छत्तीसगढ़ » कोरिया
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर, 22 अक्टूबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। छत्तीसगढ़ विधानसभा की पहली विधानसभा सीट भरतपुर सोनहत में परिसीमन के बाद बेहद दिलचस्प मुकाबले हुए हंै, परन्तु यह एक मिथक बनकर रह गया है, कि एक बार इस विधानसभा से विजयी होने के बाद दुबारा यहां से आज तक कोई जीत नहीं पाया है। यहां यह भी देखा गया है कि नए चेहरा यहां के मतदाताओं को ज्यादा भाता है। ऐसा पूर्व विधायक गुलाब सिंह के साथ और चंपा देवी पावले के साथ हो चुका है, वहीं वर्तमान विधायक गुलाब कमरो दूसरी बार मैदान में है देखना है यह मिथक वो तोड़ पाते है या नहीं।
चुनाव रणभेरी बज चुकी है, राज्य की पहली विधानसभा सीट भरतपुर सोनहत में भाजपा ने केन्दीय मंत्री रेणुका सिंह को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने वर्तमान विधायक गुलाब कमरो को दुबारा इस सीठ से अपना उम्मीदवार बनाया है। दोनों प्रचार में निकल चुके है, जबकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने दुबारा श्याम सिंह मरकाम को भी टिकट दिया है। कांग्रेस भाजपा के बीच जुबानी जंग भी जारी है। परन्तु अब तक इस सीट पर दुबारा लडऩे वाले को सत्ता करने का दुबारा मौका नहीं मिला है।
दूसरी बार भाग्य आजमा रहे गुलाब सिंह को मिली शिकस्त
परिसीमन के बाद वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में नई सीट भरतपुर सोनहत विधानसभा (आरक्षित) का उदय हुआ, इसके पूर्व अविभाजित कोरिया जिले में दो विधानसभा बैकुंठपुर और मनेन्द्रगढ़ विधानसभा सीट हुआ करती थी, वर्ष 2003 के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेता गुलाब सिंह ने जीत दर्ज की थी, और परिसीमन के बाद उन्हें भरतपुर सोनहत में कांग्रेस ने दुबारा प्रत्याशी बनाया, वहीं भाजपा के खाद्य विभाग से रिटायर होकर राजनीति में आए फूलचंद सिंह को मैदान में उतारा। जिसमें भाजपा के फूलचंद सिंह को 35443 मत मिले जबकि कांग्रेस के गुलाब सिंह को 28145 मत मिले और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।
भाजपा के नए चेहरे को मिली जीत
वर्ष 2013 में भाजपा के सीटिग एमएलए फूलचंद सिंह को स्वास्थ्यगत कारणों से टिकट नहीं दिया और तत्कालिन जिला पंचायत अध्यक्ष चंपा देवी पावले को भरतपुर सोनहत से टिकट दिया, दूसरी ओर कांग्रेस ने भी नए चेहरे पर दांव खेला और गुलाब कमरो को मैदान में उतारा। जिसमें भाजपा की चंपा देवी पावले को 42968 मत मिले और कांग्रेस के गुलाब कमरो को 38360 मत मिले, इस चुनाव में भाजपा का नया चेहरा जीत दिलाने में मददगार साबित हुआ। इस चुनाव में भाजपा की महिलाओं के नाम राशन कार्ड प्रमुख मुद्दा था, जिससे भाजपा को फायदा देखा गया।
दुबारा टिकट मिला और हार गई चंपा देवी पावले
वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा की ओर से सीटिग एमएलए चंपा देवी पावले को मैदान में उतारा और कांग्रेस ने फिर से 2013 के हारे उम्मीदवार गुलाब कमरों पर विश्वास जताते हुए टिकट दिया, जिसमें कांग्रेस के गुलाब कमरो को 51732 मत मिले और भाजपा की चंपा देवी पावले को दुसरी बार इस विधानसभा पर भाग्य आजमाने पर 32199 मत मिले और उन्हे हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के श्याम सिंह मरकाम को 26632 मत मिले थे।
कहा संभाग की हर सीट पर जीत-हार तय करते हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 6 अक्टूबर। सरगुजा संभाग के बैकुंठपुर विधानसभा के बैकुंठपुर स्थित साहू समाज के सामुदायिक भवन में साहू समाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। जिसमें कांग्रेस और भाजपा से संभाग में एक सीट पर टिकट की मांग की।
प्रेसवार्ता में समाज के प्रवक्ता देश के विख्यात पर्वतारोही राहुल गुप्ता ने बताया कि बीते 20 वर्षों से हम अपनी बारी का इंतजार कर रहे हंै, 8 माह से हम जब से चुनावी टिकट को लेकर प्रक्रिया शुरू हुई है, समाज ने राष्ट्रीय स्तर से लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों से हम टिकट की मांग करते आये हंै। भाजपा ने संभाग की 5 सीटों में से 2 में अपने अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जिसका हम स्वागत करते हंै, हम बैकुंठपुर विधानसभा में मजबूत हैं। यहां समाज के लगभग 26 हजार वोटर है, इसी तरह प्रेमनगर में 36 हजार, भटगांवके 11 हजार, अम्बिकापुर में 14 हजार, मनेन्द्रगढ़ में 13 हजार, भरतपुर सोनहत में 12 हजार सामाजिक वोटर हंै। पूरे संभाग में 1 लाख 20 हजार से ज्यादा वोटर हैं और हम संभाग की हर सीट पर जीत हार तय करते हंै।
उन्होंने कहा कि यदि हमको बैकुंठपुर विधानसभा से बीजेपी टिकट देती है तो हम सब समाज को लेकर इस सीट पर जीत दर्ज करवा कर दिखाएंगे, न सिर्फ बैकुंठपुर बल्कि पूरे संभाग में भाजपा को जीत दिलवाने का पूरा प्रयास करेंगे, पर यदि हमको टिकट नहीं देती है पार्टी का नुकसान होगा। हो सकता है साहू समाज अपना निर्दलीय प्रत्याशी भी उतार दे।
आगे उन्होंने कहा कि अभी समय है दोनों पार्टी हमारे प्रस्ताव पर विचार कर ले, कांग्रेस ने अभी टिकट की घोषणा नहीं की है। यदि कांग्रेस सरगुजा संभाग से हमें एक सीट पर टिकट देती है, तो पूरे संभाग की सीटों पर साहू समाज उनका समर्थन करेगा। दोनों राजनीतिक दल इस बात को जान ले।
उन्होंने कहा कि ये पहली प्रेसवार्ता है इसका सिलसिला जारी रहेगा और हमारी रणनीति समाज समय-समय पर अवगत कराते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा किसी से विरोध नहीं है। हमारी मांग को दोनों दल समझे और हमारे साथ हमारे समाज की शक्ति को देखते हुए टिकट दें।
भैयाथान से आए जनपद सदस्य सुनील साहू का कहना है कि बीते चुनाव में दो-दो मंत्रियों ने हमारी ताकत देख ली है, यदि फिर देखना चाहते हैं, तो हम तैयार हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (अल्पसंख्यक विभाग) के प्रदेश सचिव मनप्रीत सिंह साहनी ने स्वास्थ्य सेवाएं के संचालक को पत्र लिखकर डीपीएम के पद से हटाए गए प्रिंस जायसवाल के खिलाफ शिकायत की है। शिकायत के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को 7 दिवस के अंदर जांच कर जांच प्रतिवेदन भेजने के निर्देश जारी किए है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (अल्पसंख्यक विभाग) के प्रदेश सचिव मनप्रीत सिंह साहनी ने अपनी शिकायत में बताया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कोरिया जिले में जिला कार्यक्रम प्रबंधक के पद पर आपसी सांठगांठ कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा बिना आदेश के काम कराया जा रहा एवं पद का दुरूपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने आगे लिखा है कि राज्य आदेश के तहत् मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर में आदेश के तहत् प्रभारी डीपीएम ने पद ग्रहण किया गया, लेकिन बैकुन्ठपुर में प्रभारी डी. पी. एम. को पद ग्रहण नहीं कराया जा रहा है। इसके पीछे डॉ. प्रिंस जायसवाल जिला सलाहकार के द्वारा अपने रसूख पैसे के बल पर राज्य सरकार एवं जिला अधिकारियों की मिली भगत है। जिसके कारण प्रभारी डी.