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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 1 अप्रैल। पतंजलि योग समिति मनेंद्रगढ़ के तहसील प्रभारी सतीश उपाध्याय ने योग को स्थापित करने तथा योग एवं प्राणायाम के द्वारा अपने असाध्य रोगों से मुक्ति पाने वाले योग साधकों को प्रतिवर्ष सम्मानित करने की घोषणा की है। इस सत्र का पहला सम्मान पतंजलि योग समिति मनेंद्रगढ़ की योग साधिका रोशन जहां को दिया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ योग स्पोर्ट्स फेडरेशन के सचिव संजय अग्रवाल उपस्थित थे। उन्होंने पतंजलि योग समिति के कार्यों की प्रशंसा करते हुए रोशन जहां को शाल, श्रीफल देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में योग प्रशिक्षका बलवीर कौर के अतिरिक्त पतंजलि योग समिति के नियमित योग साधक व साधिकाएं उपस्थित हुए। रोशन जहां ने सांप्रदायिक सद्भाव का वातावरण बनाते हुए ऐसे विषम परिस्थिति में योग एवं प्राणायाम को आत्मसात किया था जब वे गंभीर स्थिति में थीं एवं चलने फिरने में असमर्थ थीं तब योग प्रशिक्षिका हर्षलता खियानी के मार्गदर्शन में रोशन जहां ने 6 महीने में अपनी गंभीर बीमारियों को दूर कर लिया वहीं योग कक्षा में आने वाली सर्वश्रेष्ठ योगसाधिका का सम्मान भी अर्जित किया। मनेंद्रगढ़ की माटी से जुड़े एवं योग गुरु स्वामी रामदेव के शिष्य संजय अग्रवाल ने योग समिति के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मंत्रालय द्वारा योग को खेल का दर्जा देकर वैश्विक स्तर पर योग को प्रतिस्थापित किया जा रहा है। आने वाले समय में मनेंद्रगढ़ में छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख योग प्रशिक्षकों का सम्मेलन एवं फेडरेशन के द्वारा विविध कार्यक्रम संपादित किए जाएंगे। अपनी विशिष्ट उपस्थिति के लिए तहसील स्तर पर सम्मानित रोशन जहां को पतंजलि योग समिति के आरडी दीवान, धर्मराज वर्मा, रामसेवक विश्वकर्मा, कैलाश दुबे, ठाकुर प्रसाद केसरी, सुभाष अग्रवाल, विश्वनाथ गुप्ता, शशि कला मिश्रा, अनीता अग्रवाल, परमानंद, शमा परवीन, अनीता फरमानिया, राकेश अग्रवाल, निर्भय शंकर गुप्ता, विवेक कुमार तिवारी, प्रतिभा सोलोमन, अनिता दास आदि ने रोशन जहां को इस सम्मान के लिए बधाई दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 1 अप्रैल। धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने की नीयत से देवी माँ की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के 7 माह पुराने एक मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जनकपुर की अदालत ने आरोपी को 10 हजार रूपए जुर्माने की सजा सुनाई है।
उल्लेखनीय है कि जनकपुर थानांतर्गत ज्वारी टोला निवासी आरोपी 44 वर्षीय जय सिंह गोंड़ के द्वारा घटना दिवस 20 अगस्त 2020 को दिन के करीब 11 बजे ग्राम चिड़ौला स्थित देवी माँ की प्रतिमा को लोहे के घन से तोडक़र क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। ग्राम चिड़ौला निवासी विजय बहादुर सिंह के द्वारा घटना की रिपोर्ट जनकपुर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस द्वारा विवेचना उपरांत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की नीयत से देवी माँ की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किए जाने के जुर्म में आईपीसी की धारा 295 के तहत् केस दर्ज कर आरोपी को रिमांड में जेल भेजा गया एवं अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया। अपराध की गंभीरता को दृष्टिगत् रखते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जनकपुर ने आरोपी को 10 हजार रूपए अर्थदंड की सजा सुनाई।
मनेन्द्रगढ़, 31 मार्च। दूरस्थ वनांचल पहुँचविहीन ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लगातार बहुप्रतीक्षित विकास कार्यों की सौगात के साथ होली के पावन पर्व पर सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने होली के रंगों की बौछार के साथ धर्मिक स्थलों में विकास कार्यों की बौछार की है। विधायक कमरो की अनुशंसा पर अनुसूचित जनजातियों के श्रद्धा/पूजा स्थलों के (देवगुड़ी) में निर्माण हेतु 14 ग्राम पंचायतों के लिए 14 लाख राशि की स्वीकृति मिली है। ग्राम पंचायत ताराबहरा, पसौरी, साल्ही, भल्लौर, डंगौरा, बुलाकीटोला, पेंड्री, कठौतिया, सरभोका, रामगढ़, केशगवां, भगवानपुर, खमरौध व ग्राम पंचायत भरतपुर में क्रमश: 1-1 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर प्रदान की गई है। उल्लेखनीय है कि विधायक कमरो लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र के संपूर्ण विकास में जुटे हुए हैं। चाहे वह विकास कार्यों की बात हो या फिर धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण की या फिर स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र की बात हो सभी ओर चौतरफा विकास कार्य विधायक के अथक प्रयास से कराए जा रहे हैं।
बैकुंठपुर, 31 मार्च। मार्च के अंतिम दिनों से तापमान में वृद्धि होना शुरू हो गया है। गत 30 मार्च को मार्च का सबसे गर्म दिन रहा। इस दिन गर्म हवाएं भी दोपहर में चल रही थी। इसके दूसरे दिन 31 मार्च को भी तापमान में बढ़ोतरी के कारण दोपहर के समय लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ा। इस तरह अब लगातार दिन का तापमान बढ़ता जाएगा। वहीं दोपहर के समय गर्म हवाएं भी चलना शुरू हो गयी है। मार्च में अधिक गर्मी का अनुभव नहीं हुआ, लेकिन मार्च के अंतिम दिनों से दिनों दिन अब गर्मी तेज होना शुरू हो गया है और दोपहर में गर्म हवाओं के झोंके भी चलना शुरू हो गयी है। अब बिना कुलर पंखा के राहत नहीं मिलने वाली है। इस दौरान यदि थोड़ी देर के लिए भी बिजली चली जाती है तो लोगों को पसीने से तरबतर होना पड़ रहा है। गर्मी के दिनों में विभिन्न कारणों से लाईट गुल होने की समस्या भी बढ़ जाती है।
गर्मी बढऩे के साथ ही ठण्डे पेय पदार्थों की मांग भी बढऩे लगी है। कई दुकानों में शीतल पेय पदार्थ बिकने शुरू हो गये हैं। इसके अलावा आईसक्रीम-कुल्फी आदि की बिक्री में भी तेजी होने लगी है। इसके अलावा शहर के कई स्थानों पर गन्ना रस की दुकानें भी खुल गयी है।
जहां दिन भर के अलावा शाम के समय लोगों की भीड़ जुटी रहती है। यही हाल विभिन्न तरह के शीतल पेय पदार्थों के सेवन करने के लिए भी लोग दुकानों में खरीदी ज्यादा करने लगे हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर, 31 मार्च। कोरिया जिले में प्रोटोकॉल उल्लंघन का मामला प्रकाश में आया है। दरअसल सरकारी कार्यक्रमों में इन दिनों लगातार कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महन्त का नाम शामिल नहीं किए जाने पर अपनी गंभीर आपत्ति दर्ज करते हुए चिरमिरी के पूर्व महापौर के. डोमरु रेड्डी ने कलेक्टर कोरिया को पत्र लिखकर कोरिया जिले के शासकीय कार्यक्रमों में सांसद का नाम शामिल न कर, लगातार प्रोटोकॉल उल्लंघन करने वाले दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की है। जिसकी जानकारी उन्होंने लोकसभा प्रशासन के सचिव एवं छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव को भी देते हुए, उचित कार्यवाही की मांग की है।
अपने पत्र में पूर्व महापौर एवं जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री रेड्डी ने कहा है कि कोरिया जिले के शासकीय कार्यक्रमों में सांसद ज्योसना चरणदास महंत का नाम शामिल करने में लगातार लापरवाहीपूर्वक प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया जा रहा है। जो कि अत्यंत ही खेद एवं हम पार्टीजनों के लिए क्षोभ का विषय है। उन्होंने प्रशासन से सवाल किया है कि आखिर सांसद के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है? क्या यह लोकतंत्र के त्रिस्तरीय शासन व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह नही है? यह हम सबके लिए, बेहद दु:ख एवं असहनीय पीड़ा का विषय है।
श्री रेड्डी ने पत्र में आगे कहा है कि सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि आप जैसे एक संवेदनशील जिलाधिकारी के रहते ऐसा चूक लगातार क्यों हो रहा है? क्या कलेक्टर कार्यालय में बैठा कोई अधिकारी जानबूझकर, किसी षडय़ंत्रपूर्वक ऐसा भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है जिससे कि हमारे नेताओं का आपस में टकराहट हो जाए? इस बात की जाँच कर यह सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है कि दोषी अधिकारी निश्चित ही दण्डित हो तथा बार-बार हो रहे इस तरह के छलपूर्ण कार्यप्रणाली की निष्पक्ष जॉच कराई जानी चाहिए कि आखिरकार ये सब किसके इशारे पर हो रहा है?
