छत्तीसगढ़ » सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कूकानार, 9 जुलाई। सुकमा जिले के विकासखण्ड छिंदगढ़ के ग्राम पंचायत पालेंम से इन दिनों वर्षों से कार्य किये हुए मजदूरों की मजदूरी नहीं मिलने की व कई प्रकार की समस्याओं से सामना करने की खबर आ रही है। इसी बीच इन खबरों पर वहाँ की वस्तुस्थिति देखने भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी पालेंम पहुंची।
पालेंम में जाकर उन्होंने मजदूरों से बात की मजदूरों ने उनके सामने अपनी समस्याओं को रखा उन्होंने कहा कि लगभग 1 वर्ष हो गए है। मनरेगा के अंतर्गत स्वीकृत सडक़,डबरी,भूमि मरम्मत आदि कार्यों को किया है। मजदुरी नहीं मिली है आज कृषि कार्य करने का समय आ गया है व पैसों के अभाव में हम यह कार्य नहीं कर पा रहे हैं। हमें हमारी मजदूरी का भुगतान जल्द चाहिए साथ ही ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ कार्यों को अधूरा भी छोड़ दिया गया है पालेंम के पूर्व उपसरपंच मुचाकी बुधरा ने बताया कि वन विभाग के अंर्तगत मनरेगा योजना के तहत हमारे गाँव में डबरी स्वीकृत हुई थी जिसमें सभी गाँव वालों ने काम किया था, जिसमें हम लोगों ने 800 गोदी का कार्य किया था जिसमें आधी अधूरी मजदूरी ही दी गई है बाकी की मजदूरी अभी तक नहीं मिली है जिसके लिए हम लोग भटक रहे हैं।
पालेंम के ही मजदूर दयाराम बताते हैं कि सडक़ निर्माण में 150 व डबरी 89 गोदी का कार्य किया है जिसे हम चार लोगों ने साथ मिलकर किया था परन्तु मात्र 5 हजार रु देकर बाकी की राशि हेतु पिछले 1 वर्ष से भटक रहे है।ं हमारी कोई सुध लेने वाला नहीं है इस राशि हेतु जब हम पूछते हैं तो सचिव हड़ताल पर हैं। सरपंच हड़ताल पर हैं ऐसा जवाब जिम्मेदारों के द्वारा दिये जाते हैं इसी प्रकार पालेम के दर्जनों मजदूर दूधी वारे, लखमा,हड़मा,कोशी व अन्य ने अपनी यही समस्या बताई।
ग्रामीणों की समस्या की खबर सुनकर पालेंम पहुंची अधिवक्ता दीपिका शोरी ने कहा कि मैंने जैसा सुना था उससे कहीं ज्यादा यहां आकर पाया है। ग्राम पंचायत पालेम सुकमा जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी और विकासखण्ड छिंदगढ़ से मात्र 20 किमी की दूरी पर एनएच 30 के किनारे बसा हुआ पंचायत है और इस पंचायत के ग्रामीण पिछले 2-2 वर्षों से अपनी मजदूरी हेतु भटक रहे हैं और इन्हें यह नहीं पता है कि किस उचित स्थान पर ये अपनी बात रखें तो इनकी मजदूरी मिलेगी तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जिले के अंदरूनी पहुंचविहीन गाँव की स्तिथि क्या होगी यह प्रशासन की कार्यशैली पर भी एक प्रश्रचिन्ह उठाती है कि वो अपने जिम्मेदारियों के प्रति कितने सजग हैं मैं मीडिया के माध्यम से जिले के आला अधिकारियों कलेक्टर साहब,एसपी साहब व जिला पंचायत सीईओ एवं डीएफओ साहब से अपील करती हूँ कि वो सभी पालेंम पंचायत में एक शिविर का आयोजन करके मजदूरों से वन टू वन बात करे।
जिससे उन्हें यहां की सच्चाई पता चल सके व उन्हें उनका हक मिल सके एवं दोषियों पर उचित कार्रवाई भी हो जिससे अन्य स्थानों पर ऐसा कृत्य करने वालों को सबक मिल सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 जुलाई। आज पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया। विधायक निवास घेराव करने पहुँचे आदिवासी समाज के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की और वक्ताओं ने कहा कि हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधि अगर बात रखते तो हमारी मांगें पूरी होती। वहीं भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था।
शनिवार को जिला मुख्यालय में सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों ने मिनी स्टेडियम से विधायक निवास घेरने के लिए पैदल निकले। नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए सीधे विधायक निवास पहुँचे। जहाँ तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका, जहां समाज के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की और मांगों को पूरा करने की बात कही।
युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रामदेव बघेल ने कहा कि 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन पहले दे चुके हैं, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। प्रदेश में आरक्षण बढ़ाया गया, लेकिन उसका फायदा स्थानीय युवाओं को नहीं मिल रहा है। जब तक स्थानीय को प्राथमिकता के साथ 85 फीसदी आरक्षण नहीं मिलेगा, तब तक यहाँ के लोगों को नौकरी नहीं मिलेगी।
हमारी मांग है कि स्थानीय स्तर में आरक्षण का पालन करते हुए भर्ती करें। वहीं हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधि अगर विधानसभा व सरकार में बात रखते तो मांगे पूरी हो जाती, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसलिए बस्तर संभाग के सभी विधायकों के निवास घेरे गए हैं। इस दौरान सुरक्षा के लिए पर्याप्त जवान तैनात थे। वहीं प्रदर्शन में जिलेभर से सर्व आदिवासी के प्रमुख आए थे।
