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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 11 मार्च। राजिम विधायक रोहित साहू की अनुशंसा पर कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने विधायक निधी से 22 विकास कार्य के लिए 1 करोड़ 31 लाख 96 हजार रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार जनपद पंचायत फिंगेश्वर अंतर्गत ग्राम पंचायत किरवई में 17 लाख 36 हजार रूपये, ग्राम सिर्रीखुर्द में 14 लाख रूपये, ग्राम देवरी में 12 लाख रूपये, ग्राम कोमा में 10 लाख 30 हजार रूपये की लागत से कारीगरों के लिए सार्वजनिक वर्कशेड निर्माण कराया जायेगा। इसी तरह ग्राम सेंदर, नवपारा (भ) एवं ग्राम तर्रा में 10 - 10 लाख रूपये की लागत से कारीगरों के लिए सार्वजनिक वर्कशेड निर्माण कराया जायेगा। इसके अलावा ग्राम देवरी, बेलटुकरी एवं धमनी में 5-5 लाख रूपये की लागत से कारीगरों के लिए सार्वजनिक वर्कशेड निर्माण कराया जायेगा।
इसी प्रकार ग्राम छुईहा में कृपाल घर से चरण घर तक, ग्राम बोडक़ी में रोहित विश्वकर्मा घर से नहर तक, ग्राम सिरीखुर्द में पंचू घर से तेज घर तक, ग्राम रवेली में अटल चौंक से शितला चौक तक, ग्राम बरभाठा में शिव चौंक से प्रताप घर तक 3-3 लाख रूपये क लागत से गली कांक्रिटीकरण का कार्य कराया जायेगा। इसके अलावा ग्राम लफंदी के वार्ड क्रमांक 08 में, ग्राम जेंजरा के अशोक ध्रुव घर से नयन घर तक, ग्राम चरभ_ी में घना घर से पार्थिक घर तक एवं ग्राम भैसातरा में कंसु घर से अरविंद घर तक ढाई-ढाई लाख रूपये की लागत से गली कांक्रिटीकरण का कार्य कराया जायेगा।
ग्राम रावण में 4 लाख रूपये की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण एवं ग्राम लफंदी में 2 लाख 30 हजार रूपये की लागत से अंडर ग्राउंड पाईप वाली नाली निर्माण कराया जाएगा। इन निर्माण कार्यों के लिए प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। क्रियान्वयन एजेंसी का दायित्व संबंधित जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी को सौंपा गया है।
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नवापारा-राजिम, 11 मार्च। भाजपा मंडल नवापारा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को नगर के कृषि उपज मंडी के समीप स्थित शासकीय राशन दुकान में हितग्राहियों को मोदी की गारंटी के तहत नि:शुल्क चावल का वितरण किया गया। चावल पाकर हितग्राही काफी खुश नजर आए और उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार ज्ञापित किया।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा नि:शुल्क चांवल वितरण योजना को आगामी 5 वर्ष के के लिए बढ़ा दिया गया है।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष उमेश यादव, दयालु राम गाड़ा, कैलाश तिवारी, ईश्वरी देवांगन, महिला मोर्चा अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवांगन, धनमति साहू, साधना सौरज, हर्षा कंसारी, पदमनी सोनी, संतोषी कंसारी, नीता धीवर, प्रभा बांसवार, गीता राजपूत, हेमलता तांडिया, दुकलहिन साहू, ललिता साहू, हेमिन साहू आदि उपस्थित थे।
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राजिम, 11 मार्च। नगर पंचायत राजिम के सांस्कृतिक भवन में शासन के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से सशक्त महिला मजबूत प्रदेश की थीम के साथ महतारी वंदन सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश की 70 लाख 12 हजार 800 पात्र महिला आवेदकों महतारी वंदन योजना के प्रथम किस्त कि राशि उनके बैंक खातों में अंतरित की गई।
कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय वर्चुअली जुड़े तथा प्रदेश की मातृशक्तियों को संबोधित किए। इस योजना के तहत पहले चरण में 655 करोड़ 57 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। राज्य के 146 विकासखंड, जिला मुख्यालय और नगरीय निकाय में कार्यक्रम का आयोजन कर हितग्राहियों के खातों में राशि ट्रांसफर की गई। राजिम के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रोहित साहू शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर ने की। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सभापति मधुबाला रात्रे, भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल सिन्हा, नगर पंचायत के सभापति पूर्णिमा चंद्राकर, पुष्पा गोस्वामी, अनीता यादव आदि शामिल हुए।
इस दौरान उपस्थित हितग्राहियों को संबोधित करते हुए विधायक रोहित साहू ने सभी माताओं का अभिनंदन किया और इस योजना के लाभ मिलने पर बधाई दी। साथ ही उन्होंने इस योजना के लागू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार किया। उन्होंने कहा कि जब नारी सशक्त होती है तब राष्ट्र भी मजबूत होता है। देश की आधी आबादी की चिंता हमारे प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जी ने की है। नारी सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन योजना मील का पत्थर बनेगी, मोदी की गारंटी से तरक्की का रास्ता खुल रहा है। आज महतारी वंदन की बारी है अब दो दिन बाद किसान वंदन भी हमारी सरकार करने जा रही है और सभी किसानों के खातों में अंतर की राशि का भुगतान सुनिश्चित कर रहे हैं।
नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो रहा है। उनके अनेक योजनाओं से जनजीवन में व्यापक परिवर्तन हुआ है। अब नारियों के सम्मान में यह योजना लागू की गई है जिसके लिए सभी माताएं बधाई के पात्र हैं।
इस दौरान मुख्य रूप से कलेक्टर दीपक अग्रवाल, एसडीएम अर्पिता पाठक, तहसीलदार अजय चंद्रवंशी, सीएमओ अशोक सलामे, खाद्य विभाग से सोनाली ठाकुर, महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी कौशलेश देवांगन, दीपक गिलहरे, पार्षद टंकू सोनकर, भरत यादव, छाया राही सहित बड़ी संख्या में हितग्राही महिलाएं, अधिकारी कर्मचारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इस दौरान अतिथियों द्वारा हितग्राहियों को नवीन राशन कार्ड भी प्रदान किया गया।
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गरियाबंद, 11 मार्च। राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महतारी वंदन योजना संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से महतारी वंदन योजना की पहली किश्त की राशि का ऑनलाइन अंतरण किया। इससे जिले की 1 लाख 84 हजार महिलाएं लाभान्वित हुई। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय, नगरीय निकाय क्षेत्रों में महतारी वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गरियाबंद जिले के 1 लाख 84 हजार महिलाओं को महतारी वंदन योजना की राशि जारी की गई। महतारी वंदन योजना कार्यक्रम जिले के विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए गए।
जिला स्तरीय कार्यक्रम वन विभाग गरियाबंद के ऑक्शन हॉल में आयोजित किए गया। इसी प्रकार सांस्कृतिक भवन राजिम, सांस्कृतिक भवन छुरा, सांस्कृतिक भवन मैनपुर, सांस्कृतिक भवन फिंगेश्वर, महिला सशक्तिकरण भवन देवभोग एवं गायत्री मंदिर परिसर पांडुका में महतारी वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम स्थल में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा किए गए संवाद को लोगों ने देखा सुना।
इस अवसर पर जनपद पंचायत गरियाबंद की अध्यक्ष लालिमा ठाकुर, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष प्रवीण यादव, जिला पंचायत के सीईओ रीता यादव, संयुक्त कलेक्टर नवीन भगत, एसडीएम विशाल महाराणा, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी अशोक पाण्डेय सहित गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
