छत्तीसगढ़ » बस्तर
जगदलपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा एवं महिला मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान पर भाजपा जिला बस्तर द्वारा पत्थलगांव की घटना में मृत युवक की आत्मा की शान्ति के लिए कैंडल यात्रा एवं शहीद स्मारक में दो मिनट का मौन धारण कर संवेदना व्यक्त की।
कैंडल यात्रा दंतेश्वरी मंदिर से प्रारंभ होकर गुरुनानक चौक, गोल बाजार के रास्ते होते हुए शहीद स्मारक में संपन्न हुई। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मुरिया दरबार में शामिल हुए मुख्यमंत्री, कई घोषणाएंटेम्पल कमेटी के लिए लिपिक और भृत्य की होगी भर्ती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुरिया दरबार को विश्वसनीय दरबार बताते हुए कहा कि इस दरबार में की गई मांगें पूरी होती हैं। विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक दशहरा के तहत सिरहासार में आज आयोजित मुरिया दरबार में मुख्यमंत्री ने यह बातें कहीं।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों द्वारा किए गए मांग को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री ने टेम्पल कमेटी के लिए एक लिपिक और एक भृत्य के भर्ती की घोषणा करने के साथ ही यहां स्थित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय का नामकरण वीर झाड़ा सिरहा के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने दंतेश्वरी मंदिर में आधुनिक ज्योति कक्ष के निर्माण की घोषणा भी की।
आज मुरिया दरबार में शामिल होने के लिए सिरहासार पहुंचने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत मांझी-चालकियों द्वारा पारंपरिक पगड़ी पहनाकर किया गया। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी, कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा, बस्तर के माटी पुजारी कमलचंद भंजदेव, क्रेडा अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार, मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एमआर निषाद, महापौर सफीरा साहू, नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा सहित जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारीगण, मांझी, चालकी, मेम्बर-मेम्बरिन, नाईक-पाईक, जोगी-पुजारी सहित बस्तर दशहरा समिति के सदस्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर विश्व में सबसे ज्यादा दिनों तक चलने वाले बस्तर के दशहरे का इस साल भी मिलकर किए गए संचालन को बहुत सुंदर बताते हुए इसके लिए बस्तर दशहरा समिति के सभी सदस्यों और प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बस्तर दशहरे की कई विशेषताएं हैं, जिसके कारण देश-विदेश के लोग हर साल इसमें शामिल होने के लिए बस्तर आते हैं। शासन-प्रशासन और पूरे बस्तर संभाग के लोग जिस तरह एकजुटता और आपसी सहयोग के साथ 75 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन को सफल बनाते हैं, वह भी बस्तर दशहरे की विशेषता है। उन्होंने हमें एकजूट रखने के लिए हमारी संस्कृति और परंपराओं को आवश्यक बताते हुए इसे सबसे बड़ी ताकत बताया।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पीछे अपनी संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने की चिंता भी एक बड़ा कारण थी। आज हम लोग इसी दिशा में प्राथमिकता के साथ काम कर रहे हैं। बस्तर के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सहेजने के लिए बीते तीन वर्षों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पहले तीजा-पोरा, कर्मा जयंती, विश्व आदिवासी दिवस, छठ जैसे लोक त्यौहारों में सरकारी छुट्टी नहीं मिलती थी। हमारी सरकार ने छुट्टियां शुरु की, ताकि छत्तीसगढ़ के लोग अपने त्यौहारों का ठीक तरह से आनंद ले सकें। इन्हीं त्यौहारों के माध्यम से हमारे संस्कार एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचती है।
बस्तर में देवी-देवताओं को मानने की संस्कृति को विशिष्ट बताते हुए कहा कि बस्तर इकलौता स्थान है, जहां देवी-देवताओं की आराधना करने के साथ ही उनके साथ अपना संपूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं। वे अपने देवताओं के साथ खाते हैं, गाते हैं, नाचते हैं और देवताओं से रुष्ट भी होते हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर की इस संस्कृति के बारे में देश-दुनिया को जानने और समझने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए ही बस्तर संभाग में देवगुडिय़ों और गोटुलों का संरक्षण किया जा रहा है। देवगुडिय़ों के विकास और सौंदर्यीकरण के काम में पैसों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। बस्तर और बस्तर की आदिम संस्कृति की चर्चा तो पूरी दुनिया में होती है, लेकिन लोग आज भी इसके बारे में अच्छी तरह नहीं जानते हैं। यहां की आदिवासी संस्कृति से पूरी दुनिया को परिचित कराने के लिए ही हम लोगों ने राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव का आयोजन शुरू किया है। सन् 2019 में रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया था। इसमें देश के 25 राज्यों के 2500 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। साथ ही साथ बांग्लादेश, श्रीलंका, बेलारूस, मालदीव, थाईलैंड और युगांडा के कलाकारों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया था। यह आयोजन तीन दिनों तक चला था। सन् 2020 में कोरोना.संकट के कारण यह आयोजन नहीं हो पाया था। लेकिन अब स्थिति बेहतर है, इसलिए इस साल भी राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव के भव्य आयोजन की तैयारी है। हमारे जनप्रतिनिधि पूरे देश में यात्रा करके न्योता बांट रहे हैं। इस बार राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव 28 से 30 अक्टूबर को रायपुर में आयोजित होगा। देशभर के आदिवासी कलाकार इस बार भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने इस अवसर सभी को आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने का न्योता भी दिया।