पिडमेल समेत कई घटनाओं में था शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 7 जुलाई। नक्सलियों के होने की सूचना पर सुरक्षा बल के जवान सर्चिंग के लिए निकले थे, गच्छनपल्ली के जंगलों में एक संदिग्ध को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। जिसके पास से डेटोनेटर, कॉर्डेक्स वायर बरामद किया गया। पूछताछ के बाद न्यायलय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत भेज्जी, एलाडमडग़ु से जिला बल, डीआरजी, सीआरपीएफ व कोबरा का सयुक्त दल सर्चिंग के लिए भेजा गया था। गच्छनपल्ली के पास जंगलों में पुलिस को देख एक संदिग्ध छुपने की कोशिश कर रहा था। जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपनी पहचान कुंजाम वीरा गया गच्छनपल्ली निवासी होना बताया, साथ ही 2009 में संगम सदस्य के रूप में नक्सल संगठन में काम करना शुरू किया।
वर्तमान में मिलिशिया प्लाटून कमांडर के रूप में कार्यरत था। जिले की पिडमेल घटना में शामिल था। इस नक्सली पर एक लाख का ईनाम घोषित था। पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 7 जुलाई। केंद्र सरकार ने मनमानी व तानाशाही रवैया अपनाते हुए राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी। उसके बाद हाईकोर्ट में भी अपील को खारिज करवा दिया गया। केंद्र सरकार का ये तानाशाह रवैया नहीं चलेगा। कर्नाटक में जो हाल हुआ है वही बाकी राज्यों में भी होगा, अब जनता देगी जवाब। उक्त बातें नपा अध्यक्ष राजू साहू ने कही।
शुक्रवार दोपहर 4 बजे जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड पर कांग्रेसी नेता पहुँचे और केंद्र सरकार में खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू ने कहा कि देश के नेता राहुल गांधी ने पदयात्रा की जनता ने पूरा समर्थन दिया है उससे केंद्र सरकार घबरा गई है। इसलिए उनकी सदस्य रद्द कर दी लेकिन ये जनता है सब जानती है। कर्नाटक में जनता जे जो जवाब दिया है वो आने वाले राज्य छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश व राजस्थान में भी देगी।
इस दौरान शेख सज्जार, शेक गुलाम, रमेश राठी, रामसुख यादव, रोहित पांडे, हुसैन, मुकेश कश्यप, रिंकुदास समेत कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 6 जुलाई। गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 8 लाख की ईनामी महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है।
नक्सल मोर्च पर जहां सुरक्षा बल के जवान हथियारों से लड़ रहे हैं, वही दूसरी और जागरूकता अभियान चलाकर शासन की योजनाओं का प्रसार-प्रसार कर रहे हंै, साथ ही नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रेरित कर रहे हंै। इसी कड़ी में नक्सलियों की खतरनाक बटालियन नम्बर 01 में सक्रिय रही महिला नक्सली ने एसपी किरण चव्हाण के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। जिस पर 8 लाख का इनाम घोषित था। ये महिला नक्सली कई घटनाओं में शामिल रही हंै।
पुलिस की माने तो कवासी भीमे भेजी निवासी 2015-17 तक सीएनएम सदस्य रही। उसके बाद 2018 में एक महिने के लिए किस्टाराम एरिया कमेटी की सदस्य रही फिर 2018 में दक्षिण बस्तर की खतरनाक बटालियन नम्बर 01 की कंपनी नम्बर 2 की सदस्य रही। वो 303 रायफल अपने पास रखती थी और कई घटनाओं में शामिल रही। जैसे 2023 में कुंदेड़ एंबुश, 2018 में मिनपा घटनाओं में शामिल रही। सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान व पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्समर्पण किया। वहीं नक्सलियों द्वारा भेदभाव मुख्य कारण है।
आत्मसमर्पण कर रही महिला नक्सली को प्रोत्साहन राशि दी गई, साथ ही शासन की पुर्नवास नीति का लाभ दिया जाएगा। इस दौरान अमित कोचर डिप्टी कमांडेंट 50 वाहनी, राजेश कुमार सहायक कमाडेंट 219 वाहनी मौजूद रहे।
सडक़ निर्माण कार्य का लिया जायजा, स्वास्थ्य केंद्रों की जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 5 जुलाई। जिले के घोर नक्सल प्रभावित इलाके में दुपहिया वाहन पर सवार होकर कलेक्टर, एसपी व सीआरपीएफ डीआइजी पहुँचे। जहां अधिकारियों ने दोरनापाल- जगरगुंडा व पिडमेल- करिगुंडम सडक़ निर्माण कार्य का जायजा लिया। साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सडक़ जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
मंगलवार को कलेक्टर हरिस एस, एसपी किरण चव्हाण व सीआरपीएफ डीआइजी अरविंद राय दुपहिया पर सवार होकर घोर नक्सल प्रभावित इलाके का दौरा किया।
दोरनापाल से बाइक पर सवार होकर निकले अधिकारियों ने पोलमपल्ली व चिंतलनार स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। जहां डॉक्टरों से केंद्र की जानकारी ली साथ ही दवा व सुविधाओ को लेकर बातचीत की। वहीं मरीजों से भी उनका हालचाल जाना। इसके अलावा ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू हुए। बारिश के मौसम में दुपहिए पर सवार होकर निकले अधिकारियों ने नक्सलगढ़ में दौरा करते हुए शासन की योजनाओं की जानकारी ली। इस दौरान प्रशासन व पुलिस विभाग के अधिकारी- कर्मचारी मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 4 जुलाई। जर्जर हो चुकी स्कूलों की तस्वीर स्कूल जतन योजना से बदल रही है। इस योजना के तहत स्कूलों की कायाकल्प बदल जाए रही है। नए सत्र में बच्चे स्कूलों को देख आकर्षक हो रहे है। मुख्यमंत्री द्वारा चलाई गई स्कूल जतन योजना का लाभ ग्रामीण इलाकों की स्कूलों को मिल रहा है। स्कूल जतन योजना से स्कूलों की तस्वीर बदल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित शासकीय शालाएं जो वर्षो से जर्जर एवं अतिजर्जर हैं उनका जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इस योजना से छिंदगढ़ विकासखण्ड के अंदरूनी शालाओं का कायाकल्प किया जा रहा है जिसमें टाईल्स, पु_ी एवं रंग रोगन कर शालाओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
