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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 30 जनवरी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज का आज सुकमा आगमन हुआ । जिला के कार्यकर्ताओं द्वारा आतिशबाजियों फूल मालाओं के साथ भव्य स्वागत हुअ।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष माहेश्वरी बघेल की उपस्थिति एवं जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू, सभी ब्लॉक अध्यक्ष एवं कांग्रेस पार्टी के सभी प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों, पंच, सरपंच, जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, पार्षदों की मौजूदगी में लोकसभा चुनाव को लेकर विशेष चर्चा की।
पत्रकार वार्ता में दीपक बैज ने आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में पार्टी हाई कमान के दिशा निर्देश अनुसार जिस किसी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी घोषित करेगी, टिकट फाइनल होगा उसे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता एकजुटता से मेहनत कर जीत दिलाएंगे।
केंद्र सरकार के खिलाफ एक व्यापक रणनीति तैयार कर महंगाई बेरोजगारी निजीकरण के खिलाफ देश के संवैधानिक संस्थाओं का हथियार के रूप में इस्तेमाल कर डराने की राजनीति का विरोध कर जनता तक कांग्रेस पार्टी की आवाज ले जाने की बात कही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 30 जनवरी। उर्स मुबारक पर मस्तान वली शह रहमतुल्लाह वली के दरबार जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी व नगरपालिका अध्यक्ष राजू साहू पहुंचे।
सुकमा में हर साल की तरह हजरत मोहम्मद मस्तानवाली रहमतुल्लाह का उर्स मुबारक बड़े ही शानो शौकत से मनाया जाता है। आज हरीश कवासी, राजू साहू ने बाबा से सुकमा की आम रहवासियों के खुशहाली अमन चैन की दुआएं मांगी। इस मौके पर मनोज चौरसिया, जनाब अब्दुल्ला खान, शेख सादिक, मो हसन, मो सुल्तान , मो अमन, एवं सभी उर्स कमेटी के मेम्बरान मौजूद रहे।
6 फरवरी से बेमुद्दत हड़ताल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 27 जनवरी। आज छत्तीसगढ़ लघुवनोपज प्रबंधक संघ के आह्वान पर प्रदेश के 902 प्रबंधकों ने 36 वर्षों से लंबित नियमितीकरण की मांग एवं वित्त विभाग से अनुमति मिलने के बाद भी प्रबंधकों को 7, 8, 9 ग्रेडपे न मिलने के चलते मुख्यमंत्री एवं एमडी से मुलाकात की एवं अपनी मांगों को रखा।
लघुवनोपज संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामाधर लहरे ने बताया कि प्रबंधक विगत 36 वर्षों से 14 लाख लघुवनोपज संगठनकर्ता परिवारों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुँचा रहे हंै। जिनमें से मुख्य रूप से तेंदूपत्ता संग्रहण, भुगतान, बोनस का वितरण, 14 लाख परिवारों का बीमा, छात्रवृत्ति, 65 प्रकार के लघुवनोपज का न्यूनतम संग्रहण दर में संग्रहण आदि शामिल हंै।
प्रबंधकों की मेहनत के ही कारण छत्तीसगढ़ लघुवनोपज संग्रहण में पूरे देश में नंबर एक है। कोई भी राज्य हमारे आस-पाए भी नहीं है। लघुवनोपजों के संग्रहण में प्रदेश सरकार को 13 राष्ट्रीय अवार्ड भी मिले। फिर भी सरकार एवं अधिकारियों द्वारा विगत 36 वर्षों से प्रबंधकों का सिर्फ शोषण और छला जा रहा है।
श्री लहरे ने कहा कि 2016 में प्रबंधकों के लिए सेवा नियम भी लागू किया गया था, जिसमें साफ लिखा है एक वर्ष की परिक्षावधि के बाद प्रबंधक नियमित माने जाएंगे, किंतु उसे भी आज तक धरातल में नहीं लाया गया। जिसके चलते प्रदेश के समस्त प्रबंधकों ने 6 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
60 लाख संग्राहकों पर पड़ेगा असर
प्रबंधकों के हड़ताल पर जाने से लघुवनोपज संग्रहण, 14 लाख परिवारों के बीमा प्रकरण, बोनस भुगतान सम्बन्धी अनेक योजनाएं जो सीधे आम जनता से जुड़ी हैं, पूर्ण रूप से प्रभावित होंगी। जिसका प्रभाव आने वाले लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा। प्रबंधकों के साथ प्रदेश के 60 लाख संग्रहक सीधे तौर पर जुड़े है। जिसका प्रभाव सभी चुनाव में मुख्य रूप से दिखता है।
प्रबंधकों ने राज्य सरकार को दिलाये थे 13 नेशनल अवार्ड
प्रबंधको की कड़ी महेनत के चलते ही विगत वर्षों न्यून्तम समर्थन मूल्य योजना अंतर्गत वनोपजों के संग्रहण एवं विपडन हेतु राज्य शासन को 13 राष्ट्रीय अवार्ड मिले थे।
स्वामी आत्मानंद स्कूल की शिक्षिका अनिता भी कार्यक्रम में होंगी शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 23 जनवरी। जिले में शिक्षा व्यवस्था लगातार दुरूस्त होते जा रही है। इस साल प्रधानमंत्री परीक्षा पर चर्चा के 9वें संस्करण के लिए जिले के दो छात्रों का चयन हुआ है।
शिशु मंदिर की छात्रा उमेश्वरी ओटी व कोंटा के स्वामी आत्मानंद स्कूल का छात्र शिवम बंसल आगामी 29 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली जाएंगें, जहां दोनों प्रधानमंत्री से सवाल पूछेंगे। उनके साथ तोंगपाल की शिक्षिका अनिता पहारे भी शामिल होंगी।
पहली बार नक्सल प्रभावित क्षेत्र के दो छात्र सीधे प्रधानमंत्री से सवाल करेंगे। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा आगामी 29 जनवरी को दिल्ली में होने जा रहा है। जिसके लिए एक सप्ताह पहले आनलाइन सवाल भेजा गया था। जिसमें जिले के दो छात्र-छात्राओं का चयन हुआ है।
शिक्षा विभाग के अधिकारी नितिन डंडसेना ने बताया कि सुकमा के शिशु मंदिर में अध्यनरत कक्षा 9वीं की छात्रा उमेश्वरी ओटी पिता सत्यवान ओटी व कोंटा के शिवम बंसल पिता वीरपाल सिंह का चयन हुआ है।
दोनों आगामी 24 जनवरी को दिल्ली जाऐंगे, जहां 29 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान अपने सवाल पूछेंगे।
