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तीन माह बाद गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 मई। घर में काम करने के लिए पहुंचे बढ़ई और उसकी मदद से हत्या करने वाले भाई और बाप को तीन माह बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया गया है।
तीन माह पहले चकरभाठा थाने के परसदा ग्राम में भगत राम कौशिक की हत्या कर दी गई थी। पुलिस उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इस वारदात को सुलझाने में लगी हुई थी। विवेचना के दौरान तकनीकी साक्ष्य और मुखबिरों से सूचना जुटाई गई। मालूम हुआ कि मृतक का एक नया मकान परसदा में बन रहा था, जहां पर काम करने के लिए बढ़ई संग्राम यादव को बुलाया गया था। भाई संतोष कौशिक और बेटे विशाल कौशिक ने बढ़ई संग्राम यादव के साथ मिलकर रुपयों के लालच में इनकी हत्या कर दी थी और इस्तेमाल किए गए औजारों को छुपा दिया था। मृतक के बेटे, भाई और बढ़ई को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पूरी तहकीकात में साइबर सेल के प्रभारी निरीक्षक हरविंदर सिंह, चकरभाटा थाना प्रभारी मनोज नायक और पूरे स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 मई। चरित्र शंका करते हुए झगड़ा करने के बाद शराब के नशे में धुत एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना हिर्री थाने के अटर्रा ग्राम की है। 3 मई की रात आरोपी इंदल अहिरवार (32 वर्ष) ने शराब के नशे में घर पहुंचा। उसने मोबाइल पर किसी युवक से बात करने को लेकर उससे पहले विवाद किया, फिर उसने डंडे से पिटाई करने लगा। पत्नी के पीठ और कमर में गहरी चोट आई। वह गिरकर छटपटाने लगी। तब पति इंदर ने उसे पानी पिलाया। इस बीच पड़ोसियों ने 112 नंबर पर डायल कर दिया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी घटना के बाद फरार हो गया था, जिसे दो दिन बाद गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। उसे जेल भेज दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 मई। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपील अधिकारी ग्रेजुएटी एवं कंट्रोलिंग अथॉरिटी के अपील अधिकारी के उस आदेश पर स्थगन दे दिया है जिसमें शासन को ब्याज सहित अंतर की राशि देने कहा गया था।
जांजगीर के जल संसाधन संभाग में सदानंद मानिकपुरी, रंजन दास, मदन कुमार मिश्रा, बाबूलाल साहू साहू, संतोष कुमार मिश्रा एवं अन्य की नियुक्ति दैनिक वेतनभोगी के रूप में विभिन्न पदों पर की गई थी। बाद में उनका नियमितीकरण हुआ और अधिवार्षिकी आयु पूर्ण करने पर उनको सेवानिवृत्त किया गया। साथ ही साथ उनके सेवाकाल को 30 से 33 वर्ष मान्य करते हुए राज्य सरकार के पेंशन नियम के अधीन 3 से 7 लाख रुपये पदान किए। उनके द्वारा उपादान अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत ग्रेजुएटी की राशि कम मिलने पर ग्रेजुएटी कंट्रोलिंग अथॉरिटी के समक्ष चुनौती दी, जिसमें ग्रेजुएटी अधिकारी ने उनके कार्यकाल को 42 से 46 वर्ष मानते हुए 2 से 4 लाख रुपये अतिरिक्त ग्रेजुएटी 6 प्रतिशत ब्याज सहित प्रदान करने का आदेश पारित किया।
उक्त आदेश को कार्यपालन अभियंता ने चुनौती दी। अपीलीय अधिकारी ने उच्च न्यायालय से उच्चतम न्यायालय गए नेतराम साहू के एक प्रकरण का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें दैनिक वेतन नियुक्ति दिनांक से ग्रेजुएटी प्रदान करने आदेश दिया।
इस आदेश के विरुद्ध शासन की याचिका पर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय एस. अग्रवाल की एकल पीठ में हुई। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि राज्य सरकार के कर्मचारियों पर छत्तीसगढ़ पेंशन नियम लागू होता है इसके अनुसार ही सर्विस ग्रेजुएटी प्रदान की जाती है जिसमें अधिकतम 33 वर्षों की सेवा की गणना की जाती है। इसलिए केंद्र का ग्रेजुएटी अधिनियम राज्य में लागू नहीं हो सकता>
साथ ही साथ यह भी बताया कि उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुत छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का प्रकरण नेतराम साहू के आधार पर अपील आदेश दिया जो इस प्रकरण से भिन्न है। उपरोक्त प्रकरण में उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीशों द्वारा राय देते हुए कहा गया कि उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीपति के पास उक्त बिंदु में बड़ी बेंच गठन कर सुनवाई की जाए, जो कि लंबित है। इसलिए पूर्व में उच्च न्यायालय के डिवीजन बेंच द्वारा दिया गया आदेश ही प्रभावी होगा, जिसमें डिवीजन बेंच ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य कर्मचारियों पर राज्य सरकार के पेंशन नियम के होते केंद्र का ग्रेजुएटी लागू नही होगा। सुनवाई के पश्चात् न्यायालय ने नोटिस जारी कर अपीलीय न्यायालय के आदेश पर स्थगन दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 मई। रायपुर जिले में पदस्थ हेड कांस्टेबल सरजू राम यादव की अपील पर हाई कोर्ट की डबल बेंच ने सुनवाई की। कोर्ट ने आदेश दिया है कि याचिका की सुनवाई होते तक एएसआई पदोन्नति में एक पद सुरक्षित रखा जाए।
याचिकाकर्ता को सन 2017 में 1 वर्ष के लिए दीर्घ शास्ति की सजा दी गई थी। इसमें एक वेतनमान को असंचयी प्रभाव से सिविल सर्विस 1966 के नियम 10 के तहत रोका गया था। हाल ही में जारी योग्यता सूची में अपील आरती का नाम नहीं जोड़ा गया था। जबकि इसके पूर्व अपीलार्थी की दावा आपत्ति के निराकरण के बाद उनका नाम योग्यता सूची में जोड़ दिया गया था।
हेड कांस्टेबल ने पहले सिंगल बेंच में याचिका लगाई थी, जिसमें 22 अप्रैल को जस्टिस पी सैम कोशी ने निर्णय दिया था कि पदोन्नति सूची अदालत के निर्णय के अधीन रहेगी।
इस पर हेड कांस्टेबल ने डबल बेंच में अतिरिक्त राहत के लिए अपील की। मामले की सुनवाई जस्टिस गौतम भादुड़ी और जस्टिस नरेश कुमार चंद्रवंशी की अदालत में हुई।