जनपद सदस्य लखमा नाग एवं धनसाय नेगी ने इस योजना की तारीफ करते हुए कहा कि जिन स्कूलों का मरम्मत हो रहा है टाईल्स पुट्टी एवं पेंटिंग के कारण शालाओं में साफ सुथरा वातावरण निर्मित हो रहा है। बच्चे इससे खुश होकर रोज स्कूल जाएंगे। स्कूल जतन योजना के तहत स्कूल मरम्मत से एक सकारात्मक माहौल तैयार हो रहा है। पालक और बच्चे का स्कूल के प्रति पॉजिटिव माहौल बन रहा है। वर्षों बाद सरकारी स्कूल अब प्राइवेट स्कूल के तर्ज पर बनकर तैयार किया जा रहा है। भवन में सारी आवश्यकता की चीजे लगाई जा रही है। सरकारी स्कूल अब बदल रहा है। आकर्षक क्लास रूम, ऑफिस रूम,किचन, टायलेट बाथरूम बेहतर वातावरण तैयार की जा रही है। निश्चित रूप से सुकमा के अंदरूनी क्षेत्र के स्कूलों का स्वरूप में बदलाव आ रहा है।
आकर्षक दिख रही स्कूले
जिले की अधिकांश स्कूले जर्जर हो चुकी थी, जिसमें ना तो बच्चे बैठ पाते थे और ना ही स्कूल के शिक्षक। इसलिए शासन की स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों की तस्वीर बदल रही है। हालांकि अभी काफी स्कूलों का मरमत कार्य चल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 जुलाई। जिले के नक्सल प्रभावित कैम्प बेदरे पहुँचे एसपी किरण चौहान व सीआरपीएफ डीआइजी अरविंद राय ने जगरगुंडा- बासागुड़ा सडक़ निर्माण का जायजा लिया साथ ही पुल निर्माण कार्य को देखा। एसपी किरण चव्हाण ने सबंधित ठेकेदार को जल्द निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
सोमवार को हेलीकॉप्टर से एसपी किरण चव्हाण व सीआरपीएफ डीआईजी अरविंद राय बेदरे केम्प पहुँचे। वहाँ जवानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। उसके बाद वो बासागुड़ा- जगरगुंडा सडक़ निर्माण कार्य देखने पहुँच गए। साथ ही पालूर वागु नाले पर बन रहे पुल निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। साथ ही एसपी ने जल्द निर्माण कार्य पूरा करने की बात कही। जगरगुंडा- बासागुड़ा मार्ग नक्सल समस्याओं के कारण विगत कई वर्षों से बंद है।
उस मार्ग पर नया केम्प स्थापित किया गया है। जिसके माध्यम से निर्माण कार्य जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। उस सडक़ निर्माण कार्य पूरा होने और जगरगुंडा व बासागुड़ा तक सीधे आवागमन शुरू हो जाएगा। जिससे ग्रामीणों, व्यापारियों व राहगीरों को आवगमन की सुविधा होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 जून। पिछले एक सप्ताह से नक्सलियों के कब्जे में रहे ताड़मेटला उप सरपंच माड़वी गंगा व शिक्षा दूत सुक्का कवासी की नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर हत्या कर दी। देर रात को ग्रामीण शव लेकर गाँव पहुँचे। बाकी सभी को रिहा कर दिया, लेकिन दो ग्रामीण अब भी नक्सलियों के कब्जे में है। गुरुवार की सुबह पुलिस गाँव पहुँची और शवों को पीएम के लिए लाया गया। साथ ही सर्व आदिवासी समाज के प्रमुख चिंतागुफा पहुँचे यहाँ परिजनों व ग्रामीणों से चर्चा करेंगे।
जिले के चिंतागुफा थानाक्षेत्र के ताड़मेटला गाँव से करीब एक सप्ताह पहले नक्सलियों ने उप सरपंच माड़वी गंगा व शिक्षादुत सुक्का कवासी समेत 15 लोगों को अगवा कर दिया था। बुधवार को नक्सलियों ने उसी इलाके में जन अदालत लगाकर उप सरपंच माड़वी गंगा व शिक्षादूत की हत्या कर दी। और नक्सली पर्चे फेंके जिसमें दोनों पर मुखबिरी का आरोप लगाया है। बाकी सभी ग्रामीणों को रिहा कर दिया गया, लेकिन सूत्रों की माने तो दो ग्रामीण अब भी नक्सलियों के कब्जे में है। बाकी ग्रामीण दोनों के शव लेकर गांव पहुँची। गुरुवार सुबह पुलिस गाँव पहुँची और दोनों के शवों को पीएम के लिए चिन्तागफा लाई। जहां पीएम के बाद परिजनों को शव सौंपा जाएगा।
आदिवासी समाज प्रमुख पहुँचे
आदिवासी समाज प्रमुख वेको हूंगा, रामदेव बघेल समेत सभी लोग चिन्तागुफा पहुँचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों व परिजनों से मिलकर पूरे मामले की जानकारी लेंगे। प्रमुखों ने कहा कि हम लोग नक्सल संगठन से अपील किये है कि सभी को रिहा करे। अगर समाजहित में नक्सल संगठन से बात करनी पड़ी तो बात करेंगे।
सुकमा, 27 जून। कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के बूथ चलो अभियान कार्यक्रम के तहत प्रदेश के आगामी चुनाव में जीत का शंखनाद कर दिया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व, कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा के मार्गदर्शन एवं जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष महेश्वरी बघेल के दिशानिर्देशानुसार हर बूथ को मज़बूत करने सभी बूथ प्रभारी अपने बूथों पर पहुँच चुके हैं।
कोंटा विधानसभा के प्रभारी विमल सुराना भी सुकमा पहुंच वार्डों एवं ग्रामीण इलाकों के पोलिंग बूथों पर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इसी दिशा में जिपं अध्यक्ष कवासी हरीश सुकमा नगरपालिका के वार्ड क्रमांक-1, इंदिरा कॉलोनी स्थित बूथ पर पहुँचकर उपस्थित साथियों का हौसला अफजाई की।
