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विधायक के फॉलो वाहन पर फायरिंग व इंजीनियर के अपहरण में शामिल थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 दिसंबर। मंगलवार को वर्ष 2021 में पीएमजीएसवाय के एक इंजीनियर व वर्ष 2023 में बीजापुर विधायक के फॉलो वाहन में फायरिंग सहित 32 बड़े वारदातों में शामिल रहे 5 नक्सलियों ने नक्सली संगठन में उपेक्षा व भेदभावपूर्ण व्यवहार से त्रस्त होकर पुलिस अफसरों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
बीजापुर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को गंगालूर व भैरमगढ़ एरिया कमेटी के अंतर्गत मिलिशिया कमांडर, डिप्टी कमांडर, मिलिशिया सदस्य व जीआरडी सदस्य ने जिलाबल, एसटीएफ व सीआरपीएफ के जवानों के प्रयासों से बीजापुर एसपी आंजनेय वाष्र्णेय व पुलिस के अन्य अफसरों के समक्ष नक्सलियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा व प्रताडऩा से तंग आकर व छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास व समर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर दिया।
सरेंडर करने वाले में पदेड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य गुड्डू ताती (23) काकेकोरमा, पायकू हेमला (25) पालनार, मिलिशिया ए सेक्शन डिप्टी कमाण्डर सन्नू ताती (23) बोड़लापुसनार, जीआरडी सदस्य संतु पोटाम बोड़लापुसनार व मिरतुर एलओएस अंतर्गत चेरली मिलिशिया कमांडर सोनारू कारम उर्फ रवि (32) चेरली शामिल हैं।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को उत्साहवर्धन हेतु पुनर्वास नीति के तहत 25 -25 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि प्रदाय की गई। ज्ञात हो कि आत्मसमर्पित नक्सली वर्ष 2021 में पीएमजीएसवाय के सब इंजीनियर अजय लकड़ा के अपहरण व वर्ष 2023 में बीजापुर विधायक के फॉलो वाहन में फायरिंग की घटना समेत 32 बड़े वारदातों में शामिल रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम/बीजापुर, 24 दिसंबर। भोपालपटनम वन अमले ने बार्डर पार कर तेलंगाना जा रही एक पिकअप वाहन को सागौन के बने दीवान सहित पकडऩे में कामयाबी हासिल की है।
रविवार की सुबह फारेस्ट जांच नाका में बार्डर पार करते हुए तेलंगाना की पिकअप वाहन क्रमांक टीएस 28 टी 5039 को वन अमले ने सागौन लकड़ी से बनी दीवान सहित पकड़ा।
बताया गया है कि वन अमले को सूचना मिली थी कि तेलंगाना के तस्कर सागौन की तस्करी करने वाले हैं। अमले ने भोपालपटनम जांच नाका में उक्त वाहन को रोककर जांच की गई। वन अमले ने पिकअप का डाला खोलकर देखा तो उसमें सागौन से निर्मित एक नग दीवान रखी हुई थी। जिसे वह अमले ने पकडक़र डिपो लाया।
भोपालपटनम के वन परिक्षेत्र अधिकारी विनोद तिवारी ने बताया कि रविवार की सुबह 8.30 बजे तारलागुड़ा जांच नाका में वन कर्मियों ने तेलंगाना की पिकअप वाहन से 16 नग सागौन से बनी 1 दीवान पकड़ी है।
रेंजर तिवारी के मुताबिक पकड़े गया सागौन 0.172 घनमीटर है। जिसकी कीमत 30 हजार रुपये हैं। रेंजर विनोद ने बताया कि तेलांगना के मंगुर निवासी वाहन चालक मधु, पिकअप वाहन व एक मोबाईल को जब्त किया गया। वन अधिनियम के तहत वाहन को राजसात करने की कार्रवाई की जा रही है।
बताया गया है कि सागौन की दिवान को तेलंगाना के मंगुर ले जाया जा रहा था। एसडीओ नीतीश रावटे व रेंजर विनोद तिवारी के मार्गदर्शन में उक्त कार्रवाई वन अमले ने की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 दिसंबर। गंगालूर इलाके में नक्सल विरोधी अभियान पर निकली जवानों की संयुक्त पार्टी ने एक बार फिर नक्सलियों द्वारा बनाये गए स्मारकों को ध्वस्त कर दिया हैं।
गंगालूर थाना क्षेत्र के डुमरीपालनार में स्थापित कैम्प से डीआरजी बीजापुर, महिला कमांडो व डीआरजी दंतेवाड़ा की संयुक्त टीम नक्सली विरोधी अभियान पर निकली थी। अभियान के दौरान नक्सलियो द्वारा ग्राम हिरोली में 20 -20 फीट ऊंचे दो नक्सली स्मारक बनाये गए थे। जिसे जवानों ने ध्वस्त कर दिया।
ज्ञात हो कि बीते दिनों भी जवानों ने डुमरीपालनार के जंगलों में एक नक्सली स्मारक को ध्वस्त किया था।
डीआरजी व महिला कमांडो की संयुक्त कार्रवाई
बीजापुर, 23 दिसंबर। नक्सलियों के मांद में घुसकर जवानों ने नक्सलियों को मात देते हुए उनके द्वारा जंगल में बनाये गए नक्सली स्मारक को जवानों ने ध्वस्त कर दिया है। जवानों की इस कार्रवाई में महिला कमांडो में शामिल रही। बीजापुर पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को गंगालूर थाना क्षेत्र के डुमरीपालनार में स्थापित कैम्प से डीआरजी बीजापुर, महिला कमांडो व डीआरजी दंतेवाड़ा की संयुक्त टीम नक्सली विरोधी अभियान पर निकली थी। नक्सलियों ने डुमरीपालनार के जंगल में करीब 30 फीट ऊंचा नक्सली स्मारक बना रखा था। जिसे अभियान पर निकले जवानों की संयुक्त टीम ने उक्त नक्सली स्मारक को ध्वस्त कर दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 दिसंबर। जिले के बासागुड़ा थाना क्षेत्र के तिम्मापुर के पास से सीआरपीएफ व बीडीएस की टीम ने नक्सलियों द्वारा कुकर में प्लांट कर रखा गया 5 किलो का आईईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय किया।