पी.एम. को पद ग्रहण नहीं कराया जा रहा है और संविदा कर्मचारी होकर राकेश वर्मा के ऊपर आज दिनांक तक पद ग्रहण न करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने कोरिया जिले में जांच टीम गठित कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि मामले की जांच किये जाने की कार्यवाही कर डी.पी.एम. के पद से RMNCH+A जिला सलाहकार डॉ. प्रिंस जायसवाल को तत्काल हटाया जाए।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनप्रीत शाहनी की शिकायत के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखा है। पत्र के उन्होंने लिखा हैं कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कोरिया में जिला कार्यक्रम प्रबंधक के आदेश को दरकिनार करते हुए पद का दुरूपयोग करते हुये पद नहीं छोडऩे की शिकायत छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग रायपुर से पत्र प्राप्त हुआ है। अत: उक्त प्रकरण की जाँच कर जाँच प्रतिवेदन कार्यालय को 07 दिवस के भीतर प्रेषित करना सुनिश्चित करें।
एसडीएम के आने पर मामला शांत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 अक्टूबर। जिले के जनपद पंचायत बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत कटकोना में अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग कराने पहुंची रिटर्निंग अफसर द्वारा हुई वोटिंग की जानकारी नहीं देने को लेकर बवाल मच गया। शाम 6 से 10.30 बजे रात तक महिला सरपंच और पंच उनकी कार के सामने जमीन पर बैठ गए। एसडीएम बैकुंठपुर मौके पर पहुंची, तब जाकर दुबारा वोटिंग के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और रिटर्निंग अफसर वहां से जा पाई, वहीं पंचायत सचिव शाम 6 बजे ही कार्यवाही पंजी लेकर घर निकल गया।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कटकोना में 21 पंच हंै औऱ मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होना था, धारा 40 की कार्रवाई करने तहसीलदार पटना को रिटर्निंग अफसर नियुक्त कर भेजा गया, वोटिंग हुई।
सरपंच का कहना है कि 2 तिहाई मत नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। उनका कहना है 3 मत निरस्त हुए और 5 उनके साथ थे, 13 मत ही विपक्ष में थे, पर रिटर्निंग अफसर इसकी जानकारी नहीं दे रही थी, जिसकी मांग को लेकर वो उनकी कार के सामने बैठी है, सचिव उनकी बात नहीं सुनता और कार्रवाई पूरी हुई नहीं ,कार्यवाही रजिस्टर लेकर अपने घर चला गया।
वही मामले की जानकारी होने के बाद काफी संख्या में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर संजय कमरो ने कलेक्टर को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद एसडीएम अंकिता सोम मौके पर पहुंची।
मामले की जानकारी रिटर्निंग अफसर से लेकर उन्होंने सरपंच को अविश्वास प्रस्ताव के लिए नई डेट देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने ताली बजाकर निर्णय का स्वागत किया, जिसके बाद 6 घण्टे से फंसी रिटर्निंग अफसर वहां से निकल पाईं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 26 अगस्त। कोरिया पहुंचे छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने आते ही सबसे पहले प्रेसवार्ता ली। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी गरीब कल्याण योजनाओं का लाभ के साथ जिन्हें लाभ मिला उन तक पहुंचना, बूथ सशक्तिकरण का काम करना, कोर कमेटी की सदस्यों के साथ बैठकर उनको दिए काम की जानकारी लेने के लिए आया हूँ। कांग्रेस के भ्रष्टाचार को भाजपा लगातार उजागर कर रही है। चुनाव के टेक्निकल काम को मजबूत करना मेरा काम है। मेरा चुनावी टेक्निकल काम के नाते मेरा ये दौरा है।
कोरिया भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं किया के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार भ्रष्टाचार उजागर कर रही है, कोई एक जिले में नहीं किया गया है। कांग्रेस के 75 पार के दावे पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा दावा कोई भी कर सकता है, वो 75 ही नही 90 भी कर सकते हैं, पर सरकार हमारी ही बनेगी।
उन्होंने कहा कि सरगुजा संभाग में पहली बार जिताऊ कैंडिडेट्स घोषित किए हैं। उम्मीदवार के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस तरह सरगुजा कर 5 कैंडिडेट घोषित किये गए हैं, उसी फॉर्मूले पर ही टिकट दिया जाएगा।
उन्होंने सोशल मीडिया पर फैली एक खबर को लेकर कहा कि सोशल मीडिया का जवाब नहीं दूंगा, जिताऊ कैंडिडेट को टिकट देंगे। उन्होंने कहा कि बुलडोजर को मीडिया ने हाईलाइट किया है हमारी कोई नीति नहीं है पर कोई लॉ एंड आर्डर को बिगड़ेगा तो बुलडोजर से भी आगे जाने की सोच सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 25 अगस्त। कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत डूभापानी मे दो ग्रामीणों के नदी में डूबने की खबर आई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से एक शव को नदी से निकाला, जबकि दूसरे ग्रामीण की तलाश की तैयारी की जा रही है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम डूभापानी निवासी रामकिशुन(40) और जगबंधन (35) बुधवार को गांव के पास से बहने वाली गेज नदी में मछली मारने के लिए गए थे, जहां दोनों डूब गए, पर उन्हें पता नहीं चला।
आज एक शव पानी के ऊपर तैरता दिखा, तब आज ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद एक शव को नदी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया है, वहीं दूसरे की तलाश तेज कर दी है।
दूसरे विधानसभा के नेताओं ने की दावेदारी, किरकिरी के बाद वापस लेने पहुंचे आवेदन
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 23 अगस्त। कांग्रेस के विधायक दावेदारों के आवेदनों की संख्या देख हर कोई हैरान है, सिर्फ बैकुंठपुर विधानसभा में 52 दावेदारों ने अपना आवेदन जमा किया है। कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया बता रही है जबकि लोग इसे कांग्रेस की गुटबाजी बता रहे है। इसमें कुछ तो ऐसे है जिनका खुद का वोट बैकुंठपुर विधानसभा में नहीं है कुछ ऐसे भी दावेदार है जिन्होनें जिला विभाजन का खुल कर कोरिया का विरोध किया तो कुछ ऐसे है जो जनपद और जिला सदस्य के चुनाव में बुरी तरह हार चुके हैैं। कुछ को तो लोग भी सही ढंग से जानते तक नहीं है।
बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस के दावेदारों की संख्या देख सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि विधायक की दावेदारी सिर्फ इसलिए कर रहे है, ताकि उन्हें उनकी दावेदारी वापस लेने का जब कांग्रेस आला कमान दबाव बनाएगा तो वे अपने नेता के नाम की शर्त पर अपनी दावेदारी वापस ले लेगेंं। ताकि उनके नेता को टिकट मिल सके।
इसी होड़ में नेताओं के समर्थकों ने जमकर फार्म जमा किए, समर्थक कम पड़े तो भाग दौड़ कर दूसरे विधानसभा के निवासियों को भी दावेदार बनकर विधायक के लिए आवेदन जमा कर दिया। वहीं ज्यादातर नाम एकदम नए है, ऐसे नाम भी हैं, जिनसे आमजन भी अनभिज्ञ है।
52 दावेदारों ने जमा किया आवेदन
विधायक की दावेदारी के लिए कुल 52 दावेदारों की फार्म जमा कर दिया है, यहां से 5 लोगो के नाम जिला कांग्रेस कमेटी को भेजा जाएगा, उसके बाद वहां से पैनल बनाकर प्रदेश चुनाव समिति को भेजा जाएगा। जिसमें श्रीमती अम्बिका सिंहदेव, अशोक जायसवाल, योगेश शुक्ला, वेदांती तिवारी, मुख्तार अहमद, प्रेम सागर तिवारी, राजन पाण्डेय, अनित दुबे, बिहारीलाल राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, अनिल कुमार जायसवाल, ईश्वर सिंह, मो. वाहिद, रामधन देवांगन, राकेश प्रताप सिंह, वंश गोपाल जायसवाल, गणेश उदय सिंह, रियाज कुरैशी, प्रखर जायसवाल, शहाब अख्तर सिंह, कमल कांत साहू, पिताम्बर सिंह, संजय गुप्ता, यवत कुमार सिंह, गीता देवी जायसवाल, गणेश राजवाड़े, रजनीकांत शुक्ला, रियाज अहमद, मकबूल खान, श्यामलाल पैकरा, संजय टोप्पो, आशा महेश साहू, सोनू राज यादव, दीपक गुप्ता, उदय नारायण चेरवा, महेंद्र कुमार साहू, रामकृष्ण साहू, संगीता सोनवानी, तारा पाण्डेय, कृष्णा कुमार राजवाडे, भूपेंद्र सिंह, अरविंद कुमार सिंह, नीलेश पाण्डेय, आशीष कुमार यादव, भूपेश गुप्ता, अन्नपूर्णा सिंह, विकास श्रीवास्तव, सुजीत सोनी, कलावती मरकाम, लालमुनी यादव, सागर शर्मा ने अपना फार्म जमा किया।
किरकिरी के बाद वापसी की गुहार
दूसरे विधानसभा के दावेदारों ने जब फार्म जमा कर दिया, यह सर्वविदित है कि परिसीमन के बाद कोरिया जिले में तीन विधानसभा अस्तित्व में आई, जिसमें बैकुंठपुर विधानसभा में दूसरे विधानसभा के कांग्रेस के पदाधिकारियों ने फार्म जमा कर दिया, बाद में जब दूसरे विधानसभा में दावेदारी को लेकर किरकिरी होने लगी तो फार्म वापस लेने पहुंच गए, परन्तु फार्म लेने के बाद वापसी की कोई प्रक्रिया नहीं होने के कारण अब उनका नाम भी दावेदारों में शामिल कर लिया गया है, दावेदारी से साफ है कि दूसरे विधानसभा के लोग क्यों और किसके इशारे पर दावेदारी करने आगे आए है। कांग्रेस के अंदरखाने एक दूसरे के विधानसभा में गुटबाजी कराने की पूरी कोशिश साफ देखी जा रही है।
अंदरखाने जबरदस्त गुटबाजी
कोरिया कांग्रेस में अविभाजीत कोरिया के समय से ही गुटबाजी हावी रही है, कोरिया में कांग्रेस के अदंरखाने सब कुछ ठीक नहीं है। यही कारण है कि 52 दावेदारों ने अपनी दावेदारी जताई है, नामों में ज्यादा तर कोई ना कोई किसी एक बड़े नेता का समर्थक बताया जा रहा है। कोरिया में कुछ बड़े नेता ऐसे है जिन्होने बीते साढ़े 4 साल कई तरह की पार्टी देकर खुद को दावेदारी में आगे रखा है, उन्होने भी फार्म जमा किया है। उन्होने हर मंच पर जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, ऐसे नेताओं को यदि टिकट नहीं मिलती है तो उन्हें बड़ा धक्का लगेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 अगस्त। बैकुंठपुर विधानसभा टिकट के लिए दावेदारों के आवेदन फॉर्म जमा करने के लिए दो दिन और बचे हैं, अब तक 16 दावेदारों ने फॉर्म जमा कर दिया है।
बैकुंठपुर विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से की टिकट के लिए आवेदन करने का क्रम जारी है, इसके लिए अंतिम तिथि 23 अगस्त निर्धारित की गई है।
इसी तारतम्य में आज वर्तमान विधायक अम्बिका सिंहदेव ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव गुप्ता को अपना आवेदन प्रस्तुत कर पुन: बैकुंठपुर विधानसभा से अपनी दावेदारी की है।
आवेदन जमा करने के बाद श्रीमती सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार के काम से खुश है, और हम आने वाले चुनाव में बैकुंठपुर विधानसभा के साथ प्रदेश में अबकी बार 75 पार का नारा साकार करेंगे।
15 अन्य दावेदारों ने भी जमा किया आवेदन
अब तक अम्बिका सिंहदेव के अलावा वेदांती तिवारी, गणेश राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, वंशगोपाल जायसवाल,ईश्वर सिंह, लालमुनि यादव, विकास श्रीवास्तव, उदय सिंह, रामकृष्ण साहू, आशीष यादव, राकेश सिंह, ओंकार पांडेय, अन्नपूर्णा सिंह, रियाज कुरैशी और रामधन देवांगन शामिल हंै।
ज्यादातर समर्थकों ने जमा किया फॉर्म
विधायक अम्बिका सिंहदेव ने तो अपना फॉर्म जमा कर ही दिया, पर उनके समर्थकों ने न सिर्फ फॉर्म लिया और जमा भी किया, उनके सबसे करीबी समर्थकों में शिवपुर चरचा नगरपालिका की अध्यक्ष श्रीमती लाल मुनि यादव, रामकृष्ण साहू, नगर पालिका बैकुंठपुर के उपाध्यक्ष आशीष यादव, नगर पालिका बैकुंठपुर की प्रतिपक्ष की नेता अन्नपूर्णा सिंह, उदय सिंह ने फॉर्म लेकर अपनी दावेदारी ठोकी है।
कांग्रेस का टिकट किसे मिलेगा, आसान नहीं कह पाना
वैसे कांग्रेस के विधानसभा के टिकट को लेकर कुछ भी कह पाना आसान नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद कह चुके है परफॉर्मेंस के आधार पर टिकट दिया जाएगा, दूसरी ओर पार्टी सर्वे भी करा चुकी है, ऐसे में दावेदारों की सूची देखकर भी कोई भी नाम सामने आ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। वहीं बैकुंठपुर के कांग्रेसियों का कहना है कि दीदी का ही टिकट फाइनल है। अब देखना है कांग्रेस किसको मैदान में उतारती है।
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। भाजपा में सरगुजा संभाग की 14 सीटों में से 5 सीट की घोषणा कर दी है। ज्यादातर चेहरे एकदम नए हैं, तय है कि बची सीट पर भी नए चेहरों पर भाजपा दांव खेलेगी, बैकुंठपुर विधानसभा में भी यदि भाजपा इसी फॉर्मूले पर काम करती है तो भाजपा को जीत की संजीवनी मिलने से कोई नहीं रोक सकता है।
चुनावी माहौल शुरू हो चुका है, संभाग की 5 सीट पर भाजपा के ऐलान के बाद बैकुंठपुर विधानसभा में भी नए चेहरे को लेकर चर्चा हर कहीं आम हो गई है। दरअसल, हारे नेताओं के प्रति 50 प्रतिशत नकारात्मकता होती है, और नए चेहरे के प्रति किसी प्रकार पूर्वाग्रह भी नहीं होता है, चुनाव में इसका बड़ा फर्क पड़ता है, हर चुनाव में 10 प्रतिशत भटकते मतदाता होते हैं, जो किसी पार्टी के नहीं होते, जो चुनाव को प्रभावित करते है, ऐसे मतदाता नए चेहरे पर उनकी छवि और प्रचार प्रसार के तामझाम को देखकर आसानी से आकर्षित हो जाते और परिणामो को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं।
शासकीय कर्मचारी, पहली बार वोट करने वाला मतदाता इसी श्रेणी में आते हंै। भाजपा इसी रणनीति पर काम कर रही है और उन्हें साधने में जुटी हुई है। बैकुंठपुर विधानसभा में भी भाजपा इस रणनीति पर काम कर सकती है।
संगठन में थी नाराजगी
बैकुंठपुर विधानसभा में बीते लंबे समय से भाजपा के संगठन में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई, सत्ता के समय उन्हें वो सम्मान नहीं मिला, जिसे लेकर अब तक संगठन के अंदरखाने नाराजगी है, पर कोई सामने नहीं आता, वहीं यदि भाजपा नए चेहरे को मौका देती है तो निश्चित तौर पर भाजपा को जीत मिलने की पूरी संभावना है। भाजपा के सत्ता ले समय ज्यादा तर विकास कार्य कांग्रेसियों ने किया, भाजपाई हाथ मलते रह गए थे।
हेलीकॉप्टर में घुमाया वो अब कांग्रेस का दावेदार