श्री रेड्डी ने पत्र में बताया है कि पहले अमृतधारा महोत्सव आयोजन के आमंत्रण कार्ड में और अब चिरमिरी नगर पालिक निगम में निदान 1100 के प्रचार - प्रसार के लिए जगह - जगह लगाये गए फैक्स में सांसद का नाम/फोटो छोड़ दिया गया है।
इसके अलावा और भी कई ऐसे उदाहरण होगे, जिनकी जानकारी हमें नहीं है। यह न केवल प्रोटोकॉल उल्लंघन का विषय है बल्कि यह एक सांसद के विशेषाधिकार के हनन का भी मामला है। इसलिए अब भविष्य में कोरबा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत की गरिमा का पूरा ध्यान रखा जाए क्योकि श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत हमारे सांसद के साथ-साथ हम सबकी अभिभावक भी है।
श्री रेड्डी ने पत्र में कोरिया कलेक्टर एस. एन. राठौर को संबोधित करते हुए कहा है कि अविलम्ब इस संवेदनशील मामले में सुसंगत विधिसम्मत त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करे अन्यथा हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 31 मार्च। कोरिया जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाए गए हंै इसके बावजूद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। मार्च के दूसरे सप्ताह से जिले में कोरोना मरीजों की संख्या दो अंक में मिलने शुरू हो गए थे जबकि पहले सप्ताह में सिर्फ एक अंकों में ही कोरोना पॉजिटिव मिल रहे थे। 30 मार्च को कोरिया जिले में 34 की संख्या में पॉजिटीव मिले जिनमें शहरी क्षेत्र में 24 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 10 की संख्या में पॉजिटीव मिले। यह आंकड़ा कुल 733 सैंपलों की जांच के बाद सामने आए।
जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार गत 30 मार्च को कोरिया जिले के शहरी क्षेत्र चिरमिरी में 15, मनेंद्रगढ में 3 लेदरी में 2, शिवपुर चरचा में 3 तथा बैकुंठपुर में 1 पॉजिटिव पाया गया इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र बैकुंठपुर में 5, खडग़वां में 2, मनेंद्रगढ़ में 3 पॉजिटिव मिले। इस तरह इस दिन तक जिले में अब तक कुल पॉजिटिव की संख्या 6034 हो गई तथा एक्टिव मरीजों की संख्या 278 पहुंच गई। जबकि इसके एक दिन पूर्व 29 मार्च को जिले में मात्र 11 पॉजिटिव पाए गए थे। यह आंकड़ा 193 सैंपलों के जांच के बाद आया था। गत 30 मार्च तक की स्थिति में 34 संक्रमित कोविड अस्पताल कंचनपुर में भर्ती किए गए थे वही 244 होम आईसोलेशन में रखे गए थे। वहीं एक सप्ताह के भीतर जिले में कोविड से 2 लोगों की मौत गई। इसके साथ ही अब तक जिले में कुल कोविड मौतो की संख्या 44 हो गई।
रात 8 बजे तक दुकाने बंद लगा नाईट कफ्र्यू
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कोरिया ने कोरिया जिले में बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए नया आदेश जारी किया जिसके तहत अब जिले भर में सभी दुकाने रात्रि 8 बजे तक ही खुलेंगी खाने का होटल, टिफिन सेवा रात्रि 9 बजे तक खुले रहेंगे। इसके पश्चात खुले रहने वाले दुकानों पर नियमानुुसार कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही जिले में रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाईट कफ्र्यू लगा दिया गया है जिसका उल्लंघन करने पर कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान अत्यावश्यक कार्य से ही बाहर निकलने की छूट रहेगी। अनावश्यक घूमने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
जारी आदेश में यह भी उल्लेख किया है कि होम आईसोलेशन का कठोरता से पालन कराया जाए जो भी व्यक्ति होम आईसोलेशन में है और उनके द्वारा नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो उसे होम आइसोलेशन से हटाकर जिला चिकित्सालय के कोविड केयर में भर्ती करा दिया जायेगा। इसके अलावा मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। बिना मास्क पहने घूमते पाए जाने पर अब 500 रूपये अर्थदंड लगाया जायेगा।
अन्य राज्यों से आने वालों को थोड़ी राहत
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कोरिया ने अपने पूर्व जारी आदेश में संशोधन करते हुए अन्य राज्यों से किसी भी माध्यम से आने वालों को पहले जहॉ सात दिवस तक होम क्वारंटाईन में रहने का था जिसमें संशोधन करते हुए गत दिवस नया आदेश जारी किया जिसके तहत अब अन्य राज्यों से किसी भी माध्यम से आने वाले लोगों को अब नये आदेश के तहत यदि किसी प्रयोजन से 72 घंटे के लिए कोरिया जिले में अन्य राज्यों से आते है तो सात दिवस क्वारंटाईन की बाध्यता नहीं होगी किन्तु अनावश्यक भ्रमण मिलना जुलना प्रतिबंधित होगा।
अर्थात अन्य राज्यों आने वालों को केवल 72 घंटे की ही छूट रहेगी इसके बाद उन्हे प्रशासन को सूचना देकर सात दिनों का होम क्वारंटाईन रहना अनिवार्य होगा तथा कोविड जांच कराने के बाद रिपोर्ट आने तक होम क्वारंटाईन के नियमों का पालन करना होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 31 मार्च। होली के दिन सांप काटने से एक आरटीआई कार्यकर्ता की मौत हो गई।
मनेंद्रगढ़ नपा क्षेत्रांतर्गत वार्ड क्र. 11 झिरिया मोहल्ला निवासी आरटीआई कार्यकर्ता 45 वर्षीय वीरेंद्र सोनी 29 मार्च को होली खेलने ग्राम बरकेला गए हुए थे, जहां सांप ने उनके हाथ में डस लिया। उन्हें शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ लाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वीरेंद्र सोनी अपने पीछे बुजुर्ग माँ, एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 28 मार्च। अखिल भारतीय हिंदी महासभा नई दिल्ली के द्वारा छत्तीसगढ़ प्रांत में 5 साहित्यिक मंत्रियों की नियुक्ति की गई है, जिसमें कोरिया जिले से वरिष्ठ साहित्यकार एवं पर्यावरणविद सतीश उपाध्याय को सम्मिलित किया गया है।
अखिल भारतीय हिंदी महासभा के प्रदेश संयोजक नर्मदा प्रसाद मिश्र नरम ने छत्तीसगढ़ प्रांत के लिए 5 चर्चित साहित्यकारों को हिंदी के समर्थन, विस्तारण एवं विकास हेतु नियुक्त कर उत्तरदायित्व सौंपा है। हिंदी साहित्य में गहरी रूचि रखने वाले सतीश उपाध्याय को सरगुजा संभाग का प्रांतीय मंत्री का दायित्व दिया गया है ।
इसके अतिरिक्त अमित रजक राष्ट्रीय संगठन महामंत्री अखिल भारतीय हिंदी महासभा नई दिल्ली, डीके सिंह क्षेत्रीय महामंत्री महाकौशल मध्य भारत एवं छत्तीसगढ़ के द्वारा सतीश उपाध्याय का चयन किया गया है।
संगठन में दुर्ग संभाग से डॉ. पीसी लाल यादव, रायपुर संभाग से सुखनवर हुसैन, बस्तर संभाग से डॉ. अंजुम रहमान एवं बिलासपुर संभाग से प्रोफेसर कमल यशवंत सिन्हा की नियुक्ति की गई है। यह सभी साहित्यकार अखिल भारतीय हिंदू महासभा से जुडक़र संगठन संगठनात्मक कार्य संपादित करेंगे। ज्ञातव्य है कि उपाध्याय देश के प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में पिछले 2 दशकों से अधिक समय से लेखन कार्य कर रहे हैं तथा हिंदी साहित्य के संवर्धन हेतु विभिन्न पुरस्कारों एवं सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं। उपाध्याय की नियुक्ति से कोरिया के साहित्यकारों में उल्लास देखा जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 28 मार्च। रंगों का पर्व होली आज उत्साह के साथ पूरे जिले में मनाया जायेगा लेकिन इस बार कोरेाना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का भी ख्याल रखना होगा। इस बार सार्वजनिक रूप से होली मिलन समारोह आयोजित करने की इजाजत नहीं है। धारा 144 लागू किया गया है ऐसे में पांच लोग से ज्यादा एक साथ एकत्र नहीं हो सकते। होली के पूर्व शहर के बाजार में रंगों का बाजार सज गया है लेकिन इस बार प्रतिबंधों के चलते तथा कोरोना संक्रमण के कारण होली को लेकर उत्साह नहीं है। यही कारण है कि रंगों के बाजार में भी खरीदी के लिए लोगों की ज्यादा भीड़ नहीं जुट रही है।
शनिवार के दिन शहर के रंगों के बाजार में गिनती के लोग ही सामान खरीदी करते नजर आए। रविवार अवकाश के दिन शहर में साप्ताहिक बाजार रहता है। इस दिन शहर में अंचल के लोग बाजार करने पहुंचते हैं। इस दिन पूर्वान्ह तक रंगों के बाजार में ज्यादा भीड़ नहीं देखी गई। इस तरह कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण इस बार होली का पर्व फीका ही रहने की संभावना है। जिस तरह से रंगों के बाजार में खरीदी की गति धीमी रही उससे तो यही लगता है कि इस बार होली में ज्यादा रौनक नही रहेगा।
बहरहाल होली का पर्व 29 मार्च को जिले के हर क्षेत्र में उल्लास के साथ मनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि होली पर्व के अवसर पर शहरों में काफी उल्लास देखा जाता है। पुरूषों के साथ महिलाओं की टोली भी दोपहर में होली के रंग में एक-दूसरे को रंगने के लिए चलती है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी होली उत्साह के साथ मनाया जाता है। जिले के तीन गांवों में तो समय से पूर्व ही होली का पर्व उल्लास के साथ मनाया जा चुका है।
जगह-जगह होलिका दहन
रंगों का पर्व होली के एक दिन पूर्व 28 मार्च को जगह-जगह होलिका दहन किया गया। शहर के ही कई स्थानों पर कई दिनों पूर्व से होलिका बनाया गया था। इसे बनाने में सबसे ज्यादा रूचि बच्चे लेते हंै जिनके द्वारा कई दिन पूर्व से झाडिय़ों को काटकर एकत्र किया जाता रहा तथा लकडिय़ां जुटाने का काम चलता रहा। गत 28 मार्च को शुभ मुहूर्त में विधि-विधान के साथ होलिका का पूजन कर जलाया गया। इस दौरान लोग परिक्रमा कर अपने दु:खों व परेशानियों को दूर करने की मन्नत भी मांगी गई।