पुलिस ने व्हाट्सएप ग्रुप में प्रेस नोट जारी कर बताया कि गुरुवार की रात नक्सलियों ने तिम्मापुर के पास जिस स्थान पर यात्री बस में आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। शुक्रवार को वहां से करीब 20 मीटर दूर पगडंडी पर नक्सलियों ने कुकर में प्रेशर स्वीच सिस्टम से एक 5 किलो वजनी आईईडी प्लांट कर रखा था। जिसे सीआरपीएफ व बीडीएस की टीम ने बरामद कर उसे मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया गया। सुरक्षाबलों की सतर्कता से नक्सलियों के नापाक मंसूबों को विफल किया गया।
प्रेशर बम की चपेट में डीआरजी का एक जवान घायल
2 से 3 नक्सलियों के जख्मी होने का दावा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 दिसंबर। आज नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर निकली डीआरजी व बस्तर फाइटर के जवानों की पोटेनार के जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में जहां पुलिस ने 2 से 3 नक्सलियों के जख्मी होने का दावा किया है, वहीं मुठभेड़ के दौरान डीआरजी का एक जवान आईईडी की जद में आने से घायल हो गया हैं। उसे बेहतर इलाज के लिए बीजापुर लाया जा रहा हैं।
पुलिस ने व्हाट्सएप ग्रुप में प्रेस नोट जारी कर बताया है कि भैरमगढ़ एरिया कमेटी के नक्सलियों की जांगला थाना क्षेत्र के पोटेनार के जंगलों में मौजूदगी की सूचना पर डीआरजी व बस्तर फाइटर के जवानों की टीम नक्सली विरोधी अभियान पर निकली थी। अभियान के दौरान दोपहर में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। जिसमें पुलिस ने 2 से 3 नक्सलियों के जख्मी होने का दावा किया है, वहीं मुठभेड़ के दौरान डीआरजी का एक जवान नक्सलियों के लगाये प्रेशर आईईडी की चपेट में आकर घायल हो गया है। उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल बीजापुर लाया जा रहा हैं। खबर लिखे जाने तक घायल जवान का नाम पता नहीं लग पाया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 दिसंबर। सुरक्षाबल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से नक्सलियों द्वारा कुकर में प्लांट की किये गए 5 किलो के एक आईईडी को जवानों ने बरामद कर निष्क्रिय कर दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक भैरमगढ़ थाना क्षेत्र में सुरक्षाबल में जवान सर्च अभियान पर निकले हुए थे। इसी बीच बेलचर के पास पगडंडी रास्ते पर नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से एक कुकर में प्रेशर स्वीच से करीब 5 किलो वजनी आईईडी प्लांट कर रखा था। जिसे अभियान पर निकली डीआरजी व बीडीएस की पार्टी ने बरामद कर उसे मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया। जवानों की सतर्कता से एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 दिसंबर। नक्सलियों के भारत बंद के आव्हान से एक दिन पहले जिले में नक्सलियों ने उत्पात मचाया हैं। नक्सलियों ने आवापल्ली इलाके में दो यात्री बसों को आग के हवाले कर दिया हैं। नक्सली वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम उसूर ब्लॉक के दुगाईगुड़ा के पास नक्सलियों ने रॉयल ट्रेवहल्स की यात्री बस में आग लगा दी। आवापल्ली से रायपुर के लिए निकली रॉयल ट्रेवहल्स की बस जैसे ही दुगाईगुड़ा के पास पहुंची नक्सलियों ने बस को रोकर यात्रियों को उतरवाया फिर उसमें आगजनी कर दी।
वहीं दूसरी घटना में नक्सलियों ने बीजापुर से बासागुड़ा जा रही कुशवाह ट्रेवहल्स की यात्री बस को तिम्मापुर के पास रोककर यात्रियों को उतारा और फिर बस में आगजनी की वारदात को अंजाम दे दिया।
नक्सलियों ने शुक्रवार को भारत बंद के आव्हान के पहले उसूर ब्लॉक के 22 किलोमीटर की दूरी पर दो यात्री बसों में आगजनी की वारदात को अंजाम देकर इलाके में दहशत का माहौल निर्मित कर दिया है। घटनास्थल के लिए पुलिस जवानों को रवाना कर दिया गया हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 दिसंबर। बुधवार की शाम नक्सलियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 63 पर पेड़ गिराकर आवागमन बाधित की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबल के जवानों की त्वरित कार्रवाई के बाद मार्ग बहाल हो गया हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की शाम नक्सलियों ने जांगला थाना क्षेत्र के एनएच 63 पर भैरमगढ़ व जांगला के बीच बेलचर के पास पेड़ गिराकर मार्ग बाधित कर दिया गया।
सूचना मिलते ही सुरक्षाबल के जवानों त्वरित कार्यवाही करते हुए मौके पर पहुंच कर आवागमन बहाल किया। एनएच पर यात्री बसों व निजी वाहनों का आवागमन जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर,19 दिसंबर। मंगलवार की सुबह बासागुड़ा थाना क्षेत्र के चिन्नागेलूर के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। नक्सलियों ने मुठभेड़ में जवानों पर बीजीएल से हमला किया हैं। इलाके में सर्चिंग जारी है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ 153 बटालियन व एसटीएफ की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन के लिए बासागुड़ा थाना क्षेत्र के चिन्नागेलूर की ओर निकली हुई थी। मंगलवार की सुबह करीब 7 बजे चिन्नागेलूर के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के मध्य मुठभेड़ हो गई।
मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने जवानों पर बीजीएल से हमला किया। सुरक्षाबल के जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग खड़े हुए। दोपहर 12 बजे खबर लिखे जाने तक इलाके में सर्चिंग जारी थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर,18 दिसंबर। रानीबोदली कैम्प पर हमला व ग्रामीण की हत्या में शामिल एक जन मिलिशिया सदस्य गट्टापल्ली से पुलिस के हत्थे चढ़ा। पकड़े गए नक्सली के विरुद्ध कुटरू थाना में वैधानिक कार्रवाई के बाद न्ययालय बीजापुर में पेश किया गया हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को कुटरू थाना से सुरक्षाबल के जवानों की टीम नक्सल विरोधी अभियान पर गट्टापल्ली की तरफ निकली हुई थी। इस दौरान जवानों ने गट्टापल्ली से एक जनमिलिशिया सदस्य मिच्चा लखमू (37) निवासी गट्टापल्ली को पकड़ा गया।
पुलिस के मुताबिक लखमू 15 मार्च 2007 को कुटरू क्षेत्र के रानीबोदली कैम्प में हमला की घटना व 7 दिसम्बर 2009 को टूँगेली निवासी माड़वी दुलगो की हत्या की घटना में शामिल था। उसके खिलाफ कुटरू थाना में 2 स्थाई वारंट लंबित हैं। पकड़े गए नक्सली के विरुद्ध कुटरू थाना में वैधानिक कार्रवाई के बाद न्यायालय बीजापुर में पेश किया गया।
नक्सलियों ने 10 से 50 मीटर की दूरी पर किया था प्लांट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर,17 दिसंबर। सुरक्षाबल के जवानों की संयुक्त पार्टी ने नक्सलियों के मंसूबे को नाकाम कर दिया। जवानों ने डी माइनिंग के दौरान नक्सलियों द्वारा जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से लगाये गये 21 प्रेशर आईईडी को बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के सावनार व पालनार के बीच चल रहे सडक़ निर्माण कार्य में सुरक्षा ड्यूटी के लिए डीआरजी, बस्तर फाइटर, सीआरपीएफ 85, सीआरपीएफ 222, कोबरा 202 व 222 बीडीएस व बीडीएस बीजापुर की संयुक्त टीम डी माइनिंग पर निकली हुई थी।
डी माइनिंग के दौरान पालनार व सावनार के बीच 10, 20 व 50 मीटर की दूरी पर प्रेशर स्वीच सिस्टम से लगाये गए साढ़े तीन किलोग्राम की 21 आईईडी को जवानों ने बरामद उसे निष्क्रिय कर दिया।
यह आईईडी नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद सडक़ पर, सडक़ के किनारे व पेड़ के छांव में लगा रखे थे। जवानों की सतर्कता व सूझबूझ से डी माइनिंग कार्यवाही के दौरान नक्सलियों के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया गया। ज्ञात हो कि पालनार में फारवर्ड बेस कैम्प स्थापित किया गया है।
पूर्व मंत्री गागड़ा ने अफसरों को दी कार्रवाई की चेतावनी
बीजापुर,15 दिसंबर। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने जिला प्रशासन पर एक बार फिर बड़े आरोप लगाए हैं। भाजपा नेता महेश गागड़ा ने बयान जारी कर जिला पंचायत सीईओ पर बड़ा आरोप लगाया है।
श्री गागड़ा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम शाह मंडावी को फायदा पहुंचाने के लिए मनरेगा में मुरूम कार्य और पंचायतों की राशि में बड़ा हेर-फेर किया गया है।
महेश गागड़ा ने कहा है कि ग्राम पंचायतों की डीएससी अपने पास रखकर 15 वें वित्त आयोग योजना की राशि में बड़े स्तर पर सेंधमारी की गयी है। वहीं चुनाव से पहले कांग्रेस को फायदा पहुंचाने ग्राम पंचायतों के खातों से करोड़ों की राशि का आहरण भी किया गया है।
पूर्वमंत्री महेश गागड़ा ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को दो टूक कह दिया है कि भाजपा की सरकार आ गई है, अब पाई-पाई की जांच होगी। ग्राम पंचायतों के खातों में डाका डालने वाले जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई के सरकार से मांग की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 13 दिसंबर। बस स्टैंड में टीवी के माध्यम से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का शपथ ग्रहण समारोह सीधा प्रसारण दिखाया गया है।
बुधवार को छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शपथ समारोह स्थल साईंस कॉलेज मैदान रायपुर में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। मुख्यमंत्री के अलावा नवनियुक्त उप मुख्यमंत्री अरूण साव एवं विजय शर्मा ने भी शपथ ली। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई है। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए नगर पंचायत के बस स्टैंड में प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम में एसडीएम, तहसीलदार, नगर पंचायत सीएमओ, आम नागरिक उपस्थित रहे।
सीईओ जिला पंचायत पर भाजपा जिलाध्यक्ष ने लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 दिसंबर। भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने जारी विज्ञप्ति में आरोप लगाया कि चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम शाह मंडावी को चुनाव में फायदा पहुंचाने में प्रशासन ने बैक डेट पर 6 करोड़ 82 लाख 58 हजार रुपए की लागत से 43 मिट्टी मुरूम सडक़ की प्रशासकीय स्वीकृति दी थी।
9 अक्टूबर को प्रदेश में विधानसभा संपन्न हेतु आदर्श आचार संहिता लागू हुआ था, परन्तु चुनाव से पहले 6 अक्टूबर को जिला पंचायत सीईओ ने 43 सडक़ों के लिए प्रशासकीय स्वीकृति देकर कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम शाह मंडावी को चुनाव में फायदा पहुंचाने के लिए किया है। श्रीनिवास मुदलियार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू के काले कारनामे की उच्च स्तरीय जांच भाजपा करेगी।
