राजपथ - जनपथ

छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : बाकी को फंसा, खुद निकल लिए...
16-Oct-2019
 छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : बाकी को फंसा, खुद निकल लिए...

बाकी को फंसा, खुद निकल लिए...

नया रायपुर के सेक्टर-27 में मकान लेने वाले ज्यादातर अफसर पछता रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों ने मकान लिए थे। तब एनआरडीए ने यहां मकान की रजिस्ट्री और स्टॉम्प शुल्क में छूट दे रखी थी। अफसरों को भरोसा दिलाया गया था कि मकान बनने तक नया रायपुर आबाद हो जाएगा। मगर 12 साल बाद भी नया रायपुर वीरान है। कई अफसरों के मकान खाली पड़े हैं। कुछ किराएदार ढूंढ रहे हैं। केआर पिस्दा जैसे इक्का-दुक्का अफसर हैं जो कि यहां रहने चले आए हैं। 

मजे की बात यह है कि इस स्कीम को लॉच करने वाले आईएफएस अफसर एसएस बजाज सबसे पहले मकान बेचकर निकल लिए। उनकी देखा-देखी सूचना आयुक्त अशोक अग्रवाल और हेमंत पहारे भी मकान बेचकर मुक्त हो गए। कई अभी भी ऐसे अफसर हैं जो यहां का अपना मकान बेचना चाह रहे हैं, लेकिन उचित दाम नहीं मिल रहा है। वर्ष-2007 में अफसरों ने जिस मकान को 20 लाख में खरीदा गया था, उसे 35 लाख में लेने वाले नहीं मिल रहे हैं। जबकि उस समय रायपुर के आसपास के मकानों की कीमत आज तिगुनी-चौगुनी हो गई है। हाल यह है कि सेक्टर-27 में अपना मकान देखकर अफसर खुश होने के बजाए मायूस हैं। 

रमन के जन्मदिन पर जलसा...
रमन सिंह के जन्मदिन के बहाने भाजपा नेताओं ने एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है। मंगलवार को रमन सिंह के मौलश्री विहार स्थित घर में समर्थकों की अच्छी खासी भीड़ जुटी। रमन समर्थकों ने खाने-पीने का पूरा इंतजाम रखा था। कुल मिलाकर विधानसभा में करारी हार के बाद पहली बार रमन सिंह के आसपास कार्यकर्ताओं की भीड़ देखने को मिली। स्वागत-सत्कार के बीच पूर्व सीएम के समर्थकों को अमित शाह के ट्वीटर पर बधाई संदेश से काफी खुशी मिली। 

अमित शाह ने लिखा कि डॉ. रमन सिंहजी ने जिस अथक परिश्रम और ईमानदारी से छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा की वह हम सभी के लिए प्रेरणीय है। खास बात यह है कि सीएम पद से हटने के बाद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के बावजूद रमन सिंह एक तरह से किनारे लगा दिए गए। उन्हें महाराष्ट्र और हरियाणा में भी प्रचार के लिए नहीं बुलाया गया। जबकि इससे पहले के चुनावों में वे दूसरे राज्यों के लिए भी स्टार प्रचारक रहे हैं। इससे कांग्रेस नेताओं को  रमन सिंह पर तंज कसने का मौका मिल गया, कि पार्टी के भीतर उनकी पूछ परख खत्म हो गई है। लेकिन पार्टी के ही एक बड़ेे नेता ने साफ किया कि जिन राज्यों में उपचुनाव हैं वहां के नेताओं को दूसरे जगह प्रचार के लिए नहीं भेजा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा में भाजपा चुनाव हार चुकी है। ऐसे में पार्टी चित्रकोट चुनाव हर हाल में जीतना चाहती है। और रमन सिंह को एक तरह से इसकी कमान सौंपी गई है। सच्चाई चाहे जो भी हो, लेकिन अमित शाह के बधाई संदेश से यह साफ हो गया है कि प्रदेश के बाहर भले ही रमन सिंह की पूछ परख नहीं हो रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ में उनका महत्व बरकरार रहेगा। ([email protected])

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