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पूर्व मंत्री भइयालाल राजवाड़े के भरतपुर सोनहत विधायक के खिलाफ बिगड़े बोल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुुंठपुर, 9 जून। बैकुंठपुर के पूर्व विधायक व मंत्री भइयालाल राजवाड़े ने जनकपुर में भरतपुर सोनहत विधायक के खिलाफ बिगड़े बोल सामने आए है। बड़े आत्मविश्वास के साथ बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ ही दिन बचा है आपका विधायक फिर आरटीआई लगाएगा और भइयालाल के लिए दारू ढोएगा। वहीं उनके बयान पर पलटवार करते हुए भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने उन्हें अपने गिरेबान में झांकने की सलाह देते हुए आदिवासियों के खिलाफ झूठी वाहवाही लूटना भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा बताया है।
दरअसल, भाजपा नेता और भरतपुर के जनपद उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्रा के खिलाफ भरतपुर तहसीलदार ने पुलिस में शिकायत की, पुलिस ने श्री मिश्रा को कई गंभीर धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया, वहीं उन्हें न्यायालय से जमानत मिल गई, उनका जनकपुर के रास्ते जोरदार स्वागत किया गया, जनकपुर पहुंचने पर के एमसीबी जिले ज्यादातर भाजपा नेताओं के साथ कोरिया जिले से पूर्व मंत्री भइयालाल राजवाड़े भी पहुंचें, मंच पर आते ही उन्होंने भरतपुर सोनहत विधायक के खिलाफ बिगड़े बोल सामने आ गए।
उन्होंने कहा कि अब ज्यादा दिन नहीं है। 4 महिना ही बचा है, आपका विधायक फिर वही आरटीआई लगाएगा और भइयालाल के लिए दारू ढोएगा, अरे मंै जानता हूं उसको यार, गुलाब सिंह जो विधायक थे, उनके यहां रहता था, मंै भी जाता था। और उसको बुलाए खाना वाना बनाए और दारू लाने और हम लोगों पिलावे, और फिर जाकर जिला पंचायत में बैठ जाए।
सोंस में महिलाओं ने दौड़ाया
पूर्व मंत्री के बिगड़े बोल के बाद भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उनके बयान की मै निंदा करता हूं। वे अपने गिरेबान में झांक कर देखे जब वे मंत्री थे, तब उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खिलाफ पूर्व संसदीय सचिव वर्तमान संसदीय सचिव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है। मैं भी आदिवासी समाज का हूं, पूर्व विधायक स्व गुलाब सिंह भी आदिवासी समाज के थे उनके लिए टिप्पणी कर रहे, मुझे बदनाम किया जा रहा है। इनके पास मुद्दा नहीं है मुददा नहीं होने के कारण ये अमर्यादित शब्द बोल रहे हंै। आदिवासियों का घोर अपमान करना भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा यही है। अपने दिन वे याद करे जब उन्हें सोंस में महिलाओं ने दौड़ाया था, अमका में वे पूरा दिन बिताते थे, उसको वे याद कर ले। पूर्व में भी और वर्तमान में भी सुर्खिया बटोरने का काम पूर्व मंत्री भइयालाल राजवाड़े के द्वारा किया जाता रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुुंठपुर, 24 मई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के भरतपुर दौरे के दौरान वन विभाग के मुनारों को कांग्रेस के पंजा छाप, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष के नामों के जिंदाबाद के नारों के साथ रंग दिया गया था, खबर के बाद इसका असर देखा गया है, अब मुनारों को वापस सफेद रंग से रंग कर मामले का पटाक्षेप करने की कोशिश की गई है, परन्तु अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई किसी पर नहीं की गई है।
भरतपुर के कांग्रेस के नेताओंं ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के भरतपुर दौर के दौरान ग्राम बरेल से जनकपुर तक सडक़ किनारे पडऩे वाले वन विभाग के मुनारों पर कांग्रेस का चुनाव चिन्ह पंजा छाप से रंग दिया था, जिसकी खबर को ‘छत्तीसगढ़’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, परन्तु मामले में मनेन्द्रगढ़ वन मंडल के डीएफओ ने किसी भी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
खबर के प्रकाशन के बाद पंजे छाप और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिन्दाबाद, डॉ. चरणदास महंत जिंदाबाद के नारे से रंगे मुनारोंं को अब सफेद रंग से रंग दिया गया है, जबकि मुनारों को रंगे जाने पर गैर जमानती अपराध है। परन्तु वन विभाग ने मुनारों को रंगने वालों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है, रंगे गए मुनारों पर पेंटर के नाम और मोबाइल नंबर तक अंकित था। बावजूद वन विभाग ने मुनारे रंग जाने के मामले में किसी से पूछताछ नहीं की और ना ही किसी पर कार्रवाई की है।
स्कूल की दीवारें और सूचना पटल अब भी रंगे हुए
खबर के बाद मुनारों को वापस उनके रंगों में रंग दिया गया है, जबकि सरकारी स्कूलों की दीवारों और पीएमजीएसवाई के सूचना पटल पर अब भी कांग्रेस के चुनावी चिन्ह पंजा छाप अंकित है, ज्यादातर ऐसे सूचना पटल हैं, जो विभिन्न गांवों की दूरी बताते थे, उन्हें भी कांग्रेस के नारेां से पोत डाला गया है, उन पर अभी तक मिटाया नहीं गया है।
अब भी वे पंजा छाप से रंगे हुए हैं।
मुनारा बना कांग्रेस पार्टी के प्रचार का साधन-कमला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर(कोरिया) 15 मई। भारतीय जनता पार्टी की जिला मंत्री कमला ने ‘छत्तीसगढ़’ की खबर जिसमें मुनारे पर कांग्रेस के प्रचार को बताया गया था, पर कहा कि मुनारा कांग्रेस पार्टी के प्रचार का साधन बन गया है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए एमसीबी जिले के भरतपुर सोनहत विधानसभा में कार्यकर्तागण चुनाव प्रचार में जुट गए है तथा चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए नियमों को ताक में रख कर सरकारी सम्पत्ति का उपयोग चुनाव प्रचार में किया जा रहा है तथा जिला के सीमावर्ती से लेकर भरतपुर तक वन विभाग व राजस्व विभाग के द्वारा बनाए गए मुनारे को कांग्रेस के द्वारा चुनाव प्रचार के लिए उपयोग किया जा रहा जिसकी वजह से मुनारों में पंजे के निशान समेत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व डॉ. चरणदास महंत जिंदाबाद के नारे लिख जाने से बदरंग हो गए है। बीते दिनों विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत का दौरा जनकपुर क्षेत्र में था, इस दौरान वन विभाग के मुनारों को भी प्रचार का साधन बनाया गया।
बरेल से लेकर जनकपुर तक सडक़ किनारे बने मुनारों को जमकर प्रचार किया गया। मुनारो से जंगल की पहचान होने के साथ कई उपयोग है,पूर्व में मुनारों में सफेद रंग से पोताई कराने के बाद नम्बर लिखवाया गया था, जो अब नहीं दिख रहा है। दरअसल मुनारो की स्थित से पटवारी समेत राजस्व विभाग के अधिकारी सीमांकन करते हैं, लेकिन अब वन विभाग के मुनारो पर कांग्रेस का कब्जा हो गया है।
इससे पहले इसका राजनीतिक रूप से कभी उपयोग नहीं देखा गया है। तथा मुनारों के स्वरूप को परिवर्तन करना लोक संपत्ति निरूपण अधिनियम के तहत भी गैर जमानती अपराध है। तथा उक्त कार्यवाही किये जाने पर दो वर्ष की सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है। विज्ञप्ति के माध्यम से प्रशाशन को बतलाना चाहूंगी की उक्त क्रियाकलाप् के खिलाफ जल्द से जल्द कानूनी कार्यवाही किया जाते जिससे ग्रामीण क्षेत्रो व वन विभाग मे बने मुनारो को सुरक्षित रखा जा सके।
