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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 जनवरी। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता व पूर्व विधायक अंबिका सिंहदेव ने धान खरीदी की तिथि बढ़ाये जाने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर कोरिया को सौंपा।
उन्होंने ज्ञापन में बताया कि जिले के धान खरीदी केन्द्रों में किसान धान बेचने को लेकर परेशान हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि टोकन लेने के लिए जा रहे हैं, परन्तु जिले के समस्त धान खरीदी केंद्रों द्वारा 19 जनवरी 2024 धान बिक्री के लिए टोकन कटना बन्द कर दिया है। धान खरीदी केंन्द्र के प्रबंधकों से बात करने पर कहा गया कि हमारा 31 जनवरी तक का लिमिट पूरा हो गया है। हम धान खरीदी नहीं कर सकते। यह किसानों के साथ सरासर अन्याय है ।
समिति प्रबंधक द्वारा एक रजिस्टर बनाकर किसानों का नाम लिख लिया जा रहा है, और कहा जा रहा कि यदि शासन धान खरीदी की अवधि बढ़ाती है तो हम टोकन देंगे। जबकि धान खरीदी व टोकन कटाने का समय 31 जनवरी 2024 तक है, तो किसानों को टोकन क्यों नहीं दिया जा रहा है और उसका धान क्यों नहीं खरीदी की जा रही है और यह कौन सी लिमिट है जिसके कारण दिनाँक 19 जनवरी 2024 से धान खरीदी का टोकन कटना बन्द कर दिया गया है। जबकि शासन ने 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की लिमिट रखी हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए धान खरीदी की तिथि 15 फरवरी तक बढ़ाये जाने एवं किसानों का धान खरीदने के लिए आवश्यक निर्देश जारी कराने के लिए चि_ी लिखकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक अंबिका सिंह देव, कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, महामंत्री बृजवासी तिवारी, विकास श्रीवास्तव, अमित पाण्डेय, हीरालाल साहू, वीरेंद्र सोनी, आशीष अग्रहरी, विजय सिंह, बिहारी रजवाड़े, धीरज सिंह, एवम अनेक कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 23 जनवरी। जिला अस्पताल बैकुंठपुर के सभी चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को पत्र लिखकर सीएमएचओ और प्रभारी डीपीएम को हटाने की मांग की है।
मंत्री के पत्र देने की सूचना के बाद सीएमएचओ ने कलेक्टर को अपनी आपबीती बताई तो कलेक्टर ने सभी चिकित्सकों को बुलाया और कलेक्टर ने मामले का सॉल्व करने को कहा, परन्तु चिकित्सकों की नाराजगी दूर करने का प्रयास नहीं किया गया, जिससे चिकित्सकों में नाराजगी बनी हुई है, वे अब आगे की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
चिकित्सकों ने सीएमएचओ और प्रभारी डीपीएम के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री को पत्र देकर आरोप लगाया है कि सीएमएचओ और प्रभारी डीपीएम कलेक्टर को जिला अस्पताल की छवि को गलत ढंग से प्रस्तुत करते हैं।
पत्र में उल्लेख है कि प्रभारी डीपीएम के द्वारा सीएस के खिलाफ जांच की जा रही है जो निंदनीय है, सीएमएचओ द्वारा अपने कार्यालय के लिपिकों को भेज कर सिविल सर्जन के कार्य में बाधा डाला जा रहा है। उनका अपना कार्यक्षेत्र है, जिला अस्पताल में पदस्थ लिपिको को चार्ज दिया जाना था।
उन्होंने बताया कि 2022-23 में 1 लाख 925 ओपीडी और 15 हजार 977 आईपीडी मरीजों का उपचार किया जा चुका है, जो कि राज्य में द्वितीय स्थान पर आता है। जबकि दोनों के द्वारा यह बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल मे कुछ काम नहीं होता है। जिला अस्पताल के समस्त चिकित्सक दोनों के काम से संतुष्ट नहीं है, उन्होने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि दोनों को पद से हटाया जाए।
राज्य स्तरीय समारोह में होंगे सम्मानित
बैकुण्ठपुर (कोरिया ) 23 जनवरी। आगामी 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है, कोरिया जिले में पदस्थ पटवारी योगेश गुप्ता को वर्ष 2023-24 के लिए बेस्ट क्रिएटिव वर्क का पुरस्कार दिया जाएगा । कार्यालय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की ओर से कलेक्टर कोरिया को लिखे पत्रनुसार 25 जनवरी को रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कार प्राप्त करने हेतु योगेश को आमंत्रित किया गया है ।
योगेश को विधानसभा निर्वाचन 2023 और संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान मतदाता जागरूकता संबंधित क्रिएटिव तैयार करने हेतु विशेष रूप से दिया जा रहा है । यह तीसरा अवसर है जबकि निर्वाचन आयोग द्वारा योगेश को सम्मानित किया जा रहा है, इससे पहले वर्ष 2018 और 2020 में भी आ राज्य स्तर पर योगेश को सम्मानित किया जा चुका है।
विदित हो कि निर्वाचन कार्यों में योगेश की विशिष्ट पहचान रही है , न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि दिल्ली में भी निर्वाचन कार्यों के लिए उन्हें समान्नित किया जा चुका है । कोरिया जिले पटवारी के पद पर पदस्थ योगेश अपने विभागीय दायित्वों के साथ साथ क्रिएटिव वर्क के लिए जाने जाते हैं ।
2023 के विधानसाभा चुनाव में योगेश द्वारा तैयार क्रिएटिव का निर्वाचन आयोग द्वारा बड़े स्तर पर उपयोग किया गया । दोनों चरणों के चुनाव में छत्तीसगढ़ के सभी समाचार पत्रों में निर्वाचन आयोग की तरफ से जो विज्ञापन प्रकाशित किया गया उसकी डिजाइन भी योगेश के द्वारा ही तैयार की गई थी । समय समय पर आयोग ने फेसबुक और ट्विटर पर भी योगेश द्वारा तैयार क्रिएटिव को पोस्ट किया । योगेश के क्रिएटिव पोस्ट सरल, सहज और आकर्षक होते हैं,अपनी पोस्ट में वो सटीक शब्दों का चयन करते हैं जो लोगो के लिए आकर्षक होती है । विधानसभा निर्वाचन में कोरिया के साथ साथ एमसीबी जिले में भी उनके द्वारा तैयार निर्वाचन संबंधित पोस्टर्स, बैनर, होर्डिंग, बिल्ले और पम्पलेट का उपयोग किया गया ।
न केवल निर्वाचन बल्कि शासकीय योजनाओं को प्रचारित प्रसारित करने वाली अनेको क्रिएटिव डिजाइन योगेश द्वारा तैयार की जा चुकी है जिसका समय समय पर जिला प्रशासन और अन्य संस्थाओं द्वारा उपयोग किया गया ।
बैकुंठपुर (कोरिया) 23 जनवरी। कोरिया जिले में डीएमएफ फंड के खर्च को लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे है, भाजपा की नई सरकार बनते ही डीएमएफ फंड के तहत ऐसे कार्य जो स्वीकृत हो चुके थे, परन्तु जिनकी शुरूआत अब तक नहीं हो सकी थी, ऐसे कार्यों को निरस्त किया जाना था, परन्तु अब तक ऐसे कार्यों को निरस्त नहीं किया जा सका है, अब कल 24 जनवरी डीएमएफ के शासी समिति की बैठक होनी है। देखना है कांग्रेस के कार्यकाल में स्वीकृत कार्यों को निरस्त किया जाता है या उन्हीं पर जोर लगाया जाता है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले में बीते डेढ़ वर्षों से रायपुर से लेकर बाहर के ठेकेदारों की पौ बारह रही है। किसी भी कार्यो की जांच अब तक नहीं हो पाई है। इधर, कांग्रेस के समय के एक कार्य को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया, सोनहत के केषगवां क्षेत्र में स्वीकृत कार्य को करने के लिए शहर के ठेकेदार पहुंच गए, जिसके बाद बवाल मच गया। डीएमएफ के तहत काम जलसंसधन विभाग का था, बात विधायकों तक पहुंची, परन्तु स्थानीय ग्रामीणों के आगे किसी की नहीं चली और अब तक काम शुरू नहीं हो पाया है।