इस दौरान अतिथियों एवं उपस्थित महिलाओं एवं गणमान्य नागरिकों ने बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ के तहत बाल विवाह रोकथाम संकल्प शपथ लिया। इस दौरान कार्यक्रम में महतारी वंदन योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले महिलाओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया तथा 25 महिला हितग्राहियों को नवीन राशनकार्ड वितरण किया गया है।
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राजिम, 10 मार्च। राजिम कुम्भ कल्प 2024 में डॉ प्रियंका बिस्सा व्यास टीम, नेहरू युवा केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मगरलोड एवं छत्तीसगढ़ नर्सिंग कॉलेज के सहयोगी युवा साथियों द्वारा वृहद् स्तर पर नि:शुल्क रक्त प्रशिक्षण शिविर ‘रक्तवीर’ स्वास्थ्य शिक्षा एवं जागरूकता अभियान किया गया।
इस ‘रक्तवीर’ अभियान को विराट संत समागम में मात्र पांच दिनों में 23 हजार 180 लोगों को ब्लड टेस्ट कार्ड उपलब्ध कर नया विश्व रिकॉर्ड दर्ज किया गया। इस ब्लड टेस्ट कार्ड में हाइट (लम्बाई), वेट (वजन), ब्लड प्रेशर, शुगर, ब्लड ग्रुप, हीमोग्लोबिन, सिकलिंग एवं एच.आई.वी. की नि:शुल्क जाँच किया गया। गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड की प्रतिनिधि सोनल शर्मा ने विधिवत पूरी जाँच के उपरांत विश्व रिकॉर्ड की घोषणा की। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पत्नी कौशल्या देवी, धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं रािजम विधायक रोहित साहू द्वारा डॉ. प्रियंका एवं टीम को सम्मानित किया गया।
शासकीय स्वास्थ्य विभाग मगरलोड की बी.एम.ओ डॉ शारदा ठाकुर ने बताया कि प्रशिक्षण कराने वालों में 65 प्रतिशम लोगो को बी.पी, शुगर की भी जानकारी नहीं थी लेकिन रक्तवीर अभियान से स्वास्थ्य जानकारी लाखों लोगो तक पहुँची। नेहरु युवा केंद्र जिला अधिकारी अर्पित तिवारी, छ.ग नर्सिंग की प्रशासनिक अधिकारी भारवी वैष्णव प्राचार्य कर्ष जी, गुरु डॉ वासु वर्मा ने सभी स्वयंसेवकों में उत्साह बनाया रखा व प्रोत्साहित किया।
राष्ट्रपति सम्मानित डॉ प्रियंका बिस्सा व्यास ने बताया की ब्लड प्रेशर , शुगर व बीएमआइ के नियंतरण से व्यक्ति निरोगी रहता है। इस अभियान में लोगो में जागरूकता लाने के लिए पूरे मेला में घूम-घूम कर जाँच की गई, जो सबसे चुनौतीपूर्ण रहा। इस अभियान में 195 वालंटियर्स व सहयोगी अजय बोराल, अंकिता टंडन, ऐश्वर्य, सृष्टि, विनय, आशी, मुस्कान एवं लैब टीम में किशोर देवांगन, संतोष, तरुण, गार्गीशंकर सेन, रितेश, संजय एवं भुवन का विशेष योगदान रहा। बता दें कि इसके पूर्व 2018 में प्रियंका टीम का यह अभियान भारत का पहला ब्लड टेस्ट कार्ड बना जिसमे 11551 लोगो की रक्त जाँच कर उन्हें कार्ड उपलब्ध कराया गया था। इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा हुई। राजिम कुंभ 2024 में इटली, जर्मनी से आये लोगो ने भी इस अभियान में अपना प्रशिक्षण कराया।
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नवापारा-राजिम, 10 मार्च। महाशिवरात्रि के महा पर्व पर 8 मार्च को श्री सुरेश्वर महादेव पीठ में डॉ.स्वामी राजेश्वरानंद के सानिध्य में प्रात: कालीन ब्रह्म मुहूर्त में दूध, दही, शहद, घी, शक्कर,पंचामृत,गन्ने का रस सरसों के तेल सर्वोषधि शेषनाग एवं अभिषेक कर पूजा-अर्चना किया गया।
मंत्रों द्वारा हवन करके आर्थिक की गई,दोपहर में पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया संध्याकालीन 4 के बाद भवानी शंकर का श्रृंगार करके संध्याकालीन 6.30 बजे महा आरती की गई एवं रात्रि 11 बजे के बाद शुभ लग्न में शिवजी एवं पार्वती का विवाह वैदिक रूप से वैदिक मित्रों द्वारा किया गया।
आचार्य रामकृष्ण त्रिपाठी ने आचार्य ललित पांडे एवं आचार्य शिवम शास्त्री जुगल किशोर शर्मा महाराज द्वारा भस्मारती की गई। बड़े धूमधाम के साथ हजारों भक्तों ने भवानी शंकर श्री सुरेश्वर महादेव की पूजा अर्चना करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया,दोपहर का भंडारे में नंदकिशोर अग्रवाल,मनीष मिनोचा, अजय अग्रवाल,संजय अग्रवाल,नवीन अग्रवाल,राजा अग्रवाल,भूषण साहू,ने सहभागिता निभाई,श्रृंगार में पुष्पा यादव, रेखा साहू,अंजलि साहू, मोनू साहू ने भव्य श्रृंगार किया संध्या कॉलिंन में भजन संध्या का आयोजन किया गया,आत्माराम साहू, सुरेश नागपाल,गोपाल शर्मा,कुसुम राठौर व भक्तों ने भजन संध्या का आनंद लिया। वहीं भंडारा एवं रात्रि पूजन में घनश्याम चौधरी, ऋषि मिश्रा, कायम सिंह भगत सहित राजेश श्रीवास्तव सपरिवार उपस्थित रहे।
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राजिम, 8 मार्च। राजिम कुंभ कल्प मेला 2024 के अंतिम दिवस महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर नागा बाबाओं, साधु-संतों, विभिन्न अखाड़ों ने शाही स्नान के लिए ऐतिहासिक शोभायात्रा संत समागम स्थल परिसर से सुबह 8 बजे निकाली गई।
इस शोभा यात्रा में समस्त नागा, साधु-संतों के साथ अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू, संस्कृति विभाग के उप संचालक प्रताप पारख, मेला आयोजन समिति के गिरीश बिस्सा के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए।
शोभायात्रा में सुसज्जित पालकियों शाही बग्गी, घोड़ों में विभिन्न साधु-संत सवार थे। शोभायात्रा संत समागम से शुभारंभ होकर श्रीकुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर के पीछे मार्ग से नेहरू बाल उद्यान होते हुए, राजिम पुल, पं. सुंदरलाल शर्मा चौक, गौरवपथ राजिम, व्हीआईपी मार्ग होते हुए मेला में बने शाही कुंड में पहुंचे। शोभायात्रा का स्वागत दोनों शहर नवापारा और राजिम में विभिन्न चौक चौराहों में फूलमालाओं बरसा कर किया गया। शोभायात्रा में विभिन्न चौक में अनेकों अस्त्र-शस्त्रों से लैस नागा बाबाओं, साधु-संतों का शौर्य प्रदर्शन करते हुए अखाड़े चलाते रहे। नागा साधुओं के तलवार और फरसा भांजते खुशी से नाचते देखकर मेले में आए अंचल वासी रोमांचित हो उठे। धीरे-धीरे आगे बढ़ता शोभायात्रा शाही कुंड के पास पहुंचा, जहां शस्त्र पूजन पश्चात सर्वप्रथम नागा बाबाओं ने कुंड में छलांग लगाई और शाही स्नान की प्रक्रिया पूरा की। नागा बाबाओं के साथ अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू भी कुंड में डुबकी लगाने के लिए उतर गए। शाही स्नान करने विभिन्न अखाड़ों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इस विहंगम दृष्य को देखने पूरे मेला क्षेत्र के अलावा कुंड के पास बड़ी संख्या श्रद्धालुओं एवं दर्शनार्थी की भीड़ उमड़ी हुई थी।
शाही यात्रा की भव्यता का आनंद लेने, फ्रांस, इटली के अलावा अन्य देशों से पहुंचे विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए। सुरक्षा के मदद्ेनजर पुलिस की चाकचौबंध व्यवस्था थी। इस शाही यात्रा में सबसे पहले श्री पंच दशनामी सन्याशी अखाड़ा के नागा साधु, अखिल भारतीय पंच रामानंदी वैष्णव अखाड़ा के तीनों अनी श्रीपंच निर्मोही अनि अखाड़ा, श्रीपंच निर्मोही दिगम्बर अखाड़ा, श्रीपंच निर्मोही निर्वाण, श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के अलावा करीब पंथ, सतनाम पंथ के संतों ने भाग लिया।