डबल बेंच ने तथ्यों पर विचार करने के बाद एएसआई का एक पद सुरक्षित रखने का आदेश मामले के निराकरण तक के लिए दिया है।
पूर्व की तरह ट्रेनों का स्टॉपेज दिए जाने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 मई। बिलासपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले ओडिशा के ब्रजराजनगर में ट्रेनों के स्टॉपेज शुरू करने की मांग को लेकर नागरिकों ने पटरी पर बैठ कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसके चलते हावड़ा मुंबई मार्ग में एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों के पहिए थम गए हैं।
उड़ीसा का ब्रजराजनगर बिलासपुर रेलवे मंडल के अधीन आता है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नागरिकों ने ट्रेनों का स्टॉपेज कोरोना काल के पूर्व की तरह देने की मांग को लेकर आज आंदोलन की घोषणा की थी। सुबह 6 बजे सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पटरी पर बैठकर आंदोलन शुरू कर दिया, इससे ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई।
इन ट्रेनों में अहमदाबाद हावड़ा, हावड़ा अहमदाबाद आजाद हिंद एक्सप्रेस आदि शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक हावड़ा पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस को झारसुगड़ा के पास से बदले हुए मार्ग से चलाया जा रहा है। पुणे हटिया एक्सप्रेस को झारसुगड़ा टिटलागढ़ रायपुर नागपुर के रास्ते से डायवर्ट किया गया है।
बिलासपुर टिटलागढ़ पैसेंजर को रायगढ़ के बाद कैंसिल कर दिया गया है। इसी तरह टिटलागढ़ से निकली पैसेंजर संबलपुर तक ही चलाई गई है।
आंदोलन के चलते झारसुगुड़ा गोंदिया जेडी पैसेंजर, भुवनेश्वर कुर्ला एक्सप्रेस तथा रायगढ़ बिलासपुर पैसेंजर रद्द कर दिए गए।
हावड़ा अहमदाबाद एक्सप्रेस को उड़ीसा के बिल पहाड़ ने रोका गया है। साउथ बिहार एक्सप्रेस को रायपुर से छूटने के बाद भाटापारा में रोका गया है। पुणे से संतरागाछी जाने वाली ट्रेन को रायगढ़ में रोका गया है। इसके अलावा कुछ अन्य ट्रेनों पर भी असर पड़ा है। इस व्यवधान के बारे में रेलवे की ओर से अधिकृत जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।
विश्व अस्थमा दिवस पर विशेष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। दमा या अस्थमा सामान्य श्वांस को प्रभावित करता है। दमा के रोगी के लिए नियमित कामकाज कठिन या असंभव हो जाता है। इतना ही नहीं अगर सही इलाज में देरी हो जाए तो दमा से गंभीर स्थिति भी हो सकती है। इसलिए ही विश्व भर में मई के पहले मंगलवार को ‘विश्व अस्थमा दिवस’ के रुप में मनाया जाता है।
अस्थमा से बचाव और अस्थमा से होने वाली मृत्यु दर को कम करने, स्वास्थ्य देखभाल और लोगों को जागरुक करने के लिए प्रतिवर्ष ‘विश्व अस्थमा दिवस’ का आयोजन किया जाता है और तरह-तरह के कार्यक्रमों द्वारा लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाता है। हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि बढ़ते प्रदूषण जैसे कारकों के कारण, दमा जैसे श्वसन रोग आज ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। बच्चों से लेकर उम्रदराज लोग श्वसन रोगों से ग्रसित हो रहे हैं, जिसमें एलर्जी (हवा अथवा प्रदूषण) और कफ कारण हो सकता है। उल्लेखनीय है कि विश्व अस्थमा दिवस के आयोजन की शुरुआत 1998 में ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर अस्थमा (जीआईएनए,त्रढ्ढहृ्र) ने किया था ढ्ढ हर वर्ष अलग-अलग थीम पर यह दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष क्लोजिंग गैप इन अस्थमा केयर थीम पर यह दिवस मनाया जाएगा।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया ‘प्रदूषण एवं धूलकण (डस्ट) की वजह से अस्थमा के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बीमारी से छोटे बच्चों से लेकर वयोवृध्दजन तक प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क लगाए जाने से एलर्जिक लोगों को थोड़ी राहत जरूर हैढ्ढ इसलिए ही अस्थमा बीमारी के प्रति जागरूकता के लिए इस दिन को संपूर्ण विश्व में जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।’
उन्होंने आगे बताया ‘दमा फेफड़ों से उत्पन्न श्वसन अव्यवस्था की वजह से होता है। जिस हवा में हम सांस लेते हैं वह नाक, गले और फेफड़ों में जाती है। एलर्जी या अन्य वजहों से फेफड़े व उसके आसपास मांसपेशियां कसने लगती हैं। इससे वायुमार्ग अवरुद्ध हो जाता है जो आगे फेफड़ों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोकने लगता है। अगर इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो देर नहीं करना चाहिए फौरन चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए।’
जिला कंसल्टेंट हमित कश्यप ने बताया ‘सांस संबंधी रोगों के बारे में भी लोगों को समय-समय पर जागरूक किया जाता है। साथ ही जिला अस्पताल एवं सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में इलाज की सुविधा भी प्रदान की जाती है। हालांकि विशिष्ट स्थिति और वातावरण दमा के लक्षणों को बढ़ा या खराब कर सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से श्वसन संबंधी बीमारियां जैसे संक्रामक जुकाम और फेफड़ों की सूजन का होना, मौसम परिवर्तन (बहुत तेज गर्मी, अत्याधिक ठंड), रासायनिक व प्रदूषण युक्त धुआं, तेज गंध और इसी तरह के उत्तेजक पदार्थ आदि। इसलिए थोड़ी भी अस्वस्थता लगे तो व्यक्ति को बिना देर किए फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।’