2018 में भाजपा की हार का प्रमुख कारण था, भाजपा संगठन में नाराजगी। पूरे 5 साल हुआ ये की भाजपा के लोगों की अनदेखी कर कांग्रेसियों को महत्व दिया गया। वर्तमान में कांग्रेसी नेता रामधन देवांगन जो अब कांग्रेस की ओर से बैकुंठपुर विधानसभा के दावेदार हंै, उनको पूर्व मंत्री कई बार हेलीकॉप्टर में लेकर उड़े, परंतु भाजपा के कार्यकर्ताओं को हेलीकॉप्टर नसीब नहीं हुआ, इस तरह भाजपा के जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की नाराजगी भाजपा को 2018 के चुनाव में भारी पड़ी।
सामाजिक नाराजगी
भाजपा से कई समाज के लोग नाराज रहे, 2018 में ये बड़ा चुनावी मुद्दा बना, नाराज लोगों को उन्हें गलत साबित करने कई हथकंडे अपनाए गए, परंतु उन्हें वोट में तब्दील नहीं कर पाए, इसमें कई समाज के साथ कई ऐसे संगठन भी शामिल रहे, जो निजी तौर पर भाजपा के खिलाफ रहे। जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। परंतु यदि नए चेहरे पर भाजपा दांव लगाती है तो इनकी नाराजगी कम होने की पूरी संभावना है।
बयानों से सरकार की किरकिरी
बैकुंठपुर विधानसभा में भाजपा नेताओं के बयानों से काफी किरकिरी हुई है, सत्ता के समय भी और विपक्ष के समय भी, कई तरह के समाज के साथ यूपी-बिहार के लोगो के बारे के भी अनाप-शनाप बयान सामने आए थे, जो अब आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को खासा नुकसान पहुंचा सकते हैं, बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव में काफी संख्या में यूपी-बिहार के मतदाता हैं, उनकी नाराजगी को लेकर भाजपा ने अभी तक कुछ नहीं किया है, पर यदि भाजपा नए चेहरे पर दांव खेलती है तो उसे उसका लाभ मिल सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अब बेहद सक्रिय हो चुकी है, बैकुंठपुर विधायक व संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव ने बैकुंठपुर विधानसभा की पहले नंबर के पोलिंग बूथ से संकल्प ग्राम यात्रा की शुरुआत की, इस अवसर पर लगभग 150 लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
जानकारी के अनुसार सोमवार को संसदीय सचिव और बैकुंठपुर विधायक अम्बिका सिंहदेव बैकुंठपुर विधानसभा के पहले नंबर के पोलिंग बूथ पर पहुंची यहां से उन्होंने संकल्प ग्राम यात्रा की शुरुआत की जो सभी पोलिंग बूथ पर जाएगी, इस यात्रा के तहत कांग्रेस सरकार की उपलब्धि के साथ विधायक द्वारा कराए गए विकास कार्यों की जानकारी दी जाएगी।
सोमवार को जगतपुर पहुंची श्रीमती सिंहदेव का जोरदार स्वागत किया गया, जहां 150 ग्रामीणों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। इस अवसर पर श्रीमति सिंहदेव ने उन्हें तिरंगा दुपट्टा पहना कर कांग्रेस में स्वागत किया। बहरहाल, विधानसभा चुनाव के पूर्व विधायक अम्बिका सिंहदेव की संकल्प ग्राम यात्रा क्या रंग लाती है ये तो चुनाव के परिणाम से ही पता चलेगा। फिलहाल वो लोगों के करीब आने में जुट चुकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त। छत्तीसगढ हेल्थ फेडरेशन के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संगठन अपने मांग को लेकर आज से सामूहिक हड़ताल पर चले गए, वहीं कोरिया जिले के अस्पतालों में मरीज बेहद परेशान होते रहे। सोमवार को सभी चिकित्सा अधिकारी के साथ कई संगठनों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया सभी कोरिया जिला मुख्यालय स्थित प्रेमाबाग में धरने पर बैठे रहे।
उनका कहना है कि शासन द्वारा घोषणा पत्र में शामिल स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की वेतन विसंगति सुधारे जाने व मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोविड कार्य में लगे अमले को विशेष कोरोना भत्ता दिए जाने एवं वेतन विसंगति से जूझ रहे कई कैडर जैसे की स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी (एएनएम/एमपीडब्ल्यू), नर्सिंग कैडर दोनों की वेतन विसंगति दूर करने का प्रयास आज तक नहीं किया गया है।
ज्ञात हो कि पिंग्वा कमेटी मुख्यमंत्री ने स्वयं निर्देश देकर बनाया था जिसका रिपोर्ट 4 साल बाद भी सार्वजनिक नहीं किए गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री के बातों पर और कमेटी पर कर्मचारी व जनता विश्वास कैसे करे। छत्तीसगढ़ में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लगातार हिंसात्मक घटना को लेकर आए दिन न्यूज देखने को मिलता है। ऐसे में चिकित्सा क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों में डर बना हुआ है। ऐसे घटना पर लगाम हेतु ठोस कार्रवाई व विभागीय एफआईआर हो। डॉक्टर को 4 स्तरीय वेतनमान प्रदाय किए जाने, जूनियर डॉक्टर का स्टीफाइंड में वृद्धि किए जाने की मांग इत्यादि शामिल है।
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। भाजपा में सरगुजा संभाग की 14 सीटों में से 5 सीट की घोषणा कर दी है। ज्यादातर चेहरे एकदम नए हैं, तय है कि बची सीट पर भी नए चेहरों पर भाजपा दांव खेलेगी, बैकुंठपुर विधानसभा में भी यदि भाजपा इसी फॉर्मूले पर काम करती है तो भाजपा को जीत की संजीवनी मिलने से कोई नहीं रोक सकता है।
चुनावी माहौल शुरू हो चुका है, संभाग की 5 सीट पर भाजपा के ऐलान के बाद बैकुंठपुर विधानसभा में भी नए चेहरे को लेकर चर्चा हर कहीं आम हो गई है। दरअसल, हारे नेताओं के प्रति 50 प्रतिशत नकारात्मकता होती है, और नए चेहरे के प्रति किसी प्रकार पूर्वाग्रह भी नहीं होता है, चुनाव में इसका बड़ा फर्क पड़ता है, हर चुनाव में 10 प्रतिशत भटकते मतदाता होते हैं, जो किसी पार्टी के नहीं होते, जो चुनाव को प्रभावित करते है, ऐसे मतदाता नए चेहरे पर उनकी छवि और प्रचार प्रसार के तामझाम को देखकर आसानी से आकर्षित हो जाते और परिणामो को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं।
शासकीय कर्मचारी, पहली बार वोट करने वाला मतदाता इसी श्रेणी में आते हंै। भाजपा इसी रणनीति पर काम कर रही है और उन्हें साधने में जुटी हुई है। बैकुंठपुर विधानसभा में भी भाजपा इस रणनीति पर काम कर सकती है।
संगठन में थी नाराजगी
बैकुंठपुर विधानसभा में बीते लंबे समय से भाजपा के संगठन में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई, सत्ता के समय उन्हें वो सम्मान नहीं मिला, जिसे लेकर अब तक संगठन के अंदरखाने नाराजगी है, पर कोई सामने नहीं आता, वहीं यदि भाजपा नए चेहरे को मौका देती है तो निश्चित तौर पर भाजपा को जीत मिलने की पूरी संभावना है। भाजपा के सत्ता ले समय ज्यादा तर विकास कार्य कांग्रेसियों ने किया, भाजपाई हाथ मलते रह गए थे।
हेलीकॉप्टर में घुमाया वो अब कांग्रेस का दावेदार
2018 में भाजपा की हार का प्रमुख कारण था, भाजपा संगठन में नाराजगी। पूरे 5 साल हुआ ये की भाजपा के लोगों की अनदेखी कर कांग्रेसियों को महत्व दिया गया। वर्तमान में कांग्रेसी नेता रामधन देवांगन जो अब कांग्रेस की ओर से बैकुंठपुर विधानसभा के दावेदार हंै, उनको पूर्व मंत्री कई बार हेलीकॉप्टर में लेकर उड़े, परंतु भाजपा के कार्यकर्ताओं को हेलीकॉप्टर नसीब नहीं हुआ, इस तरह भाजपा के जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की नाराजगी भाजपा को 2018 के चुनाव में भारी पड़ी।
सामाजिक नाराजगी