श्री बघेल ने कहा कि मुरिया दरबार का अपना शानदार इतिहास रहा है। इसमें शामिल होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह मुरिया दरबार हमारी संस्कृति की लोकतांत्रिक परंपराओं का सुंदर उदाहरण है। इस मुरिया दरबार में राजा, प्रजा, अधिकारी-कर्मचारी सब मिल-बैठकर बात करते हैं। गांव-समाज की समस्याओं पर बात करते हैं। अब तक जो विकास हुआ है, उस पर बात करते हैं और भविष्य में किस तरह विकास करना है इसकी योजना भी बनाते हैं। आज मैं इस दरबार में आप लोगों को विश्वास दिलाता हूंए विकास, विश्वास और सुरक्षा की नीति पर चलते हुए हमने जिस सुंदर, सुखद और समृद्ध बस्तर के निर्माण का वादा आपसे किया हैं, उस दिशा में इसी तरह ईमानदारी से काम करते रहेंगे।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री एवं बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने बस्तर की लोक संस्कृति को संरक्षित करने के लिए गांवों में देवगुड़ी निर्माण के लिए 5 लाख रुपए और गोटुल निर्माण के लिए 10 लाख रुपए प्रदान करने के सीएम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बस्तर दशहरा को सफल बनाने के लिए के लिए कड़ी मेहनत करने वाले मांझी-चालकी, मेम्बरिन सहित अन्य सदस्यों के मानदेय बढ़ाने के लिए भी मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया।इस अवसर पर सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि पहले बस्तर दशहरा समिति से जुड़े सदस्यों के मानदेय नहीं मिलने या कम मिलने जैसी समस्याएं थीं, जिसे वर्तमान सरकार ने दूर किया है। इससे सदस्यों में खुशी है। उन्होंने कहा कि बस्तर दशहरा के लिए रथ निर्माण हेतु होने वाली पेड़ों की कटाई की भरपाई नए पौधे लगाने की परंपरा की शुरुआत हो गई है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष रथ निर्माण के लिए 53 वृक्ष काटे गए थे, जिसके एवज में साल के 500 पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि मांझी चालकी भवन के लिए भी 15 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। संसदीय सचिव रेखचंद जैन और कलेक्टर रजत बंसल ने इस अवसर पर संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मांझी-चालकी, कार्यकारिणी सदस्यों को मानदेय राशि का वितरण भी किया।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किस्त की राशि मिलेगी राज्य स्थापना दिवस पर
मुख्यमंत्री ने मुरिया दरबार में बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत तीसरी किस्त की राशि का भुगतान राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक नवंबर को किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को राज्य स्थापना दिवस में आमंत्रित भी किया।
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जगदलपुर में मुरिया दरबार के दौरान बस्तर में संचालित विकास कार्यों पर आधारित ‘पिछड़ेपन को पछाडऩे की ललक’ पुस्तक का विमोचन किया।
साहित्यकार रूद्र नारायण पाणिग्रही द्वारा संपादित इस पुस्तक में बस्तर संभाग के सभी जिलों में राज्य शासन द्वारा संचालित प्रमुख विकास योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी दी गई है। इस किताब में शासन के सार्थक कदमों से समूचे बस्तर संभाग में आ रहे बदलाव के बारे में भी बताया गया है।
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेष बघेल बादल एकेडमी के लोकार्पण के बाद परिसर में मांझी, चालकी, पुजारी और जनजातीय समाज प्रमुखों के साथ पंगत में बैठकर दोपहर का भोजन ग्रहण किया।
इस अवसर उद्योग मंत्री एवं बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचन्द जैन, विधायक कोंडागाँव मोहन मरकाम, विधायक राजमन बेंजाम, विधायक एवं छत्तीसगढ़ राज्य हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चन्दन कश्यप, क्रेडा के अध्यक्ष मिथलेश स्वर्णकार भी उपस्थित थे।
पत्थलगांव घटना की निंदा, मुआवजे की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। जशपुर जिले के पत्थलगांव में हुई घटना को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने आज मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया, जहाँ पुलिस ने पुतला को जलने नहीं देने की पूरी कोशिश की।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासन में तस्करों के साथ ही भूमाफिया राज बढ़ते जा रहा है, तस्कर बेख़ौफ़ हो गए हैं। छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। पत्थलगांव में हुई घटना काफी हृदय विदारक है। इस घटना में मृत लोगों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा सरकार को देना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। परपा थाना क्षेत्र के ग्राम राजुर में रहने वाला युवक जो पेट्रोल पंप में काम करता था, उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई, परिजनों ने बताया कि पिछले माह उसे कुत्ते ने काट लिया था।
पुलिस ने बताया कि राजूर निवासी दसमू यादव 20 वर्ष जो मेडिकल कॉलेज के आगे एक पेट्रोल पंप में काम करता था, विगत माह काम के दौरान एक कुत्ते ने उसे काट लिया था, जिसके बाद युवक को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया था, जहाँ उसे इंजेक्शन आदि भी लगाया गया था।