क्या है अस्थमा-अस्थमा या दमा एक सांस से संबंधी रोग है, जिसमें रोगी को सांस लेने में काफी तकलीफ होती है, जिसके कारण वो अपने सीने में दबाव महसूस करता है और खांसी भी होती है। ऐसा तब होता है, जब व्यक्ति की श्वसन नलियों में अवरोध पैदा होने लगता है। श्वसन मार्ग में सूजन भी हो जाता है जिससे व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है, दम भी फूलने लगता है। इसे ही अस्थमा कहते हैं।
इन लक्षणों को ना करें नजरअंदाज-खांसी, सांस लेने में परेशानी और घबराहट, सांस लेते समय सीटी जैसा आवाज निकलना , छाती में जकडऩ महसूस होना, थकान का महसूस होना आदि लक्षण दिखने पर तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल होंगे मुख्य अतिथि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। सिद्ध शक्तिपीठ महामाया मंदिर रतनपुर में अक्षय तृतीया के मौके पर सामूहिक विवाह रखा गया है। 30 अप्रैल तक इसमें 100 जोड़े पंजीयन करा चुके हैं।
ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर और मैनेजिंग ट्रस्टी सुनील सोंथलिया ने बताया कि विवाह समारोह में शामिल होने के लिए प्राप्त आवेदनों की जांच ट्रस्ट का विधि विभाग कर रहा है। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग भी इसकी जांच कर रहा है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार सभी अहर्ता पूरी करने वाले पात्र युवक-युवती इस सामूहिक विवाह समारोह में भाग ले सकेंगे।
विगत कई वर्षों से महामाया देवी ट्रस्ट की ओर से सामूहिक विवाह समारोह निशुल्क आयोजित किया जा रहा है। वर-वधु को कुर्ता, पैजामा, दुपट्टा, कटार, पगड़ी, साड़ी-ब्लाउज, पेटीकोट, चुनरी, मौरी माला प्रदान की जाती है। उपहार में सोने की लौंग, चांदी की पायल, बिछिया, झुमका, मंगलसूत्र, लॉकेट और बर्तन दिए जाते हैं। आवास और भोजन की व्यवस्था भी ट्रस्ट की ओर से है।
आशीर्वाद समारोह में कोटा की विधायक डॉ रेणु जोगी संसदीय सचिव और तखतपुर की विधायक रश्मि सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। पेड़ पर लटका कर युवक को पीटने के मामले में पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक नाबालिग है। पुलिस जांच के बाद सामने आई है कि पीडि़त युवक जब रस्सी छुड़ाकर भागा तो आरोपियों ने उसे दौड़ा-दौड़ा कर भी पीटा था।
उल्लेखनीय है शनिवार को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें यह दिखाई दे रहा है कि कुछ लोगों ने एक युवक पेड़ पर उल्टा लटका रखा है और उसकी लाठियों से पिटाई कर रहे हैं। वीडियो वायरल होने के थोड़ी देर बाद पुलिस सक्रिय हो गई। कुछ घंटों के भीतर कानून को अपने हाथ में लेने वाले तीन युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाद में कुछ और मिले वीडियो फुटेज के बाद दो और आरोपियों को दबोचा गया।
सीपत थाने के प्रभारी, प्रशिक्षु आईपीएस विकास कुमार ने बताया कि कबाड़ी डीह में गांव के बाहर एक झूला लगा हुआ है। गढ़वट गांव के राजेंद्र सिंह के प्लाट में चौकीदारी का काम करने वाले महावीर सूर्यवंशी को एक घर का कुंडा खोलते हुए पकड़ लिया गया था। महावीर को सीपत पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। क्योंकि चोरी की वारदात नहीं हुई थी, पुलिस ने महावीर को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। उसके गांव वापस लौटने से कुछ युवक गुस्से में आ गए। उन्होंने पेड़ पर लटके हुए झूले से बांधकर युवक की पिटाई लाठी-डंडों से कर दी। इस वक्त गांव में भीड़ जमा हो गई थी। कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया। वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल होते ही पुलिस ने तहकीकात शुरू की और वीडियो में दिख रहे तीन लोगों को पकड़ा।
इसके बाद कुछ और वीडियो वायरल हुए। इनमें दो आरोपी और दिखे। हिरासत में लिए गए युवकों से उनके बारे में पूछताछ की गई। इसके बाद दोनों पकड़ लिए गए जिनमें एक नाबालिग है। वह वीडियो में यह कहते हुए दिखाई दे रहा है कि बांधों और पीटो।
पूछताछ के बाद घटना का यह बात सामने आई है कि कुछ लोगों ने पिटाई रोकने के लिए शोर किया कि पुलिस आ रही है। झूले में बंधे पीडि़त महावीर ने खुद को अपने से ही खोल लिया और पिटाई करने वाले छिप गए। इसके बाद पुलिस को नहीं आते देखकर आरोपियों ने महावीर का पीछा किया और रास्ते में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। डर कर पीडि़त अपनी बहन के घर दूसरे गांव में छिपा हुआ था, जिसे लाकर मेडिकल कराया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लैपटॉप नगदी रकम और हथियार बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 अप्रैल। बिहार, तमिलनाडु महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश की 3 महिलाओं सहित सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने शुक्रवार को कार से उठाईगिरी की दो वारदातों को अंजाम दिया था।
ज्ञात हो कि दयालबंद निवासी भाजपा नेता ऋषि केसरी की कार का शीशा तोड़कर 29 अप्रैल की शाम 1.25 लाख रुपए से भरा बैग तब पार कर दिया गया था, जब वे शिव टॉकीज चौक स्थित जगन्नाथ मंगलम मैरिज पैलेस में एक समारोह में शामिल होने भीतर गए थे। शुक्रवार को ही आसमा कॉलोनी के धीरज कुमार झा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी कार की बोनट को ठोककर तीन अज्ञात लोगों ने तब रुकवाया, जब वे इंदु चौक से मंदिर चौक की ओर जा रहे थे। इन अज्ञात व्यक्तियों ने कहा कि आपकी कार से आयल गिर रहा है। उन्होंने नीचे उतर कर कार की बोनट को खोलकर देखा। वापस जब कार में बैठने लगे तो देखा कि तीनों अज्ञात व्यक्ति गायब थे और ड्राइवर सीट की बगल में रखा उनका बैग गायब था। बैग में लैपटॉप और कई जरूरी दस्तावेज थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप ने बताया कि एक ही दिन में एक ही तरीके से हुई उठाईगिरी की वारदातों से पुलिस चौकन्नी हो गई और आरोपियों की खोजबीन शुरू की गई। इस बीच आज सूचना मिली कि महाराणा प्रताप चौक के पास कुछ संदिग्ध व्यक्ति खड़ी गाड़ियों के आसपास घूम रहे हैं। पुलिस टीम पहुंची तो वे तीनों अलग-अलग दिशा में भागने लगे, जिन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया गया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र तथा बिहार के रहने वाले हैं। अलग-अलग राज्यों में वे समूह बनाकर उठाईगिरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए निकलते हैं। उनके गिरोह में 3 महिलाएं भी हैं। पुलिस ने उठाईगिरी की 1.25 लाख रकम में से 32000 बरामद किए हैं। उसके अलावा लैपटॉप भी जब्त कर लिया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में अनु राम समीर वैशाली नगर बिहार, मुकेश नायक थाना मुखड़म तमिलनाडु, राज मराठी वर्धा महाराष्ट्र, दीपक नाडे रिंग रोड झुग्गी झोपड़ी नागपुर तथा सितूर विजयवाड़ा आंध्रप्रदेश की लक्ष्मी मेनपाडे, गौरी गायकवाड और राधा गायकवाड शामिल हैं।
करगीरोड (कोटा), 30 अप्रैल। कोटा थाना क्षेत्र में पुलिस ने भीख मांग कर चोरी करने वाली 3 महिलाओं को 2 बच्चों समेत गिरफ्तार किया। आरोपियों से चोरी का सामान भी जब्त किया गया।
पुलिस के अनुसार 28 अप्रैल की प्रात: मोबाइल से कोटा थाना प्रभारी दिनेश चंद्रा को सूचना मिली कि 3 महिलाएं, 2 बच्चों के साथ भीख मांग कर चोरी कर रही हैं। सूचना पर तत्काल नाका चौक कोटा के पास घेराबंदी कर एवं पुलिस टीम को मोटरसाइकिल से गली मोहल्ले में लगाकर घेराबंदी की गई।
नाका चौक कोटा में तीनों महिलाएं एवं दो बच्चे भागने की फिराक में ऑटो, बस के इंतजार में खड़े थे। मौके पर कोटा पुलिस ने 3 महिलाओं सूकति सुबल, सपना देवी, सुधा देवी तीनों निवासी रेलवे स्टेशन के पास बिलासपुर से कड़ाई से पूछताछ की गई।
तीनों आरोपी महिला ने चोरी करना स्वीकार करते 2 चांदी की चूड़ी, 1 सोने की फुल्ली, एक मोबाइल, नगदी रकम 1200 जुमला कीमती 22,600 रुपए को पुलिस को सौंपा। पुलिस चोरी का सामान जब्त करते हुए तीनों आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर एवं दो बच्चे को अभिरक्षा में लेकर कार्रवाई की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 अप्रैल। भाजपा नेता ऋषि केसरी की कार से दिनदहाड़े उठाई गिरी हो गई। शीशा तोड़कर उनकी कार से बैग चुरा लिया गया, जिसमें 1लाख 25 हजार रुपए थे।
घटना तारबाहर थाना इलाके की है। दयालबंद निवासी भाजपा से जुड़े ऋषि केसरी आज शाम 5:30 बजे एक शादी में शामिल होने के लिए शिव टॉकीज के पास जगन्नाथ मंगलम गए। इसके पहले वे बैंक गए थे, जहां से उन्होंने अपने ईट भट्टे के मजदूरों को देने के लिए 1.25 लाख रुपए निकाल कर बैग में रखा था। बैग को कार में छोड़कर शादी समारोह के लिए भीतर गए। करीब आधे घंटे बाद जब वे लौटे तो उन्होंने पाया कि कार का शीशा टूटा हुआ है और भीतर रखा हुआ बैग गायब है। दिनदहाड़े हुई उठाईगिरी की घटना से हड़कंप मच गया। पुलिस को खबर की गई। पुलिस ने नाकेबंदी कर आरोपियों की तलाशी शुरू की लेकिन कोई अभी तक कोई हाथ नहीं आया है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि शादी भवन के सामने कोई भी गार्ड तैनात नहीं था और ना ही सीसीटीवी कैमरे वहां पर लगे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 अप्रैल। बेमेतरा से मुंगेली तक निकली डोला यात्रा के समापन में दिल्ली विधानसभा उपाध्यक्ष व आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा ने जाति के नाम पर हमें बांटकर हमारा इस्तेमाल किया। अब से हमें अपने बच्चों की शिक्षा और समानता के लिए काम करना होगा।
गुरु घासीदास सेवादार संघ की ओर से रखी गई 15वीं डोला यात्रा में मुख्य अतिथि राकी बिड़लान थीं। आगर मैदान में सभा की शुरूआत में डोला का स्वागत किया गया। अपने उद्बोधन में बिड़लान ने कहा कि हम बाबा साहब की संतान हैं ऐसे में उनके मिन के तहत हमें संगठित और शिक्षित होकर आगे बढ़ना होगा। दलित और तमाम पिछड़े समुदाय को सालों तक मूर्ख बनाया गया। संविधान को ताक में रखकर हमें जाति-उपजाति में बांटा गया और वोट के लिए इस्तेमाल किया गया। अब इससे बचना होगा। हमें किसी दल के लिए नहीं, खुद के लिए अच्छी शिक्षा व समानता के लिए काम करना होगा।
गुरुघासीदास सेवादार संघ के संयोजनक लखन सुबोध कुर्रे ने संगठन की जानकारी दी। डोला यात्रा के बारे में उन्होंने बताया कि एक खास समुदाय पर सामंती सोच के लोग हावी रहे और दलित वर्ग को डोली पर बैठने से रोका जाता था। सतनाम आंदोलन के नेता भुजबल महंत ने तब डोला यात्रा शुरू कराई और शोषित समुदाय की महिला को सम्मान से जीने का अवसर दिया।
आदिवासी नेता कोमल हुपेंडी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में हम सबको एकजुट होने की जरूरत है यहां दमन चरम पर है। बृजेंद्र तिवारी, श्यामलाल साहू, घनश्याम साहू, दुर्गा झा सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन गुरु घासीदास सेवादार संघ की विधिक सलाहकार प्रियंका शुक्ला और मोहर दास आर्य ने किया।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन दिनेश अनंत, अजय अनन्त व तामेश्वर ने दिया। कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल साहू, जसबीर सिंह, अंजोर दास, विशाल केलकर, अभिषेक मिश्रा, लीलावती लहरे, आशना जायसवाल, नरेंद्र भारती, गुलशन, नेतराम खांडे, हृतिका प्रसाद, रूपदास टन्डन, वीरेंद्र भारद्वाज, अजय अनंत, सूरज अनंत, सूरज उपाध्याय, संतोष बंजारे, भागवत साहू, निकिता ठाकुर, शंकर कश्यप, इरफान सिद्दीकी, अनिल बच्चन, खगेश केवट, श्याम लाल साहू, घनश्याम साहू आदि उपस्थित रहे।