यह पहला मौका है, जब जिले के छात्र-छात्राओं का चयन हुआ है। वहीं तोंगपाल की स्वामी आत्मानंद स्कूल की शिक्षिका अनिता पहारे का अतिथि शिक्षक के रूप में चयन हुआ है। उनके सवाल को भी पंसद किया गया और उन्हें भी दिल्ली बुलाया गया है।
काफी खुशी हो रही है
शिशु मंदिर की छात्रा उमेश्वरी ओटी जिला मुख्यालय के सोढ़ी पारा में रहती है। उनके पिता सत्यवान ओटी एक शिक्षक है। वहीं शिवम बंसल कोंटा का रहने वाला है। दोनों ने चयन को लेकर काफी खुशी जताई और प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए काफी उत्सुक भी है। दोनों ने कहा कि हमने कभी सोचा नहीं था कि हमारे सवालों का चयन होगा और हम लोगों को प्रधानमंत्री से सवाल पूछने का मौका मिलेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 21 जनवरी। सर्चिंग पर निकले जवानों ने सुकमा जिले के बुर्कलंका एवं बड़े केडवाल के बीच नक्सलियों का अस्थाई कैम्प ध्वस्त किया और नक्सलियों के कैम्प में रखा कई सामान जवानों ने नष्ट किया।
पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार 19 जनवरी को थाना किस्टाराम अंतर्गत बुर्कलंका एवं बड़े केडवाल के बीच पहाडिय़ों पर कोण्टा एरिया कमेटी इंचार्ज डीव्हीसीएम वेट्टी मगंड़ू एवं किस्टाराम एरिया कमेटी डीव्हीसीएम कुहराम राजू व अन्य 35-40 नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी, बस्तर फाईटर एवं 207 वाहिनी कोबरा की संयुक्त पार्टी को सर्चिंग पर रवाना किया गया।
अभियान के दौरान 20 जनवरी को बुर्कलंका व छोटे केड़वाल के बीच जंगल-पहाड़ी में पुलिस की गतिविधि देख नक्सली घने जंगलों में भाग खड़े हुए।
घटना स्थल की सर्चिंग करने पर नक्सलियों का कैम्प मिला, जहां भारी मात्रा में नक्सलियों के दैनिक उपयोगी सामाग्री बरामद कर मौके पर नष्ट किया गया। अभियान पश्चात सभी सुरक्षा पार्टी कैम्प सुरक्षित वापस आई।
भोपालपटनम, 11 जनवरी। विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर आयोजन के लिए एसडीएम की अध्यक्षता नगर पंचायत में बैठक ली गई है। प्रदेश में चलाई जा रही केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए 21 जनवरी को नगर पंचायत में होने वाली विकसित भारत संकल्प यात्रा के आयोजन को लेकर एसडीएम ने नगर पंचायत के सभाकक्ष में बैठक ली गई।
ब्लाक के सभी विभागों को यह निर्देष दिए गए है कि क्लब ग्राउंड में पंडाल में स्टाल लगाकर योजनाओं की जानकारी तथा केंद्र की योजनाओ को जन जन तक पहुंचने के निर्देश दिए गए।
बैठक में नगर पंचायत सीएमओ, खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, महिला बाल विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी, कृषि विस्तार अधिकारी कृषि विभाग, खाद्य निरीक्षक, बैंक ऑफिसर, मिशन समन्वयक व कर्मचारी उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा,10 जनवरी। आज दंतेशपुरम एवं कोराजगुड़ा के बीच की पहाड़ी में पुलिस को देख नक्सली आस-पास के घने जंगलों में भाग खड़े हुए। मौके पर सर्चिंग मेंजवानों ने भारी मात्रा में नक्सलियों के द्वारा डंप हथियार/विस्फोटक सामाग्री बरामद किया, जिसमें दो बीजीएल, एक 12 बोल्ट गन, 1 भरमार बीजीएल के 16 सेल भी बरामद शामिल हैं
पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना पर जिला सुकमा के थाना भेजी क्षेत्रान्तर्गत डीआरजी, एवं बस्तर फाइटर्स टीम के द्वारा विशेष नक्सल अभियान संचालित किया गया था।
सर्चिंग के दौरान दंतेशपुरम एवं कोराजगुड़ा के बीच की पहाड़ी में पुलिस की गतिविधि देख नक्सली आस-पास के घने जंगलों में भाग खड़े हुए।
मौके पर आस-पास के इलाकों की सर्चिंग करने पर बैरल ग्रनेड लांचर (बीजीएल) 2 नग, 12 बोल्ट गन 1, भरमार 1, बीजीएल सेल 16, बीजीएल कॉड्रिज 24, बीजीएल पिट्टू बैग 3, मैगजीन पोच 01, 1 बण्डल लाल कपड़ा व अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामाग्री बरामद किया गया। अभियान के बाद डीआरजी एवं बस्तर फाइटर्स टीम सुरक्षित कैम्प वापस लौटी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 जनवरी। आज के समय में अंग्रेजी की जरूरत हर किसी के लिए बेहद जरूरी है। शहरी क्षेत्रों में सही संसाधन के चलते शहरी बच्चे इंग्लिश में काफी आगे रहते है। मगर सुकमा जिले के अंदुरुनी क्षेत्रों के बच्चे इससे वंचित रह जाते है। जिसे देखते हुए दशकों से सुकमा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी सेवा दे रही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 74वीं वाहिनी के कमांडेंट हिमांशु पांडे के निर्देशन में पहली बार अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 40 आदिवासी बेटियों के लिए स्पोकन इंग्लिश की क्लासेस चलाने जा रही है। जिसमें इंग्लिश में एक्सपर्ट शिक्षकों द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 40 चयनित बेटियों को स्पोकन इंग्लिश के माध्यम से उन्हें इंग्लिश जैसी जरूरी विषय पर पढ़ाई कराई जाएगी।
वाहिनी के कमांडेंट हिमांशु पांडे ने बताया कि आज के जमाने में इंग्लिश बेहद जरूरी है। नक्सलवाद के दंश के कारण शिक्षा का स्तर उस मुकाम तक अभी पहुच नहीं पाया है, जिसके कारण अंदुरुनी क्षेत्रों के बच्चों को इंग्लिश जैसे विषय पर पकड़ मजबूत नहीं हो पाई है। सभी को पता है कि आजकल जीवन में इंग्लिश की जरूरत बहुत जरूरी है। इसलिए सीआरपीएफ 74वीं वाहिनी के द्वारा सिविक एक्शन प्रोग्राम के माध्यम से स्पोकन इंग्लिश और बच्चे अपने पढ़ाई जीवन को बेहतर दिशा दे सके इसके लिए 45 दिनों का स्पेशल फोर्स करवाया जाएगा और बच्चों को इससे फायदा पहुंचे और बच्चे इंग्लिश सिख सके ऐसा एक प्रयास किया जा रहा है।
पहली बार हो रहा स्पोकन इंग्लिश व कैरियर कॉउंसलिंग का कोर्स