एक माह गुजरने के बाद 14 अक्टूबर को अचानक युवक को सिर दर्द के साथ ही बुखार आया, जिसे देख परिजनों ने 15 अक्टूबर को उसे मेकाज में भर्ती कराया, जहाँ उपचार के दौरान 16 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। रविवार को युवक के शव का पीएम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। जिलास्तरीय आदिवासी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन टाउन हाल प्रांगण के समक्ष किया गया। इस अवसर पर बस्तर सांसद दीपक बैज, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, कलेक्टर रजत बंसल, एसडीएम जीआर मरकाम, आदिवासी विकास विभाग के उपायुक्त विवेक दलेला के साथ ही जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर,17 अक्टूबर। बस्तर जिले के बकावंड ब्लॉक के ग्राम पंचायत डीमरापाल के रोजगार सहायक पर ग्रामीणों ने तालाब निर्माण को लेकर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत में वर्ष 2019-20 में मनरेगा के तहत तालाब निर्माण का कार्य करवाया गया था। जिसका भुगतान आज तक ग्रामीणों को नहीं किया गया और मनरेगा जॉब कार्ड भी ऐसे लोगों का बनाया गया, जो मृत हंै। मरे हुए लोगों से पंचायत ने मनरेगा का काम करा कर भुगतान भी कर दिया। इसके अलावा ऐसे लोगों का भी काम करना दिखाया गया, जिसे खुद जॉब कार्ड बनने की जानकारी ही नहीं है। मिले दस्तावेज के अनुसार काम नहीं करने वालों के खाते में राशि दिखा कर पैसे का आहरण कर लिया गया।
इस मामले में सचिव सुधन बघेल का कहना है कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है, मुझे यह आए अभी कुछ महीने ही हुए है। अगर ऐसा कुछ हुआ है,तो उक्त व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।
जब इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने रोजगार सहायक रामेश्वर कश्यप से बात करनी चाही तो वे फोन पर मिले ही नहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। भारत का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात के विहंगम दृश्य को देखकर राज्यपाल अनुसुईया उइके मुग्ध हो गईं। उन्होंने इस जलप्रपात के सौन्दर्य को निहारा और जमकर प्रशंसा करते हुए इसे पूरे राज्य का गौरव बताया।
उल्लेखनीय है कि 75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा में शामिल होने के लिए राज्यपाल सुश्री उइके अपने तीन दिवसीय बस्तर प्रवास पर पहुंची हैं। शुक्रवार को जगदलपुर पहुंची राज्यपाल सुश्री उइके ने माता दन्तेश्वरी की पूजा अर्चना के साथ ही राजपरिवार द्वारा निभाई जाने वाली अश्वपूजा रस्म में शामिल हुईं। उन्होंने राज परिवार के सदस्यों से भेंटकर बस्तर दहशरा के दौरान निभाई जाने वाली रस्मों के संबंध में भी चर्चाएं की।
राज्यपाल सुश्री उइके शुक्रवार को ही चित्रकोट पहुंची, यहां विभिन्न लोक नर्तक दलों द्वारा बस्तर की पारम्परिक लोक नृत्यों के साथ उनका स्वागत किया गया। बस्तर की इन लोक नृत्यों को देखकर राज्यपाल सुश्री उइके ने जमकर सराहना करते हुए लोक नर्तक के साथ कदम से कदम भी मिलाया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पूर्व अपने जन घोषणा पत्र में राज्य के आदिवासी भाइयों से वादा किया था कि सरकार बनेगी तो पेसा कानून लागू करेंगे, पर तीन साल बीत जाने के बावजूद भी इस मामले में सरकार ने कोई काम नही किया है। उक्त बातें भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व केबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कही।
श्री कश्यप ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि कांग्रेस सरकार बनाने में राज्य की आदिवासियों सीटों की महत्वपूर्ण भूमिका है, सर्वाधिक आदिवासी सीट देकर भी आज आदिवासी समाज अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार ने आदिवासियों से किया वादा नही निभाया है, पेसा कानून पर नियम बनाकर आदिवासी क्षेत्रों में लागू करने का वादा करने वाली सरकार खुद ढाई-ढाई साल के फार्मूले में फंसकर रह गई है ।
श्री कश्यप ने कहा कि पेसा पर सरकार ने प्रदेश भर में केवल खानापूर्ति बैठकें की, तीन सालों में ड्राफ्ट न बना पाना राज्य सरकार की विफलता तो है ही, साथ ही साथ राज्य की जनता समझ गई है कि भूपेश सरकार आदिवासियों के हित की बात सिर्फ ढोंग करने कें लिए करती है, जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
उन्होंने कहा राज्य सरकार की सभी योजनाएं फेल हो चुकी है उसी प्रकार ये पेसा कानून भी बाकी योजनाओं की तरह फेल ही साबित होगा। राज्य सरकार जल्द से जल्द पेसा कानून ड्राफ्ट तैयार करे और उसे लागू करें, अन्यथा इस विषय को लेकर जिले स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। सीपीआई माओवादी संगठन की सेन्ट्रल कमेटी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर अक्कीराजु हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण उर्फ आर.के. की बीमारी से 14 अक्टूबर को मृत्यु होने की पुष्टि की गई है। सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर अक्कीराजु हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण उर्फ आर.के. पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 40 लाख रुपये का ईनाम घोषित था, उक्त माओवादी कैडर सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर के साथ ही ्रह्रक्चसर््ंष्ट का सेक्रेटरी भी रहा है ।