करगीरोड (कोटा), 28 अप्रैल। कोटा नगर के अधिवक्ता हरीश लाल छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधि विभाग के संयुक्त सचिव बनाए गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देशानुसार और प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला के अनुमोदन से कांग्रेस विधि विभाग की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित की गई है, जिसमें कोटा नगर के सीनियर अधिवक्ता हरीश लाल को छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधि विभाग का संयुक्त सचिव बनाया गया है, जिससे कोटा ब्लॉक के कांग्रेस जनों में एवं कोटा नगर के लोगों में काफी हर्ष है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। मानवाधिकार के मुद्दे पर जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से गुरु घासीदास सेवादार संघ की डोला यात्रा में शामिल होने के लिए दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान कल मुंगेली पहुंच रही हैं।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला और गुरु घासीदास सेवादार संघ (जीजीएस) के संयोजक लखन सुबोध ने बताया कि बिड़लान बुधवार को रायपुर पहुंच चुकी हैं और कल सुबह सड़क मार्ग से मुंगेली के लिए रवाना होंगी। वे यहां डोला यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में रैली और सभा को संबोधित करेंगी।
जीजीएस मानवाधिकार के लिए जन जागरूकता फैलाने द्वारा ऐतिहासिक मानव अधिकार जन आंदोलन डोला यात्रा की स्मृति में विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन पिछले 15 वर्षों से कर रहा है। इस बार नवलपुर, बेमेतरा से वाया नवागढ़ मुंगेली तक रोड शो रखा गया है। पुराने समय में सामंतवादी ताकतें महिलाओं को डोली में बैठने से रोका करते थे। आज भी समुदाय विशेष पर घोड़ी चढ़ने पर रोक लगाई जाती है। डोला यात्रा इन्हीं दकियानूसी परंपराओं के खिलाफ गुरु घासीदास सेवादार संघ 28 अप्रैल को भुजबल महंत के याद में निकाली जाएगी। 28 अप्रैल को सुबह 8 बजे रायपुर में सामाजिक मुलाकात के बाद राखी बिड़लान सुबह 10.30 बजे रवाना होकर नवागढ़ में डोला यात्रा में शामिल होंगी। दोपहर दो बजे वे मुंगेली पहुंचेगी और शाम 4 से 7 बजे तक डोला यात्रा और आम सभा में शामिल होंगी। रात्रि 8 बजे वे मुंगेली के सर्किट हाऊस में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मुलाकात करेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। डामर की सप्लाई के लिए 45 करोड़ रुपिया का ऑर्डर लेकर 6 करोड़ रूपीस दवा देने के मामले में मुंबई की एक फर्म के डायरेक्टर को कोतवाली पुलिस गिरफ्तार करके लाई है।
बिलासपुर के करबला रोड में एस के इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी देश के विभिन्न हिस्सों में डामर सप्लाई का काम करती है। उसने मुंबई के जेजे इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर दर्शन मेहता और भास्कर मेहता को 9 करोड़ 57 लाख 68 हजार 800 रुपये का डामर भेजने का ऑर्डर दिया।डामर की सप्लाई 1 फरवरी से 7 अप्रैल 2022 तक करनी थी। जेजे इंडस्ट्रीज ने एडवांस में रकम मांगी। बिलासपुर की कंपनी एस के इंडस्ट्रीज ने रकम किस्तों में उनके खाते में जमा करा दिए। भुगतान के बाद जेजे इंडस्ट्रीज ने 3 करोड़ 36 लाख 83 हजार 320 रुपए का डामर भेजा। इसके बाद शेष डामर की सप्लाई रोक दी। डामर नहीं मिलने पर जब मुंबई की जेजे इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर दर्शन मेहता और भास्कर मेहता से उन्होंने फोन पर संपर्क किया तो वे दोनों टालमटोल करने लगे। जब लगातार फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने अपना मोबाइल नंबर ही बंद कर दिया।
इससे घबराये इंडस्ट्रीज के सेल्स मैनेजर वृहतसाम पांडे ने कोतवाली थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इनमें से एक आरोपी दर्शन मेहता को कोतवाली पुलिस की टीम ने मुंबई के विरार में 4 दिन तक डेरा डालकर गिरफ्तार कर लिया। उसे बिलासपुर लाकर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस दूसरे आरोपी भास्कर मेहता की तलाश कर रही है।
दो मामलों में 6 गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। बिजली टावर से लोहे के एंगल और कीमती सामान चुराकर बेचने के मामले में पुलिस ने कंपनी के ही एक मैनेजर और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। उनके एक फरार साथी की तलाश की जा रही है। इधर चकरभाटा पुलिस ने भी 500 किलो लोहे के एंगल के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बीते कुछ दिनों से 11 केवी के बिजली टावर से लोहे के एंगल और एल्यूमीनियम तार की चोरी की शिकायत पुलिस को मिल रही थी। एसएसपी पारुल माथुर ने एडिशनल एसपी उमेश कश्यप और अन्य अधिकारियों को आरोपियों की धरपकड़ का निर्देश दिया था।
इसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने मंगला चौक के पास सोनू कबाड़ी के गोदाम में दबिश दी। वहां अवैध रूप से डंप किए गए कबाड़ को जब्त कर लिया गया। इसी बीच टीम को सूचना मिली कि कबाड़ी के गोदाम में एक पिक अप वाहन में भरकर बिजली का सामान बिक्री करने के लिए लाया जा रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पिकअप से कॉपर वायर, लोहे के एंगल, एल्यूमीनियम तार और बिजली उपकरण के साथ ड्राइवर कोटा के मनोहर सिंह सलाम और उसके एक साथी को हिरासत में ले लिया।
कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी उसने बताया कि सीएसपीडीसीएल में वह मैनेजर के पद पर कार्यरत है। वह कंपनी द्वारा लगाए गए टावर से एंगल काटकर और तारों की चोरी कर कबाड़ में बेचने के लिए लाया था। पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद दीपराज बघेल कार्तिक बघेल और इंद्र देव पोर्ते को भी गिरफ्तार किया, जो अपराध में मनोहर लाल का साथ देते थे। एक अन्य फरार आरोपी साजिद खान की तलाश की जा रही है। सभी के विरुद्ध 4114 के तहत कार्रवाई की गई है। चोरी में इस्तेमाल किए गए बोलेरो वाहन सहित बिजली के चोरी के सामान जब्त किए गए हैं।