उल्लेखनीय है कि इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए होलिका दहन में पांच लोगों के ही शामिल होने की अनुमति प्रशासन द्वारा दी गई थी। शहर के अलावा गांवों में भी उल्लास के साथ होलिका दहन किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 28 मार्च। कोरेाना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बीच ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा पाम संडे यानी खजूर रविवार का पर्व ज्यादातर लोग अपने घरों पर ही मनाया गया। वही कुछ लोग गिरजाघरों में जुटकर भी पर्व मनाया गया, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते गिरजाघरों में पहले जैसा रौनक दिखाई नही दी। जबकि खजूर पर्व ईसाई समुदाय के प्रमुख पर्व में से एक है जिसे प्रतिवर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है इस अवसर पर गिरजाघरों में अच्छी खासी भीड़ भी जुटती थी लेकिन इस बार कोरोना के चलते गिरजाघरों में विरानी छाई रही। वहीं इस अवसर पर खजूर रैली भी नहीं निकाली गई।
जानकारी के अनुसार पाम संडे यानी खजूर पर्व के दिन आज से लगभग दो हजार वर्ष पूर्व उस दिन की याद में खजूर पर्व मनाया जाता है जब प्रभु यीशु यरूशलेम में प्रवेश किए थे। पवित्र बाईबिल में उल्लेख है कि जब प्रभु यीशु यरूशलेम पहुंचे तो उनके भव्य स्वागत में बड़ी संख्या में समुदाय के लोग अपने हाथों में खजूर की डालियां लेकर लहराते हुए एकत्र हुए थे। लोगों ने प्रभु यीशु की शिक्षा और चमत्कारों को शिराधार्य कर उनका जोरदार स्वागत किया था। इस दिन संडे था जिसके कारण इस दिन को पाम संडे के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाने लगा।
जानकारी के अनुसार पाम संडे का पर्व दक्षिण भारत में अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते लोग अपने घरों से ही फेसबुक लाईव के माध्यम से यह पर्व मनाया। लाईव आराधना को ईसाई परिवार के लोग अपने घरो में रहकर ही ज्यादा से ज्यादा देख-सुनकर खजूर पर्व मनाया। इसके बाद आगामी 2 अप्रेल को गुड फ्राईडे का पर्व मनाया जायेगा। इसके एक दिन बाद इस्टर संडे के दिन मनाया जाएगा।
अध्यक्ष के कड़े तेवर के बाद पदभार ग्रहण करने सीईओ ने दी 3 दिनों की मोहलत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 28 मार्च। चार दिसंबर 2020 को स्थानांतरण आदेश जारी होने के बाद भी जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ अंतर्गत 24 सचिवों के द्वारा नवीन पंचायतों में आज पर्यंत पदभार ग्रहण नहीं किया गया है। जनपद अध्यक्ष डॉ. विनय शंकर सिंह ने सचिवों के पुराने पंचायतों में डटे रहने को गंभीरता से लिया है। अध्यक्ष के कड़े तेवर को देखते हुए जनपद सीईओ ने पदभार ग्रहण नहीं करने वाले 24 सचिवों को 3 दिनों की मोहलत दी है। अन्यथा की स्थिति में 1 अप्रैल 2021 से वित्तीय एवं प्रशासनिक प्रभार से सचिवों को भारमुक्त कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायतों के व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सचिवों के पंचायत प्रभार को कम किया गया था। कई सचिवों के पास तीन से चार पंचायत का प्रभार था, इससे ग्राम पंचायतों के कार्य प्रभावित हो रहे थे। इसके लिए जनपद अध्यक्ष डॉ. विनय शंकर सिंह ने कलेक्टर को पत्र लिखा था जिसके बाद दिसंबर 2020 में सचिवों को पंचायत प्रभार का आदेश हुआ। इसके तहत एक सचिव के पास दो से ज्यादा पंचायत नहीं दिया जाना है। आदेश के बाद भी सीईओ के नोटिसों को नजरअंदाज करते हुए 24 सचिव अभी भी अपने मूल पंचायतों में जमे हुए हैं। चूंकि अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष प्रारंभ हो रहा है। जनपद अध्यक्ष ने इस बात को गंभीरतापूर्वक लिया और सचिवों को शीघ्र अपने नए पंचायतों में ज्वाइन कराने के लिए जनपद सीईओ को निर्देशित किया। इसके बावजूद भी यदि कोई सचिव ज्वाइन नहीं करते हैं तो उनके वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार समाप्त करते हुए उनके वेतन आहरण पर संपूर्ण रोक लगाने की कार्रवाई की जाएगी। जनपद अध्यक्ष डॉ. सिंह के द्वारा ग्रामीण जनता के प्रति संपूर्ण जवाबदेही से कार्य करने से ग्रामीणों में खुशी और संतुष्टि है। निश्चित ही इसके पूर्व में भी वर्षों से एक ही पंचायत में जमे तकनीकी सहायकों को पंचायत बदलने की कार्रवाई जनपद अध्यक्ष के निर्देश पर किया गया। जनपद अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि उनकी प्राथमिकता भ्रष्टाचार को समाप्त कर पारदर्शी तरीके से जनता के संवैधानिक हितों के लिए कार्य करना है।
ये हैं स्थानांतरण आदेश की अवहेलना करने वाले सचिव
मुकेश कुमार सिंह, ग्राम पंचायत बुलाकीटोला/डोडक़ी, परशुराम, ग्राम पंचायत बिछियाटोला, श्यामकुंवर, ग्राम पंचायत तिलोखन, अनिल कुमार ठाकुर, ग्राम पंचायत डुगला, गंगाराम, ग्राम पंचायत डांड़हंसवाही, विश्वनाथ सिंह, ग्राम पंचायत बडक़ाबहरा/केराबहरा, रनिया, ग्राम पंचायत बिरौरीडांड़, तेजभान यादव, ग्राम पंचायत पहाड़हंसवाही/शिवगढ़, पल्लवी जायसवाल, ग्राम पंचायत तेंदूडांड़, शिव कुमार यादव, ग्राम पंचायत सोनहरी/बाला, धनेश्वर राय, ग्राम पंचायत सेमरा, भुनेश्वर सिंह पैकरा, ग्राम पंचायत नागपुर, ननकूराम, ग्राम पंचायत मोरगा, पूर्णिमा राजवाड़े, ग्राम पंचायत हर्रा, निरंजन कश्यप, ग्राम पंचायत उजियारपुर/सोनवर्षा, राजेंद्र तिवारी, ग्राम पंचायत मुख्तियारपारा, चंडिकेश्वर पंकज, ग्राम पंचायत बौरीडांड़/चौघड़ा, रामसुभाग बंजारे, ग्राम पंचायत लालपुर, विक्रम राम, ग्राम पंचायत पिपरिया/हस्तिनापुर, सीताराम यादव, ग्राम पंचायत डंगौरा, बबन सिंह, ग्राम पंचायत परसगढ़ी, गोपाल बेलवंशी, ग्राम पंचायत मुसरा, दिलीप राय, ग्राम पंचायत नारायणपुर, कपिलदेव चौधरी, ग्राम पंचायत कठौतिया/शंकरगढ़।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 27 मार्च। कोरिया जिले में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हंै। गत 25 मार्च को जिले में कुल 36 की संख्या में कोरोना पॉजिटीव पाये गये, इसके पूर्व एक की मौत भी हो गयी। इस तरह अब तक जिले में कुल मौतों की संख्या 43 हो गयी।
जानकारी के अनुसार 25 मार्च को जिले में 36 केस निकले, जिनमें से शहरी क्षेत्र में 17 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 19 की संख्या में पॉजिटिव प्रकरण सामने आये।
उल्लेखनीय है कि मार्च के महीने में अब तक केवल शहरी क्षेत्रों में ही ज्यादा संख्या में पॉजिटिव प्रकरण मिल रहे थे लेकिन इस दिन पहली बार मार्च में शहरी क्षेत्र से दो ज्यादा संख्या में पॉजिटिव ग्रामीण क्षेत्र से निकले। इसके पहले ग्रामीण क्षेत्र में गिनती के ही पॉजिटिव प्रकरण मिल रहे थे।
जानकारी के अनुसार 25 मार्च को शहरी क्षेत्र चिरमिरी में 10 की संख्या में पॉजिटिव मिले, वहीं बैकुण्ठपुर में 4 तथा मनेंद्रगढ में 3 की संख्या में पॉजिटिव प्रकरण पाया गया। उल्लेखनीय है कि जिले के प्रमुख शहर चिरमिरी, बैकुण्ठपुर व मनेंद्रगढ में ही बीते कुछ दिनों से सबसे ज्यादा पॉजिटिव प्रकरण मिल रहे हंै। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में इस दिन बैकुण्ठपुर जनपद में 9, खडगवॉ में 7, मनेंद्रगढ़ में 1 तथा सोनहत में 1 प्रकरण सामने आया। उक्त संख्या 944 सैंपलों की जांच के बाद सामने आया।
जिले में अब तक 5869 संक्रमित
कोरिया जिले में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 5869 हो गयी है, वहीं एक्टिव प्रकरण बढक़र 223 हो गयी है। वहीं कोविड अस्पताल कंचनपुर में भर्ती मरीजों की संख्या दो दर्जन पहुंच गयी है तथा होम आईसोलेशन में 199 लोग रखे गये है। अभी लगातार संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जबकि मार्च माह के पहले सप्ताह भर में सिर्फ 35 की संख्या मे पॉजिटीव प्रकरण सामने आये थे। लेकिन दूसरे सप्ताह के बाद जिले में दो अंकों में पॉजिटिव मिलना शुरू हुआ और फिर लगातार संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है।
अभी भी लोग नियमों का नहीं कर रहे पालन
बढ़तं कोरोना संक्रमण के प्रभाव को लेकर प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाये गये है और मास्क नहीं लगाने पर अब 500 रूपये जुर्माना निर्धारित कर दिया गया है, इसके बावजूद अधिकांश लोग अब भी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हो रहा है। वहीं पुलिस समय समय पर निश्चित जगहों पर मास्क की जांच करती है तब जांच से बचने के लिए कई लोग मास्क लगाते हंै और जॉच केंद्र क ो पार करने के बाद फिर से मास्क मुंह से नीचे आ जाता है।
मास्क की जांच, जुर्माना
गत 26 मार्च को नगर पालिका व पुलिस प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से शहर घड़ी चौक के पास सांय के समय सघन मास्क जांच अभियान चलाकर जुर्माना वसूल किया गया। इस दौरान कई लोग जो बिना मास्क के ही वाहन चला रहे थे रूकने का इशारा देने के बावजूद भाग निकल रहे थे, वहीं इस दौरान बिना मास्क पहनकर आवागन करने वाले वाहन चालकों से जुर्माना की राशि वसूल की गयी।
घड़ी चौक पर समय समय पर मास्क की जांच की जाती रही है। इसके अलावा विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस द्वारा आये दिन लगातार मास्क की जांच की जा रही है तथा समझाईश देने का भी काम किया जा रहा है। इसके बावजूद लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते है। त्यौहारी सीजन में बाजार में भीड़ जुट रही है ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि सार्वजनिक स्थलों पर निर्धारित दूरी बनाकर रखे और मास्क पहने।