विभाग के अधिकारी का कहना है कि मेरी रिटायर मेंट करीब है कोई भी गलत काम नहीं होने दूंगा।
इसी तरह से डीएमएफ के कार्यों पर बिना क्रय नियमों का पालन किए जाने का आरोप लगाया जा रहा हैं। वहीं कुछ कार्य ऐसे है जिनका टेंडर कांग्रेस के कार्यकाल में हो चुका है, वो अभी तक शुरू नही हो सकें, ढाई करोड़ से ज्यादा की लागत के कार्यों को कमिश्नर से हरी झंडी मिलना है, बताया जा रहा है इन कार्यो में ठेकेदार अधिकारियों के चहेते हंै। देखना है कि 24 जनवरी की बैठक में ऐसे कार्यो को शासी परिषद की हां मिलती है या नहीं।
प्रस्तावों को अंबार
डीएमएफ के तहत कार्य करने नेताओं और ठेकेदार की लाइन लगी हुई है, बताया जा रहा है कि विभिन्न पंचायतों से विभिन्न निर्माण कार्यों के प्रस्ताव बनवाए जा रहे हंै, जिनकी स्वीकृति लेकर अब डीएमएफ की राशि में गड़बड़ी की तैयारी की जा रही है। सरकार बनते ही इस तरह के प्रस्तावों की भरमार हो गई है। कांग्रेस के समय के कार्यों के निरस्त होने का भी नेता इंतजार कर रहे है, जबकि कुछ कांग्रेस के समय के नेता भी हावी उनका कहना है कि भाजपा सरकार बनाने में उन्होने भी पूरी मदद की है इसलिए उनके द्वारा स्वीकृत कराए कार्यो को वो खुद की करेेगें, उनके कार्य निरस्त ना हो इसके लिए उन्होनें अपना जोर लगा रखा है। देखना है कि कल कितने कार्य निरस्त होते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 23 जनवरी। भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन सोमवार को पूर्व नपा अध्यक्ष शैलेष शिवहरे के नेत्तत्व में शहरीवासियों ने भव्य शोभा यात्रा निकाली और शाम को 11 हजार दीप जला कर रामोत्सव मनाया। दीप जलाने मंे लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में देवराहा सेवा समिति और सनातन धर्म प्रेमी कोरिया के तत्वावधान में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में शहर भर के लोगों ने हिस्सा लिया। सुबह भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बाइक रैली के रूप में शहर के विभिन्न मार्गों से होकर जय श्री राम के उद्घोष के साथ भ्रमण कर वापस प्रेमाबाग लौटे, शाम को 6 बजे से प्रेमाबाग में स्थित सभी मंदिरों में 11 हजार दीपक के प्रज्ज्वलन करने के आयोजन को शुरू किया गया। दीपक को जलाने में हर किसी ने अपनी भागीदारी निभाई, उसके बाद भजन संध्या का आयोजन रखा गया था, जो देर रात तक जारी रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 18 जनवरी। जल संसाधन विभाग की जमीन बेचने के मामले मेें पुलिस ने तत्कालीन हल्का पटवारी, विक्रेता और गवाहों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। मामले में पुलिस धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की खोज में जुटी है।
प्रार्थी ने मामले की शिकायत जल संसाधन विभाग, तहसीलदार बैकुंठपुर और चरचा थाने में की थी। लंबे समय बाद अब जाकर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पुलिस की एफआईआर के अनुसार शिवपुर चरचा निवासी अली हसन ने तहसीलदार बैकुंठपुर, चरचा थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पिता स्व. हैदर अली मकान बनाने के लिए जमीन देखने बैकुंठपुर के मण्डलपारा गये थे। वहां पर पटवारी वन्दना कुजूर मिली, उसने हमारे द्वारा देखी गई जमीन को ठीक नहीं बताया और कहा कि मैं एक जमीन बता रही हूं उसे ले लिजिये बहुत ही अच्छी जगह पर जमीन है, तत्पश्चात पटवारी वन्दना कुजूर द्वारा खसरा नं 83/2 जमीन को दिखाया गया। मेरे पिताजी एवं मेरे द्वारा जमीन पसंद किए और पटवारी के द्वारा सभी रजिस्ट्री का दस्तावेज तैयार किया गया तथा रजिस्ट्ररी मेरे पिता स्व. हैदर अली के नाम कराया गया। जमीन की कीमत के रूप में पटवारी वंदना कुजूर द्वारा तीन लाख रुपए नगद तथा दो लाख तीन हजार रुपए का चेक गोविन्द दास के नाम पर लिया गया।
29 मई 2020 को जल संसाधन के अनुविभागीय अधिकारी गेज परियोजना द्वारा नोटिस दिया गया कि ख.नं 83/2 शासकीय भूमि है तत्काल अतिक्रमण को खाली करे, नोटिस मिलते ही मेरे पिता और मैं काफी परेशान हो गया और अपने साथ छल एवं धोखाधड़ी की शिकायत तहसीलदार बैकुंण्ठपुर, गेज परियोजना के अधिकारी और चरचा थाने में की शिकायत की गई, तहसीलदार बैकुंठपुर द्वारा की गई जांच में पटवारी वंदना कुजूर को निलंबित कर दिया गया है। इस सदमे से मेरे पिता मानसिक रूप से काफी परेशान हो गये थे, जिसके कारण उनकी हार्टअटैक से उनकी मृत्यु हो गई।
शिकायत पत्र की घटना स्थल ग्राम मण्डलपारा थाना बैकुण्ठपुर का होने से शिकायत पत्र जांच के लिए थाना चरचा से थाना बैकुण्ठपुर को प्राप्त होने पर शिकायत पत्र की जांच की गई।
जांच में पाया गया कि गोविन्द दास एवं हल्का पटवारी वंदना कुजूर के द्वारा एक राय होकर अपराधिक पडयंत्र करते हुये जल संसाधन विभाग की गेज परियोजना कि ग्राम मण्डलपारा में स्थित खसरा नंम्बर 83/2 में से रकबा 0.020 हे. भूमि को राजस्व अभिलेख में गोविन्द दास के नाम विलोपित नहीं होने एवं जल संसाधन विभाग का नाम अंतरित नही होने का लाभ उठाकर फर्जी चौहददी उपरोक्त भूमि का गोविन्द दास के नाम पर बनाकर यह जानते हुये कि वह भूमि गोविन्द दास का नहीं है।
फर्जी चौहद्दी को असली चौहद्दी के रूप में रजिस्ट्रार कार्यालय के रूप पेश कर हैदर अली निवासी चरचा के नाम रजिस्ट्री कर 5,03,000 रूपये की ठगी की गई है, जो धारा 420, 467,,468, 471, 120 बी तहत का अपराध घटित होना पाये जाने से पूर्व भूमि स्वामी गोविन्द दास, हल्का पटवारी वंदना कुजूर एवं रजिस्ट्री के गवाह देवेद्र प्रसाद मण्डलपारा तथा मो. इबरार कचहरीपारा बैकुण्ठपुर के विरूद्ध धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 17 जनवरी। बुधवार को अधिकारी/कर्मचारी महासंघ जिला कोरिया के बैनर तले जिले के सभी विभागों में पदस्थ समस्त कर्मचारी कलेक्टर कार्यालय में एकत्रित हुए और लिपिक जीवन मसीह किंडो की गिरफ्तारी को लेकर कलेक्टर कोरिया के नाम ज्ञापन सौंपा, जिले के अपर कलेक्टर को ज्ञापन लिया।
ज्ञापन में उन्होंने उल्लेख किया है कि राजस्व विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को विभागीय जांच के बिना पुलिस द्वारा किए गए अवैधानिक कृत्य का जांच कर निरस्त कर कार्रवाई किया जाए। बताया गया है कि कलेक्ट्रट कार्यालय कोरिया के वित्त शाखा में कार्यरत लिपिक जीवन मसीह किण्डों सहायक वर्ग-2 को थाना प्रभारी (आजाक) बैकुन्ठपुर द्वारा 15 जनवरी को कार्यालय से बिना कार्यालय प्रमुख को सूचना दिए कार्यालय से ले जाकर प्रकरण में पूछताछ करने के बाद जेल हिरासत में भेजा गया है जो कि नियम / प्रावधानों के विरूद्ध है। राजस्व विभाग में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा यदि कोई त्रुटि / गलती की जाती है तो उसका जांच कार्यालयीन प्रावधान है। संबंधित कर्मचारी को अचानक आकर पुछताछ के बहाने ले जाकर जेल भेजने का कोई प्रावधान नहंी है।