चकरभाटा पुलिस ने भी ग्राम हिर्री से जितेंद्र चौहान और केशव कौशिक को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 500 किलो एंगल जब्त किया।
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बिलासपुर, 27 अप्रैल। जिले में एक मजदूर मां बेटे ने आर्थिक तंगी के चलते एक ही फंदे पर लटक कर जान दे दी। उनके ऊपर एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी का कर्ज था, जिसकी किस्त नहीं चुका पाने के कारण वह परेशान रहते थे। इसके अलावा बेटा बीमार भी रहता था। पति भी मूक बधिर है।
कोटा थाने के अंतर्गत ग्राम कलारतराई की कृष्णा भाई मानिकपुरी और उसका बेटा अशोक दास मंगलवार की सुबह जब घर के एक कमरे से बाहर नहीं निकले तब कृष्णा के पति ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुलने पर उसने पड़ोस से एक बच्चे को बुलाकर रोशनदान से भीतर देखने के लिए कहा। बच्चे ने देखा मां और बेटे दोनों एक ही फंदे पर लटके हुए हैं। पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस को इशारों में मृतक महिला के पति ने बताया कि वह बाहर दूसरे कमरे में सोया हुआ था। सुबह एक कमरे का दरवाजा बंद मिला, तब उसे फांसी लगाने की जानकारी मिली।
पुलिस के मुताबिक मां बेटे दोनों मजदूरी करते थे। बेटा अशोक दास कुछ बीमार रहता था। उसने एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी से कर्ज लिया था जिसकी हर हफ्ते किस्त जमा करनी पड़ती थी। आर्थिक तंगी के कारण वह किस्त जमा नहीं कर पा रहे थे इससे परेशान थे।
दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है।
डीएलएस कॉलेज के संस्थापक को ठीक एक साल पहले कोरोना ने छीना था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां डी.एल.एस. स्नाकोत्तर महाविद्यालय परिसर अशोक नगर में कांग्रेस नेता व महाविद्यालय के संस्थापक स्व. बसंत शर्मा की प्रतिमा का अनावरण किया।
शर्मा ने लगभग 25 वर्ष पूर्व निजी क्षेत्र में डीएलएस कॉलेज की स्थापना की थी। कॉलेज में निम्न आय समूह के लगभग 2500 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। शर्मा का लगभग 55 वर्ष के उम्र में आज ही के दिन कोविड महामारी से जूझते हुए एक साल पहले निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री ने कॉलेज परिसर में स्व. शर्मा की आदमपद प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें भावपूर्ण श्रंद्धाजलि अर्पित की। बघेल उनको याद करते हुए अत्यंत भावुक हो गए। उनके साथ बिताए हुए पलों को याद कर उनके आंखों में आंसू आ गए। सीपत रोड से चांटीडीह पहुंच मार्ग का नामकरण स्व. बसंत शर्मा के नाम पर करने की घोषणा कार्यक्रम के दौरान की गई।
कार्यक्रम में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन एवं जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, विधायक शैलेष पांडेय, महापौर रामशरण यादव, छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा तथा रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बसंत शर्मा सहज, सरल एवं प्रगतिशील व्यक्तित्व के धनी थे। वे अपने विचारों पर अडिग रहने वाले थे। महाविद्यालय में संकट आने पर भी वह कभी झुके नहीं। उन्होंने कहा कि यह बेहद भावुक क्षण है। कोरोना महामारी ने हम सभी को बहुत नुकसान पहुंचाया है। शर्मा को बिलासपुर के लोगों से बहुत लगाव था। उनकी मृत्यु शर्मा परिवार, महाविद्यालय और पूरे बिलासपुर के लिए अपूरणीय क्षति है। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि बसंत शर्मा ने समाज और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। बिलासपुर क्षेत्र के विकास में योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम में संजय शर्मा ने उनका जीवन परिचय दिया। उन्होंने बताया कि बसंत शर्मा का जन्म 4 मई 1965 को कटघोरा में हुआ। उन्होंने पिता स्व. दशरथ लाल शर्मा के नाम पर वर्ष 1997 में डीएलएस महाविद्यालय की स्थापना की। वे सामाजिक, राजनैतिक एवं शिक्षा के क्षेत्र में सदैव सक्रिय रहे। ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनी सक्रिय युवा को वर्तमान हालात में कोविड-19 ने 25 अप्रैल 2021 को उन्हें हमसे छीन लिया। मात्र 4 कमरों एवं 200 विद्यार्थियों से प्रारंभ की गई संस्था आज 5 एकड़ में फैला सर्वसुविधा युक्त स्नात्कोत्तर महाविद्यालय का रूप ले चुका है, जहां 2000 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। यहां लगभग 100 अध्यापक एवं कर्मचारी कार्यरत हैं। वे 1994 से 1999 तक 2004 से 2009 तक पार्षद रहे। वे 21 संस्थाओं के अध्यक्ष भी रहे।
कार्यक्रम में उनकी प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार परवेज आलम को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। महाविद्यालय की दो छात्राओं को उन्होंने स्वर्ण पदक प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन कवि मीर अली मीर ने किया। कार्यक्रम में संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, आईजी रतनलाल डांगी, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर, विजय केशरवानी, विजय पाण्डेय, अभय नारायण राय, महाविद्यालय के शाषी निकाय की सदस्य निशा बंसत शर्मा, प्राचार्य डॉ. रंजना चतुर्वेदी, शासकीय निकाय के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पार्थ शर्मा सहित महाविद्यालयीन परिवार उपस्थित था।