बैकुंठपुर, 27 मार्च। मिलन आदिवासी मछुआ सहकारी समिति के अध्यक्ष ने कलेक्टर कोरिया को आवेदन देकर गदबदी जलाशय के अनुबंध को अतिशीघ्र करने की मांग की।
कलेक्टर को दिये आवेदन में उल्लेख किया गया है कि जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के सामान्य सभा की बैठक 28 दिसंबर 2020 को गदबदी जलाशय को लेकर मिलन आदिवासी मछुआ समिति के लिए सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर द्वारा 7 जनवरी 2021 को सहायक संचालक मत्स्य बैकुण्ठपुर को गदबदी जलाशय के अनुबंध के लिए मिलन आदिवासी मछुआ समिति सलका को पट्टा प्रदान करने हेतु भेजा गया था। इसके कई दिन गुजर जाने के बाद भी अनुबंध विभाग द्वारा नहीं किया गया।
अध्यक्ष ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि अनुबंध नहीं होने के कारण 25 परिवारों का रोजगार छिन गया है। जिससे कि वे अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 27 मार्च। छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया के मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल को असम चुनाव प्रचार में बरपेटा का जिम्मा मिला है। वे बरपेटा पहुंचकर जिला मुख्यालय हावली टाउन कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहीम खान पूर्व विधायक एवं ब्लॉक अध्यक्ष से मुलाकात के बाद बरपेटा के विधानसभा सारुखेत्री में प्रत्याशी जाकिर हुसैन के पक्ष में आम सभा के माध्यम से प्रत्याशी हेतु कांग्रेस पार्टी के लिए वोट करने की अपील की। ग्राम पंचायत दक्षिण पश्चिम बैठारी, ग्राम पंचायत पकबतिबरिपम, ग्राम पंचायत पकाबे क़बारी,दक्षिण के कोइतपारा में आम सभा को भी संबोधित कर छत्तीसगढ़ राज्य की कांग्रेस वाली भूपेश सरकार की उपलब्धियों का बखान कर कांग्रेस प्रत्यासी के पक्ष में वोट करने की अपील करते नजर आ रहे है ।
ज्ञात हो कि राष्टीय स्तर से राज्य के मुखिया को असम राज्य का प्रभारी बनाये जाने पर उनके द्वारा राज्य के अन्य जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ खुद भी इस कार्य को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है । जिसमें कोरिया जिला भी अछूता नहीं रहा जहाँ मनेंद्रगढ़ के विधायक के साथ अन्य जनप्रतिनिधि असम राज्य के विधान सभाओं में पहुच कर अपना दम खम दिखा रहे हैं और लगातार कांग्रेस के पक्ष में स्थानीय लोगो को वोट देने की अपील कर रहे हैं। जिसमें प्रमुख रूप से सहयोगी के रुप में प्रदेश सहसचिव राजेंद्र शुक्ला,राम अवतार अलगमकर, ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष कश्यप, जिला महामंत्री वरुण शर्मा, युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव अमित पांडेय, नेता प्रतिपक्ष नगर पंचायत खोंगपनी जगदीश मधुकर, एनएसयूआई के कोरिया जिला उपाध्यक्ष चंद्रभान बर्मन प्रमुख रूप से उपस्थित बने हुए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 27 मार्च। रंगों का पर्व होली को लेकर बाजार में पहली बार स्वदेशी पिचकारियों की भरमार देखी जा रही है, हालांकि चाइना की पिचकारी से कुछ हद तक चमक कम है पर यह भी तय है कि यदि इसी तरह से हमारे देश में इस पर काम होता रहा है, तो हम आत्मनिर्भर होकर रहेंगे।
बाजार में आई पिचकारी और तरह-तरह के मास्क को लेकर लोगों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है, परन्तु ठीक त्यौहार के पूर्व कोरोना के कहर ने लोगों के मन में निराशा के भाव जगा दिए हैं, इसका असर व्यापार जगत में पडऩे के बड़े असार नजर आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार होली के दो दिन पूर्व 26 मार्च को शहर में अस्थाई रूप से रंगों का बाजार सजाये गये। इस दिन शहर के घड़ी चौक, एसईसीएल चिकित्सालय चौक पर अस्थाई रंगों का दुकानें सजने लगी है इसके पूर्व कुछ स्थाई दुकानदारों द्वारा रंग पिचकारी बेची जा रही थी। कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन द्वारा लगायी गयी पाबंदी का असर बाजार में भी देखने को मिल रहा है इस तरह इस बार रंगों का बाजार में रौनक उतनी नहीं रहने की संभावना है। जबकि रंगो के बाजार में तरह तरह के रंग अबीर विक्रय के लिए रखे गए हैं। इसके अलावा नई डिजाईनों में कई तरह के पिचकारियॉ भी विक्रय की जा रही है जो कि अधिकतम एक हजार रूपये तक उपलब्ध है। इसके अलावा कई तरह के मुखौटै भी होली के बाजार में बिक रहे है।
उल्लेखनीय है कि आगामी 28 मार्च की रात्रि में होलिका दहन किया जाएगा। होलिका दहन को लेकर भी ज्यादा उत्साह नहीं देखा जा रहा है। इस बार शहर के कुछ ही जगहों पर होलिका बनाई गई है। वहीं होली के कई दिनों पूर्व से ही बच्चों द्वारा पिचकारी लेकर दौड़ते नजर आते थे लेकिन इस बार होली के पूर्व बच्चों में भी उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है और न ही लोगों में भी होली को लेकर कुछ उत्साह देखने को मिल रहा है।
गौरतलब है कि होली का पर्व 29 मार्च को मनाया जाएगा लेकिन इसके पूर्व ही प्रशासन द्वारा जिले में कोरोना के प्रसार को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध लागू करने संबंधी आदेश जारी किए हैं जिससे कि सार्वजनिक रूप से होली का पर्व नहीं मना पायेंगे। सार्वजनिक तौर पर होली मिलन समारोह के अलावा अन्य तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई हैं। ऐसे में इस बार रंगों का पर्व होली का रंग फीका ही रहेगा। यही कारण है कि इस बार होली पर्व के पूर्व रंगों का बाजार ज्यादा नहीं दिखाई दे रहे हैं।
रंगभरी पोशाकें
बैकुंठपुर के युवा व्यावसायी रवि गुप्ता ने इस बार होली के रंगों में रंगने के लिए रंग भरी पोशाकें तैयार की है, सफेद पोशाकों को अलग-अलग सुन्दर रंगों से रंगकर बाजार में उतारा है, अपने आप में एकदम अलग तरह के इस तरीके को लोग हाथों हाथ ले रहे हैं, उनके बच्चों से लेकर महिला पुरूष के लिए अलग अलग रंग बिरंगे वस्त्र है, जिन पर छपाई का काम वो स्वयं करते है, बच्चों की पोशाकों में उनके फोटो भी प्रिंट कर उसे आकर्षक बनाकर बेच रहे हैं।
रंगों का बाजार भी फीका
इस बार कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के चलते होली के अवसर पर रंगों का बाजार भी फीका रहने की संभावना है। कोरोना के बढऩे के कारण इस बार शहर में रंगों का बाजार देर से सजाये गये हैं वह भी सीमित संख्या में दुकानदारों द्वारा दुकानें लगाई गई हैं। होली का पर्व माह के अंतिम सप्ताह में आया है और इसके पूर्व वेतनभोगियों को वेतन भी नहीं मिल पाया है ऐसे में व्यापारियों को भी इस बात का अंदेशा है कि इस बार होली में रंगों का बाजार फीका रहेगा। यही कारण है कि इस बार कम संख्या में रंगों के दुकान सजाए गए हैं।
पुलिस लाईन में भी नहीं रहेगा उत्साह
जानकारी के अनुसार होली के दिन पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर रहते हैं लेकिन पुलिस परिवार होली का रंग में एक दूसरे को रंगते नजर आते हैं वहीं दूसरे दिन पुलिसकर्मी होली खेलते हंै लेकिन इस बार प्रतिबंध के चलते पुलिस लाईन में पुलिस कर्मियों की भी होली का उत्साह देखने को नहीं मिलेगा। उल्लेखनीय है कि पुलिस लाईन में प्रति वर्ष दो दिनों तक होली उत्साह के साथ खेली जाती रही है। लेकिन इस बार प्रतिबंध के चलते पुलिस लाईन में भी इस बार होली का उत्साह देखने को नहीं मिलेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 27 मार्च। फर्जी बिल पास कर 38 लाख रुपये के मामले में शुक्रवार को पोड़ी चिरमिरी पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी हासिल हुईं है। जिसमें जीएम ऑफिस के अधिकारी व बाबू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के अनुसार एसईसीएल में प्राइवेट रूप से विद्यार्थियों के आवागमन में लगीं स्कूल बस को होने वाली राशि में लाखों रुपए का फर्जी बिल लगाकर बस संचालक का सहयोग करने वाले चिरमिरी के जीएम ऑफिस के बिल विभाग में कार्यरत अधिकारी नंदकिशोर व एकाउंटेंट कैलाश दास को मामले में पर्सनल आईडी का इस्तेमाल कर भुगतान किए जाने की पुष्टि होने पर गिरफ्तार कर न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भेज दिया गया है।
उक्त कार्रवाई में चिरमिरी नगर पुलिस अधीक्षक पीपी सिंह थाना प्रभारी पोड़ी जे आर कुर्रे एवं सहयोगी स्टॉफ का योगदान रहा
बैंक का चक्कर काट रही महिलाओं ने घेरा बैंक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 27 मार्च। तीन साल से बैंक से लोन स्वीकृत नहीं हो पाने की वजह से नाराज 6 स्वसहायता समूह की करीब 40 महिलाओं ने शुक्रवार को सेंट्रल बैंक की शाखा साउथ झगराखंड का घेराव कर बैंक प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सहायक विकास विस्तार अधिकारी मंजुला कौरव ने बताया कि बुंदेली और पाराडोल को मिलाकर 66 महिला स्वसहायता समूह का गठन किया गया है जिनमें से पिछले 3 सालों में बैंक का काफी चक्कर काटने के बाद मात्र 48 समूह का ही खाता खुल सका है, जबकि बैंक में खाता खोलने के लिए 1 माह ही काफी है।
उन्होंने बताया कि आज बैंक से लोन पास कराने के लिए जिले से डीपीएम रितेश पाटीदार और बीपीएम रतनदास मानिकपुरी आए हुए थे। छह स्वसहायता समूह की करीब 40 महिलाएं लोन के लिए बैंक पहुंची थीं, लेकिन बैंक प्रबंधक ने कहा कि अभी मात्र 2 समूह को ही 10-10 हजार का लोन दिया जाएगा, क्योंकि अभी उनके पास समय नहीं है। इस प्रकार एक समूह को मात्र 10 हजार का लोन स्वीकृत किया गया जबकि लोन के लिए समूह को डेढ़ लाख की पात्रता है।
