथा व्यवस्था को मदेनजर रखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तौद नजर आया।
पेशवाई यात्रा को देखने के लिए उमड़े जनसमूह को व्यवस्थित रखने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा पुख्ता इतेजाम किये गये थे, ताकि व्यवस्था में किसी प्रकार कोई व्यवधान न पड़े और ना ही आने वाले दर्शनार्थी किसी प्रकार की असुविधाओं का सामना करने पड़े, इस बात का ध्यान मेला प्रबंध समिति एंव पुलिस प्रशासन द्वारा रखा गया था।
उक्त पेशवाई में महामंडलेश्वर उमेशानंद गिरी महाराज, दिगम्बर, जनकपुरी महाराज, गोपाल गिरी, थानापति हरिद्वार, बिशंभर भारती छत्ताीसगढ़ महंत रामगिरी हरियाणा, महंत गोकुलगिरी लोमश ऋषि आश्रम, चंदनभारती, सनतपुरी, थानापति कमलेशानंद सरस्वती भोपाल, सत्यानंद महाराज, सचिदानंद महाराज, रविगिरी जबलपुर, कार्तिकपुरी पाखांजूर सहित अनेक साधुसंत उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 24 फरवरी। माघी पुन्नी मेेला के आठवें दिन मुख्यमंच पर पद्मश्री राधेश्याम बारले एवं कलाकारों द्वारा वेशभूषा के साथ करतब दिखाते हुए पंथी नृत्य प्रस्तुत किया। अगले प्रस्तुति के रुप में अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार... काकर हाथ मे चउर, काकर हाथ मे तेल..., बिजली बरसे तोर नजर म... , मीठ बोली के खवा दे मोहनी... के साथ ही हिन्दी गीतो में पढऩे में नहीं लागे दिल... ये करिया बादर झमाझम बरसे... आदि गीतों के द्वारा दर्शकों का मनोरंजन किया। अगली कड़ी में लोकमंच लहर गंगा की प्रस्तुति हुई जिसमें ग्राम के देवी देवताओं को निमंत्रण देते हुए शीतला माता तोर जस गाओं ओ... इस गीत के साथ हमर छश्रीसगढ़, सुघ्घर छश्रीसगढ़... के द्वारा छश्रीसगढ़ के संस्कृति और कला को मंच में बिखेरा। जिसे दर्शक देख कर आनंदित हो उठा। अंतिम प्रस्तुति के रूप में जंगल को बचाने के उद्देश्य से लोककला मंच लहर गंगा के कलाकारों ने तोर मया अब्बड़ नीक लागे.... की प्रस्तुति दी। जिसे दर्शकों का तालीरूपी स्नेह भी प्राप्त हुआ। पुरूषोश्रम चन्द्राकर कार्यक्रम संयोजक मंच संचालन निरंजन साहू मनोज सेन ने किया।
25 फरवरी को लोकरंग दीपक चंद्राकर अर्जुन्द्रा का कार्यक्रम रहेगा मुख्य आकर्षण
राजिम माघी पुन्नी मेला के मुख्य मंच पर 25 फरवरी शुक्रवार को लोकरंग दीपक चंद्राकर अर्जुन्द्रा का कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहेगा। मंच पर लोक सरगम हिन्मत सिन्हा छुईहा की भी प्रस्तुति होगी। ज्ञात हो कि राजिम माघी पुन्नी मेला में प्रतिदिन छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कलाकरों की प्रस्तुति हो रही है। जिसे देखने बड़ी संख्या में दर्शकों की भीड़ इक_ा हो रही है। वहीं कार्यक्रम का लाईव प्रसारण भी किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 24 फरवरी। ग्राम कुम्ही में 15वे वित्त विभाग से 5 लाख की लागत से मुख्य मार्ग में बनने वाले पक्की नाली निर्माण का भूमिपूजन जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने मुख्य अतिथि की आसंदी में उपस्थित होकर किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच खेमसिंह धु्रव ने किया। अतिथियों को अपने बीच में पाकर ग्रामवासी गदगद होकर फुलहार से स्वागत किया गया। अतिथि स्वागत करते हुए इन्हें कार्यक्रम स्थल पंचायत तक लाया गया। तत्पश्चात नाली निर्माण का पूजा अर्चना कर भूमिपूजन किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में सडक़ में पानी भर जाने से आने जाने में परेशानी होती थी। नाली नही होने से गंदगी भी पसरा रहता था इसके बन जाने से बारिश के दिनों में आने जाने में सुलभ होगी, स्वच्छता बनी रहेगी।
यह बहु प्रतीक्षित मांग थी, जो आज पुरा होते दिख रहा है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रोहित साहू ने केंद्र के मोदी सरकार का प्रशंसा करते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास की ध्येय भावना लेकर देश को विकास की ओर ले जा रही है। उनके नेतृत्व में देश परम वैभव तक पहुचने में कामयाब हो रहे है।
इन विकास कार्यो के लिए ग्राम वासियो को शुभकामनाएं दिए। इस अवसर पर उप सरपंच सोनिया साहू, पंचगण प्रकाश साहू, पुरुषोत्तम साहू, लोकेश साहू, अमित धु्रव, घनश्याम, पंचू यादव, संतोष धु्रव, निशा चंद्राकर, निर्मला साहू, मलती बंजारे, उमेश्वरी धु्रव, किरण साहू, महेश्वरी साहू, श्रीराम साहू, जीवराखन साहू, शत्रुहन साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 24 फरवरी । राजिम माघी पुन्नी मेला में एक ओर संस्कृति के रंग देखने को मिल रहा है, तो दूसरी ओर साधु-संतो के वेशभूषा श्रद्धालुओ को खासा प्रभावित कर रही है। नागा साधु अपने पूरे शरीर पर भभूत लगाये हुए लकड़ी के अंगेठे जलाकर बैठे रहते है और भक्तों को भभूत का प्रसाद देकर उनकी मंगल कामना करते है। तब हमें अपनी साधु परम्परा पर नाज होता है। बुधवार को विधि विधान के साथ पेशवाई निकाली गई, जो लोमष ऋषि आश्रम में समापन हुआ।
यहां पाटा पर बैठे सिद्धी विनायक आश्रम के सचिदानंद गिरी महाराज के पगड़ी लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। बताना जरूरी है कि उनके पगड़ी ने पंचमुखी छोटा रूद्राक्ष जिन्हे रस्सी पर पिरोकर पगड़ी का रूप दिया गया है। पूछने पर बताया कि इसमे एक हजार संख्या से भी अधिक रूद्राक्ष लगा हुआ है जिसमे ऊॅ लिखा हुआ है। पगड़ी में शानदार कारिगरी का नमुना देखने को मिलता है। उन्होने बड़े रूद्राक्ष के माला भी पहने हुए थे। कहते है कि रूद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर के अश्रुकण से हुई है। इनकी उपस्थिति ही भगवान शंकर के साक्षात मौजूद होना माना गया है। ऐसे ही साधु संतो के अनेक रूप मेला मे देखने को मिल रहा है।