नवापारा-राजिम, 9 मार्च। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के महाकुंभ कार्यक्रम में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आगमन रायपुर साइंस कॉलेज मैदान में हो रहा है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी नवापारा मंडल से किसान मोर्चा के साथी ट्रैक्टर से किसान महाकुंभ में शामिल होने के लिए निकले, जिसमें किसान नेता चंद्रिका साहू,भारतीय जनता पार्टी रायपुर ग्रामीण के जिला मंत्री परदेसी राम साहू, किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष चेतन साहू, महामंत्री कैलाश तिवारी, युवा मोर्चा के महामंत्री गुलशन साहू, किसान मोर्चा महामंत्री टिकेन्द्र साहू,फेकनु साहू,मंत्री पंकज देवांगन, दुजराम साहू, समारु साहू,प्रकाश साहू, आत्माराम,कुमार साहू,दौलत साहू, मोहन मानिकपुरी, रामलाल साहू, रिखीराम,परसराम साहू सहित सैकड़ों कार्यकर्ता रवाना हुए।
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राजिम, 9 मार्च। पूरे शरीर में राम नाम का गोदना, सिर पर मोरपंख का मुकुट धारण किए हुए और राम नाम लिखा वस्त्र पहनकर रामभक्ति की अलख जगाते रामनामी लोगों में रामभक्ति की अनोखी परंपरा है। ऐसे ही अनुयायी की एक टुकड़ी राजिम कुंभ कल्प मेला में पहुंची है।
सारंगढ़, बिलाईगढ़, जांजगीर-चापा, बलौदा बाजार से लगभग 18 रामनामी आए हुए हैं, जिसमे तीन महिलाएं और शेष पुरूष है। इनके द्वारा सिर पर मोर पंख लगा हुआ मुकुट है जिसके नीचे में राम राम लिखा हुआ है। कौशल रामनामी ने बताया कि इस पंथ को मानने वाले अपने शरीर भर में राम राम का गोदना बनवाते है, लेकिन अब केवल माथे पर ही राम राम लिखा होता है। जिसे शिरोमणी कहते है। उन्होंने बताया कि 1975 में इस संस्था का पंजीयन हुआ था। उस समय रामनामी को मानने वालो की 27 हजार से अधिक थी, अब यह धीरे-धीरे कम होती जा रही है।
ऐसा माना जाता है कि रामनामी संप्रदाय को मानने वाले लोगो के रोम-रोम राम बसता है। इसीलिए अनुयायियों के पूरे शरीर में रामनाम का गोदना बना होता हैं। उनका कहना है कि प्रत्येक मानव में राम का वास होता है। इसलिए हम उन्हें राम-राम कहकर संबोधित करते हैं और भगवान श्रीराम को याद करते हैं। इस पंथ को मानने वाले चालीस वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को ही स्वीकार किया जाता है। इनका पूरा जीवन राम के लिए समर्पित होता है। राम नाम को ही अपने जीवन का एकमात्र आधार मानते है और उनके प्रति अपने श्रद्धा भक्ति को अपने पूरे शरीर में राम नाम का गोदना गुदवाकर प्रकट करते है। हर समय ये राम नाम का जाप करते है।
इनके पांच प्रमुख प्रतीक होते है भजन, शरीर पर राम नाम, घुंघरू बजाना, मोर पंख से मुकुट पहनना, सफेद कपड़ा ओढऩा वे सृष्टि के कण-कण में राम को देखते है।
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राजिम, 9 मार्च। राजिम कुंभ कल्प के 13वें दिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पत्नी कौशल्या देवी साय राजिम पहुंची। कौशल्या देवी सर्वप्रथम महानदी आरती में शामिल होकर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। वहां से मुख्य मंच पर साध्वी प्रज्ञा भारती के साथ संत समागम पर पहुंचकर संतो को नमन करते हुए सभी संतों से आशीर्वाद लिया।
अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा की संत गंगा समान है। जिसके चरण में आने पर हमें प्रयाग राज जाने की जरूरत नही होती। यदि किसी भी अच्छे कार्य में देरी होती है तो बिल्कुल निराश होने की जरूरत नही है क्योंकि कार्य पूर्ण तभी होगा जब प्रभु श्री राम की इच्छा होगी। देश के प्रधानमंत्री ने श्री राम लला को अयोध्या में लाकर भारतीय संस्कृति का मान पूरे विश्व मे बढ़ाया है। यही वजह है कि रामोत्सव आधारित राजिम कुंभ को भव्यता प्रदान करने में धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पूरी लगन से मेहनत की जिसका परिणाम हम सभी के सामने है। इतने सारे साधु-संतो के आशीर्वाद हमें प्राप्त हो रहे हैं और उनके अमृत वचनो का रसपान हम सभी कर पा रहें है यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। इस अवसर पर राजिम विधायक रोहित साहू, मेला आयोजन समिति के सदस्य गिरीश बिस्सा के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में साधु-संतों की उपस्थिति रही।
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राजिम, 9 मार्च। राजिम कुंभ कल्प में संत समागम के चौथे दिन नेपाल से पधारे जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी बालसंत मोहनशरण महाराज ने कहा कि भगवान को सीधे प्राप्त नही कर सकते उन्हें पाने के लिए गुरू की शरण में जाना पड़ता है। धर्नुधर अर्जुन ने भी भगवान श्री कृष्ण से अनुरोध किया तभी भगवान ने रणक्षेत्र में गीता का उपदेश दिया। हरि और हर के मध्य में महानदी प्रवाहित हो रही है जिससे राजिम कुंभ कल्प दिव्य रूप में हो रहा है, जिससे सनातन धर्म का उत्थान हो रहा है। भगवान श्री कृष्ण ने कहा है संतों का निरादर नहीं करना चाहिए क्योंकि संत ही मेरा स्वरूप है। उठो, जागो और ज्ञान प्राप्त करो। उसे राष्ट्र के लिए समर्पित करो महापुरूषों के सानिध्य में जाकर ही जीवन धन्य होगा। यहां मेरा आगमन तेरह साल बाद हुआ है मैं तो भूल ही गया था राजिम में भी ऐसे आयोजन होता है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी ने अनुरोध किया राजिम आने का जिसे मैने सहर्ष स्वीकार कर लिया। यहां तो ज्ञान कि गंगा बह रही है जिसका लाभ सभी को मिल रहा है।
पांच सौ वर्षों के बाद पीएम ने रामलला
का मंदिर बनवाया - प्रेमानंद महाराज
मुंबई से पधारे प्रेमानंद महाराज ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि जो दशरथ नंदन राम का विरोधी हो, जनक नंदिनी माता सीता को प्रेम न करता हो ऐसे व्यक्ति का तुरंत त्याग कर देना चाहिए। जैसे भक्त प्रहलाद ने हिरण्यकश्यप का, भरत ने माता कैकेयी का और छत्तीसगढ़वासियो ने दूषित शासन का त्याग कर दिया। न पैसा लगता है न मेहनत लगता है जय जय श्री राम बोलना हमें अच्छा लगता है। पांच सौ वर्षो के लंबे इंतजार के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रामलला का भव्य नूतन मंदिर बनवाया और राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हुई। देश के अंदर राम रूपी आस्था और श्रद्धा की लहर चली। उन्होंने हिन्दू समाज को संगठित करके रामोत्सव को राष्ट्रीय पर्व बना दिया। सनातन धर्म से विकृत वायरस को निकालने का काम किया है और भारत को विश्वगुरू बनाने का अनोखा कार्य किया। इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने और संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी को बहुत-बहुत साधुवाद।
जो राम का नहीं है, वो किसी काम
का नहीं है - जालेश्वर महाराज
प्रवचनकर्ता जालेश्वर महाराज ने कहा कि 22 जनवरी 2024 एक ऐतिहासिक पल है जिसमें हम सभी ने श्रीराम लला के दर्शन किये उनकी कृपा दृष्टि का ही परिणाम है कि आज हम रामोत्सव राजिम कुंभ कल्प भव्य और दिव्य रूप से मना रहें है। राम जन्मभूमि संतो के आशीर्वाद का परिणाम है, जो राम का नही है, वो किसी काम का नहीं है। जिसने भी राम का विरोध किया है वो मनुष्य नहीं है। राम मर्यादा संस्कार, संस्कृति, संयम, सद्व्यवहार है। धर्म की रक्षा के लिए राम का अवतार हुआ है। यह समय अब कहने और सुनने का नहीं है कर दिखाने का है राम जी को लाये है तो राम का बनकर रहना होगा धर्म का पालन निष्ठा से करें।
बच्चों को प्रतिदिन हनुमान चालीसा
पढ़ाना होगा - नवल गिरि
