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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 अक्टूबर। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) महासमुंद हरिशंकर पैकरा के द्वारा महासमुंद विकासखंड में संचालित प्री मेट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास खट्टी और आदिवासी बालक आश्रम परसदा का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
दोनों ही संस्थाओं में निरीक्षण के दौरान अधीक्षक मोहनीश दीवान एवं पुष्कर चंद्राकर अपने कर्मचारियों सहित उपस्थित पाए गए। अधिकारी निरीक्षण के दौरान सभी बच्चों के शयन कक्ष, शौचालय, स्नानागार, किचन आदि के साफ सफाई व्यवस्था के देखने के पश्चात बच्चों एवं कर्मचारियों से उचित रख रखाव के सम्बन्ध में चर्चा की गई।
बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण नियमित प्रतिमाह होने की जानकारी मिली। निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने बच्चों के साथ बैठकर उनसे उनकी पढ़ाई लिखाई के संबंध में चर्चा की जिसमें बच्चों को हिंदी, अंग्रेजी की किताबों को पढऩे कहा गया साथ ही गणित के पहाड़े और आकृतियों के बारे में पूछा गया, बच्चों के जवाब से संतुष्ट हो अधिकारी ने छात्रावासी बच्चों के पढ़ाई के स्तर पर खुशी जाहिर की।
आदिवासी बालक आश्रम परसदा पहुंचने पर बच्चों के भोजन का समय होने के कारण एसडीएम खाने की गुणवत्ता को जांचने बच्चों के साथ ही भोजन करने बैठ गए, भोजन के दौरान ही बच्चों को मिलने वाले नाश्ता खाना के सम्बन्ध में बच्चों से जानकारी ली गई जिसमें बच्चों ने पर्याप्त और पौष्टिक भोजन मिलना भी बताया।
दोनों ही छात्रावास में निरीक्षण के दौरान आंशिक मरम्मत कार्यों को कराने संबंधित निर्देश अधीक्षकों को दिया गया साथ ही बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर विशेष ध्यान देने कहा गया। छात्रावास परिसर में मिट्टी और रेत होने के कारण बच्चों के खेलने हेतु उचित व्यवस्था न होने पर उसमें पेवर ब्लॉक लगाने संबंधी अनुरोध अधीक्षकों के द्वारा करने पर, आवश्यक कार्यवाही हेतु सहायक आयुक्त को निर्देश देने की बात कही गई।
महासमुंद, 21अक्टूबर। सरायपाली विकासखंड अंतर्गत ग्राम जोगनीपाली के गोपनाथ आश्रम विद्या मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के 180 बच्चों ने हिस्सा लिया।
महासमुंद, 21 अक्टूबर। सुहागिन महिलाओं ने रविवार को करवाचौथ का व्रत रखा। पति की लंबी आयु के लिए निर्जला उपवास रखा। कई महिलाओं के लिए पहली करवाचौथ होने के कारण उनके लिए यह अवसर खास था। महिलाओं ने चांद को अघ्र्य देकर पूजा-अर्चना कर पति की लंबी आयु की कामना कर पति के हाथों से जल पीकर अपना व्रत खोला।
महासमुंद, 21अक्टूबर। जिले के बसना स्थित कॉलेज में विद्यार्थियों को फल व सब्जियों को प्रदर्शित करने की जानकारी दी गई।
महासमुंद, 21 अक्टूबर। बसना थाना क्षेत्र के झगरेडीह से पिरदा मार्ग पर पिकअप ने बाइक को ठोकर मार दी। हादसे में बाइक पर पीछे बैठी महिला को गंभीर चोटे आई, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुटी हुई थी। जांच के आद 19 अक्टूबर को मामला दर्ज किया गया है।
थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, पद्मिनी भोई पिरदा 12 सितम्बर को अपने नाती चन्द्रशेखर भोई निवासी बिजराभांठा के साथ उनके मोटर सायकल क्रमांक सी जी 06 जी ए 9873 में ग्राम बिजराभांठा से पिरदा जा रही थी। इसी दौरान पिरदा मार्ग में झगरेडीह की ओर से आ रही अज्ञात पिकअप के चालक ने अपने वाहन को लापरवाही पूर्वक चलाते हुए मोटर सायकल को ठोकर मार दी, जिससे मोटर सायकल चालक चन्द्रशेखर भोई व पीछे बैठी पद्मिनी भोई गिर गये। गिरने से पद्मिनी भोई को गंभीर चोंटे आयी। उसे डीकेएस अस्पताल रायपुर में भर्ती कराया गया। जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने परिजनों व गवाहों का कथन लिया और मर्ग जांच के बाद आरोपी अज्ञात पिकअप चालक के खिलाफ धारा 106 (1) बी एन एस के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया है।
महासमुंद, 21 अक्टूबर। गालीगलौज कर चप्पल से मारपीट और रेप केस में फंसाने की धमकी देने के मामले में शिकायत दर्ज करायी गई है। मामला ग्राम खरोरा का है।
ग्राम खरोरा निवासी ललित कुमार निर्मलकर ने पुलिस को बताया कि 18 अक्टूबर को दोपहर वह अपनी पत्नी गीतांजली निर्मलकर के साथ खिरोद नाग के खेत में लगे बोर के पास नहाने के लिए गया था, जहां से दोनों वापस घर आ रहे थे। तभी शशि जगत व कीर्ति मंडावी आये और तुम हम लोगों से गाली गलौज किये हो, कहकर ललित को गाली- गलौज देने लगे।
आरोप है कि शशि जगत ने अपने पहने चप्पल को निकालकर ललित को मारा व रेप केस में फंसाने की धमकी भी दी। मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी शशि जगत और कीर्ति मंडावी के खिलाफ 115(2), 296, 3(5), 351(2) बीएनएस के तहत अपराध कायम किया है।
महासमुंद, 21 अक्टूबर। जिले में हर साल की तरह इस वर्ष भी 21 अक्टूबर को शहीद दिवस के रूप में मनाया गया। जहां एसपी आशुतोष सिंह ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर उनके परिजनों से कुशलमंगल जाना, वहीं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने इनकी समस्याओं को जल्द निराकरण करने की बात कही।