नपाध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू भी ग्राम पंचायत जिरमपाल के गांव डब्बारास में बूथ प्रभारी के रूप में पार्टी द्वारा दी गई जि़म्मेदारियों के निर्वहन हेतु पहुँचे एवं डब्बारास बूथ कांग्रेस कमेटी का गठन कर प्रदेश एवं भूपेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को डब्बारास बूथ के हर एक घर तक पहुंचाने हेतु सभी साथियों को दृढ़ संकल्पित किया।
मंत्री कवासी लखमा के द्वारा जीरमपाल,गादीरास एवं पूरे बस्तर संभाग में चहुँओर विकास को जन जन तक पहुंचाने एवं आनेवाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मजबूती देने की बात कही गई।
हरीश कवासी एवं राजू साहू ने इस अभियान की विस्तृत जानकारी दी। हरीश कवासी ने कहा कि प्रदेश को मजबूत बनाने के लिए हर बूथ पर प्रत्येक कार्यकर्ता को लगकर आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान करवाना है,कांग्रेस के नेतृत्व वाली भूपेश सरकार ने प्रदेश में विकास के नए आयाम तय किए।आजादी के बाद प्रदेश के प्रत्येक वर्ग को बिना भेदभाव के जनकल्याणकारी योजनाओं से जोडऩे का काम कांग्रेस पार्टी ने किया है।
राजू साहू ने बताया कि किसानों के लिए योजनाएँ हो या आमजन के लिए अनेकों योजनाओं के माध्यम से प्रदेश को आगे बढ़ाते हुए देश में सम्मान दिलाने का कार्य भूपेश बघेल जी की सरकार ने किए है और इन योजनाओं से प्रत्येक बूथ के हर घर को लाभान्वित करना है।
सुकमा नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शेख सज्जार भी सुकमा नगरपालिका के सभी पोलिंग बूथ पर जाकर बूथ अध्यक्ष से एंव बूथ कमेटी के सदस्यों से मिलकर कांग्रेस को मजबूर करने का संदेश दिया।
इस दौरान जनपद सदस्य विनोद पेद्दी, युवा नेता राजाराव मादरी, बूथ अध्यक्ष माडा सोढ़ी,एनएसयूआई उपाध्यक्ष शुभम नागुल,एल्डरमैन हरीबन्धु सेठिया,शेख मुन्ना भाई,बच्चा कोरी,सैमुएल टुडु,रानू यादव, ललिता सेठिया, ऊँनील मुर्मू,बिबु हलधर, धीरेंद्र मुर्मू, महाराजा टुडु, मोसेस मुर्मू, देवा सोढ़ी, हड़मा सोढ़ी, हिड़मा पोडय़ामी,संतोष कश्यप, संतु सोढ़ी, जोगा सोढ़ी, अनिल सोढ़ी, कवासी पांडु,चिंगा कवासी,गंगाधर कश्यप, सोढ़ी माडा, प्रमोद नागुल, गजेन्द्र पेद्दी, हितेश कोड़ी, कैलाश साहू, बच्चा कोरी एवं सभी कांग्रेस के साथी मौजूद रहे।
303 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 25 जून। बीते चार सालों में सुकमा जिले में बड़े पैमाने पर विकास कार्य किये गये हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़ें जैसी अधोसंरचना मजबूत की गई और सुरक्षा व्यवस्था भी दृढ़ की गई। पहले देर रात सुकमा के लिए जाने में लोगों के मन में आशंका रहती थी। अब लोग नि:संकोच यात्रा करते हैं। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले में वर्चुअल रूप से 303 करोड़ रुपए के लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम के अवसर पर कही।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि दक्षिण भारत से छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने पर पहली विधानसभा सुकमा जिले का कोंटा है। हमने यहां सबके सहयोग से सुकमा जिले के विकास के लिए योजनाएं बनाईं और इसे क्रियान्वित किया। इन सालों में यहां बड़ा बदलाव आया है और इसे यहां पहुंचकर महसूस कर सकते हैं। हमने यहां सुरक्षा बेहतर की। जगरगुंडा में 13 साल बाद पुन: स्कूल आरंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 303.67 करोड़ रूपए की लागत के 131 विकास एवं निर्माण कार्यों की सौगात दी, जिसमें 63 करोड़ 56 लाख 27 हजार रूपए की लागत वाले 33 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 240 करोड़ 10 लाख 81 हजार रूपए की लागत वाले 98 विकास एवं निर्माण कार्यों का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रत्यक्ष रूप से लोगों से मिलना चाहते थे लेकिन तेज बारिश की वजह से संभव नहीं हो पाया, इस बात का खेद है लेकिन वर्चुअल रूप से आप लोगों से जुड़ पाया, इस बात का संतोष है। सबसे अच्छी बात यह है कि बारिश हो रही है और हमारे प्रदेश के लिए यह बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि बस्तर फाइटर्स की भर्ती हो या तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए उचित दर हो, सभी विषयों पर हम काम कर रहे हैं।
इस मौके पर आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में साढ़े चार साल के दौरान प्रदेश में अधोसंरचना विकास के लिए बड़े काम हुए हैं। उन्होंने न केवल कर्जमाफी की और किसानों को धान का उचित मूल्य दिया अपितु प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान भी खरीदने का निर्णय लिया। सुकमा जिले में इस वर्ष 50 करोड़ 27 लाख रुपए का तेंदूपत्ता संग्रहित हुआ है जिसका लाभ वनवासियों को मिला है।
बस्तर सांसद दीपक बैज ने कहा कि हमने जब भी बस्तर की विकास योजनाओं के लिए बात की, मुख्यमंत्री ने इसे पूरा किया। बस्तर में लोगों के चहुमुंखी विकास के लिए बहुत अच्छा काम किया जा रहा है। बस्तर में हो रहे विकास कार्यों ने बस्तर को देश दुनिया के नक्शे में एक विशिष्ट पहचान दी है।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कलेक्टर हरीश एस. ने विस्तार से लोकार्पण और शिलान्यास कार्यों की जानकारी दी। सुकमा जिले में 303.67 करोड़ रुपये के मुख्यमंत्री द्वारा किए गए लोकार्पण और शिलान्यास कार्यों की सुकमा कलेक्टर श्री हरीश एस ने अपने प्रतिवेदन में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री की घोषणाएं...