महामंडलेश्वर नवल गिरि महाराज ने कहा कि धर्म को स्थापित कर प्रधानमंत्री ने रामराज्य लाने का संकल्प लिया है। जिसने राम को लाया है उसे लाने वालो को भी हमें लाना है। सबने भारत की ताकत को जान लिया है। अब हम सभी को मिलकर कुछ काम करना होगा और रामराज्य के लिए प्रयास करना होगा। प्रतिदिन अपने बच्चों को हनुमान चालीसा पढ़ाना होगा और देश में बढ़ रही वृद्धाश्रम रोकना है।
संतों के अमृत वचनों से सभ्य समाज परिवार व राष्ट्र का निर्माण होगा - विश्वप्रकाश तिवारी
शांतिकुंज के जीवन दायिनी विश्वप्रकाश तिवारी जी ने कहा अयोध्या में श्री रामलला के आने से ऋषि परंपरा प्रतिष्ठित हो रही है। देश के प्रधानमंत्री ने संकल्प लिया है वसुधैव कुटुंबकम के निर्माण का भारत वर्ष पुन: अपनी गरिमा को प्राप्त करने जा रहा है। सतयुग की वापसी होगी, धरती युद्ध मुक्त होगी। संतों के अमृत वचनों से सभ्य समाज परिवार और राष्ट्र का निर्माण होगा। चारों तरफ ज्ञान की गंगा बहेगी। राम राज्य के रूप में बड़ा महोत्सव होने जा रहा है रामलला के आगमन से धर्म संस्कृति का निर्माण होगा। संत समागम के अवसर पर अन्य संतों ने भी अपने आशीषवचन दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। राजिम कुंभ कल्प के सांस्कृतिक मंच पर संत समागम के पांचवे दिन ऋषिकेश से पधारे चेतन जी महाराज ने कहा भारत देश ऐसी पुण्य भूमि है जो संपूर्ण मानव समाज की अग्रज है। भा का अर्थ होता है प्रकाश परमपिता के पास स्वयं का प्रकाश है। भगवान का सर्वश्रेष्ठ दान सद्बुद्धि है सद्बुद्धि के लिए गायत्री मंत्र की उपासना जरूरी है आज हमारे समाज में धर्म और विधर्म के बीच संघर्ष चल रहा है कई लोग धर्मांतरण कर रहे है सनातन पथ से विचलित हो रहे हैं, क्योंकि हममें संगठन का आभाव है आज हम सभी के लिए एक चिंतन का विषय है बैठकर ध्यान करें। भविष्य की रचना करें तो कोई भी विधर्मी हमारी संस्कृति को तोड़ न पाये तभी भारत की भूमि विश्वगुरू बन सकती है
संतों की सेवा करने से जीवन सुखमय होता है - अरूण भारती
साध्वी अरूणा भारती ने कहा कि ये कुंभ कल्प सागर में गागर भरने के लिए संत भक्तिरूपी गंगाजल लेकर आये है। जिसे हदय रूपी संत मिलन को चलिए, तज माया अभिमान। संत महात्मा आपको जगाने के लिए आये हैं। भक्तिरूपी शक्ति प्रदान करने आये है। संतो की सेवा करने से जीवन सुखमय होता है। वे सद्कार्य की शिक्षा देते है। उनके बताये मार्ग पर चले आज पूरा राजिम कुंभ राममय बना है यह छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के मेहनत और संतो के आशीर्वाद का परिणाम है। जिस शासन ने पांच साल तक राम की भक्ति नहीं किया और संतो की उपेक्षा किये वे आज पछता रहे होंगे और सोचते होंगे कि अगर हम भी साधु संतो महात्माओ3 का आशीर्वाद प्राप्त करते तो आगे और शासन करते।
हरिद्वार से आये संत ओमप्रकाश शास्त्री ने कहा पंच देव की उपासना करें। सूर्य, गणेश, शिवजी, दुर्गा और विष्णु अगर हम निरंतर इनकी उपासना करते रहें तो संकट से उबरने के उपाय मिलते रहेंगे। देवों के देव महादेव सबसे दयालु है मात्र एक लोटा जल से अपने भक्तों पर प्रसन्न हो जाते है। सच्चे हदय से उन्हें पुकारने से वे भक्त के पास अवश्य आतेे है। साध्वी गीतामणि राधा स्वामी ने कहा शिव जी को जल चढ़ाने के साथ अपनी बुराई को भी अर्पित कर देना चाहिए हर व्यक्ति के अंदर राम होता है। केवल उन्हें पहचानने की आवश्यकता होती है।
आनन शरण महाराज ने कहा राम का मतलब तुझमें भी राम मुझमें भी राम। संस्कार और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हमारे पर्यटक और संस्कृति मंत्री के द्वारा भरपूर प्रयास किया जा रहा है। साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा धर्म एक ऐसा वाद्य यंत्र है जैसे भी बजाएं मधुर स्वर निकलता है। यदि किसी अनाड़ी को दे दिया जाये तो स्वर बिगड़ जाता है। राजीव लोचन महाराज ने कहा राम का प्रिय भूमि छत्तीसगढ़ है हमारे छत्तीसगढ़ में भाचा के बिना मामा का काम नही चलता परमपिता राम तो हमारे रिश्तेदार है। राम हमर भाचा हे कृष्ण हमर भाटो जे नई माने ओला कोड़ के पाटो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। राजिम कुंभ कल्प मेला के 13वें दिन स्थानीय कलाकारों के लिए बने मंच में कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति भैसमुंडी के ममता सेन और साथियो ने मानस प्रसंग की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। जामगांव के लोकराम साहू ने रामायण के अंतर्गत राम भगवान के बाल लीलाओ का व्याख्यान किया।
सेमरा के चंद्रहास साहू ने परंपरागत वेशभूषा धारण किए राउत नृत्य की प्रस्तुति दी। भटगांव धमतरी के मिथलेश गजेन्द्र ने मानस भजन की प्रस्तुति दी। बरबाहरा गरियाबंद के लेखपाल साहू ने भी भजन संध्या के माध्यम से राम न चले हनुमान के बिना..... जैसो गीतों की प्रस्तुति दे कर भक्तिमय माहौल बना दिया। बारूला फिंगेश्वर के चंद्रप्रकाश मारकंडे ने मंगल भजन की प्रस्तुति दी गई जिसमें घासीदास बाबा के रास्ते में चलने के संदेश गीत के माध्यम से दी। कौशल साहू कवर्धा में लाफट्र शो प्रस्तुत कर दर्शकों को लोटपोट कर दिया। गोपर भाठापारा नीलकंठ साहू खंजेरी वांदन गायन की प्रस्तुति दी। नांदघाट के सकुन साहू ने जसगीत और सुआ गीत की प्रस्तुति दी। लिमतरा के गंगा प्रसाद साहू की टीम ने लोक नाचा की प्रस्तुति दी। कंडरका के खिलेश्वरी साहू ने सुआ नृत्य की प्रस्तुति दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। राजिम कुंभ कल्प में लगातार विदेशी सैलानी पहुंच रहे है। गुरूवार को जर्मनी से पहुंचे पर्यटक दल राजिम कुंभ की भव्यता एवं मेले का विस्तार को देखकर अत्यंत प्रसन्न हो गए। वे जैसे ही राजीवलोचन मंदिर पहुंचे मंदिरों में उत्कीर्ण कलाकृतियों ने खासा प्रभावित किया। त्रिवेणी संगम बीच स्थित कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर को देखकर अभिभूत हो गए। विदेशी पर्यटकों ने पूरे मेला क्षेत्र का पैदल चलकर भ्रमण किया।
मीडिया से बात करते हुए रेजिना मारिया, स्टीफेन जोसेफ मारिया, हिल्डेगाल्र्ड रेल्डा, चृस्टा, उलरिका, सिल्केमारिया, लेंस, अलरिच ने कहा कि हम राजिम पहली बार आए हैं। यहां आकर काफी प्रफूल्लित हैं। यहां की संस्कृति और लोगो के आत्मीय स्वागत काफी प्रभावित किया है। भारत की अध्यात्मिक और धार्मिक तथा संस्कृति को देखने और समझने के लिये भारत आए हैं। बताया कि हम भारत की संस्कृति एवं यहां के रहन-सहन से रूबरू होना चाहते हैं। यहां की सांस्कृतिक विरासत खासतौर से प्रभावित कर रही है।
उन्होंने बताया कि असम, सिक्किम तथा कलकत्ता भी गए, लोगों से मिले अच्छा लगा। लेकिन जिस आत्मियता से छत्तीसगढ़ के लोगो ने स्वागत किया वह हमारे लिए विशेष अनुभव है। पर्यटक दल ने राजिम में भगवान राजीव लोचन, श्री कुलेश्वरनाथ महादेव, तथा संत समागम में पहुंचकर संतों से आशीर्वाद लिया। इसके अलावा नागा साधुओ से भी मुलाकात की। इस दौरान फोटो खिंचवाने तथा सेल्फी लेने मेला घूमने आए लोगों की उमड़ पड़ी। इन पर्यटकों ने भी आनंद लेते हुए उपस्थित जन समूह के साथ फोटो खिंचवाई।
प्रयागराज के बाद मध्य भारत में कोई प्रयागराज है तो वह राजिम-बृजमोहन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 9 मार्च। राजिम के त्रिवेणी संगम में 24 फरवरी से शुरू हुए राजिम कुंभ कल्प-2024 का 8 मार्च को भव्यता के साथ समापन हुआ। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने की। राजिम कुंभ के दौरान संगम नगरी राजिम कुंभ कल्प में अयोध्या धाम का आकर्षक वैभव दिखा। इस वर्ष का राजिम कुंभ कल्प रामोत्सव के रूप में मनाया गया। कुंभ में देशभर से साधु-संत एवं महामंडलेश्वर भी शामिल हुए। समापन समारोह के अवसर पर मुख्यमंच में राज्यपाल श्री हरिचंदन एवं मौजूद अतिथियों ने भगवान राजीव लोचन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लिया। साथ ही प्रदेष की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