छात्रहित में स्कूलों में ग्रंथपाल की भर्ती आवश्यक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर(कोरिया) 15 मई। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी एवं उप प्रान्ताध्यक्ष राजेन्द्र सिंह दद्दा ने जानकारीदिी कि स्कूल शिक्षा विभाग के उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को राज्य शासन के द्वारा प्रतिवर्ष ज्ञानवर्धक पुस्तकों को विद्यार्थी हित के दृष्टिगत भेजा जा रहा है। लेकिन अधिकांश विद्यालयों में विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के भर्ती नियम 5 मार्च 2019 में ग्रंथपाल (निम्न वेतनमान ) का 1857 पद वेतनमान 5200-20200 + ग्रेड पे ? 1900 (लेवल-4) स्वीकृत है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि सन 2008 से ग्रंथपाल ( निम्न वेतनमान) का 2346 पद स्वीकृत हैं। जिसमें केवल 120 कार्यरत हैं एवं 2226 पद रिक्त पड़ा है। जबकि भर्ती नियम में ग्रंथपाल 100 त्न सीधी भर्ती का पद है। ग्रंथपाल पद पर नियुक्ति के लिए शैक्षणिक योग्यता हायर सेकण्डरी उत्तीर्ण के साथ पुस्तकालय योजना का प्रमाणपत्र आवश्यक है।
उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ राज्य के सरकारी स्कूलों में अधिकांश विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आते हैं। विद्यार्थियों को स्कूली पढ़ाई-परीक्षा के साथ-साथ भविष्य के प्रतियोगी परीक्षाओं में भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए *पढऩे की आदत* की महत्वपूर्ण भूमिका है। जोकि पुस्तकालय (लाइब्रेरी) में ही संभव है। उन्होंने बताया कि आर्थिक अभाव एवं संसाधन की कमी के कारण बहुत से होनहार विद्यार्थी निराश होकर परिवार के जीवन यापन के काम में लग जाते हैं। उनका कहना है कि लाइब्रेरी (पुस्तकालय) विद्यार्थियों को ज्ञान-विज्ञान की जानकारी प्रदान करने में सहायक होते हैं । पुस्तकालय से विद्यार्थियों को पढऩे का वातावरण और विचारों के आदान प्रदान करने का अवसर एवं सत्संग मिलता है। जोकि विद्यार्थियों को अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं।
उन्होंने बताया कि पुस्तकालय का संचालन सही ढंग से करना विद्यार्थी हित में आवश्यक है। जिसके लिए फेडरेशन ने स्कूलों में ग्रंथपाल की नियुक्ति करने का माँग राज्य शासन से किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 13 मई। मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के जनकपुर पहुंच मार्ग पर पडऩे वाले वन विभाग के मुनारे कांग्रेस के पंजा छाप निशान से सराबोर है। मुनारो के स्वरूप बदल कर उसमें पंजा छाप के बड़े-बड़े निशान बनाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिंदाबाद, डॉ.चरणदास महंत जिंदाबाद के नारे लिख दिए गए है, जबकि मुनारे का स्वरूप बदलना कानून रूप से संज्ञेय अपराध की श्रेणी में तो आता ही है साथ ही लोक संपत्ति निरूपण अधिनियम के तहत भी गैर जमानती अपराध है।
इस सिलसिले में मनेन्द्रगढ़ वन मंडल के डीएफओ लोकनाथ पटेल से मोबाइल पर संपर्क किया गया उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया, उन्हें टैक्ट मैसेज और व्हाट्सअप मैसेज कर जवाब मांगा गया, परन्तु उनकी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
चुनावी वर्ष हैं, कांग्रेस चुनावी तैयारी में जुटी है, हर हाल में जनता के बीच पहुंचने की होड़ मची हुई है। हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत का दौरा जनकपुर क्षेत्र में था, उनके दौरे के पूर्व कांग्रेस ने वन विभाग के मुनारों के स्वरूप को ही बदल डाला, जिस रास्ते से डॉ. महंत का काफिला जनकपुर पहुंचा, बरेल से लेकर जनकपुर तक वह रास्ता जंगलों के बीच से गुजरता है, रास्ते के किनारे बड़ी संख्या में वन विभाग के मुनारे स्थित है।
ज्यादातर सडक़ पर है, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मुनारों को कांग्रेसमय कर दिया, मुनारो पर पंजा छाप का निशान के साथ नेताओं के जिंदाबाद के नारे लिखवा दिए, मुनारों के अलावा कई शासकीय संकेतों पर भी नारे लिखवा डाले जिन पर गांव पहुंच मार्ग व किमी अंकित था। मुनारों को पूर्व में वन विभाग ने सफेद रंग से पुतवा कर उनमें नंबर अंकित किए थे, उस पर कांग्रेस के चुनाव चिन्ह का निशान बना दिया गया हैं, जिससे मुनारें पर लगा नंबर मिट चुका है। वहीं जिस पेंटर ने इन मुनारों का स्वरूप बदला उसने बकायदा मुनारों पर ही अपना मोबाइल नंबर और नाम अंकित कर रखा है। अब सवाल यह उठ रहा है कि वन विभाग इतना बडा अपराध किस राजनीतिक दबाव मे आकर कर रहा है, कही ना कही पूरे मामले में डीएफओ मनेनद्रगढ़ की भूमिका संदिग्ध देखी जा रही है। जबकि जानकार बताते है कि मामले में पेंटर से पूछताछ कर लिखवाने वाले तक पहुंच कर कार्यवाही की जानी चाहिए।
क्या होता है मुनारा
वन विभाग में वनोंं को अलग-अलग कक्ष क्रमांक में बांटा जाता है, वनमंडल का परिक्षेत्र, बीट व कक्ष का सीमांकन मुनारों द्वारा किया जाता है, मुनारा सीमा दर्शाता है, मुनारे में मुनारा क्रमांक रहता है, मुनारा जगल की दिशा बताता है। किस तरफ का जंगल कौन सा है। मुनारा राजनीतिक प्रचार का संसाधन नहीं है इनमें वनों को बचाने के स्लोगन लिखे रहते है। इसके अलावा कक्ष का इतिहास लिखा रहता है।
गैर जमानती अपराध
वन विभाग के जानकारों के अनुसार मुनारों के स्परूप को बदलना गंभीर अपराध है, वन अधिनियम 1927 की धारा 63 के तहत सीमा चिन्हों (मुनारा) को विस्पित करने बदलने पर गैर जमानती अपराध जिसकी अवधी दो वर्ष, जुर्माना या दोनो से दंडनीय होगा। दूसरी ओर लोक संपत्ति निरूपण अधिनियम के तहत शासकीय संपत्ति को अनुज्ञा के बिना सार्वजनिक दृष्टि में आने वाली किसी संपत्ति को स्याही, खडिय़ा, रंग या किसी अन्य पदार्थ से लिखकर या चिन्हित करके उसे विरूपित करेगा, उस पर जुर्माने के साथ दंडनीय अपराध की सीमा में आएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 12 मई। साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनैतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है, चुनावी साल में भाजपा अब कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन दिख रही है। प्रमुख विपक्षी दल भाजपा मेंं इस बार काफी दावेदार मैदान में दिख रहे हंै। खास बात यह है कि इस बार भाजपा के तीनों जिला उपाध्यक्ष बैकुंठपुर सीट के लिए दावेदारी जता रहे है।
भाजपा में बैकुंठपुर विधानसभा सीट के लिए पूर्व नपा अध्यक्ष व भाजपा उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे एक बार फिर मैदान में है, वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उनकी दावेदारी सशक्त थी, विकास यात्रा के दौरान वे अपने समर्थकों के साथ काफी प्रभावी नजर आए थे, लग रहा था कि उनको टिकट मिल जाएगा, वहीं भाजपा ने पूर्व मंत्री पर भरोसा किया और बैकुंठपुर सीट पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा, बीते 4 वर्षो से श्री शिवहरे विभिन्न आयोजनों के माध्यम से जनता के बीच अपने पहुंच बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अब देखना है इस बार उन्हें मौका मिलता है या नहीं।