सहायक विकास विस्तार अधिकारी ने कहा कि 10 महिलाओं के एक समूह को 10 हजार लोन अर्थात 1 महिला को मात्र 1 हजार इससे वे किस प्रकार स्वरोजगार करेंगी और उनकी आजीविका कैसे चलेगी यह आसानी से समझा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि साउथ जेकेडी के इस सेंट्रल बैंक में समूह की महिलाओं को काफी समस्या हो रही है। महिलाओं की 3 साल की पीड़ा है। वे एक महिला अधिकारी हैं और महिलाओं का दर्द समझती हैं। स्वसहायता समूह के लिए दिल से काम करती हैं। दो समूह को मात्र 10-10 हजार का लोन सेक्शन हुआ है इतने में क्या होगा। जिले वाले भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक की साउथ जेकेडी शाखा से पिछले 3 सालों में एक भी लोन पास नहीं हुआ है जबकि इसी बैंक की मनेंद्रगढ़ शाखा को समूह को लोन देने के लिए पुरस्कृत किया जा रहा है।
बैंक प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहीं पीआरपी राजमती ने बताया कि इस बैंक में दो पंचायत बुंदेली और पाराडोल आते हैं। पिछले तीन सालों में 66 समूह में से मात्र 48 समूह का खाता खुला है। खाता डेढ़ साल से फॉर्म जमा है। कुछ न कुछ कमी निकालकर लोन स्वीकृत नहीं किया जा रहा है। बैंक प्रबंधन के द्वारा मौखिक कमी बताई जाती है, लेकिन क्या कमी है यह लिखित में नहीं दिया जाता, ताकि उस कमी को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि बैंक में अच्छे से काम हो या फिर एरिया बदला जाए।
चैनपुर क्लस्टर की अध्यक्ष ममता केंवट ने कहा कि शासन की बिहान योजना का उद्देश्य गरीब परिवार की महिलाओं को आजीविका से जोडऩा है। उनके क्लस्टर में 18 पंचायत आते हैं जिनमें 5 हजार महिलाएं समूह से जुड़ चुकी हैं। पाराडोल और बुंदेली की महिलाओं ने लोन के लिए आवेदन किया है। लोन के लिए महिलाएं दूर से बच्चों को साथ लेकर आती हैं, लेकिन उनका लोन स्वीकृत नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बैंक मैनेजर के द्वारा मीटिंग में आश्वासन दिया जाता है, लेकिन बैंक आने पर कोई न कोई कमी बताकर टालमटोल किया जाता है।
बैंक मित्र ने बताई पीड़ा
ग्राम पंचायत बंजी निवासी कविता यादव ने बताया कि वे साउथ जेकेडी की बैंक मित्र हैं। स्वसहायता समूह की महिलाएं दूर से चलकर बैंक में खाता खुलवाने के लिए आती हैं। फॉर्म भरने के बाद उन्हें आज खाता नहीं खोला जाएगा बाद में आना कहकर चलता कर दिया जाता है। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व लोन के लिए महिला समूह के 9 आवेदन बैंक में जमा किए हैं जिनमें से एक भी समूह का लोन पास नहीं किया गया है और न ही शाखा प्रबंधक द्वारा लोन के लिए कोई नया आवेदन लिया जा रहा है।
बैंक मित्र ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा कि बैंक प्रबंधन द्वारा उन्हें बैठने के लिए एक कुर्सी तक नहीं दी जाती है। दिन भर खड़े होकर काम करना पड़ता है। खाता खोलने के लिए शाखा प्रबंधक द्वारा डॉक्यूमेंट में कमी बताए जाने पर जब वे कमी के विषय में पूछती हैं तो कहा जाता है कि तुम यहां मत आया करो। उन्होंने शाखा प्रबंधक पर दुव्र्यवहार का आरोप लगाया।
शाखा प्रबंधक ने दी सफाई
साउथ झगराखंड सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक अशोक कुमार झा से जब उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया तो पहले वे कुछ भी कहने से बचते नजर आए। बाद में कहा कि पिछले 3 साल में उनके पास मात्र 6 आवेदन आए हैं जिनका 9 लाख रूपए का लोन पिछले साल नवंबर में स्वीकृत किया जा चुका है। आज की डेट में एक भी एकाउंट पेंडिंग नहीं है। डॉक्यूमेंट पूरे नहीं थे इस वजह से एकाउंट खुलने में देरी हुई। महिला बैंक मित्र के साथ दुव्र्यवहार के आरोप को भी उन्होंने गलत बताया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर, 26 मार्च। 108 संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मियों की लापरवाही से 2 माह के बेटे की मौत का आरोप पिता ने लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत सीएमएचओ से की है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत में उल्लेख है कि बैकुंठपुर के मझगवां निवासी सूर्यप्रकाश राजवाड़े अपने 2 माह के पुत्र श्रेयांश राजवाड़े को जिला अस्पताल में 23 मार्च 2021 को भर्ती कराया। उनके पुत्र को उल्टी-दस्त की शिकायत थी, शाम 4 बजे बच्चे को भर्ती कराने के बाद डॉक्टर ने शाम 5. 20 को अंबिकापुर भेज दिया, जिसके बाद 108 को कॉल कर बुलाया गया। एक गाड़ी जिला अस्पताल में खड़ी हुई थी और बताया गया कि एक गाड़ी डोमन हिल से आएगी, उन्होंने बच्चे को लेकर काफी देर तक गाड़ी का इंतजार किया, लगभग 7.30 बजे 108 पहुंची। जब गाड़ी बैकुंठपुर से चली तो सूरजपुर में रोक दिया गया जहां आधा घंटा गाड़ी को रोका गया। इस दौरान उनका बच्चा बेहोश हो गया। उन्होंने ड्राइवर को बार-बार कहा कि जल्दी चलो मेरे बच्चे की तबीयत बिगड़ रही है परंतु ड्राइवर ने एक न सुनी और गाड़ी को खड़ा रखा। जिसके बाद बच्चे को निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने इसके लिए 108 की लापरवाही को जिम्मेदार मानते हुए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है उनके बच्चे की मौत का सदमा उन्हें जिंदगी भर रहेगा और इसके लिए 108 के समय पर नहीं आने को वह जिम्मेदार मानते हैं।
बैकुंठपुर, 26 मार्च। कोरिया जिले में कोरोना वायरस पॉजिटिव प्रकरणों की बढती संख्या को देखते हुए जिला दण्डाधिकारी ने प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कई तरह की प्रतिबंधों को लागू करने का आदेश जारी किया गया, जिसके तहत होली मिलन व अन्य तरह के सार्वजनिक आयोजित करने की अनुमति आगामी आदेश पर्यंत तक नहीं होगी। होलिका दहन के दौरान सिर्फ 5 लोगों को शामिल होने की छूट दी गयी है तथा इस दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग मास्क के साथ सेनिटाईजर होना अनिवार्य किया गया है। आदेश के तहत आगामी आदेश तक कोरिया जिले के पर्यटन स्थलों में आम जनता के प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। समस्त प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम, पर्व, सामाजिक सांस्कृतिक, राजनीतिक, खेलकूद, मेला समारोह व संस्थानों में प्रवेश किया जा सकेगा लेकिन किसी प्रकार का सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नही किया जा सकेगा। विवाह, अंत्येष्टि या उससे संबंधित आवश्यक कार्यक्रम में फिजीकल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क अनिवार्य रूप से पहनना है उक्त कार्यक्रम में अधिकतम 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गयी है। सभी तरह के धरना प्रदर्शन रैली, जुलूस या सार्वजनिक कार्यक्रम आगामी आदेश तक प्रतिबंधित कर दिया गया है। ध्वनि विस्तारक पर प्रतिबंध जारी किया गया है।
जारी आदेश में उल्लेखित किया गया है कि यदि किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ होने के अलावा स्वाद व गंध महसूस नहीं हो या उल्टी दस्त, शरीर में दर्द की शिकायत हो तो उन्हें कोविड 19 जांच कराना जरूरी है तथा जांच रिपोर्ट प्राप्त होने तक होम क्वारंटीन में रहना अनिवार्य किया गया है। सार्वजनिक स्थलों पर 5 से अधिक व्यक्तियों के जुटने पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगाया गया है।
राज्यपाल को पत्र लिखने वाले वकील से ‘छत्तीसगढ़’ ने पूछे अहम् सवाल
रंजीत सिंह
मनेन्द्रगढ़, 26 मार्च (छत्तीसगढ़ संवाददाता)। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना छत्तीसगढ़ में रह रहे आदिवासियों के संविधान प्रदत्त अनुसूचित जनजाति के विशेष मौलिक अधिकार का हनन है। खासकर गरीब आदिवासी मात्र प्रदर्शन एवं मजाक के पात्र बनकर रह गए हैं। यह मानना है अधिवक्ता अभिषेक के. सिंह का, जिन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में अनुसूचित जन जातियों के मौलिक अधिकारों के हनन को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है। सरकार की यह महती योजना आखिर क्यों उन्हें आदिवासियों के अधिकार का हनन लगती है, इसे लेकर ‘छत्तीसगढ़’ ने अधिवक्ता सिंह से कुछ जरूरी सवालात पूछे जिसका उन्होंने बड़ी बेबाकी से जवाब दिया -
सवाल- मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में आदिवासी जोड़ों के विवाह के संबंध में आपने गंभीर विचारणीय प्रश्न उठाए हैं। आपत्तियों के संबंध में पाठकों को विस्तृत जानकारी दें।
अभिषेक - यह बात सही है कि मैंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में आदिवासियों की कराई जा रही शादी पद्धति के संबंध में राज्यपाल को अवगत कराया है कि अनुसूचित क्षेत्रों में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत् शासन के दिशा निर्देश व मार्गदर्शन में विवाह योग्य गरीब जोड़ों का विवाह कराया जा रहा है। विवाह समारोह का पूरा व्यय शासन के मद से किया जाता है। इन सामूहिक विवाह समारोह में आदिवासी जोड़ों की शादी उनके मूल परम्परा एवं रीति-रिवाज के विपरीत वैदिक पद्धति एवं परम्परा से कराया जा रहा है, जो कि गलत है एवं आदिवासियों के मौलिक अधिकारों का हनन है।
सवाल - आपका कहना है कि शासन प्रायोजित सामूहिक समारोह में आदिवासियों के सांस्कृतिक अधिकारों का हनन हो रहा है?