पुलिस विभाग ने आज पुलिस लाईन में शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन में जिले के पुलिस अधीक्षक ने सर्वप्रथम 1 सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक देश के लिए शहीद हुए 216 वीर जवानों के नामों का वाचन किया। उसके बाद प्रदेश के वीर जवानों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात जिले के 19 शहीद परिवारों से मिलकर उनका कुशलमंगल जाना और समस्याओं को जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्वासन शहीद के परिजनों को दिया। शहीद दिवस के दिन शहीद के परिजन भी नम आंखों से वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी ।
महासमुंद, 21 अक्टूबर। जिले में हर साल की तरह इस वर्ष भी 21 अक्टूबर को शहीद दिवस के रूप में मनाया गया। जहां एसपी आशुतोष सिंह ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर उनके परिजनों से कुशलमंगल जाना, वहीं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने इनकी समस्याओं को जल्द निराकरण करने की बात कही।
पुलिस विभाग ने आज पुलिस लाईन में शहीद दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन में जिले के पुलिस अधीक्षक ने सर्वप्रथम 1 सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक देश के लिए शहीद हुए 216 वीर जवानों के नामों का वाचन किया। उसके बाद प्रदेश के वीर जवानों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात जिले के 19 शहीद परिवारों से मिलकर उनका कुशलमंगल जाना और समस्याओं को जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्वासन शहीद के परिजनों को दिया। शहीद दिवस के दिन शहीद के परिजन भी नम आंखों से वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी ।
महासमुंद, 21 अक्टूबर। जिले के बिरकोनी के एक सूने मकान का अज्ञात ने ताला तोडक़र आलमारी में रखा सोने का हार समेत 36 हजार 370 रूपये की चोरी कर ली। घटना की सूचना भीमसेन साहू बिरकोनी निवासी ने सिटी कोतवाली में दी है।
प्रार्थी की सूचना अनुसार कोतवाली पुलिस ने बताया कि 10 अक्टूबर को प्रार्थी की पत्नी अपने मायके ग्राम रीवां आरंग गयी थी तथा प्रार्थी मकान में ताला लगाकर अपनी दुकान महासमुंद गया था। जब रात्रि 7 बजे प्रार्थी दुकान बंद कर घर आया तो देखा उसके घर का मुख्य दरवाजे का ताला लगा है तथा अंदर रूम का ताला टूटा हुआ है और अलमारी में रखे सोने का हार वजन 13.470 ग्राम जिसकी कीमत लगभग 36370 रु है। जिसे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा छत की ओर से मकान के भीतर में प्रवेश कर चोरी कर ले गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। बीती रात लगभग तीन बजे के आसपास गुजरात से 35 हजार लीटर डीजल लेकर बेल्पहार ओडिशा जा रही टैंकर एन एच 53 पर बेल्दीडीह के पास अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई।
हादसे में चालक व सह चालक को मामूली चोट आई है। जिसे प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा भेजा गया है।
जानकारी अनुसार हादसे के बाद टैंकर से डीजल का रिसाव होने लगा है। सूचना पर मौके पर पहुंची सांकरा पुलिस ने रिसते डीजल से कोई बड़ा हादसा न हो, इसके लिए वहां पुलिस बल तैनात कर डीजल को ड्रम में इक_ा कराई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। सरायपाली एसडीएम नम्रता चौबे ने बिना अनुमति के डंप किये गए रेत के भंडारण पर कल जब्ती की कारवाई की है।
ज्ञात हो कि सरायपाली के ग्राम चट्टीगिरोला में 168 घन मीटर रेत का भण्डारण किया गया था। जिसे एसडीएम द्वारा औचक निरीक्षण के दौरान पंचनामा कर जब्त की गई। इसी कड़ी में शनिवार शाम कलेक्टर विनय लंगेह के निर्देश पर पिथौरा अनुविभाग अंतर्गत ग्राम पंचायत . डोंगरीपाली में हरिओम राइस मिल के पीछे भारी मात्रा में अवैध रेत का भंडारण किया गया था।
प्राप्त सूचना के आधार पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ओम्कारेश्वर सिंह के मार्गदर्शन में तहसीलदार नितिन ठाकुर द्वारा मौके पर पहुंच कर जब्ती की कार्रवाई की गई तथा ग्राम पंचायत को सुपुर्दगी की गयी है।
इस तरह जिले में कलेक्टर विनय लंगेह के निर्देश पर अवैध रेत उत्तखनन, परिवहन और भण्डारण पर सतत कारवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि रेत के अवैध परिवहन, उत्खनन और भण्डारण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने सभी एसडीएम को सतत निगरानी रखते हुए नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हंै।
महासमुंद, 20 अक्टूबर। सहकारी समिति कर्मचारियों को 4 माह से नहीं मिला है अत: महासमुंद जिला समेत प्रदेश के किसानों के लिए बुरी खबर है। अपने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने चरण बद्ध आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। यदि ऐसा होता है, तो समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी चरमरा सकती है।
संघ के कर्मचारी नेता जयप्रकाश साहू, मनीष चंद्राकर, मनोज भारद्वाज, भेखलाल यादव, ईश्वर पटेल के मुताबिक कर्मचारियों को मिलने वाली अनियमित वेतन हेतु वेतन अनुदान, धान खरीदी की नीतियों में संशोधन जैसी विषयों को लेकर प्रदेश संगठन ने आगामी 4 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल हेतु सूचना शासन-प्रशासन को दी है।
इस सूचना में महासमुंद के सहकारी समिति कर्मचारियों ने हड़ताल का समर्थन करते हुए शामिल होने की बात कही है।