वहीं इस सीट के लिए भाजपा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य व जिला भाजपा उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी भी बीते कई वर्षों से अपना भाग्य आजमा रहे है। वर्तमान में प्रदेश भाजपा ने उन्हें रामानुजगंज विधानसभा की जिम्मेदारी भी दे रखी है। बावजूद इसके वे क्षेत्र में हर कही जनता के बीच पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। युवा नेता देवेन्द्र तिवारी का भी नाम बीते विधानसभा चुनाव में भी टिकट की दावेदारी के लिए सामने था।
कांग्रेस सरकार के लिए खिलाफ बीते 4 वर्षों में वे काफी मुखर रहे है, सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार के खिलाफ उन्होनें जमकर जहर उगला है। वहीं भाजपा के एक और उपाध्यक्ष लक्ष्मण राजवाड़े इस बार काफी सक्रिय देखे जा रहे है। वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में वे इस सीट के पहले दावेदार थे परन्तु इस बार वे भाजपा के कार्यक्रमों के अलावा क्षेत्र में देखे जा रहे है।
श्री राजवाड़े भाजपा के पुराने कार्यकर्ता है, इस पर उनकी सक्रियता उन्हें टिकट का दावेदार बना रही है। वहीं भाजपा में बेहद सक्रिय डॉ.राकेश शर्मा भी मैदान में देखे जा रहे है, हालांकि ऐसा बताया जा रहा है कि वे सांसद के लिए तैयारी कर रहे है, परन्तु भाजपा के पास बैकुंठपुर सीट के लिए वे भी एक आप्शन है, उनका कहना है वे पार्टी के कार्यकर्ता है पार्टी उनको जैसा आदेश देगी वे हर आदेश के लिए तैयार है। इसके अलावा पूर्व मंत्री भइयालाल राजवाड़े 75वें वर्ष में चल रहे है श्री राजवाडे को भाजपा 4 बार टिकट दे चुकी है, जिसमें वे दो बार जीते है और दो बार हार चुके है।
वे भी क्षेत्र के भ्रमण में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है, उनके समर्थक एक बार फिर उनके टिकट की आस लगाए बैठे हैं। वहीं उनकी बहु वंदना राजवाडे जिन्होंने हाल ही में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता है वो भी मैदान में है। इसके अलावा साहू समाज का प्रतिनिधित्व कर रहे भाजपा के वरिष्ठ सदस्य जगदीश साहू और युवा नेता अनिल साहू भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
देखना है कि आने वाले समय दावेदार खुद हो बेहतर प्रत्याशी घोषित करने किस तरह की रणनीति बनाते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 मई। संसदीय सचिव व बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव ने 1536.7 लाख के 5 बड़े पुल के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर काफी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे। ग्राम सारा और ग्राम तरगवंा मेें आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर श्रीमति सिंहदेव ने कहा कि क्षेत्र की बहुप्रतिक्षित मांग आज पूरी हो रही है।
पुल के निर्माण से आमजन के आवागमन में राहत मिलेगी और दूरी भी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बीते 4 वर्षों में क्षेत्र में लगभग ग्रामीण सडक़ों का जाल बिछ गया हैं, इन पुलों के निर्माण से क्षेत्र वासियों को सुविधा मिलेगी। कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरिया को विकास कार्यों में कोई कमी नहीं होने दी है, हाल ही में बैकुंठपुर के गेज नदी पर रियासतकालीन पुल के बगल से नवीन पुल का निर्माण शुरू हो गया है। जिसके निर्माण से संकरे पुल को और चौड़ा हो जाने से लोगों को राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत 1536.7 लाख के 5 पुलों के निर्माण का भूमिपूजन किया गया, जिसमें नगर से सलका मार्ग पर दो पुल, बैकुंठपुर जूनापारा कुडेली मार्ग पर एक पुल और खाड़ा रनई मार्ग पर दो पुल का निर्माण होगा। सभी सडक़े पीएमजीएसवाय की है, जहां इन पुलों का निर्माण होना है, भूमिपूजन के बाद पुल का फाउंडेशन की खुदाई शुरू हो गयी।
आम आदमी पार्टी की नेत्री ने किया सोनहत विकासखंड का दौरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया ), 28 अप्रैल। आम आदमी पार्टी की नेत्री सुखवंति सिंह ने भरतपुर सोनहत विधानसभा के सोनहत का दौरा किया। उन्होंने दौरे के दौरान मिली समस्याओं के जल्द निदान के लिए कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है।
श्रीमती सिंह ने बताया कि जिस ग्राम के बारे में कांग्रेसी खुद उनकी समस्या को लेकर जमकर शोर मचाया करते थे आज सत्ता में आने पर भी उसका हल नहीं कर पाए है। उन्होंने बताया कि सोनहत विकासखंड के ग्राम लोलकी के ग्रामीणों ने बताया कि उनका जाति निवास सरकार के द्वारा नहीं बनाया जाता है कारण पुछने पर ग्रामवासी कहते है की हमारे गांव का भू अभिलेख नहीं है जाती निवास के लिए सरकार के द्वारा भू अभिलेख मांगा जाता है जिसे हम नहीं दे पाते है हमारे गांव को शासन के द्वारा न ही राजस्व ग्राम में रखा गया है और न ही वन ग्राम की श्रेणी में रखा गया है ऐसे में हमारे पास कोई भू अभिलेख नही है न ही हमारे गांव का नक्शा खसरा बी 1 भी है जाती निवास के अभाव में हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार मय होता जा रहा है ।
अपने पत्र में उन्होंने बताया कि सोनहत क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं बताई, सोनहत विकासखंड के ग्राम मधौरा, लटमा, सुदरपुर, मझारटोला से लेकर रावतसरई, बेलार्ड सिंहपानी, रजौली, जोगीया के ग्रामों के ग्रामीणों ने बताया कि इन ग्रामों में पेयजल की समस्या है। गांवों में मौजूद हैंडपंप, सोलर पंप सूख चुके हैं, कई हैंडपंप बिगड़े हुए हैं, जिनका मरम्मत विभाग के मैकेनिकों के द्वारा नहीं किया जा रहा है, जिससे वहां के ग्रामीणों को पेयजल के लिए नदी नालों, ढोढ़ी, कुओं के उपर निर्भर रहना पड़ रहा है ऐसे में काफी दिक्कतो का सामना इस भीषण गर्मी में करना पड़ रहा है।
सोनहत विकासखंड के रामगढ़ अंचल के ग्राम सुकतरा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके ग्राम में हाथी का आये दिन आगमन होता रहता है और फसलों को नुकसान पहुचाया जाता है पिछले महीनों में दो तीन बार हाथीयों के द्वारा ग्रामीणों के फसल को बर्बाद किया गया है किंतु वन विभाग के द्वारा ग्रामीणों को किसी भी प्रकार का मुआवजा क्षतिपूर्ति राशी का भुगतान नहीं किया गया है न ही स्थानीय फारेस्ट विभाग के कर्मरचारियों के द्वारा क्षतिपूर्ति प्रकरण तैयार किया जाता है जिससे उन्हें उनके फसल के नुकसान की भरपाई नही हो पाती है जिससे जांच कराकर ग्रामीणों का प्रकरण तैयार करवाकर क्षतिपूर्ति राशी का वितरण करने हेतु विभाग को निर्देशित करने का कष्ट करें।
सुकतरा के ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग के फारेस्ट गार्ड द्वारा पिछले वर्ष 2022 में सुकतरा गांव की महिलाओं से पार्क के जंगलो मे खड़ कटाई (जंगली घास की कटाई कराया गया था जिसे ग्रामीणों से 400 रूपये प्रतिकिलो की दर पर विभाग के द्वारा खरीदी करने के लिए बोला गया था कथनानुसार गांव की 20 से अधिक महिलाओं ने खड़ काट कर विभाग के पास 2 क्विंटल खड़ का विक्रय किया जिसका आज तक उन्हें मजदूरी विभाग के द्वारा भुगतान नहीं किया गया जिससे ग्रामीण महिलाएं काफी आहत हैं, संबंधित वन विभाग को निदेशित कर ग्रामीण महीलाओं का भुगतान कराने का कष्ट करें।