कार्यालयीन त्रुटि यदि होती है तो उसके विरूद्ध विभागीय जांच का प्रावधान है। पुलिस के इस तरह के कार्रवाई से कर्मचारी भयभीत है, तथा शासकीय कार्य सम्पादन करने में कठिनाई महसूस कर रहा है। भविष्य में यदि किसी कर्मचारी के द्वारा त्रुटि / गलती की जाती है, तो विभागीय जांच के पश्चात ही अन्य किसी भी प्रकार की कार्रवाई की जाए, साथ ही जीवन मसीह किण्डों के प्रकरण पर विधिवत विभागीय जांच के उपरांत ही कार्रवाई की जाए। सभी ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति होती है तो हम समस्त अधिकारी/कर्मचारी आंदोलन को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
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तीन-चार दिन में पदस्थ किए जाएंगे चिकित्सक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 16 जनवरी। कोरिया जिले के दौरे पर जिला अस्पताल पहुंचें स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल स्वास्थ्य सुविधाओंं की बढ़ोतरी पर बेहद संवेदनशील दिखे। नव निर्मित 200 बिस्तरीय जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री ने कलेक्टर को कहा कि इसे 100 बिस्तरीय और उन्नयन कीजिए, ताकि इसे एम्स के लिए अधिकृत किया जा सके। उन्होंने 3 से 4 दिन मेें जिन चिकित्सकों की बहुत जरूरत है,उनकी प्राथमिकता के आधार पर पोस्टिंग किए जाने की बात कही।
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल नव निर्मित 200 बिस्तरीय अस्पताल को देखकर कहा कि इस क्षेत्र को मेडिकल हब बनाना है, 200 बिस्तरीय को 100 बिस्तरीय उन्नयन करने की बात कही, इससे पहले उन्होंने नव निर्मित मातृ और शिशु अस्पताल का निरीक्षण किया।
स्वास्थ्य मंत्री के दौरे में उपस्थित विधायक भइयालाल राजवाड़े व भाजपा उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे ने जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोतरी की मांग की। उन्होंने निश्चेतना विशेषज्ञ, सर्जन की कमी के कारण हो रही परेशानियों से मंत्री को अवगत कराया।
श्री शिवहरे ने कहा कि सबसे ज्यादा परेशानियां महिलाओं को हो रही है, एक-दो साल से यहां महिलाओं की नसबंदी के ऑपरेशन नहीं होने के कारण उन्हें मजबूरी में अंबिकापुर जाना पड़ता है। जिसके बाद उन्होंने तत्काल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मोबाइल पर कॉल करके कोरिया जिले में एक निश्चेतना विशेषज्ञ और एक सर्जन की पोस्टिंग करने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि तीन चार दिन में चिकित्सकों की पदस्थापना हो जाएगी। इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
50 बिस्तरीय को उन्नयन किया जाएगा
जिला अस्पताल बैकुंठपुर में 50 बिस्तरीय एसएनसीयू है, जिसमें कभी कभी 70 बिस्तरीय तक बढ़ा कर काम किया जा रहा है, यहां चिरमिरी मनेन्द्रगढ़ सोनहत भरतपुर से आने वालो बच्चों को रखा जाता है, दूसरी ओर नव निर्मित मातृ और शिशु अस्पताल में फिर से मात्र 50 बिस्तरीय एसएनसीयू बनाए जाने का प्रावधान रखा गया है, जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री से छत्तीसगढ़ ने सवाल किया, जिस पर उन्होंने कहा कि 100 बिस्तरीय एसएनसीयू मनेन्द्रगढ में बनाया जाना तय किया गया है, और यहां बनाए जा रहे 50. बिस्तरीय का उन्नयन किया जाएगा।
एक मरीज को हर चिकित्सक देखे
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ बैकुंठपुर विधायक भइयालाल राजवाड़े ने मरीजों के साथ हो रही परेशानी पर कहा कि एक मरीज को एक ही चिकित्सक देखता है, दूसरा यह कह कर नहीं देखता कि उसे वो चिकित्सक देख रहा है। जिसके कारण बड़ी परेशानी होती है, जिस पर मंत्री ने कहा कि इस पर गाईडलाइन तैयार की जाएगी, वहीं सुबह शाम की पाली में चिकित्सकों की उपस्थिति को लेकर भी विधायक ने अपनी बात कही, जिस पर मंत्री ने कहा अस्पतालों में चिकित्सकों के सुबह शाम मरीजों को देखने के समय में जल्द ही परिवर्तन किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 16 जनवरी। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में निर्माणाधीन 200 बिस्तरीय जिला अस्पताल पहुंचें स्वास्थ्य मंत्री ने नाराजगी व्यक्त की, उन्होनें कहा कि गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ठेकेदार को उन्होंने कहा कि टाइम लिमिट में काम को पूरा कीजिए, निर्माणाधीन भवन में पानी की तराई करवाई नहीं तो आपका बिल मैं रुकवा दंूगा।
दरअसल, कांग्रेस सरकार में कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में निर्माणाधीन 200 बिस्तरीय जिला अस्पताल के निर्माण में कई तरह की लापरवाही की शिकायतें सामने आई। कोरिया दौरे स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण करने पहुंचें, उन्होंने पूरे भवन को देखा, वहीं ठेकेदार ने बताया कि उन्हें तीन माह से राशि नहीं मिली है। जैसे-जैसे वो आगे बढ़ते गए ठेकेदार के साथ सीजीएमएससी के अधिकारियों की लापरवाही की बातें सामने आने लगी। सीजीएमएससी के एसडीओ, इंजीनियर कभी कभार की निर्माणाधीन भवन की सुध लेने आते है। जिस पर मंत्री नाराज दिखे, लगभग एक घंटे से ज्यादा समय उन्होंने इस निर्माणाधीन भवन में बिताया, कई तरह के दिशा निर्देश दिए, उन्होंने ठेकेदार से कहा कि गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होगा, यदि लापरवाही मिली तो मंै खुद आपका बिल रूकवा दूंगा।
तराई नहीं, कार्य में लापरवाही
सीजीएमएससी द्वारा डीएमएफ की राशि से 33 करोड़ की लागत से निर्माणाघीन 200 बिस्तरीय जिला अस्पताल का निर्माण करवाया जा रहा है, ठेकेदार के कर्मचारी काम पर लगे हुए है, जबकि सीजीएमएससी के एसडीओ इंजीनियर कभी कभार ही मौके पर आते है।