भाजपा से कई समाज के लोग नाराज रहे, 2018 में ये बड़ा चुनावी मुद्दा बना, नाराज लोगों को उन्हें गलत साबित करने कई हथकंडे अपनाए गए, परंतु उन्हें वोट में तब्दील नहीं कर पाए, इसमें कई समाज के साथ कई ऐसे संगठन भी शामिल रहे, जो निजी तौर पर भाजपा के खिलाफ रहे। जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। परंतु यदि नए चेहरे पर भाजपा दांव लगाती है तो इनकी नाराजगी कम होने की पूरी संभावना है।
बयानों से सरकार की किरकिरी
बैकुंठपुर विधानसभा में भाजपा नेताओं के बयानों से काफी किरकिरी हुई है, सत्ता के समय भी और विपक्ष के समय भी, कई तरह के समाज के साथ यूपी-बिहार के लोगो के बारे के भी अनाप-शनाप बयान सामने आए थे, जो अब आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को खासा नुकसान पहुंचा सकते हैं, बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव में काफी संख्या में यूपी-बिहार के मतदाता हैं, उनकी नाराजगी को लेकर भाजपा ने अभी तक कुछ नहीं किया है, पर यदि भाजपा नए चेहरे पर दांव खेलती है तो उसे उसका लाभ मिल सकता है।
बैकुंठपुर, 18 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के पद पर बड़ा फेरबदल किया है। कोरिया कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नजीर अजहर के स्थान पर वरिष्ठ कांग्रेसी प्रदीप गुप्ता को इस पद से नवाजा है, जबकि नवीन जिला एमसीबी में कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक श्रीवास्तव को कांग्रेस का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है।
विधानसभा चुनाव के पहले दोनों जिलों के अध्यक्षों की नियुक्ति कांग्रेस की सोची समझी रणनीति मानी जा रही है। कोरिया के जिला अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता वर्तमान में कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत के सांसद प्रतिनिधि है। वे लंबे समय से कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य है। कई बार उन्होंने नगर पालिका चुनाव में भी भाग्य आजमाया है। वहीं एमसीबी जिले के खडग़वां निवासी आशोक श्रीवास्तव की संगठन में अच्छी पकड़ है, वे एमसीबी जिले के मनेन्द्रगढ़ सीट के भी प्रमुख दावेदार थे, उन्हें जिला अध्यक्ष बनाकर चुनावी कमान सौंपी गई है।
आजादी के अमृत महोत्सव पर संगीत समारोह आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 8 अगस्त। संबोधन संगीत विद्यालय व दिल्ली वल्र्ड पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगीत समारोह देर रात अपनी ऊंचाइयों पर समाप्त हुआ।
गायक कलाकार बी. रविंद्र कुमार ने अपने अलाप के साथ घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूं मैं जैसे गीतों से पूरे कार्यक्रम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। सहयोगी कलाकार करुणा गुप्ता ने नारी स्वर से कार्यक्रम को खूबसूरती प्रदान की। तालियों से सराबोर जनमानस उनके एक-एक गीत पर तालियां बजाता रहा।
गायक कलाकार सरदार हरमहेंद्र सिंह ने गजल अपने आंखों की गहराई में उतर जाने दे और रमेश गुप्ता ने है जिंदगी कितनी खूबसूरत जैसे गजलों की प्रस्तुति के साथ श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर संगत दे रहे कलाकार प्रदीप एवं आर्गन पर संगत करने वाले नीतीश पोद्दार सहित अन्य कलाकारों ने भी समा बांध दिया।
स्वागत की औपचारिकताओं के उपरांत मुख्य अतिथि डॉ. केपी पटेल ने कहा कि संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान मनेंद्रगढ़ एक लंबे समय से संगीत साधकों को अपने विद्यालय के माध्यम से साधना करने के लिए प्रेरित करती रही है। इस विद्यालय के कई कलाकार अपनी संगीत साधना के बल पर अंचल में उभरकर सामने आए हैं। उनमें से प्रदीप्तो लाहिरी जैसे कुछ कलाकार राष्ट्रीय स्तर पर भी विद्यालय का और इस अंचल का नाम रोशन कर रहे हैं।
कार्यक्रम अध्यक्ष रमेश सिंह ने आयोजन के लिए संबोधन को बधाई दी।
उन्होंने 45 वर्षों की इस संस्था को सुझाव देते हुए कहा कि अपने सांस्कृतिक और साहित्यिक आयोजनों के लिए इस संस्था को शासन से अनुदान मिलने की प्रबल संभावनाएं हैं। संस्था अध्यक्ष अनिल जैन ने संगीत साधकों को अपने विद्यालय के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
दल्ली वल्र्ड पब्लिक स्कूल के सभागार में आयोजित यह कार्यक्रम संगीत साधकों, संबोधन सदस्यों एवं संगीत प्रेमी नागरिकों की उपस्थिति में सूरों एवं संगीत की यह शाम देर रात तक श्रोताओं की तालियां बटोरती रही।कार्यक्रम का संचालन वीरेंद्र श्रीवास्तव एवं आभार प्रदर्शन गौरव अग्रवाल ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 8 अगस्त। कोरिया जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जगदीश प्रसाद नामदेव को सिविल लाइन स्थित मूर्ति पर माल्यार्पण कर याद किया गया।
8 अगस्त 1912 को गोविन्दगढ़ में जन्मे जगदीश प्रसाद नामदेव सरगुजा क्षेत्र के गिने-चुने स्वंत्रता संग्राम सेनानियों में से एक रहे है । स्वतंत्रता के समर में जब युवाओं ने जिम्मेदारियां अपने कंधे पर ली, तो जगदीश प्रसाद को इस क्षेत्र में स्वतंत्रता का अलख जगाने की जिम्मेदारी मिली। करीब 25 वर्ष की उम्र में जगदीश जी अपना घर-द्वार छोडक़र धीरे धीरे लोगों को संगठित करते चले गए, तब भारत छोड़ो आंदोलन चरम पर था, उस समय तिरंगा झंडा घरों में लगाने, लेकर साथ चलने पर ही लोगों को जेल भेज दिया जाता था, ऐसे समय में इस क्षेत्र में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लोगों को संगठित कर जगदीश जी के नेतृत्व में कई बार रेल रोका गया, कोयला खदानों को बंद कराया गया। बैकुंठपुर के मुख्य चौक पर धरना प्रदर्शन, हड़तालें और ब्रिटिश शासन की संपत्तियों पर तोडफ़ोड़ की कार्यवाहियों के जरिए लगातार आंदोलन चलाया गया। उनके आंदोलन में युवा, कृषक, मजदूर सभी वर्ग के लोगों ने बखूबी साथ दिया। यही वजह थी कि कई बार श्री नामदेव को जेल जाना पड़ा, बावजूद इसके उनके उत्साह में कोई कमी नहीं थी, देश आजाद होने के साथ ही जगदीश प्रसाद जी का वो सपना भी पूरा हुआ।
स्वतंत्रता के समर में जगदीश प्रसाद के योगदान को देखते हुए ही पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने उनको ताम्रपत्र से सम्मानित किया था। 18 मार्च 1993 को इसी बैकुण्ठपुर में जगदीश प्रसाद नामदेव ने अंतिम सांस ली और पंचतत्व में विलीन हो गए।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 अगस्त। नाबालिग का रास्ता रोककर उसके साथ रेप करने के जुर्म में दोषसिद्ध पाए जाने पर अपर सत्र न्यायाधीश एफटीएससी (पॉक्सो) आनंद प्रकाश दीक्षित की अदालत ने अभियुक्त को आईपीसी की विभिन्न धाराओं सहित पॉक्सो अधिनियम के तहत 14 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
अभियोजन की ओर से विशेष लोक अभियोजक जीएस राय ने बताया कि घटना दिवस 17 नवंबर 2021 को पीडि़ता परिवार सहित अपने बड़े पिता के घर कार्यक्रम में खाना खाने गई थी।
खाना खाने के बाद वह अकेली घर वापस जा रही थी, तभी रास्ते में अभियुक्त ने पीडि़ता का मुंह बंद कर खींचते हुए अपने घर के पास बने टॉयलेट के पीछे ले जाकर रेप किया। पीडि़ता की आवाज सुनकर उसकी मां के वहां पहुंचने पर अभियुक्त वहां से भाग गया।