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों के लिए पहली बार स्पोकन इंग्लिश और कैरियर कॉउंसलिंग जैसे कोर्स का आयोजन किया जा रहा है। आमतौर पर देखा जाता है कि सुकमा जिले को पिछड़ा जिले के रूप में देखा जाता है। इंग्लिश सीखने की सुविधा ना होने की वजह से और अच्छे शिक्षकों के अभाव में बच्चे इंग्लिश में कमजोर हो जाते है। मगर सीआरपीएफ 74वीं वाहिनी के इस मुहिम से कहीं ना कहीं बच्चों को इसका बहुत फायदा मिलेगा अब बच्चे इंग्लिश से डरेंगे नही बल्कि सिख कर बात करने की कोशिश करेंगे।
दोरनापाल स्थित सीआरपीएफ 74वीं वाहिनी मुख्यालय में रविवार को स्पोकन इंग्लिश व कैरियर कॉउंसलिंग कोर्स का शुभारंभ बटालियन के कमांडेंट हिमांशु पांडे डिप्टी कमांडेंट राजकुमार राज वेटनरी डॉक्टर नम्रता सूबेदार मेजर श्यामचंद मिताई , राजेश जांगिड़ के मौजूदगी में किया गया। जिसमें चयनित 40 छात्राओं को एजुकेशन किट वितरण कर किया गया, साथ ही सभी बच्चों को फलाहार करवाया गया।
जिसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार 45 दिनों तक कोर्स चलाया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की और से पूजित अक्षत कलश आमंत्रण यात्रा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 11 दिसंबर। आयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा आगामी 22 जनवरी को की जाएगी, लेकिन उससे पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की और से भेजे गए अक्षत कलश पूजन यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। जिला मुख्यालय से लेकर कोंटा तक भव्य स्वागत हुआ।
रविवार को जिला मुख्यालय स्थिति श्रीराम मंदिर से पूजा- अर्चना के बाद अक्षत कलश यात्रा कोंटा की और रवाना हुए। रामाराम स्थित मंदिर में रामरामिन माता के दर्शन उपरांत यात्रा दोरनापाल के लिए रवाना हुई। दोरनापाल में भक्तों द्वारा आतिशबाजी कर भव्य स्वागत किया गया। उसके बाद शोभायात्रा की शक्ल में राम मंदिर पहुँचे जहां पूजा- अर्चना कर कोंटा की और यात्रा रवाना हुई। इंजराम में ढोल-बाजे के साथ कलश यात्रा का स्वागत किया गया। उसके बाद इंजराम में स्थित भगवान राम के अवशेष की पूजा- अर्चना की गई। फिर कोंटा पहुँची कलश यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। राम मंदिर में भक्तजनों का हुजूम उमड़ पड़ा। वहीं मणिकेश्वरी मंदिर द्वारा वनभोज कार्यकम रखा गया था, जिसमें सभी ने प्रसादी ली। वहीं आगामी 22 जनवरी में कार्यक्रम आयोजन की जानकारी दी और कई कार्यक्रम करने का प्लान किया गया। इस दौरान आशीष दुबे, सोमनाथ बघेल, अजय दीक्षित, जितन सिंह, लीलाधर साहू, नीलेश जैन, लीलाधर राठी, वीरभद्र राव, सुभाष चतुर्वेदी, पी गोपाल, ग्रीस राव समेत काफी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे।
जिले हर पंचायत में गया अक्षत
2 दिसम्बर को आयोध्या से अक्षत कलश को जिला मुख्यालय लाया गया। जहां से जिले के हर खण्ड स्तर पर अक्षत कलश भेजा गया। जहां से अंतिम व्यक्ति व अंतिम घर तक भेजा गया। साथ ही आगामी 22 जनवरी की तैयारी के संदर्भ में हर जगह बताया गया। आयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होना है, जिसको लेकर देशभर में तैयारी चल रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 9 दिसंबर। शुक्रवार को श्री. कृष्णा पामभोई क्लब प्रांगण में क्लब को सुचारू रूप से चलने पदाधिकारियों का गठन किया गया।
पदाधिकारियों का गठन मनोनीत तरीके से हुआ, जिसमें अध्यक्ष रविन्द्र आनकारी, उपाध्यक्ष मकबूल अहमद, उगेन्द्र वासम, संरक्षक अजय पामभोई, सुधाकर आनकारी, संदीप राज पामभोई, एटला श्रीनिवास, सचिव श्याम कोण्डा, इरशाद खान, कोषाध्यक्ष महेश कुमार शे_ी, तेज नारायण सिंह, मीडिया प्रभारी, मुर्गेश शेट्टी, के. श्रीनिवास, रवि रापर्ति, मो. इमरान मरान, उघघोषन संजय चित्तूर, मिनहाज अहमद, सांस्कृतिक प्रभारी, वासम शेखर, वेंकट राजू, खेल प्रभारी, घनश्याम चिन्तूर को बनाया गया है।
श्री कृष्णा पामभोई क्लब बहुत ही पुराना संगठन क्लब है, जिसमेें खेलों की विभिन्न प्रकार की गतिविधियां होती रहती हैं। क्लब के माध्यम से अंतरराज्यीय क्रिकेट प्रतियोगिताएं होती हैं, जिसमें छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, ओडिशा के बड़े शहरों से खिलाड़ी आकर अपना प्रदर्शन दिखाते हंै।
नवनिर्वाचितों ने यह निर्णय लिया है कि इस बार और भी अच्छे ढंग से प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाएंगे। क्रिकेट के अलावा मानवता के कार्य क्लब के माध्यम से किए जाएंगे। इस संगठन में 100 से अधिक सदस्यों ने सदस्यता ग्रहण की है। सदस्यता शुल्क सालाना दो सौ ही निर्धारित किया गया है। सभी पदाधिकारियों को बधाइयां दी गई है।
इस कार्यक्रम में सीनियर सदस्य मिर्जा खान, रमेश कापेवर, ओदेश्वर, आरिगेला रमेश, वासम मोहन राव, शेख रज्जाक, कैसर खान, जुमार नारायण, हरीश पामभोई, अनीस खान, पार्षद विजार खान, व सभी खिलाड़ी मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 9 दिसंबर। नगर में क्लीन टॉयलेट कैम्पेन के तहत स्कूली बच्चे, महिला समूह, सफाई कर्मचारियों के द्वारा साफ सफाई अभियान चलाया गया।
सीएमओ बीआर सोनबेर के निर्देश पर नगर पंचायत भोपालपटनम अंतर्गत स्कूली बच्चे समूह की महिलाएं सफाई कर्मियों के द्वारा वार्ड क्रमांक 11 के बस स्टैंड परिसर में स्थित सार्वजनिक शौचालय का भ्रमण कर सफाई अभियान चलाया गया है।
ज्ञात हो कि अधिकारी इन दिनों सार्वजनिक शौचालयों के आसपास जागरूकता अभियान चला रहे हैं और लोगों को इन सुविधाओं के स्थानों के बारे में बता रहे हैं। क्लीन टॉयलेट अभियान के तहत नगर में स्थित सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालय, मूत्रालय के बेहतर रख-रखाव करने के साथ ही यूरिनल पर पर्याप्त पेयजल व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था देखी जा रही है।