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिला मुख्यालय सुकमा में खेल परिसर की घोषणा की। साथ ही उन्होंने उपस्वास्थ्य केन्द्र भेज्जी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र किस्टाराम के लिए भवन की स्वीकृति, विकासखण्ड कोन्टा में 28 प्राथमिक शाला भवन का निर्माण, सेंट्रल लाइब्रेरी एवं बालक एवं कन्या के लिए यूथ हास्टल, बोडको में 100 सीटर आश्रम भवन का निर्माण की घोषणा की। उन्होंने मानकापाल में 100 सीटर आश्रम भवन का निर्माण, वृहद जल प्रदाय योजना छिन्दगढ़ का संचालन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से किये जाने और बी.एड./डी.एड कॉलेज सुकमा की स्वीकृति की घोषणा की। उन्होंने बस स्टैण्ड सुकमा के निर्माण कार्य के लिए 6 करोड़ रूपये की स्वीकृति, बस स्टेण्ड दोरनापाल के निर्माण कार्य के लिए 4 करोड़ रूपये की स्वीकृति भी दी। साथ ही उन्होंने प्री मैट्रिक बाल छात्रावास कुंदनपाल की स्वीकृति, बालक आश्रम डब्बाकोन्टा भवन की स्वीकृति, किस्टाराम में नवीन हाईस्कूल की स्वीकृति की घोषणा भी की।
स्वास्थ्य मंत्री ने किया सम्मान, 80 वर्षीय महिला ने 10 मरीजों को लिया गोद
सुकमा, 20 जून। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत देश को टीबी मुक्त करने के लिए व्यापक अभियान चला रही है। इसके अंतर्गत क्षय रोग के उन्मूलन की दिशा में कार्य करने के लिए जनभागीदारी की भावना से उत्साहित और संगठित है। जिसमें जिले के संजय चांडक व निर्मला बिड़वई को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने सम्मान किया।
राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में टीबी मुक्त अभियान में मदद करने वालों का सम्मान किया गया। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सुकमा जिले से सर्वाधिक टीबी मरीजों को गोद लेकर 6 माह का पोषण आहार प्रदान किया गया, जिसमें संजय चांडक छिंदगढ़ द्वारा 11 मरीज व 85 वर्षीय निर्मला बिड़वई द्वारा 10 मरीज गोद लिया गया व इस अभियान में अपना भूमिका निभाई जिसके फलस्वरूप आज रायपुर के सर्किट हाउस टीएस सिंह देव द्वारा दोनो को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 जून। अंजुमन इस्लामिया कमेटी के पूर्व सदर मोहम्मद हनीफ और उनकी पत्नी मोहम्मद शाहनाज बेगम सोमवार शाम को हज यात्रा के लिए रवाना हुए। 35 दिनों की इस यात्रा के दौरान ये सऊदी अरब के विभिन्न स्थानों मक्का मदीना, ताइफ, मीना, जददा, रियाद आदि शहरों में रह कर खुदा की इबादत के साथ हज-ऐ-मुबारक करेंगे।
हज के लिए रवाना होने से पूर्व यात्रियों ने समाज के प्रबुद्ध लोगों, दोस्तों और संबंधियों से मुलाकात किया। उन्होंने बड़े प्रेम और अदब के साथ मुलाकात और बातचीत की। उन्होंने उपस्थित लोगों से क्षमा मांगते हुए कहा कि अगर किसी के साथ कोई गलतियां या फिर अनजाने में कोई बात हो गयी हो जिसने दिल को दु:खी किया हो तो हम उसके लिए क्षमा प्रार्थी हैं।
इस अवसर पर सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने भी हज यात्रियों से मुलाकात किए। इस दौरान अंजुमन इस्लामिया कमेटी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
नक्सलियों द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन
सुकमा, 13 मई। पुलिस ने नक्सलियों के द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन किया है।
पुलिस ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि 8 मई 2023 को भेज्जी थाना के दंतेसपुरम के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये ईनामी माओवादी नक्सल कमांडर मडक़म एररा और गोलापल्ली एलओएस सदस्य पोडिय़ामी भीमे के शवों का माननीय उच्चतम न्यायालय, एनएचआरसी गाइडलाइन एवं अन्य संबंधित नियमों का पालन करते हुए जि़ला अस्पताल सुकमा में मेडिकल ऑफिसर के द्वारा कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पोस्टमॉर्टम संपादित किया गया था । इसके बाद पोस्टमोर्टम क़ानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए शवों को मडक़म एररा के पिता मडक़म कोसा और दंतेसपुरम से आये उनके परिवार जनों के सुपुर्द गवाहों की उपस्थिति में सुपुर्दगीनामा के माध्यम से किया गया था। शवों को उनके परिवारजन वाहन के माध्यम से अपने साथ ले गये थे और अपने रीति रिवाजों से उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने उनके किसी परिवारजन को गिरफ़्तार या हिरासत में नहीं लिया था , ये माओवादियों द्वारा फैलाया जा रहा कोरा झूठ है। स्थानीय युवक युवतियों को दिग्भ्रमित करके नक्सली संगठन में ज़बरदस्ती शामिल करना और मारे जाने पर उनके परिवार को कोई सहायता या जवाब न देना पड़े, इसके लिए माओवादी संगठन इस तरह का झूठा प्रचार करते रहते हैं। पुलिस ने अपील की है कि नक्सलियों की आदिवासी विरोधी और विकास विरोधी हिंसात्मक गतिविधियों का सभी खंडन और विरोध करें।
नक्सलियों द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन
सुकमा, 13 मई। पुलिस ने नक्सलियों के द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन किया है। पुलिस ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि 8 मई 2023 को भेज्जी थाना के दंतेसपुरम के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये ईनामी माओवादी नक्सल कमांडर मडक़म एररा और गोलापल्ली एलओएस सदस्य पोडिय़ामी भीमे के शवों का माननीय उच्चतम न्यायालय, एनएचआरसी गाइडलाइन एवं अन्य संबंधित नियमों का पालन करते हुए जि़ला अस्पताल सुकमा में मेडिकल ऑफिसर के द्वारा कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पोस्टमॉर्टम संपादित किया गया था।
इसके बाद पोस्टमोर्टम क़ानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए शवों को मडक़म एररा के पिता मडक़म कोसा और दंतेसपुरम से आये उनके परिवार जनों के सुपुर्द गवाहों की उपस्थिति में सुपुर्दगीनामा के माध्यम से किया गया था।
शवों को उनके परिवारजन वाहन के माध्यम से अपने साथ ले गये थे और अपने रीति रिवाजों से उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने उनके किसी परिवारजन को गिरफ़्तार या हिरासत में नहीं लिया था , ये माओवादियों द्वारा फैलाया जा रहा कोरा झूठ है। स्थानीय युवक युवतियों को दिग्भ्रमित करके नक्सली संगठन में ज़बरदस्ती शामिल करना और मारे जाने पर उनके परिवार को कोई सहायता या जवाब न देना पड़े, इसके लिए माओवादी संगठन इस तरह का झूठा प्रचार करते रहते हैं।