बिलासपुर, 25 अप्रैल। विधायक और जोनल जेडआरयूसीसी मेंबर शैलेश पांडेय ने आज रेल महाप्रबंधक आलोक कुमार से मुलाकात कर 22 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला तत्काल वापस लेने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी है की ट्रेनों को यदि चालू नहीं किया गया तो जनता के साथ इस मुद्दे पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस माह की शुरुआत में एक दर्जन महत्वपूर्ण ट्रेनों को रद्द करने के बाद अप्रैल-मई महीने में भी रेलवे ने एक साथ 22 एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने की सूचना निकाल दी है। इसे लेकर जनप्रतिनिधियों में रोष बढ़ता ही जा रहा है। कोयला लदान में अग्रणी कोरबा से प्रतिनिधित्व करने वाले राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कल ही डीआरएम आलोक सहाय से मुलाकात कर ट्रेनों को चालू नहीं करने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी थी और आज विधायक शैलेश पांडेय ने भी जोन महाप्रबंधक आलोक कुमार को आगाह कर दिया है।
महाप्रबंधक से मुलाकात कर विधायक ने कहा कि ट्रेनों को रद्द करने से बिलासपुर जोन के यात्री परेशान हैं प्रतिदिन हजारों लोग सफर करते हैं रेलवे सबसे ज्यादा कमाई बिलासपुर जोन सही करता है लेकिन वह एक साथ वाइस ट्रेनों को रद्द कर जनता का अहित करने पर तुली हुई है।
महाप्रबंधक से उन्होंने कहा कि रद्द किए जाने वाली ट्रेनों की जानकारी देने के लिए स्टेशन में हेल्पडेस्क बनाया जाए ताकि लोगों को अनावश्यक परेशानी ना हो।
एक बयान में विधायक ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार डीजल पेट्रोल रसोई गैस के साथ-साथ आम लोगों की सुलभ आवागमन सुविधा भी छीनने का प्रयास कर रही है।
रेल महाप्रबंधक ने बताया रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार यात्री ट्रेनों को बंद रखा गया है। इनमें से 20 पहले से ही बंद है और वर्तमान में 22 ट्रेनों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है, जिनमें चार साप्ताहिक ट्रेन भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन प्रयासरत है कि इन ट्रेनों का परिचालन जल्द सुलभ करा दिया जाए।
महाप्रबंधक से मुलाकात के दौरान पार्षद रामा बघेल एल्डरमैन शैलेंद्र जायसवाल और अखिलेश गुप्ता बंटी भी उनके साथ थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अपै्रल। संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मृत्यु की जांच के बाद पुलिस ने पति सास और ससुर के खिलाफ दहेज हत्या का अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
मस्तूरी थाना के अंतर्गत मल्हार के अंबेश कांत का विवाह ग्राम में ही संजू कांत के साथ 2 जुलाई 2020 को सामाजिक रीति रिवाज से हुआ था। 28 फरवरी 2022 को अंबेश कांत अपनी पत्नी को गंभीर स्थिति में शासकीय अस्पताल मस्तूरी लेकर पहुंचा और डॉक्टर को बताया कि संजू ने दुपट्टे से फांसी लगाकर खुदकुशी का प्रयास किया है।
जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संजू के मायके वालों को पता चलने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसे ससुराल वालों ने प्रताडि़त कर मार डाला है।वे दहेज में बाइक लाने के लिए उसके साथ मारपीट करते थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि संजू की मौत गला दबाये जाने से हुई है।
पुलिस ने पति अंबेश को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि संजू की उसने और उसके साथ-ससुर ने हत्या की है। संजू के साथ विवाद होने पर उन्होंने तार से उसका गला घोट दिया था। इसके बाद इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फंदे पर लटका दिया था।
मल्हार चौकी प्रभारी के अनुसार पति अंबेश कांत, ससुर सेवक राम व सास राजकुमारी को दहेज हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। मरवाही वन मंडल में मनरेगा की राशि में 4.76 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के मामले में वन विभाग के 5 अधिकारी-कर्मचारी निलंबित कर दिए गए हैं। जीपीएस जिले के जिला पंचायत सीईओ और एसडीओपी पर कार्रवाई के लिए राज्य शासन से अनुशंसा की गई है।
ज्ञात हो कि 21 मार्च को विधानसभा में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने मनरेगा की राशि में गड़बड़ी करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ सस्पेंड करने की घोषणा की थी, जिस पर अब कार्रवाई हुई है। पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी ने रेंजर गोपाल प्रसाद जांगड़े को निलंबित कर बिलासपुर वन मंडल में अटैच किया है। सीसीएफ राजेश चंदेल ने डिप्टी रेंजर अंबरीश दुबे, अश्वनी कुमार दुबे, उदय तिवारी और अनूप कुमार मिश्रा को निलंबित करने का आदेश जारी किया है। जिला पंचायत बिलासपुर के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह ठाकुर और मरवाही वन मंडल के एसडीओ के पी डिंडोरे के विरुद्ध कार्रवाई के लिए राज्य शासन को लिखा गया है।
इसके अलावा सात फॉरेस्ट गार्ड को भी सस्पेंड किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।
प्रकरण में तत्कालीन डीएफओ राकेश मिश्रा और प्रभारी रेंजर राजकुमार शर्मा की भूमिका भी पाई गई है, जो रिटायर हो चुके हैं। इनके विरूद्ध भी कार्रवाई के लिए लिखा गया है। सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। शहर में आज सुबह 4 बजे से पुलिस ने कांबिंग गश्त अभियान चलाया। इस दौरान राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में बनी टीमों ने सिविल लाइन, चकरभाठा, सिरगिट्टी, कोतवाली, कोनी, तारबाहर, सकरी आदि इलाकों से 75 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से 35 के खिलाफ वारंट थे। 25 आरोपी लंबे समय से फरार थे। शेष के खिलाफ पूर्व की मारपीट, आबकारी एक्ट व अन्य अपराधों में लिप्त होने के चलते धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। इसी दौरान पुलिस ने 80 से अधिक गुंडा निगरानी व माफी बदमाशों की चेकिंग की और उन्हें हिदायत दी।