नगर पंचायत सीएमओ बीआर सोनबेर ने बताया कि स्वच्छता के प्रति नम्बर वन स्थान प्राप्त करने के लिए संकल्पित है और इसी दिशा में अग्रसर होकर स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में डी. भुनेश्वर, सूर्यकिरण चिडेम, स्कूली बच्चे स्वस्यता समूह की महिलाएं, स्वछता दीदी उपस्थित रहे।
सरकार नहीं बनने पर कहा समीक्षा का विषय है आखिरकार कहां कमी रह गई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 4 दिसंबर। मुझे लगातार छठवीं बार सेवा करने का मौका कोंटा की जनता ने दिया है। हम विपक्ष की भूमिका में रहकर जनता की सेवा करेंगे। कोंटा के विकास में अपनी भूमिका अदा करेंगे। उक्त बातें कोंटा विधायक कवासी लखमा ने कही।
सोमवार को जिला मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी की ओर से विजय जुलूस निकाला गया। पुराने कलेक्टोरेट से शुरू हुआ विजय जुलूस नगर के मध्य से होकर गुजरा और पार्टी कार्यालय पहुँचा। जिसमें जिलेभर के कार्यकर्ता पहुँचे। इस दौरान जगह-जगह आतिशबाजी हुई और स्वागत हुआ।
विधायक कवासी लखमा ने कहा कि मुझे छठवीं बार सेवा करने का मौका मिला है। वहीं पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जनता का निर्णय सर्वमान्य है। सरकार नहीं बनने के पीछे उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भरपूर मेहनत की थी लेकिन कमी कहां रह गई, ये समीक्षा का विषय है। इस दौरान जिलेभर के कार्यकर्ता पहुँचे थे।
बम भी फोड़े, जवाबी कार्रवाई नक्सली भागे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 4 दिसंबर। नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नीयत से नक्सलियों ने हमला किया। जवाबी कार्रवाई में भाग गए। इसी रात को चिंतलनार के पास जनरेटर में आग लगाई और बम विस्फोट भी किया।
ज्ञात हो कि 2 से 8 दिसंबर तक नक्सली पीएलजीए सप्ताह मनाएंगे।
पुलिस की जारी विज्ञप्ति के अनुसार 2 दिसंबर को नक्सल अभियान के अंतर्गत कैंप चिंतलनार से डीआरजी, बस्तर फाइटर्स एवं जिला बल एवं कोबरा 201 के जवान रात करीब 9 बजे एरिया डॉमिनेशन अभियान में कोत्तागुड़ा के जंगल की ओर रवाना हुए थे।
अभियान के दौरान कोत्तागुड़ा के जंगलों में सुरक्षा बलों को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नीयत से नक्सलियों ने हमला किया। जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम किया।
डीआरजी,बस्तर फाइटर्स एवं जिला बल एवं कोबरा 201 की यह कार्रवाई उल्लेखनीय रही एवं सभी जवान सकुशल हैं।
इसी रात को नक्सलियों ने चिंतलनार के पास जनरेटर में आग लगाई और रात में बम भी फोड़े। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में नक्सली भाग गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 6 नवम्बर। जिले में विधानसभा निर्वाचन 2023 की तैयारियां पूरी कर ली गई है। शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज सुकमा में केन्द्र बनाकर मतदान दलों को मतदान सामग्री वितरण किया गया।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी हरिस. एस के निर्देशन में जिले में विधानसभा निर्वाचन 2023 के अन्तर्गत विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 90 कोण्टा जिला सुकमा के निर्वाचन के लिए मतदान दलों को कड़ी सुरक्षा के साथ रवाना कर दिया गया है। साथ ही 42 मतदान दलों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से निर्धारित स्थलों पर रवाना किया गया है।
इसी तरह से सोमवार 6 नवम्बर को सुबह से ही मतदान दलों को रवाना किया गया है। आज 212 मतदान दलों को उनके लिए निर्धारित स्थानों पर रवाना किया गया, ये सभी मतदान दल 7 नवम्बर को उनके लिए निर्धारित किए गए मतदान केन्द्रों में मतदान कार्य सम्पन्न कराएंगे।
मतदान प्रात: सात बजे से दोपहर तीन बजे तक होगा। मतदान दलों के रवानगी के समय कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री हरिस. एस सुबह से ही सभी निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी व कर्मचारियों को मार्गदर्शन दे रहे थे। उन्होंने सभी मतदान दलों के अधिकारी व कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी। मतदान दलों के लिए निर्धारित स्थलों पर भोजन इत्यादि की समुचित व्यवस्था कर दी गई है।
इस अवसर पर डीआईजी सीआरपीएफ अरविंद रॉय, एसपी किरण चव्हाण, उप जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवेश पैकरा, आरओ श्रीकांत कोराम सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 नवंबर। नक्सलियों ने कोंटा थाना क्षेत्र में दहशत फैलाने की नीयत से वाहनों में आग लगा दी। कोंटा—गोलापल्ली मार्ग पर वेलपोच्चा के पास नक्सलियों ने दो टाटा मैजिक में आगजनी की है, जो कोंटा से करीब 20 किमी दूर है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने जीत के लिए जहां एड़ी-चोटी की जोर लगा दी है तो वहीं पुलिस निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव कराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी बीच माओवादियों का चुनाव में खलल डालने का प्रयास भी जारी है। जिसके चलते पुलिस और प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती नजर आ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को कोंटा में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में बड़ी संख्या में इलाके के ग्रामीणा जा रहे थे। इस दौरान दोपहर को ही नक्सलियों ने उक्त मार्ग पर आवागमन बंद करने की चेतावनी दी थी। शाम को लौटने के वक्त नक्सलियोंं ने सवारी से भरी वाहन को रोक लिया। इसके बाद ग्रामीणों को उतार कर वाहन में आग लगा दी। आगजनी की घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
7 नवंबर को है मतदान...