जिला पंचायत सीईओ पर कड़ी कार्रवाई के लिए जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार बड़ी बात कही। बैक डेट पे प्रशासकीय स्वीकृति दिए जाने के सवाल पर जिला पंचायत सीईओ का हैरान कर देने वाला बयान भी सामने आया। जिला पंचायत सीईओ ने कहा-मुझे जानकारी नहीं, मुझे याद नहीं, मैं देखकर बता पाऊंगा।
बेक डेट से करोड़ों के चेक काट रहे कलेक्टर कटारा-मुदलियार
भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि प्रदेश में भाजपा की सरकार को बनते देखकर बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने बेक डेट से करोड़ों रुपए के चेक कट रहे हैं। बेक डेट से चेक काटने की शिकायत मुख्य सचिव को दी गई । मुख्य सचिव ने बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा को फटकार भी लगाई, लेकिन उसके बावजूद भी कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने बेक डेट से करोड़ों रुपए के चेक काट रहे हैं। कलेक्टर राजेंद्र कटारा कमीशनखोरी के चलते लगातार बेक डेट से चेक कट रहे हैं।
आगे श्रीनिवास मुदलियार ने आरोप लगाते बताया कि कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने विधायक विक्रम मंडावी के साथ साठगांठ बनाकर बीजापुर जिले के विकास कार्य के पैसों को बंदरबाट कर रहे हंै। जिस तरह प्रदेश में कांग्रेस सरकार की हार हुई, उसके बाद बीजापुर में विक्रम मंडावी और कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने बौखलाहट में आकर ऐसे कारनामें को अंजाम दे रहे हैं।
पूर्व में प्रेस वार्ता के माध्यम से पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने सभी विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि विधायक और कलेक्टर के चाहते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बेक डेट में चेक काट रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को बक्शा नहीं जाने की समझाइश दी, लेकिन बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने लगातार बेक डेट पर चेक कट रहे हंै। बेक डेट से चेक काट रहे इसकी पूरी जानकारी फ़ोटो सहित सबूत के साथ हमारे पास है। जितने भी फर्जी चेक काट रहे हैं, उसकी जांच कर कार्रवाई करवाएंगे।
जवाब में विधायक विक्रम ने सत्ता में अहंकारी होने का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 दिसंबर। युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह के बाद अब पूर्व मंत्री व बीजापुर से भाजपा प्रत्याशी रहे महेश गागड़ा ने बीजापुर कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में एजेंट की भूमिका में काम करने का आरोप गागड़ा पहले ही लगा चुके हैं। अब सोशल प्लेटफॉर्म एक्स के अलावा फेसबुक पर गागड़ा ने कलेक्टर को कांग्रेसी कलेक्टर बताते फोटो पोस्ट करते अधीनस्थ अफसर कर्मियों को कलेक्टर के कमीशनखोरी में हिस्सा न बनने की नसीहत दी है।
गागड़ा ने सबसे पहले सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा कि बीजापुर कलेक्टर द्वारा अपने चहेते सप्लायर और ठेकेदारों को मनमाने चेक दिया जा रहा है, जबकि पहले ही चेताया गया था, कमीशन का भूत उतरा नहीं, जिसको लेकर मुख्य सचिव को अवगत कराया एवं तत्काल रोकने कहा गया है।
अपने इस पोस्ट के कुछ घंटों बाद गागड़ा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर विधायक विक्रम के साथ कलेक्टर की एक पुरानी तस्वीर को साझा करते लिखा कि राजेंद्र कटारा- कांग्रेसी कलेक्टर द्वारा विधायक के साथ हुए अपने पार्टनरशिप का पुराना हिसाब-किताब किया जा रहा है। बीजापुर जिले के अधिकारी ध्यान रखें कि फाइल तो यहीं रहनी है, इनके पार्टनरशिप का हिस्सा ना बनें। कांग्रेसी कलेक्टर के समय हुए सभी स्वीकृति और भुगतान की जांच करवाई जाएगी।
पूर्व मंत्री का सोशल प्लेटफॉर्म पर ये पोस्ट पूरे दिन बीजापुर में चर्चा का विषय रहा. चूंकि विस चुनाव से पूर्व कांग्रेस से निष्कासित युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह कलेक्टर कटारा और विधायक के बीच डीएमएफ व अन्य सरकारी मदों, निर्माण कार्यों में कमीशन खोरी का आरोप लगाते रहे हैं।
गौरतलब है कि चुनाव परिणाम घोषित होने के 24 घंटे के भीतर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा और पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्र्णेय पर कांग्रेस एजेंट के रूप में विधायक विक्रम के पक्ष में मतदान और मतगणना कराने के गंभीर आरोप लगाए थे। विशेषकर कलेक्टर राजेंद्र कटारा पर जनादेश को कुचलने का आरोप लगाया है।
गागड़ा पहले ही कड़ी चेतावनी दे चुके हैं कि बीजापुर में पिछले पांच सालों में कलेक्टर के मार्फत डीएमएफ समेत अन्य मदों में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं, सबकी जांच कराई जाएगी. जहां भी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है, जिम्मेदार अफसर-कर्मी कतई बख्शे नहीं जाएंगे।
वहीं दूसरी ओर गागड़ा का पोस्ट वायरल होने के कुछ देर बाद ही विधायक विक्रम ने फेसबुक पर जबाबी पोस्ट करते गागड़ा पर सत्तासीन होते अहंकार में अफसर कर्मियों को डराने का आरोप लगाया है। बहरहाल प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद बीजापुर विस में कलेक्टर-विधायक के संबंधों को लेकर भाजपा की तरफ से जो आरोप लगाए जा रहे हैं, राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है।