ग्राम सुकतरा के ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग के फारेस्ट गार्ड के द्वारा गांव में पेयजल सिंचाई आदि कार्यों के लिए ग्रामीणों द्वारा बोर कराये जाने पर बोरवेल की गाड़ी को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाता, प्रवेश के लिए ग्रामीणों से पांच हजार रूपये रिश्वत की मांग की जाती है तभी गांव में बोरवेल गाड़ी को गांव के अंदर आने दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणेां की समस्याओं का जल्द निराकरण हो ताकि गामीणों को उनका अधिकार मिल सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया ), 28 अप्रैल। कोरिया जिले के स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ 1 मई को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय का घेराव करेगा। कोविड 19 के टीकाकरण की प्रोत्साहन राशि नहीं दिए जाने को लेकर विभाग कोई पहल नहीं कर रहा है, जबकि राशि विभाग को सरकार द्वारा आबंटित की जा चुकी है।
संघ के जिला अध्यक्ष श्रेयांश जायसवाल ने बताया कि अगस्त 2021 से सितम्बर 2022 तक के कोविड 19 टीकाकरण की प्रोत्साहन राशि का भुगतान आज दिनांक तक नहीं किया गया है जिसकी जानकारी कई बार पत्राचार के माध्यम से आपको अवगत कराया गया एवं इस संबंध में उनके द्वारा कलेक्टर को भी पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया गया, परन्तु सीएमएचओ द्वारा किसी भी प्रकार कोई कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में समस्त कर्मचारियों को विभाग के प्रति रोष है। दिनांक 30 अपै्रल तक कोविड 19 टीकाकरण प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं होने की स्थिति में स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ कार्यालय घेराव के लिए बाध्य होगा।
प्रोत्साहन राशि को लेकर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ काफी समय से सीएमएचओ को पत्राचार कर रहा है, तत्कालीन सीएमएचओ को कोविड-19 टीकाकरण के लिए कार्य पश्चात् मानदेय भुगतान के संबंध में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से लेकर विभाग के डायरेक्टर ने सीएमएचओं का पत्र लिखकर भुगतान करने के निर्देश दिए है। बावजूद इसके अब तक इसका भुगतान नहीं हो सका है, वहीं घेराव की चेतावनी के बाद वर्तमान सीएमएचओ ने सभी सीएचसी स्तर के अधिकारियों की 26 अप्रैल को बैठक बुलाई, परन्तु सूत्रों का कहना है कि आई प्रोत्साहन को अन्य बजट में खर्च कर दिया गया है, जबकि राशि है ही नहीं तो देने के लिए विभाग आनाकानी कर रहा है।
कितनी राशि है बकाया
कोविड 19 के टीकाकरण को लेकर राशि में वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 में बैकुंठपुर तहसील को 73953881, मनेन्द्रगढ़ तहसील को 77972513 खडगवां तहसील को 85720239, सोनहत तहसील को 46741894 और भरतपुर तहसील को 55066132 कुल राशि देय है, परन्तु विभाग इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
मनेन्द्रगढ़, 27 अप्रैल। छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस जिला कोरिया और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर की संयुक्त बैठक 30 अप्रैल को मनेंद्रगढ़ में आयोजित की गई है। बैठक में छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष एवं अधिकारी कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला, जिला कोरिया के अध्यक्ष गजानन तिवारी सहित जिले के प्रांतीय स्तर के पदाधिकारियों की उपस्थिति में नव गठित जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के जिला अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
प्रांतीय सचिव टी. विजय गोपाल राव ने कोरिया और एमसीबी जिले के छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों से चुनाव में भाग लेने की अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 24 अपै्रल। अतिक्रमण के उद्देश्य से जंगल में स्थित बड़े-बड़े साल के पेड़ों को तेजी से काटा जा रहा है, बीतेे एक सप्ताह में रामगढ़ के जंगलों में कई दर्जन पेड़ों की बलि चढ़ा दी गई है। हैरानी की बात यह कि वन विभाग सब जानते हुए भी इस पर रोक लगाने में अक्षम नजर आ रहा है। पहले पेड़ों को नीचे से चिन्हाकित कर लिया जाता है, बाद में उसे काट कर गिरा दिया जाता।
कोरिया जिले के कोरिया वनमंडल अंतर्गत सोनहत रेंज में रामगढ़ और चुलादर के बीच कक्ष क्रमांक 191 और उसके आसपास कई दर्जन साल के पेड़ों का काट डाला गया है। वर्षों पुराने बेहद लंबे और मोटे मोटे पेड़ों को काट कर गिरा दिया गया, इस क्षेत्र में साल के पेड़ों के बीच ठूंठों की भरमार है, यहां हर दिन पेड़ों की कटाई जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ इस स्थान पर पहुंचा तो हैरान रह गया, कई फीट लंबे पेड़ों को पहले नीचे की ओर से चारो ओर से काट कर चिन्हाकित किया गया है, जिससे उन्हें काटा जाने की तैयारी है और दर्जनों बड़े बड़े पेड़ों का काट कर नीचे गिराया गया है। काटे गए पेड़ों के ठंूठ में वन विभाग द्वारा पीओआर किए जाने के निशान नहीं है, यदि विभाग पीओआर करता है तो काटे गए ठूंठ पर हैमर चला कर निशान अंकित करता है, परन्तु ऐसा नहीं किया गया है। इससे साफ है कि महीनों से इस ओर विभाग को कोई लेना देना नहीं है और जंगलों में अंधाधूंध पेड़ों की कटाई जारी है।
वन विभाग को इसकी पूरी जानकारी है परन्तु अवैध कटाई पर रोक के लिए विभाग ने अब तक कोई पहल नहीं की है। विभाग को अवैध कटाई के रोकने और काटे गए पेड़ों की लकड़ी जब्त करने में उदासीनता दिखाई जा रही है।
अतिक्रमण के लिए कटाई
वन अधिकार के लिए नए अतिक्रमण जारी है, रेगूलर के जंगलों में कुछ ही क्षेत्र बचा है, जहां अतिक्रमण नहीं हुआ है, बीते 4 वर्षों से बचे जंगल मेंं अब पेड़ों को काट कर अतिक्रमण का काम जारी है। यही कारण है कि पेड़ों को काट कर अपने हिस्से की भूमि का समतल किया जा रहा है। यहां तक कि वन क्षेत्र में मजदूरों की बिना किसी सुविधा में मनरेगा के कार्य करवाए जा रहे है, उसी के आसपास दर्जनों पेड़ों को काटा गया है। ताकि नया कब्जा हासिल किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 24 अपै्रल। चुनावी वर्ष में कार्यकर्ताओं को पार्टी छोडक़र जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। विधानसभा चुनाव के पूर्व कार्यकर्ता कांग्रेस और भाजपा में शामिल होने लगे है। बैकुंठपुर विधानसभा में अंबिका सिंहदेव से प्रभावित होकर सैकड़ों युवाओं ने कांग्रेस ज्वाईन की तो भरतपुर सोनहत विधानसभा में जिला पंचायत सदस्थ द्रृगपाल सिंह के नेतृत्व में काफी संख्या में युवाओं ने भाजपा में शामिल हुए है।