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें 7 नवंबर को प्रथम चरण में जिले सहित प्रदेश की 20 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इसके मद्देनजर पुलिस की ओर से लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संयुक्त टीम के साथ सर्चिंग की जा रही है। निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव कराने के लिए गश्त तेज कर दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 नवंबर। नक्सलियों ने कोंटा थाना क्षेत्र में दहशत फैलाने की नीयत से वाहनों में आग लगा दी। कोंटा—गोलापल्ली मार्ग पर वेलपोच्चा के पास नक्सलियों ने दो टाटा मैजिक में आगजनी की है, जो कोंटा से करीब 20 किमी दूर है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने जीत के लिए जहां एड़ी-चोटी की जोर लगा दी है तो वहीं पुलिस निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव कराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी बीच माओवादियों का चुनाव में खलल डालने का प्रयास भी जारी है। जिसके चलते पुलिस और प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती नजर आ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को कोंटा में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में बड़ी संख्या में इलाके के ग्रामीणा जा रहे थे। इस दौरान दोपहर को ही नक्सलियों ने उक्त मार्ग पर आवागमन बंद करने की चेतावनी दी थी। शाम को लौटने के वक्त नक्सलियोंं ने सवारी से भरी वाहन को रोक लिया। इसके बाद ग्रामीणों को उतार कर वाहन में आग लगा दी। आगजनी की घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
7 नवंबर को है मतदान...
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें 7 नवंबर को प्रथम चरण में जिले सहित प्रदेश की 20 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इसके मद्देनजर पुलिस की ओर से लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संयुक्त टीम के साथ सर्चिंग की जा रही है। निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव कराने के लिए गश्त तेज कर दी गई है।
नक्सल दहशत के बाद भी बढ़-चढक़र देते हैं वोट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 31 अक्टूबर। नक्सल टापू में तब्दील जगरगुंडा की तस्वीर बदल रही है। जहां कटीले तारों के बीच ग्रामीण जीवनयापन कर रहे थे, लेकिन अब बासागुड़ा व दंतेवाड़ा से जगरगुंडा जुड़ रहा है। तेजी से स्टेट हाईवे का काम चल रहा है। लगभग मिट्टी व मुरूम का काम पूरा हो चुका है। लेकिन दोरनापाल व जगरगुंडा के बीच सडक़ आज भी अधूरी है। पिछले 10 साल से निर्माण चल रहा है। चारों तरफ दहशत का माहौल और परेशानियों के बावजूद भी लोग मतदान में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं और इसी उम्मीद के साथ लोकतंत्र पर्व मनाते हंै ताकि उनकी जिदंगी और आसान हो जाए।
जिला मुख्यालय से करीब 90 किमी. दूर स्थित जगरगुंडा गांव जो नक्सल प्रभावित है, अब वहां के हालात सुधर रहे हैं। गांव में करीब 300 परिवार निवासरत हैं। बाकी आसपास दर्जन से ज्यादा गांव के लोग दैनिक उपयोगी सामग्री के लिए जगरगुंडा आते है।
यहां 2005 के बाद हालात ज्यादा खराब हो गए थे। कभी अधिकारी यहां घूमने के लिए आते थे, लेकिन सलवा जुडूम के बाद जगरगुंडा टापू में तब्दील हो गया। गांव के चारों और कंटीले तारों से बाड़ाबंदी की गई है और गांव में घुसने के लिए तीन दरवाजे हैं, जिसमें से एक दोरनापाल, दंतेवाड़ा और दूसरा बीजापुर की तरफ स्थित है। यहां आज भी रात होते ही दरवाजे बंद हो जाते हैं, अगर कोई जरूरी काम है या फिर रात में कोई बाहर से आ रहा है तो दरवाजे पर तैनात जवान दरवाजा खोल देते है।
तारबंदी को लेकर ग्रामीणों का भी मानना है कि इससे गांव सुरक्षित है। क्योंकि कुछ माह पहले ही जगरगुंडा के पास नक्सलियों ने एंबुस लगाकर जवानों को नुकसान पहुंचाया था, लेकिन अब हालात बदल रहे हंै। वहां के लोग बाड़ाबंदी के बीच भी लोकतंत्र का पर्व धूम-धाम से मनाते है। इस साल भी इसी उम्मीद के साथ लोग मतदान करेंगें ताकि उनकी जिदंगी में बड़े बदलाव आऐं और विकास के साथ-साथ उन्हें मूलभूत सुविधाएं मिले।
सडक़ों का निर्माण व आवागमन के साधन
2005 के बाद कुछ साल तक जगरगुंडा गांव के लोग छ: माह लग जाते थे गांव से बाहर आने के लिए, लेकिन अब हालात बहुत बदल गए है। ग्रामीण बताते हंै कि दिन हो या रात दंतेवाड़ा मार्ग पर आना-जाना चालू रहता है। जगरगुंडा से दंतेवाड़ा, बीजापुर व सुकमा की दूरी बराबर है। और दंतेवाड़ा के लिए सडक़ लगभग पूरी बन चुकी है यहां के दुकानदार अधिकांश समान नुकुलनार से ही खरीदते हैं। वहीं स्टेट हाईवे का काम तेजी से चल रहा है। जगरगुंडा से लगभग सिलगेर होते हुए बीजापुर जुड़ गया है। आने वाले समय में ये सडक़ पक्की बन जाएगी, तब जगरगुंडा की और तरक्की होगी। सडक़ों के निर्माण के कारण आवागमन के संसाधन बढ़ गए है। लेकिन दोरनापाल से जगरगुंडा की सडक़ 12 साल बीत जाने के बावजूद पुरी नहीं बन पाई है।
सुविधाओं में इजाफा
जगरगुंडा में अस्पताल खोला गया, जहां मरीजों का इलाज होता है। वहीं गांव के पास आश्रम खोला गया, जहां बच्चे पढ़ाई कर रहे है। जगरगुंडा को तहसील बनाया गया। गांव में दुकानें खुल गई हैं, जहां दैनिक उपयोगी सामग्री मिलती है। पहले लोग बाड़ाबंदी के बाहर जाने से डरते थे लेकिन आज ग्रामीण आसपास खेती-किसानी का काम कर रहे हंै।
पिछले कुछ साल में लगातार यहां विकास कार्य हुए हैं और आसपास कैंप खुलने के कारण यहां दहशत में कमी आई है। लिहाजा बाहर से भी व्यापारी यहां आकर रहने लगे हंै। हालांकि सलवा जुडूम के समय करीब 3 हजार परिवार रहते थे, आज मात्र 3 सौ परिवार ही रह रहे है। बाकी लोग अपने-अपने गांव चले गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 29 अक्टूबर। हमर राज पार्टी के प्रत्याशी अशोक तलाण्डी अपनी जीत के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे है।