समापन समारोह में राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पवित्र नगरी राजिम के कुंभ मेले में शामिल होकर मुझे आत्मिक प्रसन्नता हो रही है। राजिम मेले में पधारे समस्त संतों, विद्वानों और धर्मगुरुओं को मैं प्रणाम करता हूं। यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि देश के प्रतिष्ठित आचार्यों, साधु, संतों, महामंडलेश्वर, महात्माओं का आगमन राजिम में हुआ है। संतों के दिखाए मार्ग पर चलने से ज्ञान की प्राप्ति होती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है। छत्तीसगढ़ प्रदेश के हृदय स्थल में महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के त्रिवेणी संगम पर स्थित राजिम नगरी, छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में प्रतिष्ठित प्रमुख तीर्थ स्थल है। इस वर्ष 24 फरवरी माघ पूर्णिमा से राजिम कुंभ कल्प मेले का आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के पर्यटन, संस्कृति और धर्मस्व विभाग द्वारा किया गया। इस मेले का आज समापन हुआ।
उन्होंने कहा कि मेले में कलाकारों का संगम, श्रद्धालुओं की असीम आस्था और संतों के आशीर्वाद से राजिम कुंभ मेले ने देश में अपनी विशेष पहचान बनाई है। इस मेले में छत्तीसगढ़ शासन के विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई है जहां शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं से अवगत होकर नागरिक लाभान्वित हो रहे हैं, जो अत्यंत सराहनीय है।
समापन अवसर पर राज्यपाल श्री हरिचंदन ने भस्मासुर की कहानी को बयां किया। मुख्य मंच में राज्यपाल को राजिम कुंभ कल्प लोक आस्था का विराट संगम पुस्तिका भेंट की गई। समापन समारोह में धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद चुन्नीलाल साहू, राजिम विधायक रोहित साहू, रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा, राजिम नगर पंचायत के अध्यक्ष रेखा सोनकर, प्रबंध संचालक पर्यटन जितेन्द्र शुक्ला, कलेक्टर दीपक अग्रवाल, एसएसपी अमित तुकाराम कांबले सहित देशभर से आए साधु संत, महामंडलेश्वर सहित भारी संख्या में आमजन मौजूद रहे।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि 5 साल बाद पुन: भारतवर्ष के वासी इस भव्य आयोजन के साक्षी बने है। सभी प्रतीक्षा में थे की राजिम कुंभ का पुन: आयोजन होना चाहिए। उन्होंने इस भव्य कुंभ के आयोजन के लिए मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि आज माता शक्ति स्वरूपा का दिन महिला दिवस और भगवान शिव का दिवस महाशिवरात्रि है। यह ब्रह्मांड के सृजन का दिन है। उन्होंने सभी को राजिम कुंभ कल्प की बधाई देते हुए कहा कि राजिम कुंभ में पहुंच के कृतार्थ हुए।
समापन समारोह में संस्कृति, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि 5 साल बाद पुन: राजिम कुंभ का भव्य आयोजन हुआ। यह सब साधु संतों के आशीर्वाद से ही संपन्न हुआ। उन्होंने सभी साधु संतों को प्रणाम करते हुए उनका अभिवादन किया। राजिम कुंभ कल्प में देशभर के साधु-संत, महात्मा एवं महामंडलेश्वर ने शामिल होकर सद्गुणों की अमृत वर्षा की। इससे सभी श्रद्धालुगण कृतार्थ हुए। मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि पूरे देश में नदियों, पानी को बचाने जुटी साध्वी प्रज्ञा भारती का आभार व्यक्त करता हूं। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की जन्मभूमि है, प्रभु श्रीराम का वन गमन मार्ग है यह पूरे देश और विष्व को पता लगे इसी उद्देश्य से राजिम कुंभ कल्प का आयोजन किया जा रहा है। मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि राजिम कुंभ में इस वर्ष 20 लाख से अधिक श्रद्धालुगण शामिल हुए। उनके सहयोग से यह कुंभ संपन्न हुआ। कुंभ में देशभर के साधु संत एवं शंकराचार्य भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रयागराज के बाद मध्य भारत में कोई प्रयागराज है तो वह राजिम है। यहां हजारों साल प्राचीन मंदिर है। ऋषि मुनियों का आश्रम है। राजिम धार्मिक, सांस्कृतिक महत्वों के लिए पूरे देश में विशेष स्थान रखता है।
राज्यपाल ने राजिम कुंभ में की महानदी की महाआरती
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन राजिम कुंभ कल्प 2024 के समापन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान राज्यपाल हरिचंदन महानदी के त्रिवेणी संगम में पहुंचकर महानदी के तट पर महानदी आरती में शामिल हुए। साथ में राजिम विधायक रोहित साहू, रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा सहित जनप्रतिनिधिगण एवं नागरिकों ने महानदी की महाआरती की। राजिम कुंभ कल्प में जबलपुर से आयी साध्वी प्रज्ञा भारती के साथ ग्यारह पंडितों ने मंत्रोच्चारण कर महानदी की महाआरती कराई।
राज्यपाल ने लयबद्ध अनुशासन के साथ पूरे विधि विधान से महानदी आरती की। इस अवसर पर महानदी का त्रिवेणी संगम भक्तिमय हो गया। महाआरती का एक साथ प्रज्जवलित होना शंख, कपूर, चवर, आचमन पूरे मेला परिसर आरती मंडप को भावविभोर कर दिया। महाआरती में शिव स्त्रोत के बाद सामूहिक महाआरती की गई। इस अवसर पर अधिकारी कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगणों के आरती से जय-जय श्री राम के जयकारे से आरती घाट गूंज उठा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 8 मार्च। हल्की गुलाबी ठंड के बीच महाशिवरात्रि पर शुक्रवार तडक़े सुबह बड़ी संख्या में भक्तों ने राजिम के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई और भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की।
धर्म के प्रति आस्था का जूनुन गुरूवार की रात से ही देखने को मिल रहा था। आस्था और श्रद्धा के चलते भोलेनाथ महादेव जी के प्रति अटूट भक्ति रखने वाले भक्त तडक़े 2 बजे से ही राजिम संगम की धार में डुबकी लगाने पहुंच गए थे।
महाशिवरात्रि पर इस पुण्य स्नान को काफी महत्व माना जाता है, इसलिए तडक़े से लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुगण पुण्य स्नान कर दीपदान किया। पश्चात दर्शनार्थियों की लम्बी लाईन श्री कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर और श्री राजीव लोचन मंदिर, बाबा गरीब नाथ की ओर लग गई। श्रद्धालुगण भगवान के दर्शन करने लाईन में डटे अपनी बारी की इंतजार करते रहे। यह सिलसिला तडक़े तीन बजे से जारी रहा है।
महाशिवरात्रि पर्व पर स्नान के बाद दीपदान करने की परंपरा कई सौ वर्षों पहले से ही चली आ रही है। इस परंपरा का पालन आज भी श्रद्धालुगण करते देखा गया है। नदी की धार में दोने में रखा दीपक की लौ किसी जुगनू की भांति चमकती नजर आई। कई महिलाओं ने रेत का शिवलिंग बना कर बहुत ही श्रद्धा के साथ बेल पत्ता, धतुरा के फूल चढ़ाकर आरती भी किया।
मान्यता के अनुसार यहां कई भक्त नदी अपने मासूम बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया है। श्रीकुलेश्वर मंदिर क्षेत्र में जगह-जगह पंडितों का हुजुम भी लगा हुआ था, जहां भगवान श्री सत्यनारायण और शिवजी की कथा भी श्रद्धालुजन करा रहे थे।
महाशिवरात्रि पर संगम स्नान का है खास महत्व
वैसे तो पर्व व त्योहार में स्नान का अपना अलग महत्व होता है, लेकिन महाशिवरात्रि पर त्रिवेणी संगम में स्नान करने का खास कारण है। बताया जाता है महाशिवरात्रि में किसी भी प्रहर अगर भोलेबाबा की प्रार्थना कि जाए, तो मां पार्वती और भोलेनाथ सीधे भक्तों की मनांकामनाएं पूरी करते हैं। भगवान शंकर के शरीर पर शमशान के भस्म गले में सर्पों की हार कंठ में विश जटाओं में पावन गंगा तथा माथे में प्रलयंकारी ज्वाला उनकी पहचान है।