बस्तर के आई जी सुन्दरराज पी. ने बताया कि विगत 2 वर्षों में सीपीआई माओवादी सेन्ट्रल कमेटी के अब तक 3 वरिष्ठ कैडर रमन्ना, हरिभूषण एवं रामकृष्ण की बस्तर क्षेत्र के जंगल में मौत हुई है, इसके अलावा ष्ठ्यसर््ंष्ट सदस्य शोबराय, गंगा एवं डीवीसी मेम्बर विनोद की भी विगत दिनों में मृत्यु हुई ।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बल द्वारा स्थापित किये गये सुरक्षा बेस कैम्पों के कारण से सीपीआई माओवादी संगठन के सप्लाई नेटवर्क के ऊपर भी विपरीत असर पड़ा है तथा दवाई एवं अन्य अत्यावश्यक सामग्री की आपूर्ति नहीं होने के कारण माओवादियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर । विजयदशमी के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को संसदीय सचिव व विधायक रेखचंद जैन के द्वारा विशाल भंडारा का आयोजन किया गया, जिसमे आबकारी मंत्री ने भी माँ की आराधना करने के साथ ही श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया।
ज्ञात हो कि विगत 2 वर्षों तक कोरोना के चलते बहुत से आयोजन नही हो पा रहे थे, ऐसे में बस्तर में इस बार फिर से खुशहाली के साथ ही बस्तर दशहरा देखने के लिए दूर दराज से भक्तों का सैलाब जन उमड़ गया। इस कोरोना केस की कुछ कमी के चलते संसदीय सचिव रेखचंद्र जैन के द्वारा विशाल भंडारा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा के द्वारा माता के छायाचित्र पर पूजा अर्चना करने के बाद माझी चालाकी के साथ ही श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण करना शुरू किया गया, प्रसाद वितरण करने के दौरान छोटे बच्चो ने कवासी लखमा से भी प्रसाद लेने की इच्छा भी जताई, जिसके बाद कवासी लखमा के साथ ही विधायक रेखचंद्र जैन व अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रसाद का वितरण शुरू किया। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर में माँ दंतेश्वरी की कृपा बनी रहे, साथ में बस्तर से जल्द ही नक्सलवाद भी खत्म हो जाये, यही कामना की जा रही है। इस दौरान विधायक राजमन बेंजाम, शहर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा, अक्षय ऊर्जा के मिथिलेश स्वर्णकार आदि मौजूद थे।
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि भाजपा अपनी पार्टी का आत्म अवलोकन करें। प्रदेश सरकार अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर रही है, जबकि भाजपा का इतिहास बताता है कि विपक्ष में आने के बाद इन्होंने हमेशा सांप्रदायिक राजनीति का सहारा लेकर प्रदेश के सौहार्दपूर्ण वातावरण को बिगाडऩे की कोशिश की है।कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने जारी विज्ञप्ति में कहा है 15 सालों के कुशासन के पश्चात 15 सीट प्राप्त न कर सकने वाली भारतीय जनता पार्टी आज प्रदेश की जनता के सामने हाशिए पर पहुंच चुकी है। छत्तीसगढ़ प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यशैली पूरे प्रदेश सहित राष्ट्र स्तर पर सम्मानित हो रही है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में आने के पश्चात से हर वर्ग, समुदाय का विश्वास सरकार के प्रति बढ़ा है और उनकी उतरोत्तर निरंतर प्रगति हो रही है। कांग्रेस सरकार के महज ढाई साल के कार्यकाल के पश्चात भारतीय जनता पार्टी आज संपूर्ण प्रदेश में अपना अस्तित्व तलाश कर रही है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में सत्ता एवं संगठन के बीच एक बेहतर तालमेल है और आम जनता सहित संगठन का हर निष्ठावान कार्यकर्ता अपने क्षेत्र की समस्याओं को शासन तक पहुंचाने की क्षमता रखता है।
विगत ढाई वर्षों में कार्यकर्ताओं की मेहनत और शासन की स्पष्ट नीतियों के कारण प्रदेश सरकार गांव-गांव के गली कूचे तक पहुंच चुकी जिसमें निसंदेह कांग्रेस संगठन की एक महती भूमिका रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप को अध्यक्ष मोहन मरकाम पर आरोप लगाने से पहले इन तथ्यों पर चिंतन करना चाहिए था कि कांग्रेस संगठन ने कभी भी किसी भी प्रदेश में सुचारू रूप से चलती सरकार को हटाने का प्रयास नहीं किया जिसके नायाब उदाहरण गुजरात और उत्तराखंड में देखने को मिलते हैं। जिससे स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा में संगठन, केंद्रीय सत्ता और प्रदेश की सरकारों पर हावी है। इसी प्रकार छ. ग. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विधायक बनने से पूर्व से पैदल यात्रा कर मां दंतेश्वरी की सेवा याचना करते रहें हैं और वर्तमान परिवेश में उनकी इस पैदल यात्रा और मौन व्रत को किसी राजनैतिक उद्देश्य से जोडऩा उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है।
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। आज सुबह एक युवक की ट्रक की चपेट में मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँच शव को मेकाज पहुंचाया, वहीं ट्रक को जब्त कर लिया गया है।
मामले के बारे में लोगों ने बताया कि जोधपुर टेलर में काम करने वाला कमल बर्मन (55 वर्ष) मोतीतालाब में अन्य साथियों के साथ रहता था, आज सुबह करीब 10 बजे पैदल घर से निकलकर दुकान की ओर जा रहा था कि अचानक जैसे ही मंदिर के पास पहुँचा था कि पीछे से आ रहे ट्रक के पीछे चक्के में अचानक घुस गया, जिससे पिछले चक्के में आने से उसकी मौत हो गई।
घटना के तत्काल बाद ट्रक चालक ने अपनी वाहन को किनारे खड़ा कर दिया. आसपास के लोगों ने मामले के बारे में कोतवाली पुलिस को सूचना दिया, जिसके बाद शव को मेकाज भेजा गया, वही ट्रक को जब्त करके थाने ले जाया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। राज्यपाल अनुसुईया उइके बस्तर प्रवास के दौरान आज विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व के बाहर रैनी रस्म के अंतर्गत कुम्हड़ाकोट में आयोजित नवाखाई पर्व में शामिल हुईं।