कमांडर नागेश की मौत के बाद लिया फैसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 8 दिसंबर। नक्सलियों ने मुखबिरी के शक पर दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया है। मामला 25 नवंबर का है। पश्चिम डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
नक्सलियों ने कहा है कि प्रतिक्रान्तिकारी सुरजकूण्ड योजना के अंतर्गत केन्द्र राज्य सरकारें व पुलिस वालों ने पार्टी जन आंदोलन को निर्मूलन करने के उद्देश्य से बीजापुर जिले के अंतर्गत मद्देड़ नेशनल पार्क एरिया व अन्य इलाको में कोवर्ट मुखबिर जाल का निर्माण किया गया है। इसका उद्देश्य- सीसी, एसजेडसी, डीवीसी पार्टी के कार्यकर्ता व क्रानितकारी जनता को निर्मूलन करना है।
नक्सलियों ने कहा कि मुखबिर जाल को निर्माण करने की मुख्य भूमिका बीजापुर एसपी, और बस्तर आईजी की है। कोवर्ट तथा मुखबिर के तौर बनाकर गाँव में ही गुप्त रुप में मुखबिर को रखा जा रहा है। गुजाकुन्टा गांव का निवासी कुंजाम चैनू 2009 पार्टी में भर्ती होकर 2 पीएल सदस्य के रूप में काम कर रहा था, 2018 में पीपीसी सदस्य का प्रमोशन दिया गया था। 2019 को एक महिला के साथ अनैतिक गलती करने के कारण से पार्टी से निलंबित किये थे, उसके बाद 2019 में घर गया था, कुछ दिन के बाद सन 2020 में मिलिशिया में भर्ती होकर काम करते-करते कमजोर हो कर तोयनार मद्देड़ थाना प्रभारियों एवं बीजापुर एसपी के सम्पर्क में रहकर मुखबिर जाल को मजबूत करते हुए, हमारे दस्ता का समाचार हमेशा पहुंचाता था।
इस मुखबिर जाल का खोजबीन करने के दौरान मोरमेड़ पंचायत ग्राम गुज्जाकुन्टा के कुंजाम चैनू मांझी नक्सली, अंगमपल्ली ग्राम पंचायत के गांव कोरंजेड़ एचाम राजेश पार्टी सदस्य, तमलापल्ली पंचायत ग्राम कचलाराम कारटम ऊँगा पंचायत सीएनएम कमेटी सदस्य मिच्चा नागेश, गोटाकिरण, गांव बन्देपारा मिच्चा नागा, कोवर्ट मुखबिर बनकर काम करने का साबूत मिला हैं। वे लोग विगत दो सालों से पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा कर भाग जाने की लक्ष्य में काम करता था। इनको पुलिस वालों ने लालच दिखा कर सरेण्डर चैनू के मध्यम से कोवर्ट, मुखबिर बना लिया था।
चैनू भी पहले से पुलिस वालो को गुप्त रुप में सरेण्डर होकर कोवर्ट के रूप में काम करता था। कुछ महिने पहले खुल्लासा होने का देखते हुए भाग कर पुलिस में मिला है। इनके सूचना आधार पर ही 17 अक्टूबर सुबह 6 बजे कोरंजेड़ बन्देपारा जंगल में हुए मुठभेड़ में पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी सदस्य मददेड़ एरिया प्रभारी कामरेड नागेश शहीद हुए है। इस वजह से 25 नवम्बर 2023 को जन अदालत में लगाकर एचाम राजेश, करटाम ऊँगा को मौत की सजा दिया गया और तीन लोगों को समझाकर छोड़े हैं।
राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर,7 दिसंबर। आदिवासी अधिकारी-कर्मचारियों के मनोबल तोडऩे के प्रयासों की निंदा करते हुए सर्व आदिवासी समाज ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। समाज द्वारा राज्यपाल के नाम कलेक्ट्रेट में डिप्टी कलेक्टर दिलीप उईके को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में कहा है कि सर्व आदिवासी समाज के संज्ञान में लाया गया है कि बीजापुर जैसे अतिसंवेदनशील जिले में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारियों पर अनर्गल और बेबुनियाद आरोप लगा कर भैरमगढ़ निवासी अजय सिंह जिन्हें हाल में ही चुनाव के दौरान जिलाबदर की कार्रवाई प्रशासन ने किया है के द्वारा मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। जिसकी समाज तीव्र निंदा करता है।
सर्व आदिवासी समाज ने आगे कहा कि आदतन अपराधी अजय सिंह जिला बदर होने के बाद से बीजापुर में सोशल मीडिया समूहों में आदिवासी अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार अनर्गल बातें लिख रहे हैं, जिससे अधिकारी-कर्मचारियों के मनोबल पर विपरित असर हो रहा है।
ज्ञापन में उल्लेख है कि भैरमगढ़ नगरीय क्षेत्र में आदिवासी युवतियों को घरेलू काम में रख कर उन्हें बहला-फुसला कर उनका दैहिक शोषण किया जा रहा है। उन्हें शादी का झांसा देकर रखैल बना कर उनके नाम से जमीनों की खरीदी बिक्री की जा रही है। भैरमगढ़ ग्रामीण इलाके में सामाजिक प्रतिनिधियों के घरेलू और सामाजिक कार्यक्रमों को नक्सलियों के साथ जोड़ अजय सिंह द्वारा प्रचारित कर बदनाम किया जाता है।
महामहिम राज्यपाल से अनुरोध है कि इस पर तत्काल रोक लगाई जाए अन्यथा सर्व आदिवासी समाज इन मुद्दों को लेकर सडक़ की लड़ाई लडऩे के लिए बाध्य होगा। जिसकी जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।
समाज प्रमुखों ने कहा कि अजय सिंह को प्राप्त राजनैतिक संरक्षण पर राजनीतिक दलों की स्थिति स्पष्ट करनी होगी। क्या किसी राजनैतिक दल से उन्हे आदिवासियों पर लगातार जुबानी हमले के लिए शह दिया जा रहा है।
ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष कमलेश पैंकरा, गुज्जा राम पवार, मंगल राना, जग्गूराम तेलमी, सीताराम मांझी, सीएस नेताम, बीएस भास्कर, रामलाल कर्मा, नरेश गावड़े, सुहागा तारम, दीपा खेस, इंद्रादेवी कुंजाम, टिकेश्वरी वट्टी, सतरूपा भास्कर, सुमित्रा केमरो सहित बड़ी संख्या में उसूर, भैरमगढ़, भोपालपट्टनम और बीजापुर के सामाजिक सदस्य शामिल हुए थे।