पहली बार बीजापुर विधानसभा सीट के लिए हमर राज पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में खड़ा किया है। राष्ट्रीय दलों के साथ वे भी मैदान में लोगों से जनसंपर्क कर रहे है। जिले में पार्टी की पूरी टीम जिला अध्यक्ष नरेंद्र बुरका, महासचिव बीएस नागेश, जिला युवा अध्यक्ष अंगनपल्ली चंद्रशेखर, ऐरया धुर्वा, गोपाल घ्रुवा। दुश्यन्त देहरी एक साथ मिलकर प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांग रहे है।
रविवार को भोपालपटनम के क्रिकेट स्टेडियम के सामने अपना कार्यालय खोला है। उन्होंने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की इक_ा किया है।
अशोक तलाण्डी पूर्व में सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष रहे है, उन्होंने आदिवासी समाज के हक की लड़ाई व विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन भी किए है। आदिवासी व किसानों की हक की बात करने वाले अशोक तलाण्डी ने कहा है कि दोनों पार्टियां गरीब आदिवासियों को ठगी है, इसलिए अरविंद नेताम ने यह फैसला किया है। हम अलग पार्टी बनाकर अपने हक के लिए लड़ेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 अक्टूबर। जैसे जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही है ठीक वैसे वैसे उम्मीदवार प्रचार-प्रसार में अपनी ताकत झोंक रहा है। मंत्री कवासी लखमा नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने जो वादा किया उसे पूरा किया, मुझे हमेशा जनता का प्यार मिला है आगे भी मिलता रहेगा।
कोण्टा विधानसभा क्षेत्र 90 के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा ने सघन जनसम्पर्क के तहत देर रात दुब्बाटोटा पहुँच जनसंवाद किये। मंत्री कवासी लखमा ने नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों का प्यार ही है जो मुझे आपकी ओर मुझे खिंचे चली आती है। आप लोगो के प्यार से से ही मुझे आज आप लोगों की सेवा करने का मौका मिला है। मुझे आशा और विश्वास है यह भरोसा आप लोगों का मुझ पर सदैव बना रहेगा।
उन्होंने गौठान एवं रीपा के तहत गाय माताओं की सेवा के साथ साथ उनकी सेवा लोगो रोजगार, पशु पालक को आर्थिक लाभ मिल रहा है। गोबर खरीदी, गौ मूत्र खरीदी के बारे में कभी सोच नहीं सकते थे, जिसे सच करके दिखाया है मुख्यमंत्री बघेल ने।
आज लोग गोबर बेचकर मोटर सायकल खरीद रहे है तो कोई अपने घर में सोने चांदी का सामान ले रहे है। आज गरीब आदिवासियों के जीवन अमूल चूल बदलाव आ रहे है। लोगों को आज रोजगार के अवसर मिल रहा है। इस दौरान जनप्रिनिधि मौजूद थे।
दो बार निर्दलीय रह चुके हंै विधायक, 15 चुनावों में 8 बार जीती कांग्रेस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 अक्टूबर। जिले की एकमात्र कोंटा विधानसभा में कांग्रेस पार्टी से छठवीं बार कवासी लखमा चुनावी मैदान में हैं। कवासी लखमा यहां से लगातार 5 बार जीते हंै, वहीं उनके सामने भाजपा ने इस बार सोयम मुका को मौका दिया और सीपीआई से मनीष कुंजाम चुनाव मैदान में है। वे दो बार चुनाव जीते और चार बार चुनाव हारे हैं। इस बार चुनाव में मुकाबला दिलचस्प है।
आजाद भारत में सबसे पहले 1952 में आम चुनाव हुए थे और कई जगहों पर विधायकों को मनोनित किया गया था, जिसमें से सुकमा विधानसभा सीट पर पीलू विधायक बने। लेकिन 1957 में जब पहली बार चुनाव हुआ तो उसमें सोयम जोगा जो कि कांग्रेस से पहले निर्वाचित विधायक बने। उसके बाद यहां से जनसंघ और जनता पार्टी से भी एक-एक विधायक चुने गए। लेकिन 1998 में कवासी लखमा ने पहला चुनाव लड़ा जिसमें उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार मनीष कुंजाम को हरा दिया। उसके बाद लगातार वो विधायक बनते आ रहे है।
बताया जाता है कि एक एसडीएम ने उनकी राजनीति में इंट्री कराई थी, उसके बाद वो वार्ड पंच बने, फिर संरपच और विधायक चुनाव लड़ा तो लगातार विधायक बन रहे है। ये उनका छठवां चुनाव है और 1998 से अब तक कांग्रेस पार्टी के लिए सिर्फ एक ही नाम जाता है।
कोंटा से 6 बार हारी कांग्रेस
कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाला कोंटा विधानसभा सीट में कांग्रेस को हार का भी सामना करना पड़ा। 1952 से लेकर 2018 तक कांग्रेस 6 बार चुनाव हार चुकी है और दो बार निर्दलीय उम्मीदवारों ने कांग्रेस को हराया है। 1962 के विस चुनाव में वेट्ी जोगा हड़मा निर्दलीय उम्मीदवार थे, उन्होंने कांग्रेस के पोडिय़ामी मासा को 2229 मतों से हराया, उसके बाद 1980 में जोगिया मुका ने कांग्रेस के माड़वी हांदाराम को 1982 मतों से हराया। इसके अलावा कांग्रेस को 1990 और 1993 में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन 1998 से लगाकार कांग्रेस का कब्जा रहा।
कब, कौन-कौन रहे विधायक
1952 में पीलू (स्वतंत्र), 1957 सोयम जोगा (कांग्रेस), 1962 वेटी जोगा हड़़मा (स्वतंत्र), 1967 धनसाई डेरा (कांग्रेस), 1972 वेटी हरमा (जनसंघ), 1977 कोरम गोपाल क्रिस्टैया (जनता पार्टी), 1980 जोगिया मुका (स्वतंत्र), 1985 माड़वी हांदाराम (कांग्रेस), 1990 मनीष कुंजाम (सीपीआई), 1993 मनीष कुंजाम (सीपीआई), 1998 से 2018 तक कवासी लखमा कांग्रेस पार्टी से विधायक बने।
कांग्रेस-भाजपा में कांटे की टक्कर
-मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 28 अक्टूबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। बीजापुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विक्रम शाह मंडावी और भाजपा के महेश गागड़ा की चुनावी जंग पूरे शबाब में है।
दोनों पार्टियों ने पूरी ताकत मैदान में लगा दी है। अपने कार्यकर्ताओं के साथ जाकर गांव-गांव में चुनाव प्रचार तेज कर रहे है। भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। हालांकि दोनों पार्टियां अपनी अपनी जीत का ताल ठोक रही है। लेकिन जनता के बीच जाकर कैसे लुभाएगी यह वक्त ही बताएगा।
भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ता बाइक में सवार होकर गांव-गांव चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हंै। भाजपा अपनी पिछले 15 साल के विकास कार्य व विभिन्न योजनाएं को लेकर नुक्कड़ सभाएं कर रहीं है। गांव में ग्रामीण युवाओ को गमछा पहनाकर भाजपा में प्रवेश करवा रही है। इस कड़ी को देखकर ऐसा लग रहा है कि भाजपा खेमे में कार्यकर्ताओं की बढ़ोतरी हो रही है। जिसका परिणाम वर्तमान विधायक पर भारी पड़ सकता है। क्योंकि इस क्षेत्र में कांग्रेस के कार्यकर्ताओ की संख्या ज्यादा है इस सेंधमारी से कांग्रेस को नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है।
भोपालपटनम क्षेत्र की पिछली दफा के वोट बैंकिंग पर नजर डाले तो सकनापल्ली, लिंगापुर, बारेगुड़ा, तारलागुडा, तीमेड़, देपाल, नरोनापल्ली, कोत्तूर, करकावाया, रुद्रारम, तमलापल्ली, मिनकापल्ली में कांग्रेस को भारी वोट मिले थे वही भाजपा को भट्टीगुडा, गुल्लापेटा, भोपालपटनम, केरपे से लीड मिली थी।
वर्तमान विधायक विक्रम शाह मंडावी इन पांच वर्षों में जनता के बीच रहकर विभिन्न योजनाओं पर काम किया है जिसपर भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। मैदान में प्रत्याशी व कार्यकर्ता वोटरों के बीच जाने से दोनो सरकारो की नाकामियो का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण इलाकों में पेंशन, पानी, सडक़ जैसे मूलभूत सुविधाओं की समस्या नेताओं के सामने उभरकर आ रही है। ग्रामीण अपनी पीड़ा नेताओ को सुना रहे हैं। नेता जनता के बीच बेहतर कार्य करने व उनकी समस्याओं का समाधान करने का वादा कर रहे है। देखा जाए तो दोनों पार्टियों की कांटे की टक्कर का मुकाबला देखने को मिल रहा है।
नगरीय क्षेत्र में किसका पलड़ा भारी ?
वर्तमान में भोपालपटनम नगर पंचायत के पंद्रह वार्डो में कांग्रेस के पार्षद चुनकर आए हैं। नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को बुरी तरह से हराते हुए पूर्ण बहुमत प्राप्त कर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर काबिज हुए है।
हालांकि देखा जाए तो हमेशा से नगर में कांग्रेस का ही अध्यक्ष रहा है। मौजूद समय मे नगर में दोनों पार्टियों की 50-50 की स्तिथि नजर आ रही है। आने वाले समय मे देखने वाली बात यह है कि नगर पंचायत चुनाव में जैसा बहुमत मिली थी क्या उसी तरह कांग्रेस की मजबूत स्थिति बनी हुई है। क्योंकि वर्तमान शासन काल मे नगर में कांग्रेस का तगड़ा बहुमत रहा व राज्य में कांग्रेस की सरकार रही ।
-सतीश माहेश्वरी
सुकमा, 27 अक्टूबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। कोंटा विधानसभा का मतदान केन्द्र-1 सिलगेर में आजादी के बाद पहली बार मतदान होगा। पहले यहां के लोग मतदान के लिए 16 किमी दूर जगरगुंडा जाते थे। यहां शासन की योजनाएं तो पहुंची, लेकिन मतदाता जागरूकता की कमी व सरकार के प्रति आक्रोश के चलते मतदाताओं ने मतदान को लेकर चुप्पी साध ली है।
11 मई 2021 को सीआरपीएफ कैंप स्थापित के विरोध में आदिवासियों ने रैली निकाली थी जिसकी झड़प में 4 ग्रामीणों की मौत हो गई थी। जिसके बाद आज तक ये आंदोलन निरंतर चल रहा है। इन दो सालों में शासन की योजनाएं तो पहुंची लेकिन ग्रामीणों के जख्म अब भी भरे नहीं है।
7 नवंबर को पहली बार गांव में मतदान होगा। यहां करीब 889 मतदाता है, लेकिन मतदान को लेकर चुप्पी साध ली है। यहां न तो प्रशासन का स्वीप कार्यक्रम पहुंचा है और न ही जनप्रतिनिधि चुनाव प्रचार करने के लिए। अधिकांश युवाओं ने बताया कि उनका नाम मतदाता लिस्ट में है या नहीं ये भी जानकारी नहीं है।
बीजापुर व सुकमा की सरहद में बसा गांव सिलेगर पिछले दो साल से सुर्खियों में है। यहां पर संचालित आदिवासी विरोध आज भी निरंतर चल रहा है।
सिलगेर कोंटा विधानसभा का पहला मतदान केन्द्र है। आजादी के बाद से यहां के लोग मतदान के लिए 16 किमी. दूर जगरगुंडा जाते थे। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने 2003 में मतदान हुआ था, उस समय मतदान दिया था उसके बाद से मतदान करने नहीं गए।
यहां के युवाओं ने बताया कि आज तक उन्होंने मतदान नहीं किया और मतदान को लेकर क्या प्रक्रिया होती है, उन्हें जानकारी नहीं है।
गांव के अधिकांश लोगों के पास आधार कार्ड तो है, लेकिन मतदाता परिचय पत्र नहीं है। कई लोगों को यह तक नहीं पता कि उनका नाम मतदाता सूची में है या नहीं। गांव में जब हमारी टीम गई तो एक अजीब सी खामोशी थी। गांव में एक्का-दुक्का लोग खेत में काम करते नजर आए। सिलेगर में संचालित राशन दुकान में जरूर लोग दिखे, लेकिन उन्होंने चुनाव को लेकर बात करने से परहेज किया।
गांव में दो झोपड़ी बनाई गई, जहां पर सिलगेर आंदोलन चल रहा है। वहां पर धारा 144 लागू होने के कारण मात्र 5 लोग ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हंै। उन्होंने भी चुनाव को लेकर कोई भी चर्चा नहीं की, हालांकि नाम नहीं छापने की शर्त पर ये जरूर बताया कि इस बार चुनाव में मतदान को लेकर ग्रामीणों को कोई विचार नहीं है। दरअसल ये लोग सरकार से नाराज हैं। उनकी माने तो सिलगेर आंदोलन में उनको अभी तक न्याय नहीं मिला, इसलिए वो लोग मतदान नहीं करेंगे।
कुछ साल में पहुंची मूलभूत सुविधाएं
सिलगेर गांव जो कि खासपारा, नंदापारा, तिम्मापुरम, बंजारपारा मंडीमरका, मंडीमरका में विभाजित है और यहां करीब 889 मतदाता हैं। कुछ साल पहले इस गांव में पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं था। क्योंकि गांव तक न तो सडक़ थी और न ही पुल-पुलिया, आलम ये था कि जगरगुड़ा से आने के लिए बड़े नाले को पार करना पड़ता था। लेकिन आज यहां पर सडक़ बन गई है।