एसएसपी पारुल माथुर के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप ने इस अभियान की मॉनिटरिंग की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 अप्रैल। चकरभाठा पुलिस ने आर्मी कैंप से कूलर चुराने के आरोप में 7 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया है की गर्मी से परेशान होने के कारण उन्होंने कूलर चोरी कर अपने घरों में लगा लिया था।
चकरभाठा में आर्मी का कैंप बना हुआ है। यहां के बिलासा देवी एयरपोर्ट में ड्यूटी करने वाले खेलावन सिंह ने 19 अप्रैल को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि कैंप से 7 कूलर चोरी हो गए हैं। पुलिस ने आईपीसी की धारा 457 और 380 के तहत अपराध दर्ज कर खोजबीन शुरू की। इस दौरान पता चला कि मुढ़ीपार की जानकी गेंदले और अन्य महिलाओं ने वारदात को अंजाम दिया है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने छह अन्य महिलाओं सरस्वती, मधुकर, कदम बाई, राधाबाई जांगड़े, राधाबाई लहरे, आनंद बाई जांगड़े और गीता टंडन के साथ चोरी करने की जानकारी दे दी। सातों महिलाओं को गिरफ्तार कर उनसे सभी सात कूलर बरामद कर लिए गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 अप्रैल। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 22 ट्रेनों को एक माह के लिए रद्द करने के रेलवे के फैसले का जनप्रतिनिधि कड़ा विरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने रेलवे बोर्ड को इस बारे में पत्र लिखा है वहीं राजस्व मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि कोरबा से चलने वाली ट्रेनों को चालू नहीं करने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसका माल ढुलाई पर भी असर पड़ेगा।
ज्ञात हो कि रेलवे ने अप्रैल महीने से एक माह के लिए 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया था। इसके बाद 23 अप्रैल को फिर से 22 ट्रेनों का परिचालन 1 मई से 1 माह के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।
बिलासपुर प्रवास पर पहुंचे मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर, विधायक शैलेश पांडे और महापौर रामशरण यादव की मौजूदगी में मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय से चर्चा की और लंबे समय तक कोरबा तथा बिलासपुर से चलने वाली ट्रेनों के परिचालन को बंद करने पर आम लोगों को हो रही परेशानी से अवगत कराया। उन्होंने रेलवे महाप्रबंधक के साथ सांसद विधायकों और जनप्रतिनिधियों की बैठक भी रखने के लिए कहा है ताकि ट्रेनों को फिर से शुरू करने पर निर्णय लिया जा सके।
इधर रायपुर में एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 22 ट्रेनों को बंद करने के फैसले पर रेलवे को आड़े हाथों लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिखकर लोकल ट्रेनों का परिचालन यथावत जारी रखने का आग्रह किया है।
कार्यशाला में रेरा चेयरमैन ने सुनी समस्याएं
बिलासपुर, 23 अप्रैल। छत्तीसगढ़ भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) के अध्यक्ष विवेक ढांड ने कहा कि रियल इस्टेट सेक्टर को व्यवस्थित करने करने के लिए रेरा का गठन किया गया है। प्रोमोटर्स-बिल्डर्स के काम में दिक्कत पैदा करना कतई इसका उद्देश्य नहीं है। रेरा के अस्तित्व में आने से रियल इस्टेट के कारोबार में पारदर्शिता आई है। इससे प्रोमोटर्स-बिल्डर्स एवं उपभोक्ता दोनों को फायदा हुआ है।
श्री ढांड आज यहां जिला कार्यालय में रेरा की कार्यशाला को संबोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किये। कार्यशाला में बिलासपुर और सरगुजा संभाग के जिलों से आये प्रमोटर्स, आर्किटेक्ट एवं इंजीनियर सैकड़ों की संख्या में शामिल हुए। कार्यशाला में रियल इस्टेट से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर समाधान निकाला गया। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के डायरेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य एवं कलेक्टर सारांश मित्तर भी बैठक में उपस्थित थे।
रेरा अध्यक्ष ने अपने उदबोधन में कहा कि रियल इस्टेट सेक्टर का देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान है। जीडीपी में 6 फीसदी हिस्सेदारी इस सेक्टर की है। देश में 4 करोड़ से ज्यादा लोगों के रोजगार का यह जरिया बना है। उन्होंने बताया कि 250 प्रकार के उद्योगों द्वारा उत्पादित सामग्री का उपयोग इस सेक्टर में होता है। रेरा गठन के पूर्व इस सेक्टर में काफी मनमानी थी। उपभोक्ताओं का शोषण होता था। कोई सुनवाई के तंत्र नहीं था। इन तकलीफों को दूर करने के लिए वर्ष 2018 से राज्य में रेरा काम कर रहा है। प्रमोटर्स-बिल्डर्स को अपनी घोषणा के अनुरूप सुविधा उपभोक्ता को देनी होगी। समय पर प्लाट एवं भवन देना होगा अन्यथा कार्रवाई एवं जुर्माना भरना पड़ेगा। उन्होंने सभी बिल्डर्स को अपनी एकाउंट को हर तीन महीने में अपडेट करने को कहा ताकि रेरा की निगरानी बनी रहे और ग्राहकों को शोषण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण काम है। रेरा बिल्डर्स के लेखा देखने वालों को प्रशिक्षण भी देने को तैयार है।
श्री ढांड ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रियल इस्टेट सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम किया जा रहा है। गत तीन-चार वर्ष से कलेक्टर गाइडलाईन की राशि नहीं बढ़ाई गई। यही नहीं बल्कि 30 फीसदी रियायत पर पंजीयन की अनुमति दी गई है। प्रमोटर्स-बिल्डर्स ने अपने अनुभव के आधार पर कई दिक्कतें गिनाई, जिनका अधिकारियों ने समाधान किया। क्रेडाई छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष मृणाल गोलछा, क्रेडाई बिलासपुर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव एवं विचार रखे। इस अवसर पर रेरा के अडजुडिकेटिंग अफसर दीपा कटारे और रजिस्ट्रार डॉ अनुप्रिया मिश्रा सहित अन्य विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।