माना जाता है कि महानदी, सोंढूर, पैरी के संगम में स्नान करने से तन पवित्र तो होते है बल्कि मन की मलिनता दूर हो जाती है। इस दिन संगम की सूखी रेत पर सूखा लहरा लेने का भी परंपरा है। विश्वास है कि भोलेनाथ अन्य वेश धारण कर मेले का भ्रमण करते हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 8 मार्च। राजिम कुंभ कल्प मेला 2024 के अंतिम दिवस महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर नागा बाबाओं, साधु-संतों, विभिन्न अखाड़ों ने शाही स्नान के लिए ऐतिहासिक शोभायात्रा संत समागम स्थल परिसर से सुबह 8 बजे निकाली गई।
इस शोभा यात्रा में समस्त नागा, साधु-संतों के साथ अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू, संस्कृति विभाग के उप संचालक प्रताप पारख, मेला आयोजन समिति के गिरीश बिस्सा के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए।
शोभायात्रा में सुसज्जित पालकियों शाही बग्गी, घोड़ों में विभिन्न साधु-संत सवार थे। शोभायात्रा संत समागम से शुभारंभ होकर श्रीकुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर के पीछे मार्ग से नेहरू बाल उद्यान होते हुए, राजिम पुल, पं. सुंदरलाल शर्मा चौक, गौरवपथ राजिम, व्हीआईपी मार्ग होते हुए मेला में बने शाही कुंड में पहुंचे। शोभायात्रा का स्वागत दोनों शहर नवापारा और राजिम में विभिन्न चौक चौराहों में फूलमालाओं बरसा कर किया गया। शोभायात्रा में विभिन्न चौक में अनेकों अस्त्र-शस्त्रों से लैस नागा बाबाओं, साधु-संतों का शौर्य प्रदर्शन करते हुए अखाड़े चलाते रहे। नागा साधुओं के तलवार और फरसा भांजते खुशी से नाचते देखकर मेले में आए अंचल वासी रोमांचित हो उठे। धीरे-धीरे आगे बढ़ता शोभायात्रा शाही कुंड के पास पहुंचा, जहां शस्त्र पूजन पश्चात सर्वप्रथम नागा बाबाओं ने कुंड में छलांग लगाई और शाही स्नान की प्रक्रिया पूरा की। नागा बाबाओं के साथ अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू भी कुंड में डुबकी लगाने के लिए उतर गए। शाही स्नान करने विभिन्न अखाड़ों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इस विहंगम दृष्य को देखने पूरे मेला क्षेत्र के अलावा कुंड के पास बड़ी संख्या श्रद्धालुओं एवं दर्शनार्थी की भीड़ उमड़ी हुई थी।
शाही यात्रा की भव्यता का आनंद लेने, फ्रांस, इटली के अलावा अन्य देशों से पहुंचे विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए। सुरक्षा के मदद्ेनजर पुलिस की चाकचौबंध व्यवस्था थी। इस शाही यात्रा में सबसे पहले श्री पंच दशनामी सन्याशी अखाड़ा के नागा साधु, अखिल भारतीय पंच रामानंदी वैष्णव अखाड़ा के तीनों अनी श्रीपंच निर्मोही अनि अखाड़ा, श्रीपंच निर्मोही दिगम्बर अखाड़ा, श्रीपंच निर्मोही निर्वाण, श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के अलावा करीब पंथ, सतनाम पंथ के संतों ने भाग लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 8 मार्च। ग्राम पंचायत कोपरा में पंचायत सचिव के रूप में पदस्थ किशन साहू को वित्तीय अनियमितता, पंचायत के ऑडिट में गड़बड़ी, शासकीय कार्यों में अरूचि, पद का दुरूपयोग, शासकीय दस्तावेजों में कूटरचना सहित राष्ट्रीय कार्यक्रम जल जीवन मिशन को गंभीरतापूर्वक संचालित नहीं करने एवं दायित्वों के विपरित पंच को पद से हटाने के मामले में बर्खास्त कर दिया गया है।
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ ने आदेश जारी किये है। उक्त प्रकरण अंतर्गत कोपरा के सरपंच-सचिव द्वारा 15वें वित्त मद से बिना स्वीकृति राशि आहरण करने पर कुल 69 लाख 52 हजार 278 रूपये की वसूली भी की जायेगी। इसमें से सरपंच राजेश्वरी साहू से 34 लाख 76 हजार 139 रूपये एवं सचिव किशन लाल साहू से 34 लाख 76 हजार 139 रुपये की वसूली की जायेगी। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ ने एसडीएम राजिम को पत्र जारी कर उक्त राशि वसूली करने के निर्देश दिये।
जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि सचिव किशन साहू द्वारा अपने पदीय दायित्वों के विपरीत वार्ड क्रमांक 06 के पंच दिलेश्वरी पटेल को धारा-36 के तहत पंच पद से बर्खास्त कर दिया गया था। तत्संबंध में उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया, उनके द्वारा पत्र का जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने ग्राम पंचायत के मासिक बैठक में वार्ड क्रमांक 06 के पंच दिलेश्वरी पटेल एवं वार्ड कमांक 07 के पंच अजय साहू को अकारण ही बैठक की सूचना नहीं दी। साथ ही बैठक में भाग लेने से रोका गया। उनके द्वारा 15वें वित्त आयोग वित्तीय वर्ष 2021-22 का ऑनलाईन आडिट निर्धारित समय-सीमा में नहीं कराया गया। तत्संबंध में जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया। उन्हें निरंतर चेतावनी देने के उपरांत भी उनके द्वारा लगातार विधिसम्मत कार्य संपादन नहीं किया गया। इसके फलस्वरूप छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 में निहित प्रावधानों के तहत किशनलाल साहू, ग्राम पंचायत सचिव के विरूद्व विभागीय जांच संस्थित किया गया है।
विभागीय जांच में किशनलाल साहू, सचिव ग्राम पंचायत कोपरा द्वारा छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 36 में उल्लेखित प्रावधानों के विपरित स्वयं एवं सरपंच के संयुक्त हस्ताक्षर से 20 मई 2023 को वार्ड क्रमांक 06 के पंच दिलेश्वरी पटेल को उनका पंच पद रिक्त होने की सूचना दिया जाना पाया गया।
किशनलाल साहू, ग्राम पंचायत सचिव के उक्त कृत्यों को दृष्टिगत रखते हुए तथा जनहित के दृष्टिकोण से उनका ग्राम पंचायत सचिव के पद पर बने रहना वांछनीय नहीं होने के फलस्वरूप उन्हें छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 के भाग तीन नियम 5 (छ) के तहत् एतद् द्वारा ग्राम पंचायत सचिव (पंचायतकर्मी) के पद से बर्खास्त किया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 8 मार्च। महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी गुरुवार को जिला मुख्यालय गरियाबंद पहुंची। पहली बार शहर आगमन पर नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने तिरंगा चौक में आतिशबाजी और पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया। साथ ही प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर उन्हे बधाई भी दी। इस दौरान राजिम विधायक रोहित साहू, पूर्व संसदीय सचिव गोवर्धन सिंह मांझी, पूर्व राजिम विधायक एवं लोकसभा सह संयोजक संतोष उपाध्याय भी उनके साथ मौजूद रहे।
स्वागत कार्यक्रम के बाद लोकसभा प्रत्याशी श्रीमति चौधरी भाजपा कार्यालय में जिले के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से रूबरू हुई। यहां उन्होंने सभी का परिचय लिया साथ ही लोकसभा चुनाव में जीत का मूलमंत्र भी दिया। बैठक में श्रीमति चौधरी ने कहा कि इस बार का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 400 पार का लक्ष्य दिया है। इसे पूरा करने सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर प्रयास करना होगा, तभी जीत सुनिश्चित होगी।