पुलिस ने अपील की है कि नक्सलियों की आदिवासी विरोधी और विकास विरोधी हिंसात्मक गतिविधियों का सभी खंडन और विरोध करें।
नक्सलियों द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन
सुकमा, 13 मई। पुलिस ने नक्सलियों के द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन किया है। पुलिस ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि 8 मई 2023 को भेज्जी थाना के दंतेसपुरम के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये ईनामी माओवादी नक्सल कमांडर मडक़म एररा और गोलापल्ली एलओएस सदस्य पोडिय़ामी भीमे के शवों का माननीय उच्चतम न्यायालय, एनएचआरसी गाइडलाइन एवं अन्य संबंधित नियमों का पालन करते हुए जि़ला अस्पताल सुकमा में मेडिकल ऑफिसर के द्वारा कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पोस्टमॉर्टम संपादित किया गया था।
इसके बाद पोस्टमोर्टम क़ानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए शवों को मडक़म एररा के पिता मडक़म कोसा और दंतेसपुरम से आये उनके परिवार जनों के सुपुर्द गवाहों की उपस्थिति में सुपुर्दगीनामा के माध्यम से किया गया था।
शवों को उनके परिवारजन वाहन के माध्यम से अपने साथ ले गये थे और अपने रीति रिवाजों से उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने उनके किसी परिवारजन को गिरफ़्तार या हिरासत में नहीं लिया था , ये माओवादियों द्वारा फैलाया जा रहा कोरा झूठ है। स्थानीय युवक युवतियों को दिग्भ्रमित करके नक्सली संगठन में ज़बरदस्ती शामिल करना और मारे जाने पर उनके परिवार को कोई सहायता या जवाब न देना पड़े, इसके लिए माओवादी संगठन इस तरह का झूठा प्रचार करते रहते हैं।
पुलिस ने अपील की है कि नक्सलियों की आदिवासी विरोधी और विकास विरोधी हिंसात्मक गतिविधियों का सभी खंडन और विरोध करें।
नक्सलियों द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन
सुकमा, 13 मई। पुलिस ने नक्सलियों के द्वारा जारी फर्जी विज्ञप्ति और भ्रामक प्रचार का खण्डन किया है। पुलिस ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि 8 मई 2023 को भेज्जी थाना के दंतेसपुरम के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये ईनामी माओवादी नक्सल कमांडर मडक़म एररा और गोलापल्ली एलओएस सदस्य पोडिय़ामी भीमे के शवों का माननीय उच्चतम न्यायालय, एनएचआरसी गाइडलाइन एवं अन्य संबंधित नियमों का पालन करते हुए जि़ला अस्पताल सुकमा में मेडिकल ऑफिसर के द्वारा कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पोस्टमॉर्टम संपादित किया गया था।
इसके बाद पोस्टमोर्टम क़ानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए शवों को मडक़म एररा के पिता मडक़म कोसा और दंतेसपुरम से आये उनके परिवार जनों के सुपुर्द गवाहों की उपस्थिति में सुपुर्दगीनामा के माध्यम से किया गया था।
शवों को उनके परिवारजन वाहन के माध्यम से अपने साथ ले गये थे और अपने रीति रिवाजों से उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने उनके किसी परिवारजन को गिरफ़्तार या हिरासत में नहीं लिया था , ये माओवादियों द्वारा फैलाया जा रहा कोरा झूठ है। स्थानीय युवक युवतियों को दिग्भ्रमित करके नक्सली संगठन में ज़बरदस्ती शामिल करना और मारे जाने पर उनके परिवार को कोई सहायता या जवाब न देना पड़े, इसके लिए माओवादी संगठन इस तरह का झूठा प्रचार करते रहते हैं।
पुलिस ने अपील की है कि नक्सलियों की आदिवासी विरोधी और विकास विरोधी हिंसात्मक गतिविधियों का सभी खंडन और विरोध करें।
सुकमा, 12 मई। सिमेल और गोगुंडा की पहाडिय़ों पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बाद एक नक्सली का शव बरामद किया गया
पुलिस की जारी विज्ञप्ति के अनुसार सिमेल और गोगुंडा की पहाडिय़ों पर भारी संख्या में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर सुकमा की डीआरजी, एसटीएफ, सीआरपीएफ जवान और अन्य सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग स्थानों से सिमेल की ओर रवाना हुई थी।
सर्चिंग ऑपरेशन के बाद वापसी के दौरान सिरसेटी ग्राम के कोडेलपारा के जंगलों में 11 मई की रात लगभग 9 बजे नक्सलियों की द्वारा सुकमा पुलिस डीआरजी पार्टी पर घात लगाकर हमला किया गया, जिस पर डीआरजी बलों ने जवाबी कार्रवाई की।घटनास्थल से एक नक्सली का शव मिला। मुठभेड़ में 3-4 नक्सलियों के घायल होने की संभावना है।
साथ ही घटनास्थल से हथियार, भारी मात्रा में विस्फोटक एवम नक्सल सामग्री बरामद हुई है, इलाके में गहन सर्चिंग जारी है, बाद सुरक्षा बलों की वापसी के विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी।
सुकमा, 9 मई। जिला प्रशासन सुकमा एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 5 से 20 मई तक सुकमा जिले के तीनों विकासखंड में समर कैंप किया जा रहा है। सुकमा विकासखंड में ब्लॉक स्तरीय उल्लास समर कैम्प डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल सुकमा में चल रहा है।
सुकमा ब्लॉक के 27 संकुल से 398 बालक- 465 बालिका कुल 863 बच्चों के द्वारा पंद्रह दिनों तक चलने वाले इस समर कैम्प में आए हुए हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से आए बच्चों के द्वारा 13 विधाओं में भाग लेकर अपनी कला कौशल को निखार रहे हैं।
बच्चों की इन कला कौशल को निखारने में तेरह विधाओं के पंद्रह मास्टर ट्रेनर्स, एवं 128 शिक्षक- शिक्षिकाओं एवं 40 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों, 27 संकुल के समस्त संकुल समन्वयक, संकुल प्राचार्य, ब्लॉक स्तरीय समर कैंप के नोडल अधिकारी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सुखराम देवांगन, सहायक नोडल अधिकारी सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी प्रफुल्ल डेनियल, आवासीय एवं भोजन व्यवस्था के नोडल अधिकारी खण्ड स्त्रोत समन्वयक अल्फ्रेड सूना के नेतृत्व में समर कैम्प बड़े अच्छे से सम्पन्न हो रहा है।
विकासखंड स्तर पर यह समर कैंप बच्चों को एक अच्छा नागरिक बनने के साथ समाज को प्रेरणा देने व भविष्य संवारने में सहायक हो रहा है।