इधर समर्थन मूल्य में धान खरीदी की तैयारी हेतु शासन.प्रशासन के निर्देश सहकारी समितियों को प्राप्त हुए हैं। लेकिन इन पर होने वाली खर्च की राशि समितियों को अप्राप्त है। जिले के आधे से ज्यादा समितियों के कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार चार माह से वेतन नहीं मिलने से कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। दीवाली त्यौहार में वेतन नहीं मिलने गुस्सा कर्मचारियों में है। जिसके परिणाम स्वरूप समिति कर्मचारियों ने प्रदेशव्यापी हड़ताल करने का निर्णय लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। स्वाध्यायी विद्यार्थियों को 21 से 26 अक्टूबर तक महाविद्यालय में विद्यार्थियों से सहमति उपरांत संबंधित विषय का आबंटन प्राचार्य अनुसुइया अग्रवाल शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की अधिसूचना के अनुसार किया गया है। उन्होंने बताया है कि शासकीय महाविद्यालय में स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए स्वाध्यायी विद्यार्थी नीति 2024 का अनुमोदन किया गया है। जो नियमित रूप से प्रवेश न लेकर स्वाध्यायी के रूप में अध्ययन करते हैं और परीक्षाओं में शामिल होते हैं उन्हें स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में मान्य किया जाता है। साल 2020 के अंतर्गत स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए स्नातक पाठ्यक्रम, विश्वविद्यालय के अध्यादेश 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम के अनुसार अध्यादेशित होंगे।
उनका कहना है कि सभी राजकीय विश्वविद्यालयों एवं शासकीय महाविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के कारण एकरूपता लाने के लिए स्वाध्यायी विद्यार्थियों हेतु नीति लागू किया गया है। स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए पंजीयन हेतु 20 दिवस का समय निर्धारित किया गया है एवं प्रथम सेमेस्टर हेतु अकादमी कार्य एवं गतिविधियां विश्वविद्यालय द्वारा निम्नानुसार तय की गई है। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय को जिन परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्र चयनित किया है निम्नानुसार तिथि के अनुसार परीक्षा संबंधी अकादमिक गतिविधियों का पालन करना सुनिश्चित करेंगे।
जिसके अनुसार 1 अक्टूूबर 24 से 20 तक स्वाध्यायी विद्यार्थियों का पंजीयन, 21 को संबंधित महाविद्यालय को स्वाध्यायी विद्यार्थियों की सूची का प्रेषण, 21 को संबंधित महाविद्यालय के द्वारा संकायवार विषयवार स्वाध्यायी विद्यार्थियों का व्हाट्सएप ग्रुप तैयार करना, प्रत्येक व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिन संबंधित संकाय विषय का शिक्षक होगा। 21 से 26 अक्टूूबर तक स्वाध्यायी विद्यार्थियों को महाविद्यालय में उपलब्ध विद्यार्थियों की सहमति उपरांत आवंटन, 15 नवंबर से 25 नवंबर तक सेमेस्टर परीक्षा के लिए स्वाध्यायी विद्यार्थियों द्वारा आवेदन तिथि, 26 अक्टूूबर को स्वाध्यायी विद्यार्थियों की रोल नंबर अनुसार सूची का संबंधित महाविद्यालय को प्रेषण, 1 नवंबर से 10 नवंबर तक स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए संबंधित महाविद्यालय द्वारा प्रथम आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन होगा। 1 दिसंबर 24 से 10 दिसंबर 24 स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए संबंधित महाविद्यालय द्वारा द्वितीय आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन, 15 दिसंबर 24 से 25 दिसंबर तक स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए संबंधित महाविद्यालय द्वारा असाइनमेंट जमा करने की तिथि, 15 से 31 दिसंबर 24 तक स्वाध्यायी विद्यार्थियों के लिए संबंधित महाविद्यालय द्वारा प्रायोगिक परीक्षा की तिथि विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित की गई है।
प्रत्येक आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा 20 अंक की होगी तथा असाइनमेंट 10 अंक का होगा। दोनों आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के प्राप्तांक में से जो अधिक होगा, वही प्राप्तांक तथा असाइनमेंट के अंक महाविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार तथा निर्धारित तिथि तक प्रेषित किया जाएगा।
महाविद्यालय स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति को क्रियान्वयन करने हेतु शासन के निर्देशानुसार एनईपी प्रकोष्ठ का गठन किया गया है।
जिसमें डॉ. ईपी चेलक संयोजक, डा.रीता पांडेय सहसंयोजक, अजय कुमार राजा सदस्य, डॉक्टर अजय कुमार देवांगन सदस्य हैं।
प्राचार्य डा. अनुसुइया अग्रवाल ने कहा है कि स्वाध्यायी विद्यार्थी 21 अक्टूबर से महाविद्यालय के संपर्क में रहें। उन्हें महाविद्यालय में जब व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उपस्थित होने हेतु सूचना प्राप्त हो, तब वह महाविद्यालय में अपने रजिस्ट्रेशन फ ॉर्म के साथ उपस्थित होकर अपने विषय का चयन करें एवं महाविद्यालय की वेबसाइट का अवलोकन करते रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहर, 20 अक्टूबर। शरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रैताल, खेड़ी गाँव में आयोजित डीजे डांस प्रतियोगिता एवं बढ़ाईपाली में आयोजित सांस्कृतिक संध्याछत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संसदीय सचिव व वर्तमान विधायकद्वारकाधीश यादव के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुई ।
सर्वप्रथम विधायक द्वारकाधीश यादव का काफिला ग्राम रैताल पहुंचा जहां विधायक द्वारकाधीश यादव के कर करकमलों सेडीजे डांस प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ । तत्पश्चात विधायक द्वारिकाधीश यादव खेड़ीगाँव पहुंचे जहां शरद पूर्णिमा महोत्सवके अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय डीजे डांस प्रतियोगिता का शुभारंभ किया ।खेड़ी गांव के पश्चात श्री यादव ग्राम बढ़ईपाली पहुंचे जहाँशरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजितसांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए ।
विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आयोजित इन प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक संध्या के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान विधायक द्वारिकाधीश यादव ने उपस्थित जन समुदाय को संबोधित भी किया ।
खेड़ीगांव में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पिथौरा के अध्यक्ष करण सिंह दीवान ,हेमकरण दीवान , पूनम मानिकपुरी , सुपेंद्र दीवान आदि उपस्थित रहे।
वनमंडल अधिकारी की अपील-अब ये पेड़ न लगाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। वर्तमान में महासमुंद शहर में छातिम के पौधों में झूमकर फूल आया है। वातावरण में चारों तरफ इसकी तेज खुशबू से लोग हलाकान हैं और सांस-दमे के मरीजों को काफी तकलीफ है। कुछ लोगों को इसकी खुशबू से एलर्जी की भी शिकायत है।
जिला प्रशासन महासमुंद के वन मंडल अधिकारी पंकज राजपूत ने लोगों से, स्कूल-कॉलेज प्रबंधन से अपील की है कि सप्तपर्णी और कोनोकार्पस के पेड़ न लगाएं। इसके फूल से निकलने वाला परागकण दमे के मरीजों के लिए घातक है और इसकी खुशबू काफी तेज होती है जिससे एलर्जी की भी संभावना है। उन्होंने बताया कि आरंग-रायपुर रास्ते में एक किसान ने कोनोकार्पस की नर्सरी लगाई है, यह भी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह पेड़ है। इसके फूल जरूर खूबसूरत होते हैं लेकिन इनके परागकण से सांसों से संबंधित कई तरह की बीमारियों को बढ़ावा मिलता है।
गौरतलब है कि छातिम, सप्तपर्णी को पांच साल से पहले महासमुंद शहर के मुख्य मार्ग के किनारे, वन मंडल के आसपास रोपे गये थे। अब ये पेड़ बड़े हो गये हैं और इन दिनों में काफी मात्रा में फूल लगे हैं। इसकी तेज खुशबू से लोगों के सिर में दर्द, दमे के मरीजों को सांस में तकलीफ और त्वजा में एलर्जी की शिकायत है। छातिम का पेड़ इन दिनों फूलों से लदा हुआ है। उसकी तीक्ष्ण गंध लोगों को विचलित कर रहा है। डाक्टरों का भी मानना है कि इसकी तेज खुशबू से कई लोगों को एलर्जी होती है और खासकर अस्थमा के मरीजों को खतरा रहता है। चूंकि यह फूल रात में ही खिलता है। अत:सबसे अधिक परेशानी रात में होती है। रात में इसकी मादकता और बढ़ जाती है। अभी अक्टूबर का महीना चल रहा है और हर साल अक्टूबर माह में इन पेड़ों पर पराग कण निकलते हैं। जिसकी वजह से अक्टूबर में ही इनमें से तीक्ष्ण गंध निकलती है।
मालूम हो कि कुछ साल पूर्व छत्तीसगढ़ शासन ने इसे बेन कर दिया था और राजधानी स्थित इंदिरागांधी कृषि विज्ञान केन्द्र तथा मेडिकल कॉलेज में लगे छातिम पेड़ों की कटाई कराई गई थी। जबकि कोनोकार्पस को गुुजरात सरकार ने बैन लगा दिया है। लगभग पांच सालों से शहर के बीटीआई मार्ग में सडक़ किनारे छातिम के घने पेड़ हैं। किस उद्देश्य से उक्त पौधे का रोपण किया गया था, यह तो नहीं मालूम लेकिन जब से इन पेड़ों में फूल आना शुरू हुआ है, इसके तेज गंध से लोगों को परेशानी शुरू हो चुकी है। हर साल नगर पालिका इन पेड़ों की टहनियों की छंटाई करवाता है और अक्टूबर तक यह फूलों से लद जाता है।
जिन-जिन स्थानों पर यह पेड़ ज्यादा ताजात में है, वहां के रहवासियों के सिर में दर्द, शरीर में एलर्जी व अस्थमा के मरीजों को परेशानी हो रही है। त्योहारी सीजन में काफी तादाद में लोग शहर पहुंच रहे हैं और वे भी इस फूल के गंध के शिकार हो रहे हैं। बीटीआई मार्ग, वन विद्यालय, हाउसिंग बोर्ड, सीएमएचओ दफ्तर, रेंजर ऑफिस आदि स्थानों पर स्थित पेड़ में खूब फूल खिला हुआ है। रात में इन पेड़ों के आसपास दूर तक इसके फूल की गंध आती है। पेड़ के नजदीक 5 मिनट रुक जाना खतरे से कम नहीं होता है। कोरोना काल के दौरान भी इन पेड़ों को काटने की मांग उठी थी।
गौरतलब है कि सप्तपर्णी का पेंड़ सालभर हरा-भरा रहता है। यह किसी भी प्रकार की भूमि पर, बगैर किसी विशेष देखभाल के, आसानी से बड़ा हो जाता है। इसीलिये सडक़ों के किनारे या बगीचों में इसे लोग लगाते हैं। जड़ी-बूटी के जानकारी कहते हैं कि इसके औषधीय गुण: दुर्बलता कम करने, घाव ठीक करने, मलेरिया, नपुंसकता, पीलिया तथा कई अन्य प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए प्रचलित और काफी प्रभावी है। जच्चा को प्रसव के बाद इसकी छाल का रस पिलाया जाता है। जिससे उसमें दूध बढ़ जाता है। लेकिन इस पौधे के कुछ हानिकारक प्रभाव भी होते हंै।
इस संबंध में वनस्पति शास्त्र विभाग शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार उक्त पौधे का हिंदी नाम छातिम है, जिसे सप्तपर्णी भी कहते हैं। इसका वानस्पतिक नाम एलस्टोनिया स्कॉलरिस है। इसका उपयोग औषधि एवं अन्य चीज के लिए किया जाता है। इसके पेड़ों में फूल लगने के दौरान इससे निकलने वाले परागकणों में तेज गंध होती है। जिसका असर दमा, अस्थमा, एलर्जी के मरीजों को ज्यादा होता है। इसकी गंध सांस की बीमारियों में घातक असर करता है।
हिंदी में इसे सातवीण, सप्तपर्ण, छातिम, यक्षिणी वृक्ष, छितवन, व सतौना तथा इंग्लिश में डेविलट्री, डिताबार्क या शैतानवुड कहते हैं। नाम के पीछे का कारण: इसकी पत्तियां सात के गोल समूह में लगी होती है। इसीलिए इसे सप्तपर्णी कहते हैं। पत्तियों के समूह के बीच में छोटे हरे.सफेद रंग के फूल अक्टूबर से मार्च तक लगते हैं जिनसे तेज और विशिष्ट सुगंध आती है। इसी सुगंध के कारण पर बुरी आत्माओं के बास होने का अंर्ध ावश्वास दुनिया भर में फैला है।
डॉ बसंत कुमार माहेश्वरी मेडिकल सुप्रीटेंडेंट मेकाहाम महासमुंद का कहना है कि छातिम विदेशी वृक्ष है। खासतौर पर यह चीन के उष्ण कटिबंधीय इलाके में पाया जाता है। इस पेड़ के हानिकारक प्रभाव को देखते हुए इसके रोपण पर बेन लगाया गया है। इससे अस्थमा, दमा, एलर्जी सहित अनेक बीमारियां होती है। यह वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित है। रायपुर मेडिकल कॉलेज में लगे इन पेड़ों को अस्पताल प्रशासन ने इसे कटाया था।
