राजपथ - जनपथ
भाजपा की यही जीत कि...
रायपुर म्युनिसिपल के मेयर चुनाव में भाजपा को जीत की उम्मीद तो थी नहीं, पार्टी का कोई भी पार्षद नहीं छिटका, यही बड़ी उपलब्धि रही। चूंकि निर्दलियों को अपने पक्ष में करने की कवायद इतनी देर से हुई कि कोई भी निर्दलीय पार्षद भाजपा के साथ नहीं जुड़ सका। पार्टी के रणनीतिकारों के पास इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि भाजपा के 4 से 5 पार्षद क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। चर्चा यह भी रही कि इन पार्षदों को एडवांस भी दिया जा चुका है। बाद में खुद बृजमोहन अग्रवाल ने कमान संभाली और सभी पार्षदों को एकजुट रखने में कामयाब रहे।
सुनते हैं कि भाजपा पार्षदों के पिकनिक से लौटने के बाद चुनाव के दिन सुबह परम्परा गार्डन में ठहराया गया था। बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत पार्षदों को मतदान के तौर तरीके सिखाते रहे। पार्षदों को यह भी संकेत दिया गया कि किसी ने कांग्रेस को वोट देने के लिए प्रॉमिस कर दिया है, तो भी उन्हें डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह पता लगाना संभव नहीं है कि किस पार्षद ने किसको वोट दिए हैं।
खास बात यह है कि निर्दलीय पार्षद अमर बंसल भी वहां पहुंच गए उन्होंने भाजपा पार्षदों के साथ चाय-नाश्ता किया और भरोसा दिलाकर गए कि वे भाजपा को ही वोट करेंगे। बंसल को मिलाकर 30 वोट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन मेयर प्रत्याशी मृत्युंजय दुबे को 29 मत ही हासिल हुए। अमर बंसल कसम खाते फिर रहे हैं कि उन्होंने भाजपा को ही वोट दिए हैं। मगर भाजपा के लोग उन पर भरोसा नहीं जता पा रहे हैं, क्योंकि वे शायद कुछ इसी तरह का आश्वासन कांग्रेस के नेताओं को भी दे चुके थे।