बताया गया कि भवन निर्माण के समय से ही बिना पानी की तराई के भवन का निर्माण कराया जा रहा है। मंत्री के दौरे के दौरान यह भी बताया गया कि नींव में लोहे के क्रेंक कम डाला गया है, उसका वीडियो भी दिखाया गया, लोहे की मात्रा नींव में कम डाली गई है। ठेकेदार ने इंजीनियर से पूछा कि हमें नहीं बताया गया, मामले पर स्वास्थ्य मंत्री के सामने कलेक्टर ने कहा कि यही सब के कारण आपकी राशि रोकी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 16 जनवरी। नशीली दवाओं के साथ एक आरोपी को पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर एक आरोपी को गिरफ्तार किया।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर ग्राम सोरगा हर्रापारा निवासी सोनू कुशवाहा के कब्जे से 25 02 एम.एल. वाला बूप्रेनारफिन का इंजेक्शन, 25 10 एम.एल. वाला एविल का वायल प्राप्त हुआ, जिसकी अनुमानित कीमती 12,500 को नशीली दवाओं को जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने राज्य भर में नशीले दवाईयों के अवैध कारोबार खत्म करने के निर्देश दिए है। मंत्री द्वारा समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशानुसार औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 एवं नियमावली 1945 में उल्लेखित औषधियां जिनके विक्रय के लिए चिकित्सकीय पर्ची की अनिवार्यता होती है (प्रमुखत: नशीली दवाइयां) उनका विक्रय नियमानुसार किया जाना सुनिश्चित करने एवं अनियमितता पाये जाने पर नियमत: कड़ी कार्रवाई करने के आदेश जारी किए गए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 16 जनवरी। कांग्रेस सरकार में पहले संविदा कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग चलाते रहे होंगे, अब सरकार बदल गई है। अब भाजपा की डबल इंजन की मोदी जी की सरकार है। कोई भी ऐसा वैसा व्यक्ति किसी भी विभाग को नहीं चला पाएगा। उक्त बातें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कही।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी सरकार प्रतिबद्ध है, कोरिया जिले में स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले की जांच होगी। संविदा कर्मी द्वारा क्लास वन अफसर की जांच के सवाल पर उन्होंने सवाल को दोहराया और हैरानी जताई और उन्होंने कहा कि ऐसे मामले की जांच करवाई जाएगी।
मंगलवार को कोरिया जिला मुख्यालय पहुंचें स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जिला अस्पताल का दौरा किया, उन्होंने स्वयं वार्डों में जाकर मरीजों से मुलाकात की, उनका हाल जाना। कुछ मरीजों को देख उन्होंने तत्काल कार्यवाही कर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज भेजे जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि राज्य भर में आम जनता को चिकित्सा सुलभ करवाने को लेकर मैंने एक मुहिम चलाई है, जिसमें खुद ही अस्पतालों में जाकर देख रहा है, जो भी स्वास्थ्य विभाग की योजनाएं है, इंफ्रास्ट्रचर की स्थिति क्या है और किन समस्याओं के कारण आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। उसी को लेकर कोरिया जिला मुख्यालय में दौरा था, दौरे का उद्देश्य चिकित्सकों को मनोबल बढ़ाना, स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल बढ़ाना, जो मरीज भर्ती है उनका विष्वास जीतना ताकि उन्हें ऐसा लगे कि सरकारी अस्पतालों में भी वहीं सुविधा मिलेगी जो उन्हें निजी अस्पतालों मेें सुविधा मिलेगी।
कांग्रेस सरकार में कोरिया जिले में बड़ा घोटाला
कांग्रेस सरकार में बीते दो साल में स्वास्थ्य विभाग में अनाप-शनाप विभिन्न तरह की खरीदी में बड़ा घोटाला हुआ है, विभाग ने इन तमाम खरीदी की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत किसी को नहीं दे रहा है, इसके पूर्व हुए घोटाले की जांच के निर्देष तत्कालिन कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने दिए थे, जिसके बाद सहायक ग्रेड 3 को निलंबित कर दिया गया था और तत्कालीन सीएमएचओ के खिलाफ कार्यवाही के लिए शासन को लिखा गया था, परन्तु कांग्रेस सरकार ने कार्यवाही न करते हुए उन्हें बलरामपुर सीमएचओ बना दिया।
इधर, कांग्रेस सरकार से अब तक पदस्थ वर्तमान सीएमएचओ के कार्यकाल में बड़ी मात्रा में वित्तीय अनियमितताएं हुई है, एनएचएम से लेकर रेगूलर मद में हुई खरीदी की षिकायत भी हुई परन्तु किसी भी तरह की जांच नहीं की गई है। अब तक स्वास्थ्य विभाग जानकारी छुपाने में जुटा हुआ है। जिसकी जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने कही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 जनवरी। कोरिया जिला औषधि विक्रेता संघ के अध्यक्ष शैलेश कुमार गुप्ता और दवा विक्रेताओं ने सर्किट हाउस में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से मुलाकात की।
श्री गुप्ता ने बताया कि हाल ही में दर्द निवारक दवाओं के बारे में जो भ्रांति लोगों तक पहुंची थी, उस पर मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि मेरे द्वारा एनआरएक्स की श्रेणी में आने वाली दर्द निवारक दवाओं के संबंध में विशेष रूप से कहा गया था और अन्य नशीली दवाओं की श्रेणी में आने वाली दवाओं के बारे में कहा गया था। अन्य दर्द निवारक दवाओं के बारे में उनके वक्तव्य को गलत तरीके से पेश किया गया है। उनके द्वारा आगे कहा गया कि फार्मासिस्ट सक्षम व्यक्ति होता है और उनके द्वारा ही दवाओं का वितरण होना चाहिए अन्य अनाधिकारिक श्रोतों के माध्यम से नहीं। उनके द्वारा दवा विक्रेताओं से समाज के प्रति अपने जिम्मेदारी निष्ठापूर्वक निभाने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कियदि कोई भी अधिकारी बेवजह या गलत तरीके से परेशान करता है तो तत्काल मुझसे संपर्क करे।
संघ द्वारा मंत्री से यह आग्रह किया गया कि शेड्यूल एच-1 की दवाएं, साईकोट्रोपिक दवाएं और एनआरएक्स श्रेणी की दवाओं को डॉक्टर अपने अधिकृत लेटर पैड पर ही लिखे, जिससे केमिस्ट को दवाएं देने में दिक्कत न हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 9 जनवरी। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल देर शाम कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर पहुंचे। पूर्व नपा अध्यक्ष व भाजपा उपाध्यक्ष शैलेष षिवहरे के नेतृत्व उनका जोरदार स्वागत किया गया। उनके समर्थकों ने जिला मुख्यालय स्थित घड़ी चौक पर ढोल नगाड़ों के साथ जमकर पटाखे फोड़े गए।
गाड़ी से उतरते ही स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल को उपस्थित लोगों ने फूलों और मालाओं से स्वागत किया है, स्वास्थ्य मंत्री ने भी किसी को निराष नहीं किया, सभी से वे मुस्कुराते हुए मिले और सभी का अभिवादन स्वीकार किया। इससे पूर्व उन्होनें अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल का दौरे के साथ बैठक लेकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था।
कार्यकर्ता में जोश और उत्साह
मनेन्द्रगढ़ के विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को केबिनेट मंत्री बनाए जाने को लेकर अविभाजित कोरिया के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह और जोश देखा जा रहा है। श्री जायसवाल का व्यक्तित्व बेहद मिलनसार है, वो लंबे समय से लोगों के बीच रह कर राजनीति कर रहे हंै, बीते 5 साल में उन्होने प्रदेष किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में विपक्ष में रहते किसानों की समस्याओं को लोगों के सामने रखा, कांग्रेस सरकार का जमकर विरोध किया। यही कारण है कि उन्हें जीत मिलने के बाद मोदी की गारंटी को पूरा करने केबिनेट मंत्री बनाया गया है।