विधायक विक्रम मंडावी ने खेतों में पहुंचकर लिया जायजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 7 दिसंबर। बेमौसम बारिश ने किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया। दो दिनों से मौसम खराब होने की वजह से खेत में कटा हुआ फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया।
विधायक विक्रम शाह मंडावी ने किसानों के खेतों में पहुंचकर जायजा लिया। विधायक ने खराब फसल को देखकर अधिकारियों को फोन पर बात की और जितने भी किसानों के खेत खराब हुए हैं, उन्हें मुआवजा दिलाने की बात कही। रुक-रुककर वर्षा अब परेशानी का सबब बन रही है। वर्षा से खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है,किसान काफी परेशान हैं। मौसम की मार ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
गोल्लगुड़ा के किसान अप्पाराव लम्बाड़ी, नागुराव गुरला, अनिल कुमार आदे, सत्यम गुरला, लम्बाड़ी राजीराव, लम्बाड़ी शंकर, अम्बाला बतकाय्या, सुशील गुरला, लम्बाड़ी आजाद, गुरला शंकर, गौतुल शंकर, आदे शंकर, दिनेश सोनला, ललिता गुरला, बापूराव सोनला, लाबाड़ी शंकर व आदि किसानों के कई एकड़ धान का बड़ा नुकसान हुआ है।
किसानों ने कहा है कि पहले बेमौसमी वर्षा और अब अधिक वर्षा की मार झेलनी पड़ रही है। अधिक बारिश से पूरा धान की फसल खराब हो चुका है जिससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
विधायक विक्रम शाह मंडावी ने किसानों की समस्या सुनकर तत्काल एसडीएम से बात की, उनके मुआवजे को लेकर गंभीरता दिखाई। विधायक ने प्रशासन से किसानों की धान मंडी में खरीदने को कहा गया है।
ठंडी हवाएं चलने से मौसम हुआ सर्द
ठंडी हवाएं चलने से मौसम सर्द हो गया है। अब लोग गर्म कपड़े पहनना पड़ रहा हैं। इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान है। मौसम ने किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है इनके साथ ही लोगों की तबीयत पर भी असर पड़ रहा है।
मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 7 दिसंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। राज्य में सरकार बदलते ही पिछली सरकार में छोटे से बड़े पदों पर बैठे कर्मचारियों और अधिकारियों की टेंशन बढ़ा दी है। चर्चा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बैठते ही कांग्रेस सरकार में पांच साल जमे रहे उन अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। इस बात को लेकर कई कर्मचारी-अधिकारियों की नींद उड़ा दी है।
विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रत्याशी महेश गागड़ा लगातार कलेक्टर और एसपी को हटाने निर्वाचन आयोग से गुहार लगाते रहे हैं। उन्होंने मतगणना के बाद भी कलेक्टर-एसपी पर कई तरह के आरोप लगाए हंै।सरकार बदलते ही अधीक्षक से लेकर कई अधिकारी तक की कुर्सी खिसकने का डर बना हुआ है। लोगों में ऐसी चर्चाएं हो रही है कि कुछ अधिकारियों के पद बदले जा सकते हंै।
फिलहाल छत्तीसगढ़ के लिए सीएम का चेहरा अभी साफ नहीं हुआ है, इसको लेकर केंद्र की पार्टी मंथन कर रही है। सीएम को लेकर रोज नए चेहरे की बात राज्य से लेकर अंतिम छोर पर चर्चा है। देखा जाता है कि सरकारें बदलने के बाद विभिन्न विभागों के अधिकारी भी बदले जाते हैं। इसके खौफ खाए कई अधिकारियों को चिंता सताने लगी है कि कभी भी उनकी कुर्सी खिसक सकती है।
पिछली दफा सरकार बदलने के बाद नई सरकार में अधीक्षक, बीआरसी, बीईओ, सीईओ, एबीईओ, मंडल संयोजक सहित विभिन्न पद बदले जा चुके हंै। सरकारी दफ्तरों में अपनी चले, इस कारण से अपने चहेतों को पदों में बैठते देखा गया है, जो उनकी सरकार की सुने। अभी से ही तमाम छोटे-बड़े मलाई वाले पदों पर बैठने कैंडिडेटों की जुगाड़ लगाने की खबर है।
पटनम की लीड ने कांग्रेस की बचाई साख
जिले के चारों ब्लॉकों में भोपालपटनम ब्लॉक के अधिकतम मतदान केंद्रों में कांग्रेस के पक्ष में वोट पड़े हैं, इन्हीं वोटों से कांग्रेस के प्रत्याशी को लीड मिली है। हालांकि भाजपा के महेश गागड़ा को भी कुछ बूथों में अच्छे वोट मिले हैं, लेकिन विक्रम मंडावी ने पूरे ब्लॉक में अधिक वोट प्राप्त किए हैं। पटनम ने जिले की कांग्रेस पार्टी की साख बचा ली है।
पिछली दफा से
कम मिले वोट
विधायक विक्रम मंडावी को पिछली दफा से कम वोट मिले हैं। 2018 की विधानसभा चुनाव में 22 हजार की लीड मिली थी, इस बार 3046 की लीड मिली है। पांच साल की सरकार रहने के बाद भी वोट का प्रतिशत कम हुआ है। सरकार ने किसानों व आम नागरिकों की तरफ ज्यादा ध्यान दिया है, इसके बाद भी कम वोट मिले हैं। कांग्रेस की सरकार में ग्रामीण अंचलों में कर्ज माफी, देवगुड़ी, बतकम्मा शेड जैसे अहम ग्रामीणों रिझाने वाली बातों को लेकर जनता के बीच गए हैं, लेकिन आम लोगों को इस बात का कोई असर नहीं पड़ा।
मुफ्त की रेवड़ी नहीं अपने हक पर लगी मुहर
कई लोगों का मानना था कि मुफ्त में सरकार सब देगी तो लोग आदी हो जाएंगे। लोगों ने मुफ्त की रेवड़ी छोडक़र अपने हक का वोट दिया और सरकार बनाई है। लोगों को मुफ्त में दिया पसंद नहीं आया। कांग्रेस सरकार के पास सबसे बड़ी घोषणा कर्जमाफी रही, लोगों ने इसे ठुकराते हुए वोट डाला है। पिछली बार आजमाया हुआ पैतरा काम नहीं आया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 7 दिसंबर। बीजापुर विधानसभा सीट पर जीत हासिल करने के बाद प्रथम आगमन पर विक्रम शाह मंडावी का जोरदार स्वागत किया गया।