भाजपा के जिला मंत्री और जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह भरतपुर सोनहत विधानसभा का लगातार दौरा कर रहे है। रविवार को भाजपा के कुंवारपुर मंडल के ग्राम पंचायत रामगढ़ के ग्राम सगरा, ग्राम गेरवानी, ग्राम मोहनटोल, ग्राम पंचायत तोजा, ग्राम कुंवारपुर, ग्राम गढवार, ग्राम पटपरटोल, ग्राम पोड़ी, ग्राम जोलगी के काफी संख्या में युवा साथियों ने भारतीय जनता पार्टी से प्रभावित होकर पार्टी में प्रवेश किया। इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की मोदी सरकार से लोग काफी प्रभावित है। केन्द्र की योजना की बात की जाए तो पीएम आवास योजना को लेकर लोगों में काफी उत्साह है, परन्तु राज्य की कांग्रेस सरकार ने इस योजना से लोगों को दूर कर दिया, भाजपा में शामिल युवाअ भाजपा के रीति नीति से प्रभावित होकर 40 से ज्यादा लोगों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा है। शामिल लोगों को भारतीय जनता पार्टी के कोषाध्यक्ष विवेक तिवारी, जगदीश वासुदेव और जिला मंत्री दृगपाल सिंह उईके ने शामिल लोगों को सदस्यता दिलाई।
250 कांग्रेस में शामिल
इधर, कांग्रेस सरकार और बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव ने प्रभावित होकर 12 सरपंचों के साथ 250 लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। जिसमें मुरमा सरपंच उदय सिंह मुरमा, चेरवापारा सरपंच नारायण सिंह, अंगा सरपंच कमलावती, चारपारा सरपंच चंद्र प्रकाश, रामपुर सरपंच तुलेश्वर सिंह, बडग़ांव सरपंच राकेश पैकरा, डकईपारा सरपंच गुलाब चंद पैकरा, पूटा सरपंच सुपारी लाल, जामपानी सरपंच मनीष कुमार, सोरगा सरंपच बसंती सिंह, सांवांरांवा सरपंच प्रेमसिंह के साथ 12 सरपंचों सहित 250 से अधिक लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली।
इस अवसर पर विधायक अंबिका सिंहदेव के साथ सांसद ज्योत्सना महंत प्रमुख रूप से उपस्थित रही। मुरमा में आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष नजीर अजहर, योगेश शुक्ला, वेदांती तिवारी, प्रदीप गुप्ता, अशोक जयसवाल, बिहारी राजवाड़े, विजय सिंह सहित समस्त कॉग्रेस जन उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर (कोरिया), 20 अप्रैल। बुधवार की शाम कोरिया जिले के बंजारीडाँड़ में एक छुही खदान धंसकने से 4 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 3 महिलाएं और एक पुरुष शामिल है।
सूचना पर संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव मौके पर पहुंची और तत्काल खदान से लोगों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ, खदान से मानमती (60) मीरा (40) दोनों ग्राम गढ़तर निवासी है, इसके अलावा राम सुंदर (45) पूजा 25 दोनो ग्राम पोटेडाँड़ निवासी हैं। शवों को निकालने के बाद रेस्क्यू का कार्य जारी था, खदान बंजारीडाँड़ के लोहरी पारा के लोहारिया नदी के पास है, यहाँ तक जाने का रास्ता कच्चा है, मौसम के खराब होने के कारण रेस्क्यू में थोड़ी परेशानी आई बाढ़ में सभी शवों को बाहर निकाला गया। चारों शवों को संजीवनी 108 की मदद से जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है, शुक्रवार को सभी शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा गया।
इस संबंध में संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव ने बताया कि वो मौके पर ही थी, खदान पुरानी है और ग्रामीण अपने घर के उपयोग के लिए छुही मिट्टी निकालते आए थे, धंसने की सूचना पर पुलिस और वन विभाग के साथ पूरा अमला जुटा रहा, मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए के मुआवजा दिया जाएगा। शुक्रवार की सुबह एक बार फिर रेस्क्यू टीम खदान का मुआयना किया गया, बताया जा रहा है कि कुल 4 लोग ही अंदर फंसे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 19 अप्रैल। विधानसभा चुनाव 2023 को अब मात्र 6 माह रह गए है, परन्तु अभी माहौल में एकदम शांति है। राजनैतिक दल अभी चुनावी मोड में नजर आ रहे है। दावेदार मैदान में उतर चुके है। पार्टी के कार्यक्रमों के अलावा मैदान में दावेदार खुद को सामने लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। सभी चुनावी मैदान में उतरने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रहे है। बैठकों को दौर जारी है। दूसरी ओर उभरते हुए दल बीते 4 साल पूरे समय सक्रिय रहे है।
छत्तीसगढ़ राज्य की पहली विधानसभा क्रमांक 1 भरतपुर सोनहत की बात की जाए तो यहां बीते 4 वर्ष कांग्रेस सत्ता मेंं है, दावा किया जा रहा है कि 1300 करोड़ के विकास कार्य किए गए है। कांग्रेस को लग रहा है कि नया जिले का निर्माण उसके लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है, विकास कार्यो के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे को लेकर वे आश्वस्त है।
कांग्रेस के कार्यकर्ता सीसी सडक़ हो या पुल पुलिया, वन विभाग हो या आरईएस विभाग वे विकास कार्यो में ज्यादा व्यस्त है, चुनावी वर्ष है इसलिए ज्यादा से ज्यादा काम निपटाने में जुटे है, 4 वर्ष बेहिसाब रेत का अवैध उत्खनन करने के बाद चुनावी वर्ष में अवैध कारोबार पर हल्का ब्रेेक लगाया गया है, परन्तु जनता इससे अनभिज्ञ नहीं है। वहीं हाल ही में मारपीट की घटना में हुई मौत के मामले में कांग्रेस को बैकफूट पर ला खड़ा किया है। मामले में मौत हो जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ा जबकि ऐसी घटना प्राय पूरे कार्यकाल में घटित होती रही है, जिससे लोग डरे सहमे रहे है।
भाजपा विधानसभा में कानून व्यवस्था, गुंडागर्दी, अवैध रेत उत्खनन से लेकर क्षेत्र में नेताओं की निष्क्रियता व पिकनिक दौरों को मुद्दा बनाने में जुटी हुई है, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के साथ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस बार प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस और भाजपा को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में दिख रहे है, क्योंकि बीते 4 वर्ष इनकी सक्रियता किसी से छिपी नहीं है। इस क्षेत्र में गोडवाना गणतंत्र पार्टी अंदरखाने में बेहद सक्रिय है। तो आम आदमी पार्टी ने जनकपुर क्षेत्र में खुद को काफी मजबूत किया है।
दावेदारों में सक्रियता
कोरिया से अलग जिला होने के बाद एमसीबी जिले के भाजपाई थोड़ा राहत महसूस कर रहे है, नए अध्यक्ष के साथ नई कार्यकारिणी को लेकर वे उत्साहित है। भरतपुर सोनहत विधानसभा में भाजपा के दावेदारों की बात करे तो भाजपा के जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह मैदान मे नजर आ रहे है, कांग्रेस राज में अवैध रेत उत्खनन के मामला हो या जनता से जुड़ा कोई भी मामला, वे सक्रिय दिखााई दे रहे है, साथ वे ना सिर्फ जनकपुर क्षेत्र में वे सोनहत में भी बेहद सक्रिय है। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह, उर्मिला सिंह के साथ पूर्व विधायक चंपा देवी पावले प्रमुख है, श्रीमति पावले ने भी बीते 4 वर्षो में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला है।
अब देखना है भाजपा हारे हुए चेहरों को लेकर मैदान में उतरती है या नए चेहरों को लेकर सामने आती है। वहीं बीते दिनों भाजपा प्रभारी रामविचार नेताम इन दावेदारों से मिल कर टिकट के दावेदारों की नब्ज टटोल कर गए है। आम आदमी पार्टी की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष सुखवंति सिंह टिकट की प्रमुख दावेदार है जबकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से श्याम सिंह मरकाम एक फिर दावेदारी कर रहे है, गोंगपा को 2018 के चुनाव में 26632 मत मिले थे, वे हार के बाद से इस क्षेत्र मे सक्रिय है। वहीं कांग्रेस में कोई नया दावेदार अभी तक सामने आता नहीं दिख रहा है।