जगी है स्वास्थ्य सुविधाओंं में बढ़ोतरी की आस
अविभाजित कोरिया जिला स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को लेकर अब तक उपेक्षित रहा है, जिला अस्पताल बैकुंठपुर में वर्ष 2006 से एनेस्थीसिया विशेषज्ञ नहीं होने के कारण छोटे छोटे ऑपरेशन होने में बड़ी परेषानी हो रही है। इस कारण मरीजों को रेफर होना पड़ता है, यहां अभी तक कई तरह की सुविधाओं के लिए बड़े शहरों का रूख करना पडता है। यहां चिरमिरी, मनेन्द्रगढ़, सोनहत के काफी मरीज जिला अस्पताल बैकुंठपुर पहुंचतें है। नए जिले एमसीबी में भी स्वास्थ्य विभाग का नया सेटअप के साथ सुविधाओं की बढ़ोतरी को लेकर भी आस जगी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 जनवरी। कोरिया जिले में स्वास्थ्य विभाग मेंं संचालित केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय कार्यक्रमों का हाल बेहाल है। जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि कई महिनों से दर्जनों प्रसूताओं को नहीं मिली है।
शिकायतें हैं कि राशि की मांग के लिए जब वे जाती हंै तो उन्हें बैंक खाता देखने के लिए कह कर मामले को टाल दिया जा रहा है। ऐसा ही हाल अन्य योजनाओं का है, वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
कोरिया जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण जननी सुरक्षा योजना की राशि महीनों से महिलाओं को नहीं मिली है। महिलाएं द्वारा बार-बार कार्यालय के चक्कर लगा रही है। जानकारी अनुसार संस्थागत डिलीवरी करवाने वाली महिलाओं को सरकार द्वारा जननी सुरक्षा योजना के तहत सहायता राशि प्रदान की जाती है। शहर के जिला अस्पताल, के साथ पटना सोनहत के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उप स्वास्थ्य केद्रो में हुए सुरक्षित प्रसव में हितग्राही कई दर्जन महिलाओं को राशि नहीं मिल पाई है। ये महिलाएं बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट-काटकर परेशान हो चुकी हैं।
पटना क्षेत्र की शिवकुमारी का कहना है उनका प्रसव उप स्वास्थ्य केन्द्र में हुआ कई बार सहायता राशि की मांग करने के बाद भी आज दिनांक तक राशि नहीं मिल सकी। ग्राम पंचायत दुधनिया की सोनमति, मानकुंवर, गीता को सहायता राशि नहीं मिली है। उनका कहना है कि उन्होंने पूरी जानकारी के साथ सीएमएचओ कार्यालय में आवेदन दे रखा है परन्तु राशि नहीं आई।
इसी तरह बैकुंठपुर की मधु कुमारी, मिशिका, निशा, कंचनपुर की देवकुमारी राजवाड़े, क्रांति, गीता रानी, विमला राजवाड़े का कहना है कि उनकी डिलीवरी होने के बाद कई बार आवेदन देने मितानीन के साथ जाकर सहायता राशि की मांग की गई, परन्तु अब तक उनके खाते में नहीं आई है।
इसी तरह सीतापुर की संगीता, रैना, हिरामति, अमगांव की सुनीता यादव, चेरवापारा की रिधी, खरवत की तारा, सरडी की सविता, मेधा, ललिता, सरिता, सुनीता को भी राशि नहीं मिल पाई है।
क्या है जननी सुरक्षा योजना
जननी सुरक्षा योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम है। जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही है। यह स्कीम जननी योजना के नाम से जानी जाती है। जननी योजना 2005 में शुरु हुई है। योजना के तहत संस्थागत प्रसव कराने वाली शहरी महिलाओं को 1000 व ग्रामीण महिलाओं को 1400 रुपए बतौर प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। खासकर ग्रामीण इलाकों के पीएचसी व सीएचसी में होने वाले प्रसव के बाद चेक से मिलने वाली राशि के लिए हितग्राहियों को 15 दिनों तक भी इंतजार करना पड़ता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 8 जनवरी। एकेडेमिक हाइट्स पब्लिक स्कूल में 4 दिवसीय वार्षिक क्रीडोत्सव का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम के पहले दिन मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष प्रभा पटेल रही जिन्होंने मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
विद्यालय के हेड बॉय, हेड गर्ल, स्पोट्र्स कैप्टेन, अचीवर्स हाउस, प्रोग्रेसर्स हाउस, मोटीवेटर्स हाउस एवं इनोवेटर्स हाउस के कैप्टेंस ने मार्च पास्ट करते हुए मुख्य अतिथि को सलामी दी। विद्यालय के हेड बॉय द्वारा प्रतिभागियों को खेल भावना के साथ अपनी प्रतिभा दिखाने शपथ ग्रहण कराया गया।
खेलकूद के प्रथम दिन कक्षा चौथी से 12वीं तक के जूनियर एवं सीनियर वर्ग बालक एवं बालिकाओं के लिए विभिन्न प्रकार के खेलकूद जैसे खो-खो, कबड्डी, व्हालीबॉल, बास्केटबॉल, लंबी कूद, ऊंची कूद, 400 मीटर रिले रेस, 100 मीटर दौड़, बैग रेस, भाला फेंक, तवा फेंक, गोला फेंक एवं रस्सी खींच आदि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि राजकुमार खाती जिला अधिकारी, महिला एवं बाल विकास तथा विशिष्ट अतिथि आशुतोष मिश्रा वरिष्ठ शाखा प्रबंधक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया मनेंद्रगढ़ की गरिमामयी उपस्थिति में बचपन के प्ले, नर्सरी, केजी 1, केजी 2, एएचपीएस के कक्षा पहली से तीसरी तक के विद्यार्थियों के लिए कछुआ दौड़, हर्डल रेस, बैग रेस, 50 मीटर रेस आदि खेलों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में विजेता खिलाडियों को मुख्य अतिथि के द्वारा स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक, प्रमाण पत्र व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष प्रभा पटेल एवं राजकुमार खाती द्वारा सभी प्रतिभागियों एवं उपस्थित बच्चों व उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए जीवन में खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला गया। संस्था के डायरेक्टर्स द्वारा मुख्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। संस्था के संचालक एवं प्राचार्य ने विजेता खिलाडिय़ों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 28 दिसंबर। प्रदेश की भाजपा सरकार मृतक किसानों के परिजनों के खाता को बिना अपडेट किए हुए बोनस राशि का भुगतान किया, साथ ही चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार किए गए वायदे को भी भुला दिया है। उक्त बातें कांग्रेस के पूर्व महामंत्री बिहारी लाल राजवाड़े ने कही।
उन्होंने आगे बताया कि भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में सन 2016-17 एवं सन 2017-18 के बोनस राशि का भुगतान करने का वादा किया गया था, इसके ठीक विपरीत सन 2014-15 एवं 2015-16 का भुगतान भी आधा अधूरा किया गया है, आप सभी को मालूम होगा की सन 2014-15 में अल्प वर्षा के कारण धान का उत्पादन कम हुआ था। साथ ही किसानों का पंजीयन भी काम रहा है, सरकार इसका फायदा उठाते हुए अपने चुनावी घोषणा से मुकर रही है।