पंकज राजपूत, वन मंडल अधिकारी,महासमुंद का कहना है कि महासमुंद में छातिम के पेड़ पांच साल उम्र से अधिक के हैं और काफी तादात में हैं। इतने सारे पेड़ों को खत्म करने से बेहतर है कि आगे कोई भी इन पेड़ों को न लगाएं। एक उम्र के बाद इन पेड़ों का जीवन स्वत: ही समाप्त हो जाएगा और नये पौधे नहीं लगाने से इसकी संख्या धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगी। यह सही है कि इन पेड़ों के फूलों से निकले मकरंद सांस की बीमारियों को जटिल बनाता है। इसी किस्म के कुछ और पौधे भी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हैं। अत: ऐसे पौधों की पहचान होने के बाद दुबारा न लगाएं और आसपास भी ऐसे पौधों की पहचान करें ताकि वातावरण से घातक तथा रोगजनित वायु से बचा जा सके। इसी तरह महासमुंद-रायपुर मार्ग किनारे कोनोकार्पस की नर्सरी है। ये सेहत के लिए काफी नुकसानदेह है।
शरद पूर्णिमा की रात काव्यपाठ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20अक्टूबर। छत्तीसगढ़ ब्राम्हण समाज महासमुंद में शरद महोत्सव के अवसर पर खीर प्रसाद संग साहित्यकारों ने काव्यपाठ किया। भगवान परशुराम एवं कृष्ण-राधिका के युगल चित्र पर मलायर्पण कर दीप प्रज्ज्वलन किया गया।
ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष प्रमोद तिवारी ने उपस्थित सभी कवियों का स्वागत करते हुए कहा कि अपनी परम्परा धर्म संस्कृति की रक्षा करने हेतु ब्रम्ह समाज सदैव प्रयत्नशील रहा है। जिसके तहत माह के शिवरात्रि में पूर्व में ग्यारह हजार शिवलिंग का सामूहिक अभिषेक पूजा पाठ,35 जोड़ो द्वारा आचार्य जवाहर द्विवेदी, आचार्य पंकज तिवारी, पं. हेमंत तिवारी के मार्गदर्शन में किया गया। नगर पुरोहित पंकज तिवारी ने शरद पूर्णिमा के महत्व को बताते हुए कहा कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने महारास किया था जिससे प्रसन्न होकर चन्द्रमा ने अमृत वर्षा की। साथ ही देव और असुरों के महासंग्राम में समुद्र मंथन से 14 रत्नों में अमृत की प्राप्ति हुई थी।
इसके बाद कवि सम्मेलन की शुरुआत में समाज के पदाधिकारियों ने आमंत्रित कवियों को अंग वस्त्र, श्रीफल, स्मृति चिन्ह भेंट किया। बागबाहरा से आये युवा कवि अनुराग द्विवेदी ने हास्य रस में ..फेस टू फेस दाई ददा बर समय नई हे.. डा. गरिमा दीवान ने कहा कि ..शीतल चांदनी जब धरती को चूमे, मां की ममता तब लगे जैसे अमृत घुले। बंधुु राजेश्वर खरे ने माटी की वंदना की। कवि रुपेश तिवारी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में गुम होती ग्रामीण परम्पराओं को याद करते हुए खुडवा, फु गड़ी, गेंड़ी दौड़, उलांड बांटी और महिलाओं के श्रृंगार बिंदी पर रचना पेश की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री उर्फ आगी ने ..अब तो जिंदगी के बेरा हा पहागे, सरिता तिवारी ने मंै शब्द रहित कविता हूं, वरिष्ठ साहित्यकार आनंद तिवारी पौराणिक ने लापता घर शीर्षक से कहा-बेटा विदेश में, बहू मायके में, बच्चे हास्टल में, वृद्ध आश्रम में मां बाप और एक लापता घर प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संंचालन सरिता तिवारी ने किया। आयोजन का समापन एवं सामाजिक जुड़ाव तथा सभी सहयोग के लिए प्रमोद तिवारी ने धन्यवाद तथा सचिव दीपक तिवारी ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी तिवारी, उपाध्यक्ष सुशील शर्मा, वरिष्ठ सदस्य आचार्य पंकज तिवारी, मनीष शर्मा, अरुनेन्द्र दीवान, पुरषोत्तम शर्मा, रेखराज शर्मा, महेश शर्मा, सुधांशु दीवान, हेमंत तिवारी, महिला समाज अध्यक्ष राजेश्वरी तिवारी का योगदान रहा। शरद पूर्णिमा महोत्सव में मुख्य रूप से गोविन्द दीवान, अरुनेन्द्र दीवान, संदीप दीवान, समीर तिवारी, सतीश पांडे,महेश शर्मा, डा. मंजू दीवान, सुनीता दीीवान, प्रीति शर्मा, नीतू शर्मा, डाली शर्मा,कविता तिवारी सहित समाज के सदस्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहरा, 20 अक्टूबर। भारत स्काउट गाइड संघ बागबाहरा के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने जिला स्काउट गाइड संघ ,शाला विकास समिति व ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों से आए हुए स्काउट गाइड के समझ विकास खण्ड बागबाहरा के अध्यक्ष पंकज हरपाल, उपाध्यक्ष राजेश सोनी,देवेश साहू, निर्मला देवांगन, श्यामा चंद्रकार ने शपथ ली।
शपथ ग्रहण पश्चात भारत स्काउट एवं गाइड विकासखंड स्तरीय द्वतीय/तृतीय सोपान जांच शिविर का शुभारंभ शा उ मा विद्यालय गांजर में प्रारंभ हुआ।
पाँच दिवसीय आवासीय चलने वाले यह शिविर के उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, संघ के जिला अध्यक्ष येत राम साहू अध्यक्षता जिला सलाहकार दाऊ लाल चंद्राकर,विशिष्ट अतिथि जिला उपाध्यक्ष गण जय पवार,अशोक अग्रवाल, एस. चन्द्रसेन, सुधा साहू, गाइडर मधु शर्मा,शाला विकास समिति अध्यक्ष रूपेश साहू,उप सरपंच अमित चंद्रकार मदन देवांगन,गिरीश पटेल,भक्त राम मांझी,लोकेश्वर चंद्राकर,श्रीमती मंजू साहू,कु सोनाली पटेल,हुलास चंद्रकार, आरती तिवारी, डालेश्वरी बघेल, जानकी यादव,राम खिलावन साहू,चन्द्रकान्त सेन,आदि थे।