अभिषेक - जी हाँ।
सवाल - कृपया इसे विस्तार से समझाएं।
अभिषेक - इस आपत्ति को समझने के लिए आपको सबसे पहले यह याद करने की जरूरत है कि छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों के तुलना में आदिवासी बाहुल्य राज्य है। छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण इस प्रतिबद्धता के साथ किया गया था कि शासन अपनी नीतियों से आदिवासियों के गौरवपूर्ण इतिहास, उनके रीति-रिवाज, उनकी परम्पराओं को संरक्षित एवं संयोजित करेगा, जिसमें अनुसूचित जनजातियों की पीढिय़ों से चली आ रही रीति-रिवाज, परम्पराओं को ध्यान में रखकर नीतियों का निर्माण होगा। छत्तीसगढ़ राज्य में विवाह योजना का ध्येय गरीब परिवार के बेटियों की शादी का व्यय शासन करेगा जिससे बेटियां अपने माता-पिता के लिए बोझ नहीं बनेंगी। ध्येय पूर्ण रूप से श्रद्धेय है, परंतु अनुसूचित क्षेत्र में कई ऐसे जनजाति हैं जो भारत के राष्ट्रपति द्वारा गोद लिए गए हैं। मेरी आपत्ति इस बात पर है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में सभी जोड़ों की शादी वैदिक परम्परा से कराई जा रही है जो कि गलत है। मालूम हो कि आदिवासी लोग जो इस योजना के तहत् विवाह हेतु अपनी सहमति देते हैं उन्हें शासन की ओर से 25 हजार रूपए एवं घरेलू उपयोग की वस्तुएं उपहार स्वरूप दी जाती हैं। मेरा कहना है कि किसी भी मनुष्य के लिए उसके जीवन काल में विवाह एक सामाजिक एवं उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस स्थिति में गरीब आदिवासियों की शादी अपरिचित वैदिक परम्परा एवं पद्धति से कराए जाने के लिए मजबूर करना गलत है। मूलत: गरीब परिवार अपनी परिस्थितियों को देखते हुए शासकीय मदद की आस में ऐसा करने के लिए मजबूर है। भारत के संविधान ने शासन को पूर्ण दायित्व दिया है कि वह ऐसी नीतियों का निर्माण करे जिसमें आदिवासी समाज के लोग सहायता के प्रलोभन व इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम का हिस्सा न बनें, बल्कि आदिवासी अपने विवाह को अपनी मूल पद्धति से कराएं एवं शासन उनको सहायता दे।
सवाल - क्या आपका मानना है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सामूहिक आयोजन गलत है?
अभिषेक - नहीं, परंतु मैं चाहता हूँ कि आदिवासियों की परम्परा को संरक्षित एवं सुरक्षित करने का कार्य शासन करे। ऐसे सामूहिक विवाह में हर अनुसूचित जनजाति को अपने मूल विवाह पद्धति के विपरीत नई पद्धति को अपनाने के लिए मजबूर न करे। शासन को आदिवासी परम्पराओं को विलुप्त होने से बचाने के लिए हरेक प्रयास करना चाहिए। यह दायित्व भी शासन का है।
सवाल - क्या ऐसे आयोजनों में वैवाहिक पद्धति थोपना गलत है?
अभिषेक - बिल्कुल सही कह रहे हैं आप। यह अनुसूचित जनजाति के नागरिक के मौलिक, संस्कृति एवं मानव अधिकार का स्पष्ट रूप से हनन है। माननीय उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय ने अधिकारों के संबंध में कई सिद्धांत प्रतिपादित किए हैं एवं शासन को समय-समय पर कड़ी हिदायतें भी दी है कि मौलिक अधिकारों के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
सवाल - विवाह समारोह में वैदिक परम्पराओं को निभाए जाने के संबंध में आपकी आपत्ति क्या है?
अभिषेक - मैंने विस्तृत रूप से बातचीत के दौरान बताया है। आप देखेंगे कि वैदिक परम्परा में रामनवमीं तक विवाह कार्यक्रम वर्जित है, क्योंकि शुक्र नक्षत्र अस्त की स्थिति में है। वैदिक कर्मकाण्ड में शुक्र नक्षत्र अस्त होने पर परिणय संबंध बनाए जाने के कार्यक्रम नहीं किए जाते। इस तरह से जो भी हिंदू विवाह इस योजना के अनुपालन में रामनवमीं से पूर्व कराए जा रहे हैं वह भी शास्त्र सम्मत नहीं हैं। मुझे लगता है कि यह गरीबों के साथ एक भद्दा मजाक है।
सवाल - छत्तीसगढ़ शासन में कई आदिवासी एमएलए हैं। क्या उनके द्वारा इस संबंध में कोई विचार-विमर्श किया जा रहा है?
अभिषेक - मुझे जानकारी नहीं है। मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मैं छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के तहसील मनेंद्रगढ़ में 27 फरवरी 2021 को आयोजित विवाह समारोह का प्रत्यक्षदर्शी रहा हूँ जिसमें मुझे इस विसंगति का ज्ञान हुआ। नेताओं को आदिवासी परम्परा से छेड़छाड़ का सहभागी बनते हुए देख मुझे अत्यंत दु:ख हुआ।
सवाल - आदिवासी समाज के लिए आपका क्या संदेश है?
अभिषेक - मैं यही कहूँगा कि आदिवासी समाज का एक गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। उनकी परम्पराएं प्रकृति से जुड़ी हुई हैं इस कारण अन्य पद्धति एवं परम्पराओं से भिन्न हैं। मुझे लगता है कि आदिवासियों की परम्परा एवं रीति-रिवाज बहुत खूबसूरत एवं ज्ञानप्रद है। आदिवासी समाज के लोगों को अपनी परंपराओं को स्वयं संरक्षित करने के लिए प्रयास करना चाहिए और आगे आना चाहिए।
सवाल - क्या मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के संबंध में आपकी आपत्ति संज्ञान ले स्वीकार की जाएगी?