बुधवार शाम विधायक का काफिला भोपालपटनम ब्लॉक में आगमन हुआ। मद्देड़ में फूल मालाओं के साथ स्वागत किया गया। दिन ढलने के बाद विधायक का काफिला भोपालपटनम तरफ आया। फारेस्ट नाके के पास कार्यकर्ताओं का जमावड़ा रहा, वहीं से विक्रम शाह मंडावी का आतिशबाजी के साथ जोरदार स्वागत किया गया।
नगर भ्रमण व आभार प्रकट करते विधायक सभी के द्वार पर गए व धन्यवाद दिया विधयाक के आगमन पर नगर में जोरदार पटाखे फूटे, लगातार नगर में आतिशबाजी की आवाज लगातार गूंजती रही। रैली में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
इस स्वागत की कड़ी में पार्टी के जिला अध्यक्ष लालू राठौर, जिला पंचायत सदस्य शंकर कुडियाम, कामेश्वर राव गौतम, नगर पंचायत के पार्षद, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के सभी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि भोपालपटनम ब्लॉक से कांग्रेस को लीड मिली थी, यहां के अधिकतम बूथों में अच्छे मत पड़े थे। यहां की जनता ने दुबारा उन्हें विधायक बनाया है। पूरे जिले में अबसे अधिक मतदान यहीं हुआ है और सबसे ज्यादा कांग्रेस के पक्ष में वोट मिले हंै।
गागड़ा की चेतावनी कोई भी अफसर बैक डेट पर चेक न काटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 4 दिसंबर। चुनाव परिणाम घोषित होने के 24 घंटे के भीतर पूर्व मंत्री व बीजापुर विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी रहे महेश गागड़ा ने बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा और पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्र्णेय पर कांग्रेस एजेंट के रूप में विधायक विक्रम के पक्ष में मतदान और मतगणना कराने के गंभीर आरोप लगाए हैं। विशेषकर कलेक्टर राजेंद्र कटारा पर जनादेश को कुचलने का आरोप उन्होंने लगाया है।
सोमवार को यहां भाजपा दफ्तर में पत्रवार्ता लेकर महेश गागड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कलेक्टर कटारा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की गरिमा को तार-तार करने का काम किया है। उन्हें चुनाव लडऩे में दिलचस्पी है तो नि:संकोच यहां बस जाए और चुनाव लड़े, तब जनता बताएगी।
गागड़ा ने कहा कि आचार संहिता प्रभावशील होने से पहले से ही भाजपा कलेक्टर-एसपी के कृत्यों के मद्देनजर इन्हें चुनाव से पृथक रखने लगातार निर्वाचन आयोग से शिकायत कर रही थी।
कलेक्टर के विरूद्ध भाजपा के पास ढेरों सबूत हैं, जिसमें पंचायत सचिव से लेकर अधीक्षकों की बैठक लेकर उन पर कांग्रेस के पक्ष में काम करने का दबाव डाल रहे थे। भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक अफसर से उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं थी। अधीनस्थ अफसर-कर्मियों पर न सिर्फ दबाव डाला गया था, बल्कि विधायक निवास से तैयार सूची के आधार पर पीठासीन अफसरों को बदलने में कलेक्टर पीछे नहीं थे, इतना ही नहीं बीजापुर पुलिस अधीक्षक के ईशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं को सुरक्षा का हवाला देते उनका भयादोहन का प्रयास भी किया गया। गागड़ा ने कहा कि चूंकि सत्ता में अब भाजपा है, इसलिए वे सीबीआई जांच की मांग भी करेंगे।
कड़ी चेतावनी देते महेश ने कहा कि बीजापुर में पिछले पांच सालों में कलेक्टर के मार्फत डीएमएफ समेत अन्य मदों में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं, सबकी जांच कराई जाएगी। जहां भी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है, जिम्मेदार अफसर-कर्मी कतई बख्शे नहीं जाएंगे। भ्रष्टाचार कर जिले से बाहर जो भी कॉटेज-रिर्सोट बने हैं, जांच की आंच वहां तक भी पहुंचेगी।
गागड़ा ने दो टूक कहा कि जिन्होंने कांटा बोया है,उनके हिस्से कांटे ही आएंगे। गागड़ा ने प्रशासन को यह चेतावनी भी दी कि बैक डेट से कोई चेक न कटे और न ही किसी तरह की राशि का आहरण हो।
मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा
आदिवासी मुख्यमंत्री के सवाल पर गागड़ा ने कहा कि भाजपा सभी जाति-समाज का सम्मान करती है, लिहाजा जनमानस की भावनाओं का सम्मान करते केंद्र की तरफ से उपयुक्त निर्णय लिया जाएगा।
नक्सली नेता ने प्रेसनोट किया जारी
बीजापुर, 2 दिसंबर। पिछले 11 महीनों में 54 नक्सलियों की मौत हुई है। नक्सलियों के पीएलजीए सप्ताह को लेकर नक्सली नेता समता ने प्रेस नोट जारी किया।
आज 2 दिसंबर से 8 दिसम्बर तक नक्सली पीएलजीए की 23वीं वर्षगांठ मनाएंगे। पिछले 11 महीनों में केंद्रीय कमेटी पोलित ब्यूरो मेम्बर कटकम सुदर्शन समेत 54 नक्सलियों की मुठभेड़, बीमारी व अन्य कारणों से मौत हो चुकी है। मारे गए नक्सलियों में 17 महिला नक्सली शामिल हैं।
माओवादियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के प्रवक्ता समता ने प्रेस नोट जारी कर 11 महीनों में मारे गए नक्सलियों की जानकारी दी है। सबसे ज्यादा दंडकारण्य में 26, बिहार झारखंड में 9, तेलंगाना में 6, एमएमसी जोन में 4 ओडिशा में 5 नक्सलियों की मौत हुई है।
