राजपथ - जनपथ
बस, सिर्फ पांच टिकट...
चुनाव नजदीक आते ही अलग-अलग समाज के लोगों ने विधानसभा टिकट में अपनी हिस्सेदारी के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसमें सिंधी समाज सबसे आगे है।
सिंधी समाज के कुछ प्रमुख नेता तो सीएम भूपेश बघेल, और प्रदेश भाजपा के बड़े नेताओं से भी मिलकर आ गए। बताते हैं कि सीएम से मिलने सिंधी अकादमी के चेयरमैन राम गिडलानी की अगुवाई में पहुंचे थे। सिंधी नेताओं ने सीएम से आबादी को देखते हुए विधानसभा की पांच टिकट देने की मांग की।
सीएम ने मजकिए लहजे में कहा बताते हैं कि बस, पांच टिकट। फिर उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने समाज के लोगों को पद दिया है। भगवान झुलेलाल जयंती पर अवकाश घोषित किया है। सिंधी नेताओं ने माना भी, कि सरकार ने समाज के हितों का ध्यान रखा है।
सीएम ने उनकी मांगों पर विचार का भरोसा दिलाया है। ये अलग बात है कि कांग्रेस में जितने भी सिंधी लीडर हैं, उनका जमीनी आधार सीमित है। यही वजह है कि पिछले चुनाव में समाज से एक भी टिकट नहीं दी गई थी। अलबत्ता, सरकारी संस्थानों में एक दर्जन सिंधी नेताओं को पद दिए गए हैं।
सीएम से मिलने के बाद सिंधी नेता, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण साव, अजय जामवाल, और पवन साय से मिलने गए। वहां भी पांच टिकट की मांग रखी। सिंधी नेताओं ने उनसे कहा कि प्रदेश में 10 लाख के आसपास है। पिछली बार रायपुर उत्तर से एकमात्र टिकट दी गई थी। जबकि पहले राजनांदगांव शहर से भी सिंधी समाज से प्रत्याशी तय किए जाते थे।
सिंधी नेताओं ने सुझाव दिया कि रायपुर उत्तर के अलावा रायपुर पश्चिम व ग्रामीण में भी सिंधी समाज के वोटर अच्छी खासी तादात में हैं। ऐसे में इन सीटों पर भी पार्टी सिंधी समाज से प्रत्याशी कर सकती है। भाजपा नेताओं ने भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। देखना है कि दोनों प्रमुख दल सिंधी समाज से प्रत्याशी बनाती है या नहीं।
भाजपा नेता भी घेरे में !!
शराब-कोल, और हवाला कारोबार से जुड़े लोगों पर ईडी ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। चर्चा तो यह भी है कि जांच सही ढंग से हुई, तो कम से कम तीन भाजपा नेता भी घेरे में आ सकते हैं। राजनीतिक हल्कों आरोप लगते हैं कि किसी भी भाजपा नेता के यहां ईडी-आईटी की टीम नहीं जाती है।
सीएम भूपेश बघेल तो सेंट्रल एजेंसियों को भाजपा का एजेंट तक करार देने में नहीं हिचक रहे हैं। इससे परे छत्तीसगढ़ में अभी सिर्फ भाजपा नेता नितिन अग्रवाल को ही जांच पड़ताल का सामना करना पड़ा है। जिन तीन नेताओं के यहां ईडी कभी भी पहुंच सकती है उनमें से एक तो रायपुर जिले के प्रमुख पदाधिकारी हैं।
सुनते हैं कि जो लोग अभी ईडी की गिरफ्त में हैं, उनसे भाजपा नेताओं के कारोबारी रिश्ते हैं। एक ने तो मोबाइल भी बंद कर रखा है। यही नहीं, ईडी की एक पत्र की खूब चर्चा हो रही है। यह पत्र प्रशासनिक प्रमुख को भेजा गया है, जिसमें शराब-कोल के हितग्राहियों में अफसरों के साथ-साथ मीडिया जगत के लोगों का भी नाम है। देखना है कि पत्र सार्वजनिक होता है या नहीं।