मामले में पीडि़ता की शिकायत के आधार पर झगराखंड थाने में केस दर्ज कर विवेचना पूर्ण करने के उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया।
अपराध की प्रकृति तथा प्रकरण की समग्र परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए न्यायाधीश ने झगराखंड निवासी अभियुक्त सोनू धुलिया (27 वर्ष) को धारा 363 के अपराध में 2 वर्ष, धारा 366 के अपराध में 5 वर्ष, धारा 323 के अपराध में 3 माह एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के अपराध में 14 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
7 माह बीते, न 5 हजार अर्थदंड जमा हुआ और न ही भवन खाली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 जुलाई। सरकारी स्कूल भवन में शिक्षिका ने पहले कब्जा किया, बाद में उसके बगल में एक कमरा और बना दिया, भतीजी के नाम से दुकान भी खोल दिया। लंबे समय से सरकारी भवन पर कब्जा हटाने को लेकर ग्राम पंचायत के साथ ग्रामीण विरोध करते रहे। कलेक्टर जनदर्शन से लेकर एसडीएम कोर्ट तक दौड़े, स्टे मिला, बावजूद इसकी परवाह नहीं करते अवैध निर्माण कार्य जारी रहा, वहीं तहसीलदार ने 5 हजार रु. जुर्माना लगाते हुए 5 दिन के भीतर खाली करने को आदेश पारित किया, 7 महिने बीत गए न तो 5 हजार अर्थदंड जमा हुआ और न ही भवन खाली हुआ, ग्रामीण बस तहसील का चक्कर लगा रहे है।
कोरिया जिले में प्रशासनिक उदासीनता के कारण ग्रामीण बेहद परेशान हैं। ताजा मामला बैकुंठपुर जनपद के ग्राम पंचायत सारा के ग्राम जलियाडांड का है, ग्रामीणों की माने तो यहां सरकारी स्कूल के भवन में पदस्थ शिक्षिका ने कब्जा कर लिया, कहा जब ट्रांसफर होगा तो खाली कर दूंगी, परन्तु 20 दिन से ज्यादा बीत गए, ग्रामीणों ने कई बार उससे सरकारी भवन खाली करने को कहा, इस बीच भवन के बगल में दो और कमरें अतिक्रमण कर बना लिया। सरकारी स्कूल के पीछे भी कब्जा कर लिया गया, सरकारी भवन से हटने के बजाय लगातार हो रहे कब्जे के विरोध में ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में की।
अक्टूबर 2021 में दिए आवेदन पर तहसील न्यायालय बैकुंठपुर में मामला चला, दो साल तमाम लोगों के बयान लिए गए, पटवारी से मामले पर अभिमत लिया गया, तब जाकर 21 जनवरी 2023 को मामले में आदेश पारित हुआ।
न्यायालय ने पाया कि शिक्षिका की भतीजी ने अवैध कब्जा कर रखा है और उस पर 5 हजार रू अर्थदंड और 5 दिवस के अंदर अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया।
आदेश के बाद कुछ नहीं होने के पर ग्रामीण फिर तहसीलदार से मिले, 9 फरवरी 2023 को तहसीलदार ने अतिक्रमणधारी को नोटिस जारी कर राशि जमा करने के निर्देश दिए। उसे 15 फरवरी पर अतिक्रमण हटाने का कहा गया, परन्तु तहसीलदार के नोटिस का कोई असर नहीं हुआ, इसके बाद 26 जून 2023 को दुबारा अतिक्रमणधारी को तहसीलदार ने कारण बताओ नोटिस जारी किया, बावजूद इसके कब्जा जस की तस बना हुआ।
मामला अब तक वहीं का वहीं अटका हुआ है। ग्रामीण तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहे है। वहीं अब ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते उसे सरकारी भवन से बेदखल नहीं करता है तो वे आंदोलन के लिए विवश होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 19 जुलाई। ग्रामीणों ने पूरे गांव की निस्तार की सडक़ निर्माण की मांग पंचायत प्रतिनिधियों, सचिव से लेकर कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों से की, परन्तु उनकी मांग पर किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाते हुए पहले चंदा किया और खुद श्रमदान कर सडक़ का निर्माण कर डाला। मनसुख गांव कोरिया जिलामुख्यालय से महज 8 किमी दूर स्थित है। हलांकि अभी सडक़ का कुछ काम बाकि है जिसके लिए ग्रामीण प्रतिदिन फावड़ा लेकर सडक़ बनाने में जुट जाया करते हंै।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मनसुख मेंं मुख्य मार्ग से खालपारा होकर घुघरा पहुंच मार्ग कई वर्षों पूर्व मिट्टी सडक़ का निर्माण किया गया था, बाद मेंं यह सडक़ पूरी तरह जर्जर हो गई, सडक़ के दोनों ओर नाली नहीं होने के कारण बारिश का पानी सडक़ के बीचोंबीच से जाता था, जिससे सडक़ में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे, दरअसल, यह सडक़ नीचे धनुहर नाले से जाकर मिलती है, और पूरे गांव का निस्तार इसी सडक़ से होता है, सडक़ से प्राय गांव के हर व्यक्ति को काम पडता है, और सडक़ के खस्ताहाल हो जाने से ग्रामीण बेहद परेशान थे।
सडक़ निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर जनदर्शन से लेकर तमाम जनप्रतिनिधियों को आवेदन सौंपा और सडक़ निर्माण की मांग की, परन्तु उनकी इस मांग पर किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। जिसके बाद उन्होंने स्वयं सडक़ के निर्माण करने का फैसला किया।
3-3 सौ रू का किया चंदा
बारिश शुरू होते ही सडक़ मे बड़े बड़े गढ्ढे हो जाने और आने जाने में हो रही परेशानियों के कारण ग्रामीणों ने प्रशासन से उम्मीद छोड दी, सडक़ निर्माण के लिए सभी ने बैठक की और सडक़ के बगल से नाली निर्माण की सहमति बनी, इसके लिए जेसीबी लाकर नाली निर्माण कराने जाना तय हुआ, परन्तु जेसीबी के लिए पैसा जुटाने के लिए सभी से 3-3 सौ चंदा जुटाया गया, जिसके बाद जेसीबी मशीन को किराए पर लाकर सडक़ किनारे नाली निर्माण करवाया गया, वहीं सडक़ निर्माण के लिए स्वयं ग्रामीणों ने जमकर श्रमदान किया, इस कार्य में गांव की महिला पुरूषों दोनों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया-ग्रामीण
आदिवासी बाहु ल्य ग्राम पंचायत मनसुख के ग्रामीणों में उनकी सडक़ पर प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं देने के कारण खासी नाराजगी है, गांव के पूर्व उपसरपंच बीरसाय का कहना है कि उन्होनें हर कही जाकर आवेदन दिया, छोटी सी सडक़ के लिए प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
वहीं ग्रामीण राम का कहना है कि सडक़ हमारे गांव के लिए बेहद जरूरी थी, और इसमें बड़े बड़े गड्ढे हो चुके थे, हर कहीं दरवाजा खटखटाया परन्तु हम लोगों की परेशानी पर किसी का ध्यान नही था, इसलिए गांव ने सामुहिक निर्णय लिया और सडक़ का निर्माण किया।
इसके अलावा सनील, धीरज साय, विजय कुमार का कहना है कि चुनाव के समय नेता मंत्री बडे बड़े दावे करने आते है परन्तु सिर्फ दिखावा रहता है, हमारे छोटी सी जरूरत के लिए कोई काम नहीं आया, दादा पुरखों के समय से यह सडक़ से हमारा निस्तार होता आया है, इसलिए हमने मिलकर सडक़ का निर्माण कर दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 18 जुलाई। कोरिया पुलिस ने 67 किलो गांजे के साथ तीन आरोपियों को पकड़ा है। जब्त गांजे की कीमत साढ़े 13 लाख आंकी गई है।
पुलिस के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली कि एक सफेद रंग की कार क्रमांक सीजी- 10/एआर / 8126 में अवैध रूप से गांजा रामानुजनगर तरफ से आ रहा है। सूचना पर तत्काल पुलिस टीम बनाकर मुखबिर के बताए स्थान ग्राम कुडेली मोड़ के पास पहुंचे। कुछ समय इंतजार करने के बाद रामानुजनगर तरफ से एक सफेद कार क्रमांक सीजी- 10 / एआर / 8126 आता हुआ दिखा, जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया। वाहन में तीन आरोपी मिले।