अतिथियों स्वागत स्काउट परम्परानुसार स्कार्फ लगाकर किया गया।ध्वज शिष्टाचार से शिविर प्रारंभ हुआ। शिविर में ब्लाक के मिडिल, हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों से स्काउट गाइड, एवं प्रशिक्षक मंडल के सदस्य व रोवर रेंजर जिला पर्यवेक्षक रामकुमार साहू एवं जिला सचिव प्रमोद कनोजे, सेवा कार्य हेतु शामिल है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि येत राम साहू ने प्रशिक्षण को गंभीरता से लेने कहा। जीवन में आगे बढऩे के लिए तन मन का स्वस्थ रहना जरूरी है। अनुशासन से बड़े बड़े विभाग को कंट्रोल किया जा सकता है। आज आप यह बैठे है कल देश के राजधानी में प्रमुख सचिव के रूप में बैठ सकते है। शिक्षा जरूरी है इसे किसी भी तरफ ग्रहण किया जा सकता है लेकिन अनुशासन से लिया हुआ शिक्षा मानव विकास में सहयोग प्रदान करता है।
दाऊलाल चंद्राकर ने कहा कि इस शिविर में आप आए हैं तो यहां आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, जो सिखाया जायेगा उसे अपने साथियों को भी सिखाना है।
आभार भाषण देते हुए हरक राम दीवानने कहा आप सभी की गरिमामय उपस्थिति और आशीषवचन से निश्चित ही इस शिविर में उपस्थित स्काउट गाइड के बच्चे नए उमंग के साथ सीखेंगे। प्रथम दिवस के कार्यक्रम के निर्धारित पाठ्यक्रमानुसार प्रवेश पाठ्यक्रम के स्काउटिंग आंदोलन की उत्तपत्ति, प्रतिज्ञा, नियम, आदर्श वाक्य, चिंह, सैल्यूट, गणवेश, राष्टगान, प्रार्थना, झंडागीत, लेसिंग, आदि की जानकारी दी गई।
प्रशिक्षक मंडल में स्काउट विभाग में व्यास नारायण बंजारे ,रामगोपाल दिवान,भूषण लाल साहू, शेष नारायण साहू, देवेंद्र दिवान, नंद कुमार चन्द्राकर, जितेंद्र साहू,डिगेश्वर साहु,मेघराज साहू,पीताम्बर सेन ,सुभाष चंद्रकार ,गगन तोंडेकर,सतीश देवांगन,गाइड विभाग से चंद्रकांता महिरवार, पूरी हरपाल, वीणा साहू ,उषा किरण ठाकुर,रूखमणी बघेल,करगिला तोंडेकर ,ऋचा यादव ,रोशनी ध्रुव, कु दुर्गा हरपाल,सरिता ठाकुर,भगवंतीन, रीना निर्मलकर , शामिल हैं। कार्यक्रम में स्काउट गाइड के साथ उनके प्रभारी शिक्षक एवं शिक्षिका उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सचिव शेषनारायण साहू ने किया।
महासमुंद, 20 अक्टूबर। शहर सहित अंचल भर में आज सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए निर्जला करवा चौथ व्रत रखी हुई हैं। रात में चांद का दीदार कर पति के हाथों जल पीकर व्रत पूर्ण करेगी।
20 अक्टूबर को करवा चौथ के चलते शहर के बाजार में पूजन सामग्री, परिधान तथा रंग बिरंगी करवा की खूब बिक्री हो रही है। पिछले 2 दिनों से खरीददारी के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। शहर के बाजारों में साड़ी, ज्वेलरी,चूडिय़ों की दुकानों से लेकर मिट्टी के करवे, नारियल, मेहंदी, पूजन सामग्री सहित महिलाओं के साज श्रृंगार की दुकानों पर भीड़ है। बाजार में चीनी और मिट्टी से बने करवे और पूजन सामग्री की दुकान जगह-जगह सजकर तैयार है।
जिले में साढ़े 11 हजार माताओं को सवा 4 करोड़ की सहायता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,20 अक्टूबर। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना केंद्र शासन द्वारा गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को अपने और अपने बच्चे की स्वास्थ्य की देखभाल और इस अवस्था में मजदूरी राशि की भरपाई हो पाए। इस उद्देश्य से यह योजना प्रारंभ की गई है। कलेक्टर विनय लंगेह के मार्गदर्शन और जिला कार्यक्रम अधिकारी समीर पांडे के नेतृत्व में समस्त पात्र महिलाओं का विशेष अभियान चलाकर योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अजय साहू ने बताया कि योजना में अब तक प्रथम प्रसव वाले पंजीकृत 8534 में से 7050 लाभान्वित तथा द्वितीय प्रसव बालिका के रूप में पंजीकृत 3180 में से 2756 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है।
इस प्रकार जिले में कुल 11 हजार 557 माताओं को कुल राशि 4 करोड़ 11 लाख 88 हजार रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इस योजना से प्राप्त राशि का उपयोग माताएं स्वस्थ्य एवं निरोगी बच्चे जन्म ले इस हेतु कर रहे हैं। एकीकृत बाल विकास परियोजना पिथौरा के ग्राम राजा डेरा की रहने वाली रोशनी यादव के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव तब आया। जब उसने पहली बार गर्भवती होने का सुखद अनुभव पाया। इस नए सफर को आसान और सुरक्षित बनाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नूरा ठाकुर और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की अहम भूमिका रही।
गर्भवती होने के बाद नूरा ठाकुर ने रोशनी का आंगनवाड़ी में पंजीकरण किया और सभी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराईं। गर्भावस्था के दौरान जरूरी टीकाकरण सुनिश्चित किया गया। जिससे वह स्वस्थ बनी रहें। जब नूरा ने रोशनी को बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर वह प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की पात्र हैं, तो रोशनी ने तुरंत आवेदन कर दिया। कुछ ही दिनों में योजना के तहत 3 हजाार रुपए की पहली किस्त उनके बैंक खाते में जमा हो गई।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने रोशनी को सलाह दी कि वह इस राशि से पोषण पेटी तैयार करे। जिसमें चना, गुड़, तिल, फल्लीदाना और फल जैसे पौष्टिक आहार शामिल हों। रोजाना इन चीजों का सेवन करने से रोशनी का हीमोग्लोबिन स्तर 11 ग्राम हो गया। जिससे वह गर्भावस्था के दौरान हमेशा ऊर्जावान और स्वस्थ रहीं। नौ महीने बाद, रोशनी ने नॉर्मल डिलीवरी के जरिए 3 किलो 700 ग्राम के स्वस्थ बच्चे कान्हा को जन्म दिया। मां और बच्चा दोनों स्वस्थ थे और यह उनके सही पोषण और समय पर की गई देखभाल का नतीजा था। बच्चे के साढ़े तीन माह का टीकाकरण पूरा होने के बाद रोशनी को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की दूसरी किस्त के रूप में 2 हजार रुपए और मिले। इस राशि के सही उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए परियोजना अधिकारी पिथौरा और पर्यवेक्षक ने रोशनी के घर जाकर उसे फिर से पोषण पेटी तैयार करने के लिए प्रेरित किया। पोषण पेटी और नियमित स्वास्थ्य सेवाओं का फायदा उठाते हुए आज रोशनी और उसका बेटा दोनों ही स्वस्थ और निरोगी हैं।