अभिषेक - मुझे लगता है कि शासन का शीर्ष नेतृत्व मेरी आपत्तियों को गंभीरता से लेगा और इसका निराकरण करेगा, क्योंकि यह छत्तीसगढ़ के लाखों आदिवासियों से जुड़ा एक गंभीर विषय है।
सूचना के अधिकार से मिली जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 26 मार्च। कांग्रेस सरकार में बीते वर्ष कोरिया जिला में रायल्टी घोटाला सामने आने के बाद कलेक्टर कोरिया द्वारा आज तक किसी भी तरह की जांच नहीं कराई गई है, इसकी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत खनिज विभाग ने दी है। वहीं मामले को लेकर कलेक्टर ने 24 विभागों को प्रपत्र बनाकर जानकारी देने को कहा था। सूचना के अधिकार के तहत सिर्फ दो विभागों ने ही कलेक्टर को जानकारी मुहैया कराई है, जबकि अन्य विभाग कलेक्टर के आदेश पर कोई भी जवाब नहीं दिया और न ही प्रशासन ने दुबारा उन्हें जानकारी देने की याद दिलाई है। चर्चा है कि करोड़ों के रायल्टी घोटालों को प्रशासन खत्म करने की तैयारी में है।
इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी त्रिवेणी देवांगन का कहना है कि अभी तक किसी भी तरह की जांच के आदेश नहीं दिए गए है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले में ठेकेदारों की विभागों में रायल्टी के नाम पर रूकी रकम को फर्जी चुकता प्रमाण पत्र जारी कर करोड़ों की रकम निकाल कर सरकार को जबरदस्त आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया। वहीं कलेक्टर ने आज तक रायल्टी घोटाले के फर्जीवाड़े की किसी भी तरह की जांच नहीं कराई है, सूचना के अधिकार से कलेक्टर खनिज शाखा से जानकारी में बताया गया हैै कि अभी तक मामले में जांच प्रतिवेदन नहीं बनाया न ही जांच शुरू की गई है।
गौरतलब है कि जब 5 माह पूर्व सितंबर 2021 में यह मामला सामने आया था, तब सूचना के अधिकार से जानकारी मांगें जाने पर कलेक्टर ने 8 अक्टूबर 2020 को जिले के 24 कार्यालय प्रमुखों को पत्र जारी कर जिला अंतर्गत संचालित निर्माण कार्यों में प्रयुक्त गौण खनिजों की रायल्टी चुकता प्रमाण जांच के संबंध में जानकारी मांगी गई थी। साथ ही साथ ही चुका प्रमाण पत्र की छायाप्रति निर्धारित प्राारूप में तत्काल मांगी गई थी। लेकिन अब तक कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के पांच माह पूर्ण हो जाने के बाद भी जिले के कई कार्यालय प्रमुखों द्वारा जानकारी नहीं दी गई।
कलेक्टर के पत्र में फर्जी रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र
जानकारी के अनुसार कलेक्टर द्वारा 8 अक्टूबर 2020 को आदेश प्रसारित किया था। बीते वर्ष कोरिया जिले में रायल्टी घोटाला सामने आया था। शिकायत थी कि कुछ निर्माण एजेंसियों ने ठेकेदार के द्वारा फर्जी रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए जाने की जानकारी सामने आई थी। जिसके आधार पर निर्माण एजेंसियों द्वारा बिना जांच किए ही भुगतान कर दिया गया था। जिसके कारण शासन को राजस्व की हानि हुई।
इस तरह की शिकायत कलेक्टर के समक्ष आने के बाद कलेक्टर ने जारी आदेश में कहा कि जनवरी 2018 से आदेश प्रसारित होने तक कितने रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र जमा किए गए उस दिनांक से आदेश जारी होने के दिनांक तक कितने निर्माण कार्यों के लिए ठेकेदार को अंतिम देयक का भुगतान किया गया की जानकारी मांगी गई जिसमें ठेकेदार का नाम एवं प्रयुक्त खनिज की मात्रा एवं रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र की मांग की गई थी।
आदेश में यह भी कहा गया था कि ठेकेदार के द्वारा अंतिम देयक भुगतान करने के पूर्व रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र का सत्यापन इस कार्यालय द्वारा होने के पश्चात ही ठेकेदार के अंतिम देयक के भुगतान करने के आदेश दिए गए थे। साथ ही कहा गया कि यदि किसी प्रकरण में बिना रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र एवं सत्यापन के अंतिम भुगतान किया जाता है तो उसकी संपूर्ण जवाबदारी संबंधित विभाग की होगी।
तय समय में किसी विभाग ने नहीं दी जानकारी
जिले में करोड़ों रूपये का रायल्टी घोटाला सामने आने के बाद कलेक्टर कोरिया ने कुल 24 विभागों को रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिये थे। पांच माह बीत जाने के बाद ज्यादातर विभागों ने कलेक्टर के आदेश का पालन नही किया। इस तरह जिले में कलेक्टर के आदेश का भी विभागीय अधिकारी गंभीरता से नही लेते है और आदेश के बाद भी चुपचाप रहे और चाही गयी जानकारी प्रस्तुत नही की।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार सिर्फ दो विभाग राजीव गांधी शिक्षा मिशन व जल संसाधन विभाग ने जानकारी दी लेकिन तय समय के बाद दी गयी। कम से कम दो विभागों ने तो जानकारी दी लेकिन 24 में 22 विभागों ने तय समय सीमा में जानकारी को उपलब्ध नही करायी। इसके बाद भी जानकारी नहीं देने वाले लापरवाह विभाग प्रमुखों के विरूद्ध कलेक्टर द्वारा अब तक किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई जबकि जिले में करोड़ों का रायल्टी घोटाला कर शासन को मिलने वाली राजस्व का नुकसान किया है। गंभीर प्रकृति का मामला होने के बावजूद भी इस दिशा में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही है।
महत्वपूर्ण विभाग जिन्हें आदेश दी गई थी
कलेक्टर कोरिया खनिज शाखा द्वारा 24 विभागों को रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए थे। जिसका सत्यापन किया जाना था उनमें महाप्रबंधक एसईसीएल बैकुण्ठपुर, र्नोडल अधिकारी जिला खनिज न्यास निधि कोरिया, कार्यपालन अभियंता, छग राज्य औद्योगिक विकास निगम रायपुर, छग, संचालक गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कोरिया, सहायक आयुक्त,आदिवासी विकास विभाग कोरिया, छग मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लि अंबिकापुर, जिला सांख्यिकी अधिकारी कोरिया, जिला मिशन समन्वयक सर्वेशिक्षा अभियान बैकुंठपुर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पंचायत नई लेदरी, झगराखांड, खोंगापानी कोरिया, सीएमओ बैकुंठपुर, शिवपुर चरचा व मनेंद्र्रगढ़़, आयुक्त नगर निगम चिरमिरी, नोडल अधिकारी छग स्टेट वेयर हाऊसिंह कार्पो बैकुंठपुर, सहायक अभियंता लोनिवि बैकुंठपुर, कार्यपालन अभियंता पीएचई, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग, कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बैकुंठपुर, कार्यपालन अभियंता सह सचिव सदस्य मुख्यमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना बैकुंठपुर, कार्यपालन अभियंता सह सचिव सदस्य प्रधान मंत्री ग्रामीण सडक योजना कार्यपालन अभियंता लोनिवि सेतु निगम संभाग अंबिकापुर, कार्यपालन अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग अंबिकापुर,कार्यपालन अभियंता लोनिवि मनेंद्रगढ,कार्यपालन अभियंता मनेंद्रगढ़, सभी जनपद सीईओं, वन मण्डलाधिकारी बैकुंठपुर, मनेंद्रगढ़, व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शामिल हैं।
सूचना के अधिकार से मिली जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 26 मार्च। कांग्रेस सरकार में बीते वर्ष कोरिया जिला में रायल्टी घोटाला सामने आने के बाद कलेक्टर कोरिया द्वारा आज तक किसी भी तरह की जांच नहीं कराई गई है, इसकी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत खनिज विभाग ने दी है। वहीं मामले को लेकर कलेक्टर ने 24 विभागों को प्रपत्र बनाकर जानकारी देने को कहा था। सूचना के अधिकार के तहत सिर्फ दो विभागों ने ही कलेक्टर को जानकारी मुहैया कराई है, जबकि अन्य विभाग कलेक्टर के आदेश पर कोई भी जवाब नहीं दिया और न ही प्रशासन ने दुबारा उन्हें जानकारी देने की याद दिलाई है। चर्चा है कि करोड़ों के रायल्टी घोटालों को प्रशासन खत्म करने की तैयारी में है।
इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी त्रिवेणी देवांगन का कहना है कि अभी तक किसी भी तरह की जांच के आदेश नहीं दिए गए है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले में ठेकेदारों की विभागों में रायल्टी के नाम पर रूकी रकम को फर्जी चुकता प्रमाण पत्र जारी कर करोड़ों की रकम निकाल कर सरकार को जबरदस्त आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया। वहीं कलेक्टर ने आज तक रायल्टी घोटाले के फर्जीवाड़े की किसी भी तरह की जांच नहीं कराई है, सूचना के अधिकार से कलेक्टर खनिज शाखा से जानकारी में बताया गया हैै कि अभी तक मामले में जांच प्रतिवेदन नहीं बनाया न ही जांच शुरू की गई है।
गौरतलब है कि जब 5 माह पूर्व सितंबर 2021 में यह मामला सामने आया था, तब सूचना के अधिकार से जानकारी मांगें जाने पर कलेक्टर ने 8 अक्टूबर 2020 को जिले के 24 कार्यालय प्रमुखों को पत्र जारी कर जिला अंतर्गत संचालित निर्माण कार्यों में प्रयुक्त गौण खनिजों की रायल्टी चुकता प्रमाण जांच के संबंध में जानकारी मांगी गई थी। साथ ही साथ ही चुका प्रमाण पत्र की छायाप्रति निर्धारित प्राारूप में तत्काल मांगी गई थी। लेकिन अब तक कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के पांच माह पूर्ण हो जाने के बाद भी जिले के कई कार्यालय प्रमुखों द्वारा जानकारी नहीं दी गई।
कलेक्टर के पत्र में फर्जी रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र
जानकारी के अनुसार कलेक्टर द्वारा 8 अक्टूबर 2020 को आदेश प्रसारित किया था। बीते वर्ष कोरिया जिले में रायल्टी घोटाला सामने आया था। शिकायत थी कि कुछ निर्माण एजेंसियों ने ठेकेदार के द्वारा फर्जी रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए जाने की जानकारी सामने आई थी। जिसके आधार पर निर्माण एजेंसियों द्वारा बिना जांच किए ही भुगतान कर दिया गया था। जिसके कारण शासन को राजस्व की हानि हुई।