पुलिस ने महबूब खान ( 38) हाई स्कूलपारा सरभोका, थाना पटना ,गोलू यादव ( 32) मण्डलपारा, थाना बैकुण्ठपुर, राजलाल उर्फ संतोष दास (25) जूनापारा सरभोका, थाना पटना को गिरफ्तार किया।
आरोपियों के कब्जे से 1 एक सफेद प्लास्टिक बोरी में भूरे रंग के टेप में लपेटा हुआ गांजा पैकेट 19 पैकेट तथा एक काला बैग में 3 पैकेट गांजा 2. एक बैग में 12 पैकेट गांजा 3. एक प्लास्टिक बोरी में 15 पैकेट गांजा जब्त किया गया।
गांजा 67 किलो ग्राम, कीमती लगभग 13,40,000 / रूपये, एवं कार की कीमत 7,00000/- रूपये तथा मोबाइल कीमत करीब 40,000/रुपये, कुल कीमत 20,80,000 / रूपये को जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 17 जुलाई। बैकुंठपुर शहर में पोस्टर लगाने का काम कर रहे मजदूर की बिजली के लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। मजदूर की माली हालत बेहद खराब थी, जिसके बाद राजनीति तेज हो गई। मौत की जानकारी पर संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव जिला अस्पताल पहुंचीं।
जानकारी के अनुसार शहर के इंदिरा पार्क के सामने होर्डिंग लगाने का काम ठेकेदार द्वारा किया जा रहा था। इस कार्य में पीताम्बर नाम के मजदूर पोस्टर लगाते समय 33 केवी के पोल पर चढ़ गया, जिसके बाद वो 33 केवी के चपेट में आ गया और ऊपर से नीचे जमीन पर गिर गया, तत्काल उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव जिला अस्पताल पहुंची और मृतक के परिजनों से मिली, जिसके बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों और उसके साथ काम करने अन्य मजदूरों का बयान लिया। मामले में पुलिस अब जांच में जुट गई है।
इधर संसदीय सचिव ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने और नगर पालिका में मृतक की पत्नी को काम दिलाने का आश्वासन दिया है।
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर, 26 जून (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। कोरिया जिले का एक ग्राम पंचायत ऐसा है, जहां 3-3 गौठान स्वीकृत हो गए हंै, जिसकी राशि भी निकाल ली गई है। इसमें मनरेगा के तहत 3 बार राशि निकाली गई, अलग कोड बनाकर मामले मेंं बड़ी वित्तीय अनियमितताएं की गई, वहीं गौठन में लगे सूचना पटल पर जो दो यूनिक कोड अंकित है, उसमें एक यूनिक कोड छिपा दिया गया था, पर अलग नाम से बने कोड से यह बात सामने आई कि बसेर के गौठान का 3 बार राशि का आहरण कर लिया गया।
इस संबंध मेें जनपद पंचायत सोनहत के सीईओ एलेक्जेंडर पन्ना का कहना है कि और भी काम हुआ होगा, पर जब हमने बताया कि 15वें वित्त आयोग से भी राशि निकाली गई है और चारागाह का कहीं पता नहीं है, तो उन्होंने कहा कि मैं बसेर गौठान को दिखवाता हूँ।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड में मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत बसेर में गौठान स्वीकृत हुआ। छत्तीसगढ़ जब बसेर स्थित गौठान पहुंचा तो सबसे पहले नगारिक सूचना पटल पर लिखे 2 यूनिक कोड पर नजर पड़ी, गौठान भाग 1 के नाम से 1111382174 जिसकी स्वीकृति राशि 19.62 लाख दिनंाक 25.02.2019 और गोठान भाग 2 के नाम से 1111324564 जिसकी स्वीकृति राशि 17.23 लाख बताई गई। परन्तु मनरेगा की साईट पर देखने पर सिर्फ एक ही कोड बता रहा था, यूनिक कोड 1111382174 ढूंढने से नहीं मिल रहा था। जबकि एक अन्य यूनिक कोड 1111326356 जिसे गौठान भाग 1 के नाम से जारी किया गया, वो सामने आया, जिसमें 19.62 लाख की राशि की स्वीकृति बताई गई और जो सूचना पटल पर अंकित यूनिक कोड 1111382174 गोठान निर्माण कार्य बसेर के नाम से दर्ज है।
तीनों गौठान से भारी भरकम राशि का आहरण किया गया है। नियमानुसार एक बार कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र जारी होने के बाद उससे राशि का आहरण नहीं किया जा सकता है, परन्तु यहां ऐसा नहीं हुआ।
4 साल बाद निकाली राशि
मनेरगा के तहत कार्य पूर्ण होने के बाद (कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र) सीसी लगाई जाती है 1111382174 गोठान निर्माण कार्य बसेर के नाम से दर्ज इस कोड के तहत इसकी स्वीकृति वर्ष 2019 में हुई थी और 25 जुलाई 2020 को मजदूरी के 3,87,030 और मटेरियल के 2,13,348 रू की राशि का आहरण कर लिया गया, नियमानुसार एक बार जिस कार्य को पूर्ण बता दिया गया, दुबारा उसे कैसे पूर्ण दिखाया जा सकता है। वहीं गोठान भाग 1 और गोठान भाग 2 के नाम पर दुबारा उसी कार्य को पूर्ण बताते हुए 4 वर्ष बाद 1 अप्रैल 2023 को राशि निकाल ली गई। दुबारा 19.62 लाख और 17.23 का निर्माण कार्य पूर्ण होना बता कर मजदूरी और मटेरियल का भुगतान कर दिया गया।
मनरेगा के अनुपात में अंतर
मनरेगा के निर्माण कार्यों में मजदूरी का 40 प्रतिशत और मटेरियल का 60 प्रतिशत हिस्सा रखा गया है, परन्तु यहां ऐसा नहीं हुआ, यूनिक कोड 1111326356 में 19 लाख 62 हजार में से मात्र 23288 रू मजदूरी में और 11 लाख 98 हजार 521 रू मटेरियल में खर्च कर दिए गए है। वहीं यूनिक कोड 1111382174 में स्वीकृत 19 लाख 615 हजार में मजदूरी के 3 लाख 8730 रु. और मटैरियल के 2 लाख 13 हजार 348 रू खर्च होना बताया गया, जबकि यूनिक कोड 1111324564 में 3 लाख 2 हजार 834 रू मजदूरी और 9 लाख 8 हजार 195 रू खर्च बताया गया है। जिससे निकाली गई राशि में मनरेगा के अनुपात में बड़ा अंतर देखा जा रहा है।
15वें वित्त आयोग से भी जारी हुई राशि
ग्राम पंचायत बसेर में बने गोठान में चारागाह में नलकूप खनन और बोर से पाईप लाइन विस्तार के लिए 1,18.300 और 68,300रू, आरसीसी पोल और तार फेंसिंग के लिए 1,05,600, गेाठान में सामग्री का भुगतान 99,000, चारागाह में फेंसिग के लिए 71,200 का भुगतान 15वे वित्त आयोग से किया गया। जबकि गौठान मे शेड निर्माण, पानी टंकी का कार्य मनरेगा के तहत करवाया गया। वहीं यहां का चारागाह बने गौठान के आसपास कहीं नजर नहीं आया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 26 जून। दो दिनों से हो रही बारिश से कोरिया जिले के बैकुंठपुर से गुजरने वाली एनएच 43 पर जलजमाव हो गया है, जिससे आने जाने-वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कोरिया जिला मुख्यालय से लगे बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन के सामने काफी दूर तक जल जमाव देखा जा रहा है। बारिश का पानी सडक़ और घुटनों तक आ चुका है, जिससे आने जाने वालों को परेशानी हो रही है।
एनएच 43 के एक तरफ रेलवे 30 मकान बना रहा है, जिसके लिए काफी ऊंचाई तक मिट्टी डाली गई है। इसके बाद एनएच 43 गुजरती है, उसके बाद पटरी है। पहली बारिश का पानी एक निजी भूमि से जाता था, परंतु अब उस पानी पर रोक लगा दी है। जिसके कारण रात में घुटनों तक पानी जमा था, सुबह होते होते कुछ पानी कम हुआ है, बावजूद इसके छोटे वाहनों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। इस जलजमाव से दुर्घटना होने की आशंका भी है।
नम आंखों से दी विदाई