जनप्रतिनिधि, कलेक्टर सहित लोगों ने खाया बोरे-बासी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 2 मई। एक मई को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार इस दिवस को मजदूरों के साथ मनाई। गत दिवस पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मजदूरों के सम्मान में प्रदेश के लोगों से बोरे-बासी खाकर मजदूर दिवस मनाने की अपील की थी। मजदूर दिवस पर छत्तीसगढ़ में सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह से सकारात्मक संदेशों की फोटो सामने आई। प्रदेश के कई बड़े नेता, विभागों के अधिकारी, गांव में बड़ी संख्या में लोग बोरे बासी खाकर सोशल मीडिया में फोटो शेयर किए और मजदूर दिवस की शभकामनाएं दिए।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढिय़ों से अपील की है कि मजदूर दिवस के दिन यानी आज सभी लोग बोरे और बासी खाएं। यही नहीं, उन्होंने देश-विदेश के कोने-कोने में बसे छत्तीसगढ़ के सभी लोगों से आज के दिन बोरे-बासी खाकर श्रम को सम्मान देने का आग्रह किया था।
राज्य शासन की मंशानुरूप आज प्रात: 09 बजे पुराना कलेक्ट्रेट सुकमा में बोरे बासी भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इस कार्यक्रम में जिला पंचायत, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, पत्रकारगण, अधिकारी-कर्मचारीगण सहित अन्य सभी ने बोरे बासी खाकर मजदूरों के प्रति अपना सम्मान व्ययक्त किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, नगर पालिका सुकमा के अध्यक्ष राजू साहू, योग आयोग के सदस्य राजेश नारा, कलेक्टर हरिस एस, जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप, जनप्रतिनिधिगण, अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
इसी प्रकार विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर छिंदगढ़, कोन्टा विकासखंड में भी बोरे बासी भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारीगण व आम नागरिक शामिल हुए।
जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने इस अवसर पर कहा कि बोरे बासी छत्तीसगढ़ राज्य का पारंपरिक भोज है। एक मई को श्रमिक दिवस मनाया जाता है। जैसा की विदित है कि राज्य के विकास में श्रमिकों का योगदान महत्वपूर्ण है। बोरे बासी भी पौष्टिकता से भरपूर और स्वास्थ्य के लिए हित कारक हैं। 1 मई मजदूर दिवस के अवसर पर श्रमिकों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए जिले के नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने बोरे बासी खाया।
साथ ही कार्यालय, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं में बोरे बासी भोज कार्यक्रम कार्यालयीन स्टॉफ की उपस्थिति मे आयोजित किया गया।
छत्तीसगढ़ के संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है बोरे बासी
ताजा भात (चावल) को जब पानी में डुबाकर खाया जाता है तो उसे बोरे कहते हैं। इसे रात में पानी में डुबाकर दूसरे दिन खाने पर यह बासी कहलाता है। जिसे आम या नींबू का अचार, प्याज और हरी मिर्च, दही या मही डालकर, खट्टी भाजी, कांदा भाजी, चेंच भाजी, बोहार भाजी, रखिया बड़ी, मसूर दाल की सब्जी या मसूर बड़ी, कढ़ी, आम की चटनी, बिजौरी आदि के साथ खाया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 अप्रैल। आज पुलिस अफसरों के समक्ष चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सली 4-5 वर्षों से सक्रिय थे।
नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की ‘पुनर्वास नीति’ के प्रचार-प्रसार तथा सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘पूना नम अभियान’ (नई सुबह, नई शुरूआत ) व थाना चिंतागुफा के अंदरूनी क्षेत्रों में नवीन सुरक्षा कैम्पों के स्थापित होने से क्षेत्र में हो रहे विकासात्मक कार्यों से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय 4 नक्सलियों क्रमश: गड्डोम रमेश (डीएकेएमएस सदस्य ), उम्र 25 वर्ष, कुरसम भीमा (मिलिशिया सदस्य ) उम्र 25 वर्ष, मडक़म सारा ( जनताना सरकार अध्यक्ष साकलेर आरपीसी अन्तर्गत ) उम्र 35 वर्ष, माड़वी गंगा (मिलिशिया सदस्य ) उम्र 27वर्ष ने आत्मसमर्पण किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 19 अप्रैल। जनकल्याणकारी योजनाओं की सफलता के लिए विभागीय अधिकारी जिम्मेदारी के साथ काम करें। लगातार इनकी मानिटरिंग करें। यह बातें मंगलवार को उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित विभिन्न विभागों से संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कही। इसके अलावा उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की बात कही।
योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएं
कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने जल जीवन मिशन योजना को लेकर प्राथमिकता से काम करने को कहा। आगामी शिक्षण सत्र के पूर्व आश्रम, छात्रावास और सेजेस स्कूलों के निर्माण कार्य को पूर्ण करने के साथ ही आवास योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ देने को कहा। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण करा रहा है। जिससे वंचित वर्ग सरकार के योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। प्रशासन को सरकार के योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम करने को कहा। दुरुस्त पहुंचहीन गांव में शासकीय राशन दुकानों में वर्षाकाल के पूर्व राशन पहुंचाने को कहा। आगामी खरीफ फसल हेतु कृषि विभाग को खाद-बीज किसानों के मांग के अनुरूप पहले से ही भण्डारण करने को कहा।
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने इस दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विभाग, खाद्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, पीएचई, पी.डब्ल्यू डी., सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी योजनाओं व निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री लखमा ने सभी विभाग के अधिकारियों से महत्वपूर्ण योजनाओं एवं उनकी प्रगति की जानकारी ली। मंत्री ने जनता से जुड़ी योजनाओं के कार्यों में किसी भी प्रकार के कोताही नहीं बरतने को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है़। मंत्री ने स्पष्ट किया कि अगर किसी भी विभाग की ओर से लापरवाही बरती गई तो जिम्मेदार लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई की आएगी।
कृषकों से सतत सम्पर्क बनाए रखें