नए जिले का कितना असर
भरतपुर सोनहत विधानसभा का क्षेत्र काफी बड़ा है, नए जिले के निर्माण से राजनीतिक समीकरण बदल चुके है। कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर से जनकपुर की दूरी 156 किमी थी, वहीं नवीन जिला मुख्यालय से 110 किमी की दूरी है, जिस कारण जनकपुर, कोटाडोल से लेकर माडीसरई और चांटी जैसे दूरस्थ क्षेत्रों को नवीन जिला बनने से दूरी का लाभ ना के बराबर मिला है। नवीन जिला बनने से भरतपुर तहसील हो या केल्हारी अभी तक इन्हें कोई नया कार्यालय नहीं मिला है। इसका यहां नए जिले के निर्माण का असर काफी कम है। साथ ही विधानसभा का सोनहत क्षेत्र अब पुराने जिला में रह गया है। इसका असर चुनावों में कितना होता है यह देखने वाली बात होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 अप्रैल। बेमेतरा की घटना के बाद कोरिया जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने दंगाईयों से निपटने के लिए मॉकड्रिल किया, पुलिस लाइन में हुई मॉकड्रिल में कई राउंड फायर के साथ अश्रु गैस भी फेंक कर दंगाईयों पर नियंत्रण करने की कोशिश की गई।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, एसपी त्रिलोक बसंल, एडिशनल एसपी रोहित झा, एसडीएम अंकिता सोम, डीएसपी कविता ठाकुर, तहसीलदार मनहरण राठिया, पटना तहसीलदार श्री शर्मा के साथ काफी संख्या में पुलिस के जवान उपस्थित रहे।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने कहा कि मॉकड्रिल में पुलिस के स्टाफ के साथ न्यायिक मजिस्टे्रट शामिल हुए, दंगाईयों ने निपटने क्या क्या पेपर वर्क करना होता है, किस तरह की सावधानियां बरतने की जरूरत होती है, इसका प्रशिक्षण दिया गया।
बेमेतरा की घटना के बाद जिले भर में किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए जिला प्रशासन संजीदगी से नजर बनाए हुए है, मंगलवार की शाम पुलिस द्वारा पूरे शहर में फ्लेग मार्च किया गया, बुधवार को जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित पुलिस लाइन में दंगाईयों ने निपटने के लिए मॉक ड्रील किया गया, जिसमें एक ओर दंगाईयों के रूप में पुलिस जवानों को सामान्य वेशभूषा के साथ खड़ा किया गया, दंगाईयों द्वारा पत्थरबाजी की गई, जिसके बाद पुलिस की पैरामिलेट्री फोर्स ने मोर्चा संभाला, दंगाईयों पर नियंत्रण करने के लिए अश्रु गैस के गोले छोड़े गए, इसके अलावा न्यायिक मजिस्ट्रेट की आदेश पर कई राउंड हवा में फायरिग भी की गई है। इसके बाद घायल होने के लिए दंगाईयों को अस्पताल भेजा गया है। इस तरह की पूरी प्रक्रिया की गई, इस मॉकड्रिल के साथ जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने जवानों को दंगाईयों से निपटने के लिए टिप्स भी दिए।
5354, 521, 527, 533, 539
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 11 अप्रैल। कोरिया जिले के कृषि विभाग के उपसंचालकों ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों/ कर्मचारियों सहित व्यापारियों को भी शासकीय राशि साढ़े पाँच करोड़ से अधिक की शासकीय राशि एडवांस दे डाली। जिसका खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता ए एन शुक्ला ने किया, उन्होंने मामले में सिटी कोतवाली बैकुण्ठपुर समेत कलेक्टर,पुलिस अधीक्षक को भी की है।
दरअसल, आरटीआई से निकाली जानकारी में यह बात सामने आई है कि कृषि विभाग ने वर्ष 2013 14 से अभी तक 4 उप संचालकों ने 5 करोड़ 65 लाख रुपए एडवांस जारी किए, चेक से भुगतान किया, कई लोगो के नाम में परिवर्तन किया, कई अलग-अलग फर्म के साथ अधिकारियों और कर्मचारियों को एडवांस राशि जारी की, आरटीआई कार्यकर्ता ए एन शुक्ला बताते हैं कि यह भ्रष्टाचार एक अनोखे अंदाज में किया गया है।
कृषि विभाग कोरिया में सर्वथा विधि विरुद्ध तरीके से लोकहितार्थ की शासकीय राशि का योजनाबद्ध साजिश के तहत आपस में बतौर एडवांस लेन-देन करना बताकर बंदरबांट कर लिया है। उन्होंने सर्वप्रथम कृषि विभाग के उपसंचालक कृषि के साथ कोतवाली थाना बैकुण्ठपुर, पुलिस अधीक्षक कोरिया, जिला कलेक्टर बैकुण्ठपुर सहित संयुक्त संचालक कृषि एवं संभागीय आयुक्त अम्बिकापुर के साथ-साथ मुख्यमंत्री शासन, प्रमुख सचिव, संचालक कृषि विभाग को दस्तावेजी प्रमाण सहित शिकायत प्रस्तुत कर शासकीय राशि की अफरा-तफरी करने वालों से लूटी गई राशि की वसूली एवं विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने अपने आवेदन में बकायदे संबंधितों के नाम एवं बंदरबांट की गई राशि का भी उल्लेख किया है, जिसमें वर्ष 2013-14 में उप संचालक एचएस राजपूत, उप संचालक एमजी श्याम कुंवर, उप संचालक डी के रामटेके और्व उप संचालक पी एस दीवान सहित 17 लोगों को आरोपी बनाया है। उन्होंने बताया कि जारी किए चेक में पृथक-पृथक व्यक्ति न होकर एक ही व्यक्ति है, जो शासन-प्रशासन को गुमराह एवं आँख में धूल झोंकने के इरादे से इस तरह से नाम पता के उल्लेख जान बूझकर साजिश के तहत किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर (कोरिया), 5 अप्रैल। रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह द्वारा जिला सहकारी बैंक के 2 कर्मचारियों से मारपीट के विरोध में कोरिया जिला स्थित जिला सहकारी बैंक में ताला लटका हुआ है। बैंक के सभी कर्मचारियों ने थप्पड़ के विरोध में कामकाज बंद रखा है जिसके कारण दूर-दूर गांव से आये किसान बेहद परेशान रहे।
जिला सहकारी बैंक में काफी संख्या में किसान सुबह से बैंक खुलने का इंतजार कर रहे थे, बाद में किसी की नजऱ बैंक के बाहर चिपकी सूचना पर गई तो पता चला कि बैंक के कर्मचारी हड़ताल पर हैं, इसलिए बैंक बंद है।
वहीं बैंक पहुंचे भाजपा के किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष जगदीश साहू ने कहा कि कांग्रेस के विधायक जो सम्मानित पद पर है, वो मारपीट पर उतारू है, ऐसे में कांग्रेस की इस सरकार के कर्मचारी काम कैसे करेंगे, सभी भयभीत है, उनकी मारपीट के कारण सरगुजा संभाग के दर्जनों बैंक दो दिन से बंद हैं, किसान परेशान हैं, जिसकी सुध लेने प्रशासन आगे नहीं आया।
किसान मजबूर होकर बैंक आता है और यहां बैंक बन्द है जिससे उसे काफी तकलीफ हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर (कोरिया), 5 अप्रैल। एमसीबी पुलिस में पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही सुमित हत्याकांड के मुख्य आरोपी शैलेन्द्र सिंह उर्फ छोटू और उसका साथी कृष्ण कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामला काफी संवेदनशील हो चुका था, सोशल मीडिया में कांग्रेस और प्रशासन की काफी किरकिरी ही रही थी। गौरतलब है कि मुख्य आरोपी शैलेंद्र सिंह कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष रविप्रताप सिंह का पुत्र है।
बुधवार को दोपहर 2 बजे के बाद पुलिस को जैसे ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट हाथ आई, जनकपुर थाना प्रभारी ने मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया। दूसरी ओर ब्राह्मण समाज कोरिया ने मामले में आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए आईजी सरगुजा को पत्र लिखा था, वहीं मामले में राजनीति भी तेज हो गई थी।
एफआईआर में दर्ज घटना