सन 2016-17 एवं 17 18 में किसानों का पंजीयन अधिक हुआ था साथ ही धान का विक्रय भी काफी अधिक मात्रा में हुआ था, इस तरह से छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार किसानों के साथ छल कर रही है जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 8 से 9 साल के अंतराल में हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश के बहुत से किसान अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं उनके परिजनों के खाते को धन उपार्जन केंद्र से संबंधित बैंक को बिना अपडेट किए हुए बोनस राशि का भुगतान किया गया है इससे बहुत से किसान सरकार के बोनस से वंचित हैं तथा उन्हें अनावश्यक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जबकि मृतक किसान के नॉमिनी का नाम एवं बैंक का खाता नंबर उपार्जन केंद्र में अपडेट है जिसे जिला सहकारी बैंक के शाखा में समिति द्वारा समय रहते अपडेट करना था तत्पश्चात ही बोनस राशि का भुगतान किया जाना था पर छत्तीसगढ़ प्रदेश की भाजपा सरकार ने आनन-फानन में बोनस राशि का भुगतान कर अपना पीठ थपथपा रही है जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री ने शासन से मांग किया है कि यथा शीघ्र मृतक किसानों के नॉमिनी का खाता नंबर अपलोड कर बोनस राशि का भुगतान करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 23 दिसंबर। कोरिया जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में धान खरीदी में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है, समिति प्रभारी अपनी समिति में एक व्यक्ति को काम पर रख कर खुद दूसरी समिति में धान खरीद रहा है, प्रशासन बस शहर के आसपास दौरा कर कोरम पूरा कर सब कुछ ठीक बता रहा है जबकि ऐसा है नहीं।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के सोनहत के ग्राम कटघोड़ी धान उपार्जन केंद्र में प्रभारी पिलेश्वर सिंह की पदस्थापना की गई है और रामगढ़ धान उपार्जन केंद्र में गोविंद प्रसाद की नियुक्ति की गई है, दोनों की मूल पदस्थापना सोनहत में लिपिक के पद पर है, परंतु जब ‘छत्तीसगढ़’ ने रामगढ़ का दौरा किया तो वहां उपार्जन केंद्र प्रभारी गोविंद प्रसाद नहीं मौजूद पाया गया। किसानों ने बताया कि जब से खरीदी शुरू हुई है एक ही दिन आया है।
रामगढ़ उपार्जन केंद्र से लौट कर ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता कटघोड़ी स्थित धान उपार्जन केंद्र पहुंचे, वहां धान खरीदी कार्य में गोविंद प्रसाद को देखा गया, जबकि कटघोड़ी के धान प्रभारी मौके पर उपस्थित नहीं थे। वहीं यहां पदस्थ नोडल अधिकारी दिनेश पटेल धान खरीदी उपस्थित पाए गए।
बताया जाता है कि रामगढ़ के प्रभारी गोविंद प्रसाद बीते कई दिनों से कटघोड़ी में ही डटे हुए है और रामगढ़ में एक व्यक्ति को नियुक्त कर रखा है।
बार-बार बदला बयान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता ने जब गोविंद प्रसाद से रामगढ़ न जाकर यहाँ धान खरीदी में काम करने पर सवाल किया तो उसका कहना था उसे नोडल अधिकारी ने बुलाया था, परंतु जैसे ही नोडल अधिकारी दिनेश पटेल से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें नहीं बुलाया, जिस पर गोविंद प्रसाद का कहना है अधिकारी ने उन्हें यहां काम करने को कहा है पूछे जाने पर रामगढ़ में कौन काम देख रहा है तो उसका कहना था एक व्यक्ति को वो रख कर आया है, फिर उससे सवाल किया कि क्या उसको किसी की नियुक्ति का अधिकार है तो उसने चुप्पी साध ली।
नोडल पर उठ रहे हैं सवाल
कृषि विभाग के आरईएओ दिनेश पटेल कटघोड़ी धान उपार्जन केंद्र में नोडल अधिकारी बनाए गए हंै, कई दिनों से इस समिति का प्रभारी काम पर उपस्थित नहीं है और दूसरी समिति के प्रभारी द्वारा खरीदी का कार्य किया जा रहा है तो नोडल अधिकारी द्वारा किसी भी तरह की आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई। वहीं उनसे उपार्जन केंद्र की हाजरी रजिस्टर की मांग की गई तो पहले उन्होंने रजिस्टर ढंूढने की बात कहीं बाद में बताया कि अभी रजिस्टर उपलब्ध नहीं है, उन्हें कितने हम्माल उनके उपार्जन केंद्र में काम कर रहे है इसकी जानकारी भी नहीं है।
खरीदी रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं
धान उपार्जन केंद्र में प्रतिदिन की धान खरीदी के बाद केंद्र प्रभारी और नोडल अधिकारी के हस्ताक्षर होना होता है, कटघोड़ी के धान उपार्जन केंद्र में नोडल अधिकारी द्वारा धान खरीदी रजिस्टर में बताया गया कि सिर्फ 5 दिसंबर तक केंद्र प्रभारी के हस्ताक्षर है उसके बाद दोनों नोडल अधिकारी और धान उपार्जन केंद्र प्रभारी के हस्ताक्षर नहीं है,
नोडल अधिकारी दिनेश पटेल का कहना हैं कि जब केंद्र प्रभारी हस्ताक्षर करेगा तो वो करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 दिसंबर। सर्व आदिवासी समाज के विजय सिंह ठाकुर के नेतृत्व में काफी संख्या में लोग कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और उन्होंने अपर कलेक्टर नीलम टोप्पो को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उन्होंने बताया कि रात्रि 10 बजे ग्राम-पसला के प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास के प्यून (संजय तिवारी) द्वारा सातवीं कक्षा में पढऩे वाले बालक जसवंत सिंह पिता मानसाय को सिर्फ अपनी मां की मृत्यु दिनांक नहीं बता पाने के कारण क्रूरतापूर्वक डंडों से पिटाई की। घटना छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है।
छात्रावासों में रहने वाले हमारे आदिवासी समाज के बच्चें असुरक्षित हैं। छात्रावास का प्यून ही इस तरह की घटना को अंजाम देता है तो कहीं न कहीं विभाग की लापरवाही नजर आती है।
प्रश्न यह भी उठता है कि क्या रात में सभी छात्रावासों को प्यून के भरोसे छोड़ दिया जाता है ? छात्रावासों में छात्रावास अधीक्षकों की नियुक्ति नहीं है क्या ? यदि छात्रावास अधीक्षक की नियुक्ति है तो वहां का छात्रावास अधीक्षक उस रात कहां था ? और कितने दिनों से छात्रावास में नहीं रह रहा था? इस बात की जांच होनी चाहिए तथा लापरवाह छात्रावास अधीक्षक के ऊपर भी कार्रवाई की हम मांग करते हैं।
पुलिस नहीं करती कार्रवाई
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि कोरिया जिले में यह भी देखने में आ रहा है कि आदिवासियों के ऊपर जब अन्याय एवं अत्याचार होता है तो पुलिस कार्रवाई नहीं करती एक-एक महिने तक एफआईआर दायर नहीं की जाती, उसी जगह यदि आदिवासी द्वारा कुछ छोटी-मोटी घटना भी घटित हो तो 5 मिनट के अंदर पुलिस आदिवासियों को उठाकर थाने ले आती है और जेल में डाल देती है इस प्रकार के पक्षपातपूर्ण व्यवहार से समाज के अंदर आक्रोश पैदा हो रहा, यदि इस प्रकार का रवैया लगातार जारी रहता है तो समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा और आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।