इस तरह की शिकायत कलेक्टर के समक्ष आने के बाद कलेक्टर ने जारी आदेश में कहा कि जनवरी 2018 से आदेश प्रसारित होने तक कितने रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र जमा किए गए उस दिनांक से आदेश जारी होने के दिनांक तक कितने निर्माण कार्यों के लिए ठेकेदार को अंतिम देयक का भुगतान किया गया की जानकारी मांगी गई जिसमें ठेकेदार का नाम एवं प्रयुक्त खनिज की मात्रा एवं रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र की मांग की गई थी।
आदेश में यह भी कहा गया था कि ठेकेदार के द्वारा अंतिम देयक भुगतान करने के पूर्व रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र का सत्यापन इस कार्यालय द्वारा होने के पश्चात ही ठेकेदार के अंतिम देयक के भुगतान करने के आदेश दिए गए थे। साथ ही कहा गया कि यदि किसी प्रकरण में बिना रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र एवं सत्यापन के अंतिम भुगतान किया जाता है तो उसकी संपूर्ण जवाबदारी संबंधित विभाग की होगी।
तय समय में किसी विभाग ने नहीं दी जानकारी
जिले में करोड़ों रूपये का रायल्टी घोटाला सामने आने के बाद कलेक्टर कोरिया ने कुल 24 विभागों को रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिये थे। पांच माह बीत जाने के बाद ज्यादातर विभागों ने कलेक्टर के आदेश का पालन नही किया। इस तरह जिले में कलेक्टर के आदेश का भी विभागीय अधिकारी गंभीरता से नही लेते है और आदेश के बाद भी चुपचाप रहे और चाही गयी जानकारी प्रस्तुत नही की।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार सिर्फ दो विभाग राजीव गांधी शिक्षा मिशन व जल संसाधन विभाग ने जानकारी दी लेकिन तय समय के बाद दी गयी। कम से कम दो विभागों ने तो जानकारी दी लेकिन 24 में 22 विभागों ने तय समय सीमा में जानकारी को उपलब्ध नही करायी। इसके बाद भी जानकारी नहीं देने वाले लापरवाह विभाग प्रमुखों के विरूद्ध कलेक्टर द्वारा अब तक किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई जबकि जिले में करोड़ों का रायल्टी घोटाला कर शासन को मिलने वाली राजस्व का नुकसान किया है। गंभीर प्रकृति का मामला होने के बावजूद भी इस दिशा में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही है।
महत्वपूर्ण विभाग जिन्हें आदेश दी गई थी
कलेक्टर कोरिया खनिज शाखा द्वारा 24 विभागों को रायल्टी चुकता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए थे। जिसका सत्यापन किया जाना था उनमें महाप्रबंधक एसईसीएल बैकुण्ठपुर, र्नोडल अधिकारी जिला खनिज न्यास निधि कोरिया, कार्यपालन अभियंता, छग राज्य औद्योगिक विकास निगम रायपुर, छग, संचालक गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कोरिया, सहायक आयुक्त,आदिवासी विकास विभाग कोरिया, छग मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लि अंबिकापुर, जिला सांख्यिकी अधिकारी कोरिया, जिला मिशन समन्वयक सर्वेशिक्षा अभियान बैकुंठपुर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पंचायत नई लेदरी, झगराखांड, खोंगापानी कोरिया, सीएमओ बैकुंठपुर, शिवपुर चरचा व मनेंद्र्रगढ़़, आयुक्त नगर निगम चिरमिरी, नोडल अधिकारी छग स्टेट वेयर हाऊसिंह कार्पो बैकुंठपुर, सहायक अभियंता लोनिवि बैकुंठपुर, कार्यपालन अभियंता पीएचई, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग, कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बैकुंठपुर, कार्यपालन अभियंता सह सचिव सदस्य मुख्यमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना बैकुंठपुर, कार्यपालन अभियंता सह सचिव सदस्य प्रधान मंत्री ग्रामीण सडक योजना कार्यपालन अभियंता लोनिवि सेतु निगम संभाग अंबिकापुर, कार्यपालन अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग संभाग अंबिकापुर,कार्यपालन अभियंता लोनिवि मनेंद्रगढ,कार्यपालन अभियंता मनेंद्रगढ़, सभी जनपद सीईओं, वन मण्डलाधिकारी बैकुंठपुर, मनेंद्रगढ़, व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 26 मार्च। नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में विशेष न्यायाधीश मनेंद्रगढ़ मानवेंद्र सिंह की अदालत ने 4 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
न्यायालयीन सूत्रों के मुताबिक पीडि़ता ने 25 अक्टूबर 2020 को मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई कि घटना दिवस 24 अक्टूबर 2020 की रात्रि 8 बजे वह अपनी मां व सहेली तथा ममेरे भाई के साथ दुर्गा पूजा देखने बिहारपुर गई थी। रात्रि लगभग 11 बजे मंदिर से कुछ दूर अपने ममेरे भाई से बातचीत कर रही थी, उसी समय चार लडक़े धीरज, रंजीत, लक्ष्मण एवं बिहारी मौके पर पहुंचे और उसे जंगल में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किए।
पीडि़ता की रिपोर्ट पर पुलिस द्वारा धारा 376(घ) (क) (2) (ढ) एवं पॉक्सो एक्ट की धारा 4, 6 के तहत केस दर्ज किया गया एवं विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया।
प्रकरण के समग्र तथ्यों एवं अपराध की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए विशेष न्यायाधीश मानवेंद्र सिंह ने आरोपी केल्हारी थानांतर्गत ग्राम बडक़ाबहरा निवासी 25 वर्षीय राकेश सिंह उर्फ धीरज, मनेंद्रगढ़ थानांतर्गत ग्राम बिहारपुर निवासी 22 वर्षीय लक्ष्मण सिंह उर्फ चेक, अनूपपुर जिला अंतर्गत थाना बिजुरी (मप्र) निवासी 19 वर्षीय छोटू उर्फ बिहारी एवं पोंड़ी थानांतर्गत ग्राम लोहारी निवासी 22 वर्षीय रंजीत सिंह उर्फ मुन्ना को धारा 363 एवं 366 में क्रमश: 3 व 5 वर्ष तथा धारा 6 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण पॉक्सो एक्ट के तहत सभी आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अभियोजक की ओर से मामले की पैरवी विशेष लोक अभियोजक जीएस राय ने की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 25 मार्च। 23 मार्च को भारत माता के वीर सपूत सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को हल्दीबाड़ी यातायात चौक में हिन्दू सेना के कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह, राजगुरु सुखदेव के छाया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए 108 दिए जला कर श्रद्धांजलि दी गई।
इस कार्यक्रम में राजेश यादव जिला अध्यक्ष कोरिया सूरज देवांगन संतोष दीवान अनिल साहू अजय पांडे चंद्र प्रताप ओम प्रकाश शुक्ला विकास बर्मन ज्योति सिंह यशोदा लक्ष्मी सुनैना खटीक रोशनी सुनीता के साथ अन्य कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की विधायक कमरो ने की सराहना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 25 मार्च। छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया भूपेश बघेल के मंशानुसार सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो के मार्गदर्शन में कोरिया कलेक्टर एसएन राठौर के निर्देशानुसार कृषि विज्ञान केन्द्र कोरिया द्वारा परंपरागत कृषि से भिन्न आदिवासी कृषकों को उच्च तकनीकों के साथ नई-नई फसलें लेने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे आदिवासी किसान उच्च तकनीकों की सहायता से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ शासन के आदेशानुसार वर्तमान में प्रायोगिक तौर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के मार्गदर्शन में आदिवासी कृषकों के समूह द्वारा 5 क्विंटल सिंदूर के पाउडर का प्रसंस्करण किया गया है। सिंदूर की 250 ग्राम की पैकिंग की गई है, जिसे बाजार में 38.50 रु. की दर से बेचा जा रहा है। वर्तमान में 500 पैकेट सिंदूर मांग के अनुसार ट्राइफेड, खादी ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प विकास बोर्ड, फ्लिपकार्ट के आनलाईन प्लेटफार्म माध्यम से एवं स्थानीय स्तर पर बेचा जा रहा है। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा जून-जुलाई माह में 10 हजार सिंदूर के पौधे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है जिसे ग्राम गौठानों में रोपित किया जाएगा।
केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर एस राजपूत बताते हैं कि सिंदूर के पौधे जिसे अंग्रेजी में अन्नाटो या अचैटी कहते है। इसका वैज्ञानिक नाम विक्सा ओरेलाना है। वर्तमान में कृषि विज्ञान केन्द्र कोरिया में 500 पौधे करीब पांच साल पहले लगाए गए थे, जिसमें बीज आना शुरु हो गये हैं। आदिवासी कृषकों के द्वारा हस्त निर्मित साबून में रंगत हेतु अन्नाटो का उपयोग किया जा रहा है। साथ ही होली त्यौहार में प्राकृतिक रंग के रुप में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इसके अर्क का उपयोग अमेरिका व अन्य देशो में भोज्य पदार्थों को रंगने में किया जाता है। मुख्य रुप से इसका उपयोग सौन्दर्य प्रसाधन जैसे - लिपस्टिक, हेयर डाई, नेल पॉलिश, साबुन, सहित आइसक्रीम व मक्खन में रंगत लाने हेतु भी किया जाता है। इसके बीजों को अन्य मसालों के साथ पीसकर पेस्ट या पाउडर बनाकर भोज्य पदार्थों में रंगत लाने हेतु किया जाता है। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में करीब 400 पौधे रोपित किए जाते हैं। चार वर्ष के पौधे से 4-5 किलो सूखे बीज प्राप्त होते हैं। एक हेक्टर से 800-1000 किलो सूखे बीज प्राप्त होते हैं। 1000 किलो बीज से 700-800 किलो सिंदूर का पाउडर प्राप्त होता है। बाजार में सिंदूर का पाउडर 180 से 200 रूपये किलो तक बिकता है। इस तरह किसान एक हेक्टयेर क्षेत्रफल से 1.25 से 1.50 लाख तक की सकल आमदनी अर्जित कर सकते हैं। भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने छत्तीसगढ़ शासन के योजना अनुसार कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया के द्वारा कृषि से भिन्न आदिवासी किसानों को उच्च तकनीकों के साथ नई-नई फसल लेने हेतु प्रोत्साहित करने तथा आदिवासी किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की है।