उन्होंने कहा कि महासमुंद लोकसभा 15 साल से भाजपा की परपरागत सीट रही है। इस बार फिर महासमुंद लोकसभा में कमल खिलाना है। अपने प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी जो जिम्मेदारी और दायित्व देती है सभी कार्यकर्ता उसका निष्ठा से पालन करते हैै। पार्टी ने मुझे अवसर दिया है। लेकिन सभी कार्यकर्ता स्वयं प्रत्याशी के रूप मे काम करेंगे तभी लोकसभा में जीत होगी। इस दौरान उन्होंने केन्द्र व राज्य की योजनाए भी गिनाई। जिसे लेकर घर घर प्रचार-प्रसार करने का आव्हान किया।
बैठक में राजिम विधायक रोहित साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार महिला सशक्तिकरण, महिला के सम्मान और महिलाओ के उत्थान के लिए काम कर रही। महासमुंद लोकसभा से मोदी जी ने महिला नेत्री की अवसर दिया है। यह पूरे लोकसभा के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। मोदी की गांरटी सरकार ने पूरी की है। इसे लेकर अब जनजन तक पहुॅचना है और भाजपा को विजय दिलाना है। बैठक में भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री सहित जिले एवं भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपाट, 7 मार्च। मैनपाट में लंबे समय बाद हाथियों ने एक बार फिर से धावा बोल उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। बुधवार की रात ग्राम नर्मदापुर में अचानक हाथियों का दल पहुंच गया और चिंघाड़ लगाई तो ग्रामीण, कोरवा परिवार बच्चों के साथ भाग खड़े हुए।
हाथियों के जंगल की ओर जाने के बाद गुरुवार को सुबह ग्रामीण जब बस्ती में वापस लौटे तो तबाही का नजारा देख और ज्यादा परेशान हो गए।
हाथियों ने खेत के समीप बने झोपड़ी को तहस नहस कर दिया था, वहीं गेहूं की फसल भी तबाह हुई थी। मौजूदा समय में गेंहंू की फसल में दाने पकने शुरू हो रहे हैं, जिससे फसल की तबाही ने चिंता बढ़ा दी है।
बताया जा रहा है कि बुधवार की रात करीब 8 बजे दो हाथी सबसे पहले ग्राम बरीमा, अरंग में फसल को नुकसान पहुंचाते हुए ग्राम नर्मदापुर में प्रवेश किया और दुमु कोरवा नामक ग्रामीण की झोपड़ी उजाड़ फसल को भी नुकसान पहुंचाया। जिस बस्ती में हाथियों ने झोपड़ी उजाड़ा, उस बस्ती में काफी कम आबादी है, और दूरी - दूरी पर घर है।
वन विभाग के मैदानी अमले के द्वारा ग्रामीणों में हाथियों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। हाथी गांव से लगे जंगल में डटे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 7 मार्च। यह समस्त क्षेत्र गिरी (पर्वत) तथा वनों से आच्छादित हैं इसे गिरिवन क्षेत्र कहा जाता था, परंतु कालांतर में गरियाबंद कहलाया। भूमि, अग्नि, आकाश और हवा पंचभूत कहलाते है। इन्हीं पंचभूतों के स्वामी भूतेश्वरनाथ शिवलिंग के रूप में विराजमान है, यहां भूतेश्वरनाथ प्रांगण अत्यंत विशाल हैं, जो भूतेश्वरनाथ धाम को भव्यता प्रदान करते है। वनों से आच्छादित सुरम्य स्थलि बरबस मन को मोह लेती हैं, समय-समय पर यहां भक्तजन रूद्राभिषेक कराते हैं कांवरियों को सावन में भूतेश्वरनाथ को जल चढ़ाने का बेसब्री से इंतजार रहता है।
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर विश्व के विशालतम स्वयंभू शिवलिंग भूतेश्वरनाथ महादेव के दर्शन एवं पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ेगा। प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर्व भूतेश्वरनाथ में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है और तीन दिनों तक यहां मड़ई-मेला का आयोजन भी किया जाता है। जिसको लेकर प्रदेश के अन्य जिलों से श्रद्धालुगण अपना श्रद्धा लिए महादेव के दर्शन को पहुंचते हैं। जन आस्था को ध्यान में रखकर पुलिस विभाग द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से चाक-चौबंध व्यवस्था किया जाता है, जिससे कि किसी तरह का भगदड़ नहीं हो सकें।
उल्लेखनीय है कि गरियाबंद जिला के ग्राम मरोदा में विश्व के सबसे विशालतम स्वयंभू शिवलिंग स्थित है। महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर भूतेश्वरनाथ महादेव शिवभक्तों का आस्था केंद्र बन गया है, जिससे कि प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में भक्तगण यहां पहुंचते हैं और पूजा-अर्चना कर अपनी मनोकामना पूरी होने प्रार्थना करते हैं। भूतेश्वरनाथ महादेव स्वयंभू शिवलिंग हैं, जिसके पूजा-अर्चना करने से श्रद्धालुओं की मुरादे पूरी होती है। इसी श्रद्धा और विश्वास के चलते ही भूतेश्वरनाथ महादेव शिवभक्तों के आस्था का केंद्र बन गए हैं।
ज्ञात हो कि यह ऐसा शिवलिंग है जिसके बारे में मान्यता है कि यह हर वर्ष नित-नित बढ़ते ही जा रहा है, जो अब काफी विशालकाय हो गया है। हरे-भरे प्राकृतिक वादियों के बीच जिला मुख्यालय गरियाबंद से महज तीन किमी दूर अद्भुत, अकल्पनीय सा दिखता यह शिवलिंग पूरे छत्तीसगढ़ के शिवभक्तों के आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां दूर-दूर से भक्त जल लेकर भगवान शिव को अर्पित करने पहुंचते हैं। यह विश्व का सबसे विशाल और प्राकृतिक शिवलिंग के रूप में माना जाता है, यह शिवलिंग प्रतिवर्ष अपने आप में बढ़ता जा रहा है श्री भूतेश्वर धाम महिमा में लिखा गया है कि इस शिवलिंग की ऊंचाई सन् 1978 में 48 फीट, सन् 1987 में 55 फीट, सन् 1996 में 62 एवं सन् 2022 में इनकी ऊॅचाई 72 फीट उंचा और 210 फीट गोलाकार में है। शिवलिंग के समीप प्राकृतिक जलहरी है, शिवलिंग के पीछे बाबा कि प्रतिमा है, जिसमें माता पार्वती व गणेश, कार्तिक, नंदी के साथ विराजमान हैं। जहां पर पंचमुखी शिवलिंग के दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ, पार्वती, श्रीगणेश एवं कार्तिके के दर्शन और पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और श्रद्धालुओं के मन मांगी मुरादें जरूर पूरी करते हैं, यही कारण है कि बीते 15-20 सालों में यहां पहुंचने वाले भक्तों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है। वहीं मंदिर प्रागंण में कई अन्य मंदिर बने हुए हैं। आज महाशिवरात्रि के दिन प्रदेश के अन्य जिलों सहित अंचल के दूर-दूराज इलाकों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां भगवान भूतेश्वरनाथ के दर्शन करने पहुंचेंगे। जिसे लेकर पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं।
विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग भूतेश्वर नाथ महादेव में आज महाशिवरात्रि का पर्व भक्तिमय वातावरण में वैदिक पूजन करते हुए मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि के पर्व को महादेव की पूजा-अर्चना की दृष्टि से उत्तम माना गया है। प्रदेश सहित जिले के ग्रामीण अंचलों के लोग सुबह से ही महाशिवरात्रि के अवसर पर महादेव के मंत्रों का जाप करते हुए श्रद्धालु पूजन कर मनचाहा वरदान मांगेगे।
मान्यता के अनुसार इस दिन वैदिक मंत्र जाप करते हुए महादेव का जलाभिषेक व व्रत पूजन का विधान है। शिवभक्त भूतेश्वरनाथ में पहुचकर शिवलिंग में बेलपत्र चढ़ा कर दूध से अभिषेक करते हैं। बताया जाता है कि भगवान भूतेश्वरनाथ के दर्शन मात्र से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, और इसकी महिमा अपरंपार है, जो मुरादे यहां दिल से मांगी जाती है भगवान भूतेश्वरनाथ उसे जरुर पूरा करते है, इसीलिए यहां की महिमा लगातार बढ़ती ही जा रही है।