उन्होंने मांग की है कि जिले में छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था हेतु सुरक्षा कर्मी तैनात की जाए, पसला छात्रावास के प्यून, अधीक्षक एवं जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई हो और जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा आदिवासियों के ऊपर अन्याय एवं अत्याचार होने पर त्वरित कार्रवाई की जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 दिसंबर। गुरुवार को अपर कलेक्टर नीलम टोप्पो ने संयुक्त कलेक्ट्रेट कार्यालय का आकास्मिक निरीक्षण किया जिसमें 67 कर्मी कार्यालयीन समय पर नहीं पहुंचे, सभी कर्मियों को नोटिस जारी किया गया है। जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए हैं।
गौरतलब है कि सरकार बदलने के बाद जिला प्रशासन ने बैठक लेकर सभी कार्यालय प्रमुख को इस बाबत ताक़ीद भी किए थे। इसके बावजूद समय पर नहीं पहुंचने वाले अधिकारी, कर्मचारी को फटकार लगाई गई और भविष्य में इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी दी गई।
श्री टोप्पो ने बताया कि अधिकारियों- कर्मचारियों को कार्यालय में पूर्वान्ह 10 बजे उपस्थित होकर अपरान्ह 5.30 बजे तक कार्य संपादित करने के निर्देश दिए गए हैं।
अपर कलेक्टर के औचक निरीक्षण में सिर्फ कलेक्टर कार्यालय में 67 कर्मचारी समय पर उपस्थित नही पाए है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के अन्य कार्यालयों का क्या हाल होगा, शनिवार छुट्टी होने का अधिकारी भी फायदा उठा रहे है ये बात बीते डेढ़ साल से हर किसी को मालूम है, शुक्रवार की शाम अधिकारी अपना मुख्यालय छोड़ देते है और सीधे मंगलवार को टीएल में दिख जाते है इसी तरह कई अधिकारी तो आये दिन कोई न कोई काम बता कर 4-4 दिन रायपुर में रहते है जिससे आमजनता का काम प्रभावित हो रहा है।
सिर्फ दो दिन होता है काम
सोमवार को दोनों ही जिले के कई अधिकारी अपने कार्यालय में नहीं मिलते, वहीं मंगलवार को कोरिया और बुधवार को एमसीबी में टीएल मीटिंग होती है, गुरुवार और शुक्रवार इसमे अधिकारी फील्ड पर चले जाते हंै या कुछ कार्यालय में मिल जाते है कहने को सप्ताह में सिर्फ दो दिन ही सरकारी कार्यालय में काम हो रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 दिसंबर। विधानसभा चुनाव के परिणाम भाजपा के पक्ष में आने के बाद अब लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में अविभाजित कोरिया की तीनों सीट पर बढ़त बनाना बहुत बड़ी चुनौती होगी, जबकि भाजपा के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव से ज्यादा लीड से जीत दिलाने का लक्ष्य होगा।
कोरबा संसदीय सीट में अविभाजित कोरिया की तीनों विधानसभा सीट समाहित है। बीते 3 चुनाव से इस सीट पर पूर्व सांसद डॉ. चरणदास महंत के परिवार का दबदबा रहा है, यहां तीन चुनाव में 2 बार जीत हासिल की है।
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में डॉ. महंत को जीत मिली, और केन्द्र की यूपीए सरकार में डॉ. महंत कृषि राज्य मंत्री बनाए गए, 2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ. चरणदास महंत को भाजपा के एकदम नए चेहरे बंशीलाल महतो ने हराया, मोदी लहर के लपेटे में डॉ. महंत भी आ गए थे।
2019 के लोकसभा चुनाव में डॉ. महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत को कांग्रेस ने यहां से उतारा और उन्होंने जीत हासिल की। अब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बमुष्किल दो माह रह गए है, परन्तु कांग्रेस के लिए तीनों सीट पर कार्यकर्ताओं को एकजुट करके चुनाव में उतरना कठिन काम है।
पिछले चुनाव की बात करें, तो वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बंपर जीत मिली, परन्तु 4 माह बाद हुए लोकसभा चुनाव में अविभाजीत कोरिया की तीनों सीटों पर कांग्रेस का करारी हार का सामना करना पड़ा। कोरिया से मिली हार का दर्द कई बार जुबां पर आता रहा और हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव की तीनों सीटों पर कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा।
जिला विभाजन का आरोप
कोरिया के विभाजन कर नए जिला एमसीबी बनाए जाने की बात सबसे पहले डॉ. महंत ने ही कही थी, कहीं न कहीं नए जिले के निर्माण में उनकी बड़ी भूमिका रही है। बैकुंठपुर में इसका बड़ा असर देखा गया, यहां के लोग बैकुंठपुर विधायक को जिम्मेदार बताते रहे, तो चिरमिरी में भी बड़ा आंदोलन चला। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का नए जिले के निर्माण का रत्ती भी भी लाभ नहीं मिला, लोकसभा चुनाव में भी इसका कितना लाभ मिलता है, यह देखने वाली बात होगी।
गुटबाजी चरम पर
सम्पन्न विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर रही, सेम साईड गोल मारने की तर्ज पर चुनाव लड़ा गया, तीनों सीटो पर कांग्रेस का गुटबाजी खत्म करना बहुत बड़ी चुनौती है। अलग-अलग नेताओं के गुट होने कारण एकजुटता नहीं दिखती है, वहीं अब राज्य में भाजपा की सरकार है, विधानसभा चुनाव में विधायकों के खिलाफ माहौल था।
थाने में शिकायत कर एफआईआर की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 दिसंबर। कोरिया जिले में आदिवासी छात्रावास के 7वीं में अध्ययनरत छात्र की पिटाई के मामले में सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग ने भृत्य संजय तिवारी को तत्काल प्रभाव निलंबित कर दिया है, वहीं थाने में शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराए जाने की मांग की गई है।
आरोप है कि बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पसला के प्री-मैट्रिक आदिवासी छात्रावास में अध्ययनरत छात्र जसवंत सिंह की बेरहमी से पिटाई की गई। पिटाई करने वाला उसी छात्रावास का भृत्य था। घटना 20 दिसंबर की रात 10 बजे की है।
मारपीट की सूचना पर ग्राम पंचायत के सरपंच छात्रावास पहुंचे थे और पीडि़त छात्र से बातचीत कर पंचनामा तैयार किया था, जिस पर ग्रामीणों के साथ दो सरपंचों ने हस्ताक्षर भी किए थे, उसके बाद पूरे दिन पीडि़त छात्र के साथ कई सामाजिक संगठनों ने पुलिस में शिकायत की, वहीं आज दूसरे दिन मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए संगठन एकजुट होकर कार्रवाई की मांग की है।
अब तक मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया है। दूसरी ओर मारपीट की सूचना पर सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग ने भृत्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बैकुंठपुर, 20 दिसंबर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड के आदिवासी छात्रावास में अध्यनरत एक छात्र की देर रात वहीं के भृत्य द्वारा मारपीट का आरोप लगाया गया है। जिसके बाद ग्राम पंचायत के सरपंच ने छात्र का इलाज करवाया और उसकी जानकारी पुलिस को दी। जांच में जुटी पुलिस कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड में ग्राम पंचायत पसला के आदिवासी प्री मैट्रिक छात्रावास में रात्रि 10 बजे कक्षा सातवी का छात्र जसवंत सिंह पिता मानसाय सिंह जाति गोंड को वहीं के भृत्य ने जमकर मारपीट की, उसके हाथ और पीठ में काफी चोंटे आई, सुबह ग्राम पंचायत पसला के सरपंच और ग्राम पंचायत शिवपुर के सरपंच को मारपीट की जानकारी हुई, दोनों ने छात्रावास का दौरा किया, पीडि़त छात्र से मुलाकात की और मामले की जानकारी पटना पुलिस को दी। और फिर तत्कालउपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटना लेकर पहुंचे जहां उसका उपचार करवाया। दूसरी ओर मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।