महासमुंद, 20 अक्टूबर। सामान्य प्रशासन समिति की बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल की अध्यक्षता में 21 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में रखी गई है।
बैठक में शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, पीडब्ल्यूडी,वन विभाग, समाज कल्याण विभाग से संबंधित एवं अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। सर्व संबंधितों को बैठक में जानकारी के साथ उपस्थित होने कहा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। राशन कार्ड ई केवाईसी को लेकर शासन ने अब आखिरी मौका हितग्राहियों को दिया है। यानि किसी भी हाल में 31 अक्टूबर तक ई केवाईसी नहीं कराया तो राशन कार्ड रद्द हो जाएंगे। साथ ही पुराने राशन कार्ड से उपभोक्ता राशन नहीं ले पाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार महज डेढ़ वर्ष में शासन ने ई केवायसी के लिए चार बार तारीखें आगे बढ़ाई ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिले।
बावजूद प्रदेश में सैकड़ों की संख्या तथा महासमुंद जिले में 900 से अधिक लोगों ने अब तक ई केवाईसी नहीं कराया। बार बार तिथि आगे बढ़ाए जाने की वजह से खाद्य विभाग ही नहीं पूरे खाद्य मंत्रालय का कार्य बढ़ जाता है। फलस्वरूप इसकी वजह से विभाग अन्य कार्यों की ओर ध्यान नहीं दे पाता। फलस्वरूप शासन ने इस बार कड़ाई से इस सभी को ई केवाईसी कराने के निर्देश दिए हैं। आदेश के मुताबिक जो ई केवाईसी नहीं कराएगा उसे राशन कार्ड से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा।
खाद्य विभाग ने राशन कार्ड नवीनीकरण करने की अंतिम तारीख 31 अक्टूबर तय कर दी है। छत्तीसगढ़ सरकारविभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कुल 3 लाख 33 हजार राशनकार्डधारी हैं। इनमें से अब तक 3 लाख 2 हजार 674 लोगों ने आवेदन कर दिया है। इस प्रकार 90 प्रतिशत से अधिक लोगों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन कर दिया है। तिथि बढ़ाई गई। इसके बावजूद काफी कम लोगों ने आवेदन किया था। जिसके चलते तिथि बढ़ाकर 31 मार्च तक का समय दिया गया था।
बाद अप्रैल में तिथि को बढ़ाया गया और 30 अप्रैल अंतिम तिथि की गई थी। फिर भी लोगों ने समय पर केवाईसी नहीं कराया। अब की बार 31 अक्टूबर तक समय दिया गया है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कुल 3 लाख 33 हजार राशनकार्डधारी हैं। इनमें से अब तक 3 लाख 2 हजार 674 लोगों ने आवेदन कर दिया है। इस प्रकार 90 प्रतिशत से अधिक लोगों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन कर दिया है। तिथि बढ़ाने के बावजूद काफी कम लोगों ने आवेदन किया था। जिसके चलते तिथि बढ़ाकर 31 मार्च तक का समय दिया गया था। बाद अप्रैल में तिथि को बढ़ाया गया और 30 अप्रैल अंतिम तिथि की गई थी। फिर भी लोगों ने समय पर केवाईसी नहीं कराया। अब की बार 31 अक्टूबर तक समय दिया गया है।
खाद्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग असुविधा से बचने के लिए अपने राशन कार्ड का नवीनीकरण और ई केवाईसी समय पर करवा लें। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत हितग्राहियों की सुविधा के लिए शेष बचे राशनकार्ड नवीनीकरण एवं ई केवाईसी कराने के लिए 31 अक्टूबर 2024 तक का अवसर प्रदान किया गया है। कार्ड नवीनीकरण के लिए राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों का ई केवाईसी कराना अनिवार्य है। वन नेशन वन कार्ड अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य की दुकान में राशन कार्ड नवीनीकरण के लिए हितग्राही परिवार के सभी सदस्यों के आवास से लेकर अधिकांश योजनाओं के लाभ के लिए हितग्राहियों से योजना के मुताबिक राशन कार्ड की छाया प्रति की मांग की जाती है। मालूम हो कि धमतरी, बलौदा बाजार जिले में शतप्रतिशत लोगों के ई केवाईसी का काम पूरा हो चुका है। लेकिन महासमुंद जिले में अब तक शेष है। यहां पांच सौ लोगों का आधार कार्ड और अंगूठे का ई केवाईसी कराना बाकी है।
महासमुंद, 20अक्टूबर। नपा सभापति निखिलकांत साहू ने 18 वर्ष पूर्ण कर चुके युवाओं को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की अपील की है। तथा जिन्हें वोटर आईडी में त्रुटि या बदलाव करवाना है, उन सभी से वार्डों लगाए जा रहे शिविर में उपस्थित होकर नाम जुड़वाने या त्रुटि सुधार करने का आग्रह किया है।
विभिन्न वार्डों में नाम जोडऩे का कार्य 23 अक्टूबर तक चलेगा। अत: 18 वर्ष पूर्ण होने पर जिनका नाम सूची में नहीं जुड़ा है। वे अपने किसी परिजन का वोटर आईडी कार्ड और जिस व्यक्ति का नाम जुड़वाना है, उनका आधार कार्ड एवं पासपोर्ट साइज फोटो न लेकर तहसील कार्यालय या च्वॉइस सेंटरों त्र के माध्यम से शिविरों में उपस्थित होकर नाम जुड़वा सकते हैं। साथ ही वोटर एआईडी में संशोधन, पता सुधार, अन्य वार्ड में नाम जुड़वाने के लिए अपने पार्षद या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सम्पर्क कर समाधान करवा सकते हैं। श्री साहू ने बताया कि वार्डवार कैंप में शास. प्राथ.शाला कलाबाई में वार्ड 1 एवं 16 के लिए शिविर आयोजित है। इसी तरह वार्ड 2 एवं 3 के लिए शास. प्राथ.शाला इमलीभांठा, वार्ड 4 एवं 10 के लिए शास. प्राथ. शाला आंबेडकर नयापारा, वार्ड 5 एवं 7 के लिए शास. प्राथ.