पुलिस ने लिखी एफआईआर में बताया है कि मृतक सुमित शर्मा की मृत्यु दिनांक 2 अप्रैल 2023 को मेडिकल कालेज शहडोल में हो गई है, जिसके संबंध में वायरल वीडियो एवं समाचार पत्र से घटना की जानकारी मिलने पर घटना की जांच प्रारंभ की गई।
मृतक सुमित शर्मा की माँ अनुराधा शर्मा का कथन लिया गया, जिसके अनुसार सुमित शर्मा को 28 मार्च 2023 को कृष्ण कुमार शर्मा के कहने पर शैलेन्द्र सिंह ऊर्फ छोटू के द्वारा डण्डा राड से मारा गया है, जिससे उसके सिर में चोट लगी थी। जनकपुर में ठीक नहीं होने से दिनांक 2 अप्रैल 2023 को सुमित शर्मा को मेडिकल कालेज शहडोल ले गये, जहां ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
मृतक सुमित शर्मा की मर्ग डायरी थाना सोहागपुर जिला शहडोल से 4 अप्रैल 2023को प्राप्त हुई, पीएम रिपोर्ट आ जाने के बाद चिकित्सक का अभिमत लेने के उपरांत आरोपियों पर धारा 302, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें गिरफ्तार किया।
मृतक सुमित शर्मा ने मृत्यु पूर्व शहडोल अस्पताल में अपना बयान एसडीएम शहडोल के सामने दिया था।
चेक बाउंस, पत्नी दर-दर भटक रही, शिकायत पर होगी कार्रवाई -एसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 अप्रैल। बेदम पिटाई से इकलौते पुत्र की मौत के बाद एमसीबी जिले के जनकपुर में कांग्रेस के एक नेता की ऐसी ही कारगुजारी सामने आई है, उसने मुगौड़ी भजिए का ठेला लगाने वाले एक व्यक्ति को बेदम पीटा और जनपद पंचायत सीईओ के घर के गेट पर उसे लटका दिया, बाद में इलाज के दौरान एमपी के जबलपुर में उसकी मौत हो गई।
पिटाई करने वाले ने समाज के सामने उसे 1 लाख 10 हजार का चेक और 50 हजार रू नगद देने का वादा किया, स्टांप में लिखकर दिया और जैसे ही उसका अंतिम संस्कार हुआ, न तो 50 हजार नकद दिया और 1 लाख 10 हजार का चेक बाउंस हो गया। परिवार अब खुद को ठगा महसूस कर रहा है, उसका एक मात्र सहारा भी छिन गया। पत्नी स्टांप और बांउस चेक को लेकर दर-दर भटक रही है, जनकपुर और उसके आसपास डर का माहौल ऐसा है कि कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है।
मामले में एमसीबी जिले के एसपी टीआर कोसीमा का कहना है-हमारे पास शिकायत आएगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मृतक की पत्नी अमिका केंवट के अनुसार घटना 9 माह पूर्व 26 जुलाई 2022 की है। जनकपुर में मुगौड़ी भजिए का ठेला लगाने वाले उनके पति संतोष केवंट का कांग्रेस के एक नेता से विवाद हो गया, जिसके बाद उनकी न सिर्फ बेदम पीटाई की बल्कि उसे सीईओ निवास के गेट में लटका दिया, रात भर जब वो घर नहीं आए तो वो उसे ढूंढने निकली।
उसे बताया गया कि उसका पति सीईओ निवास के गेट पर लटका है, दो लोगों की मदद से उसे गेट से नीचे उतारा, और उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जनकपुर लेकर गई।
27 जुलाई 2022 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जनकपुर ने शहडोल भेज दिया, परिजन उसे रीवा ले गए, तीन दिन इलाज के बाद रीवा मेडिकल कॉलेज ने उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया, जहां 10 अगस्त 2022 को उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद शव जब जनकपुर पहुंचा तो समाज बैठा और कांग्रेस नेता ने अपनी गलती मानी और कहा गया कि अग तो पति चला गया है वापस नहीं आएगा, आर्थिक राशि ले लो वो बच्चों के काम आएगी। जिसके बाद अंतिम संस्कार क्रियाकर्म के लिए 50 हजार नगद और 1 लाख 10 हजार चेक स्टांप में लिखकर दिया गया।
अंतिम संस्कार के बाद 50 हजार नकद देने से नेता मुकर गया, जब 1 लाख 10 हजार का चेक बैंक में लगाया गया तो वह भी बांउस हो गया।
पीडि़ता के अनुसार उसके दो बच्चे और घर में बूढ़ी मां है, एक मात्र कमाने वाला उसका सहारा उसका पति को मार डाला गया। उसने पैसे की मांग कई बार की, परन्तु अब उसे पैसे दिलाने कोई सामने नहीं आ रहा है।
मृत्यु प्रमाण पत्र भी हुआ जारी
पंचायत ने मृतक का मृत्य प्रमाण पत्र जारी कर दिया, ऑनलाइन बनने वाले इस प्रमाण पत्र में मृत्यु के कारण का ऑप्शन आता है, यदि कारण नहीं पता है तो उसे नहीं लिखकर भी प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है, ऐसे में मृतक का प्रमाण पत्र जारी हो गया। परन्तु पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए हंै।
मारपीट की घटना का यह दूसरा मामला है, जब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ने पुलिस को एमएलसी (मेडिको लीगल केस) को लेकर मेमो नहीं भेजा, जबकि ऐसे मामलों को फौरन पुलिस का संज्ञान में लाया जाना चाहिए था। यही कारण है पुलिस की मामले में एंट्री नहीं हो पाई और मारपीट की घटना के बाद दो लोगों की जान चली जाने के बाद कहानी सामने आई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर, 3 अप्रैल। पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय आह्वान पर जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के पंचायत सचिव भी 16 मार्च 2023 से लगातार काम बंद कलम बंद आंदोलन पर हैं। पंचायत सचिवों के आन्दोलन को देखते हुए शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय के पत्र-पत्रानुसार पंचायत सचिवों को आंदोलन समाप्त कर कार्य में लौटने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया गया है।
पंचायत सचिव संघ का कहना है कि शासन के ऐसे दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में उनके द्वारा आदेश की प्रतियाँ जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है इस संबंध में ग्राम पंचायत सचिव संघ जिला-कोरिया के अध्यक्ष रामविनोद सिंह का कहना है कि शासन द्वारा हमारी मांग परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण की मांग को न मानकर हमारे विरोध 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया गया है। इसका हम विरोध करते हैं।
गौरतलब है कि पंचायत सचिवों के हड़ताल में चले जाने से शासन की महत्वपूर्ण योजना एनजीजीबी, राशनकार्ड, पेंशन, जन्म-मृत्यु, बेरोजगारी भत्ता, एसईसीसी 2023 आदि का क्रियान्वयन पंचायत स्तर में प्रभावित हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर, 3 अप्रैल। एमसीबी जिले के भरतपुर कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष रविप्रताप सिंह के पुत्र शैलेन्द्र सिंह ने एक युवक की बेदम पिटाई कर दी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए मप्र के शहडोल ले जाया गया, जहां युवक ने मरने के पूर्व बयान देकर बताया कि किस तरह उसे डंडे और लोहे के रॉड से पीटा गया, जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।
शहडोल पुलिस मामला दर्ज कर लिया है, वहीं मामले की जानकारी के बाद भी जनकपुर पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की। दूसरी ओर सोशल मीडिया में मारपीट के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं।