बैकुंठपुर, 25 जून। कोरिया जिले के सोनहत की घुघरा निवासी शांति तिवारी का ब्रेन हेमरेज से गत दिवस निधन हो गया। इससे पहले अपने हौसले के दम उन्होंने कैंसर पर विजय हासिल कर ली थी, किंतु इस बार वो जिंदगी की जंग हार गई।
शांति तिवारी ने बैकुंठपुर गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल से प्रथम श्रेणी में 11वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थीं। उन्होंने रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर से स्नातक एवं स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की थी। बिलासपुर से उन्होंने शिक्षा स्नातक किया था।
वनांचल इलाकों में शिक्षक की भूमिका में कार्य करते हुए प्रधानपाठक के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं। इस बीच श्रीमती तिवारी लगातार धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों में संलग्न रहीं। शांति तिवारी के पिता स्व त्रिपुरारी पांडेय जनपद अध्यक्ष रह चुके हैं।
स्व. शांति तिवारी अपने जीवन काल में कई धार्मिक व सामाजिक आयोजनों में सक्रिय रहीं। वे एक प्रगतिवादी विचारों की महिला होने के कारण नारी उत्थान के प्रयासों में सदैव लगी रहती थीं। हाल में ही उनके नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सेवानिवृत्त महिला कर्मचारियों का सम्मान कार्यक्रम रखा गया था। शांति तिवारी के निधन से कोरिया जिले में शोक व्याप्त है।
नियमों के साथ उच्चाधिकारियों के निर्देशों की भी नहीं है परवाह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर , 25 जून। कोरिया जिले के ग्रामीण यांत्रिकी विभाग में अधिकारियों द्वारा अपने चहेते ठेकेदार को काम दिलाने न सिर्फ नियमों की अनदेखी की, बल्कि उच्चाधिकारियों के बार बार मिल रहे निर्देशों को दरकिनार कर दिया, टेंडर प्रक्रिया बीते 4 महिने से जारी थी, दस्तावेज पूर्ण नहीं होने के बाद भी चहेते को दो काम दे डाले और जिसके दस्तावेज पूरे थे, उसे एक काम दिया गया। अधूरे दस्तावेज होने के बावजूद टेंडर दर को खोल दिया गया। उच्चाधिकारियों ने दो बार नोटिस जारी कर नियमों का हवाला देकर टेंडर देने के निर्देश दिए, बाद में बिना उच्चाधिकारियों को सूचित किए टेंडर निरस्त कर नया टेंडर जारी कर दिया।
वहीं इस मामले में आरईएस विभाग के कार्यपालन अभियंता के एम चौधरी का कहना है कि टेंडर निरस्त कर दिया गया है, परन्तु जब उनसे नियमों और उच्चाधिकारियों के निर्देशों को दरकिनार कर चहेते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने पर सवाल किया तो उन्होंने नो कमेंट्स कह कर जवाब देने से इंकार कर दिया।
दरअसल, ठेकेदार लल्लू प्रसाद पांडे ने अधीक्षण अभियंता अंबिकापुर में शिकायत दर्ज कराई कि 10 फरवरी को भर्रीडीह, नवाटोला और बसेर में मा शा भवन निर्माण की निविदा निकाली गई। जिसमें दो ठेकेदारों ने भाग लिया। निविदा खोले जाने की प्रक्रिया के दौरान दोनों के लिफाफे खोले गए, दूसरे ठेकेदार के लिफाफे में बैंक सर्टिफिकेट नहीं पाया गया।
श्री पांडे ने आपत्ति दर्ज कराई, एक दिन बाद उसे दो कार्य को श्री पांडे का एक काम देने के लिए बुलाया, जिसका उन्होंने विरोध किया, जब नियमानुसार दस्तावेज नहीं है तो उसे अमान्य किया जाए।
आरईएस विभाग की निविदा कमेटी जिसमें कार्यपालन यंत्री, डीए, एसडीओ और सहायक लेखा अधिकारी शामिल हंै, उन्होंने श्रीं पांडे की बात नहीं सुनी बल्कि कहा कि समझौता कर लो, जिसके बाद उन्होंने अधीक्षण यंत्री के यहां शिकायत की।
अधीक्षण यंत्री ने नोटिस भेजकर कार्यपालन यंत्री से स्पष्टीकरण मांगा, जिस पर उन्होंने माना कि एक ठेकेदार के दस्तावेज कम पाए गए, साल्वेंसी के आधार और अधिकारियों के दबाव के कारण दोनों के दर खोले जाने की बात कबूल की। जबकि दस्तावेज कम होने की स्थिति में
एक को मान्य करना था या उसी समय टेंडर निरस्त कर देना था।
किस आधार पर टेंडर खोला गया
अधीक्षक अभियंता ने कार्यपालन अभियंता आरईएस को नोटिस के उनके जवाब पर स्पष्टीकरण मांगते हुए पूछा कि जब ठेकेदार द्वारा बैंक सर्टिफिकेट प्रस्तुत नहीं किया गया तो किस आधार पर टेंडर की दर को खोला गया। उसके बाद उन्होंने 26 अप्रैल 2023 को ठेकेदार को अमान्य कर श्री पांडे की निविदा को मान्य करने की कार्रवाई करने को कहा। परन्तु कार्यपालन अभियंता ने उनके निर्देशों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
बिना जानकारी निरस्त और कर दिया नया टेंडर
बार बार उच्चाधिकारियों के दवाब के बाद आरईएस के कार्यपालन अभियंता ने मान्य ठेकेदार को काम ना देते हुए टेंडर का निरस्त कर दिया और तीनों कार्य का नया टेंडर भी निकाल दिया, परन्तु इसकी जानकारी अधीक्षण अभियंता को नहीं दी।
लोगों को लुभा रहे हैं मिलेट्स से बने स्वादिष्ट व्यंजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 12 जून। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक फसलों को बढ़ावा देने और प्रदेश में कुपोषण की दर को कम करने के उद्देश्य से मिलेट मिशन योजना की शुरूआत की गई है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। साथ ही छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलेट्स से बने व्यंजनों को लोगों की थाली तक पहुँचाने के उद्देश्य से राज्य के सभी जिलों में मिलेट्स कैफे खोले जाने हेतु प्रोत्साहित किया गया है। योजना के अंतर्गत राज्य के प्रत्येक जिले में मिलेट्स कैफे की शुरूआत की जा रही है। योजना के अंतर्गत कोरिया जिले में भी 10 मई से कोरिया मिलेट्स कैफे का संचालन शुरू किया गया है। संचालन के एक माह के भीतर ही कोरिया मिलेट्स कैफे ने सफलता का नया कीर्तिमान रच दिया है।
कोरिया मिलेट्स कैफे ने 12 महिलाओं के साथ ही कुल 18 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है और इनके सामूहिक प्रयास से कैफे को एक माह में ही 2 लाख रूपए का शुद्ध लाभ हुआ है।
कोरिया मिलेट्स कैफे कोरिया जिले में ज्वार, बाजरा, रागी, झंगोरा, बैरी, कंगनी, कुटकी (लघु धान्य), कोदो, चेना (चीना), सामा या सांवा, कुटकी और जौ आदि मिलेट से बने लजीज व्यंजनों जैसे डोसा, चीला, इडली, खीर, गुलाबजामुन, कूकीज, का स्वाद लेने का एक मात्र स्थान है। ये कैफे शुरू होने के पहले दिन से ही लोंगो के लिए आकर्षण का केंद्र बनकर उभरा है। यहां आने वाले उपभोक्ताओं के लिए मिलेट्स के स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ बैठने की बेहतरीन ब्यवस्था, उत्तम सर्विस और सेल्फी प्वाइंट का भी प्रबंध किया गया है। कैफे में सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को म्यूजिक नाईट प्रोग्राम किया जाता है जिसकी वजह से लोग यहां आकर अपनी आउटिंग को मजेदार और खुशनुमा बनाते हैं।
कोरिया मिलेट्स कैफे का संचालन रोशनी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है। विगत एक माह में समूह ने कैफे का संचालन करते 2 लाख रूपए की आय अर्जित करते हुए भविष्य की नई संभावनाओं को जन्म दिया है। इससे मिलेट्स का उत्पादन करने वाले किसानों को अपने उत्पाद बेचने का स्थान प्राप्त हुआ है तो दूसरी तरफ कैफे में कार्यरत लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त होने का एक नया रास्ता भी मिला है।