यह स्थान छत्तीसगढ़ के प्रयाग तीर्थ राजिम से दक्षिण पूर्व में 48 किमी की दूरी पर तीन ग्रामों के सिहद्धा पर साल के वनों से अच्छादित के मध्य में ग्राम-मरौदा (गरियाबंद) के समीप स्थित है। बुजुर्गों का कहना है कि कोल्हापुर (महाराष्ट्र) से एक वृद्धा माताजी आई, इन्होंने ही सर्वप्रथम अंचल के लोगों को इस प्राकृतिक शिवलिंग के संबंध में ज्ञात कराई तब से श्रद्धालु भक्तजन यहाँ भगवान भोलेनाथ के नाम से पूजा-अर्चना करते चले आ रहे है। मरौदा (गरियाबंद) के इस प्राकृतिक अर्द्धनारीश्वर शिवलिंग को देखकर आश्चर्य चकित हो जाना पड़ता है, क्योंकि इस प्राकृतिक शिवलिंग में गंगा, चन्द्रामा, त्रिपुण्ड प्राकृतिक रूप में स्पष्ट दिखाई देते है। इसे श्री भूतेश्वरनाथ (भकुर्रा-बैल के हुंकारने के आवाज को भकुर्रा) महादेव कहते है। इस स्थान से 5 किलोमीटर की दुरी पर माँ बम्हनी का वास पर्वत शिखर पर स्थित है। वहाँ तक जाने का सुगम रास्ता नहीं है, इसलिए इनकी स्थापना पर्वत के निचले भाग में की गई है।
श्री भुतेश्वरनाथ समिति के लोगों ने बताया कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर 8 मार्च शुक्रवार को भूतेश्वरधाम में सिरकट्टी आश्रम के गोवर्धन महाराज एवं चेतन महाराज (अंबाला वाला) द्वारा प्रात: 6 बजे दूध, दही और शहद से जल अभिषेक किया जायेगा इसके तत्पश्चात प्रकाश रोहरा (गुल्लु सेठ) वीनु दासवानी, अजय रोहरा, आशीष रोहरा, बीरू यादव, कुंजलाल, शत्रुघन साहू, बालकुमार, जलील बेग खान, द्वारा प्रतिवर्ष की भांति प्रात: 9:00बजे से प्रसाद वितरण एवं दोपहर 1:00 बजे से श्रद्धालुओं के लिए भंडारा रखा गया है। समिति सेवाराम ग्राम जडज़ड़ा, सचिव जलीज खान, कोषाध्यक्ष बलेश कुमार, सदस्य पवन कुमार, शत्रुघन साहू, अजय रोहरा, बीरू यादव, रमेश मेश्राम, प्रकाश रोहरा, पम्मन रोहरा, अजय सिन्हा सहित ग्राम मरौदा के ग्रामीणजन महाशिवरात्रि के तैयारी में जुट गये है।
शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस अधीक्षक अमित कांबले, एडनिशनल एस.पी. डी.सी. पटेल ने पुख्ता तैयारी कर ली है, पुलिस विभाग की टीम भुतेश्वरनाथ धाम में मौजूद रहेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 7 मार्च। मैनपुर भारतीय जनता पार्टी मैनपुर की ओर से नारी शक्ति वंदन पर प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के शिक्षक कॉलोनी सामुदायिक भवन मैनपुर में वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें लोकसभा 2024 के चुनाव की तैयारी पर जोर दिया गया और महिलाओं के लिए संचालित योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर उन्हें इसका लाभ दिलाने का आह्वान किया।
सामुदायिक भवन में भारतीय जनता पार्टी द्वारा नारी शक्ति बंधन अधिनियम पारित किए जाने पर सम्मेलन किया गया। समुदायिक भवन में वर्चुअल संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी को नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम के तहत देश के सभी मातृ शक्ति एवं बिहान योजना के अंतर्गत सभी स्वसहायता समूह की दीदियों ने सामुदायिक भवन में पहुंचकर प्रधानमंत्री के वर्चुअल संवाद को सुना नारी शक्ति के सहयोग से भारत को सशक्त और आत्म निर्भर भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष दुलार सिन्हा ने बहनों को संबोधित करते हुए कहा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री जी को हृदय की गहराइयों से धन्यवाद देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा उनके नेतृत्व में देश इसी प्रकार अनवरत प्रगति करता रहेगा। कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा जिला उपाध्यक्ष योगेश शर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष दुलार सिन्हा, भाजपा मंडल महामंत्री दिलीप साहू, मनोहर बघेल, मोहन सिंह कुशवाह, नारी शक्ति वंदन योजना के मंडल संयोजक घनश्याम मरकाम, सरिता ठाकुर, नंदिनी नेताम, तुलसी राठौर, देवन नेताम, भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष महेश कश्यप, व्यापारिक मनोज निर्मलकर, प्रदीप शर्मा, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष कुमारी बाई, पटेल युवा मोर्चा कार्य समिति सदस्य रोहित ध्रुव, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंजली खालको बिहान योजना के अधिकारी सहित स्व सहायता समूह की बहने उपस्थित थीं।
मैनपुर, 7 मार्च। प्रदेश के शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की माता का विगत दिनों निधन हो गया। भाजपा नेताओं ने मंत्री के राजधानी रायपुर के मॉलश्री बिहार स्थित निवास पहुंच कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष दुलार सिन्हा, भाजपा महामंत्री दिलीप साहू, विक्की साहू, मोहन सिंह कुशवाहा शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 7 मार्च। गरियाबंद संभाग अंतर्गत गरियाबंद, छुरा, मैनपुर और देवभोग संभाग में लाइनमैन दिवस का आयोजन किया गया। गरियाबंद उपसंभाग में कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कार्यपालन अभियंता अतुल तिवारी रहे। सभी लाइनमैन, सहायक लाइनमैन और अन्य तकनीकी कर्मचारियों का कार्यपालन अभियंता अतुल तिवारी एवं सहायक अभियंता गणेश प्रसाद ने पुष्पगुच्छ (बुके)भेंट कर तथा गुलाल लगाकर स्वागत किया।
सभी लाइन कर्मचारियों के निस्वार्थ योगदान के सम्मान के लिए लाइनमैन दिवस का आयोजन कर उन्हें सम्मानित किया गया। अपने उद्बोधन में अतुल तिवारी ने कहा कि लाइनमेन दिवस आयोजन कर सभी लाइनमेन का सम्मान के लिए भारत सरकार का प्रयास प्रशंसनीय है। उन्होंने लाइन कर्मचारियों के विधुत सुधार तथा निर्बाध विद्युत व्यवस्था बनाये रखने हेतु उनकी मेहनत और जज्बे को सराहा। साथ ही उन्होंने बताया कि लाइनमैन दिवस के साथ -साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह 4 मार्च से 10 मार्च तक मनाया जा रहा है। सभी को सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए अपने कार्य को करने की समझाइस दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 7 मार्च। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष परमेश्वर निर्मलकर सहित प्रतिनिधी मंडल द्वारा 7 बिंदुओं की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी से मुलाकत कर समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए ज्ञापन, त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
छग टीचर्स एसोसिएशन जिला प्रतिनिधि समस्याओं को लेकर डीईओ को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि सेवाकाल के दौरान निधन एवं सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के स्वत्वों के भुगतान तथा परिवार पेंशन प्राधिकार पत्र शीघ्र जारी कर सेवानिवृत्त हुए शिक्षक एलबी संवर्ग का समस्त प्रकरण तैयार कर शीघ्र भुगतान, शिक्षक एल.बी. (टी व ई) संवर्ग का सेवा पुस्तिका का सत्यापन स्थानीय निधि संपरीक्षक एवं कोष व लेखा रायपुर से हो, संविलियन पूर्व के समयमान, पुनरीक्षित, लंबित ऐरियर्स का भुगतान, चिकित्सा अवकाश, अर्जित अवकाश में रहे शिक्षकों का नियमानुसार अवकाश स्वीकृत कर वेतन भुगतान, अनुकम्पा नियुक्ति-सेवाकाल के दौरान दिवंगत शिक्षकों (एल.बी.) का शेष प्रकरण शीघ्र निपटारा कर उनके आश्रित परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति, विश्वविद्यालयी एवं प्रतियोगी परीक्षा में सम्मिलित शिक्षकों का अनुमति आदेश शीघ्र प्रसारित किए जाने जैसे उपरोक्त समस्याओं पर जिला शिक्षाधिकारी रमेश कुमार निषाद द्वारा विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया एवं त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
इस दौरान प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष सहित जिला सचिव सुरेश केला, जिला कोषाध्यक्ष नंद कुमार रामटेके, ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र सोनवानी, ब्लॉक सचिव संजय यादव, भगवंत कुटारे, पुरुषोत्तम ध्रुव, राजेन्द्र कुमार बागे उपस्थित रहे।