उन्होंने कुम्हड़ाकोट जगदलपुर में बस्तर के माटी पुजारी कमलचंद भंजदेव एवं उनके परिजनों के साथ देवी-देवताओं की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना के बाद सिंगार लाड़ी में बैठकर दोना में नये चावल से बने अन्न खाकर नवाखाई रस्म में सहभागिता निभाई।
इस दौरान राजमाता कृष्णा कुमारी देवी एवं उनके परिजनों के अलावा बस्तर सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा, संभाग आयुक्त जीआर चुरेन्द्र, आईजी सुंदरराज पी., मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा सहित जनप्रतिनिधियों एवम दशहरा समिति से जुड़े लोगों के अलावा बढ़ी संख्या में आम नागरिकगण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि 75 दिनों तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व सामाजिक समसरता के अनुपम उदाहरणों से से एक है। इस महापर्व को बस्तर के विभिन्न समुदायों की सहभागिता से निभाया जाता रहा है। किलेपाल क्षेत्र के माडिय़ा जनजाति द्वारा परंपरा के अनुसार प्रतिवर्ष विजय रथ को चुराकर कुम्हड़ाकोट में रखा जाता है रथ को खोजे जाने के बाद राजपरिवार पूरे लाव-लश्कर के साथ कुम्हड़ाकोट पहुंचता है। यहां राजपरिवार द्वारा रथ की वापसी के लिए मान-मनौव्वल किया जाता है। माडिय़ा समुदाय द्वारा इसके लिए साथ मिलकर नवाखाई की शर्त रखी जाती है, जिसे राजपरिवार द्वारा सहर्ष स्वीकार कर लिया जाता है। फिर यहां नवाखाई की रस्म धूमधाम के साथ पूरी करने पर माडिय़ा समुदाय द्वारा रथ को वापस राजमहल पहुंचा दिया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। एनएच पर एक बार फिर तेज रफ्तार ट्रक ने 2 परिवार को तबाह कर दिया, जहाँ सडक़ हादसे में एक युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, तो वहीं दूसरे युवक को उपचार के लिए बाहर ले जाने के दौरान रास्ते में दम तोड़ दिया। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
एएसआई दिनेश उसेंडी ने बताया कि दंतेवाड़ा के बीजाम निवासी नरेंद्र नेताम (35 वर्ष) अपने दोस्त चेतन नाग (36 वर्ष) के साथ अपनी मोटरसाइकिल में सवार होकर दंतेवाड़ा से कांकेर जा रहे थे, जैसे ही वाहन आसना के पास पहुँची कि रायपुर की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार ट्रक सीजी 17 जेसी 0305 के चालक ने सामने से ठोकर मार दिया, जिससे कि नरेंद्र नेताम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चेतन को गंभीर चोट आई है, जिसे मेकाज रेफर किया गया, जहाँ खराब हालत को देखते हुए विशाखापटनम ले जाया जा रहा था कि चेतन ने भी रास्ते में दम तोड़ दिया, शव का पीएम के लिए मेकाज लाया गया, जहां पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
परिजनों ने बताया कि नरेंद्र जनपद पंचायत गीदम में वाहन चलाने का काम करता था, जबकि चेतन नाग आपरेटर के पद पर पदस्थ था, दोनों युवक शादीशुदा थे, चेतन के जहां 2 बच्चे थे, वहीं चेतन अपनी पत्नी भारती को लेने जा रहा था, दोपहर 1 से 2 बजे वे लोग वाहन से निकले थे, लेकिन आसना के पास हुए हादसे में उसकी मौत हो गई।
पूर्व विधायक बाफना ने रेल मंत्री को लिखा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। नाईट एक्सप्रेस का संचालन नियमित करने एवं जगदलपुर-कोलकाता समलेश्वरी एक्सप्रेस को बहाल करने के आधिकारिक आदेश जारी होने के उपरांत भी अब तक संचालन को लेकर तिथि निर्धारित न होने के संबंध में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं क्षेत्र के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के माध्यम से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर संबंधित मामले की जानकारी दी है।
पूर्व विधायक बाफना ने कोविड काल के बाद नाईट एक्सप्रेस के पुन: आवागमन एवं संचालन सुनिश्चित करने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार ज्ञापित किया है और कहा है कि विशाखापट्टनम से किरंदुल के बीच संचालित होने वाली नाईट एक्सप्रेस के संचालन के संबंध में हालही में रेलवे बोर्ड द्वारा सप्ताह में केवल दो दिन चलाने का आदेश जारी किया गया है। कोविड काल के बाद करीब डेढ़ साल का बस्तरवासियों का लंबा इंतजार इस ट्रेन के पुन: संचालन से खत्म जरूर हुआ है किन्तु जनता को इससे अभी भी मामूली राहत ही मिली है।
एक तो वैसी भी इस रेलखण्ड पर यात्री सुविधाओं का नितांत अभाव है और नाम मात्र की यात्री गाडिय़ां ही चल रही हैं और जिनका प्रतिदिन संचालन होना चाहिए, वह सप्ताह में सिर्फ दो दिन ही संचालित हो रही है। ऐसा भी नहीं है कि, इस रेलखण्ड पर यात्रियों का अभाव है। और रेलवे को यात्रियों से राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही है। इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि, नाईट एक्सप्रेस के पुन: संचालन के पहले दिन ही लगभग 300 यात्रियों ने जगदलपुर रेलवे स्टेशन से विशाखापट्टनम तक की यात्रा की थी। अभी सप्ताह में दो दिन चलने वाली नाईट एक्सप्रेस के फेरे पूर्व की भांति बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। एवं यात्री भार को देखते हुए वर्तमान में इसके फेरे पर्याप्त नहीं है। जिस कारण क्षेत्रवासियों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है।
इसके अलावा बाफना ने जगदलपुर से कोलकाता तक चलने वाली समलेश्वरी एक्सप्रेस के सप्ताह में चार दिन बहाल करने का आधिकारिक आदेश जारी होने के उपरांत भी फिर संचालन को लेकर कोई भी तिथि अभी तक निर्धारित नहीं होने पर खेद प्रकट किया है और कहा है कि तिथि निर्धारित न होने की वजह आमजन में ट्रेन के संचालन को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई हैं।