बदहाल स्टेशन में हजारों यात्री
रेलवे ने 3 मई से 10 मई तक निर्माण कार्यों के चलते रायपुर स्टेशन पर अधिकांश ट्रेनों का स्टॉपेज रोक रखा है। मंगलवार के लिए तो यह भी अनाउंस किया गया है कि यहां पर एक भी ट्रेन नहीं रुकेगी। हावड़ा और कटनी मार्ग की रायपुर से गुजरने वाली ट्रेनों को उरकुरा रेलवे स्टेशन पर रोका जाएगा। जाहिर है कि इतने लंबे ब्रेक के लिए काफी पहले से रेलवे ने तैयारी की होगी, लेकिन यह किस तरह से की गई है यह उरकुरा स्टेशन से रवाना होने वाले यात्री बता रहे हैं। यहां पर रेलवे ने किसी तरह के अस्थायी शेड, कुर्सियां आदि तो लगाया नहीं है। इसके अलावा पीने का पानी उपलब्ध नहीं है, टोटियां टूटी हुई हैं। ट्रेन घंटों विलंब से चल रही हैं। यात्री समय पर पहुंचकर चिलचिलाती धूप में खड़े होते हैं। रायपुर स्टेशन से जिन बसों को यात्री लाने ले जाने के लिए लगाया गया है उसका भी काफी इंतजार करना पड़ रहा है। मतलब यह है कि यात्री सेवा रेलवे की प्राथमिकता में है ही नहीं।
सिलेब्रिटी के बीच सिलेब्रिटी परिवार
आईपीएस आरिफ शेख ने सोशल मीडिया पर कॉमेडियन कपिल शर्मा के साथ अपने परिवार की फोटो शेयर की है। अपनी पत्नी आईएएस शम्मी आबिदी और दोनों बच्चों के साथ वे इसमें दिखाई दे रहे हैं। सोनी टीवी पर शनिवार रविवार को आने वाले द कपिल शर्मा शो की शूटिंग में वे परिवार के साथ दर्शक दीर्घा में बैठे। इसके पहले भी शेख सोशल मीडिया पर सलमान खान, रवि किशन, मोहम्मद अजहरूद्दीन जैसे क्रिकेट और बॉलीवुड के सितारों के साथ फोटो डालते रहे हैं। खुद भी सिलेब्रिटी हैं, पर दूसरे सिलेब्रिटीज से मिलने जुलने उनके साथ तस्वीरें लेने का शौक बना हुआ है।
स्कूली बच्चों की बेबाक रिपोर्टिंग
बेमेतरा जिले के चारभाठा के सरकारी स्कूल की छात्राओं ने एक मार्मिक चि_ी एसडीएम, प्रशिक्षु आईएएस सुरुचि सिंह को लिखी। बताया कि हमारे स्कूल के पास शराब अवैध रूप से बिकती है। शराबी यहां से गुजरते हैं और माहौल खराब करते हैं। चि_ी पर एक्शन लेते हुए एसडीएम ने छापा मारा और अवैध शराब बेचने वालों को गिरफ्तार कराया। बताते हैं कि इस स्कूल के बच्चे सच कहने से खौफ नहीं खाते। एक प्रधानाध्यापक ने उन्हें साप्ताहिक अखबार निकालने का टास्क दिया। उसमें मेरा प्यारा स्कूल, पूजनीय गुरुदेव जैसे आदर्श निबंध उसमें नहीं छपे छात्रों ने लिखा-टीचर गुटका खाकर आते हैं, इधर-उधर थूकते हैं। स्कूल की दीवार को गंदा करते हैं। मध्यान्ह भोजन देने वाली माता जब भोजन लेकर आती है तो ऐसा लगता है कि वह खाना खिलाने नहीं पीटने आ रही है। दाल पतली होती है। वगैरह-वगैरह। अब स्कूली अखबार का छपना बंद है पर व्यवस्था ठीक करने में छात्र छात्राएं लगी हुई हैं। इसी का नतीजा था कि उन्होंने अवैध शराब की बिक्री रुकवाई। ([email protected])