बैकुंठपुर, 20 दिसंबर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड के आदिवासी छात्रावास में अध्यनरत एक छात्र की देर रात वहीं के भृत्य द्वारा मारपीट की गई, जिसके बाद ग्राम पंचायत के सरपंच ने छात्र का इलाज करवाया और उसकी जानकारी पुलिस को दी। जांच में जुटी पुलिस कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड में ग्राम पंचायत पसला के आदिवासी प्री मैट्रिक छात्रावास में रात्रि 10 बजे कक्षा सातवी का छात्र जसवंत सिंह पिता मानसाय सिंह जाति गोंड को वहीं के भृत्य ने जमकर मारपीट की, उसके हाथ और पीठ में काफी चोंटे आई, सुबह ग्राम पंचायत पसला के सरपंच और ग्राम पंचायत शिवपुर के सरपंच को मारपीट की जानकारी हुई, दोनों ने छात्रावास का दौरा किया, पीडि़त छात्र से मुलाकात की और मामले की जानकारी पटना पुलिस को दी।
और फिर तत्कालउपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटना लेकर पहुंचे जहां उसका उपचार करवाया। दूसरी ओर मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 20 दिसंबर। सरकार बदलते ही जलजीवन मिशन पर सख्त नजर आने लगा है।
जानकारी के अनुसार जिला जल स्वच्छता मिशन जिला-कोरिया में जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में पहली बार ठेकेदारों को बुलाया गया था। बैठक में जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा कि भारत सरकार और राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल पहुंचाया जाना है। इसमें किसी भी तरह को कोताही नहीं बरती जाए।
श्री लंगेह ने जल जीवन मिशन कार्य को लेकर ठेकेदार व संबंधित अधिकारियों को समय- सीमा के भीतर हर घर जल पहुंचे। इस पर गम्भीरता से कार्य करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मिशन के तहत पाइप लाईन विस्तार, चबूतरा निर्माण, पानी टंकी, विघुत कनेक्षन, सोलर कनेक्षन, जल आपूर्ति हेतु रोड किनारे खूदे गये गड्ढों का समतलीकरण की पंचायतवार समीक्षा की। उन्होनें सभी निर्माण एजेंसियों को निर्माण कार्य एवं अधूरे कार्यो को गुणवत्ता के साथ शीध्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होनें संबधित अधिकारियों को निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के सख्त निर्देश दिये।
जिले में है बुरा हाल
इस योजना की कोरिया जिले में सबसे बुरी स्थिति भरतपुर में है, यहां घरों में नल तो लगा दिए गए है, परंतु पानी नहीं पहुंचा है, यहां गुणवत्ताहीन सामग्री लगने की शिकायत आम है, टंकियां अधूरी पड़ी है, ऐसा ही हाल सभी विकास खंड का है बैकुंठपुर में तो नई टंकी रिसने लगी है कार्रवाई शून्य है। जिले भर में टंकियों के निर्माण और पाइप बिछाने में बड़ी गड़बड़ी की शिकायत है। पाइप ज्यादा अंदर खोद कर नहीं डाला गया है, जिससे पाइप जगह-जगह टूट गया है। चूंकि अब लोकसभा चुनाव के लिए एक दो माह ही बचा है ऐसे में अब प्रशासन ने जल जीवन मिशन योजना की सुध लेना शुरू कर दिया है।
धीमी रफ्तार से हो रहा है काम
बैकुण्ठपुर विकासखण्ड व सोनहत विकास खण्ड के अंतर्गत अप्रैल 2023 तक 51 हजार 836 ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन हेतु पंजीयन किया गया था, जिसमें से 34 हजार 777 घरों में नल कनेक्शन दिया गया है। इस तरह बैकुंठपुर विकासखंड में 63.09 प्रतिशत व सोनहत विकास खण्ड 79.66 प्रतिशत नल कनेक्शन दिया गया है।
इस दौरान बैठक में उपस्थित ठेकेदारों ने कलेक्टर को फील्ड में होने वाले समस्याओं के बारे में अवगत कराया। बैठक में लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता सी.बी.सिंह, क्रेडा विभाग के सहायक अभियंता सुजीत श्रीवास्तव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक अभियंता, उप अभियंता, जिला समन्वयक सहित ठेकेदार उपस्थित रहे।
स्वा. कर्म. संघ आया सामने, मामले ने पकड़ा तूल
बैकुंठपुर (कोरिया), 17 दिसंबर। कोरिया जिले के स्वास्थ्य विभाग में बीते 9 माह की लंबित वेतन की मांग करने पर उन्हें खड़ा कर बेइज्जत करने वाले संविदा कर्मी के खिलाफ अब छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मोर्चा खोल दिया है। बैकुंठपुर में प्रांतीय कोषाध्यक्ष की मौजूदगी में बैठक कर सीएमएचओ को पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। मामले को किसी भी तरह शांत करने अब पीडि़तों के माता-पिता पर दबाव बनाया जा रहा है।
शुक्रवार को जिला अस्पताल बैकुंठपुर में छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के साथ जिले भर के संघ के पदाधिकारी और कर्मचारियों की बैठक हुई। जिसमें बताया गया कि संविदा कर्मचारी के द्वारा महिला सीएचओ के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने के कारण एक महिला सीएचओ बेहोश हो गई थी, उसे अस्पताल में भर्ती किया गया, जो अभी भी भर्ती है। इन्हें विगत 9 माह से कार्य आधारित वेतन भुगतान न कर प्रताडि़त किया जा रहा है। वेतन की मांग करने पर मानसिक और आर्थिक प्रताडऩा तो दिया ही जा रहा था। सरे आम बेइज्जत भी किया गया।
जिला चिकित्सालय में हुई बैठक में पीडि़तों के साथ जिला अध्यक्ष एसएस जायसवाल के साथ प्रांतीय पदाधिकारी सीएचओ प्रकोष्ठ सोहन कुंभकार, जिला संयोजक अविनाश तिग्गा के साथ संघ जिला कार्यकारणी के सदस्यों की उपस्थिति रहे। सभी ने सीएमएचओ कार्यालय पहुंच कर सीएमएचओ से कर दोषी संविदा कर्मी को प्रभार से पृथक करने, नियमानुसार विभागीय कार्यवाही करने की लिखित मांग की गई।
फिलहाल सभी पीडि़त महिला सीएचओ द्वारा महिला कर्मी उत्पीडऩ समिति में शिकायत दर्ज करने को कहा गया, पीडि़तों द्वारा 19 दिसंबर को समिति के समक्ष शिकायत प्रस्तुत किया जाएगा। संघ द्वारा मिशन संचालक, कलेक्टर कोरिया एवं सीएमएचओ को भी प्रमाणित दस्तावेजों के साथ संविदा कर्मी के विरुद्ध शिकायत कर कार्यवाही की मांग की।
नोटिस जारी
सीएमएचओ कोरिया ने सीएचओ की बात सुने बिना उनके द्वारा 9 महिने का बकाया मांगे जाने के लिए बैकुंठपुर स्थित कार्यालय आने पर नोटिस जारी किया है। नोटिस में उन्हें बिना उच्च अधिकारी के सीएमएचओ कार्यालय में घूमते पाए जाने की बात लिखी है। उन्होंने बीएमओ और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर सभी महिला सीएचओ को घूमते देखे जाना बताया है। जबकि सभी महिला सीएचओ ने उनके साथ हुई घटना के तुरंत बाद लिखित शिकायत की है।