बाफना ने अपने पत्र के अंत में कहा है कि, बस्तरवासियों के हित में दोनों ट्रेनों को नियमित संचालित करना उचित होगा, न कि रेलवे बोर्ड द्वारा सप्ताह में तय किये गए दो-चार दिन। इसलिए नाईट एक्सप्रेस का संचालन पूर्व की भांति नियमित कर दिया जायें तो इस आदिवासी बाहुल्य अंचल से स्वास्थ्यगत कारणों से विशाखापट्टनम जाने वाले आमजन को राहत मिलेगी साथ ही इससे रेल प्रशासन के राजस्व में वृद्धि होगी। एवं समलेश्वरी एक्सप्रेस के संचालन की तिथि निर्धारित करने हेतु तत्काल कार्यवाही की जाए। क्योंकि बस्तर में रेल यात्री सुविधाओं की दृष्टि से ये दोनों ही ट्रेनें अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। बस्तर दशहरा में शामिल होने के लिए जगदलपुर पहुंच रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तरवासियों को लगभग 230 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात देंगे।
क्लिक करें और यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री 17-18 को बस्तर प्रवास पर
मुख्यमंत्री अपने दो दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान मुरिया दरबार सहित विभिन्न समारोहों में शामिल होंगे। इस दौरान वे बस्तर एकेडमी ऑफ डांस, आर्ट एंड लैंग्वेज, कलागुड़ी, लालबाग में की गई रोशनी की व्यवस्था के साथ ही कई अन्य प्रमुख विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री आसना में स्थित बादल परिसर में आयोजित समारोह में बादल के लोकार्पण सहित 183 करोड़ 62 लाख रुपए से अधिक के 29 कार्यों का लोकार्पण और 45 करोड़ 42 लाख रुपए से अधिक के 15 कार्यों का भूमिपूजन करेंगे।
इसके तहत श्री बघेल ने लगभग 6 करोड़ रूपए की लागत से बस्तर विश्व विद्यालय जगदलपुर में नव निर्मित एमबीए अध्ययन शाला भवन, 68 लाख रूपए की लागत से ग्राम कुरंदी में निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन, 95 लाख 35 हजार रूपए की लागत से जगदलपुर विकासखण्ड के पुसपाल में निर्मित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन, 23 करोड़ 17 लाख रूपए की लागत से जगदलपुर शहर में मां दन्तेश्वरी मंदिर से एनएमडीसी रेस्ट हाऊस तक 3.52 किलोमीटर लम्बी प्रगति पथ, 43 करोड़ 21 लाख रूपए की लागत की 25.50 किलोमीटर नानगूर-नेतानार-कोलेंग मार्ग, 14 करोड़ 4 लाख रूपए की लागत से ग्राम-परपा में निर्मित 112 नग जी टाईप पुलिस आवासगृह, 22 करोड़ 82 लाख रुपए की लागत से निर्मित 29 किलोमीटर लंबी दरभा से कटेकल्याण मार्ग, 35 करोड़ 90 लाख रुपए की लागत से निर्मित 45 किलोमीटर लंबी चित्रकोट बारसूर मार्ग, लगभग 2 करोड़ 57 लाख रुपए की लागत से निर्मित सात किलोमीटर लंबी एरमुर से कस्तुरपाल मार्ग, लगभग 2 करोड़ 72 लाख रुपए की लागत से निर्मित 5 किलोमीटर लंबी लामकेर-टिकनपाल-बालेंगा मार्ग, लगभग 1 करोड़ 68 लाख रुपए की लागत से निर्मित 3.20 किलोमीटर लंबी घाटपाली से महुपाल बरई मार्ग, लगभग 1 करोड़ 85 लाख रुपए की लागत से निर्मित 5.5 किलोमीटर लंबी केशरपाल-सोरगांव मार्ग, लगभग 2 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से निर्मित 7 किलोमीटर लंबी मुंडागांव से राजपुर मार्ग, 1 करोड़ 63 लाख रूपए की लागत से निर्मित 2.20 किलोमीटर लंबी दरभा से तीरथगढ़ मार्ग तथा 1 करोड़ 48 लाख रूपए की लागत से तीरथगढ़ कटेकल्याण मार्ग, 69 लाख 30 हजार रूपए की लागत से 3-3 केव्ही के 6 स्थानों पर स्थापित सोलर स्ट्रीट लाईट संयंत्र, 4 करोड़ 10 लाख रूपए की लागत से ग्राम चित्तालुर में 6 स्थानों में स्थापित 120 एचपी का सामुदायिक सौर सिंचाई योजना, लगभग 2 करोड़ 66 लाख रूपए की लागत से 18 स्थानों में जल जवीन मिशन अन्तर्गत स्थापित सोलर ड्यूल पम्प, लगभग 1 करोड़ 13 लाख रूपए की लागत से 20 स्थानों में पेजयल सोलर ड्यूल पम्प, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के अन्तर्गत लगभग 49 लाख रूपए की लागत से जिला पंचायत जगदलपुर के पास सीएससी भूतल एवं प्रथम तल, लगभग 19 लाख रूपए की लागत से शहीद पार्क जगदलपुर में गढक़लेवा में निर्मित कार्य, लगभग 2 करोड़ 58 लाख रूपए की लागत से जगदलपुर में निर्मित कन्या क्रीड़ा परिसर भवन, लगभग 1 करोड़ 21 लाख रूपए की लागत से जिला पुरातत्व संग्रहालय भवन में निर्माण एवं अन्य मरम्मत कार्य, लगभग 1 करोड़ 92 लाख रूपए की लागत से दलपत सागर की उतरी छोर में बनाए गए पाथवे, पेंटिंग एवं विद्युतीकरण कार्य, लगभग 76 लाख रूपए की लागत से दलपत सागर के आईलैण्ड में सौन्दर्यीकरण के कार्य, लगभग 54 लाख रूपए की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तितिरगांव और कुम्हरावंड में निर्मित 2-2 एच टाईप स्टॉफ क्वार्टर, लगभग 16 लाख रूपए की लागत से हर्राकोडेर में निर्मित आयुर्वेदिक औषधालय भवन लोकार्पण करेंगे।
इसके साथ ही लगभग 9 करोड़ 16 लाख रूपए की लागत से जगदलपुर शहर के गोल बाजार के विकास कार्य एवं विद्युतीकरण कार्य, 50 लाख रूपए की लागत से माता रूकमणी सेवा संस्थान विनोबा ग्राम डिमरापाल जगदलपुर में मिनी फुटबाल ग्राउण्ड का निर्माण, 7 करोड़ 63 लाख रूपए की लागत से 150 स्थानों पर सोलर हाईमास्ट, 1 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से 15 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों प्री बर्थ वेटिंग कक्ष, 20 लाख रूपए की लागत से धुरवा समाज के लिए सामाजिक भवन, लगभग 50 लाख रूपए की लागत से ग्राम छिन्दावाड़ा में आश्रम भवन का नवीनीकरण एवं प्रथम तल में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, लगभग 1 करोड़ 89 लाख रूपए की लागत से ग्राम नगरनार के बाजार स्थल को विकसित करने का कार्य, लगभग 50 लाख रूपए की लागत से ग्राम बुरूंदवाड़ा सेमरा में अहाता निमार्ण कार्य, 2 करोड़ रूपए की लागत से मेडिकल कॉलेज डिमरापाल जगदलपुर परिसर में गंभीर बीमारी से पीडि़त मरीजों के परिवारजनों एवं सुश्रुषा करने वालों के लिए ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण, 4 करोड़ 54 लाख रूपए की लागत से विभिन्न मार्गों 24 मार्ग पर नवीनीकरण एवं पेच रिपेयर कार्य, लगभग 4 करोड़ 93 लाख रूपए की लागत से विभिन्न मार्गों 25 मार्ग पर नवीनीकरण एवं पेच रिपेयर कार्य, 5 करोड़ 46 लाख रूपए की लागत से बस्तर विकासखण्ड अन्तर्गत विभिन्न मार्गों 12 मार्ग पर नवीनीकरण एवं पेच रिपेयर कार्य का भूमिपूजन करेंगे।