मंत्री ने उद्यानिकी विभाग को बाड़ी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत कृषकों को बीज, खाद इत्यादि की वितरण की सुगमता से व्यवस्था तत्काल कराने के निर्देश दिए तथा कृषकों से सतत सम्पर्क बनाए रखने के लिए कहा। वहीं सडक़, तालाब और भूमि समतलीकरण कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाए। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री मे खरीफ क्षेत्राच्छादन व लक्ष्य की जानकारी प्राप्त कीऔर रबी फसल को बढ़ावा देने की बात कही। धान खरीदी की समीक्षा करते हुए अति शीघ्र धान उठाव के कार्य वर्षाकाल के पूर्व पूर्ण करने को कहा।
चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम ने निर्माण कार्य और जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्य को समय सीमा में पूर्ण करने के लिए कहा। ग्रीष्म ऋ तु में पेयजल की आवश्यकता को देखते हुए जल जीवन मिशन और क्रेडा विभाग को गुणवत्तापूर्व कार्य करने को कहा।
समीक्षा बैठक में हरीश कवासी जिला पंचायत अध्यक्ष सुकमा, बोड्डू राजा उपाध्यक्ष जिला पंचायत सुकमा, जगन्नाथ राजू अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सुकमा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण और कलेक्टर हरिश एस जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप, एसपी सुनील शर्मा, वनमंण्डल अधिकारी थेजेस.एस सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 18 अप्रैल। पंचायत सचिवों को परिविक्षा अवधि पश्चात् शासकीयकरण करने व पदोन्नति एवं क्रमोन्नति की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा व 29 मार्च 2022 को इंडोर स्टेडियम रायपुर में पंचायत सचिव / शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने की घोषणा को याद दिलाते हुए सचिव संघ ने कहा सचिवों को शासकीयकरण करने से शासन-प्रशासन को वार्षिक वित्तीय भार लगभग 75 करोड़ रूपये आयेगा, जो कि नहीं के बराबर है।
और यह कि त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत स्तर पर कार्यरत कर्मचारी शासकीय सेवक है, किन्तु पंचायतीराज की बुनियाद आधार स्तम्भ कहे जाने वाले ग्राम पंचायत में कार्यरत कर्मचारी पंचायत सचिव शासकीय सेवक नहीं है। पंचायत सचिव 29 विभागों के 200 प्रकार के कार्य को जमीनी स्तर तक जिम्मेदारी के साथ ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हुए, राज्य शासन एवं केन्द्र शासन के समस्त योजनाओं को लोकतंत्र के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का अति महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम देते व शासन की अति महत्वाकांक्षी सभी न्याय योजनाएं जैसे राजीव गांधी न्याय योजना, राजीव गांधी कृषि भूमिहीन मजदुर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना सहित नरूवा, गरूवा, धुरूवा अउ बारी के तहत् ग्राम गौठान निर्माण एवं मनरेगा के कार्यों का जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन कर रहे है। पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने हेतु प्रदेश के 65 सम्मानीय विधायक गणों द्वारा अनुशंसा किया गया व यह कि पंचायत सचिव को कार्य करते हुए 28 वर्ष से अधिक हो गया है।
हमारा गुनाह क्या है
नियुक्ति को लेकर संघ है ने शासकीय करण किए गये कर्मचारी को दिलाते हुए कहा कि पंचायत सचिवों के साथ अन्य नियुक्त हुए अन्य विभाग के कर्मचारी जैसे शिक्षाकर्मी / वनकर्मी / लोकनिर्माण विभाग के कर्मीयों को कब का शासकीयकरण किया जा चुका लेकिन हमें महिनेभर से हड़ताल पर है, लेकिन हमारी कोई सुनना नहीं चाहता।
सुकमा, 17 अप्रैल। कलेक्टर ने निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक लेते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी। आश्रम- छात्रावासों में हो निर्माण-कार्यों की समीक्षा के लिए कलेक्टर हरिस.एस ने सम्बंधित अधिकारियों की बैठक ली।
कलेक्टर ने निर्माण कार्यों को विलंब न करते हुए गुणवत्तापूर्ण तरीके से तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिये। जिले में चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी लेकर समय-सीमा के हिसाब से कार्य पूर्ण करने को कहा।
कलेक्टर हरिस.एस ने कार्य विलंब होने एवं समय-सीमा के अंदर पूर्ण नहीं होने की स्थिति में संबंधित अधिकारी एवं ठेकेदारों पर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी वर्षाकाल के पहले निर्माण कार्यों को मई के अंतिम सप्ताह तक तेजी से पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। जिससे आगामी सत्र की पढ़ाई में परेशानी का सामना न करना पड़े। इस दौरान पीडब्ल्यूडी, आरईएस, जिला निर्माण समिति के अधिकारी मौजूद रहे।
प्रेस नोट में कोंटा एरिया कमेटी ने ली घटना की जिम्मेदारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 16 अप्रैल। नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी के सचिव मंगडू ने प्रेस नोट जारी कर बीते 8 अप्रैल को पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के पालामडग़ु में ग्रामीणों से हुई मारपीट की जि़म्मेदारी ली है।
प्रेस नोट में लिखा गया है -8 अप्रैल को सुकमा के पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के पालामडग़ु के गाँव के पास दोपहर 3 बजे पीएलजीए द्वारा कैम्प थानों में पुलिस सप्लाई कार्य में लगे तीन व्यापारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया। सामान ज़ब्ती व तीन सप्लायर को पिटाई और दो बाइक को आग के हवाले कर दिया गया था और बाद में एक पुलिस सप्लायर की मौत होने का दावा नक्सलियों ने किया है।
आग लिखा है-इस घटना का बदला लेने 9 अप्रैल आधी रात को पोलमपल्ली गोरगुंडा दोरनापाल पेंटा डब्बाकोंटा कोलाईगुड़ा कैम्प से बड़ी संख्या में पुलिस फ़ोर्स द्वारा संयुक्त रूप से नक्सली उन्मूलन के नाम से बड़ा अभियान चलाने का दावा किया गया।
इस दौरान मारपीट करते हुए बंदूक़ के बल पर पालामडग़ु गाँव के 56 अरलमपल्ली के 27 कुमोपारा के 8 कुल 91 निर्दोष ग्रामीणों को गिरफ़्तार कर पोलमपल्ली थाना ले जाने का आरोप लगाया गया है, इनमें पालामडग़ु के 26 कुमोपारा अरलमपल्ली के 6 कुल 32 लोगों की बेदम पिटाई करने का आरोप लगाया गया है और कुमोपारा के माड़वी सोमड़ा व अरलमपल्ली के सोड़ी सन्ना को खूब यातना देते हुए दोषी ठहराकर फज़ऱ्ी केस में फँसाकर जेल में ठूँसने का आरोप लगाया गया है और अरलमपल्ली के सोड़ी देवा के बाइक को भी ले जाने का आरोप लगाया गया है।