स्टेट हाईवे 5 का निर्माण चल रहा है। जगरगुड़ा हो या फिर बीजापुर आसानी से चार पहिया वाहन से पहुंचा जा सकता है। वर्तमान में सिलगेर से दो बसें बीजापुर के लिए चल रही है। स्वास्थ्य के लिए पहले 100 किमी. दूर सुकमा या बीजापुर जाना पड़ता था लेकिन आज गांव में ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है। बीएसएनल नेटर्वक काम कर रहा है। गांव में स्कूल खुल गई है जहां करीब 160 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। पीने के लिए पर्याप्त नलकूप है, जहां साफ पानी आ रहा है। गांव में बिजली लग गई है हर घर में मूलभूत सुविधाऐं पहुंच गई है। उसके बावजूद यहां का वातावरण नहीं बदला, यहां के ग्रामीण मतदान को लेकर चुप्पी साधे हुए हंै।
न स्वीप पहुंचा और न ही चुनाव प्रचार
बीजापुर व सुकमा से सिलगेर की दूरी लगभग बराबर है, मतदाताओं को जागरूक करने के लिए प्रषासन की और से स्वीप कार्यक्रम चलाया जा रहा है। लेकिन सिलगेर में ये कार्यक्रम नहीं पहुंचा है। यहां के लोगो को नामांकन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं है। उनके नाम लिस्ट में या नहीं ये भी जानकारी में नहीं है। यही हाल राजनीतिक दलों का भी है यहां पर चुनाव प्रचार करने अभी तक कोई भी दल नहीं पहुंचा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 26 अक्टूबर। गुरुवार को माओवादी बंद के आव्हान पर पूरी दुकाने बंद रही वहीं यात्री बसों के पहिए थम गए थे।
ज्ञात हो कि नक्सली नेता नागेश पदम के मारे जाने के बाद नक्सलियों ने बीजापुर बंद का आव्हान किया था। भोपालपटनम ब्लाक समेत आस पास इलाकों के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानें पूरी तरह बंद रही।
रायपुर, जगदलपुर, तेलंगाना,और महाराष्ट्र जाने वाली यात्री बसे एक दिन पहले से नहीं आई गुरुवार के दिन यह देखने को मिल रहा है कि कई साल बाद ऐसा माहौल बना हुआ है। नक्सली बंद के पर्चे माओवादियों ने एक दिन पहले फारेस्ट नाके से रुद्रारम गांव तक डाले थे पर्चो में नक्सलियों ने कड़े शब्दों में लिख था कि दुकाने व वाहन चलाने पर घटना होने से खुद की जिम्मेदारी होगी। इसी दहशत के चलते व्यापारी प्रतिष्ठानें पूरी बंद रही अंदरूनी गांव के ग्रामीण भी मुख्यालय नहीं आए।
सरकारी शराब दुकान में भी लगा ताला
नक्सली दहशत के चलते सुबह से ही सरकारी शराब दुकान में ताला लगा हुआ था।
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले पुलिस ने 8 लाख के इनामी नक्सली नागेश पदम को मुठभेड़ में मार गिराया था, जिसके विरोध में बीजापुर जिले को पूरी तरह बंद का आवाहन किया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 25 अक्टूबर। नगर में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
मंगलवार को एसडीओपी भावेश समरथ, थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े के नेतृत्व में पुलिस जवानों ने अपराधों की रोकथाम और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तहसील कार्यालय से मेन मार्केट से वासवी वार्ड होते हुए उल्लूर चौक तक फ्लैग मार्च निकाला।
एसडीओपी भावेश समरथ ने बताया कि शहर में अपराध की रोकथाम के साथ-साथ अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास को लेकर फ्लैग मार्च निकाला गया है। थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े ने बताया कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह मार्च निकाला गया है। थाना क्षेत्र के अंतर्गत कानून व्यवस्था का पालन कराना ही हमारा लक्ष्य है। इस दौरान पुलिस अफसरों ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील भी की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 23 अक्टूबर। जिले की एकमात्र सीट कोंटा विधानसभा से 10 उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म भरा था, जिसमें एक प्रत्याशी का नामांकन फार्म रद्द हो गया, वहीं दूसरे प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया।
अब चुनावी मैदान में 8 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाऐंगे, जिसमें दो उम्मीदवार कवासी लखमा व मनीष कुंजाम पहले कई चुनाव लड़ चुके हैं, बाकी 6 उम्मीदवार पहली बार चुनाव लड़ रहे हंै।
नाम-निर्देशन, नामांकन संवीक्षा के बाद नाम वापसी व चुनाव चिन्ह आंबटन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कोंटा विधानसभा के लिए 10 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन फार्म भरा था। जिसमें एक प्रत्याशी कवासी कुमार सुरेश का नामांकन फार्म पूरा नहीं भरने की स्थिति में निरस्त हो गया। बाकी 9 उम्मीदवारों से एक उम्मीदवार भीमा मरकाम जिसने निर्दलीय नामांकन फार्म भरा था, उसने सर्व आदिवासी दल को समर्थन देते हुए अपना नाम वापस ले लिया। बाकी 8 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है, जिसमें चार उम्मीदवार राजनीतिक पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं, बाकी चार उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हंै।
ये होंगे उम्मीदवार
कोंटा विधानसभा में इस बार लडऩे वाले उम्मीदवारों की संख्या 8 हो गई है। जिसमें प्रमुख रूप से राजनीतिक दलों के उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी से कवासी लखमा, भाजपा से सोयम मुका, जोगी कांग्रेस से देवेन्द्र तेलाम, बसपा से मडक़ामी मासा, साथ ही निर्दलीय मनीष कुंजाम, चन्नाराम मरकाम, जगदीश नाग, भीमा सोढ़ी उम्मीदवार होंगे। इन उम्मीदवारों में सिर्फ कवासी लखमा व मनीष कुंजाम जो कि पहले कई बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन बाकी 6 उम्मीदवार पहली बार चुनाव लड़ रहे है।
निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मनीष कुंजाम
1990 में मनीष कुंजाम ने पहली बार सीपीआई पार्टी से चुनाव लड़ा था। और वे विधायक चुने गए, उसके बाद 1993 में फिर से वे विधायक चुने गए। फिर 1998 से कांग्रेस पार्टी से कवासी लखमा ने चुनाव जीता, उसके बाद वे लगातार विधायक निर्वाचित हो रहे हैं। मनीष कुंजाम लगातार सीपीआई पार्टी से चुनाव लड़े हैं, लेकिन पहली बार वे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हंै।