5 करोड़ 1 लाख रूपए की लागत लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड अन्तर्गत विभिन्न मार्गों 18 मार्ग पर नवीनीकरण एवं पेच रिपेयर कार्य, 1 करोड़ 85 लाख रूपए की लागत से लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड अन्तर्गत विभिन्न मार्गों 7 मार्ग पर नवीनीकरण एवं पेंच रिपेयर कार्य, 13 लाख 60 हजार रूपए की लागत से जगदलपुर विकासखण्ड अन्तर्गत दलपत सागर के उत्तरी छोर में दुकान निर्माण कार्य का भूमिपूजन करेंगे।
अफसरों की बैठक में राज्यपाल ने दिए निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने जनजातिय समुदाय की उन्नति के लिए शासकीय योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक उनके बीच पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना नियंत्रण सहित विभिन्न कार्यों की स्थानीय विश्राम भवन के सभाकक्ष में समीक्षा की।
बैठक में राज्यपाल अनुसुईया उइके ने स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि एवं अन्य रोजगार मूलक कार्यों के संबंध में समीक्षा की। उन्होंने जिला प्रशासन बस्तर के मार्गदर्शन में दरभा क्षेत्र की महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा पपीता की सामुदायिक खेती एवं कॉफी खेती के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उनके द्वारा कोण्डागांव जिले के सल्फीपदर गांव में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा की जा रही काली मिर्च की खेती के अवलोकन की उत्सुकता भी जताई।
इस अवसर पर कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, आईजी सुन्दरराज पी., सीसीएफ मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर रजत बंसल, कोण्डागांव कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, वनमण्डलाधिकारी सुश्री स्टायलो मण्ड़ावी, जिला पंचायत बस्तर सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी सहित सभी विभागों के संभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
2 वर्षों में बस्तर क्षेत्र में इलाज के अभाव में सीपीआई माओवादी संगठन के 3 सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर्स की मृत्यु हुई-आईजी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। सीपीआई माओवादी संगठन की सेन्ट्रल कमेटी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर अक्कीराजु हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण उर्फ आर.के. की बीमारी से 14 अक्टूबर को मृत्यु होने की पुष्टि की गई है। सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर अक्कीराजु हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण उर्फ आर.के. पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 40 लाख रुपये का ईनाम घोषित था, उक्त माओवादी कैडर सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर के साथ ही ्रह्रक्चसर््ंष्ट का सेक्रेटरी भी रहा है ।
बस्तर के आई जी सुन्दरराज पी. ने बताया कि विगत 2 वर्षों में सीपीआई माओवादी सेन्ट्रल कमेटी के अब तक 3 वरिष्ठ कैडर रमन्ना, हरिभूषण एवं रामकृष्ण की बस्तर क्षेत्र के जंगल में मौत हुई है, इसके अलावा ष्ठ्यसर््ंष्ट सदस्य शोबराय, गंगा एवं डीवीसी मेम्बर विनोद की भी विगत दिनों में मृत्यु हुई ।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बल द्वारा स्थापित किये गये सुरक्षा बेस कैम्पों के कारण से सीपीआई माओवादी संगठन के सप्लाई नेटवर्क के ऊपर भी विपरीत असर पड़ा है तथा दवाई एवं अन्य अत्यावश्यक सामग्री की आपूर्ति नहीं होने के कारण माओवादियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 15 अक्टूबर। बस्तर दशहरा में शामिल होने पहुंची राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने यहां राजमहल में राजपरिवार के सदस्यों से सौजन्य भेंट। उन्होंने इस अवसर पर माटी पुजारी कमलचंद भंजदेव और राजमाता श्रीमती कृष्ण कुमारी देवी को सम्मनित किया।
राज्यपाल ने 75 दिनों तक चलने वाले ऐतिहासिक बस्तर दशहरा के दौरान निभाई जाने वाली रस्मों और रीति रिवाजों के संबंध में चर्चा की और बस्तर की अनेक समुदाय की सहभागिता से 600 वर्षों से अधिक समय से निरन्तर आयोजित दशहरा पर्व को अनूठा आयोजन बताया। राज्यपाल ने कहा कि यह पर्व न केवल बस्तर अपितु पूरे राज्य का सम्मान बढ़ाता है। दंतेश्वरी माई की आराधना में विभिन्न समुदायों की सहभागिता तथा यहां उमडऩे वाली श्रद्धालुओं के कारण इस पर्व का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।75 दिनों तक चलने वाले बस्तर दशहरा के दौरान इसके आयोजन में सहभागिता निभाने वाले समुदायों के साथ ही बस्तरवासियों के उत्साह के कारण यह पूरे विश्व मे चर्चित है। इस दौरान वारंगल से पहुंचे नर्तक दल ने लोक नृत्य का प्रदर्शन किया।
सोशल मीडिया पर छाई बस्तर पुलिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। एक ओर जहां बस्तर दशहरे की धूम चारो ओर चल रही है, वहीं इसे देखने के लिये बड़ी संख्या में पर्यटकों के साथ ही आसपास क्षेत्रों के काफी जन इन दिनों बस्तर आये हुए थे, ऐसे में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को बखूबी निभाने के साथ ही बस्तर पुलिस के जवानों ने बीती रात जमकर माँ दंतेश्वरी मंदिर के सामने जमकर डांस किया, जिसका वीडियो तेजी से सोशल साइट के साथ ही लोग अपने स्टेटस में भी डाल रहे है।
बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात मावली परघाव के बाद जैसे ही माता की डोली को बस्तर महाराजा के साथ ही जनप्रतिनिधियों व मांझी चालाकियों के द्वारा मंदिर में प्रवेश कराया गया, उसके बाद इन सभी की सुरक्षा में तैनात आईपीएस अधिकारी से लेकर आरक्षकों ने माता के भजनों पर जमकर डांस किया। जवानों के इस डांस को देखने के बाद आईपीएस अधिकारी भी खुद को नहीं रोक पाए और वे भी डांस करने लगे, अधिकारियों से लेकर जवानों तक के इस डांस को देखने वाले आम लोगो के साथ ही अन्य लोगों ने इसका वीडियो बनाने लगे, जहाँ कुछ देर के बाद ही इस वीडियो को लोग अपने मोबाइल के स्टेटस में रखने का सिलसिला शुरू हो गया, वहीं वीडियो को फेसबुक से लेकर अन्य सोशल साइट में भी डाला गया, जिसे काफी संख्या में लोगो के द्वारा पसंद किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इन दिनों बस्तर दशहरे को देखने ना सिर्फ बस्तर से बल्कि विदेशों से भी काफी संख्या में पर्यटन आये हुए है, वही बस्तर दशहरा के रस्मो में शामिल होने के लिए राज्यपाल अनुसुईया उइके भी बस्तर प्रवास पर है, वही आने वाले दिनों में प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मुरिया दरबार में शामिल होने के लिए आने वाले है, ऐसे में 24 घंटे तक लगातार अपनी कड़ी ड्यूटी निभाने के बाद भी जवानों का हौसला काफी मजबूत है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण गुरुवार की रात को देखने को मिला।
प्रदेश में सुख-शांति की कामना
जगदलपुर, 16 अक्टूबर। 3 दिवसीय बस्तर दौरे पर आई राज्यपाल ने सबसे पहले दंतेश्वरी मंदिर जाकर माँ से प्रदेश में सुख शांति की मनोकामना को लेकर पूजा-अर्चना की।
ज्ञात हो कि राज्यपाल अनसुइया उइके शुक्रवार को 3 दिवसीय दौरे पर बस्तर पहुंची, जहाँ पहले माँ दंतेश्वरी मंदिर में प्रदेश की खुशहाली को लेकर पूजा अर्चना की, उसके बाद राजमहल में जाकर राजमाता व बस्तर महाराज कमलचंद भंजदेव से मुलाकात करके बस्तर दशहरा के बारे में विस्तृत जानकारी लेने के साथ ही बस्तर के कई अहम मुद्दों पर चर्चा भी की।
जगदलपुर, 15 अक्टूबर। विजयदशमी के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को संसदीय सचिव व विधायक रेखचंद्र जैन के द्वारा विशाल भंडारा का आयोजन किया गया, जिसमे आबकारी मंत्री ने भी माँ की आराधना करने के साथ ही श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया।
बता दे कि विगत 2 वर्षों तक कोरोना के चलते बहुत से आयोजन नही हो पा रहे थे, ऐसे में बस्तर में इस बार फिर से खुशहाली के साथ ही बस्तर दशहरा देखने के लिए दूर दराज से भक्तों का सैलाब जन उमड़ गया, इस कोरोना बीमारी के कुछ कमी के चलते संसदीय सचिव रेखचंद्र जैन के द्वारा विशाल भंडारा का आयोजन किया गया, इस मौके पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा के द्वारा माता के छायाचित्र पर पूजा अर्चना करने के बाद माझी चालाकी के साथ ही श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण करना शुरू किया गया, प्रसाद वितरण करने के दौरान छोटे बच्चो ने कवासी लखमा से भी प्रसाद लेने की इच्छा भी जताई, जिसके बाद कवासी लखमा के साथ ही विधायक रेखचंद्र जैन व अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रसाद का वितरण शुरू किया, वही आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर में माँ दंतेश्वरी की कृपा बनी रहे , साथ मे बस्तर से जल्द ही नक्सलवाद भी खत्म हो जाये, यही कामना की जा रही है। इस दौरान विधायक राजमन बेंजाम, शहर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा, अक्षय ऊर्जा के मिथिलेश स्वर्णकार, बलराम मौर्य, सफिरा साहू,कविता साहू, जीशान कुरैशी, हेमू उपाध्यक्ष, विक्रम डांगी,कमलेश पाठक ,तरणजीत रंधावा अवधेश झा ,रमेश जैन, वेंकट राव, अनिल , अजय बिसाई, धर्मेंद्र चौहान, अरुण गुप्ता, अरुण बरडिया, जितेंद्र कोचर, मनोज दुग्गड़, प्रकाश ठाकुर, सुंदर सोढ़ी, सामू कश्यप व अन्य मौजूद थे।
उत्तरप्रदेश ले जाने की थी तैयारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 14 अक्टूबर। बोधघाट पुलिस ने 24 घंटे के अंतराल में फिर से गाँजा आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने 25 किलो गांजा के साथ उत्तरप्रदेश के 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मामले के बारे में नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार ने बताया कि थाना बोधघाट को सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति ओडिशा की ओर से अवैध रूप से गांजा का परिवहन कर बस के माध्यम से जगदलपुर से उत्तरप्रदेश की ओर ले जा रहे हैं। थाना प्रभारी बोधघाट ने टीम गठित कर बस स्टैण्ड में 3 संदिग्ध व्यक्तियों की घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पूछताछ करने पर अपना नाम विकाश पाल, प्रिंस राजा बुंदेला एवं अजय वासुदेव निवासी उत्तरप्रदेश होना बताया। पूछताछ करने पर बताया कि इनके द्वारा 25 किलोग्राम अवैध गांजा का परिवहन ओडिशा सीमा से करते हुए उत्तरप्रदेश लेकर जा रहे थे।
मामले में तीनों आरोपियों के कब्जे से 25 किलोग्राम गांजा एवं 3 मोबाईल जब्त किया गया है, जब्त गांजा की अनुमानित कीमत 1,25,000/-रूपये आंकी गई है। थाना बोधघाट में धारा 20 (ख) एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया गया है, आरोपीगण को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।