मृतक सुमित शर्मा का मृत्यु के पूर्व एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मृतक बता रहा है कि उसने एक ट्रेलर वाला तब रोकने की कोशिश की जब वो मेरी ओर तेजी से आ रहा था, वहां मेरे रोकने पर नहीं रूका, बाद में जब वो भगवानपुर तिराहे के होटल में था तब उसने वहां रोका और आकर मेरे से लडऩे लगा, इसी बीच होटल में बैठा छोटू सिंह उर्फ शैलेन्द्र सिंह वहां रखा डंडा लेकर आ गया और मेरे सिर पर 4 बार प्रहार किया, उसे मैंने रोका कि फिर उसने लोहे के रॉड से उसके सिर पर वार कर दिया। जिसके बाद वो देखा कि सिर से खून बहने लगा तो फोर व्हीलर लेकर भाग गया।
वायरल वीडियो में बकायदा मृतक बता रहा है कि पुलिस विभाग पूरी तरह से बिका हुआ है। घटना के बाद मृतक के दोस्तों ने उसका जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज करवाया, परन्तु उसकी हालत बिगडती चली गई, जिसके बाद उसे मप्र के शहडोल जिला ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।
मृतक के मृत्यु पूर्व बयान के आधार पर शहडोल पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है। वहीं एमसीबी की पुलिस ने अब तक आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं किया है, दूसरी ओर सोशल मीडिया में मारपीट के और भी कई वीडियों वायरल हो रहे है, जिसमें साफ-साफ आरोपी डंडे से पीटकर जाते हुए दिख रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर, 3 अप्रैल। पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय आह्वान पर जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के पंचायत सचिव भी 16 मार्च 2023 से लगातार काम बंद कलम बंद आंदोलन पर हैं। पंचायत सचिवों के आन्दोलन को देखते हुए शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय के पत्र-पत्रानुसार पंचायत सचिवों को आंदोलन समाप्त कर कार्य में लौटने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया गया है।
पंचायत सचिव संघ का कहना है कि शासन के ऐसे दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में उनके द्वारा आदेश की प्रतियाँ जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है इस संबंध में ग्राम पंचायत सचिव संघ जिला-कोरिया के अध्यक्ष रामविनोद सिंह का कहना है कि शासन द्वारा हमारी मांग परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण की मांग को न मानकर हमारे विरोध 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया गया है। इसका हम विरोध करते हैं।
गौरतलब है कि पंचायत सचिवों के हड़ताल में चले जाने से शासन की महत्वपूर्ण योजना एनजीजीबी, राशनकार्ड, पेंशन, जन्म-मृत्यु, बेरोजगारी भत्ता, एसईसीसी 2023 आदि का क्रियान्वयन पंचायत स्तर में प्रभावित हुआ है।
बैकुंठपुर, (कोरिया), 3 अपै्रल। कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर में संचालित शिखा ब्लड बैंक में रविवार को एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रेस काउंसिल ऑफ कोरिया द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। आयोजित शिविर में प्रेस काउंसिल ऑफ कोरिया के अध्यक्ष प्रवीन्द्र सिंह, अरूण जैन, विशाल सिंह, राजेश राज सहित अन्य पदाधिकारियों ने स्वैच्छिक रक्तदान में भाग लेकर रक्तदान किया वही इस अवसर पर शहर के कई युवाओं में शारदा प्रसाद गुप्ता, आस्तिक शुक्ला, गौरव गुप्ता, माया सोनवानी के साथ कईयों ने बढ़-चढक़र स्वैच्छिक रक्तदान किया गया। यह पहला अवसर है, जब अपने गठन के पश्चात प्रेस काउंसिल ऑफ कोरिया के द्वारा सामाजिक सेवा की पहल करते हुए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
रक्तदान शिविर में प्रेस काउंसिल ऑफ कोरिया के अध्यक्ष प्रवीन्द्र सिंह, चंद्रकांत पारगीर, योगेश चंद्रा, अरूण जैन, प्रशांत मिश्रा सहित शिखा ब्लड सेंटर के मोनी कुमार के साथ कई पदाधिकारी व सदस्यों ने बढ चढकर रक्तदान में भाग लिया, इसके अलावा शहर के कई युवाओं ने भी कौसिल की पहल पर रक्तदान करने पहुंचे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, (कोरिया), 3 अपै्रल। कोरिया जिले के कलेक्टर विनय कुमार लंगेह दूरस्थ क्षेत्र गोईनी पहुंचें, रास्ते भर उन्होंने विभिन्न ग्राम पंचायतों के गौठान, आंगनबाड़ी केन्द्रों के साथ शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति का जायजा लिया, इसके साथ ही कई विभागों के प्रमुख को क्षेत्र की व्यवस्था की समय सीमा में दुरूस्त करने के कड़े निर्देश दिए।
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह सोनहत तहसील के अंतिम गांव पहुंचें, उन्होंने छत्तीसगढ़ आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण के कार्य को देखा और जानकारी ली, इसके अलावा विभिन्न ग्राम पंचायतों के गौठानों की स्थिति को लेकर ग्राम पंचायतों के प्रमुख, पंचायत सचिव के साथ अन्य कर्मचारियों को समय सीमा में स्थिति में सुधार करने को कहा, इसके अलावा जल जीवन मिशन के कार्यों को लेकर भी नाराजगी जताई।
उन्होंने विभिन्न मतदान केन्द्रों में समय सीमा के अंदर पेयजल की व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के निर्माणाधीन भवन के निर्माण की धीमी गति को लेकर हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य को उच्च गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करेें। कलेक्टर ग्राम धनपुर स्कूल पहुंचें, जहां के दोनों शिक्षकों को पूर्व बीईओ द्वारा रिलीव कर दिए जाने के बाद शिक्षक विहीन स्कूल में एक शिक्षक को अटैच कर अध्यापन कार्य करवाया जा रहा है, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई और रिलीव किए शिक्षक की पुन: यहीर नियुक्त करने को कहा।
इसके अलावा गोईनी के एक शिक्षक जो कई दिनों से स्कूल नहीं पहुंच रहे है, उन्हें निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा कलेक्टर ने ग्रामीणों से चर्चा कर राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। उनके साथ जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन, एसडीएम, जनपद पंचायत के सीईओ सहित अधिकारी कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
बैकुंठपुर (कोरिया) 03 अपै्रल। सोमवार से मौसम शुष्क रहा और दिन भर आसमान पूरी तरह से साफ रहा, जबकि इसके एक दिन पूर्व रविवार से ही मौसम खुल गया था, लेकिन दोपहर के समय हल्के बादल आसमान में छाये रहे इसके बाद फिर शाम ढलने तक आसमान पूरी तरह से साफ हो गया और दूसरे दिन सोमवार से मौसम सुबह से लेकर दोपहर तक पूरी तरह से साफ रहा और तेज धूप लगती रही। जिस तरह से अब मौसम खुलने के बाद तेज धूप लगने लगी है, इससे आने वाले चंद दिनों में ही तेज गर्मी का अहसास होने लगेगा।
लगातार धूप के कारण में अब दिनों दिन तापमान का पारा चढ़ता जायेगा। इस वर्ष जमकर गर्मी पडऩे की संभावना है, लेकिन इस बार मार्च का महीना में अधिक गर्मी का अहसास नहीं हुआ। मार्च का महीने में आये दिन मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा था, ज्यादातर दिनों तक आसमान में बादल छाये रहे और बदली पानी की स्थिति बनती रही। मार्च माह के अंतिम दिन कोरिया जिले में जमकर बारिश हुई इसके बाद से धीरे-धीरे मौसम साफ हो गया और अब पूरी तरह से मौसम साफ हो गया है। ऐसे में अब तेजी से तापमान का पारा चढऩे से तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। इसी तरह का मौसम बना रहता है, तो आने वाले कुछ दिनों में ही लोगों में भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।