नक्सली नेता ने कहा-2023 के टीसीओसी के दौरान उनके संगठन ने बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। इधर नक्सलियों के पीएलजीए वर्षगांठ को लेकर पुलिस ने सभी थाना कैम्पों को अलर्ट जारी कर दिया है।
बस्तर फाइटर व छसबल की संयुक्त कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 दिसंबर। आज दोपहर बड़े तुंगाली के जंगलों में पुलिस की संयुक्त टीम के साथ नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। कुछ देर बाद नक्सली भाग गए। जवानों ने जंगल में नक्सल कैम्प को ध्वस्त कर दिया, साथ ही नक्सलियों के कई सामान भी बरामद किए।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जांगला थाना क्षेत्र के बड़ेतुंगाली के जंगलों में भैरमगढ़ एरिया कमेटी का एसीएम शंकर, एसीएम राजेश व अन्य 20 से 25 सशस्त्र नक्सलियों की सूचना पर डीआरजी, बस्तर फाइटर व छसबल चौथी वाहिनी दरभा कैम्प की संयुक्त पार्टी शुक्रवार की दोपहर 1 बजे के दरमियान बड़े तुंगाली की ओर निकली हुई थी। इसी बीच बड़े तुंगाली के जंगलों में पुलिस की संयुक्त टीम के साथ नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई।
मुठभेड़ में जवानों के बढ़ते दबाव से नक्सली कैम्प छोडक़र भाग निकले। मुठभेड़ के बाद बड़े तुंगाली में नक्सलियों के कैम्प को जवानों ने ध्वस्त कर दिया।
कैम्प से जवानों ने तीर-धनुष, टेंट के लिए पॉलीथिन, दवाइयां, नक्सली वर्दी, पोच, पटाखे व अन्य रोजमर्रा के सामान बरामद किए।
स्कूलों का किया निरीक्षण, सुधार होगी शिक्षा व्यवस्था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 दिसंबर। जिले में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने और दूरस्थ इलाके में बच्चों को शिक्षा से जोडऩे के कवायद के बीच जिला शिक्षा अधिकारी के साथ शिक्षा विभाग की टीम माड़ इलाके में पहुंची। यहां सतवा ग्राम पंचायत के एहकेली और पल्लेवाया स्कूल का निरीक्षण कर व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। दोनों जगहों पर स्कूल भवनविहिन है। यहां नदी का पानी कम होने के बाद भवन निर्माण का निर्णय लिया गया।
बीते दिनों जिला शिक्षा अधिकारी बी आर बघेल, एपीसी जाकिर खान, एम वी राव ,बीआरसी विजय ओयम ने जिले के अंतिम छोर नारायणपुर जिले के सरहद में बसे पल्लेवाया का दौरा किया। यह इलाका बीजापुर जिला मुख्यालय से दंतेवाड़ा जिले के तुमनार से होते हुए नारायणपुर जिला के सरहद में बसा हुआ है। जिसकी दूरी करीब 100 किलोमीटर है।
बीजापुर तुमनार तक चारपहिया वाहन से 2 घंटे के यात्रा के बाद गुणनेमार्ग से इंद्रावती नदी की बाधा को लकड़ी के नाव के सहारे पार कर पैदल करकावाड़ा एहकेली पहुंचने में 4 घंटे लग गए, तब जाकर माड़ इलाके की शिक्षा से विभाग की टीम रूबरू हो पाई।
सलवा जुडूम के बाद यह इलाका वीरान और विस्थापित हो चुका था, जो अब सरकार के संवेदनशील प्रयासों से फिर बसने लगा है। 2005 में स्कूल बंद होने के बाद बीते साल यहां स्कूल फिर से शुरू किया गया और स्थानीय नौजवानों के जरिए तालीम के रास्ते फिर से खोले गए। विपरीत हालतों और सुविधाओं के अभाव में इन खोले गए स्कूलों की जमीनी हकीकत देखना शिक्षा विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
बीहड़ दुर्गम और अतिसंवेदनशील इलाके के रूप में पहचान बना चुका माड़ एरिया आज भी सामान्य रूप से आवाजाही के लिए सुगम और सुरक्षित नहीं है। इन हालातों में इस चुनौती को पार कर शिक्षा विभाग की टीम 25 किलोमीटर पैदल चलकर करकावाड़ा, एहकेली , पल्लेवाया पहुंची और स्कूलों का निरीक्षण किया। भवन और शुद्ध पानी की आवश्यकता, मिड डे मील का समुचित प्रबंधन, बच्चों की नियमित और शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ न्यूनतम अधिगम दक्षाताओं को विकसित करने के कार्य योजना को मूर्त रूप देने रणनीति बनाई गई । शिक्षा दूत, ग्रामीणों से मिलकर चुनौतीयों की पहचान कर उसे दूर करने आपसी सामंजस्य से कार्य करने पर बल दिया गया।
पल्लेवाया से नारायणपुर जिला का पीडियाकोट महज 2 किलो मीटर दूर है, जहां 50 सीटर बालक आश्रम संचालित है, वहां पहुंचकर अधीक्षक से मुलाकात कर शाला संचालन की स्थिति का जायजा लिया गया । यहां से शाम को रवानगी के बाद टीम 7 बजे रात में इंद्रावती नदी के मुहाने पर पहुंच पाई और अंधियारे में फिर लकड़ी के नाव के सहारे नदी पार कर तुमनार पहुंचने के बाद चौपहिया वाहन से जिला मुख्यालय पहुंच कर अपने अभियान को पूरा किया।
भवन निर्माण बड़ी चुनौती
माड़ इलाका संवेदनशील और दुर्गम होने से निर्माण कार्य एक बड़ी चुनौती है। इंद्रावती नदी में पुल नहीं होना किसी भी निर्माण के लिए बड़ी बाधा है। इलाके में स्कूल झोपड़ी और अस्थाई शेड में चल रहे हैं। जिला प्रशासन की प्राथमिकता यहां भवन निर्माण कर बेहतर शिक्षा व्यवस्था देने की है, जिसके बाद इस इलाके में शिक्षा व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद है।
शिक्षा में सुधार हेतु मॉनिटरिंग आवश्यक - बघेल
अतिसंवेदनशील माड़ इलाके में दौरे को लेकर डीईओ बी आर बघेल ने बताया कि भैरमगढ़ का माड़ इलाका अत्यंत दुर्गम और अतिसंवेदनशील इलाका है। यहां मॉनिटरिंग करना और व्यवस्था बनाए रखना चुनौती है। कलेक्टर की मंशा अनुरूप शिक्षा विभाग की टीम ने एहकेली पल्लेवाया का दौरा किया और शिक्षा व्यवस्था का आकलन कर आगामी दिनों में सुधार की रणनीति बनाई गई है ।