शाला आंबेडकर नयापारा, वार्ड 8 एवं 9 के लिए छिपियापारा धाम गली आंगनबाड़ी केंद्र, वार्ड 6 एवं 11 के लिए सामुदायिक भवन वार्ड नं. 6 नयापाराए वार्ड 12 एवं 23 के लिए शास. प्राण् शाला पिटियाझर, वार्ड 13 एवं 22 के लिए शास.प्राथ.श्रीराम पाठशाला, वार्ड 24 एवं 25 के लिए शास. प्राथ. शाला कुम्हारापारा, वार्ड 27 एवं 28 के लिए शास. प्राथ. शाला गुडरूपारा, वार्ड 29 एवं 30 के लिए सांस्कृतिक भवन शंकराचार्य बागबाहरा रोड, वार्ड 15 एवं 20 के लिए शास. प्राथ. शाला बृजराज, वार्ड 17 एवं 18 के लिए शास. प्राथ. शाला कुर्मीपारा, वार्ड 14 एवं 19 के लिए शास. प्राथ. शाला गंजपारा, वार्ड 26 एवं 21 के लिए शास. डी.एम.एस. स्कूल में कैंप लगाए जा रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। गांव के गलियों में मेरा बचपना बीता, जहां मेहनत मजदूरी करके पढ़ाई की और जहां के लोगों का आत्मीय स्नेह मुझे सदैव मिला उस गांव में अतिथि बनकर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह बातें सरायपाली विधायक चातुरी नंद ने अपने मायके ग्राम जोगनीपाली में शरद पूर्णिमा के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा।
मेला स्थल पहुंचने पर आयोजक समिति की महिलाओं और ग्रामवासियों ने बाजे गाजे केसाथ स्वागत किया। विधायक नंद ने ग्राम देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में विधायक नंद ने ग्रामीणों की मांग पर सांस्कृतिक मंच निर्माण के लिए 3 लाख रुपए विधायक निधि से देने की घोषणा की।
कार्यक्रम में डोंड और छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियों ने उपस्थित ग्रामीणों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में विधायक प्रतिनिधि भरत मेश्राम, युवा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष पंकज बीसी, मोहसिन मेमन, परशु चौहान, दीपक साहू, कैलाश तांडी, जेपी साहू, गंगा बाई, मनोहर, मिलाप चौहान, प्रियांशु चौहान, जयंत यादव समेत ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। विभिन्न रोजगार व स्वरोजगारोन्मुखी विषयों में निशुल्क आवासीय कौशल प्रशिक्षण देने जाने के लिए कौशल पखवाड़ा का आयोजन 14 से 30 अक्टूबर तक ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तर पर किया जा रहा है। इसके तहत कल जनपद पंचायत बागबाहरा द्वारा कौशल पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक हितग्राहियों के लिए विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाए गए थे। जिसमें प्रशिक्षण से संबंधित विभाग, जनपद, स्व सहायता समूहों, श्रम विभाग आदि शामिल थे।
प्रशिक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से इस पखवाड़े का आयोजन किया गया। स्टालों के माध्यम से इच्छुक व्यक्तियों को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी गई और मौके पर ही आवेदन भराए गए। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वरोजगार और कौशल विकास के क्षेत्र में मदद करना है। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा चयनित स्वयं सहायता समूहों को चेक वितरण कर सम्मानित किया गया।
यह चेक उन समूहों को उनके सफल कार्यों और भविष्य की योजनाओं के लिए प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किए गए। इस अवसर पर जनपद पंचायत के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। कौशल पखवाड़ा के तहत युवाओं और महिलाओं को मुख्य रूप से लक्षित किया गया। ताकि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में कुशल बनाया जा सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें। पखवाड़े के आयोजन का उद्देश्य था कि ग्रामीण युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिलें और उन्हें बड़े शहरों की ओर पलायन करने की आवश्यकता न हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अक्टूबर। विभिन्न रोजगार व स्वरोजगारोन्मुखी विषयों में निशुल्क आवासीय कौशल प्रशिक्षण देने जाने के लिए कौशल पखवाड़ा का आयोजन 14 से 30 अक्टूबर तक ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तर पर किया जा रहा है। इसके तहत कल जनपद पंचायत बागबाहरा द्वारा कौशल पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक हितग्राहियों के लिए विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाए गए थे। जिसमें प्रशिक्षण से संबंधित विभाग, जनपद, स्व सहायता समूहों, श्रम विभाग आदि शामिल थे।
प्रशिक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से इस पखवाड़े का आयोजन किया गया। स्टालों के माध्यम से इच्छुक व्यक्तियों को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी गई और मौके पर ही आवेदन भराए गए। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वरोजगार और कौशल विकास के क्षेत्र में मदद करना है। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा चयनित स्वयं सहायता समूहों को चेक वितरण कर सम्मानित किया गया।
यह चेक उन समूहों को उनके सफल कार्यों और भविष्य की योजनाओं के लिए प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किए गए। इस अवसर पर जनपद पंचायत के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। कौशल पखवाड़ा के तहत युवाओं और महिलाओं को मुख्य रूप से लक्षित किया गया। ताकि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में कुशल बनाया जा सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें। पखवाड़े के आयोजन का उद्देश्य था कि ग्रामीण युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिलें और उन्हें बड़े शहरों की ओर पलायन करने की आवश्यकता न हो।